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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
1 समूएल 18

दाऊद अउ योनातान क गहिरी दोस्ती

18 1-2 दाऊद जब साऊल स बात पूरी कइ लिहस तब योनातान, दाऊद क बहोत खासमखास मीत बन गवा। योनातान दाऊद स ओतॅना ही पिरेम करइ लाग जेतँना आपन स। साऊल उ दिन क पाछे दाऊद क आपन लगे राखेस। साऊल दाऊद क ओकरे घर पिता क लगे नाहीं जाइ दिहस। योनातान दाऊद स बहोत खासमखास मीत रहा। योनातान दाऊद स एक समझौता किहेस। योनातान जउन कोट पहिरे रहा ओका उतारेस अउ दाऊद क दइ दिहस। योनातान आपन सारी वर्दी दाऊद क दइ दिहस। उ आपन धनुस, तरवार अउ कमर बंद भी दाऊद क दइ दिहस।

साऊल क दाऊद क सफलता प धियान देब

साऊल दाऊद क अलग अलग जुद्ध मँ लड़इ पठएस। दाऊद बहोत कामयाब रहा। तबहिं साऊल ओका फउजियन क ऊपर प्रभारी बनएस। एहसे सब खुस भएन, हिआँ तलक कि साऊल क सब अफसर भी खुस भएन। दाऊद पलिस्तियन क खिलाफ लड़इ जात रहा। जुद्ध क पाछे उ घर लउटत रहा। इस्राएल क सबहिं सहरन स मेहररुअन साऊल क समन्वा दाऊद क सुआगत मँ ओसे भेंटइ आवत रहिन। उ सबइ हँसतिन, नाचतिन अउ ढोलक अउ सितार तीन या जियादा धागा वाला क बजावत रहतिन। उ सबइ दाऊद क समन्वा आपन खुसी जाहिर करत रहिन। मेहररुअन गावत रहिन,

“साऊल हजारन क मारेस।
    दाऊद दसहु हजारन क मारेस।”

मेहररुअन क इ गीत साऊल क दुःखी कइ दिहस। उ बहोत कोहाइ गवा। साऊल सोचेस, “मेहररुअन दाऊद क प्रसंसा करत अहइँ कि उ दसहु हजार मारेस ह। अउर उ पचे कहत अहइँ कि मइँ सिरिफ हजार मारेउँ। ओका कब्जा करइ बरे का बचा सिरफ, बादसाहत हीं?” ऍह बरे उ समइ स साऊल दाऊद प निगाह रखइ लाग।

साऊल दाऊद स ससाइ गवा

10 दूसरे दिन परमेस्सर स पठइ गइ एक दुट्ठ आतिमा साऊल पर जोर स सवारी भरेस। साऊल आपन घर मँ बहसी होइ ग।[a] दाऊद पहिले क तरह वीणा बजाएस। 11 मुला साऊल क हाथे मँ भाला रहा। साऊल सोचेस, “मइँ दाऊद क देवारे मँ ठोंक देब।” साऊल दुइ बार भाला स हमला किहेस, मुला दाऊद बचि गवा।

12 यहोवा दाऊद क संग रहा। अउर यहोवा साऊल क तजि दिहेस। ऍह बरे साऊल दाऊद स डेरान रहा। 13 साऊल दाऊद क आपन स दूर पठइ दिहस। साऊल दाऊद क दस हजार क सेनापति बनाएस। दाऊद जुद्ध मँ फउजियन क अगुअइ किहेस। 14 यहोवा दाऊद क संग रहा। ऍह बरे दाऊद हर कहूँ सफल रहत रहा। 15 साऊल लखेस कि दाऊद क बहोत जिआदा कामयाबी मिलत बाटइ तउ साऊल दाऊद स अउर भी जिआदा ससाइ लाग।

16 मुला इस्राएल अउ यहूदा क सबहिं मनई दाऊद स पिरेम करत रहेन। उ पचे ओसे पिरेम ऍह बरे करत रहेन काहेकि उ जुद्ध मँ ओनका रस्ता देखाँवत रहा अउ ओनकइ बरे लड़त रहा।

साऊल क आपन बिटिया स दाऊद क बियाहे क योजना

17 साऊल दाऊद क मार डावइ चाहत रहा। साऊल दाऊद क धोख देइ क एक उपाय सोचेस। साऊल दाऊद स कहेस, “इ मोर सबन ते बड़की बिटिया मेरब अहइ। मइँ तोहका एहसे बियाह करइ देब। तबहिं तू सक्तीसाली जोधा होइ जाब्या। तू हमरे पूत क नाई होब्या। तब तू जाया अउ यहोवा क जुद्ध लड़्या।” इ एक चाल रही। साऊल सचमुच अब इ तखड़ा बखड़ा करत रहा, “इ तरह दाऊद क मोका दाऊद क मारइ क न होइ। मइँ पलिस्तियन स ओका आपन खातिर मरवाइ देब।”

18 मुला दाऊद कहेस, “मइँ कउनो खास परिवारे स नाहीं अहउँ। अउर मोर कउन हस्ती कि मइँ राजा क बिटिया क संग बियाह कइसे कइ सकत हउँ?”

19 तउ फुन जब साऊल क बिटिया मेरब क दाऊद क संग बियाह टेमॅ आवा तब साऊल मेहोलाई क अद्रीएल स ओकर बियाह कइ दिहस।

20 साऊल दूसर बिटिया मीकल दाऊद स पियार करत रही। मनइयन साऊल स कहेन कि मीकल दाऊद स पियार करत ह। एहसे साऊल क खुसी भइ। 21 साऊल सोचेस, “मइँ मीकल क दाउद क झाँसा देइ मँ बइपरब। मइँ मीकल क दाऊद स बियाह करइ देब। तब पलिस्तियन दाऊद क खिलाफ होइ जाब अउ उ पचे ओका मरि देब।” ऍह बरे साऊल दाऊद स दूसर दाई कहेस, “आजु तू मोरी बिटिया स बियाह कइ सकत ह।”

22 साऊल आपन अफसरन क हुकुम दिहेस, “दाउद स छिपके बात करा, उ ओनसे कहा, ‘देखा, राजा तोहका पसन्द करत ह। ओकर अफसर तोहका पसन्द करत हीं। तोहका ओकरी बिटिया स बियाह कइ लेइ चाही।’”

23 साऊल क अफसरन उ बातन दाऊद स कहेन। मुला दाऊद जवाब दिहस, “का तू पचे समझत ह कि राजा क दमाद बनब सहल बाटइ? मोरे लगे ऍतना धन नाहीं कि राजा क राजकुमारी क दइ सकउँ। मइँ तउ एक साधरण गरीब मनई हउँ।”

24 साऊल क अफसरन साऊल क उ सब बताएन जउन दाऊद कहे रहा। 25 साऊल ओनसे कहेस, “दाऊद स इ कहा, ‘दाऊद, राजा इ नाहीं चाहत कि तू ओकरी बिटिया बरे धन द्या। साऊल आपन दुस्मनन स बदला लेइ चाहत ह। ऍह बरे बियाह करइ बरे कीमत क रुप मँ सिरिफ एक सौ पलिस्तियन क लिंग क खलरी अहइ।’” इ साऊल क छिपी चाल रही। साऊल सोचेस कि पलिस्ती इ तरह दाऊद क मारि डइहीं।

26 साऊल क अफसरन दाऊद स इ सब बातन कहेन। दाऊद राजा क दमाद बनइ चाहत रहा, ऍह बरे उ तुरंतही कछू कइ देंखाएस। 27 दाऊद अउ ओकर मनई पलिस्तियन क खिलाफ लड़इ आएन। उ पचे दुइ सौ पलिस्ती मारि डाएन। दाऊद ऍनकइ लिंग क खलरी लिहेस अउ साऊल क दइ दिहेस। दाऊद इ ऍह बरे किहस काहेकि उ राजा क दमाद बनइ चाहत रहा।

साऊल दाऊद क आपन बिटिया मीकल स बियाह करइ दिहस। 28 साऊल निहारेस कि यहोवा दाऊद क संग रहा। मुला साऊल इ भी धियान मँ राखेस कि ओकर बिटिया मीकल दाऊद स पियार करत रही। 29 ऍह बरे साऊल दाऊद स अउर भी जिआदा ससाइ गवा। साऊल उ पूरा टेमॅ दाऊद क खिलाफ रहा।

30 इस्राएलियन क खिलाफ लड़इ बरे पलिस्ती सेनापति बाहेर निकरत रहेन। मुला हर दाई दाऊद ओनका हराएस। दाऊद साऊल क सबहिं अफसरन मँ सब स जिआदा सफल रहा तउ दाऊद मसहूर होइ गवा।

रोमियन 16

रोम क मसीहियन क पौलुस क संदेस

16 मइँ किंख्रिया क कलीसिया क बिसेख सेविका हमार बहिन फीबे क तोहसे सिफारिस करत हउँ कि तू ओका पर्भू मँ अइसेन रीतो स ग्रहण करा जइसेन रीति परमेस्सर क लोगन क बरे उचित बा। ओसे तोहसे जउन कछू अपेच्छित होइ सब कछू स तू ओकर मदद करा काहेकि उ मोरे समेत बहुतन क सहायक रही अहइ।

प्रिस्का अउर अक्विल्ला क मोर नमस्कार। उ मसीह ईसू मँ मोर सहकर्मी अहइ। उ पचे मोर प्रान बचावइ बरे अपने जीवन क भी दाँव पे लगाइ दिहे रहेन। न केवल मइँ ओनकर धन्यबाद करत हउँ बल्कि गैर यहूदियन क सभन कलीसिया भी ओनकर धन्यबादी अहइँ।

उ कलीसिया क भी मोर नमस्कार जउन ओनके घरे मँ इकठठ् होत ह।

मोर पिआरा दोस्त इपैनितुस क मोर नमस्कार जउन एसिया मँ मसीह क अपनावइ वालन मँ पहिला बा।

मरियम क, जे तोहार बहुत महत्वपूर्ण कार्यका अहइ, नमस्कार।

मोर कुटुम्बी अन्द्रनीकुस अउर यूनियास क, जउन मोरे साथे कारागार मँ रहेन, अउर जउन प्रमुख धर्मप्रचारकन अउर जउन मोसे भी पहले मसीह मँ रहेन मोर नमस्कार।

पर्भू मँ मोरे पिआरा दोस्त अम्पलियातुस क नमस्कार। मसीह मँ मोरे कार्यकर्ता उरबानुस

अउर मोरे पिआरा दोस्त इस्तखुस क नमस्कार। 10 मसीह मँ खरे अउ सच्चा अपिल्लेस क नमस्कार।

अरिस्तुबुलुस क परिवार क नमस्कार। 11 यहूदी साथी हेरोदियोन क नमस्कार। नरकिस्सुस क परिवार क लोगन क नमस्कार जउन पर्भू मँ अहइँ। 12 त्रुफेना अउर त्रुफोसा क जउन पर्भू मँ मेहनती कार्यकर्ता अहइँ, नमस्कार।

मोर पियार परसिस क, जे पर्भू मँ कठिन मेहनत किहे अहइ, मोर नमस्कार।

13 पर्भू क असाधारण सेवक रूफुस क अउ ओनकी महतारी क, जउन मोर भी महतारी रही अहइ, नमस्कार।

14 असुंक्रितुस, फिलगोन।, हिर्मेस, पत्रुबास, हिर्मोस अउर ओनके साथी बन्धुवन जउन ओनके साथ अहइँ क नमस्कार।

15 फिलुलुगुस, यूलिया नेर्युस अउर ओकर बहिन उलुम्पास अउर ओनके सभन साथी सन्तन क नमस्कार।

16 तू लोग पवित्तर चुंबन द्वारा एक दूसरे क स्वागत करा।

तोहे सभन मसीही कलीसियन कइँती स नमस्कार।

17 भाइयो तथा बहिनियो! मइँ तू पचन स पराथना करत हउँ कि तू पचे जउन सिच्छा पाया ह, ओकरे विपरीत तू सबन मँ जउन फूट डारत हीं अउर दूसर क बिसवास क बिगाड़त हीं। ओनसे होसियार रहा, अउर ओनसे दूर रहा। 18 काहे कि इ लोग हमरे पर्भू ईसू मसीह क नाहीं बल्कि अपने पेट क सेवा करत हीं। अउ आपन खुसामद भरी चिकनी चुपड़ी बातन स भोला-भाले लोगन क मन को छलत हीं। 19 तोहार आज्ञाकरितइ क चर्चा बाहर हर कीहीऊ तलक पहुँच चुकी बा। इही बरे तोहसे मइँ बहुत खुस हउँ। परन्तु मइँ चाहित हउँ कि तू नेकी के बरे बुद्धिमान बना रहा अउर बदी क बरे अबोध रहा।

20 सान्ति क स्रोत परमेस्सर जल्दी ही सइतान क तोहरे गोड़न तले कुचर देइ।

हमार पर्भू ईसू मसीह क तोह पे अनुग्रह होइ।

21 हमार साथी कार्यकर्ता तीमुथियुस अउ मोर यहूदी साथी लूकियुस, यासोन अउर सोसिपत्रुस कइँती स तू सबन क नमस्कार।

22 इ पत्र क लेखक मोका तिरतियुस क पर्भू मँ तू सबन क नमस्कार।

23 मोर अउ समूची कलीसिया क आतिथ्य कर्ता गयुस क तू पचन क नमस्कार। इरास्तुस जउन नगर क खजांची अहइ अउ हमार बन्धु कबारतुस क तोहका नमस्कार। 24 [a]

25 ओकर महिमा होइ जउन तोहरे बिसवास क अनुसार यानि ईसू मसीह क सुसमाचार क जउन सुसमाचार क मइँ घोषित उपदेस देइत ह ओकरे अनुसार-तोहे सुद्दढ़ बनावइ मँ समरथ अहइ। इ सुसमाचार उ गुप्त सत्य को अभिव्यक्त करत ह जेहका परमेस्सर युगन स छिपाय रखे रहा। 26 परन्तु जेका अनन्त परमेस्सर क आदेस स नबियन क लेखन द्वारा अब हमका अउ गैर यहूदियन क परगट कइके बताइ दीन्ह गवा बा जेसे बिसवास स पैदा होइवाली आज्ञाकारिता पैदा होइ। 27 ईसू मसीह क जरिये उ एक मात्र ज्ञानमय परमेस्सर क अनन्त काल तलक महिमा होइ। आमीन!

विलापगीत 3

एक मनई क जरिये आपन सबइ यातना पइ विचार

मइँ एक अइसा मनई हउँ जउन बहोतेरी यातना भोगी हउँ,
    यहोवा क किरोध क तले मइँ बहोतेरी दण्ड यातना भोगी हउँ।
यहोवा मोका लइके चला
    अउर उ मोका अँधियारा क भीतर लावा न कि प्रकासे मँ।
यहोवा आपन हाथ मोरे बिरोध मँ कइ दिहस।
    अइसा उ बारम्बार सारे दिन किहस।
उ मोर आस, मोर चाम नस्ट कइ दिहस।
    उ मोर हाड़न क तोड़ दिहस।
यहोवा मोरे विरोध मँ, कडुआहट अउ आपदा फइलाएस ह।
    उ मोरे चारिहुँ कइँती कड़ुआहट अउ बिपत्ति फइलाइ दिहस।
उ मोका अधियारा मँ बइठाइ दिहे रहा।
    उ मोका उ उ मनई सा बनाइ दिहे रहा जउन कउनो बहोत दिनन पहिले मरि चुका होइ।
यहोवा मोका भितरे बंद किहेस, एहसे मइँ बाहेर आइ न सकेउँ।
    उ मोह पइ भारी जंजीरन घेर रहा।
हिआँ तलक कि जब मइँ चिल्लाइके दोहाइ देत हउँ,
    यहोवा मोर विनती क नाहीं अनकत ह।
उ पथरे स मोरी राह क मुँद दिहस ह।
    उ मोर राह क टेढ़ा कइ दिहेस ह।
10 यहोवा उ भालू सा भवा जउन मोह पइ आक्रमण करइ क तत्पर अहइ।
    उ उ सिंहसा भवा ह जउन कउनो ओटे मँ छिपा भवा अहइ।
11 यहोवा मोका मोरी राहे स हटाइ दिहस।
    उ मोर धज्जियन उड़ाइ दिहस।
    उ मोका बर्बाद कइ दिहस ह।
12 उ आपन धनुस तैयार किहस।
    उ मोका आपन बाणन क निसाना बनाइ दिहे रहा।
13 मोरे पेट मँ बाण मार दिहस।
    मोह पइ आपन बाणन स प्रहार किहे रहा।
14 मइँ आपन लोगन क बीच हँसी क यात्र बन गएउँ।
    उ पचे दिन भइ मोर गीत गाइ-गाइके मोर मजाक बनावत हीं।
15 यहोवा मोका करवाहट स भर दिहेस ह।
    उ मोका जहर पिलवाएस ह।
16 उ मोर दाँत पाथरे क भुइँया मँ गडाइ दिहेस।
    उ मोका माटी मँ मिलाइ दिहस।
17 मइँ अब अउर सान्ति योग्य नाहीं अहउँ।
    अच्छी भली बातन क मइँ बिसरि गवा रहेउँ।
18 खुद अपने आप स मइँ कहइ लागे रहेउँ, “मोका तउ बस अब अउर आस नाहीं अहइ
    कि यहोवा कबहुँ मोका सहारा देइ।”
19 मइँ आपन दुखिया पन क,
    मोर घर नहीं अहइ
    एका कड़वे जहर क,
20 अउर मोर सारी यातना क याद कइ क
    मइँ बहोत ही दुःखी हउँ।
21 किन्तु उहइ समइ जब मइँ सोचत हउँ,
    तउ मोका आसा होइ लागत ह।
    मइँ अइसा सोचा करत हउँ।
22 यहोवा क पिरेम अउ करूणा क अंत कबहूँ नाहीं होत।
    यहोवा क सबइ कृपा कबहुँ खतम नाहीं होत।
23 हर भिन्सारे उ सबइ नवा होइ जात हीं।
    हे यहोवा, तोर सच्चाई महान अहइ।
24 मइँ आपन स कहा करत हउँ, “यहोवा मोरे हीसां मँ अहइ।
    इहइ कारण स मइँ आसा रखब।”

25 यहोवा ओनके बरे उत्तिम अहइ जउन ओकर बाट जोहत हीं।
    यहोवा ओनके बरे उत्तिम अहइ जउन ओकर खोज मँ रहा करत हीं।
26 इ उत्तिम अहइ कि कउनो मनई चुपचाप यहोवा क प्रतीच्छा करइ
    कि उ ओकर रच्छा करी।
27 इ उत्तिम अहइ कि कउनो मनई यहोवा क जुए क धारण करइ,
    उ समइ स ही जब उ युवक होइ।
28 मनई क चाही कि उ अकेल्ला चुप बइठे ही रहइ
    जब यहोवा आपन जुए क ओह पइ धरत ह।
29 उ मनई क चाही कि यहोवा क समन्वा उ दण्डवत प्रणाम करइ।
    होइ सकत ह कि कउनो आस बची होइ।
30 उ मनई क चाही कि उ आपन गाल कइ देइ, उ मनई क समन्वा जउन ओह पइ प्रहार करत होइ।
    उ मनई क चाही कि उ अपमान झेलइ क तत्पर रहइ।
31 उ मनई क चाही उ याद राखइ
    कि यहोवा कउनो क भी सदा-सदा बरे नाहीं बिसरावत।
32 यहोवा दण्ड दण्ड देत भए भी आपन कृपा बनाए राखत ह।
    उ आपन पिरेम अउ दया क कारण आपन कृपा राखत ह।

33 यहोवा कबहुँ भी नाहीं चाहत कि लोगन क दण्ड देइ।
    ओका नाहीं भावत कि लोगन क दुःखी करइ।
34 यहोवा क इ सबइ बातन नाहीं भावत हीं: ओका नाहीं भावत कि
    कउनो मनई आपन गोड़न क तले धरती क सबहिं बंदियन क कुचरी डावइ।
35 ओका नाहीं भावत ह कि कउनो मनई कउनो मनई क छलइ।
    कछु लोग ओकरे मुकदमे मँ परम प्रधान परमेस्सर क समन्वा ही अइसा किया करत हीं।
36 ओका नाहीं भावत कि कउनो मनई अदालत मँ कउनो स छल भरइ।
    यहोवा क एनमाँ स कउनो भी बात नाहीं भावत ह।
37 जब तलक खुद यहोवा ही कउनो बात क होइ क आग्या नाहीं देत,
    तब तलक अइसा कउनो भी मनई नाहीं अहइ कि कउनो बात कहइ अउर ओका पूरा करवाइ लेइ।
38 बुरी-भली बातन सबहिं
    सर्वोच्च परमेस्सर क मुँहे स ही आवत हीं।
39 कउनो जिअत मनई सिकाइत कइ नाहीं सकत
    जब यहोवा उहइ क पापन क दण्ड ओका देत ह।
40 आवा, हम आपन करमन क परखइँ अउर लखइँ,
    फुन यहोवा क सरन मँ लौट आवइँ।

41 आवा, अपना पराथना करइ बरे
    सरग क परमेस्सर क समन्वा हम आपना हाथ उठाइ।
42 आवा, हम ओहसे कही, “हम पाप कीन्ह ह अउर हम जिद्दी बना रही
    अउर एह बरे तू छमा नाहीं किहा।
43 तू किरोध स अपने क ढाँप लिहा,
    हमार पीछा तू करत रहा ह,
    तू हम पचन्क बेरहमी स मार दिहा।
44 तू आपन क बदरे स ढाँप लिहा।
    तू अइसा एह बरे किहे रहया कि कउनो भी विनती तोह तलक पहोंचे ही नाहीं।
45 तू हम पचन्क दूसर देसन क तुलना मँ
    कुड़ा करकट क नाईं बना दिहेस।
46 हम पचन्क सबहिं दुस्मन
    हम पचन स घमण्ड मँ बोलत ही।
47 हम डेरान भए अही,
    हम गर्त मँ गिर गवा ही।
हम बुरी तरह नोस्कान पावा ह।
    हम पचे टूटि चुका ही।”
48 मोर नैन स आसूँअन क नदी बही ही।
    मइँ विलाप करत हउँ काहेकि मोर लोग तबाह होइ गवा ह।
49 मोर नैन बिना रुके बहत रहिहीं।
    मइँ हमेसा विलाप करत रहब।
50 हे यहोवा, मइँ तब तलक विलाप करत रहब
    जब तलक तू दृस्टि न करा अउ हमका लखा।
मइँ तब तलक विलाप हो करत रहब
    जब तलक तू सरग स हम पइ दृस्टि न करा।
51 जब मइँ लखा करत हउँ जउन कछू मोर नगरी क जुवतियन क संग घटा
    तब मोर नैन मोका दुखी करत हीं।
52 जउन लोग बियर्थ मँ ही मोर दुस्मन बना हीं,
    उ पचे घूमत हीं मोरे सिकारे क फिराक मँ, माना मइँ कउनो चिड़िया हउँ।
53 जिअत जी उ पचे मोका गढ़ा मँ लोकाएन
    अउर मोह पइ पाथर लुढ़काए रहेन।
54 मोरे मूँड़े पइ पानी गुजर गवा।
    मइँ आपन आप मँ कहाँ, “मोर नास भवा।”
55 हे यहोवा, मइँ तोहार नाउँ गोहराएउँ।
    उ गड़हा क तल स मइँ तोहार नाउँ गोहराएउँ।
56 तू मोर अवाज क सुन्या।
    तू कान नाहीं मूँद लिहा।
    तू बचावइ स अउर मोर रच्छा करइ स नकार्या नाहीं।
57 जब मइँ तोहार दोहाइ दिहेउँ, उहइ दिन तू मोरे लगे आइ गवा रह्या।
    तू मोहसे कहे रह्या, “भयभीत जिन ह्वा।”
58 हे यहोवा, मोरे अभियोग मँ तू मोर पच्छ लिहा।
    मोरे बरे तू मोर प्राण वापस लइ आया।
59 हे यहोवा, तु मोर विपत्तियन लख्या ह,
    अब मोरे बरे तू मोर नियाव करा
60 तू खुद लख्या ह कि दुस्मनन मोरे संग केतन अनियाव किहन।
    तू खुद लख्या ह ओन समूचइ सड्यंत्रन क जउन उ पचे मोहसे बदला लेइ क मोरे खिलाफ रचे रहेन।
61 हे यहोवा, तु सुन्या ह कि मोर अपमान कइसे करत हीं
    तू सुन्या ह ओन सड्यंत्रन क जउन उ पचे मोरे खिलाफ रचाएन।
62 मोरे दुस्मनन क बचन अउ बिचार
    सारे दिन ही मोरे खिलाफ रहेन।
63     लखा यहोवा, चाहे उ पचे बइठे होइँ, चाहे उ पचे खड़ा होइँ,
    कइसे उ पचे हँसी उड़ावत हीं।
64 हे यहोवा, ओनके संग वइसा ही करा जइसा ओनके संग करइ चाही।
    ओनके करमन क फल ओनका दइ द्या।
65 ओनकर मन हठीला कइ द्या।
    फिन आपन अभिसाप ओन पइ डाइ द्या।
66 किरोध मँ भरिके तू ओनकर पाछा करा।
    ओनका बर्बाद कइ द्या।
    हे यहोवा, तू ओनका इ धरती स खतम कइ द्या।

भजन संहिता 34

जब दाऊद अबीमेलेक क समन्वा पागल होइ क देखाँवा किहस। जेहसे अबीमेलेक ओका भगाइ देइ, इ प्रकार दाऊद ओका तजिके चला गवा। उहइ अवसर पइ दाऊद क एक ठु पद।

मइँ यहोवा क सदा धन्न कहब।
    मोरे ओंठन पइ सदा ओकर स्तुति अहइ।
हे नम्र लोगो! सुना अउ खुस होइ जा।
    मोर सेखी यहोवा क बारे मँ अहइ।
मोरे संग यहोवा क गरिमा क गुणगान करा।
    आवा, हम एक साथ घोसना करी कि उ केतॅना अच्छा अहइ।
मइँ परमेस्सर क लगे मदद माँगइ गएउँ, उ मोर सुनेस।
    उ मोका ओन सबहिं बातन स बचाएस जेनसे मइँ डेरात हउँ।
गरीब लोग ओकरे कइँती मदद बरे लखत हीं।
    ओनकर फीका चेहरन खुसी स गाइ उठेन
    काहेकि उ ओनका उत्तर दिहस।
इ दीन जन यहोवा क मदद बरे पुकारेस,
    अउर यहोवा मोर सुनि लिहस।
    अउर उ सब विपत्तियन स मोर रच्छा किहस।
यहोवा क दूत ओकरे भगत जनन क चारिहुँ कइँती डेरा डाए रहत ह।
    अउर यहोवा क दूत ओन लोगन क रच्छा करत ह।
चखा अउर समझा कि यहोवा केतॅना भला बाटइ।
    उ मनई जउन यहोवा क भरोसे अहइ फुरइ खुस रही।
यहोवा क पवित्तर जन क ओकर आराधना करइ चाही।
    यहोवा क भगतन बरे कउनो दूसर सुरच्छित ठउर नाहीं बा।
10 आजु जउन बरिआर अहइँ दुर्बल अउ भूखा होइ जइहीं।
    मुला जउन परमेस्सर क सरण आवत हीं उ सबइ लोग हर उत्तिम वस्तु पइहीं।
11 हे बालको, मोर सुना,
    अउर मइँ तू पचन्क सिखाउब कि यहोवा क सेवा कइसे करइँ।
12 अगर कउनो मनई जिन्नगी स पिरेम करत ह,
    अउर बढ़िया अउ बड़की जिन्नगी क जिअइ चाहत ह
13 तउ उ मनई क बुरा नाहीं बोलइ चाही,
    उ मनई क झूठ नाहीं बोलइ चाही।
14 बुरा काम जिन करा, नेक काम करत रहा।
    सान्ति क कारज करा, सान्ति क प्रयास मँ जुटा रहा जब तलक ओका पाइ न ल्या।
15 यहोवा सज्जन लोगन क रच्छा करत ह।
    ओनकर पराथनन पइ उ कान देत ह।
16 मुला यहोवा, जउन बुरा करम करत हीं, अइसे मनइयन क खिलाफ होत ह।
    एह बरे उ लोग मरइ क पाछे बिसरि दीन्ह जाइहीं।

17 यहोवा स बिनती करा, उ तोहार सुनी।
    उ तू पचन्क तोहरी सबहिं मुसीबतन स बचाइ लेइ।
18 लोगन पइ मुसीबत आइ सकत हीं अउर उ पचे अभिमानी होब तजि देत हीं।
    यहोवा ओन लोगन क निअरे रहत ह।
    जेनकर टूटा मन अहइँ ओनका उ बचाइ लेइ।
19 होइ सकत ह सज्जन भी बिपदन मँ घिर जाइँ।
    मुला यहोवा ओन सज्जन लोगन क ओनकर हर समस्या स रच्छा करी।
20 यहोवा ओनकइ सब हाड़न क रच्छा करी।
    ओनकर एक भी हाड़ नाहीं टूटी।
21 दुट्ठता दुटठ लोगन बरे मउत लावत ह।
    सज्जन क विरोधी नस्ट होइ जइहीं।
22 यहोवा आपन हर दास क आतिमा बचावत ह।
    जउन लोग ओह पइ भरोसा रखत हीं, उ ओन लोगन क नस्ट नाहीं होइ देइ।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.