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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
1 समूएल 14

योनातान पलिस्तियन प हमला करत रहेन

14 उ दिना, साऊल क पूत उ नउजवान स बात किहेस जउन ओकरे औजारन क लइके चलत रहा। योनातान कहेस, “हम पचे घाटी क दुसरी कइँती पलिस्तियन क डेरा प चली।” मुला योनातान आपन बाप क नाहीं बताएस।

साऊल एक अनार क पेड़ क नीचे पहाड़ी क सिरे प मिग्रोन मँ बइठा रहा। इ एक ठउर प खरिहान क नगिचे रहा। साऊल क संग उ समइ 600 जोधा रहेन। एक मनई क नाउँ अहिय्याह रहा। एली सीलो मँ यहोवा क याजक रहा। अब अहिय्या याजक रहा। अहिय्या अब एपोद याजक रहा। अहिय्या ईकाबोद क भाई अहीतूब क पूत रहा।

ईकाबोद पीनहास क पूत रहा। पीनहास एली क पूत रहा। दर्रा क दुइनउँ कइँती एक ठु बड़की चट्टान रही। योनातान पलिस्ती डेरा मँ उ दर्रा स जाइ क तजबीजेस। बड़की चट्टान क एक कइँती बोजज रहा अउर उ बड़की चट्टान क दूसर कइँती सेने रहा। एक बड़की चट्टान उत्तर क मिकमास क देखत भइ ठाड़ रही। दूसर बड़की चट्टान दक्खिन कइँती गीबा क अउर लखत स ठाड़ रही।

योनातान आपन उ जवान मददगार स कहेस जउन ओकरे औजार क ढोइ के चलत रहा, “आवा, हम ओन बिदेसियन क डेरा मँ चली। इ होइ सकत ह यहोवा हम मनइयन क बइपरइ इ मनइयन क हरावइ मँ करइँ। यहोवा क कछू भी नाहीं रोक सकत ऍहसे कउनो फर्क नाहीं पड़त कि हमरे लगे ढेरि फउजी अहइँ कि तनिक फउजी।”

योनातान क अउजार ढोवइया जवान ओसे कहेस, “जेका तू सब स नीक समझा, करा। मइँ हर कइँती स तोहरे संग हउँ।”

योनातान कहेस, “हम सबइ क चलि द्या! हम पचे घाटी पार करब अउर ओन पलिस्ती रच्छक तलक जाबइ। तबहीं हम सबइ ओनका आपन क लखइ देब। जदि उ पचे हम स कहत हीं, ‘तू हुवँइ रुकि जा जब तलक हम तोहरे लगे आवत अही।’ तउ हम पचे हुवँइ ठहरब जहाँ हम होब। हम ओनके नगिचे न जाब। 10 मुला अगर पलिस्ती लोग इ कहत हीं, ‘हमरे लगे आवा’ तउ हम ओनकइ लगे ताई चढ़ जाब। काहे? काहेकि इ परमेस्सर कइँती स इ एक इसारा होइ। ओकर अरथ इ होइ कि यहोवा हम पचन क ओनका हरावइ देइ।”

11 ऍह बरे योनातान अउ ओकर सहायक आपन क पलिस्तियन स लखइ देइ दिहस। पलिस्ती रच्छक कहेन, “लखा, हिब्रू ओन बिलिन स निकरिके आवत बाटेन जेहमाँ उ सबइ लुकान रहेन।” 12 किला क पलिस्ती योनातान अउ ओकरे सहायक बरे चिचिआइँ, “हमरे लगे आवा। हम तोहका अबहीं पाठ पढ़ावत अही।”

योनातान आपन सहायक स कहेस, “पहाड़ी क ऊपर तलक मोका पछिआवा। यहोवा इस्राएल बरे पलिस्तियन क दइ दिहे बाटइ!”

13-14 ऍह बरे योनातान आपन हाथ अउ गोड़ क पहाड़ी प चढ़इ बरे बइपरेस। ओकर सहायक सोझ ओकरे पाछे चढ़ा। योनातान अउ ओकर सहायक पलिस्तियन क हराएन। पहिले हमला मँ उ पचे लगभग आधा एकड़ पहँटा मँ पलिस्तियन क मारेन। योनातान उ मनइयन स लड़ा जउन समन्वा स हमला बोलत रहेन। अउ योनातान क सहायक ओनकइ पाछे आवा अउ ओन मनइयन क मारत चला गवा जउन अबहीं सिरिफ चोटाइ होइ ग रहेन।

15 सबहिं पलिस्ती सिपाही जंग क मैदान मँ सिपाही अउ किला क सिपाही ससाइ गएन। हिआँ तलक कि सबन त बरिआर जोधा भी डेराइ गएन। धरती काँपइ लाग अउ पलिस्ती सिपाही भयानक तरीका स डेराइ गएन।

16 साऊल क रच्छक बिन्यामीन देस मँ गिबिया क पलिस्ती सिपाहियन क अलग-अलग दिसा मँ भागत परात लखेन। 17 साऊल आपन संग क सेना स कहेस, “सिपाहियन क गनती करा। मइँ इ जानइ चाहत हउँ कि डेरा क कउन छोड़ि दिहस।”

उ पचे सिपाहियन क गनेन। योनातान अउ ओकर सहायक चला ग रहेन।

18 साऊल अहिय्या स कहेस, “परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख लइ आवा।” (उ टेमॅ परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख इस्राएलियन क संग रही।) 19 साऊल याजक अहिय्या स बतियात रहा। साऊल परमेस्सर क परामर्स क जोहत रहा। मुला फिलिस्तीनी छावनी मँ सोर अउ धमाचउकड़ी लगातार बढ़त जात रही। साऊल धीरा खोइ चुका रहा। आखिर मँ साऊल याजक अहिय्या स कहेस, “बहोत होइ गवा। आपन हाथ नीचे हइँचा अउ पराथना करब बन्द करा।”

20 साऊल आपन फउज क बटोरेस अउर लड़ाई मँ चला गवा। पलिस्ती सिपाही बहोत उलझन मँ रहेन। उ सबइ आपन तरवारे स आपुस मँ ही एक दूसर स जुद्ध करत रहेन। 21 हुवाँ हिब्रू भी रहेन जउन ऍकरे पहिले पलिस्तियन क सेवा मँ रहेन अउर जउन पलिस्ती डरा मँ रुका रहेन। मुला अब उ हिब्रू लोग साऊल अउ योनातान क संग क इस्राएलियन क साथ दिहेन। 22 उ इस्राएलियन जउन एप्रैम क पहाड़ी देस मँ लुकान रहेन, पलिस्ती सिपाहियन क पराइ क बात सुनेन। तउ इ इस्राएलियन भी जुद्ध मँ साथ दिहन अउ पलिस्तियन क पाछा करब सुरु किहेन।

23 इ तरह यहोवा उहइ दिन इस्राएलियन क बचाव किहेन। जुद्ध बेतावेन क बाहेर फैलि गवा। सारी फउज साऊल क संग रही, ओनकइ लगे लगभग दस हजार मनईयन रहेन। एप्रैम क पहाड़ी पहँटा क हर सहर मँ जुद्ध फइलत गवा।[a]

साऊल दूसर गल्ती करत ह

24 उ दिना साऊल एक भारी गल्ती किहेस।[b] इस्राएलियन भुखान अउ थका माँदा रहेन। इ ऍह बरे भवा कि साऊल मनइयन क प्रण करइ क मजबूर किहेस। साऊल कहेस, “अगर कउनो मनई साँझ होइ स पहिले खइया क खात ह या मोरे जरिया दुस्मन क हरावइ क पहिले खाइया क खात ह तउ उ मनई क सजा दीन्ह जाइ।” ऍह बरे कउनो भी इस्राएली सिपाही भोजन नाहीं किहेन।

25-26 जुद्ध क कारण मनई जंगल मँ चला गएन। उ पचे हुआँ भुइँया प पड़ा भवा मधु क छत्ता लखेन। इस्राएली लोग उहइ ठउरे प आएन जहाँ मधु क छत्ता रहा। मनइयन भुखान रहेन, मुला उ पचे तनिक भी मधु नाहीं पिएन। उ पचे उ प्रण तोड़इ स डेरान रहेन। 27 मुला योनातान उ प्रण क बारे मँ नाहीं जानत रहा। योनातान इ नाहीं सुने रहा कि ओकर बाप उ प्रण करइ क मनइयन क बेबस किहे रहा। योनातान क हाथे मँ एक टहरइ क छड़ी रही। उ मधु क छत्ता मँ ओकरे सिरा क घुसेड़ेस। उ तनिक मधु निकारेस अउ खाएस। अउर उ आपन क चंगा किहेस।

28 सिपाहियन मँ स एक ठु योनातान स कहेस, “तोहार बाप एक खास प्रण करइ बरे सिपाहियन क मजबूर किहेस ह। तोहार बाप कहेस ह कि जउन कउनो आज खाइ, सजा पाइ। इहइ कारण रहा कि मनई कछू खाएन नाहीं। इहइ कारण अहइ कि मनई कमजोर अहइ।”

29 योनातान कहेस, “मोर बाप धरती बरे परोसानी पइदा किहे अहइ। लखा इ तनिक मधु चाटे स मइँ केतना चंगा महसूस करत हउँ। 30 बहोत नीक होत कि मनइयन उ खइया क खातेन जउन उ पचे आजु दुस्मनन स लिहे अहइँ। हम बहोत जिआदा पलिस्ती मनइयन क मारि सकित रहे।”

31 उ दिना इस्राएलियन पलिस्ती मनइयन क हराएन। उ पचे ओनसे मिकमास स अय्यालोन तलक क पूरा रस्ता प लड़ेन। काहेकी मनइयन बहोत भुखान अउ थका माँदा रहेन। 32 उ पचे पलिस्ती स भेड़ी, गाइ अउ बछवा लिहे रहेन, काहेकि अब इस्राएल क मनइयन ऍतना भुखान रहेन कि उ सबइ पसु क भुइँया प मारि डाएन अउ ओनका गोस रकत क साथ खाइ लिहेन।

33 एक मनई साऊल स कहेस, “लखा! लोग यहोवा क खिलाफ पाप करत अहइँ। उ पचे अइसा गोस खात अहइँ जेहमाँ खून बा!”

तब साऊल कहेस, “तू पचे पाप किहे अहा। हिआँ एक ठु बड़का पाथर टहराइ क लिआवा।” 34 तब साऊल कहेस, “मनइयन क लगे जा अउर कहा कि हर मनई आपन साँड़ अउ भेड़ी मोरे लगे हिआँ लिआवइ। तब्बहिं मनइयन क आपन साँड़ अउ भेड़ी हिआँ मारइ चाही। यहोवा क खिलाफ पाप जिन करा। उ गोस क जिन खा जेहमाँ रकत बा।”

उ राति मँ हर मनई आपन गोरु क लइ आवा अउ ओनका हुवाँ मारेस, 35 फिन साऊल एक ठु वेदी बनएस। साऊल यहोवा बरे खुद इ वेदी बनउब सुरु किहेस।

36 साऊल कहेस, “हम पचे आजु रात क पलिस्तियन क पाछा करब। हम सबइ हर चीज क लइ लेब। हम ओन सब क मारि डाउब।”

फउज जवाब दिहेस, “वइसा ही करा जइसा ठीक समुझत ह।”

मुला याजक कहेस, “हमका परमेस्सर स पूछइ द्या।”

37 ऍह बरे साऊल परमेस्सर स पूछेस, “का मोका पलिस्तियन क पाछा करइ चाही? का आप लोग हम पचन क पलिस्तियन क हरावइ देइहीं?” मुला परमेस्सर साऊल क उ दिन जवाब नाहीं दिहेस।

38 ऍह बरे साऊल कहेस, “मोरे लगे सबहिं प्रमुखन क लइ आवा। हम सबइ मालूम करी कि आज कउन पाप किहेस ह। 39 मइँ इस्राएल क रच्छा करइवाला यहोवा क किरिया खाइके इ प्रण करत हउँ। जदि मोर आपन पूत योनातान भी पाप किहेस ह तउ उ जरुर मरी।” फउज मँ कउनो भी कछू नाहीं कहेस।

40 तब साऊल सबहिं इस्राएलियन स कहेस, “आप लोग इ कइँती खड़ा ह्वा। मइँ अउर मोर पूत योनातान दूसर कइँती खड़ा होइहीं।”

सिपाहियन जवाब दिहेन, “महाराज, आप जइसा चाहइँ।”

41 तब साऊल पराथना किहेस, “इस्राएल क परमेस्सर यहोवा मइँ आपका सेवक हउँ आजु आप मोका जवाब काहे नाहीं देत अहइँ? अगर मइँ या मोर पूत योनातान पाप किहेस ह तउ इस्राएल क परमेस्सर यहोवा आप उरीम देइँ। अउर जदि आप क मनई इस्राएलियन पाप किहेन ह तउ तुम्मिम देइँ।”

साऊल अउ योनातान चुनि लीन्ह गएन अउ मनइयन अजाद होइ गएन। 42 साऊल कहेस, “ओनका फिन स लोकाइ द्या कि कउन पाप करइवाला अहइ मइँ या मोर पूत योनातान।” योनातान चुनि लीन्ह गवा।

43 साऊल योनातान स कहेस, “मोका बतावा कि तू का किहे अहा?”

योनातान साऊल स कहेस, “मइँ आपन कुबरी क नोंक स सिरिफ तनिक मधु चाटे रहे। का मोका उ करइ क कारण मरइ चाही?”

44 साऊल कहेस, “जदि मइँ आपन प्रण पूर नाहीं करत हउँ तउ परमेस्सर मोरे बरे बहोत खराब करइ। योनातान क मरइ चाही।”

45 मुला सिपाहियन साऊल स कहेन, “योनातान आज इस्राएल क बड़की जीत ताई पहोंचाएस। का योनातान क मरइ ही चाही? कबहुँ नाहीं। हम पचे परमेस्सर क किरिया खाइके बचन देइत ह कि योनातान क एक ठु बार भी बाँका नाहीं होइ। परमेस्सर आज पलिस्तियन क खिलाफ लड़इ मँ योनातान क मदद किहेस ह।” इ तरह मनइयन योनातान क बचाएस। ओका फाँसी क सजा नाहीं दिन्ह गइ।

46 साऊल पलिस्तियन क पाछा नाहीं किहेस। पलिस्ती आपन ठउर क लौटि गएन।

साऊल क इस्राएल क दुस्मनन स जुद्ध

47 साऊल इस्राएल प पूरा कब्जा कइ लिहेस अउ देखाइ दिहस कि उ राजा अहइ। साऊल इस्राएल क चारिहुँ कइँती रहइवालन दुस्मनन स लड़ा। साऊल अम्मोनी राजा मोआबी, सोबा क राजा एदोम, अउ पलिस्तियन स लड़ा। जहाँ कहूँ साऊल गवा, उ इस्राएल क दुस्मनन क हराइ दिहस। 48 साऊल बहोतइ बहादुर रहा। साऊल अमालेकियन क हराई अउर इस्राएलियन क ओकरे ओन दुस्मनन स बचाएस जउन इस्राएल क मनइयन स ओकर धन-दौलत छोरइ चाहत रहेन।

49 साऊल क पूत रहेन योनातान, यिसवी अउ मलकीस। साऊल क बड़की बिटिया क नाउँ मेरब रहा। साऊल क ननकी बिटिया क नाउँ मीकल रहा। 50 साऊल क मेहरारु क नाउँ अहीनोअम रहा। अहीनोअम अहीमास क बिटिया रही।

साऊल क फउज क सेनापति क नाउँ अब्नेर रहा, जउन नेर क पूत रहा। नेर साऊल क काका रहा। 51 साऊल क बाप कीस अउ अब्नेर क बाप नेर, अबीएल क पूत रहेन।

52 साऊल आपन जिन्नगी भइ बीर बना रहा अउ पलिस्तियन क खिलाफ बहादुरी स लड़ा। साऊल जब भी कबहुँ कउनो मनई क अइसा बहादुर लखत जउन ताकतवर होत तउ उ ओका लइ लेत अउर ओका उ फौजियन क टुकड़ी मँ धरत जउन ओकरे निअरे रहतेन अउर ओकर रच्छा करत रहेन।

रोमियन 12

आपन जीवन पर्भू क अरपन करा

12 इही बरे भाइयो तथा बहिनियो, परमेस्सर क दया क याद देवाइके मइँ तोहसे आग्रह करत हउँ कि अपने जीवन क एक ठु जिन्दा बलिदान क रूप मँ परमेस्सर को प्रसन्न करत भए अर्पित कइ दया। इ तोहार आत्मिक आराधना अहइ जेसे तू सबन क ओका चुकावइ क होइ। अब अउर आगे इ दुनिया क रीति पे जिन चला बल्कि अपने मने क नवा कइ के अपने आप क बदल डावा ताकि तू सबन क पता चलि जाइ कि परमेस्सर तू पचन क बरे का चाहत ह। यानि जउन उत्तिम बा, जे ओका भावत ह अउर जउन सम्पूर्ण बा।

इही बरे ओकरे अनुग्रह क कारण जउन उपहार उ मोका दिहे अहइ, ओका धियान मँ रखत हुए मइँ तोहमें स हर एक स कहत हउँ, अपने क जइसेन यथा उचित समझा मतलब जेतना बिसवास उ तोहे दिहे अहइ, उही क अनुसार अपने को समझइ चाही। काहेकि जइसेन हम पचन मँ स हर एक क सरीर मँ बहुत स अंग बाटेन। चाहे सब अंगन क काम एक जइसेन नाहीं बाटेन। हम अनेक अही परन्तु मसीह मँ हम एक देहे क रूप मँ होइ जाइत ह। एह तरह हर एक अंग हर दुसरे अंग स जुड़ जात ह।

तउ फिन ओकरे अनुग्रह क अनुसार हमका ज्जउन अलग-अलग उपहार मिला बाटेन, हम ओनकर प्रयोग करी। अगर कउनो क भविस्सबाणी क छमता दीन्ह गइ तो ओहका इस्तेमाल कइ देइ, ओकरे बिसवास क आधार पर। अगर कउनो क सेवा करइ क उपहार मिला बा तउ अपने आप क सेवा क बरे अर्पित करइ, अगर कउनो क उपदेस क उपहार मिला बा तउ ओका उपदेस क प्रचार मँ लगावइ चाही। अगर केऊ सलाह देइ क अहइ तउ ओका सलाह देइ चाही। अगर कउनो क दान देइ क उपहार मिला बा तउ ओका मुक्त भाउ स दान देइ चाही। अगर कउनो क अगुआई करइ क उपहार मिलत ह तउ लोगन क साथ अगुआई करइ। जेका दया देखावइ क मिली बा, उ खुसी स दया करइ।

तोहार पिरेम सच्चा होइ। बदि स घिना करा। नेकी स जुड़ा। 10 भाइचारे क साथ एक दूसरे क बरे समर्पित रहा। आपस मँ एक दुसरे क आदर क साथे अपने स जियादा महत्व द्या। 11 उत्साही बना, आलसी नाहीं, आतिमा क तेज स चमका। पर्भू क सेवा करा। 12 अपने आसा मँ खुस रहा। विपत्ति मँ धीरज धरा। निरन्तर पराथना करत रहा। 13 परमेस्सर क जनन क जरूरतन मँ हाथ बटावा। अतिथि सत्कार क अउसर ढूँढ़त रहा।

14 जउन तू सबन क सतावत होइँ ओन्हे आसीर्बाद द्या, ओन्हे साप न द्या, आसीर्बाद द्या। 15 जउन खुस अहइँ ओनके साथे खुस रहा। जउन दुखी अहइँ, ओनके दुखे मँ दुखी ह्वा। 16 मेल मिलाप स रहा। अभिमान न करा बल्कि दीनन क संगत करा। अपने क बुद्धिमान न समझा।

17 बुराइ क बदला बुराइ स कउनो क न द्या। सभन लोगन क आँखी मँ जउन अच्छा होइ उही क करइके सोचा। 18 जहाँ तक तोहसे बन पड़इ सब मनइयन क साथे सान्ति स रहा। 19 कउनो स अपने आप बदला न ल्या। पियारे बन्धुओ, बल्कि एका परमेस्सर क किरोध पे छोड़ द्या काहेकि सास्तर मँ लिखा बा: “पर्भू कहेस ह बदला लेब मोर काम बा। प्रतिदान मइँ देबइ।”(A) 20 बल्कि तू अगर,

“तोहर दुस्मन भूखा बा तउ
    ओका भोजन करावा,
अगर उ पियासा अहइ तउ
    ओका पीअइके द्या।
काहेकि अगर तू अइसेन करत ह तउ उ तोहसे सर्मिन्दा होई।” (B)

21 बदी स न हारा बल्कि अपने नेकी स बदी क हराइ द्या।

यिर्मयाह 51

51 यहोवा कहत ह,
“मइँ एक प्रचण्ड आँधी उठाउब।
    मइँ एका बाबुल अउ बाबुल क लोगन के खिलाफ बहाउब।
मइँ बाबुल क ओसावइ बरे लोगन क पठउब।
    उ पचे बाबुल क ओसाइ देइहीं।
उ सबइ लोग बाबुल क सूना बनाइ देइहीं।
    फउजन नगर क घेर डइहीं अउ भयंकर बिध्वंस होइ।
बाबुल क फउजी आपन धनुस-बाण क उपयोग नाहीं कइ पइहीं।
    उ सबइ फउजी आपन कवच भी नाहीं पहिर सकिहीं।
बाबुल क नउ जवानन बरे दुःख महसूस जिन करा।
    ओनकर फउजे क पूरी तरह नस्ट करा।
बाबुल क फउजी कसदियन क भुइँया मँ मारा जइहीं।
    उ सबइ बाबुल क सड़कियन पइ बुरी तरह घायल होइहीं।”

सर्वसक्तीमान यहोवा इस्राएल व यहूदा क लोगन क राँड़ सा अनाथ नाहीं छोड़ेस ह।
    परमेस्सर ओन लोगन क नाहीं छोड़ेस।
नाहीं उ सबइ लोग इस्राएल क पवित्तरतम क छोड़इ क अपराधी अहइँ।
    उ पचे ओका छोड़ेन किन्तु उ एनका नाहीं छोड़ेस।

बाबुल स पराइ चला।
    आपन जिन्नगी बचावइ बरे पराअ।
    बाबुल क पापन क कारण हुआँ जिन ठहरा अउर मारा न जा।
इ समइ अहइ जब यहोवा बाबुल क लोगन क ओन बुरे करमन क सजा देइ जउन उ पचे किहन।
    बाबुल क सजा मिली जउन ओका मिलइ चाही।
बाबुल यहोवा क हाथ क सुनहरा पियाला जइसा रहा।
    बाबुल पूरी पृथ्वी क मतवाला बनाइ डाएस।
रास्ट्रन बाबुल क दाखरस पिएन।
    एह बरे उ सबइ पागल होइ उठेन।
बाबुल क पतन होइ अउर उ अचानक टूट जाइ।
    ओकरे बरे रोआ।
ओकर पीरा क दवाई लिआवा।
    सायद उ तन्दुरूस्त होइ जाइ।

हम बाबुल क तन्दुरूस्त करइ क जतन किहेउँ,
    किन्तु हम कामयाब न भवा।
एह बरे हम ओका तजि देइ
    अउर आपन देसन क लउटि चली।
बाबुल क सजा अकासे क परमेस्सर निहचित करी,
    उ निर्णय करी कि बाबुल क का होइ।
10 यहोवा हम लोगन बरे बदला लिहस।
    आवा इ बारे मँ सिय्योन मँ बताइ।
हम यहोवा हमार परमेस्सर जउन कछू हमार बरे किहस ह, ओकरे बारे मँ बताइ।

11 बाणन क तेज करा।
    ढाल ओढ़ा।
यहोवा मादी क राजा लोगन क जगाइ दिहस ह।
    उ ओनका जगाएस ह काहेकि उ बाबुल क नस्ट करइ चाहत ह।
यहोवा बाबुल क लोगन क उ सजा देइ जेकर पचे पात्र अहइँ।
    बाबुल क फउज यरूसलेम मँ यहोवा क मन्दिर क ध्वस्त किहे रही।
    एह बरे यहोवा ओनका उ सजा देइ जउन ओनका मिलइ चाही।
12 बाबुल क देवारन क खिलाफ झण्डन उठाइ ल्या।
    अधिक रच्छक लिआवा।
चौकीदारन क ओनके जगह पइ रखा।
    एक ठु गुप्त हमला बरे तइयार होइ जा।
यहोवा उ करी जउन उ जोजना बनाएस ह।
    यहोवा उ करी जउन उ बाबुल क लोगन क खिलाफ करइ क कहेस।
13 बाबुल तू प्रभूत जल क निअरे अहा।
    तू खजाना स पूर्ण अहा।
    किन्तु रास्ट्र क रूप मँ तोहार अन्त आइ ग अहइ।
    इ तोहका बर्बाद करइ क समइ अहइ।
14 सर्वसक्तीमान यहोवा इ प्रतिग्या आपन नाउँ लइके किहेस ह:
“बाबुल मइँ तोहका निहचइ ही असंख्य सत्रु सेना स भरि देब।
उ पचे टिड्डी दल क नाई होइहीं।
    उ सबइ फउजी तोहरे खिलाफ जितिहीं
    अउर उ पचे तोहरे ऊपर खड़ा होइहीं अउर बिजय घोस करिहीं।”

15 यहोवा आपन महान सक्ति क उपयोग किहस अउर पृथ्वी क बनाएस।
    उ दुनिया क बनावइ बरे आपन बुद्धि क उपयोग किहस।
    उ आपन समुझ क उपयोग अकास क फइलावइ मँ किहस।
16 जब उ गरजन ह तब अकासे क जल गरज उठत ह।
    उ समूची पृथ्वी स बादरन क ऊपर पठवत ह।
उ बर्खा क संग बिजली क पठवत ह।
    उ आपन भण्डार घर स हवा क लिआवत ह।
17 मुला लोग बेववूफ अहइँ।
    उ पचे नाहीं समुझतेन कि परमेस्सर का किहेस ह।
मूर्तिकार मूरतियन बनावत हीं।
    उ पचे सिरिफ लबार देवता अहइँ।
एह बरे उ सबइ परगट करत हीं कि उ मूर्तिकार केतना मूरख अहइँ।
    उ सबइ देवमूरतियन सजीब नाहीं अहइँ।
18 उ सबइ देवमूरतियन बियर्थ अहइँ।
    लोग ओन देवमूरतियन क बनाएन ह
अउर उ पचे मजाक क अलावा कछू नाहीं अहइँ।
    ओनकर निआव क समइ आइ अउर उ सबइ देवमूरतियन नस्ट कइ दीन्ह जइहीं।
19 किन्तु परमेस्सर याकूब क हींसा ओन बियर्थ देवमूरतियन जइसा नाहीं अहइ।
    लोग परमेस्सर क नाहीं बनाएन, परमेस्सर लोगन क बनाएस।
इस्राएल ओकर खास सम्पत्ति अहई।
    परमेस्सर ही सब कछू बनाएस।
ओकर नाउँ सर्वसक्तीमान यहोवा अहइ।

20 यहोवा कहत ह, “बाबुल तू मोर जुद्ध क हथियार ह्वा,
    मइँ तोहार उपयोग रास्ट्रन क कुचरइ बरे करत हउँ।
    मइँ तोहार उपयोग राज्जन क बर्बाद करइ बरे करत हउँ।
21 मइँ तोहार उपयोग घोड़
    अउ घुड़सवार क कुचरइ बरे करत हउँ।
22 मइँ तोहार उपयोग मेहररूअन क कुचरइ बरे करत हउँ।
    मइँ तोहार उपयोग बूढ़ा अउ नउजवान क कुचरइ बरे करत हउँ।
    मइँ तोहार उपयोग नउजवानन अउर नउ जुवतियन क कुचरइ बरे करत हउँ।
23 मइँ तोहार उपयोग गड़रियन अउ ओनकर भेड़िन क खरकन बरे करत हउँ।
    मइँ तोहार उपयोग किसानन अउ बर्धन क कुचरइ बरे करत हउँ।
    मइँ तोहार उपयोग प्रसासकन अउर बड़के अधिकारियन क कुचरइ बरे करत हउँ।
24 मुला मइँ बाबुल क अउर बाबुल क सबहिं लोगन क उल्टा भुगतान करब।
    मइँ ओनका सिय्योन बरे उ पचे जउन बुरा किहन, ओन सब क भुगतान करब।
मइँ ओनका उल्टा भुगतान करब जेहसे सबहिं ओका लखि सका,” यहोवा कहत ह।

25 यहोवा कहत ह,
“बाबुल, तू पहाड़ क गिरावत अहा अउर मइँ तोहरे खिलाफ हउँ।
    बाबुल, तू पूरा देस नस्ट किहा ह अउर मइँ तोहरे बिरुद्ध हउँ।
मइँ तोहरे बिरुद्ध आपन हाथ बढ़ाउब।
    मइँ तोहका चट्टानन स लुढ़काउब।
    मइँ तोहका जरा भवा पर्वत कइ देब।
26 लोगन क कोने क पाथर बनावइ जोग्ग बड़का पाथर नाहीं मिली।
    उ पचे इमारतन क नेंव बरे कउनो भी चट्टान नाहीं लाइ सकिहीं।
काहेकि तोहार नगर सदा ही क बरे बेकार पाथरन क ढेर बन जाइ,”
    यहोवा कहत ह।

27 “देस मँ जुद्ध क झण्डा उठावा।
    सबहिं रास्ट्रन मँ तुरही बजाइ द्या।
रास्ट्रन क बाबुल क खिलाफ जुद्ध बरे तइयार करा।
    अरारात मिन्नी अस्कनज राज्जन क बाबुल क खिलाफ जुद्ध बरे बोलावा।
    ओकरे खिलाफ सेना संचालन बरे सेनापति चुना।
सेना क ओकरे खिलाफ पठवा।
    एतने जियादा घोड़न क पठवा कि उ पचे टिड्डी दल जइसा हो जाइँ।
28 ओकरे खिलाफ रास्ट्रन क जुद्ध बरे तइयार करा।
    मादी क राजा लोगन क तइयार करा।
ओनकर प्रसासकन अउर बड़के अधिकारियन क तइयार करा।
    ओनसे सासित सबहिं देसन क बाबुल क खिलाफ जुद्ध बरे लिआवा।
29 देस क तरह काँपत ह माना पीरा भोगत होइ।
    इ काँपी जब यहोवा बाबुल बनाई जोजना क पूरा करी।
यहोवा जोजना बाबुल क सूना रेगिस्तान बनावइ क अहइ।
    कउनो मनई हुआँ नाहीं रही।
30 कसदी फउजियन लड़ब बन्द कइ दिहन ह।
    उ पचे आपन दुर्गन मँ ठहरा अहइँ।
ओनकर ताकत छीन होइ ग अहइ।
    उ पचे भयभीत अबला क नाई होइ गएन ह।
बाबुल क घर बरत अहइँ।
    ओकर फाटकन क अवरोध टूट गवा अहइँ।
31 एक क पाछे दूसर राजदूत आवत अहइ।
    राजदूत क पाछे राजदूत आवत अहइँ।
उ पचे बाबुल क राजा क खबर सुनावत अहइँ
    कि ओकरे पूरे नगर पइ अधिकार होइ गवा।
32 उ पचे जहाँ स नदियन क पार कीन्ह जात ह अधिकार मँ कइ लीन्ह गवा अहइँ।
    दलदली भुइँया बरत अहइ
    बाबुल क सबहिं फउजी भयभीत अहइँ।”

33 इस्राएल क परमेस्सर सर्वसक्तीमान यहोवा इ कहत ह:
“बाबुल नगर एक ठु खरिहान जइसा अहइ।
    बाबुल क पीटइ क समइ
    हाली आवत अहइ।”

34 “बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर पुराने जमाने मँ हमका नस्ट किहेस।
    पुराने जमाने मँ नबूकदनेस्सर हमका चोट पहोंचाएस।
पुराने जमाने मँ उ हमरे लोगन क लइ गवा
    अउर हम खाली गगरी स होइ गए।
उ हमार सर्वोत्तम चिजियन लिहस।
    उ बिसाल दानव क तरह रहा जउन तब तलक सब कछू खात रहा
जब तलक ओकर पेट न भरा।
    उ सर्वोत्तम चिजियन लइ गवा, अउर हम लोगन क दूर लोकाइ दिहस।
35 बाबुल हमका चोट पहोंचावइ बरे भयंकर करम किहस
    अउर अब मइँ चाहत हउँ बाबुल क संग वइसा ही घटित होइ।”

सिय्योन मँ रहइवाले लोगन इ कहेन,
“बाबुल हमरे लोगन क मारइ क अपराधी अहइ
    अउर अब उ पचे बुरे करमन बरे सजा पावत अहइँ जउन उ पचे किहे रहेन।”
    यरूसलेम नगर इ सब कहेस।
36 एह बरे यहोवा कहत ह,
“यहूदा मइँ तोहार रच्छा करब।
    मइँ इ निहचइ लखब कि बाबुल क सजा मिलइ।
मइँ बाबुल क समुद्रर क झुराइ देब
    अउर मइँ ओकरे पानी क सोतन क सुखाइ देब।
37 बाबुल बर्बाद इमारतन क ढेर बन जाइ।
    बाबुल जंगली कुकुरन क तरह क ठउर बनी।
लोग चट्टानन क ढेर क लखिहीं अउर चकित होइहीं।
    लोग बाबुल क बारे मँ आपन मूँड़ि हिलइहीं।
    बाबुल अइसी जगह होइ जाइ जहाँ कउनो भी नाहीं रही।

38 “बाबुल क लोग गरजत भए जवान सेर क तरह अहइँ।
    उ पचे सेर क बच्चन क तरह गुर्रात हीं।
39 उ सबइ लोग उत्तेजित सेरन क सा काम करत अहइँ।
    मइँ ओनका दावत देब।
    मइँ ओनका मत्त बनाउब।
उ पचे हँसिहीं अउर आनन्द क समइ बितइहीं
    अउर तब उ पचे सदा ही क बरे सोइ जइहीं।
    उ पचे कबहुँ नाहीं जागिहीं।”

यहोवा इ सबइ कहेस।
40 “मइँ बाबुल क लोगन क मार डावा जाइ बरे लइ जाब।
    बाबुल मारा जाइ क प्रतीच्छा करइवाली भेड़िन, मेमनन अउर बोकरियन जइसा होइ।

41 “सेसक पराजित होइ।
    सारी पृथ्वी क उत्तिम अउ सब स जियादा गर्वीला देस कैदी होइ।
दूसर रास्ट्रन क लोग बाबुल पइ निगाह डइहीं
    अउर जउन कछू उ पचे लखिहीं ओहसे उ पचे भयभीत होइ उठिहीं।
42 बाबुल पइ सागर उमड़ि पड़ी।
    ओकर गरजत तरंगन ओका ढकि लेइहीं।
43 तब बाबुल क नगर बर्बाद अउर सूना होइ जइहीं।
    बाबुल एक झुरान रेगिस्तान बन जाइ।
इ अइसा देस बनी जहाँ कउनो मनई नाहीं रही,
    लोग बाबुल स जात्रा भी नाहीं करिहीं।
44 मइँ बेल देवता क बाबुल मँ सजा देब।
    मइँ ओकरे जरिये लील लीन्ह मनइयन क उगलावाउब।
दूसर रास्ट्र बाबुल मँ नाहीं अइहीं
    बाबुल नगर क चहारदीवारी गिर जाइ।
45 मोर लोगो, बाबुल नगर स बाहेर निकरा।
    आपन जिन्नगी बचावइ भाग चला।
    यहोवा क तेज किरोध स बचिके पराअ।

46 “मोरे लोगो, दुःखी जिन ह्वा।
    अफवाहन उड़िहीं किन्तु डेराअ जिन।
इ बरिस एक अफवाह उड़ति ह।
    अगले बरिस दूसर अफवाह उड़ी।
देस मँ भयंकर जुद्ध क बारे मँ अफवाहन उड़िहीं।
    सासकन क दूसर सासकन क खिलाफ जुद्ध क बरे मँ अफवाहन उड़िहीं।
47 निहचइ ही उ समइ आइ जब मइँ बाबुल क लबार देवतन क सजा देब
    अउर पूरा बाबुल देस लज्जा क पात्र बनी।
उ नगर क सड़कियन पइ
    अनगिनत मरे मनई पड़ा होइहीं।
48 तब पृथ्वी अउर अकास अउ ओकरे भीतर क सबहिं चिजियन
    बाबुल पइ खुस होइके गावइ लगिहीं,
उ पचे जय जयकार करिहीं, काहेकि सेना उत्तर स आई,
    अउर बाबुल क खिलाफ लड़ी।”
इ सब यहोवा कहेस ह।

49 “बाबुल इस्राएल क लोगन क मारेस।
    बाबुल सारी पृथ्वी पइ भी लोगन क मारेस।
50 लोगो, तू तरवार क घाट उतरइ स बच निकर्या,
    तू पचन्क हाली करइ चाही अउर बाबुल क छोड़इ चाही।
    प्रतीच्छा न करो।
तू पचे दूर देस मँ अहा।
    किन्तु जहाँ कहूँ रहा यहोवा क सुमिरा अउर यरूसलेम क सुमिरा।”

51 “यहूदा क हम लोग लज्जित अही।
    हम लज्जित अही
काहेकि हमार अपमान भवा।
    काहेकि बिदेसी यहोवा क मन्दिर क पवित्तर ठउरन मँ प्रवेस कइ चुका अहइँ।”

52 यहोवा कहत ह, “समइ आवत अहइ
    जब मइँ बाबुल क देवमूरतियन क सजा देब।
उ समइ उ देस मँ
    सर्वत्र घायल लोग पीरा स रोइहीं।
53 बाबुल उठत चला जाइ जब तलक उ अकास स छुइ लेइ।
    बाबुल आपन किलन क मजबूत बनाई।
किन्तु मइँ उ नगर क खिलाफ लड़इ बरे लोगन क पठउब
    अउर उ सबइ लोग ओका नस्ट कइ देइहीं।”
इ सबइ यहोवा कहेस।

54 “हम बाबुल मँ लोगन क रोउब सुन सकित ह।
    हम कसदी लोगन क देस मँ चिजियन क नस्ट करइवाले लोगन क सोर सुनि सकित ह।
55 यहोवा बहोत हाली बाबुल क नस्ट करी।
    उ नगर क गरजना क चुप कइ देइ।
दुस्मन सागरे क गरजत तरंगन क तरह टूट पड़िहीं।
    चारिहुँ कइँती क लोग उ गरज क सुनिहीं।
56 फउज आइ अउर बाबुल क नस्ट करी।
    बाबुल क फउजी धरा जइहीं।
    ओनकर धनुस टूटिहीं।
काहेकि यहोवा ओन लोगन क सजा देत ह जउन बुरा करत हीं।
    यहोवा ओनका पूरी सजा देत ह जेकर उ पचे पात्र अहइँ।
57 मइँ बाबुल क बड़के पदाधिकारियन
    अउर बुद्धिमान लोगन क मत्त कइ देब।
ओकर प्रसंसकन, अधिकारियन
    अउर फउजियन क भी मत्त करब।
तब उ पचे सदा ही क बरे सोइ जइहीं,
    उ पचे कबहुँ नाहीं जागिहीं।”
राजा इ कहेस
    ओकर नाउँ सर्वसक्तीमान यहोवा अहइ।

58 सर्वसक्तीमान यहोवा कहत ह,
“बाबुल क मोटकी अउ मजबूत देवार गिराइ दीन्ह जाइ।
    एकर ऊँच दुआर जराइ दीन्ह जइहीं।
बाबुल क लोग कठिन मेहनत करिहीं
    पइ ओकर कउनो लाभ नाहीं होइ।
उ पचे नगर क बचावइ क जतन मँ बहोत थक जइहीं,
    किन्तु उ पचे लपटन क सिरिफ ईर्धन होइहीं।”

यिर्मयाह बाबुल क एक ठु सँदेसा पठवत ह

59 इ उ सँदेसा अहइ जेका यिर्मयाह नबी महसेयाह क पूत नेरिय्याह, नरेय्यिह क पूत सरायाह नाउँ क अधिकारी क दिहस। सरायाह यहूदा क राजा सिदकिय्याह क संग बाबुल गवा रहा। यहूदा क राजा सिदकिय्याह क राज्जकाल क चउथे बरिस मँ इ भवा। सरायाह कर क अधिकारी रहा। 60 यिर्मयाह पत्रक पइ ओन सब भयंकर घटनन क लिखत रहा जउन बाबुल मँ घटइवाली रहिन। उ इ सब बाबुल क बारे मँ लिखत रहा।

61 यिर्मयाह सरायाह स कहेस, “सरायाह, बाबुल जा। निहचइ करा कि इ सँदेसा तू इ तरह बाँचा कि सबहिं लोग सुनि लेइँ। 62 एकरे पाछे कहा, ‘हे यहोवा तू कहया ह कि तू इ बाबुल नाउँ क जगह क नस्ट करब्या। तू एक अइसे नस्ट करब्या कि कउनो मनई या जानवर हिआँ नाहीं रही। इ सदा ही क बरे सूना अउर बर्बाद ठउर होइ जाइ।’ 63 जब तू पत्रक बाँच चुका तउ एहसे एक ठु पाथर बाँधा। तब इ पत्रक क परात नदी मँ डाइ द्या। 64 तब कहा, ‘बाबुल इहइ तरह बूड़ी। बाबुल फुन कबहुँ नाहीं उठी। बाबुल बूड़ी काहेकि मइँ हुआँ भयंकर बिपत्तियन ढाउब।’”

यिर्मयाह क सब्द हिआँ खतम भएन।

भजन संहिता 30

मन्दिर क समर्पण बरे दाऊद क एक ठु पद।

हे यहोवा, तू मोरी बिपत्तियन स मोर उद्धार किहा ह।
    तू मोरे दुस्मनन क मोका हरावइ अउर मोर खिल्ली उड़ावइ नाहीं दिहा।
    तउ मइँ तोहरे बरे आदर परगट करब।
हे मोर परमेस्सर यहोवा, मइँ तोहसे पराथना किहेउँ।
    तू मोका चँगा कइ दिहा।
कब्र स तू मोर उद्धार किहा, अउर मोका जिअइ दिहा।
    मोका मुर्दन क संग मुर्दन क गड़हा मँ पड़े भए नाहीं रहइ पड़ा।

परमेस्सर क भगतन, यहोवा क स्तुति करा!
    ओकरे सुभ नाउँ क प्रसंसा करा।
यहोवा कोहाइ गवा, तउ निर्णय भवा “मउत!”
    मुला उ आपन पिरेम परगट किहस अउर मोका “जिन्नगी” दिहस।
मइँ राति क रोवत विलापत सोएउँ।
    दूसर भिन्सारे मइँ गावत भवा खुस रहेउँ।

मइँ अब इ कहि सकत हउँ, अउर मइँ जानत हउँ इ निहचय फुरइ अहइ,
    “मइँ कबहुँ नाहीं हारब!”
हे यहोवा, जब तू मोहे पइ दयालु भया
    अउ तउ मइँ महसूस किहेउँ कि मइँ अइसा सुरच्छित अहउँ जइसा पहाड़े पइ एक किला।
मुला मइँ डर स काँपि गएउँ
    जब तू मोका अस्वीकार कइ दिहा।
हे परमेस्सर, मइँ तोहरी कइँती लउटेउँ अउर बिनती किहेउँ।
    मइँ आपन पइ दाया देखावइ क विनती किहेउँ।
मइँ कहेउँ, “परमेस्सर का इ नीक अहइ कि मइँ मरि जाउँ
    अउर कब्र क भीतर खाले चला जाऊँ?
मरे भए मनई तउ माटी मँ ओलरा रहत हीं,
    उ पचे तोहरे नेक क स्तुति
    जउन सदा सदा बनी रहत ह नाहीं करतेन।
10 हे यहोवा, मोर पराथना सुना अउर मोह पइ करुणा करा!
    हे यहोवा, मोर मदद करा!”

11 मइँ पराथना किहेउँ अउर तू मोर मदद किहा!
    तू मोरे रोवइ क नाच मँ बदल दिहा मोरे सोक वस्त्र क तू उतारिके बहाइ दिहा,
    अउर मोका आनन्द मँ सराबोर कइ दिहा।
12 हे यहोवा, मइँ तोर सदा जसगान करब।
    मइँ अइसा करब जेहसे कबहुँ नीरवता न बियापइ।
    तोहार प्रसंसा मँ हमेसा कउनो न कउनो गावत रही।

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Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.