M’Cheyne Bible Reading Plan
समूएल इस्राएलियन स बात करत ह
12 समूएल सब इस्राएलियन स कहेस: “मइँ उ सब कछू दिहेउँ ह जउन तू पचे मोसे चाहत ह। मइँ तू पचन क ऊपर एक राजा रखेउँ ह। 2 अब तोहका राह देखावइ बरे एक राजा अहइ। मइँ बुढ़ाइ गवा हउँ अउ मोर बार सफेद होइ ग अहइँ, मुला मोरे बेटवा तोहरे संग अहइ। जब मइँ एक नान्ह लरिका रहेउँ तब स मइँ तोहार अगुआ रहेउँ। 3 मइँ हियाँ अहउँ। जदि मइँ बुरा करम किए अहउँ तोहका ओकरे बारे मँ यहोवा स अउ ओनकइ चुना भवा राजा स कहइ चाही। का मइँ कबहुँ कउनो क गइया या गदहा चुरायो हउँ? का मइँ कउनो क कबहुँ धोखा दिहउँ ह या नस्कान पहुँचायो हउँ? का मइँ कउनो का बुरा करइ बरे कबहुँ कउनो स धन या एक जोड़ी पनही लिहउँ ह? जदि मइँ एहमाँ स कउनो बुरा काम किहेउँ ह तउ मइँ ऍका नीक करब।”
4 इस्राएलियन जवाब दिहेन, “नाहीं, तू हम पचन क कबहुँ बुरा नाहीं किहा। तू न हम पचन्क ठग्या, न ही तू हम लोगन्स कबहुँ कछू लिह्या।”
5 समूएल इस्राएलियन स कहेस, “जउन तू कहया यहोवा ओकर गवाह अहइ। यहोवा क चुना भवा राजा भी आज गवाह अहइ। उ दुइनउँ गवाह अहइँ कि तू मोहे मँ कउनो दोख नाहीं पाया।” अउर लोगन कहेन, “उ एक गवाह अहइ।”
6 तब समूएल मनइयन स कहेस, “यहोवा लखेस ह कि का भवा ह। यहोवा उहइ अहइ जउन मूसा अउ हारुन क चुनेस ह। उ तोहरे पुरखन क मिस्र स बाहेर लइ आवा। 7 अब चुपचाप हुवाँ खड़ा रहा जब मइँ तोहका नीक काम बताउब जउन यहोवा तोहरे पुरखन अउ तोहरे बरे किहेस ह।
8 “याकूब मिस्र गवा। पाछे, मिस्र क लोग ओकरे औलाद क जिन्नगी कस्ट स भरि दिहेन। ऍह बरे उ सबइ मदद बरे यहोवा क समन्वा रोएन। यहोवा मूसा अउ हारुन क पठएस। मूसा अउ हारुन तोहरे पुरखन क मिस्र स बाहेर लइ आएन अउर इ ठउर मँ बसइ बरे ओनका राह देखाएन।
9 “मुला तोहार पुरखन, आपन यहोवा आपन परमेस्सर क बिसरि गएन। ऍह बरे परमेस्सर ओनका सिसरा क गुलाम होइ दिहस। सिसरा, हजोर फउज क सेनापति रहा। तब यहोवा ओनका पलिस्तियन अउ मोआब क राजा क गुलाम बनाएस। उ पचे सबइ तोहरे पुरखन क खिलाफ लड़ेन। 10 मुला तोहार पुरखन मदद बरे यहोवा क समन्वा गिड़गिड़ानेन। उ पचे कहेन, ‘हम पचे पाप किहे अही। हम सबइ यहोवा क तजा ह अउर झूठ देवता लोग-बाल अउ अस्तेरेत क सेवा कीन्ह ह। मुला अब आप हमका हमरे बैरी स बचावा, अउ हम आप क सेवा करब।’
11 “ऍह बरे यहोवा यरूब्बाल (गिदोन), बदान, बरक, यिप्तह अउ समूएल क हुवाँ पठएस। यहोवा तोहरे चारिहुँ कइँती क दुस्मनन स तोहार रच्छा किहेस। अउर तू बचा रह्या। 12 मुला तब तू अम्मोनियन क राजा नाहास क आपन खिलाफ लड़इ बरे आवत देख्या। तू कहया, ‘नाहीं! हमका आपन ऊपर राज्ज करइ बरे एक ठु राजा चाही!’ तू पचे इहउ कहया, हालाँकि तोहार परमेस्सर यहोवा राजा पहिले स ही रहेन। 13 अब तोहार चुना भवा राजा हियाँ अहइ। यहोवा इ राजा क तोहरे ऊपर बइठाए अहइ। 14 तू सबन्क परमेस्सर स डेराइ अउ मान करइ चाही। तू पचन्क ओकरे खिलाफ नाहीं जाइ क चाही। तू पचन अउ राज करइ वाला राजा क आपन परमेस्सर यहोवा क हुकुम मानइ चाही। अगर तू पचे इ करत रहब्या तउ परमेस्सर तोहार रच्छा करिहीं। 15 मुला अगर तू परमात्मा क आग्या क नाहीं मन्त्या अउ ओकरे हुकुम क खिलाफ लड़त बाट्या, तउ उ तोहरे खिलाफ होइ जाइ। यहोवा तोहका अउ तोहरे राजा क नास कइ देइहीं।
16 “अब चुपचाप खड़ा रहा अउ उ बड़का काम क लखा जेका यहोवा तोहरी आँखी क समन्वा करिहीं। 17 इ गोहूँ क फसिल काटइ क टेमॅ अहइ।[a] मइँ यहोवा स पराथना करब। मइँ ओसे बिजुरी क कड़कब अउ बर्खा क भीख माँगब। तब तू बुझब्या कि तू पचे ओ समइ प यहोवा क खिलाफ बुरा किहे रहा जब तू पचे एक राजा क माँग किहे रह्या।”
18 तब समूएल यहोवा स पराथना किहेस। उ दिना यहोवा बिजुरी क कड़कब अउ बर्खा पठएस। ऍहसे यहोवा अउ समूएल स बहोत डेराइ गएन। 19 सब मनइयन समूएल स कहेन, “आपन परमेस्सर यहोवा स तू पचे आपन सेवक, हम लोगन बरे पराथना करा। हम पचन्क मरइ जिन द्या! हम पचे बहोत पाप किहे अही। अउर अब एक राजा बरे माँग कइके ओन पापन्क अउर बढ़ाइ दिहा ह।”
20 समूएल जवाब दिहस, “डेरा जिन। इ फुरइ अहइ। तू पचे उ सबइ कुकरम किहे ह। मुला यहोवा क पाछा करब बन्द जिन करा। आपन सच्चा हिरदय स यहोवा क सेवा करा। 21 देवमूरत तउ मूरत अहइँ, उ सबइ तोहार मदद न करिहीं। ऍह बरे ओनकइ पूजा जिन करा। देव मूरत न तउ तोहार मदद कइ सकत हीं, न ही रच्छा कइ सकत हीं। उ सबइ कछू भी नाहीं अहइँ।
22 “मुला यहोवा आपन मनइयन क तजिहीं नाहीं। यहोवा तोहका आपन मनई बनाइके खुस भवा रहा। ऍह बरे आपन नीक कामे क रच्छा बरे उ तोहका तजिहीं नाहीं। 23 जदि मइँ तोहरे बरे पराथना करब बंद कइ देत हउँ तउ इ यहोवा बरे पाप होइ। मइँ तोहका सही रास्ता अच्छी जिन्नगी जिअइ बरे बताउब। 24 मुला तोहका भी यहोवा क मान करइ चाही। तोहका पूरे हिरदय स यहोवा क सेवा सर्च्चाइ स करइ चाही। ओन चमत्कारी कार्य क याद राखा जउन उ तोहरे बरे किहेस ह। 25 अगर तू जिद्दी अहा अउ बुरा करत बाट्या तउ परमेस्सर तोहका अउ तोहरे राजा क अइसा फूँक देइ जइसे झाड़ू कूड़ा क बटोर देत ह।”
10 भाइयो तथा बहिनियो, मोरे हीये क इच्छा बा अउर मइँ परमेस्सर स ओन्हन सबके बरे पराथना करत हउँ कि ओनकर उद्धार होइ जाइ। 2 काहेकि मइँ साच्छी देत हउँ कि ओहमाँ परमेस्सर क धुन बा। परन्तु उ ज्ञान पे नाहीं टिकी बा 3 काहेकि उ पचे उ धार्मिकता क नाहीं जानत रहेन जउन परमेस्सर स मिलत अहइ। अउर उ सबइ आपन निजी धार्मिकता क स्थापना क जतन करत रहेन। तउ उ परमेस्सर क धार्मिकता क नाहीं स्वीकारेन। 4 मसीह व्यवस्था क अन्त किहेस ताकि हर कउनो क जउन बिसवास करत ह, उ परमेस्सर बरे धार्मिक होइ जाइ।
5 धार्मिकता क बारे मँ जउन व्यवस्था स मिलत ह, मूसा लिखे बाटइ, “जउन व्यवस्था पे चली, उ ओनके कारण जिन्दा रही।”(A) 6 परन्तु बिसवास स मिलइवाली धार्मिकता क बरे मँ पवित्तर सास्तर इ कहत ह, “तू अपने स इ न पूछा, ‘सरगे मँ ऊप्पर कउन जाई?’” (यानि “मसीह क नीचे धरती पे लियावइ।”) 7 “या, ‘नीचे अधोलोक मँ कउन जाई?’” (यानि “मसीह क मरा हुवन मँ स ऊपर लियावइ?”)
8 पवित्तर सास्तर इ कहत ह: “बचन तोहरे लगे बा, तोहरे ओठन पे बा अउर तोहरे मने मँ बा।”(B) यानि बिसवास क वह बचन जेकर हम प्रचार करत अही, 9 कि अगर तू अपने मूँहे स घोसित करा, “ईसू मसीह पर्भू अहइ”, अउर तू अपने मने मँ इ बिसवास करा कि परमेस्सर तउ ओका मरा हुवन मँ स जिन्दा किहेस तउ तोहार उद्धार होइ जाई। 10 काहेकि अपने हृदय क बिसवास स मनई धार्मिक ठहरावा जात ह अउर अपने मुँहे स ओकरे बिसवास क स्वीकार करइ स ओकर उद्धार होत ह।
11 पवित्तर सास्तर कहत ह, “जउन केऊ ओहमाँ बिसवास रखत ह ओका निरास न होइ पड़ी।”(C) 12 इ एह बरे बा कि यहूदी अउर गैर यहूदी मँ कउनउ भेद नाहीं कहेकि सब क पर्भू तउ एक्कइ अहइ। अउर ओकर दया ओन्हन सब क बरे, देत ह जउन ओकर नाउँ लेत हीं, अपरम्पार बा। 13 पवित्तर सास्तर कहत ह, “हर केऊ जउन पर्भू क नाउँ लेत हीं, उद्धार पइहीं।”(D)
14 परन्तु उ सबइ जउन ओहमाँ बिसवास नाहीं करतेन, ओकर नाउँ कइसे पुकरिहीं? अउर उ पचे जउन ओकरे बारे मँ सुनेन नाहीं, ओहे मँ बिसवास कइसे कइ पइहीं? अउर फिन भला जब तलक केऊ ओनका उपदेस देइवाला न होइ, उ पचे कइसे सुन सकिहीं? 15 अउ उपदेसक तब तलक उपदेस कइसे दइ पइहीं? जब तलक ओनका भेजा न गवा होइ? जइसेन कि पवित्तर सास्तर मँ कहा बा, “सुसमाचार लियावइ वालन क चरण केतना सुन्दर बाटेन।”(E)
16 परन्तु सब सुसमाचार क स्वीकार करेन नाहीं। यसायाह कहत ह, “पर्भू हमरे उपदेस क कउन स्वीकार किहेस?”(F)
17 तउ सुसमाचार क सुनइ स बिसवास उपजत ह अउर सुसमाचार तब सुना जात ह जब केऊँ मसीह क बारे मँ उपदेस देत ह।
18 परन्तु मइँ कहत हउँ, “का उ पचे हमरे सुसमाचार क नाहीं सुनेन?” हाँ निस्चय ही। पवित्तर सास्तर कहत ह:
“ओनकर स्वर समूचा धरती पे फइल गवा
अउर ओनकर बचन जगत क एक छोर स दुसरे छोर तलक पहुँचेन।” (G)
19 परन्तु मइँ पूछित हउँ कि, “का इस्राएली नाहीं समझत रहेन?” मूसा कहत ह:
“पहिले मइँ तू लोगन क मन मँ अइसेन लोगन क द्वारा जउन सही मँ कउनउ जाति नाहीं अहइ, डाह पैदा करब।
मइँ उ रास्ट्र, जो समझत नाहीं, तोहे किरोध दियाउब।” (H)
20 फिन यसायाह साहस क साथ कहत ह:
“मोका ओन्हन सब पाइ लिहेन जउन मोका नाहीं खोजत रहेन।
मइँ ओनव्के बरे परगट होइ गएउँ।
जउन मोर खोज खबर मँ नहीं रहेन।” (I)
21 परन्तु परमेस्सर इस्राएलियन क बारे मँ कहत रहा,
“मइँ सब दिना आज्ञा न मानइवालन
अउर अपने बिरोधियन क आगे हाथ फइलाए रहेउँ।”(J)
अम्मोन क बारे मँ सँदेसा
49 इ सँदेसा अम्मोनी लोगन क बारे मँ अहइ। यहोवा कहत ह,
“अम्मोनी लोगो, का तू पचे सोचत अहा कि
इस्राएली लोगन क बच्चन नाहीं अहइँ?
का तू पचे समुझत अहा कि हुवाँ महतारी-बाप क मरइ क पाछे
ओनकर भूइँया लेइवाला कउनो नाहीं?
फिर भी तू पचे मल्कोम देवता क नाउँ पइ इस्राएल स गाद क भुइँया लेइ क निहचय किहेन।”
2 यहोवा कहत ह, “उ समइ आइ जब रब्बा अम्मोन क लोग
हमला स बचइ बरे तुरही बजाइहीं।
रब्बा अम्मोन नस्ट कीन्ह जाइ।
इ नस्ट इमारतन स ढकी पहाड़ी बनी
अउर एका चारिहुँ कइँती क नगर बारि दीन्ह जइहीं।
ओन लोग इस्राएल क लोगन क उ भूमि तजइ क बिवस करी।
अब इस्राएल क लोग ओनका अम्मोन देस तजइ बरे बिवस करिहीं,”
यहोवा कहत ह।
3 “हेसबोन क लोगो, रोवा।
काहेकि इ सबइ नगर नस्ट कइ दीन्ह ग अहइ।
रब्बा अम्मोन क मेहररूओ, रोवा।
आपन सोक ओढ़ना क पहिरा अउर रोवा।
सुरच्छा बरे नगर क पराअ।
काहेकि दुस्मन आवत अहइ।
उ पचे मल्कान देवता क लइ जइहीं
अउर उ पचे मल्कान क याजकन अउ अधिकारियन क लइ जइहीं।
4 तू आपन सक्ति क डींग मारत अहा।
किन्तु आपन ताकत क खोवत अहा?
तोहका बिस्सास अहइ कि तोहार धन तोहका बचाइ।
तू समुझत अहा कि तोह पइ कउनो हमला करइ क सोच भी नाहीं सकत।”
5 किन्तु सर्वसक्तिमान यहोवा इ कहत ह,
“मइँ हर कइँती स तोह पइ बिपत्ति ढाउब।
तू सब पराइ खड़ा होब्या,
फुन कउनो भी तू पचन्क एक संग लिआवइ मँ समर्थ नाहीं होइ।”
6 “अम्मोनी लोग कैदी बनाइके दूर पहोंचावा जइहीं। किन्तु समइ आइ जब मइँ अम्मोनी लोगन क वापस लिआउब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
एबोम क बारे मँ सँदेसा
7 इ सँदेसा एदोम क बारे मँ अहइ: सर्वसक्तीमान यहोवा कहत ह,
“का तोमान नगर मँ बुद्धि बची नाहीं रह गई अहइ?
का एदोम क बुद्धिमान लोग अच्छी सलाह देइ क जोग्य नाहीं रहेन?
का उ पचे आपन बुद्धिमानी खोइ चुका अहइँ?
8 ददान क निवासियो, भागा छुपा।
काहेकि मइँ एसाव क ओकर कामन बरे सजा देब।
9 “जदि अंगूर तोड़इवाले आवत हीं अउर आपन अंगूर क बगियन स अंगूर तोड़त हीं
अउर बेलन पइ कछू अंगूर छोड़ ही देत हीं।
जदि चोर रात क आवत हीं
तउ उ पचे ओतना ही लइ जात हीं जेतना ओनका चाही सब नाहीं।
10 किन्तु मइँ एसाव स हर चीज लइ लेब।
मइँ ओकर सबहिं छुपइ क जगह ढूँढ़ि डाउब।
उ मोहसे छुपा नाहीं रह सकत।
ओकर, बच्चन, रिस्तेदार अउर पड़ोसी मरिहीं।
11 कउनो भी मनई मनई ओनकर बच्चन क देख-रेख बरे नाहीं बची।
ओनकर मेहररूअन कउनो भी बिस्सासपात्र क नाहीं पइहीं।”
12 इ उ अहइ जउन यहोवा कहत ह, “कछू मनई सजा क पात्र नाहीं होतेन, किन्तु ओनका कस्ट होत ह। किन्तु एदोम तू सजा पावइ क जोग्ग अहा, एह बरे फुरइ तोहका सजा मिली। जउन सजा तोहका मिलइ चाही, ओहसे तू बचिके नाहीं निकर सकत्या। तोहका सजा मिली।” 13 यहोवा कहत ह, “मइँ आपन सक्ति स इ प्रतिग्या करत हउँ, मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि बोस्रा नगर नस्ट कीन्ह जाइ। उ नगर बर्बाद चट्टानन क ढेर बन जाइ। जब लोग दूसर नगरन क बुरा होइ चहिहीं तउ उ पचे इ नगर क उदारहण क रूप मँ याद करिहीं। लोग उ नगर क अपमान करिहीं अउर बोस्रा क चारिहुँ ओर क नगर सदा ही बर्बाद होइ जइहीं।”
14 मइँ एक सँदेसा यहोवा स सुनेउँ।
यहोवा रास्ट्रन क सँदेसा पठएस।
सँदेसा इ अहइ:
“आपन फउजन क एक संग बटोरा।
जुद्ध बरे तइयार होइ जा।
एदोम रास्ट्र क खिलाफ कूच करा।
15 एदोम, मइँ तोहका महत्वहीन बनाउब।
हर एक मनई तोहसे घिना करी।
16 एदोम, तू दूसर रास्ट्रन क आतंकित किहा ह।
एह बरे तू समझा कि तू महत्वपूर्ण अहा।
किन्तु तू मूरख बनावा गवा रह्या।
तोहार घमण्ड तोहका धोखा दिहस ह।
एदोम, तू ऊँच पहाड़ियन पइ बसा अहा,
तू बड़की चट्टानन अउर पहाड़ियन क जगहन पइ सुरच्छित अहा।
किन्तु जदि तू आपन निवास उकाब क झोंझ क ऊँचाई पइ ही काहे न बनावा,
तउ भी मइँ तोहका पाइ लेब अउर मइँ हुआँ स खाले लइ आउब।”
यहोवा इ सबइ कहेस।
17 “एदोम नस्ट कीन्ह जाइ।
लोगन क नस्ट नगरन क लखिके दुःख होइ।
लोग नस्ट नगरन पइ अचरज स सीटी बजइहीं।
18 सदोम अउर अमोरा मँ तब स कउनो नाहीं रहत ह बहोत पहिले जब स उ नस्ट कीन्ह गए रहेन,
उहइ तरह एदोम क सहर मँ कउनो नाहीं रहब्या जब मइँ ओका तबाह करब,”
यहोवा कहत ह।
19 “कबहुँ यरदन नदी क निचके क घनी झाड़ियन स एक ठु सेर निकरी अउ उ सेर ओन खेतन मँ जाइ जहाँ लोग आपन भेड़िन अउर आपन पसु रखत हीं। मइँ उ सेर क समान हउँ। मइँ एदोम जाब अउर मइँ ओन लोगन क आतंकित करब। मइँ ओनका भगाउब। कउनो भी मोरे समान नाहीं अहइ। कउनो भी मोका चुनौती नाहीं देइ। ओनकर गड़रियन (प्रमुखन) मँ स कउनो भी हमरे बिरुद्ध खड़ा नाहीं होइ।”
20 एह बरे यहोवा एदोम क खिलाफ जउन जोजना बनाएस ह ओका सुना।
तेमान मँ लोगन क संग जउन करइ क निहचइ यहोवा किहस ह ओका सुना।
उ पचे जउन कछू किहन
ओहसे एदोम क चरागाह खाली होइ जइहीं।
21 एदोम क पतन क धमाका स पृथ्वी काँप उठी।
ओनकर रूदन लगातार लाल सागर तलक सुनाई पड़ी।
22 यहोवा उ उकाब क तरह मँडराइ जउन आपन सिकार पइ टूटत ह।
यहोवा बोस्रा नगर पइ आपन पखना फइलाइके उकाब क नाई अहइ।
उ समइ एदोम क फउजी बहोत आतंकित होइहीं।
उ पचे बच्चा पइदा करत मेहरारू क तरह डर स रोइहीं।
दमिस्क क बारे मँ सँदेसा
23 इ सँदेसा दमिस्क नगर क बरे अहइ:
“हमात अउ अर्पद नगर भयभीत अहइँ।
उ पचे डेरान अहइँ काहेकि उ पचे बुरी खबर सुनेन ह।
उ पचे साहसहीन होइ गएन ह।
उ पचे परेसान अउ आतंकित अहइँ।
24 दमिस्क नगर दुर्बल होइ ग अहइ।
लोग पराइ जाइ चाहत अहइँ।
लोग भय स तैयार बइठा अहइँ।
बच्चा पइदा करत मेहरारू क तरह
पीरा अउ कस्ट महसूस करत अहइँ।
25 “दमिस्क नगर प्रसिद्ध अउ बहोत खुस अहइ।
अब इ केतॅना अलग अहइ।
26 एह बरे दमिस्क क जवान लोगन इ नगर क सार्वजनिक चउराहे मँ मरिहीं।
उ समइ ओकर सबहिं फउजी मार डावा जइहीं,”
सर्वसक्तिमान यहोवा कहत ह।
27 “मइँ दमिस्क क देवारन मँ आगी लगाइ देब।
उ आगी बेन्नहदद क मजबूत दुर्गन पूरी तरह बारिके खाक कइ देइ।”
केदार अउर हासोर क बारे मँ सँदेसा
28 इ सँदेसा केदार क परिवार समूह अउ हासोर क सासकन क बारे मँ अहइ। बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर ओनका पराजित किहे रहा। यहोवा कहत ह,
“जा अउर केदार क परिवार समूह पइ हमला करा।
पहिले क लोगन क नस्ट कइ द्या।
29 ओनकर डेरन अउ भेड़िन क खरकन लइ लिहा।
ओनकर डेरन अउर सबहिं चिजियन क आपन समझकर लेइ जा।
ओनकर ऊँटन क आपन जगह पइ लेइ जा।
लोग ओनके समन्वा चिल्लइहीं:
‘हमार चारिहुँ ओर भयंकर घटनन घटति अहइँ।’
30 हाली ही पराइ निकरा।
हासोर क लोगो, छुपइ क ठउर हेरा।”
इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
“नबूकदनेस्सर तोहरे खिलाफ जोजना बनाएस ह।
उ तू पचन्क पराजित करइ क चुस्त जोजना बनाएस ह।
31 “एक रास्ट्र अहइ, जउन खुसहाल अहइ।
उ रास्ट्र क बिस्सास अहइ कि उ कउनो क नाहीं हराइ।
उ रास्ट्र क लगे सुरच्छा बरे दुआर अउ रच्छा प्राचीर नाहीं अहइ।
उ सबइ लोग अकेल्ले रहत हीं।
यहोवा कहत ह, ‘उ रास्ट्र पइ हमला करा।’
32 दुस्मन ओनकर ऊँटन अउर पसुअन क बड़के झुण्डन क चोराइ लेइ।
मइँ ओन लोगन क पृथ्वी क हर हींसा मँ पराइ जाइ पइ मजबूर करब
जउन आपन बालन क कोनन क कटाइ राखे अहइँ।
अउर मइँ ओनके बरे चारिहुँ ओर भयंकर बिपत्तियन लिआउब,”
यहोवा कहत ह।
33 “हासोर क प्रदेस जंगली कुकुरन क रहइ क ठउर बनी।
इ सदा ही क बरे सूना रेगिस्तान बनी।
कउनो मनई हुआँ नाहीं रही कउनो मनई उ ठउरे पइ नाहीं रही।”
एलाम क बारे मँ सँदेसा
34 जब सिदकिय्याह यहूदा क राजा रहा तब ओकरे राज्जकाल क सुरूआत मँ यिर्मयाह नबी यहोवा क एक सँदेसा प्राप्त किहस। इ सँदेसा एलाम रास्ट्र क बारे मँ अहइ।
35 सर्वसक्तीमान यहोवा कहत ह,
“मइँ एलाम क धनुस बहोत हाली तोड़ देब।
धनुस एलाम क सब स सक्तीसाली अस्त्र अहइ।
36 मइँ एलाम पइ चतुर्दिक तूफान लिआउब।
मइँ ओनका अकासे क चारिहुँ दिसा स लिआउब।
मइँ एलाम क लोगन क पृथ्वी पइ सर्वत्र पठउब जहाँ चतुर्दिक आँधियन चलत हीं
अउर एलाम क कैदी हर रास्ट्र मँ जइही।
37 मइँ एलाम क ओनके समन्वा तोड़ब गाजो ओनका मारि डावइ चाहत हीं।
मइँ ओनपइ भयंकर बिपत्तियन लिआउब।
मइँ ओनका देखाउब कि
मइँ ओन पइ केतना कोहान हउँ,” यहोवा कहत ह।
“मइँ एलाम क पाछा करइ बरे तरवार पठउब।
तरवार ओनकर पाछा तब तलक करी
जब तलक मइँ ओन सब क मारि नाहीं डाउब।
38 मइँ एलाम क देखाउब कि मइँ व्यवस्थापक हउँ
अउर मइँ ओकर राजा लोग तथा पदाधिकारियन क नस्ट कइ देब।”
उ सँदेसा यहोवा क अहइ।
39 “किन्तु भविस्स मँ मइँ एलाम बरे सब नीक घटित होइ देबउँ।”
इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
दाऊद क समर्पित।
1 हे यहोवा, मोर निआव करा, प्रमाणित करा कि मइँ पवित्तर जिन्नगी बिताएउँ ह।
मइँ यहोवा पइ कबहुँ बिस्सास करब नाहीं तजे रहेउँ।
2 हे यहोवा, मोका परखा अउर मोर जाँच करा,
मोर हिरदइ मँ अउर बुद्धि क निचके स लखा।
3 मइँ तोहरे पिरेम क सदा ही लखत हउँ,
मइँ तोहरे सत्य क सहारे जिअत रहत हउँ।
4 मइँ ओन बेकार लोगन मँ स नाहीं अहउँ।
5 मइँ बुरे लोगन क संगति स घिना करत हउँ।
मइँ दुस्ट लोगन मँ सामिल नाहीं होत हउँ।
6 हे यहोवा, मइँ निर्दोखी दिखाइ बरे आपन हथवा धोए हउँ,
एह बरे सायद मइँ तोहार वेदी पइ आइ सकत हउँ।
7 हे यहोवा, मइँ तोहरी प्रसंसा क गीत गावत हउँ,
अउर जउन अचम्भा स भरा करम तू किह्या ह, ओनके बारे मँ मइँ गीत गावत हउँ।
8 हे यहोवा, मइँ तोहार मनोहर मन्दिर स अउ उ तम्बू स
जहाँ तोहार महिमा[a] निवास करत ह पिरेम करत हउँ।
9 हे यहोवा, तू मोका ओन पापियन क दले मँ जिन मिलावा,
जब तू ओन हत्तियारन क प्राण लेब्या तब मोका जिन मार्या।
10 उ हमेसा दूसर लोगन क धोखा देइ बरे
अउर रिसवत लेइ बरे तइयार रहत ह।
11 लेकिन मइँ अटल हउँ, तउ हे परमेस्सर,
मोहे पइ दयालु ह्वा अउर मोर रच्छा करा।
12 मइँ नेक जिन्नगी जिअत रहेउँ।
मइँ तोहरी बड़कई गीत, हे यहोवा, जब भी तोहार भक्त मण्डली साथे मिलि गइ, गावत रहेउँ।
दाऊद क समर्पित।
1 हे यहोवा, तू मोरे जोति अउ मोर उद्धारकर्ता अहा।
मोका तउ कउनो स भी नाहीं डरइ चाही।
यहोवा मोरी जिन्नगी बरे सुरच्छित ठउर अहइ।
तउ मइँ कउनो भी मनई स नाहीं डरब।
2 होइ सकत ह, दुट्ठ जन मोहे पइ चढ़ाई करइँ।
होइ सकत ह, उ पचे मोरे सरीर क नस्ट करइ क जतन करइँ।
होइ सकत ह मोर सत्रु मोका नस्ट करइ क
मोह पइ आक्रमण क जतन करइँ।
3 मुला चाहे पूरी फउज मोका घेरि लेइ, मइँ नाहीं डेराब।
चाहे जुद्ध छेत्र मँ मोह पइ लोग प्रहार करइँ, मइँ नाहीं डेराब।
काहेकि मइँ यहोवा पइ भरोसा करत हउँ।
4 मइँ यहोवा स सिरिफ एक बर माँगइ चाहत हउँ,
“मइँ आपन जिन्नगी भइ यहोवा क मन्दिर मँ बइठा रहउँ,
ताकि मइँ यहोवा क सुन्दरता क लखउँ,
अउर ओकरे मन्दिर मँ धियान करउँ।”
5 जब कबहुँ कउनो बिपत्ति मोका घेरी, यहोवा मोर रच्छा करी।
उ मोका आपन तम्बू मँ छुपाइ लेइ।
उ मोका आपन सुरच्छित जगह पइ ऊपर उठाइ लेइ।
6 मोका मोर दुस्मनन घेरि रखे अहइँ।
मुला अब ओनका पराजित करइ मँ यहोवा मोर सहारा होइ।
मइँ ओकरे तम्बू मँ फुन भेंट चढ़ाउब।
जय जयकार कइके बलियन अर्पित करब।
मइँ यहोवा क स्तुति बरे भजन गाउब अउर बजाउब।
7 हे यहोवा, मोर पुकार सुना, मोका जवाब द्या।
मोह पइ दयालु रहा।
8 मोर हिरदइ कहत ह, “जा, ओकरे दर्सन बरे जा।”
एह बरे यहोवा मइँ तोहसे बात करउँ बरे तोहार समन्वा आवा हउँ।
9 हे यहोवा, किरोध मँ आपन सेवक स जिन मोड़या!
एक जउन मोर मदद कइ सकत ह उ तू अहा।
मोका अकेल्ला जिन छोड़्या!
मोका जिन त्यागा।
परमेस्सर जउन मोका बचाइ सकत ह उ तू अहा!
10 मोर महतारी अउ मोर बाप मोका तजि दिहन,
पर यहोवा मोका अंगीकार किहस अउर आपन बनाइ लिहस।
11 हे यहोवा, मोरे दुस्मनन क कारण, मोका आपन मारग देखावा।
मोका नीक काम क सिच्छा द्या।
12 मोह पइ मोर दुस्मनन हमला किहे अहइँ।
उ पचे मोरे बरे झूठ बोलेन ह।
उ पचे मोका नस्कान पहोंचावइ बरे झूठ बोलेन।
13 मोका भरोसा अहइ
कि मरइ स पहिले मइँ फुरइ यहोवा क धरम भावना क लखउँ।
14 यहोवा क मदद क बाट जोहत रहा!
साहसी अउ सुदृढ़ बना रहा
अउर यहोवा क मदद क प्रतीच्छा करत रहा।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.