M’Cheyne Bible Reading Plan
11 अउर अम्मोनी नाहास अउ ओकर फउज याबेस गिलाद क घेर लिहस। याबेस क सबहिं मनइयन नाहास स कहेस, “अगर तू हमरे संग मेल करब्या, तउ हम पचे तोहार सेवकन बन जाब।”
2 मुला अम्मोनी नाहास स जवाब दिहेस, “मइँ तू पचन क संग तब मेल करब जब मइँ हर कउनो मनई क दाहिन आँखी निकारि लेब। ऍहसे सबहिं इस्राएलियन लजाइ जइहीं।”
3 याबेस क बुजुर्गन नाहास स कहेन, “हम पचे सात दिना क टेमॅ लेब। हम समूचइ इस्राएल मँ दूत पठउब। जदि कउनो मदद बरे न आई तउ हम पचे तोहरे लगे आउब अउर आपन क अर्पण कइ देब।”
साऊल याबेस गिलाद क रच्छा करत ह
4 तउ उ सबइ दूतन गिबा मँ आएन जहाँ साऊल रहत रहा। उ पचे मनइयन क खबर दिहेन। लोग जोर स रोवत रहेन। 5 साऊल आपन गइयन क संग खेते गवा रहा। साऊल खेते स लौटा अउर उ मनइयन क रोउब सुनेस। साऊल पूछेस, “मनइयन क का कस्ट अहइ? उ पचे काहे रोवत अहइ?”
तब मनइयन याबेस क दूतन जउन कहे रहेन साऊल क बताएन। 6 साऊल ओनकइ बातन क सुनेस। तब्बइ परमेस्सर क आतिमा साऊल प बड़ी जल्दी स उतरी। साऊल जिआदा कोहाइ गवा। 7 साऊल गाय क जोड़ी लिहेस अउ ओनकइ बोटी बोटी कइ डाएस। तब उ गइयन क बोटी क ओन दूतन क दिहस। उ दूतन क हुकुम दिहेस कि उ पचे इस्राएल क समूचइ देस मँ लइ जाइँ। उ ओनसे इस्राएल क मनइयन क इ संदेसा देइ बरे कहेस, “आवा, साऊल अउ समूएल क अनुसरण करा। जदि कउनो मनई नाहीं आवत अउर ओकर मदद नाहीं करत तउ ओकरी गाय क संग इहइ होई।”
लोगन मँ यहोवा क डर छाइ गवा। उ पचे एक ठु इकाई क तरह एक संग बटुर गएन। 8 साऊल सबहिं मनइयन क बजक स एक संग बटोरेस। हुवाँ इस्राएल क तीन लाख मनसेधू अउ यहूदा स तीस हजार मनसेधू रहेन।
9 साऊल अउ ओकर फउज याबेस क दूतन स कहेन, “गिलाद मँ याबेस क मनइयन स कहा कि भियान दुपहरे तलक तू पचन क रच्छा होइ जाइ।”
दूतन साऊल क संदेसा याबेस क मनइयन क दिहेन। याबेस क मनई बहोत खुस भएन। 10 तबहिं याबेस क मनइयन अम्मोनी नाहास स कहेन, “हम पचे भियान तोहरे लगे आउब। तब तू हम सबन क संग जउन चाहा कइ सकत ह।”
11 दूसर दिन भिन्सारे साऊल आपन फउज क तीन हींसा मँ बांटेस। जइसे ही सूरज निकरत साऊल अउ ओकर फउज अम्मोनी डेरा मँ हमला किहेन। साऊल उ टेम मँ हमला किहेस, जब उ पचे भिन्सारे रच्छक क बदलत रहेन। साऊल अउ ओकर फउज दुपहर स पहिले ओनका हराइ दिहेन। अम्मोनी फउज अलग-अलग दिसा मँ पराइ गएन यहाँ तलक कि दुइ सिपाही भी एक संग नाहीं जम सकेन।
12 तब मनइयन समूएल स कहेन, “उ पचे कहाँ बाटेन जउन कहत हीं कि हम साऊल क राजा क रुप मँ हुकुम करइ देब नाहीं चाहित? उ मनइयन क लइ आवा हम ओनका मारि डाउब।”
13 मुला साऊल कहेस, “नाहीं आज कउनो क जीन मारा। आज यहोवा इस्राएल क रच्छा किहेस ह।”
14 तब साऊल मनइयन स कहेस, “आवा हम पचे गिलगाल चली। हम पचे साऊल क राजा क तोर पर फुन अनुमोदन करब।”
15 तउ सबहिं मनइयन गिलगाल चला गएन। हुवाँ यहोवा क समन्वा मनइयन साऊल क राजा बनाएन। उ पचे यहोवा क मेलबलि चढ़ाएन। अउर सबइ इस्राएलियन खुसी मनाएन।
परमेस्सर अउर यहूदियन
9 मसीह मँ मइँ सही कहत हउँ। मइँ झूठ नाही कहित अउर मोर चेतना जउन पवित्तर आतिमा क जरिये प्रकासित बा, मोरे साथ मोरे साच्छी देत ह 2 कि मोका गहिर दुःख बा अउर मोरे मने मँ मइँ पीड़ा बा। 3 कास मइँ चाहि सक्ति कि आपन भाइ-बन्धुवन अउर दुनियाबी सम्बन्धन क बरे मइँ मसीह क साप अपने ऊप्पर लइ लेइत अउर ओसे अलग होइ जाइत। 4 जउन इस्राएली बाटेन अउर जेनका परमेस्सर संपालित संतान होइ क अधिकार बा, जउन परमेस्सर क महिमा क दरसन कइ चुका बाटेन, जउन परमेस्सर क करार क भागीदारे अहइँ। जेनका मूसा क व्यवस्था, सच्ची आराधना अउर बचन प्रदान कीन्ह गवा बा। 5 पूर्वजन उहीं स सम्बन्ध रखत ह अउर मनई सरीर क दिस्टी स मसीह उहीं मँ पइदा भवा जउन सबक परमेस्सर अहइ अउर हमेसा धन्य बा। आमीन!
6 अइसेन नाहीं बा कि परमेस्सर आपन बचन पूरा नाहीं किहे बा काहेकि जउन इस्राएल क बंसज बाटेन उ सभन इस्राएली नाहीं अहइँ। 7 अउर न तउ इब्राहीम क बंसज होइ क कारण उ सब सच्चाइ-मुच्चइ इब्राहीम क संतान अहइँ। बल्कि (जइसेन परमेस्सर कहेस) “तोहार बंसज इसहाक क द्वारा आपन परम्परा बढ़ावइँ।”(A) 8 मतलब इ नाहीं अहइ कि प्राकृतिक तउर पे सरीर स पैदा होइवाला बच्चा परमेस्सर क बंसज अहइ, बल्कि परमेस्सर क बचन स प्रेरित होइवाले ओनकर बंसज माना जात हीं। 9 बचन एह तरह कहा गवा रहा: “निस्चित समइ पे मइँ लउटब अउर सारा पुत्रवती होई।”(B)
10 ऍतनइ नाहीं जब रिबका भी एक मनई, हमार पहिले क पिता इसहाक स गर्भवती भइ 11-12 त बेटवन क पैदा होइ स पहिले अउर ओकरे कछू भला बुरा करइ स पहिले कहा गवा रहा जेहसे परमेस्सर क उ प्रयोजन सिद्ध होइ जउन चुनाव स सिद्ध होइ। अउर जउन मनईक क करमन पे नाहीं टिका बल्कि उ परमेस्सर पे टिका बा जउन बोलावइवाला अहइ। रिबका स कहा गवा बा, “बड़का बेटवा छोटे बेटवा क सेवा करी।”(C) 13 पवित्तर सास्तर कहत ह, “मइँ याकूब क चुनउँ अउर एसाव क नकार दिहेउँ।”(D)
14 तउ फिन हम का कही? का परमेस्सर अन्यायी बा? 15 निस्चय ही नाहीं। काहेकि परमेस्सर मूसा स कहे रहा, “मइँ जउन कउनो पे उ दया करइ क सोचब, दया देखाउब। अउ जउन कउनो पे उ अनुग्रह करइ चाहब, अनुग्रह करब।”(E) 16 इही बरे न तउ कउनउ क इच्छा अउर प्रयास बल्कि दयालु परमेस्सर पे निर्भर करत ह। 17 काहेकि सास्तर मँ परमेस्सर तउ फिरौन स कहे रहा: “मइँ तोहका इही बरे खड़ा किहे रहेउँ कि मइँ आपन सक्ति तोहमाँ देखाइ सकी। अउर मोर नाउँ समूची धरती पे घोसित कीन्ह जाइ।”(F)
18 तउ परमेस्सर जेहका चाहत ह दया करत ह अउ जेका चाहत ह कठोर बनाइ देत ह।
19 तउ फिन तू सायद मोसे कह्या, “अगर हमरे करमन क नियन्त्रण करइवाला परमेस्सर बा त फिन उ ओहमाँ हमार दोस काहे समझत ह?” आखिरकार ओकरी इच्छा क विरोध कउन कइ सकत ह? 20 अरे मनई तू कउन होत अहा जे परमेस्सर क उलटि के उत्तर देइ? का कउनउ रचना अपने रचइवालन स पूछ सकत ह कि “तू मोका अइसेन काहे बनाया?” 21 का कीहीउ कोहार क मिट्टी पे इ अधिकार नाहीं बा कि उ कीहीऊँ एक लँऊदा स एक भाँड़ बिसेस प्रयोजन बरे अउ दूसर हीन प्रयोजन बरे बनावइ?
22 परन्तु एहमाँ का बा अगर परमेस्सर त आपन किरोध देखॉवइ अउर आपन सक्ति जतावइ क बरे ओन्हन भाँडन क जउन किरोध क पात्र रहेन अउर जेकरे बिनास होइ क रहा, बड़ा धीरज क साथे सही, 23 उ ओनकइ सहेस ताकि उ भाँडन क लाभ बरे जउन दया क पात्र रहेन अउर जे उ आपन महिमा पावइ बरे बनाए रहा, ओह पे आपन महिमा परगट कइ सकइ। 24 मतलब हम जेका उ न केवल यहूदियन मँ स बोलाएस बल्कि गैर यहूदीयन मँ स भी 25 जइसेन कि होसे क किताबे मँ लिखा बा:
“जउन लोग मोर लोग नाहीं रहे
ओन्हे मइँ आपन कहबइ।
अउर उ स्त्री जउन पिआरी नाहीं कही गइ
मइँ ओका प्रिया कहबइ।” (G)
26 अउर
“इ उहइ घटी जउने स्थान पे ओनसे कहा गवा रहा,
‘तू पचे मोर परजा नाहीं अहा।’
उहइ उ जिन्दा परमेस्सर क सन्तान कहवइहीं।” (H)
27 अउर यसायाह इस्राएल क बारे मँ पुकार क कहत ह।
“यद्यपि इस्राएल क सन्तान
समुद्र क बालू क कणन क समान असंख्या अहइँ
तऊँ ओहमाँ स केवल थोड़ क ही बच पइहीं।
28 काहेकि पर्भू पृथ्वी पे आपन निआव क पूरी तरह स अउ जल्दी ही पूरा करी।”(I)
29 अउ जइसेन कि यसायाह त भविस्सबाणी किहे रहा:
“अगर सर्वसक्तिमान पर्भू
हमरे बरे बंसज न छोड़तेन
त हम सदोम जइसे
अउर अमोरा जइसे ही होइ जाइत।”(J)
30 त फिन हम का कही? हम इ नतीजा पे पहुँच अही कि गौर यहूदियन क लोग जउन धार्मिकता क खोज मँ नाहीं रहेन, उ धार्मिकता क पाइ गएन। उ पचे जउन बिसवास क कारण ही धार्मिक ठहरावा गएन। 31 परन्तु इस्राएल क लोग तउ जउन जइसेन व्यवस्था पे चलइ चाहत रहेन जउन ओनका धार्मिक ठहरावत ओकरे अनुसार नाहीं जी सकेन। 32 काहे नाहीं? काहेकि उ पचे एकर पालन बिसवास स नाहीं, बल्कि अपने करमन स धर्मी बना चाहत रहेन, उ सबइ ओह चट्टान पे ठोकर खाइ गएन, जउन ठोकर दियावत रही। 33 जइसेन कि पवित्तर सास्तर कहत ह:
“देखा, मइँ सिय्योन मँ एक पत्थर रखत हउँ जउन ठोकर दियावत ह
अउर एक चट्टान जउन पाप करावत ह।
परन्तु उ जउन ओहमाँ बिसवास करत ह,
ओका कभउँ निरास न होइ क होई।” (K)
मोआब क बारे मँ सँदेसा
48 इ सँदेसा मोआब देस क बारे मँ अहइ। इस्राएल क लोगन क परमेस्सर सर्वसक्तीमान यहोवा जउन कहेस, उ इ अहइ:
“नबो पहाड़ क बुरा होइ,
नबो पहाड़ नस्ट होइ।
किर्यातैम नगर लज्जित होइ।
एह पइ अधिकार होइ।
सक्तीसाली जगह लज्जित होइ।
इ बिखरि जाइ।
2 मोआब क पुन: तारीफ नाहीं होइ।
हेसबोन नगर क लोग मोआब क पराजय क जोजना बनइहीं।
उ पचे कहिहीं, ‘आवा हम उ रास्ट्र क अन्त कइ देइ।’
मदमेन तू भी चुप कीन्ह जाब्या,
तरवार तोहार पाछा करी।
3 होरोनौम नगर स रूदन अनका,
उ पचे बहोत घबराहट अउर बिनास क चीखेन ह।
4 मोआब नस्ट कीन्ह जाइ।
ओकर नान्ह बच्चन मदद क पुकार करिहीं।
5 मोआब क लोगो लूहीत क मारग तलक जा।
उ पचे जात भए फूटि फूटिके रोवत अहइँ।
हेरोनौम नगर तलक जाइवाली सड़किया स पीरा
अउर कस्ट क रूदन सुना जाइ सकत ह।
6 पराइ चला, जिन्नगी बरे पराअ।
जइसा झाड़ी रेगिस्ताने मँ उड़त ह वइसा उड़ा।
7 “तू आपन बनाई चिजियन अउर आपन धन पइ बिस्सास करत अहा।
एह बरे तू बन्दी बनाई लीन्ह जाब्या।
कमोस देवता कैदी बनावा जाइ
अउर ओकर याजक अउर पदाधिकारी ओकरे संग जइहीं।
8 बिध्वंसक हर एक नगर क खिलाफ आइ,
कउनो नगर नाहीं बची।
घाटी बर्बाद होइ।
उच्च मैदान नस्ट होइ।
यहोवा इ कहेस ह,
एह बरे इ होइ।
9 मोआब क खेतन मँ नमक फइलावा।
देस सूना रेगिस्तान बनी।
मोआब क नगर खाली होइहीं।
ओनमाँ कउनो भी मनई न रही।
10 जदि मनई उ नाहीं करत जेका यहोवा कहत ह
जदि उ आपन तरवार क उपयोग ओन लोगन क मारइ बरे नाहीं करत, तउ उ मनई क बुरा होइ।
11 मोआब क कबहुँ बिपत्ति स पाला नाहीं पड़ी।
मोआब सान्त होइ बरे छोड़ी गइ दाखरस सा बाटइ।
मोआब एक गगरी स दूसर गगरी मँ डाला नाहीं गवा।
उ कबहुँ कैदी नाहीं बनावा गवा।
एह बरे ओकर सुआद पहिले क नाई अहइ
अउर ओकर गन्ध बदली नाहीं अहइ।”
12 यहोवा इ सब कहत ह,
“किन्तु मइँ लोगन क हाली ही
तोहका तोहरी गगरी स ढालइ पठउब।
उ सबइ लोग मोआब क गगरी क छूँछ कइ देइहीं
अउर तब उ पचे ओन गगरियन क चकनाचूर कइ देइहीं।”
13 तब मोआब क लोग आपन असत्य देवता कमोस क बरे लज्जित होइहीं। इस्राएल क लोगन बेतेल मँ लबार देवतन पइ बिस्सास किहे रहेन अउर इस्राएल क लोगन क उ समइ ग्लानि भइ रही जब उ लबार देवता ओनकर मदद नाहीं किहे रहा। मोआब वइसा ही होइ।
14 “तू कइसे कह सकत ह, ‘हम बढ़िया फउजी अही।
हम जुद्ध मँ बहादूर मनसेधू अहइ?’
15 दुस्मन मोआब पइ हमला करी।
दुस्मन ओन नगरन मँ आइ अउर ओनका नस्ट करी।
नरसंहार मँ ओकर स्रेस्ठ जुवक मारा जइहीं।”
इ सँदेसा राजा क अहइ।
उ राजा क नाउँ सर्वसक्तीमान यहोवा अहइ।
16 “मोआब क अन्त निचके अहइ।
मोआब हाली ही नस्ट कइ दीन्ह जाइ।
17 मोआब क चारिहुँ कइँती बसइया लोगो, तू सबहिं उ देस बरे रोउब्या।
तू लोग जानत ह कि मोआब केतना प्रसिद्ध अहइ। एह बरे एकरे बरे रोआ।
कहा, ‘सासक क ताकत भंग होइ गइ।
मोआब क ताकत अउ प्रतिस्ठा चली गइ।’
18 “दीबोन मँ रहइवाले लोगो
आपन प्रतिस्ठा क जगह स बाहेर निकरा।
धूरि मँ जमीन पइ बइठा।
काहेकि मोआब क बिध्वंसक आवत अहइ
अउर उ तोहरे मजबूत नगरन क नस्ट कइ देइ।
19 “अरोएर क बसइया लोगो,
सड़क क सहारे खड़ा ह्वा अउर सावधानी स रहा।
मनई क परात लखा,
मेहरारू क परात लखा,
ओनसे पूछा क भवा ह
20 “मोआब बर्बाद होइ अउर लज्जा स गड़ि जाइ।
मोआब रोइ अउर रोइ।
अनोर्न नदी पइ घोसित करा
कि मोआब नस्ट होइ गवा।
21 ऊँच मैदान क लोग सजा पाइ चुके होलोन,
यहसा अउर मेपात नगरन क निआव होइ चुका।
22 दीबोन, नबो
अउर बेतदिबलातैम,
23 किर्य्यातैम, बेतगामूल
अउर बेतमोन।
24 करिय्योत बोस्रा
अउ मोआब क निचके
अउ दूर क सबहिं नगरन क संग
निआउ होइ चुका।
25 मोआब क ताकत काट दीन्ह गइ,
मोआब क बाँहन टूट गइ।”
यहोवा इ सब कहेस।
26 “मोआब समझे रहा उ यहोवा स भी जियादा महान अहइ।
एह बरे मोआब क सख्त पागल जइसा सजा द्या।
मोआब गिरी अउ आपन उलटी मँ चारिहुँ कइँती लउटी।
लोग मोआब क मजाक उड़इहीं।
27 “मोआब तू आपन इस्राएल क मजाक उड़ाए रह्या।
इस्राएल चोरन क गिरोह क जरिये धरा गवा।
हर दाई तू इस्राएल क बारे मँ कहत रह्या।
तू आपन मूँड़ हिलावत रह्या अइसा अभिनय करत रह्या माना तू इस्राएल स स्रेस्ठ अहा।
28 मोआब क लोगो, आपन नगरन क तजा।
जा अउर पहाड़ियन पइ रहा,
उ कबूतर क तरह रहा
जउन आपन झोंझ गुफा क मुँहे पइ बनवत ह।”
29 “हम मोआब क गर्व क सुनि चुका अही,
उ बहोत घमण्डी रहा।
उ समुझे रहा कि उ बहोत बड़ा अहइ।
उ हमेसा आपन मुँह मियाँ मिटठू बनत रहा।
उ बहोत जियादा घमण्डी रहा।”
30 यहोवा कहत ह, “मइँ जानत हउँ कि मोआब हाली ही कोहाइ जात ह अउर आपन तारीफ क गीत गावत ह।
मुला ओकर सेखी झूठ अहइँ।
उ जउन करइ क कहत ह, कइ नाहीं सकत।
31 एह बरे मइँ मोआब बरे रोवत हउँ।
मइँ मोआब मँ हर एक बरे रोवत हउँ।
मइँ कीर्हेरेस क लोगन बरे रोवत हउँ।
32 मइँ सिबमा क लोगन बरे याजेर स लोगन स जियादा रोवत हउँ।
सिबमा पुराने जमाना मँ तोहार अंगूर क बेलन
सागर तलक याजेर जेतनी दूर तलक फइली रहिन।
मुला बिध्वंसक तोहार फल अउर अंगूर लइ लिहन।
33 मोआब क बिसाल अंगूर क बगियन स सुख अउर आनन्द बिदा होइ गएन।
मइँ दाखरस निकारइ वाली जगहन स दाखरस क बहब रोक दिहे हउँ।
अब दाखरस बनावइ बरे अंगूरन पइ चलइवालन क नाच-गाना नाहीं रहि गवा अहइँ।
खुसी क सोर गुल सबहिं खतम होइ गवा अहइ।
34 “हेसबोन अउ एलाले नगरन क लोग रोवत अहइँ। ओनकर रूदन दूर यहस क नगर मँ भी सुनाई पड़त अहइ। ओनकर रूदन सोआर नगर स सुनाई पड़त अहइ अउर हेरोनैम अउ सेलिसिया क दूर नगरन तलक पहोंचत अहइ। हिआँ तलक कि निम्रीम क भी पानी झुराइ गवा ह। 35 मइँ मोआब क उच्च ठउरन पइ होमबलि चढ़ावइ स रोक देब। मइँ ओनका आपन देवतन क बलि चढ़ावइ स रोकब।” यहोवा इ सब कहेस।
36 “मोका मोआब बरे बहोत दुःख अहइ। सोक गीत छेड़इवाली बाँसूरी क धुन क तरह मोर हिरदय रूदन कइ रहा अहइ। मइँ कीर्हेरेस क लोगन बरे दुःखी हउँ। ओनकर धन अउ सम्पत्ति सबहिं लइ लीन्ह ग अहइँ। 37 हर एक आपन मूँड़ मुड़ाए अहइ। हर एक स दाढ़ी साफ होइ ग अहइ। हर एक क हाथ कटा अहइँ अउ ओनसे रक्त निकरत अहइ। हर एक आपन कमर मँ सोक स ओढ़ना लपेटे अहइ। 38 मोआब मँ लोग घरन क छतन अउर हर एक सार्वजनिक चउराहन मँ सर्वत्र मरे भएन बरे रोवत अहइँ। हुआँ सोक अहइ काहेकि मइँ मोआब क छूँछ गगरी क तरह फोड़ डाएउँ ह।” यहोवा इ सब कहेस।
39 “मोआब बिखरि गवा अहइ। लोग रोवत अहइँ। मोआब आत्मसमर्पण किहेस ह। अब मोआब लजान अहइ। लोग मोआब क मजाक उड़ावत हीं, किन्तु जउन कछू भवा ह उ ओनका भयभीत कइ देत ह।”
40 यहोवा कहत ह, “लखा, एक उकाब अकासे मँ खाले टूट पड़त अहइ।
इ आपन परन क मोआब पइ फइलावत अहइ।
41 मोआब क नगरन पइ अधिकार होइ।
छुपइ क सुरच्छित ठउर पराजित होइहीं।
उ समइ मोआब क फउजी वइसे ही आतंकित होइहीं
जइसे प्रसव करत मेहरारू।
42 मोआब क रास्ट्र नस्ट कइ दीन्ह जाइ।
काहेकि उ पचे समुझत रहेन कि उ पचे यहोवा स भी जियादा महत्वपूर्ण अहइँ।”
43 यहोवा इ सब कहत ह:
“मोआब क लोगो, भय गहिर गड़हन अउर जाल तोहरी प्रतीच्छा मँ अहइँ।
44 लोग डेरइहीं अउर भाग खड़ा होइहीं,
अउर उ पचे गड़हन मँ गिरिहीं।
जदि कउनो गहिर गड़हा स निकरी
तउ उ जाल मँ फँसी।
मइँ मोआब पइ सजा क बरिस लिआउब।”
यहोवा इ सब कहेस।
45 “ताकतवर दुस्मन स लोग भाग चला अहइँ।
उ पचे सुरच्छा बरे हेसबोन नगर मँ परातेन।
किन्तु हुआँ सुरच्छा नाहीं रही।
सिहोन (हेसबोन) क नगर मोआबियन क बिरुद्ध होइ गवा
अउर उ मोआब क प्रमुखन क नस्ट करइ लाग।
इ ओन घमण्डी लोगन क नस्ट करइ लाग।
46 मोआब इ तोहरे बरे, बहोत बुरा होइ।
कमोस क लोग नस्ट कीन्ह जात अहइँ।
तोहार पूत अउ बिटियन बन्दी
अउ कैदी क रूप मँ लइ जावा जात अहइँ।
47 मोआब क लोग कैदी क रूप मँ दूर पहोंचावा जइहीं।
किन्तु आवइवाले दिनन मँ मइँ मोआब क लोगन क वापस लिआउब।”
इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
हिआँ मोआब क संग निआव खतम होत ह।
दाऊद क समर्पित।
1 हे यहोवा, मइँ खुद क तोहका समर्पित करत हउँ।
2 मोरे परमेस्सर, मोर सिरिफ तोह पइ बिस्सास बाटइ।
मोका अपमानित होइ क अनुमति जिन द्या;
मोर दुस्मनन क मोह पइ हँसी उड़ावइ क अनुमति जिन द्या।
3 अइसा मनई, जउन तोहमाँ बिस्सास धरत ह, उ निरास नाहीं होइ।
मुला बिस्सासघाती निरास होइहीं अउर,
उ पचे कबहुँ भी कछू नाहीं प्राप्त करिहीं।
4 हे यहोवा, मोर मदद करा कि मइँ तोहरी राहन क सीखउँ!
तू आपन मार्गन क मोका सिच्छा द्या।
5 आपन सच्ची राह तू मोका देखाँवा अउर ओकर उपदेस मोका द्या।
तू मोर परमेस्सर तू मोर उद्धारकर्त्ता अहा।
मोका हर दिन तोहार भरोसा अहइ।
6 हे यहोवा, मोह पइ आपन दाया राखा
अउर उ ममता क मोह पइ परगट करा, जेका तू हरदम राखत ह।
7 आपन जवानी मँ जउन पाप अउर कुकर्म मइँ किहेउँ, ओनका जिन याद राखा।
हे यहोवा आपन निज नाउँ निमित्त, मोका आपन करुणा स सुमिर ल्या।
8 हे यहोवा, सचमुच उत्तिम अहइ,
उ पापियन क जिन्नगी क नेक राह देखाँवत ह।
9 उ दीन लोगन क आपन राहन क सीख देत ह।
बिना पच्छपात क उ ओनका मारग देखाँवत ह।
10 यहोवा क राहन ओन लोगन बरे छिमा स भरी अउ सच अहइँ,
जउन ओकर करार अउर कानून क अनुसरण करत हीं।
11 हे यहोवा, मइँ बहुतेरा पाप किहेउँ ह,
मुला तू आपन नाउँ बरे मोर हर पापे क दयालुता स छिमा कइ दिहा।
12 जदि कउनो मनई यहोवा क अनुसरण करइ चाहइ,
तउ ओका परमेस्सर जिन्नगी क उत्तिम राह देखाँइ।
13 उ मनई उत्तिम वस्तुअन क सुख भोगी,
अउर उ मनई क सन्तानन उ धरती क जेका परमेस्सर वचन दिहे रहा स्थायी रइहीं।
14 यहोवा आपन भक्तन पइ आपन भेद खोलत ह।
उ आपन निज भक्तन क आपन करार क सिच्छा देत ह।
15 मोर आँखिन मदद पावइ क यहोवा पइ सदा टिकी रहत हीं।
मोका मोरी बिपत्ति स उ सदा छोड़ावत ह।
16 हे यहोवा, मइँ पीड़ित अउ अकेल्ला अहउँ।
मोरी कइँती मूड़ अउ मोह पइ दाया देखाँवा।
17 मोरी बिपत्तियन स मोका अजाद करा।
मोर समस्या सुलझाने क मदद करा।
18 हे यहोवा, मोका परखा अउर मोरी बिपत्तियन पइ निगाह डावा।
मोका जउन पाप मइँ किहे हउँ, ओन सबहिं बरे छिमा करा।
19 लखा मोर केतॅना दुस्मनन अहइँ,
अउ लखा उ मोहसे केतॅना नफ़रत करत हीं।
20 हे परमेस्सर, मोर रच्छा करा अउर मोका बचाइ ल्या।
मइँ तोहार भरोसा राखत हउँ।
तउ मोका निरास जिन करा।
21 हे परमेस्सर, तू सचमुच उत्तिम अहा।
मोका तोहार भरोसा अहइ, तउ मोर रच्छा करा।
22 हे परमेस्सर, इस्राएल क लोगन क
ओनकर सबहिं दुस्मनन स रच्छा करा।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.