Print Page Options
Previous Prev Day Next DayNext

M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
निआवाधीसन 9

अबीमेलेक राजा बना

अबीमेलेक यरूब्बाल क पूत रहा। अबीमेलेक आपन ओन मामा लोगन क लगे गवा जउन सकेम नगर मँ रहत रहेन। उ आपन मामा लोगन अउ महतारी क परिवार स कहेस, “सकेम नगर क प्रमुख लोगन स इ सवाल पूछा: ‘यरूब्बाल का सत्तर पूतन स आप लोगन क सासित होब तोहार बरे नीक अहइ या कउनो एक मनई स सासित होब? याद राखा, मइँ तोहार सम्बंधी हउँ।’”

अबीमेलेक क मामा लोग सकेम क प्रमुख लोग स बात किहेन अउर ओनेस इ सवाल किहेन। सकेम क प्रमुख लोग अबीमेलेक क अनुसरण करइ क निहचइ किहेन। उ पचे कहेन, “आखिरकार उ हमार सम्बंधी अहइ।” एह बरे सकेम क प्रमुख लोग अबीमेलेक क सत्तर चाँदी क टूकन दिहेन। उ चाँदी बालबरीत देवता क मन्दिर क रही। अबीमेलेक चाँदी क उपयोग कछू मनइयन क काम पइ लगावइ बरे किहेन। इ सबई मनई लापरवाह अउ बेकार रहेन। उ सबइ अबीमेलेक क पाछे, जहाँ कहूँ उ गवा, चलत रहेन।

अबीमेलेक ओप्रा नगर क गवा। ओप्रा ओकरे पिता क निवास स्थान रहा। उ नगर मँ अबीमेलेक आपन सत्तर भाइयन क कतल कइ दिहेस। उ सबइ सत्तर भाई अबीमेलेक क बाप यरूब्बाल क पूत रहेन। उ सबहिं क एक पथरे पइ मारेस किन्तु यरूब्बाल क सब स नान्ह पूत अबीमेलेक स छुप गवा अउर पराइ निकरा। सब स नान्ह पूत क नाउँ योताम रहा।

तब सकेम नगर क सबहिं प्रमुख अउर बेतमिल्लो क महल क निअम्बर एक संग आएन। उ सबइ सबहिं उ पाथर-खम्भा क निअरे क बड़का बृच्छ क लगे बटुर गएन जउन सकेम नगर मँ रहा अउर उ पचे अबीमेलेक क आपन राजा बनाएन।

योताम क कथा

योताम सुनेस कि सकेम क प्रमुख लोग अबीमेलेक क राजा बनाइ दिहेन ह। जब उ सुनेस तउ उ गवा अउर गरिज्जीम पर्वत क चोटी पइ खड़ा भवा। योताम लोगन क इ कथा चिचियाइके सुनाएस।

“सकेम क लोग, मोर बात सुना अउ तब आप क बात परमेस्सर सुनी।

“एक दिन बृच्छ आपन ऊपर हुकूमत करइ बरे एक ठु राजा चुनइ क निर्णय किहन। बृच्छन जइतून क बृच्छ स कहेन, ‘तू हमरे ऊपर राजा बना।’

“मुला जइतून क बृच्छ कहेस, ‘मनई अउ देवता मोर बड़कई मोरे तेल बरे करत ही। का मइँ जाइके सिरिफ दूसर बृच्छन पइ हुकूमत करइ क बरे आपन तेल बनाउब बन्द कइ देउँ?’

10 “तब बृच्छन अंजीर क बृच्छ स कहेन, ‘आवा अउर हमार राजा बना।’

11 “मुला अंजीर क बृच्छ जवाब दिहस, ‘का मइँ सिरिफ जाइके दूसर बृच्छन पइ हुकूमत करइ बरे आपन मीठ अउ नीक फल पइदा करब बन्द कइ देब?’

12 “तब बृच्छन अंगूर क बेल स कहेन, ‘आवा अउ हमार राजा बना।’

13 “मुला अंगूर क बेल जवाब दिहस, ‘मोर दाखरस मनईयन अउ राजा लोगन क खुस करत ह। का मोका सिरिफ जाइके अउर बृच्छन पइ सासन करइ बरे आपन दाखरस पइदा करब बन्द कइ देइ चाही।’

14 “आखीर मँ सबइ बृच्छन कँटेरी झाड़ी स कहेन, ‘आवा अउ हमार राजा बना।’

15 “किन्तु कँटेरी झाड़ी बृच्छन स कहेस, ‘जदि तू फुरइ मोका अपने ऊपर राजा बनावइ चाहत ह तउ आवा अउर मोर छाया मँ आपन सरण बनावा। जदि तू अइसा करइ नाहीं चाहत ह तउ इ कँटेरी झाड़ी स आगी निकरइ द्या, अउर उ आगी क लबानोन, क चीड़ क बृच्छन क भी जराइ देइ द्या।’

16 “अब जदि आप अबीमेलेक क आपन राजा बनाइके ठीक करत हीं। अउर जदि आप ओका राजा बनाइके यरूब्बाल अउर ओकर परिवार बरे निआव संगत अहइँ, अउर आप यरूब्बाल क संग उहई बर्ताव करत ह जेका उ हकदार अहइ, तउ इ ठीक अहइ! 17 किन्तु तनिक सोचा कि मोर बाप आपन बरे का किहेस ह? मोर बाप आप लोगन बरे लड़ेन। उ पचे आपन जिन्नगी क उ समइ खतरा मँ डाएन जब उ पचे आपन लोगन क मिद्यानी लोगन स बचाएस। 18 किन्तु अब आप लोग मोरे बाप क परिवार क खिलाफ होइ गवा अहइँ। आप लोग मोरे बाप क सत्तर पूतन क एक पाथर पइ मारेन ह। आप लोग अबीमेलेक क सकेम क राजा बनाएन ह। उ मोरे बाप क दासी क पूत अहइ। आप लोग अबीमेलेक क सिरिफ एह बरे राजा बनाएन ह कि उ आप क रिस्तेदार अहइ। 19 एह बरे जदि आज आप लोग यरूब्बाल अउ ओकरे परिवार क बरे ठीक किहेस ह, तब अबीमेलेक क आपन राजा मानिके आप क खुस होइ चाही अउर ओका भी तोहार संग खुस होइ चाही। 20 मुला जदि आप उचित नाही किहेन ह तउ, अबीमेलेक सकेम अउर मिल्लो सहर क सबइ प्रमुखन क नस्ट कइ डाएन। अउर सकेम नगर क अउर मिल्लो नगर क प्रमुखन भी अबीमेलेक क नस्ट कइ डाएन।”

21 योताम इ सब कहइ क पाछे भाग खड़ा भवा। उ पराइके बेर नगर मँ पहोंचा। योताम उ नगर मँ रहत रहा, काहेकि उ आपन भाई अबीमेलेक स डेरात रहा।

अबीमेलेक सकेम क खिलाफ जुद्ध करत ह

22 अबीमेलेक इस्राएल क लोगन पइ तीन बरिस तलक हुकूमत किहस। 23-24 अबीमेलेक यरूब्बाल क सत्तर पूतन क मार डाए रहा। उ पचे अबीमेलेक क भाई रहेन। सकेम नगर क प्रमुख लोग ओन भाईयन क मारइ मँ ओकर मदद किहे रहेन। एह बरे परमेस्सर अबीमेलेक अउ सकेम क प्रमुखन क बीच झगड़ा पइदा कराएस अउ सकेम क प्रमुख लोग अबीमेलेक क नोस्कान पहोंचावइ बरे जोजना बनाएन। 25 ओन लोग पहाड़ियन क चोटी पइ स जाइवालन पइ हमला करइ अउर ओनकर सब कछू लूटइ बरे डाकू लोगन क किराये पइ राखेस। अबीमेलेक ओन हमलन क बारे मँ पता लगाएस।

26 गाल नाउँ क एक मनई अउर ओकर भाई सकेम नगर क आएन। गाल, एबेद नाउँ क मनई क पूत रहा। सकेम क प्रमुख लोग गाल पइ बिस्सास अउ ओकर अनुसरण करइ क निहचय किहेन।

27 एक दिन सकेम क लोग आपन बागन मँ अंगूर तोड़इ गएन। लोग दाखरस बनावइ बरे अंगूरन क निचोरेन अउर तब उ पचे आपन देवता क मन्दिर पइ एक ठु दावत दिहन। उ पचे खाएन अउ दाखरस पिएन। तब उ पचे अबीमेलेक क अभिसाप दिहेन।

28 तब एबेद क पूत गाल कहेस, “हम लोग सकेम क मनई अही। हम अबीमेलेक क आग्या काहे मानी? का उ यरूब्बाल क पूत नाहीं अहइ? का जबूल ओकर अधिकारी नाहीं अहइ? हमका अबीमेलेक क आग्या नाहीं मानइ चाही। हमका हमोर क लोगन क आग्या मानइ चाही। (हमोर सकेम क पिता रहा।) 29 जदि आप मोका एन लोगन क सेनापति बनावत हीं तउ मइँ अबीमेलेक स मुक्ति दियाइ देब। मइँ ओहसे कहब, ‘आपन फउज क तइयार करा अउर जुद्ध बरे आवा।’”

30 जबूल सकेम नगर क राजपाल रहा। जबूल उ सब सुनेस जउन एबेद क पूत गाल कहेस अउर जबूल बहोत कोहाइ गवा। 31 जबूल अबीमेलेक क लगे अरूमा नगर[a] मँ दूतन क पठएस। सँदेसा इ रहा:

“एबेद क पूत गाल अउ एकर भाई सकेम नगर मँ आएन ह अउर तोहरे बरे कठिनाई पइदा करत अहइँ। गाल पूरे नगर क तोहरे खिलाफ भड़कावत अहइ। 32 एह बरे अब तू पचन्क अउर तोहरे पचन्क लोगन क राति मँ उठइ चाही अउर नगर क बाहेर खेतन मँ छुपइ चाही। 33 जब भिंसारे सूरज निकरइ तउ नगर पइ हमला कइ द्या। गाल अउर ओकर मनईयन तोहार संग जुद्ध करइ बरे नगर क बाहेर आइ। जब उ सबइ लोग लड़इ बरे बाहेर आवइँ तउ तू पचे ओनकर जउन कइ सका, करा।”

34 एह बरे अबीमेलेक अउर सबहिं फउजी राति क उठेन अउर नगर क गएन। उ सबइ फउजी चार टुकड़िन मँ बँट गएन। उ पचे सकेम नगर क लगे छुप गएन। 35 एबेद क पूत गाल बाहेर निकरिके सकेम नगर क फाटक क प्रवेस दुआर पइ रहा। जब गाल हुआँ खड़ा रहा उहइ समइ अबीमेलेक अउर ओकर फउजी आपन छुपइ क ठउरन स बाहेर आएन।

36 गाल फउजियन क लखेस। गाल जबूल स कहेस, “धियान द्या, पर्वतन स लोग खाले उतरत अहइँ।”

किन्तु जबूल कहेस, “तू सिरिफ पर्वतन क परछाँइयन लखत अहा। परछाँइयन लोगन क तरह देखाइ देत अहइँ।”

37 किन्तु गाल फिन कहेस, “लखा, प्रदेस क नाभि नाउँ क ठउरे स लोग बढ़त अहइँ, अउर जादूगर क बृच्छ क ओर स एक दुसर दल आवति अहइ।” 38 तब जबूल ओहसे कहेस, “अब तोहार बड़की-बड़की बातन कहाँ गइन, जउन तू कहत रह्या, ‘अबीमेलेक कउन होत ह, जेकरी मातहत मँ हम रहेन?’ का उ सबइ उहइ लोग नाहीं अहइँ जेनकर तू मसखरी उड़ावत रह्या? जा अउर ओनसे लड़ा।”

39 एह बरे गाल सकेम क प्रमुखन क अबीमेलेक स जुद्ध करइ बरे लइ गवा। 40 अबीमेलेक अउर ओकर फउजियन गाल अउ ओकरे मनइयन क पाछा किहेन। गाल क लोग सकेम नगर क फाटक कँइती स पाछे परानेन। गाल क बहोत स लोग फाटक पइ पहोंचइ स पहिले मार डावा गएन।

41 तब अबीमेलेक अरूमा नगर क लउटि गवा। जबूल गाल अउर ओकरे भाइयन क सकेम नगर तजइ क मजबूर किहस।

42 अगले दिन सकेम क लोग आपन खेतन मँ काम करइ क गएन। अबीमेलेक ओकरे बारे मँ पता लगाएस। 43 एह बरे अबीमेलेक आपन फउजियन क तीन टुकड़ियन मँ बाँटेस। उ सकेम क लोगन पइ अचानक हमला करइ क जोजना बनाएस। एह बरे उ आपन मनइयन क खेतन मँ छुपाएस। जब उ लोगन क नगर स बाहेर आवत लखेस तउ उ टूट पड़ा अउर ओन पइ हमला कइ दिहेस। 44 अबीमेलेक अउ ओकर लोग सकेम नगर क फाटक क लगे दौड़िके आएन। दूसर दुइ दुकड़ियन खेत मँ लोगन क लगे दोड़िके गइन अउर ओनका मारि डाएन। 45 अबीमेलेक अउ ओकर फउजी सकेम नगर क संग पूरे दिन लड़ेन। उ पचे सकेम नगर पइ कब्जा कइ लिहेन अउ उ नगर क लोगन क मार डाएन। तब अबीमेलेक उ नगर क बर्बाद किहस अउर उ ध्वंस पइ नोन फेंकवाइ दिहस।

46 कछू लोग सकेम क मीनार क लगे रहत रहेन। जब उ ठउरे क लोग सुनेन कि सकेम का संग का भवा ह तब उ पचे सब स जियादा सुरच्छित उ कमरा मँ बटुर गएन जउन एलबरीत देवता क मन्दिर रहा।

47 अबीमेलेक सुनेस कि सकेम क मीनार क सबहिं प्रमुख एक संग बटुर गएन ह। 48 एह बरे अबीमेलेक अउ ओकर सबहिं लोग सलमोन पर्वत प गएन। अबीमेलेक एक ठु कुल्हाड़ी लिहस अउर उ कछू डारन क काटेस। उ ओन डारन क आपन काँधन पइ धरेस। तब उ आपन मनइयन स कहेस, “हाली करा, जउन मइँ किहेउँ ह, उहइ करा।” 49 एह बरे ओन लोग डारन क काटेन अउर अबीमेलेक क पाछा किहन। उ पचे डारन क ढेर एलबरीत देवता क मन्दिर क सब स जियादा सुरच्छित कमरा क लगे लगाएस। तब उ पचे डारन मँ आगी लगाइ दिहन अउर कमरा मँ लोगन क बार डाएन। इ तरह लगभग सकेम क मीनार क निवासी एक हजार मेहरारू-मनसेधू मर गएन।

अबीमेलेक का मउत

50 तब अबीमेलेक अउर ओकर मनईयन साथी तेबेस नगर क गएन। उ पचे उ नगर पइ कब्जा कइ लिहेन। 51 किन्तु तेबेस नगर मँ एक मजबूत मीनार रही। उ नगर क सबहिं मेहरारू-मनसेधू अउ उ नगर क प्रमुख उ मीनार क लगे पराइके पहोंचेन। जब नगर क लोग मीनार क भीतर घुस गएन तउ उ पचे अपने पाछे मीनार क दरवाजा बन्द कइ दिहन अउ ताला लगाइ दिहेन। तब उ पचे मीनार क छते पइ चढ़ गएन। 52 अबीमेलेक अउ ओकर साथी मीनार क लगे ओह पइ हमला करइ बरे पहोचेन। अबीमेलेक मीनार क दरवाज तलक गवा। उ मीनार क आगी लगावइ चाहत रहा। 53 जब अबीमेलेक दूआरे पइ खड़ा रहा, उहइ समइ एक मेहरारू एक ठु चक्की क पाथर ओकरे मूँड़े पइ फेंकेस। चक्की क पाथर अबीमेलेक क मूँड़े क चूर-चूर कइ डाएस। 54 अबीमेलेक हाली स आपन उ नौकर स कहेस जउन ओकर औजार लइ चलत रहा, “आपन तरवार निकारा अउर मोका मार डावा। मइँ चाहत हउँ कि तू मोका मार डावा जेहसे लोग इ न कहइँ कि, ‘एक ठु मेहरारू अबीमेलेक क मार डाएस।’” एह बरे उ नौकर आपन तरवार ओकरे के सरीर मँ घुसेड़ दिहस अउर अबीमेलेक मर गवा। 55 इस्राएल क लोग लखेन कि अबीमेलेक मर गवा। एह बरे उ पचे सबहिं आपन घरन क लउटि गएन।

56 इ तरह परमेस्सर अबीमेलेक क ओकर सबहिं कीन्ह गवा पापन खातिर दण्ड दिहस। अबीमेलेक आपन सत्तर भाइयन क मारिके अपने बाप क खिलाफ पाप किहे रहा। 57 परमेस्सर सकेम नगर क लोगन क भी ओनके जरिये कीन्ह गए पापन क दण्ड दिहस। इ तरह योताम जउन कहेस, फुरइ भवा। (योताम यरूब्बाल क सब स लहुरा पूत रहा। यरूब्बाल गिदोन रहा।)

प्रेरितन क काम 13

बरनाबास अउर साऊल क चुना जाब

13 अन्ताकिया क कलीसिया मँ कछू नबी अउर बरनाबास, समौन (नीगर) कहा जाइवाला समौन कुरेनी क लूकियुस, देस क चउथाई हींसा क राजा हेरोदेस क संग पालितयोसित मनाहेम अउर साऊल जइसे कछू सिच्छक रहेन। उ पचे जब उपवास करत भए पर्भू क आराधना मँ लाग रहेन, तबहिं पवित्तर आतिमा कहेस, “बरनाबास अउर साऊल क जउने काम बरे मइँ बोलाएउँ ह, ओका करइ बरे मोरे नीस्बत, ओनका अलगाइ द्या।”

तउ जब सिच्छक अउर नबी आपन उपवास अउर पराथना पूरी कइ चुकेन तउ उ पचे बरनाबास अउर साऊल प आपन हाथ धरेन अउर ओनका बिदा कइ दिहेन।

बरनाबास अउर साऊल क साइप्रस जात्रा

पवित्तर आतिमा क जरिए पठए भए उ सबइ सिलूकिया गएऩ जहाँ स जहान मँ बइठिके उ पचे साइप्रस पहोंचेन। फिन जब उ पचे सलमीस पहोंचेन तउ उ पचे यहूदियन क आराधनालय मँ परमेस्सर क बचन क प्रचार किहेन यूहन्ना सहायक क रूप मँ ओनकइ संग रहा।

उ समूचइ द्वीप क जात्रा करत करत उ पचे पाफुस ताईं जाइ पहोंचेन। हुवाँ ओनका एक जादूगर मिला, उ झूठा नबी रहा। उ यहूदी क नाउँ रहा बार-ईसू। उ एक बहोत बुद्धिमान पुरुस राज्यपाल सिरगियुस पौलुस क दोस्त रहा जउन फिन परमेस्सर क बचन सुनइ बरे बरनाबास अउर साऊल क बोलवाएस। मुला इलीमास जादूगर ओनकइ खिलाफत किहेस (इ बार-ईसू क अनुवाद क नाउँ बा।) उ नगर-पति क बिसवास डुगावइ क जतन किहेस। फिन साऊल जेका पौलुस भी कहा जात रहा, पवित्तर आतिमा स भरपूर होइके इलीमास प पैनी निगाह डारत भवा कहेस, 10 “सबहिं तरह क छल अउर धूर्तताई स भरा, अरे सइतान क बेटहना, तू हर नेकी क दुस्मन अहा। का तू पर्भू क सोझ सच्चे राह क तोड़ब मरोड़ब न तजब्या? 11 अब लखा पर्भू क हाथन तोह प आइ पड़ा बा। तू आँधर होइ जाब्या अउर कछू समइ बरे सूरज तक भी नाहीं लख पउब्या।”

तुरंतहि एक धूँध अउर अँधियारा होइ पइ छाइ गवा अउर एहर-ओहर टोवइ लाग कि कउनो हथवा धइके ओका चलावइ। 12 तउ राज्यपाल, जउन कछू भवा रहा, जब ओका लखेस तउ उ बिसवास धरेस। उ पर्भू क बाबत उपदेसन स बहोत होइ गवा।

पौलुस अउर बरनाबास क साइप्रस स जाब

13 फिन पौलुस अउर ओकर संगी पाफुस स ऩाउ क जरिये पंफूलिया क पिरगा मँ आइ गएऩ। मुला यूहन्ना ओनका हुँवइ छोड़िके यरूसलेम लौटि आवा। 14 ओहर उ पचे आपन जात्रा प बढ़त भए पिरगा स पिसिदिया क नजदीक नगर अन्ताकिया मँ आइ गएन।

फिन सबित क दिना यहूदी आराधनालय मँ जाइके बइठि गएऩ। 15 मूसा क व्यवस्था क मुताबिक अउर नबियन क पोथी क पाठ कइ चुके क पाछे यहूदी आराधनालय क अधिकारियन ओनकइ लगे इ संदेसा कहवाइ पठएन, “भाइयो, मनइयन क उपदेसन देइ बरे तोहरे लगे कहइ क प्रोत्साहन क कउनो अउर बचन अहइ जउन ओका सुनावा।”

16 ऍह पइ पौलुस खड़ा भवा अउर आपन हाथ हिलावत भवा बोलइ लाग, “हे इस्राएल क मनइयो अउर परमेस्सर स डेराइवाले गैर यहूदियो, सुना: 17 इ इस्राएल क मनइयन क परमेस्सर हमरे पूर्वजन क चुने रहा अउर जब हमार लोग मिस्र मँ ठहरा रहेन, उ ओनका महान बनाए रहा अउर आपन महान सक्ति स उ ओनका उ धरती स बाहेर निकारि लइ आवा रहा। 18 अउर लगभग चालीस बरिस तलक उ जंगल मँ ओनकइ मदद करत रहा। 19 अउर कनान देस क सात जातियन क नास कइके उ धरती इस्राएल क मनइयन क वसीयत क रूप मँ दइ दिहेस। 20 इ सब कछू मँ लगभग साढ़े चार सौ बरिस लगेन।

“ऍकरे पाछे समूएल नबी क समइ तलक उ ओनका अनेक निआव क न्यायकर्ता दिहेस। 21 फिन उ पचे एक राजा क निवेदन किहेन, तउ परमेस्सर बिन्यामीन क गोत क एक मनई कीस क बेटवा साऊल क चालीस बरिस बरे ओनका दइ दिहेस। 22 फिन साऊल क हटाइके उ ओनकइ राजा दाऊद क बनाएस जेकरे बारे मँ उ इ साच्छी दिहेस, ‘मइँ यिसै क बेटवा दाऊद क एक अइसे मनई क रूप मँ मिला ह, जउन मोरे मन क मुताबिक अहइ। जउन कछू मइँ ओसे करावइ चाहत हउँ, उ उ सब कछू क करी।’

23 “इ ही मनई क एक बंसज क आपन प्रण क मुताबिक इस्राएल मँ उद्धार करइया ईसू क रूप मँ लाइ चुका अहइ। 24 ओकरे आवइ स पहिले यूहन्ना इस्राएल क सबहिं मनइयन मँ मनफिराव स बपतिस्मा क प्रचार करत अहइ। 25 यूहन्ना जब आपन काम क पूरा करइ क रहा, तउ उ कहेस रहा, ‘तू मोका जउन समुझत ह, मइँ उ नाहीं हउँ। मुला एक अइसा अहइ जउन मोरे पाछे आवत अहइ। मइँ जेकर पनही क फीतास खोलइ लायक भी नाहीं अहउँ।’

26 “भाइयो, इब्राहीम क सन्तानो अउर सच्चे परमेस्सर क आराधक गैर यहूदियो, उद्धार क इ सुसमाचार हमरे बरे ही पठवा ग अहइ। 27 यरुसलेम मँ बसइयन अउर ओनकइ राजा लोगन ईसू क नाहीं पहिचानेन। अउर ओका दोखा ठहराइ दिहेन। इ तरह उ पचे नबी लोगन क उ बचन क पूरा किहन जेनकइ सबित क दिन पाठ कीन्ह जात ह। 28 अउर जदि अपि ओनका ओकरे मउत क राजा क कउनो सबूत नाहीं मिला, तउ भी उ पचे पलातुस स ओका मरवाइ डावइ क माँग किहेन।

29 “ओकरे बारे मँ जउन कछू लिखा रहा, जब उ पचे सब कछू क पूरा कइ चुकेन ओका क्रूस प स खाले उतारेन अउर एक कब्र मँ धइ दिहन। 30 मुला परमेस्सर ओका मरइ क पाछे फिन जीवित कइ दिहस। 31 अउर फिन जउन लोग गलील स यरूसलेम तलक ओकरे संग गएन, उ ओनकइ अगवा कइउ दिना ताईं परगट होत रहा। इ सबइ अब मनइयन बरे ओकर साच्छी अहइँ।

32 “हम तोहका उ प्रण क बारे मँ सुसमाचार सुनावत अही जउन हमरे पूर्वजन क संग कीन्ह गइ रही। 33 ईसू क, मरि जाए क पाछे फिन जीवित कइके, ओनकइ संताने क बरे परमेस्सर उहइ सपथ क हमरे बरे पूरा किहेस ह। जइसा कि दूसर भजन संहिता मँ लिखा भी अहइ:

‘तु मोर पूत अहा,
    मइँ तोहका आजु ही जनम दिहेउँ ह।’ (A)

34 अउर उ ओका मरे भएऩ मँ जिआइ के उठाएस जेहॅसे नास होइ स पहिले ओका फिन स लौटब न होइ। उ इ तरह कहे रहा:

‘मइँ तोहका उ सबइ पवित्तर अउर न टरइ क असीस देब
    जेनका देइ क बचन मइँ दाऊद क दिहेउँ।’ (B)

35 इ तरह एक दूसर भजन मँ उ कहत ह:

‘तू आपन पवित्तर जने क नास क अनुभव नाहीं होइ दिहा।’ (C)

36 “फिन दाऊद आपन जुग मँ परमेस्सर क प्रयोजन क मुताबिक आपन सेवा-काम पूरा कइके मर गवा, ओका ओकरे पूर्वजन क संग दफनाइ दीन्ह गवा अउर ओकर छय भवा। 37 मुला जेका परमेस्सर मरे भएऩ क बीच क जीवित कइके उठाएस, ओकर छय नाहीं भवा। 38-39 तउ भाइयो, तू सबन्क जान जाइ चाही कि ईसू क जरिए ही पाप क छमा क उपदेस तोहका दीन्ह गवा ह। अउर इहइ क जरिए हर कउनो जउन बिसवासी अहइ, ओन पापन्स छुटकारा पाइ सकत ह, जेनसे मूसा क व्यवस्था छुटकारा नाहीं दियाइ सकत रही। 40 तउ होसियार रहा, कहूँ नबियन जउन कछू कहे बाटेन, तू सबन प न घटइ:

41 ‘निन्दा करइया लोगो,
    लखा, होइके भउचक्का मरि जाब्या,
काहेकि तोहरे जुग मँ
    एक कारज अइसा करत हउँ,
जेकर चर्चा तलक प तोहका कबहुँ ह
    बिसवास होई।’” (D)

42 पौलुस अउर बरनावास जब हुवाँ स जात रहेन मनइयन ओनसे अगले सबित क दिन अइसी ही अउर बातन बतावइ बरे पराथना किहेन। 43 जब सभा खतम भइ तउ बहोत स यहूदियन अउर बहुत गैर यहूदी भक्तन पौलुस अउर बरनाबास क पाछा किहेन। पौलुस अउर बरनाबास ओनसे बातचीत करत भए बिनती किहेन कि उ सबइ परमेस्सर क अनुग्रह मँ बन रहइँ।

44 अगले सबित क दिन तउ लगभग समूचा सहर ही पर्भू क बचन सुनइ बरे उमड़ि आवा। 45 इ बड़का मनइयन क मजमा क जब यहूदियन लखेन तउ उ पचे बहोत जरि भुनि गएन अउर भद्दा सब्द क बइपरत भए पौलुस जउन कछु कहे रहा, ओकर खिलाफत करइ लागेन। 46 मुला पौलुस अउर बरनाबास निडर होइके, “इ जरुरी रहा कि परमेस्सर क बचन पहिले तोका पढ़ावा जात मुला काहेकि तू पचे ओका नकारत अहा अउर तू सबइ आपन खुद क अनन्त जिन्नगी क जोग्ग नाहीं ठहरउत्या, तउ हम पचे अब गैर यहूदी लोग कइँती मुड़ि जात अही। 47 काहेकि पर्भू हमका अइसि ही आग्या दिहे अहइ:

‘मइँ जोति बनाएउँ तोहका, ओनकइ बरे जउऩ नाहीं यहूदी,
    ताकि संसार के सब लोगन का उद्धार करइँ।’” (E)

48 गैर यहूदियन जब इ सुनेन तउ उ पचे बहोत खुस भएऩ अउर उ पचे पर्भू क बचन क सम्मान किहेन। फिन उ सबइ, जेनका अनन्त जिन्नगी पावइ बरे ठहरावा ग रहा, बिसवास धारण कइ लिहेन।

49 इ रतह समूचइ पहँटा मँ पर्भू क बचन क प्रचार होत रहा। 50 ओहर यहूदी लोग ऊँच कुले क धार्मिक स्त्रियन अउर सहर क मुड्ढ मनइयन क उसकाएन अउर पौलुस अउर बरनाबास क खिलाफ अत्याचार करब सुरू कइ दिहेन अउर दबाव डाइके ओनका आपन पहँटा स बाहेर निकरिवाइ दिहेन। 51 फिन पौलुस अउर बरनाबास ओनकइ खिलाफ आपन गोड़े क धूरि झारिके इकुनियुम क चला गएऩ। 52 मुला अतीक मँ ओनकइ चेलन आनंद अउर पवित्तर आतिमा स भरपूर होत रहेन।

यिर्मयाह 22

बुरे राजा लोगन क खिलाफ निआव

22 यहोवा कहेस, “यिर्मयाह राजा क महल क जा। यहूदा क राजा क लगे जा अउर हुआँ ओका उ सँदेसा क उपदेस द्या। ‘यहूदा क राजा, यहोवा क हिआँ स सँदेसा सुना। तू दाऊद क सिंहासन स सासन करत अहा, एह बरे सुना। राजा, तू पचन्क अउर तोहरे अधिकारियन क इ अच्छी तरह सुनइ चाही। यरूसलेम क दुआरन स आवइवाले सबहिं लोगन क यहोवा क सँदेसा सुनइ चाही। यहोवा कहत ह: उ सबइ काम करा जउन नीक अउ निआव स पूर्ण होइँ। उ मनई क रच्छा करा जेका डाकूअन क जरिय लूट लीन्ह ग होइ। प्रवासी, अनाथ बच्चन अउ राँड़न क जिन दुःख द्या। बेगुनाह लोगन क जिन मारा। जदि तू एन आदेसन क पालन करत अहा तउ जउन घटित होइ उ इ अहइ: जउन राजा दाऊद क सिंहासने पइ बइठिहीं, उ पचे यरूसलेम नगर मँ इ महल क दुआरन स आवत रहिहीं। उ पचे राजा, ओनकर उत्तराधिकारी अउर ओनकर लोग रथन अउर घोड़न पइ चढ़िके अइहीं। किन्तु जदि तू एन आदेसन क पालन नाहीं करब्या तउ यहोवा कहत ह: मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि राजा क महल ध्वस्त कइ दीन्ह जाइ इ ध्वस्त जगह क तरह रहि जाइ।’”

यहोवा ओन महलन क बारे मँ इ कहत ह जेनमाँ यहूदा क राजा रहत हीं:

“गिलाद वन क तरह इ महल ऊँचा अहइ।
    इ लबानोन पर्वत क समान ऊँचा अहइ।
किन्तु मइँ ऍका फुरइ रेगिस्ताने सा बनाउब।
    इ महल उ नगर क तरह सूना होइ जेहमाँ कउनो मनई न रहत होइ।
मइँ लोगन क महल क नस्ट करइ पठउब।
    हर एक मनई क लगे आपन औजार होइहीं।
उ सबइ लोग तोहार सबन्त उत्तिम देवदार सहतीर क काट डइहीं।
    अउर ओका आगी मँ लोकाइ देइहीं।

“अनेक रास्ट्रन स लोग इ नगर स गुजरिहीं। उ पचे एक दूसर स पूछिहीं, ‘यहोवा इ महान नगर यरूसलेम क संग अइसा भयंकर काम काहे किहस?’ उ सवाल क जवाब इ होइ, ‘परमेस्सर यरूसलेम क नस्ट किहेस, काहेकि यहूदा क लोग यहोवा आपन परमेस्सर स संग कीन्ह गइ करार क मानब तजि दिहस। ओन लोग दूसर देवतन क पूजा अउर सेवा किहन।’”

राजा यहोसाहाज क खिलाफ निआव

10 उ राजा बरे जिन रोआ जउन मरि गवा।
    ओकरे बरे जिन रोवा।
किन्तु उ राजा बरे फूट-फूट के रोआ
    जउन हिआँ स जात अहइ।
ओकरे बरे रोआ, काहेकि उ फुन कबहुँ वापस नाहीं आइ।
    सल्लूम (यहोसाहाज) आपन जन्मभूमि क फुन कबहुँ नाहीं लखी।

11 यहोवा योसिय्याह क पूत सल्लूम क बारे मँ जउन कहत ह, उ इ अहइ (सल्लूम आपन बाप योसिय्याह क मउत क पाछे यहूदा क राजा भवा।) “सल्लूम यरूसलेम स दूर चला गवा। उ फुन यरूसलेम क वापस नाहीं लौटी। 12 सल्लूम हुवँइ मरी जहाँ ओका मिस्री लइ जइहीं। उ इ भुइँया क फुन नाहीं लखी।”

राजा यहोयाकीम क बिरूद्ध निआव

13 “राजा यहोयाकीम बरे इ बहोत बुरा होइ।
    उ बुरे करम करत अहइ एह बरे उ आपन महल बनाइ लेइ।
उ लोगन क ठगत अहइ, एह बरे उ ऊपर कमरन बनाइ सकत ह।
    उ आपन लोगन स बेगार लेत अहइ।
    उ ओनके काम क मजदूरी नाहीं देत अहइ।

14 “यहोयाकीम कहत अहइ,
    ‘मइँ अपने बरे एक ठु बिसाल महल बनाउब।
मइँ दूसर मंजिल पइ बिसाल कमरन बनाउब।’
    एह बरे उ बिसाल खिड़कियन वाला महल बनावत अहइ।
उ देवदार क कड़ियन क दीवारन पइ मढ़ावत बाटइ
    अउर एन पाइ लाल रंग चढ़ावत अहइ।

15 “यहोयाकीम, आपन घरे मँ देवदार क जियादा लकड़ी क उपयोग
    तोहका महान सम्राट नाहीं बनावत।
तोहार बाप योसिय्याह भोजन पान पाइके सतुंट्ठ रहा।
    उ उ किहस जउन ठीक अउर निआवपूर्ण रहा।
    योसिय्याह उ किहस, एह बरे परमेस्सर ओका आसीस दिहा।
16 योसिय्याह दीन-दीन लोगन क मदद दिहस।
    योसिय्याह उ किहस, एह बरे ओकरे बरे सब कछू अच्छा भवा।
यहोयाकीम ‘परमेस्सर क जानइ’ क का अरथ होत ह?
    मोका जानइ क अरथ,
ठीक रहब अउर निआवपूर्ण होब अहइ।
    इ सँदेसा यहोवा क अहइ।

17 “यहोयाकीम, तोहार आँखिन सिरिफ तोहार आपन लाभ क लखत हीं,
    तू सदा ही आपन बरे जियादा स जियादा पावइ क सोचत अहा।
तू निरपराध लोगन क मारइ बरे इच्छुक रहत अहा।
    तू दूसर लोगन क चीजन क चोरी करइ क इच्छुक रहत अहा।”

18 एह बरे योसिय्याह क पूत यहोयाकीम स यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ:
“यहूदा क लोग यहोयाकीम बरे रोइहीं नाहीं।
    उ पचे आपुस मँ इ नाहीं कहिहीं, ‘हे मोर भाई यहोयाकीम क बारे मँ एतना दुःखी हउँ।
    हे मोर बहिन, मइँ यहोयाकीम क बारे मँ एतना दुःखी हउँ।’
उ पचे ओकरे बरे रोइहीं नाहीं।
    मइँ उ पचे ओकरे बारे मँ नाहीं कहिहीं,
‘हे स्वामी, हम एतने दुःखी अही।
    हे राजा, हम एतने दुःखी अही।’
19 यरूसलेम क लोग यहोयाकीम क एक ठु मरे गदहे क तरह दफनइहीं।
    इ पचे ओकरे ल्हास क दूर घसीट लइ जइहीं अउर उ पचे ओकरे ल्हास क यरूसलेम स दुआरे क बाहेर एक खेत मँ लोकाइ देइहीं।

20 “यहूदा, लबानोन क पहाड़न पइ जा अउर चिल्लाअ।
    बासान क पहाड़न मँ आपन रोउब सुनाई पड़इ द्या।
अबारीम क पहाड़न मँ जाइके चिल्लाअ।
    काहेकि तोहार सबहिं ‘प्रेमी’ नस्ट कइ दीन्ह जइहीं।

21 “हे यहूदा जब तू आपन क सुरच्छित समुझा,
    किन्तु मइँ तोहका चिताउनी दिहेउँ,
परन्तु तु सुनइ स इन्कार किहा
    अउर यहूदा जब स तू युवती रहिउ,
    तू मोर आग्या क पालन नाहीं किहा।
22 हे यहूदा, मोर सजा आँधी क तरह आइ
    अउर इ तोहार सबहिं गड़रियन (प्रमुखन) क उड़ाइ लइ जाइ।
तोहार प्रेमियन क बन्दी बना लीन्ह जाइ।
    तब तू लज्जित होउबिउ।
    तू जउन कछू बुरे करम किहा, ओनके कारण अपमानित होउबिउ।

23 “हे राजा, तू लबानोन स लीन्ह भवा ऐस व आराम क सामन स
    घेरा भवा सुरच्छित रहत ह।
किन्तु तू फुरइ तब कराह उठब्या जब तोहका सजा मिली।
    तू बच्चा पइदा करत मेहरारू क तरह पीड़ित होब्या।”

राजा कोन्याह क खिलाफ निआव

24 इ सँदेसा यहोवा क अहइ: “मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खात हउँ यहोयाकीम क पूत अउर यहूदा क राजा कोनयाह (यहोयाकीन) बरे कि जदि तू मोरे दाहिने हाथ क मुहर क अँगूठी (राजमुद्रा) होतेन तउ भी मइँ तोहका बाहेर निकार फेंकतेन। 25 कोन्याह मइँ तोहका बाबुल अउ कसदियन क राजा नबूकदनेस्सर क देब। उ पचे ही लोग अइसे अहइँ जेनसे तू डेरात ह। उ सबइ लोग तोहका मार डावइ चाहत हीं। 26 मइँ तोहका अउर महतारी क अइसे देस मँ लोकाउब कि जहाँ तू दुइनउँ मँ स कउनो भी पइदा नाहीं भवा रहा। तू अउर तोहार महतारी उहइ देस मँ मरिहीं। 27 उ पचे आपन भुइँया मँ जाइ क इच्छा करब्या, किन्तु उ पचन्क कबहुँ लउटइ नाहीं दीन्ह जाइ।”

28 कोन्याह उ टूट बर्तन क तरह अहइ जेका कउनो लोकाइ दिहेस ह।
    उ अइसे बर्तन क तरह अहइ जेका कउनो मनई नाहीं चाहत।
कोन्याह अउर ओकर सन्तानन काहे बाहेर लोकाइ दीन्ह जइहीं?
    उ पचे कउनो भी बिदेस मँ काहे लोकावा जइहीं?
29 भुइँया, भुइँया, यहूदा क भुइँया।
    यहोवा क सँदेसा सुना।
30 यहोवा कहत ह, “कोन्याह क बारे मँ इ लिख ल्या:
    ‘उ अइसा मनई अहइ जेका भविस्स मँ अब बच्चन नाहीं होइहीं।
कोन्याह आपन जिन्नगी मँ सफल नाहीं होइ।
    ओकर सन्तान मँ स कउनो भी यहूदा पइ सासन नाहीं करी।’”

मरकुस 8

चार हजार स जिआदा मनई क ईसू खियाएस

(मत्ती 15:32-39)

ओनही दिनन मँ दूसर अउसर प भारी भीर जमा होइ गइ अउर ओनके पास खाइ क कछू नाहीं रहा। उ आपन चेलन क निअरे बोलाएस अउर ओनसे कहेस, “मोका इन मनइयन प तरिस आवत ह, अइसे कि उ पचे मोरे साथ पहिले क तीन दिनन स अहइँ। ओनेके लगे खाइ क कछू नाहीं। उ जदि मइँ ओनका घरे भूखा पठवत हउँ, उ सबइ राहे मँ मर बिलाय जइहीं। ओहमाँ स कछू तू ढेर दूरी स आइ अहइँ।”

अउर ओकर चेलन जवाब दिहन, “इ जंगल मँ एनका खिआवइ क बरे कतहूँ का कउनो खूब खाइ क पाइ सकत ह, जेहसे एनका खियाइ दीन्ह जाइ?”

उ ओनसे पूछेस, “तोहरे पास केतनी रोटी अहइँ?”

“सात ठु” उ पचे जवाब दिहेन।

तब ईसू हुकुम दिहेस-भीर मइदान मँ बैठि जाइ। उ सात रोटी लिहस, फिन परमेस्सर क धन्यवाद दिहस। उ ओनका तोड़ेस। ओकरे बाद आपन चेलन क बाँटइ बरे दिहस। अउर उ पचे भिड़िया क लोग क बाँटेन। ओनके लगे नान्ह नान्ह थोड़ी स मछरी भी रही। अउर उ धन्यबाद दइके ओनका बाँटइ बरे कहेस।

मनइयन अघाइ गएन अउर बचा खुचा रोटी क टुकड़न स सात झउआ उ पचे एकट्ठा करेन। हुवाँ करीब चार हजार पुरुसन रहेन। तब उ ओनका बिदा करेस। 10 अउर तुरंतहिं उ चेलन्क लइ क नाउ मँ बइठि के दलमनूता पहँटा मँ गवा।

फरीसी ईसू क परिच्छा लेइ क कोसिस किहेन

(मत्ती 16:1-4; लूका 11:16,29)

11 फिन फरीसियन आएन अउर ओसे सवाल करइ लागेन। उ सब ओसे एक ठु अद्भुत कारज बरे कहेन। उ पचे ओका परखइ बरे अइसा किहन। 12 आपन मनवा मँ गहरी सांस भरत ईसू कहेस, “काहे ई पीढ़ी क मनई अद्भुत चीन्ह चाहत हीं? मइँ तोहका सच सच कहत हउँ। कउनो अद्भुत चीन्ह क पीढ़ी क न दीन्ह जाई।” 13 तबहिं उ ओनका छोड़ि दिहस। फिन नाउ मँ बइठ गवा, अउर झील क उ पार गवा।

यहूदी नेतन क खिलाफ ईसू क चितावनी

(मत्ती 16:5-12)

14 ईसू क चेलन खइया क जिआदा लइ आउब बिसर गएन। ओनके लगे एक ठु रोटी क बजाय कछू नाहीं रहा। 15 ईसू ओनका चितावनी देत कहेस, “हुसियार! फरीसियन अउर हेरोदेस क खमीर[a] स बचा रहा।”

16 “हमरे लगे एक ठु रोटी नाहीं इस प उ पचे आपुस मँ छानबीन करइ लागेन।”

17 उ सबइ का कहत अहइँ इ जानत भवा ईसू ओनसे कहेस, “रोटी नाहीं होइ क कारण तू सबइ काहे सोचत बिचारत अहा? का तू अबहुँ समझत बुझत नाहीं बाट्या? का तोहार बुद्धि जड़ अहइ? 18 तोहरे आँखिन अहइँ, का तू देखि सकत्या नाहीं? तोहरे कान अहइँ, का तू सुन सकत्या नाहीं? का तोहका याद नाहीं? 19 जबहिं मइँ पाँच रोटिन्क पाँच हजार मनइयन मँ तोड़िउँ। केतना झउआ रोटी क टुकड़न स भरा भवा तू बटोर्या?”

उ पचे कहेन, “बारह।”

20 “अउर जबहिं मइँ सात रोटिन्क क चार हजार बरे तोड़यों। कइ झउआ रोटिन्क टुकड़न क तू बटोर्या?”

उ सबई कहेन, “सात।”

21 तबहिं उ ओनसे पूछेस, “का तू पचे अबहुँ नाहीं बूझया?”

ईसू आँधर मनई क चंगा किहेस

22 उ पचे बैतसैदा गएन। हुँवा कछू लोग ओकरे पास एक ठो आँधर पकड़ि ले आइन अउर उ सबइ ईसू स ओका छुअइ क बिनती करेन। 23 उ आँधर मनई क हथवा पकड़ेस अउर ओका गाउँ क बाहेर लइ गवा। ईसू आँधर क आँखिन प थूकेस, “का तू कउनो चीज निहारत ह?”

24 आँधर मनई निहारेस अउर कहेस, “मइँ मनइयन क देखात हउँ, उ सबई बिरवा क नाईं आसि पासि चलत देखत अहइँ।”

25 तबहिं ईसू आपन हथवा मनई क आँखिन प पुनि धरेस। फिन उ आपनि आँखिन पूरी पूरी खोलि दिहेस। ओका आँखिन क जोती मिलि गइ। अउर उ सबहुँ क नीक-नीक निहारइ लाग। 26 तब ईसू ओका घरे पठइ दिहस, इ कहत कहत, “गाउँ मँ जिन जा।”

पतरस कहत ह ईसू अहइ मसीह

(मत्ती 16:13-20; लूका 9:18-21)

27 अउर ईसू अउर ओकर चेलन कैसरिया फिलिप्पी क पड़ोसी गाउँन मँ चलेन। ईसू राहे मँ चेलन स पूछेस, “लोग का कहत हीं कि मइँ कउन हउँ?”

28 अउर उ सबई जवाब दिहेन, “बपतिस्मा देइवाला यूहन्ना। मुला दूसर कछू लोग एलिय्याह अउर दूसर कछू तोहका नबियन मँ एक नबी कहत हीं।”

29 फिन उ ओनसे पूछेस, “तू का कहत ह मइँ कउन हउँ?”

पतरस ओसे जवाब दिहेन, “तू मसीह अहा।”

30 तबहिं ईसू ओन चेलन क चितावनी दिहेस, कि ओकरे बारे मँ कउनो स जिन कहइँ।

ईसू द्वारा आपन मउत क भविस्सवाणी

(मत्ती 16:21-28; लूका 9:22-27)

31 अउर उ ओनका समझाउब सुरु करेस, “मनई क पूत क बहोत दुःख झेलइ पड़इ क होइ अउर बुजुर्ग यहूदी नेतन, मुख्ययाजकन अउर धरम सास्तिरियन स धकियाइ दीन्ह जाइ। अउर उ निहचइ ही मारि डावा जाइ अउर फिन उ तिसरे दिन जी उठी।” 32 ईसू ओनका इ बात सच सच बताइ दिहस।

फिन पतरस ओका एक कइँती लइ गवा अउर फटकारइ लाग। 33 मुला ईसू पाछे घूमि के आपन चेलन निहारेस अउर पतरस क फटकारि के कहेस, “सइतान! मोसे पाछे जा। परमेस्सर क बातन स तोहका कउनो मतलब नाहीं, मुला मनई क बातन्क तोहका मतलब अहइ।”

34 तब उ भीर क चेलन संग निअरे बोलाएस अउर उ ओनसे कहेस, “जदि कउनो मोरे पाछे आवा चाहत ह तउ उ आपन सब कछू तजि दे। ओका आपन क्रूस उठाइ लेइ चाही अउर ओका मोरे पाछे होइ चाही। 35 मुला जउन आपन जिन्नगी क बचावा चाहत ह, उ एका खोइ देइ। अउर जउन आपन जिन्नगी मोका अउर सुसमाचार बरे खोई उ एका बचावा चाही। 36 अगर कउनो मनई आपन आतिमा खोइ के समूची दुनिया लइ लेत ह, तउ ओसे का फाइदा? 37 अइसे कउनो मनई कउनो ठो चीज क बदले आतिमा नाहीं पाइ सकत। 38 जदि कउनो व्यभिचार अउर पापी पीढ़ी मँ मोर नाउँ अउर उपदेस क कारण सर्मात ह तउ मनई क पूत जब पवित्तर सरगदूतन क संग आपन परमपिता क महिमा लइ के आई तउ उहउ सर्माइ जाई।”

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.