M’Cheyne Bible Reading Plan
बोकीम मँ यहोवा क सरगदूत
2 यहोवा क सरगदूत गिलगाल नगर स बोकीम नगर क गवा। सरगदूत यहोवा क एक ठु सँदेसा इस्राएल क लोगन क दिहस। सँदेसा इ रहा: “तू पचे मिस्र मँ दास रह्या। किन्तु मइँ तू पचन्क अजाद किहेउँ अउर मइँ तू पचन्क मिस्र स बाहेर लिआएउँ। मइँ तू पचन्क इ भुइँया मँ लाएउँ जेहसे तोहरे पचन्क पुरखन क देइ बरे मइँ प्रतिग्या किहे रहेउँ। मइँ कहेउँ, मइँ तू पचन्स आपन वाचा कबहुँ नाहीं तोड़ेब। 2 किन्तु एकरे बदले मँ तू पचन्क इ भुइँया क निवासियन क संग कोइ समझौता नाहीं करइ क होइ। तोहका ओनकर वेदीयन नस्ट करइ चाही। इ मइँ तू पचन्स कहेउँ किन्तु तू लोग मोर आग्या नाहीं मान्या। तू अइसा काहे किहेन?
3 “अब मइँ तू पचन्स इ कहत हउँ, ‘मइँ इ भुइँया स अब अउर लोगन क बाहेर नाहीं हटाउब। इ सबइ लोग तोहरे लोगन बरे पँदा साबित होइ। ओनकर झूठे देवता लोग तू पचन्क फँसावइ बरे जाल बनिहीं।’”
4 यहोवा क सरगदूत इस्राएल क लोगन क जब यहोवा क सँदेसा दइ चुका, तब लोग जोर स रोइ प़डेन। 5 एह बरे इस्राएल क लोग उ ठउरे क बोकीम नाउँ दिहेन जहाँ उ पचे रोइ पड़े रहेन। बोकीम मँ इस्राएल क लोग यहोवा बरे बलि दिहेन।
आग्या क उल्लंघन अउर पराजय
6 तब यहोसू लोगन स कहेस कि उ पचे आपन घरन क लउटि जाइँ। एह बरे हर एक परिवार समूह आपन भुइँया क छेत्र लेइ गवा अउर ओहमाँ रहइ। 7 इस्राएल क लोग तब तलक यहोवा क सेवा किहन जब तलक यहोसू जिअत रहा। ओन बुजुर्गन क जीवन काल मँ भी उ पचे यहोवा क सेवा करत रहेन जउन यहोसू क बाद भी जिअत रहेन। एन बुजुर्ग लोग इस्राएल क लोग बरे जउन यहोवा बरे महान कारज किहे रहा, ओनका लखे रहा। 8 नून क पूत यहोसू, जउन यहोवा क सेवक रहा, एक सौ दस बरिस क उमर मँ मरा। 9 ऍह बरे इस्राएल क लोग यहोसू क मृत सरीर क उ भूइयाँ मँ दफनावा गवा, जउन ओका दीन्ह गवा रहा। उ भूइँया तिम्नथ हेरेस मँ रही जउन एप्रैम क पहाड़ी छेत्र मँ गास पहाड़े क उत्तर मँ रही।
10 एकरे पाछे उ पूरी पीढ़ी मर गइ अउर नई पीढ़ी पइदा भइ। इ नवी पीढ़ी यहोवा क बारे मँ न तउ जानत रही अउ न ही ओका, यहोवा इस्राएल क लोगन क बरे का कीन्ह रहा, एकर गियान रहा। 11 एह बरे इस्राएल क लोग पाप किहेन अउ बाल क मूरतियन क सेवा किहेन। उ पचे उहइ पाप किहेन जउन यहोवा क दृस्टि मँ बुरा रहा। 12 यहोवा इस्राएल क लोगन क मिस्र स बाहेर लिआए रहा। ओन लोगन क पुरखन यहोवा क उपासना किहे रहेन। किन्तु इस्राएल क लोग यहोवा क अनुसरण करब तज दिहेन। इस्राएल क लोग ओन लोगन क लबार देवतान क पूजा करब सुरू किहेन, जउन ओनके चारिहुँ कइँती रहत रहेन। इ करम यहोवा क गुस्सैल कइ दिहेस। 13 इस्राएल क लोग यहोवा क अनुसरण करब तजि दिहन अउर बाल अउ अस्तोरेत क पूजा करइ लगेन।
14 यहोवा इस्राएल क लोगन पइ बहोत कोहाइ गवा। एह बरे यहोवा दुस्मनन क इस्राएल क लोगन पइ हमला करइ दिहस। अउ ओनकर धन-दौलत लेइ दिहस। ओनके चारिहुँ कइँती रहइवाले दुस्मनन क यहोवा ओनका पराजित करइ दिहस। इस्राएल क लोग आपन रच्छा आपन दुस्मनन स नाहीं कइ सकेन। 15 जब इस्राएल क लोग जुद्ध बरे निकरेन तउ उ पचे पराजित भएन उ पचे पराजित भएन काहेकि यहोवा ओनकर पच्छ मँ कबहुँ नाहीं रहा। यहोवा पहिले स इस्राएल क लोगन क चितउनी दिहे रहा कि उ पचे पराजित होइहीं, जदि उ पचे ओन लोगन क देवतन क सेवा करिहीं जउन ओनके चारिहुँ कइँती रहत हीं। इस्राएल क लोगन क बहोत जियादा नोस्कान भवा।
16 तब यहोवा निआवाधीस कहइ जाइवाले प्रमुखन चुनेस। एन निआवाधीसन इस्राएल क लोगन क ओन दुस्मनन स बचाएस जउन एनकर सम्पत्ति लइ लिहे रहेन। 17 किन्तु इस्राएल क लोग आपन निआवाधीसन क एक न सुनेन। उ पचे दूसर देवतन क अनुसरण अउर पूजा करत रहेन। उ पचे हाली ही आपन पुरखन जउन यहोवा क आदेस क पालन करत रहेन, क राह स मुड़ गएन। उ पचे अब इ अउर नाहीं किहेन।
18 मुला जब कबहुँ यहोवा ओनकर बरे निआवाधीस पठएस, तउ यहोवा निआवाधीस क संग रहेन। ऍह बरे जब तलक निआवाधीस जिअत रहा उ ओन लोगन क ओनकइ दुस्मनन स बचाएस। यहोवा इ किहेस काहेकि जब उ पचे ओन लोगन क कारण जउन ओन लोगन पइ जुल्म अउ अत्याचार किहेन, चिचियात रहेन तउ उ ओन पइ दाया किहे रहेन। 19 किन्तु जब हर निआवाधीस मर गवा, तब इस्राएल क लोग फुन पाप किहेन अउर लबार देवतन क अनुसरण अउर पूजा सुरू किहेन। उ पचे आपन पुरखन क भी जिआदा बुरा बेउहार किहेन। इस्राएल क लोग बहोत हठी रहेन, उ पचे आपन पाप क मार्ग बदलइ स इन्कार कइ दिहेन।
20 इ तरह यहोवा इस्राएल क लोगन पइ बहोत कोहाइ गवा अउर उ कहेस, “इ रास्ट्र उ करार क तोड़ेस ह जेका मइँ ओनके पुरखन क संग किहे रहेउँ। उ पचे मोरे नाहीं सुनेन। 21 एह बरे मइँ दूसर रास्ट्रन क अउर पराजित नाहीं करब, अउर न ही इस्राएल क लोगन क राह साफ करब। उ सबइ रास्ट्र ओन दिनन भी उ पहँटा मँ रहेन जब यहोसू मरा रहा अउर मइँ ओन रास्ट्रन क प्रदेस मँ रहइ देब। 22 मइँ ओन रास्ट्रन क उपयोग इस्राएल क लोगन क परीच्छा लइ बरे करब। मइँ इ लखब कि इस्राएल क लोग आपन यहोवा क आदेस वइसे ही मानत हीं या नाहीं जइसे ओनकर पुरखन मानत रहेन।” 23 यहोवा ओन रास्ट्रन क ओन प्रदेस मँ रहइ दिहे रहा। यहोवा हाली स ओन रास्ट्रन क आपन देस छोड़इ नाहीं दिहेस। उ ओनका हरावइ मँ यहोसू क सेना क मदद नाहीं किहेस।
खास काम बरे सात मनइयन क चुना जाब
6 उ दिनन जबहिं चेलन क गनती बाढ़त रही, तउ यूनानी बोलवइया अउर इब्रानी बोलवइया यहूदियन मँ एक झगड़ा होइ गवा काहेकि रोजाना विधवावन क चीज बाँटइ मँ ओनकइ सुधि नाहीं लीन्ह जात।
2 तउ बारहुँ प्रेरिन क समूची मण्डली क एक साथे बोलाइके कहेन, “हम सबइ बरे परमेस्सर क बचन क सेवकइ तजिके खिलाने क इन्तजाम करब नीक नाहीं अहइ। 3 भाइयन, आपन मँ स सात नामी मनइयन क पवित्तर आतिमा अउर सूझबूझ स भरा भवा सात मनइयन क चुनिल्या। हम ओनका इ कामे क हकदार बनइ देइ। 4 अउर आपन आपका पराथना अउर बचन क सेवा क कामे मँ जिअरा लगाइ क राखब।”
5 इ सुझावे स समूचइ मण्डली बहोत खुस भइ। तउ उ पचे बिसवास अउर पवित्तर आतिमा स भरा भवा स्तिफनुस नाउँ क मनई क अउर फिलिप्पुस, प्रखुरुस, नीकानोर, तिमोन, परमिनास अउर अन्ताकिया क निकुलाऊस क यहूदी धरम क कबूले रहा, चुन लिहेस। 6 अउर इ मनइयन क फिन उ पचे प्रेरितन क समन्वा हाजिर कइ दिहन। प्रेरितन पराथना किहेन अउर ओन पइ हाथ धरेन।
7 इ तरह परमेस्सर क बचन संचरइ लाग अउर यरूसलेम मँ चलेन क गनती बहोत बाढ़इ लाग। याजकन क एक बहोत बड़ा गुट भी इ मत क मानइ लाग।
यहूदी स्तिफनुस क खिलाफ
8 स्तिफनुस एक अइसा मनई रहा जउन अनुग्रह अउर सामर्थ स भरपूर रहा। उ मनइयन क बीच बड़ा बड़ा अद्भुत कारजन अउर अद्भुत चीन्हन परगट करत रहा। 9 मुला अजाद कीन्ह भवा अइसा कहवावात मनइयन मँ स कछू लोग जउन कुरेनी अउर सिकन्दरिया, अउर किलिकिया अउर एसिया स आवा भएन यहूदी रहेन, उ पचे ओनकइ खिलाफ बहस करइ लागेन। 10 मुला उ जउन बुद्धिमानी अउर आतिमा स बोलत रहा, उ पचे ओकरे समन्वा नाहीं टिक पाएन।
11 फिन उ पचे कछू क लालच दइके कहवाएऩ, “हम पचे मूसा अउर परमेस्सर क खिलाफ एँका बेज्जत स भरा सबद कहत सुना ह।” 12 इ तरह उ पचे जनता क बुजुर्ग यहूदी नेतन क, अउर धरम सास्तिरियन लोगन्क हुस्काइ दिहेन। फिन उ पचे ओका आइके धइ लिहेन अउर सबन स सर्वोच्च यहूदी महासभा क समन्वा लइ आएन।
13 उ पचे उ सब लबार गवाह हाजिर किहेन जउन कहेन, “इ मनई इ पवित्तर ठउर अउर व्यवस्था क खिलाफ बोलत बालत कबहुँ रूकत नाहीं बा। 14 हम ऍका कहत सुना ह कि इ नासरी ईसू इ जगह क नास कइ देइ अउर मूसा जउन रीति-रिवाज क हमका दिहे अहइ ओका बदल देइ।” 15 फिन सबन स सर्वोच्च यहूदी महासभा मँ बइठा भए सबहिं मनइयन मँ ओका धियान स लखा तउ पावा कि ओकर मुहँना कउनो सरगदूत क नाई देखाई देत रहा।
15 यहोवा मोहसे कहेस, “यिर्मयाह, जदि मूसा अउ समूएल भी यहूदा क लोगन बरे पराथना करइवाले होतेन, तउ भी मइँ एन लोगन बरे अफसोस नाहीं करत। यहूदा क लोगन क मोहसे दूर पठवा। ओनसे जाइ क कहा। 2 उ सबइ लोग तोहसे पूछ सकत हीं, ‘हम लोग कहाँ जाब?’ तू ओनसे कहा, यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ:
“‘मइँ कछू लोगन क मरइ बरे निहचित किहेउँ ह।
उ सबइ लोग मरिहीं।
मइँ कछू लोगन क तरवार क घाट उतारब निहचित किहेउँ ह,
उ सबइ लोग तरवार क घाट उतारा जइहीं।
मइँ कछू क भूख स मरइ क निहचित किहेउँ ह
उ सबइ भूख स मरिहीं।
मइँ कछू लोगन क बन्दी होब अउर बिदेस लइ जाब निहचित किहेउँ ह।
उ सबइ लोग ओन बिदेसन मँ बन्दी रइहीं।
3 यहोवा कहत ह कि मइँ चार तरह क बिनासकारी सक्तितयन ओनके खिलाफ पठउब।’
इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
‘मइँ दुस्मन क तरवार क संग मारइ बरे पठउब।
मइँ कूकुरन क ओनकर ल्हास घसीट लइ जाइ क पठउब।
मइँ हवा मँ उड़त पंछियन अउर जंगली जनावरन क
ओनकर ल्हास खाइ अउर बर्बाद करइ क पठउब।
4 मइँ यहूदा क लोगन क अइसा दण्ड देब
कि धरती क लोग एका देखिके काँप जइहीं।
मइँ यहूदा क लोगन क संग इ,
मनस्से यरूसलेम मँ जउन कछू किहेस, ओकरे कारण करब।
मनस्से, राजा हिलकिय्याह क पूत रहा।
मनस्से यहूदा रास्ट्र क एक राजा रहा।’
5 “यरूसलेम, तोहरे ऊपर कउनो दाया नाहीं करी।
न कउनो विलाप करिहीं या नाहीं रोइहीं।
कउन तोहार कुसल छेम अउर काम क बरे पूछइ तोहरे लगे नाहीं आइ।
6 यरूसलेम, तू मोका तज्या।”
यहोवा कहत अहइ।
“तू मोका बार-बार तज्या।
एह बरे मइँ तोहका सजा दिहेस अउर तोहका बर्बाद किहेस।
मइँ तोह पइ दाया करत थक गवा हउँ।
7 मइँ आपन सूप स यहूदा का लोगन क फटक देब।
मइँ देस क नगर दुआर पइ ओनका बिखेर दिहेस।
मइँ आपन लोगन क बर्बाद कइ लिहेस
अउर बच्चन क लइ लिहेन
फिर भी मोर लोगन बदलेस नाहीं।
8 अनेक मेहररूअन आपन भतारन क खोइ देइहीं।
सगरे क बालू स जियादा हुवाँ राँड़ होइहीं।
मइँ एक बिनासक क दुपहरी मँ लिआउब।
बिनासक यहूदा क नउ जवानन क महतरियन पइ हमला करी।
मइँ यहूदा क लोगन क पीरा अउ डर देब।
मइँ एका घटित किहेस।
9 दुस्मन तरवारे स हमला किहेस अउर लोगन क मार डाइएस।
उ पचे यहूदा बचे लोगन क मारि डइहीं।
एक मेहरारू क सात ठु पूत होइ सकत हीं,
किन्तु उ पचे सबहिं मारा गवा।
उ रोवत, अउर रोवत रही, जब तलक उ साँस लेइ बरे भी बहोत दुर्बल होइ गएन
उ लज्जा अउर बिना निहचित मँ होइ,
ओकर उजले दिन दुःखे स करिया होइ गएन।”
यिर्मयाह फुन परमेस्सर स सिकाइत करत ह
10 हाय महतारी,
तू मोका जन्म काहे दिहा?
मइँ उ मनई हउँ जउन पूरे देस क दोखी कहइ
अउर आलोचना करइ।
मइँ न कछू उधार दिहे हउँ अउर न ही लिहे हउँ।
किन्तु हर एक मनई मोका अभिसाप देत ह।
11 यहोवा कहेस मइँ तोहका अच्छी तरह तइयार किहेस ह।
तोहर सुत्रन दुआरा लावइ गइ विपत्तियन क समइ
मइँ तोहार बरे बीच मँ दखल दिहेस ह।
परमेस्सर यिर्मयाह क जवाब देत ह
12 “तू जानत अहा कि कउनो मनई लोहा काँसा
उत्तर वाले लोहे क सुत्रन क चकनाचूर नाहीं कइ सकत्या।
13 यहूदा क लोगन क लगे सम्पत्ति अउर खज़ानन अहइँ।
मइँ उ सम्पत्ति क दूसर लोगन क देब।
ओन दूसर लोगन क उ सम्पत्ति बेसहइ नाहीं पड़ी।
मइँ ओनका उ सम्पत्ति देब।
काहेकि यहूदा बहोत पाप किहेस ह।
यहूदा देस क हर एक भाग मँ पाप किहेस ह।
14 यहूदा क लोगो, मइँ तोहका तोहरे दुस्मनन क दास बनाउब।
तू उ देस मँ दास होब्या जेका तू कबहुँ नाहीं जान्या।
मइँ बहोत कोहान हउँ।
मोर किरोध तपत आगी जइसा अहइ
अउर तू बारि दीन्ह जाब्या।”
15 हे यहोवा, तू मोका समुझत ह।
मोका याद राखा अउर मोर देखरेख करा।
लोग मोका चोट पहोंचावत हीं।
ओन लोगन क उ सजा द्या जेकर उ पात्र अहइँ।
तू ओन लोगन बरे सहनसील अहा।
किन्तु ओनके बरे सहनसील रहत समइ मोका बर्बाद न कइ द्या।
मोरे बारे मँ सोचा।
यहोवा उ पीरा क सोच जउन मइँ तोहरे बरे सहन हउँ।
16 तोहार सँदेसा मोका मिला अउर मइँ मोका निगल गवा।
तोहार सँदेसा मोका बहोत खुस कइ दिहस।
मइँ खुस रहेउँ कि मोका तोहरे नाउँ स गोहरावा जात ह।
तोहार नाउँ यहोवा सर्वसक्तिमान अहइ।
17 मइँ कबहुँ ओकरे साथ नाहीं बइठा
जउन उत्सव मनावत अउ मज़ा करत ह।
अपने उपर तोहरे प्रभाव क कारण मइँ अकेला बइठा।
तू मोरे चारिहुँ कइँती बुराइयन पइ मोका किरोध स भर दिहा।
18 मइँ नाहीं समुझ पावत कि मइँ काहे अब तलक घायल हुउँ?
मइँ नाहीं समुझ पावत कि मोर घाव नीक काहे नाहीं होत अउर भरत काहे नाहीं?
हे यहोवा, मइँ समुझत हउँ कि तू बदल गवा अहा।
तू सोता क उ पानी क तरह अहा जउन झुराइ गवा होइ।
तू उ सोता क तरह अहा जेकर पानी झुराइ गवा होइ।
19 तबइ यहोवा कहेस, “जदि तू लउट आइ तउ मइँ तोहका आपन लगे वापिस लउटाउब।
अउर तू मोरे लगे खड़ा होब्या।
जदि तू महत्वपूर्ण बात कहत ह अउर उ बेकार बातन क नाहीं कहब्या,
तउ तू मोरे बरे कहि सकत ह।
यहूदा क लोगन क बदलइ चाही अउर तोहरे लगे ओनका आवइ चाही।
किन्तु तू जिन बदला अउर ओनकी तरह न बना।
20 मइँ तोहका सक्तिसाली बनाउब।
उ सबइ लोग सोचिहीं कि तू काँसे क बनी देवार जइसी सक्तिसाली अहा
यहूदा क लोग तोहरे खिलाफ लड़िहीं,
किन्तु उ पचे तोहका हरइहीं नाहीं।
काहेकि मइँ तोहरे साथ हउँ।
मइँ तोहार सहायता करब, तोहार उद्धार करब।”
इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
21 “मइँ तोहार उद्धार ओन बुरे लोगन स करब।
उ सबइ लोग तोहका डेरावत हीं।
किन्तु मइँ तोहका ओन लोगन स बचाउब।”
ईसू क आवइ क तइयारी
(मत्ती 3:1-12; लूका 3:1-9,15-17; यूहन्ना 1:19-28)
1 परमेस्सर क पूत ईसू मसीह क सुसमाचार[a] क सुरुआत। 2 जइसा अगवा होई, यसायाह नबी[b] क किताब मँ लिखा अहइ: उ कहेस,
3 “एक ठु मनई के चिल्लाय क अवाज उसरे मँ सुनि लीन्ह:
‘पर्भू क बरे रस्ता बनवा
अउर सोझ रस्ता तइयार करा।’” (B)
4 यूहन्ना उसरे मँ बपतिस्मा देत आइ। उ लोगन स बपतिस्मा लेने क कहेस कि उ आपन मनफिराव क दिखा सकइँ। अउर ओनके पापन्क छमा होइ। 5 यरूसलेम अउ यहूदिया देस क सब जने ओकरे निअरे गएन। जइसे उ सब आपुन्हि पापन्क कबूलेन्ह, उ सब यरदन नदिया मँ ओसे बपतिस्मा पाएन।
6 यूहन्ना ऊँटन्क बारेन्स बनवा बस्तर पहिरत रहा, अउर करिहाउँ प खालि क पेटी बाँधत रहा। उ टिड्डन्क अउर जंगली सहद खात रहा।
7 उ इ बात क प्रचार करत रहा: “मोरे पाछे मोसे जिआदा एक ठु बरिआर मनई आई। मइँ ऍतना जोग्य नाहीं कि ओकरे सोझे खड़ा होइके अउर निहुरिके ओकरे बधियउरी क फीता तलक खोलि सकउँ। 8 मइँ तू पचन्क पानी स बपतिस्मा देत अही मुला उ तू पचन्क पवित्तर आतिमा[d] स बपतिस्मा देई।”
ईसू बपतिस्मा लिहेस
(मत्ती 3:13-17; लूका 3:21-22)
9 उ समइ ईसू नासरत स गलील आवा। हुवाँ यूहन्ना रहा। ईसू ओसे यरदन नदिया मँ बपतिस्मा लिहस। 10 जइसे ही पानी स बाहेर आवत रह, उ खुला भवा अकास देखेस। अउर पवित्तर आतिमा कबूतरे क नाईं ओह प उतरी। 11 फिन अकासबानी भइ: “तू मोर पूत, जेहका मइँ पियार करत हउँ। मइँ तोहसे बहोत खुस हउँ।”
ईसू क परीच्छा लीन्ह गइ
(मत्ती 4:1-11; लूका 4:1-13)
12 तब तुरंतहि आतिमा ईसू क उसरे मँ पठएस। 13 अउ उ उसरे मँ चालीस दिन तइँ रहा। उहइ समइया मँ सइतान ओका भरमावत भवा रहा। हुवाँ ईसू जंगली जनावर क संग रहा। जहाँ सरगदूतन आइ क ओकर सेवा किहेन।
ईसू कछू चेलन क चुनेस
(मत्ती 4:12-17; लूका 4:14-15)
14 ओकरे बाद यूहन्ना जेली मँ धाँध दीन्ह गवा। फिन ईसू गालील मँ गवा अउर परमेस्सर क सुसमाचार क प्रचार करत रहा। 15 उ कहेस, “समइ पूरा होइ गवा परमेस्सर क राज्य नगिचे अहइ। सब जने मनफिरावा अउर सुसमाचार मँ बिसवास करा।”
ईसू कछू चेलन क चुनेस
(मत्ती 4:18-22; लूका 5:1-11)
16 जब ईसू गलील झील क निअरे स होइ के जात रहा। उ समौन[e] अउर समौन क भाई अन्द्रियास क निहारेस। उ दुइनउँ मछुआरा रहेन, एह बरे उ सब जलिया क झीले मँ डारत रहेन। 17 ईसू ओनसे कहेस, “आवा, अउर मोरे पाछे आवा। मइँ तू पचन क कइसे मनई बटोरा जात हीं इ बात सिखाउब।” 18 तबहिं फउरन उ सब आपनि जालिन्ह क छाँड़ि दिहन अउर ओकरे पाछे आएन।
19 तबहिं ईसू तनिक आगे झिलिया क तीरे चलत-चलत जब्दी क बेटवा याकूब अउर ओकर भाई यूहन्ना क निहारेस। उ सबइ आपन नाउ मँ आपन जालि क मरम्मत करत रहेन। 20 उ तबहिं फउरन उ सबन्क बोलॉएस। एह बरे कि उ सबइ नाउ मँ आपन बाप जब्दी क छाँड़ि कइ ओके संग ओकरे पाछे आएन।
ईसू मनई क चंगा करेस जेह पर दुस्ट आतिमा सवार रही
(लूका 4:31-37)
21 ओकरे बाद उ पचे कफरनहूम गएन। फुन अगवा ईसू आवइवाला सबित क दिन[f] आराधनालय[g] मँ जाइके लोगन्क सिच्छा देइ लाग। 22 सिरिफ धरम सास्तिरियन क जानइवाला क तरह नाहीं मुला एक ठु मुड्ढ क नाईं सिच्छा देत रहा। एह बरे उ सब मनइयन ओकरे सिच्छा स अचरजे मँ पड़ि गएन। 23 ओनकर यहूदी पराथना सभा मँ एक ठू अइसा मनई रहा जेका दुस्ट आतिमा धरे रही। उ मनई चिचिअन अउर कहेस, 24 “मोसे तू का चाहत बाट्या, नासरत क ईसू? का हम पचन्क बरिबाद करइ क आइ बाट्या? मइँ जानत हउँ तू का अहा, तू अहा परमेस्सर क पवित्तर मनई!”
25 मुला एह पइ ईसू पटकारेस, “खामोस रह, ओहका छाँड़िके चला आव।” 26 तबहिं दुस्ट आतिमा उ मनई क हिलाइस अउर खूब जोर स चिचिआन। फिन ओहमाँ स बाहेर आइ गइ।
27 ऍहसे हर मनई अचरज मँ पड़ि गवा। सब मनइयन आपुस मँ पूछइ पछोरे लागेन, “हिआँ इ कावा? इ मनई एक ठु नई सिच्छा देत बाटइ। उ मुड्ढ गियान स सिखवत अहइ। उ दुस्ट आतिमा क हुकुम देत हय अउर उ पचे ओहका मानत हीं।” 28 एह बरे गलील अउ ओह के चारिउँ कइँती ईसू क नाउँ तुरंतइ फइल गइ।
ईसू ढेर मिला क चंगा कीहेस
(मत्ती 8:14-17; लूका 4:38-41)
29 ईसू अउर ओकर चेलन आराधनालय तजि दिहन अउर सोझे याकूब अउ यूहन्ना क संग समौन अउर अन्द्रियास क घरे गएन। 30 समौन क सास बोखॉरे स बिछउना प पहुड़ी रही। तउ उ सब तुरंतहि ईसू क ओकरे बारे मँ बताऍन। 31 तइसेन उ ओकरे नगिचे गवा। ओकर हथवा पकरि के ओका उठाएस। बोखॉर ओहका छाँड़ि दिहस अउर उ सबन्क सेवॅकाई करइ लाग।
32 सूरज बूड़े क बाद सांझ होइ जाए प उ सब लोग ढेर बेरमियन्क अउर जेनका दुस्ट आतिमन बियाधत रहा, ईसू क नगिचे लिवाइ लाऍन। 33 अउर समूचा सहर दुआरे प जम गवा। 34 उ तरह तरह क रोग स बेरमिया रहेन ओन सबन्क बेमारी स जरटुट किहेस अउर बहोत स दुस्ट आतिमन भगाय दिहस। उ दुस्ट आतिमन क नाहीं बोलइ दिहस, एह बरे कि उ सब ओहका जान गइन।
ईसू सुसमाचार सुनावइ क तइयारी करेस
(लूका 4:42-44)
35 बड़े भिन्सारे जब मुँह अँधियार रहा, ईसू जागि गवा। ओकरे बाद घरवा स बाहेर अकेल्ले मँ अउर उजाड़े मँ गवा, हुवाँ उ पराथना करेस। 36 पाछे समौन अउ ओकर साथी ईसू क हेरत-हेरत बाहेर गएन। 37 उ पचे ओहका हेरि के ओसे कहेन, “हर मनई तोहका हेरत अहइ।”
38 फिन ईसू ओनसे कहेस, “हमका दूसर क नगरन मँ जाइही चाही। तबहिं उ सबन ठउरन मँ मइँ उपदेस दइ सकत हउँ। एह बरे मइँ आइ हउँ।” 39 अइसे उ गलील क सब ठउरन मँ ओनके आराधनालयन मँ उपदेस देत अउर संग दुस्ट आतिमा क भगावत रहा।
ईसू कोढ़ी क चंगा कीहेस
(मत्ती 8:1-4; लूका 5:12-16)
40 फिन एक ठु कोढ़ी ओकरे निअरे आवा अउर उ निहुरि क ईसू स बिनती किहेस, “जउ तू चाहा, तू मोका चंगा कइ सकत ह।”
41 ओकर जिअरा दाया स भरि गवा। फिन उ आपन हथवा फइलावत ओका छुइके कहेस, “मइँ चाहत हउँ, तू नीक ह्वा।” 42 तबहिं फउरन ओकर कोढ़ जरटुट होइ ग अउर उ नीक होइ ग।
43 ईसू ओका जाइक बरे कहेस मुला ओका एक करी चिताउनी दिहेस, 44 “देखा, तू ऍकरे बारे मँ कउनो स कछुहि जिन कह्या। फिन याजक क लगे जा अउर ओका आपन क देखावा। परमेस्सर क भेंट द्या जेह बरे तू नीक होइ गया। अउर जइसा मूसा क व्यवस्था बताएस,[h] वइसा आपन नीक होइ क भेंट द्या। जइसे इ एक सनद रहइ।” 45 फिन उ मनई चला गवा, अउर बेधड़क बतावइ लाग अउर खबरिया क प्रचार करइ लाग। ऍहसे ईसू अजादी स कस्बन मँ जाइ न सका। आखिर उ अकेल्लले मँ अउर उजड़े ठउरन मँ टिकइ लाग। सब मिला ठउर ठउर सा ओकरे नगिचे आवत रहेन।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.