M’Cheyne Bible Reading Plan
14 याजक एलीआज़ार, नून क पूत यहोसू अउ इस्राएल क परिवार समूह क प्रमुख लोग निहचय किहन कि उ पचे कउने भुइँया क कउन लोगन क दिहन। इ सारी भुइँया यरदन नदी क पच्छिम कइँती कनान मँ रहेन। 2 यहोवा उ ढंग मूसा क बहोत पहिले बताइ दिहे, जउने ढंग स उ चाहत रहा कि लोग आपन भुइँया चुनइँ। साढ़े नौ परिवार समूह क लोग कउन स भुइँया उ पचे पइहीं ऍकर निहचय करइ बरे गोट डाएन। 3 मूसा अढ़ाई परिवार समूहन क ओनकर भुइँया ओनका यरदन नदी क पूरब मँ दइ दिहे रहा। मुला लेवी क परिवार समूह क दूसर लोगन क तरह कउनो भी भुइँया नाहीं मिली। 4 बारह परिवार समूहन क आपन खुद क भुइँया दइ दीन्ह गइ। यूसुफ क पूत दुइ परिवार-समूहन-मनस्से अउ एप्रैम मँ बँट ग रहेन अउर हर एक परिवार समूह कछु भुइँया पाइ लिहस। मुला लेवी क परिवार समूह क कबिलन क कउनो भुइँया नाहीं दीन्ह गइ। ओनका रहइ बरे कछू सहर दीन्ह ग रहेन अउर इ सबइ सहर हर एक परिवार-समूह क भुइँया मँ रहेन। ओनका जनावरन बरे खेत भी दीन्ह ग रहेन। 5 यहोवा मूसा क बताइ दिहे रहा कि उ कउने ढंग स इस्राएल क परिवार समूहन क भुइँया देइ। इस्राएल क लोग उहइ ढंग स भुइँया क बाँटेन, जउने ढंग स बाँटइ बरे यहोवा क हुकुम रहा।
कालेब क ओकर प्रदेस मिलत ह
6 एक दिन यहूदा परिवार समूह क लोग गिलगाल मँ यहोसू क लगे गएन। ओन लोगन मँ कनजी यपुन्ने क पूत कालेब रहा। कालेब यहोसू स कहेस, “कादेसबर्ने मँ यहोवा जउन बातन कहे रहा। तोहका याद अहइ। यहोवा आपन सेवक[a] बातन करत रहा। यहोवा तोहरे अउ मोरे बारे मँ बात करता रहा। 7 यहोवा क सेवक मूसा मोका उ भुइँया क जासूसी करइ बरे पठएस जहाँ हम पचे जात रहे। उ समइया मइँ चालीस बरिस क रहेउँ। जब मइँ लउटेउँ तउ मूसा क मइँ उ बताएउँ, जउन मइँ उ भुइँया क बारे मँ अनुभव राखत रहेउँ। 8 मुला जउन दूसर मनई मोरे संग गए रहेन उ पचे ओनसे अइसी बातन किहन जेहसे लोग डेराइ गएन। मुला मइँ यहोवा क हुकुमन क वफादारी स पालन किहस। 9 ऍह बरे मूसा वचन दिहस, ‘जउने देस मँ तू गए रह्या उ तोहार होइ। उ देस सदा तोहरे गदेलन क होइ। मइँ उ छेत्र तोहका देब, काहेकि तू यहोवा मोरे परमेस्सर पइ पूरा भरोसा किह्या ह।’
10 “अब, सोचा कि उ समइ स यहोवा जइसा कहे रहा उहइ तरह मोका पैंतालीस बरिस तलक जिअत रखेस ह। उ समइ हम सब रेगिस्तान मँ भटकत रहेन। अब, मइँ पचासी बरिस क होइ गवा हउँ। 11 मइँ अबहुँ भी ओतना ही सकतीसाली हउँ जेतना सक्तीसाली मइँ उ समइ रहेउँ, जब मूसा मोका पठए रहा। मइँ ओन दिनन क तरह अब भी जुद्ध करइ क तइयार अहउँ। 12 ऍह बरे उ पहाड़ी देस मोका दइ द्या जेका यहोवा बहोत पहिले उ दिन मोका देइ क वचन दिहे रहा। उ समइ तोहका पता लाग रहा कि सहर बहोत बड़ा अउर किलेदार रहेन अउ ओन दिनन सक्तीसाली अनाकी लोग ओन सहरन पइ सासन करत रहेन। मुला अब यहोवा मोरे संग अहइ अउर मइँ उ प्रदेस क वइसेन ही लइ लेब जइसा यहोवा कहेस ह।”
13 यहोसू यपुन्ने क पूत कालेब क आसीर्बाद दिहस। यहोसू हेब्रोन सहर क ओकरे अधिकार मँ दइ दिहस। 14 अउर उ सहर अब भी कनजी यपुन्ने क पूत कालेब क परिवार क अहइ। उ प्रदेस अब तलक ओकरे लोगन क अहइ काहेकि, उ इस्राएल क परमेस्सर यहोवा क आग्या मानेस अउर ओह पइ पूरा बिस्सास किहस। 15 पहिले इ सहर क नाउँ किर्यतर्बा रहा। सहर क नाउँ अनाकी लोगन क सब त महान अर्बा नाउँ क मनई क नाउँ पइ रखा गवा रहा।
एकरे पाछे, उ देस मँ सान्ति रही।
यहूदा बरे प्रदेस
15 यहूदा क जउन प्रदेस दीन्ह गवा उ ओकरे सारे कबिलन क बीच मँ बँटा। उ प्रदेस एदोम क छेत्र तलक अउर सीन क रेगिस्तान मँ ऍका सबइ त दक्खिन छेत्र तलक फइला रहा। 2 यहूदा क प्रदेस क दक्खिनी सीमा मृत सागर क दक्खिनी छोर स सुरु होत रही। 3 इ सीमा बिच्छू दर्रा क दक्खिन तलक जात रही अउर सीन तलक बढ़ी भइ रही। तब इ सीमा कादेसबर्ने क दक्खिन तलक लगातार गइ रही। इ सीमा हेस्रोन क आगे अद्दार तलक चलत चली गइ रही। अद्दार स चउहद्दी मुड़त रही अउर कर्काआ तलक गइ रही। 4 इ सीमा अम्मोन स होत भइ मिस्र क नहर तलक लगातार चलिके अन्त मँ भूमध्य सागर तलक पहोंचत रही। उ प्रदेस, प्रदेस क दक्खिनी सीमा बनावत रही।
5 उ प्रदेस क पूर्बी सीमा मृत सागर (खारा समुद्दर) क किनारे स सुरू होत रही जहाँ पइ यरदन नदी समुद्र मँ गिरत रही।
उत्तरी सीमा उ छेत्र स सुरू होत रही जहाँ यरदन नदी मृत सागर मँ गिरत रही। 6 तब उत्तरी सीमा बेथोग्ला स होत भइ गएन अउर बोहन चट्टान (बोहन रूबेन क पूत रहा।) होत भइ उत्तरी बेतराबा तलक चली गइ रही। 7 तब उत्तरी सीमा आकोर क घाटी स होइके दबीर तलक गइ रही। हुआँ सीमा उत्तर क मुड़ि जात रही अउर गिलगाल तलक जात रही। गिलगाल उ सड़क क पार अहइ जउन अदुम्मीम पहाड़े स होइके जात ह जउन कि घाटी क दक्खिन कइँती अहइ। इ सीमा एनसेमेस पानी क बहाव क संग लगातार गइ रही। एन रोगेल पइ सीमा खतम रही। 8 तब इ सीमा यबूसी सहर क दक्खिन कइँती स बेन हिन्नोम घाटी स होइके गइ रही। उ यबूसी सहर क यरूसलेम कहा जात रहा। (उ जगह पइ सीमा हिन्नोम घाटी क उतरी छोर प रही।) 9 तब सीमा पहाड़ क चोटी पइ स नेप्तोह क पानी क झील तलक जात रही। ओकरे पाछे सीमा एप्रोन पहाड़े क निचके क सहरन तलक जात रही। उ जगह पइ सीमा मुड़त रही अउर बाला क जात रही जो कि किर्यत-यारीम अहइ। 10 बाला स सीमा पच्छिम कइँती मुड़ी अउर सेईर क पहाड़ी देस क गइ। यारीम पहाड़े क उत्तर क छोर तलक सीमा चलत रही (एका कासालोन भी कहा जात ह) अउर बेतसमेस तलक गइ। हुआँ स सीमा तिम्ना क पार गइ। 11 तब इकरोन क उत्तरी छोर मँ क गइ। तब उ जगह स सीमा सिक्करोन क मुड़ी अउर बाला पर्वत क पार गइ। इ सीमा लगातार यब्नेल तलक गइ अउर भूमध्य सागर पइ खतम भइ। 12 भूमध्य सागर यहूदा प्रदेस क पच्छिमी सीमा पइ रहा। इ सबइ यहूदा क प्रदेस सीमा रहेन। यहूदा क परिवार समूह इ प्रदेस मँ रहत रहा।
13 यहोवा यहोसू क आदेस दिहे रहा कि उ यपुन्ने क पूत कालेब क यहूदा क भुइँया मँ स हींसा देइ। ऍह बरे यहोसू कालेब क उ प्रदेस दिहस जेकरे बरे परमेस्सर आदेस दिहे रहा। यहोसू ओका किर्यत-अर्बा क सहर दिहस (जउन हेब्रोन भी कहा जात रहा)। (अर्बा अनाक क बाप रहा।) 14 कालेब तीन अनाक परिवारन क हेब्रोन, जहाँ उ पचे रहत रहेन, छोड़ देइ क मजबूर किहस। उ सबइ परिवार रहेन: सेसाइ, अहीमन अउ तल्मै। उ सबइ अनाक क परिवार क रहेन। 15 कालेब दबीर मँ रहइवाले लोगन स लड़ा। (पुराने जमाना मँ दबीर भी किर्यत्सेपेर कहा जात रहा।) 16 कालेब कहेस, “कउनो मनई जउन किर्यत्सेपेर पइ हमला करी अउर उ सहर क जीत लइ, उहइ मोर बिटिया अकसा स बियाह कइ सकी। इ ओकरे बरे एक भेंट होब्य।”
17 कालेब क भाई कनजी क पूत ओत्नीएल उ सहर क हराएस। ऍह बरे कालेब आपन बिटिया अकसा क ओका आपन पत्नी होइ बरे कन्यादान दिहस। 18 ओत्नीएल अकसा स कहेस कि उ आपन बाप स कछू जियादा भुइँया माँगइ। अकसा आपन बाप क लगे गइ। जब उ आपन गदहा स उतरी तउ ओकर बाप ओहसे पूछेस, “तू का चाहति अहा?”
19 अकसा जवाब दिहस, “मइँ आपन एक ठु आसीर्बाद पावइ चाहत हउँ। मइँ पानीवाली भुइँया चाहत हउँ जउन भुइँया आप मोका जेगेब मँ दिहा ह, उ बहोत झुरान अहइ, ऍह बरे मोका अइसी भुइँया द्या जेहमाँ पानी क सोता होइँ।” ऍह बरे कालेब ओका भुइँया क ऊपरी अउ खाले क हींसा मँ सोतन क साथ भुइँया दिहस।
20 यहूदा क परिवार समूह उ भुइँया पाएस जेका परमेस्सर ओका देइ क वचन दिहे रहा। हर एक कबीला समूह भुइँया क हींसा पाएस।
21 यहूदा क कबीला दक्खिन मँ सबइ सहरन क पाएस। इ सबइ सहर एदोम क प्रदेस क निचके रहेन। इ सबइ रहेन:
कबसेल, एदेर, यागूर, 22 कीना, दीमोना, अदादा, 23 केदेस, हासोर, यित्नान, 24 जीप, तेलेम, बालोत, 25 हासोर्हदत्ता, करिय्योत-हेस्रोन (हासोर भी कहा जात रहा।), 26 अमाम, समा, मोलादा, 27 हर्सगद्दा, हेसमोन, बेत्पालेत, 28 हसर्सूआल, बेर्सबा, बिज्योत्या, 29 बाला, इय्यीम, एसेम, 30 एलतोलद, कसील, होर्मा, 31 सिकलग, मदमन्ना, सनसन्ना, 32 लबाओत, सिल्हीम ऐन अउ रिम्मोंन। सब मिलाइके उन्तीस सहर अउर ओनके सबहिं खेत रहेन।
33 पच्छिमी पहाड़ियन क तलहटी क सहरन:
एसताओल, सोरा, असना, 34 जानोह, एनगन्नीम, तप्पूह, एनाम, 35 यर्मूत, अदुल्लाम, सोको, अजेका, 36 सारैम, अदीतैम अउ गदेरा (गदेरोतैम भी कहा जात रहा)। सब मिलाइके हुआँ चोदह सहर अउ ओनकर सारे खेत रहेन।
37 सनान, हदासा, मिगदलगाद, 38 दिलान, मिस्पे, योक्तेल, 39 लाकीस, बोस्कत, एग्लोन, 40 कब्बोन, लहमास, कितलीस, 41 गेदोरेत, बेतदागोन, नामा, अउर मक्केदा, सब मिलाइके हुआँ सोलह सहर अउर ओनकर सारा खेत रहेन।
42 लिब्ना, ऐतेर, आसान, 43 यिप्ताह, असना, नसीब, 44 कीला, अकजीब अउ मारेसा। सब मिलाइके इ सबइ नौ सहर अउर ओनकर सारा खेत रहेन। 45 एकोन अउर ऍकर चारिहुँ कइँती क गाँव, अउर खेतन। सहर अउ निचके क नान्ह सहर सारा खेतन क संग पाएन। 46 एकोन क पच्छिम क छेत्र, सारा खेत अउर असदोद क निअरे क सहरन। 47 असदोद क चारिहुँ कइँती क छेत्र अउर हुआँ क नान्ह नगर जउन कि यहूदा प्रदेस क हींसा रहेन, ऍकर संग चारिहुँ ओर क खेतन अउर सहरन समेत। गाजा क सबइ कइँती क छेत्र ओनकर प्रदेस मिस्र क नदी अउर आगे लगातार भूमध्य सागर क किनारे तलक फइला रहा।
48 पहाड़ी देस सहरन:
सामीर, यत्तीर, सोको, 49 दन्ना, किर्यत्सन्ना (एका दबीर भी कहत रहेन), 50 अनाब, एसतमो, आनीम, 51 गोसेन, होलोन अउर गीलो सब मिलाइके ग्यारह सहर अउर ओनकर खेत रहेन।
52 अराब, दूमा, एसान, 53 यानीम, बेत्तप्पूह, अपेका, 54 हुमता, किर्यतर्बा (हेब्रोन) अउर सीओर इ सबइ नौ सहर अउर एनकर सारा खेत रहेन।
55 माओन, कर्मेल, जीप, यूता, 56 यिज्रेल, योकदाम, जानोह, 57 कैन, गिबा अउर तिम्जा। इ सबहिं दस सहर अउर ओनकर सारा खेत रहेन।
58 हलहूल, बेतसूर, गदोर, 59 मरात, बेतनोत अउर एलतकोन सबहिं छ: सहर अउ ओनकर सारा खेत रहेन।
60 रब्बा अउर किर्यत-बाल, जेका किर्यत-यारीम भी कहा जात रहा।
61 यहूदा क लोगन क रेगस्तिन मँ सहर दीन्ह ग रहेन। ओन सहरन क सूची इ अहइ।
बेतराबा, मिद्दीन, सकाका, 62 निबसान, लवण सहर अउर एनगदी। सब मिलाइके छ: सहर अउ ओनकर सारा खेत रहेन।
63 यहूदा क फउज यरूसलेम मँ बसइयन यबूसी लोगन क जबरदस्ती बाहेर करइ मँ समरथ नाहीं भइ। ऍह बरे अब तलक यबूसी लोग यरुसलेम मँ यहूदा लोगन क बचि रहत हीं।
1 यहोवा क गुणगान करा।
मोर मनवा, यहोवा क बड़कई करा।
2 मइँ आपन जिन्नगी भइ यहोवा क गुण गाउब।
मइँ जब तलक जिअब आपन परमेस्सर बरे संगीत बजावत रहब।
3 आपन प्रमुखन क भरोसे जिन रहा।
मदद पावइ बरे मनई क भरोसे जिन रहा, काहेकि तोहका मनई बचाइ नाहीं सकत ह।
4 लोग मर जात हीं अउर दफनाइ दीन्ह जात हीं।
फुन ओनकर मदद देइ क सबहिं जोजना यूँ ही चली जात हीं।
5 ओनका धन्य होइ जउन याकूब क परमेस्सर क आपन सहायक क रूप मँ राखेस ह।
ओनका धन्य होइ जउन यहोवा आपन परमेस्सर क भरोसे रहा करत हीं।
6 उ सरग अउ धरती क बनाएस ह।
उ सागर अउर ओहमाँ क हर चिजियन क बनाएस ह।
उ हमेसा बिस्सासी रही।
7 उ सताया भवा लोगन क संग उचित बेउहार करत ह।
उ भुखान लोगन क भोजन देत ह।
यहोवा बन्दी लोगन क छोड़ाइ दिया करत ह।
8 यहोवा आँधर क आँखियन क खोलि दिहेस।
यहोवा ओन लोगन क सहारा देत ह जउन ठोकर खाएन हीं।
यहोवा सच्चे लोगन स पिरेम करत ह।
9 यहोवा हमरे देस मँ रहइवालन बिदेसियन क रच्छा करत ह।
यहोवा अनाथन अउ राँड़ मेहररूअन क धियान रखत ह।
किन्तु दुर्जनन क मकसदन क विफल करत ह
10 यहोवा सदा राजा क रूप मँ सासन करत रहइ।
हे सिय्योन तोहार परमेस्सर पीढ़ी दर पीढ़ी राज करत रहइ।
यहोवा क गुणगान करा।
1 यहोवा क बड़कई करा काहेकि उ नीक अहइ।
हमरे परमेस्सर क स्तुति क गीत गावा,
काहेकि इ नीक अहइ अउ ओकरे बरे सुखदायी अहइ।
2 उ यहोवा अहइ जउन यरूसलेम क बनाएस ह।
उ उहइ जउन ओन लोगन क एक संग जमा किहेस ह जेनका इस्राएल स तितर-बितर कीन्ह गवा रहा।
3 परमेस्सर ओनकर टूटे मनवा क चंगा करत रहत
अउर ओनकर घावन पइ पट्टी बाँधत रहा।
4 परमेस्सर तारन क गनत ह
अउर हर एक तारा क नाउँ जानत ह।
5 हमार सुआमी बहोत महान अउर सक्तीसाली अहइ।
ओकरे गियान क सीमा न अहइ।
6 यहोवा दीन लोग क सहारा देत ह।
उ दुट्ठ लोगन क खाले मँ हींच लेत ह।
7 गाइके यहोवा क धन्यवाद द्या।
हमरे परमेस्सर क गुणगान वीणा क संग करा।
8 उ बादरन स अकासे क ढाँपत ह।
उ धरती पइ बर्खा करावत ह।
उ पहाड़न पइ हरी घास क उगावत ह।
9 उ गोरूअन क अउर नान्ह कउअन क
जउन ओकरे मदद बरे गोहरावत हीं, चारा देत ह।
10 ओका जुद्ध क घोड़न
अउर सक्तिसाली सैनिक नाहीं भावत हीं।
11 यहोवा ओन लोगन स प्रसन्न होत ह, जउन ओकर सम्मान करत हीं।
यहोवा प्रसन्न अहइ, अइसे ओन लोगन स जेनकर आस्था ओकरे सच्चे पिरेम मँ अहइ।
12 हे यरूसलेम, यहोवा क गुण गावा।
सिय्योन, आपन परमेस्सर क बड़कई करा।
13 हे यरूसलेम, तोहरे फाटकन क परमेस्सर सुदृढ़ बनावत ह।
तोहरे नगर क लोगन क परमेस्सर असीस देत ह।
14 परमेस्सर तोहार देस क सान्ति स आसीस देत ह,
एह बरे तोहरे लगे खाइ बरे अनाज क ढेर अहइ।
15 परमेस्सर धरती क आदेस देत ह
अउर ओकर आदेस क फउरन पालन होत ह।
16 परमेस्सर धरती पइ तब तलक पाला गिरावत जब तलक धरातल वइसा सफेद नाहीं होइ जात जइसा उज्जर ऊन होत ह।
उ बर्फ क छोटा टूकन क हवा क संग धूरि क नाई उड़त ह।
17 परमेस्सर ओलन क अइसा बनावत ह मानो पाथरन अकासे स गिरत हीं।
कउनो मनई उ ठिठुरन क नाहीं सह सकत ह जउन ओकरे दुआरा भेजा जात ह।
18 फुन परमेस्सर दूसर आग्या देत ह, अउर गरम हवा फुन बहइ लग जात ह।
बर्फ टेघरइ लागत अउर जल बहइ लग जात ह।
19 परमेस्सर आपन आदेस याकूब क दिहे रहा।
परमेस्सर इस्राएल क निज बिधि क बिधान अउ नेमन क दिहस।
20 यहोवा कउनो दूसर रास्ट्र क बरे अइसा नाहीं किहस।
परमेस्सर आपन नेमन क, कउनो दूसर जाति क नाहीं सिखाएस।
यहोवा क जस गावा।
यिर्मयाह क मन्दिर उपदेस
7 इ यहोवा क सँदेसा यिर्मयाह बरे अहइ। 2 “यिर्मयाह यहोवा क मन्दिर दुआरे क समन्वा खड़ा ह्वा। दुआरे पइ इ सँदेसा घोसित करा:
“‘यहूदा रास्ट्र क सबहिं लोगो, यहोवा क उपासना करइ बरे जउन लोग एन दुआरन स होइके आवा, हिआँ यहोवा क सँदेसा रहा। 3 इस्राएल क लोगन क परमेस्सर यहोवा अहइ। सर्वसक्तीमान यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ, आपन जिन्नगी बदला अउर नीक काम करा। जदि तू अइसा करब्या तउ मइँ तू पचन्क इ ठउरे पइ रहइ देब। 4 इ झूठ पइ जिन पतियाअ जउन कछू लोग बोलत हीं। उ पचे कहत हीं, “इ यहोवा क मन्दिर अहइ। यहोवा क मन्दिर अहइ! यहोवा क मन्दिर अहइ!” 5 जदि तू पचे आपन जीवन बदलब्या अउर नीक करम करब्या, तउ मइँ तू पचन्क इ ठउरे पइ रहइ देब। तू पचन्क एक दूसर पइ निस्ठावान होइ चाही। 6 तू पचन्क अजनबियन क संग भी निस्ठावान होइ चाही। तू पचन्क राँड़ अउर अनाथ लरिकन बरे उचित काम करइ चाही। निरपराध लोगन क जिन मारा। दूसर देवतन क अनुसरण न करा। काहेकि उ पचे तोहरे पचन्क जिन्नगी क नस्ट कइ देइहीं। 7 जदि तू पचे मोरी आग्या क पालन करब्या तउ मइँ तू पचन्क इ ठउरे पइ रहइ देब। मइँ इ प्रदेस तोहरे पचन्क पुरखन क अपने लगे सदा ही रखइ बरे दिहेउँ।
8 “‘किन्तु तू पचे झूठ मँ बिस्सास करत अहा अउर उ झूठ बियर्थ अहइ। 9 का तू पचे चोरी अउर हत्या करब्या? का तू पचे बिभिचार क पाप करब्या? का तू फाइदा बरे झूठी गवाही देब्या? का तू पचे लबार देवता बाल क पूजा करब्या अउर दूसर देवतन क अनुसरण करब्या जेनका तू पचे नाहीं जानत्या? 10 जदि तू पचे इ सबइ पाप करत अहा तउ का तू पचे समुझन अहा कि तू पचे उ मन्दिर मँ मोरे समन्वा खड़ा होइ सकत ह जेहसे मोरे नाउँ स गोहरावा जात होइ? का तू पचे सोचत अहा कि तू पचे मोरे समन्वा खड़ा होइ सकत अहा अउर कहि सकत अहा, “हम सुरच्छित अही?” सुरच्छित एह बरे कि जेहसे तू पचे घृणित कार्य कइ सका। 11 इ मन्दिर मोरे नाउँ स गोहरावा जात ह। का इ मन्दिर तोहरे पचन बरे डकैतन क छिपइ क ठउरे क अलावा दूसर कछू नाहीं अहइ? मइँ तोहार पचन्क चौकसी रखत हउँ।’” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
12 “‘यहूदा क लोगो, तू पचे अब सीलो नगर क जा। उ ठउरे पइ जा जहाँ मइँ पहिली बार अपने नाउँ क बरे मन्दिर बनाएउँ। जा अउर लखा कि उ ठउरे क मइँ ओन पाप क बरे का किहेउँ जउन एह बरे कि लोग किहन। 13 तू लोग इ सबइ सब पाप करम करत रह्या। इ सँदेसा यहोवा क रहा। मइँ तू पचन्स बार-बार बातन किहेउँ, मुला तू पचे मोर अनसुनी कइ दिहा। मइँ तू लोगन क पुकारेउँ पर तू पचे जवाब नाहीं दिहा। 14 एह बरे मइँ आपन नाउँ स गोहरावा जाइवाले यरूसलेम क इ मन्दिर क नस्ट करब। मइँ उ मन्दिर क जेहमाँ तू पचे बिस्सास करत अहा वइसे ही नस्ट करब जइसे मइँ सीलो क नस्ट किहेउँ। अउ मइँ उ ठउरे क नस्ट करब्या जेका मइँ तू पचन्क अउर तोहरे पचन्क पुरखन क दिहेउँ। 15 मइँ तू पचन्क अपने पास ह वइसे ही दूर लोकाइ देब जइसे मइँ तोहरे सबहिं भाइयन क एप्रैम स लोकाएउँ।’
16 “यिर्मयाह, जहाँ तलक तोहार बात अहइ, तू यहूदा क एन लोगन बरे पराथना जिन करा। न ओनके बरे याचना करा अउर न ही ओनके बरे पराथना। ओनकर सहायता बरे मोहसे पराथन जिन करा। ओनके बरे तोहरी पराथना क मइँ नाहीं सुनब। 17 मइँ जानत हउँ कि तू लखत अहा कि उ पचे यहूदा नगर मँ का करत अहइँ। तू लखि सकत अहा कि उ पचे यरूसलेम क सड़कन पइ का करत अहइँ? 18 यहूदा क लोग जउन करत अहइँ उ इ अहइ: बच्चन लकड़ी बटोरत हीं। पिता लोग उ लकड़ी क उपयोग आगी बारइ मँ करत हीं। मेहररूअन आटा गूँथत हीं अउर सरग क रानी क भेंट बरे रोटियन बनावत हीं। यहूदा क उ सब लोग दूसर देवतन क पूजा बरे पेय भेंट चढ़ावत हीं। उ पचे मोका किरोधित करइ बरे इ करत हीं। 19 मुला मइँ उ नाहीं हउँ जेका यहूदा क लोग फुरइ चोट पहोंचावत अहइँ।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “उ पचे सिरिफ आपन क ही चोट पहोंचावत अहइँ। उ पचे आपन क लज्जा क पात्र बनावत अहइँ।”
20 एह बरे यहोवा इ कहत ह: “मइँ आपन किरोध इ ठउरे क खिलाफ परगट करब। मइँ लोगन तथा जानवरन क सजा देब। मइँ खेते मँ बृच्छन अउ उ भुइँया मँ जमइवाली फसलन क सजा देब। मोर किरोध प्रचण्ड आगी क नाई होइ अउर कउनो मनई ओका रोक नाहीं सकी।”
यहोवा बलि क अपेच्छा, आपन आग्या क पालन जियादा चाहत ह
21 इस्राएल क परमेस्सर सर्वसक्तिमान यहोवा इ कहत ह, “जा अउर जेतनी भी होमबलि अउर बलि चाहा, भेंट करा। ओन बलियन क गोस खुद खा। 22 मइँ तोहरे पचन्क पुरखन क मिस्र स बाहेर लिआएउँ। मइँ ओनसे बातन किहेउँ, किन्तु ओनका कउनो आदेस होमबलि अउर बलि क बारे मँ नाहीं दिहस। 23 मइँ ओनका सिरिफ इ आदेस दिहेउँ, ‘मोरी आग्या क पालन करा अउर मइँ तोहार पचन्क परमेस्सर रहब तथा तू पचे मोर लोग होब्या। जउन मइँ आदेस देत हउँ उकरा, अउर तोहरे पचन्क बरे सब नीक होइ।’
24 “किन्तु तोहार सबन्क पुरखन मोर एक नाहीं सुनेन। उ पचे मोह पइ धियान नाहीं दिहन। उ पचे हठी रहेन अउर उ पचे ओन कामन क किहन जउन उ पचे करइ चाहत रहेन। उ पचे नीक नाहीं बनेन। उ पचे पहिले स भी जियादा बुरे बनेन, उ पचे पाछे क गएन, अगवा नाहीं बढ़ेन। 25 ओ दिन स जउने दिन तोहरे सबन्क पुरखन मिस्र तजेन आजु तलक मइँ आपन सेवकन क तोहरे पचन्क लगे पठएउँ ह। मोरे सेवक नबी अहइँ। मइँ ओनका तोहरे सबन्क लगे बराबर पठएउँ। 26 मुला तोहार पचन्क पुरखन मोर अनसुनी किहन। उ पचे मोह पइ धियान नाहीं दिहन। उ पचे बहोत हठी रहेन, अउर उ पचे बहोत जिद्दी रहेन, अउर उ पचे आपन पुरखन स भी बढ़िके बुराइयन किहन।
27 “यिर्मयाह, तू यहूदा क लोगन स इ सबइ बातन कहब्या। किन्तु उ पचे तोहार पचन्क एक न सुनिहीं। तू पचे ओनसे बातन करब्या मुला उ पचे तू पचन्क जवाब नाहीं देइहीं। 28 एह बरे तोहका ओनसे इ सबइ बातन कहइ चाही: ‘इ उ रास्ट्र अहइ जउन यहोवा आपन परमेस्सर क आग्या क पालन नाहीं किहस। इ सबइ लोग परमेस्सर क सिच्छन क अनसुनी किहन। इ सबइ लोग सच्ची सिच्छन क नाहीं जानतेन।’
हत्या घाटी
29 “यिर्मयाह, अपने बारन क काट डावा अउर एका लोकाइ द्या। पहाड़ी क नंगी चोटी पइ चढ़ा अउर रोवा चिचियाअ। काहेकि यहोवा इ पीढ़ी क लोगन क दुत्कार दिहेस ह। यहोवा एन लोगन स आपन पीठ मोड़ लिहस ह अउर उ किरोध मँ एनका सजा देइ। 30 इ सबइ करा काहेकि मइँ यहूदा क लोगन क पाप करत लखेउँ ह।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “उ पचे आपन देवमूर्तियन क स्थापना किहेन ह अउर मइँ ओन देवमूर्तियन स घिना करत हउँ। उ पचे देवमूर्तियन क उ मन्दिर मँ स्थापित किहेन ह जउन मोरे नाउँ स अहइ। उ पचे मोरे मन्दिर क ‘गन्दा’ कइ दिहन ह। 31 यहूदा क उ सबइ लोग बेन हिन्नोम घाटी मँ तोपेत क उच्च स्थान बनाए अहइँ। ओन ठउरन पइ लोग आपन पूत-बिटियन क मार डावत रहेन, उ पचे ओनका बलि क रूप मँ बार देत रहेन। इ अइसा अहइ जेकरे बरे मइँ कबहुँ आदेस नाहीं दिहेउँ। इ तरह क बात कबहुँ मोरे मन मँ आई ही नाहीं। 32 एह बरे मइँ तू पचन्क चितउनी देत हउँ। उ सबइ दिन आवत अहइँ।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ, “जब लोग इ ठउरे क तोपेत या बेन हिन्नोम क घाटी फुन नाहीं कहिहीं। नाहीं, उ पचे एका हत्याघाटी कहिहीं। उ पचे एका इ नाउँ एह बरे देइहीं कि उ पचे तोपेत मँ एतने मनइयन क दफनइहीं कि ओनके बरे कउनो दूसर क दफनावइ क जगह नाहीं बची। 33 तब लोगन क ल्हास जमीन क ऊपर पड़ा रइहीं अउर अकासे क पंछियन क चारा होइहीं। ओन लोगन क तने क जंगली जनावर खइहीं। हुआँ ओन पंछियन अउर जनावरन क भगावइ बरे कउनो मनई जिअत नाहीं बची। 34 मइँ आनन्द अउर खुसी क कहकहन क यहूदा क नगरन अउर यरूसलेम क सड़कियन पइ खतम कइ देब। यहूदा अउ यरूसलेम मँ दुलहिन अउ दुल्हा क हँसी-ठिठोली अब स अगवा नाहीं सुनाई पड़ी। पूरा पहँटा सूना रेगिस्तान बन जाइ।”
ईसू राजा क नाई यरूसलेम मँ घुसत ह
(मरकुस 11:1-11; लूका 19:28-38; यूहन्ना 12:12-19)
21 ईसू अउर ओकर चेलन जब यरूसलेम क लगे जैतून पहाड़े क नगिचे बैतफगे पहुँच गएन। 2 तउ ईसू आपन दुइ चेलन क इ हुकुम दइके पठएस, “आपन सोझइ समन्वा क गाउँ मँ जा अउर हुवाँ जात भए ही तोहका एक गदही बाँधी मिली। ओकरे लगे ओकर बच्चा भी मिली। ओनका बाँधिके मोरे लगे लइ आवा। 3 जदि कउनो तोहसे कछू कहइ तउ ओसे कह्या, ‘पर्भू क ऍकर जरूरत अहइ। उ फउरन ही लउटाइ देई।’”
4 अइसा यह बरे भवा कि नबी अइसा कहे रहा:
5 “सिय्योन क नगरी स कहि द्या,
‘देखा तोहार राजा तोहरे लगे आवत बा।
उ नमनसील अहइ, अउर गदहे प सवार अहइ हाँ
गदहे क बच्चा प जउन एक लादइवाला पसु क बच्चा अहइ।’” (A)
6 तउ ओकर चेलन चला गएन अउ वइसा ही किहेन जइसा ओनका ईसू बताए रहा। 7 उ पचे गदही अउर ओकरे बच्चा क लइ आएन। अउर ओन प आपन ओढ़ना डार दिहन काहेकि ईसू क बइठब रहा। 8 बहोत मिला आपन ओढ़ना राहे मँ दसाइ दिहेन अउ दूसर मनइयन बृच्छ क टहनी काटेन अउर ओनका राहे प बिछाइ दिहन। 9 जउन मनई ओकरे आगे चलत रहेन अउर जउन मनई पाछे चलत रहेन, सब पुकारि क कहत रहेन:
सरगे मँ बिराजेस परमेस्सर क होसन्ना!”
10 तउ जब उ यरूसलेम मँ घुसा तब समूचा सहर मँ हड़बड़ाइ गवा। लोग पुछइ लागेन, “इ कउन अहइ?”
11 लोग ही जवाब देत रहेन, “इ गलील क नासरत क नबी ईसू अहइ।”
ईसू मन्दिर माँ
(मरकुस 11:15-19; लूका 19:45-48; यूहन्ना 2:13-22)
12 फिन ईसू मन्दिर क अहाते मँ आवा अउर उ मन्दिर क अहाते मँ जउन बेंचत बेसहत रहेन, ओन सबन क बाहेर खदेरेस। उ पइसा क लेवइया देवइया क चउकी उलटि दिहस अउ कबूतरे क दुकानदार क तखता पलटेस। 13 उ ओनसे कहेस, “पवित्तर सास्तरन मँ कहत बा, ‘मोर घर पराथना घर कहा जाई।’(C) मुला तू सबइ ऍका ‘डाकुअन क अड्डा’ बनावत अहा।’(D)”
14 मन्दिर मँ कछू आँधर, लँगड़ा लूला ओकरे लगे आएन। जेनका उ नीक किहेस। 15 जब मुख्ययाजकन अउर धरम सास्तिरियन ओकर अचरज कारजन क लखेन जउन उ किहे रहा अउर मन्दिर मँ गदेलन क ऊँची आवाजे मँ कहत सुनेन: “दाऊद क पूत क होसन्ना।”
16 तउ उ पचे कोहाइ गएन अउ ओसे पूछेन, “तू सुनत अहा इ सबन का कहत अहइँ?”
ईसू ओनसे कहेस, “हाँ सुनत अही। का पवित्तर सास्तर मँ तू बचन नाहीं पढ़्या, ‘तू गदेलन अउर दूधमुँहन बचवन स स्तुति कराया ह।’(E)”
17 फिन उ ओनका हुवँइ तजिके यरूसलेम सहर स बाहेर बैतनिय्याह चला गवा। जहाँ उ राति बिताएस।
बिसवास क सक्ती
(मरकुस 11:12-14,20-24)
18 दूसर दिन अलख भिन्सारे जब उ सहर लउटत रहा तउ ओका भूख लागि। 19 रस्ता क किनारे अंजीर क बिरवा क लखेस तउ उ ओकरे नगिचे गवा, मुला ओका ओह प पातन क छोड़िके कछू नाहीं मिल सका। तब उ बिरवा स कहेस, “तोह प आगे कछू फल न लागइ।” अउर अंजीरे क बृच्छ फउरन झुराइ गवा।
20 जइसेन चेलन इ निहारेन तउ अचरजे मँ आइके पूछेन, “इ अंजीरे क बिरवा ऍतनी हाली कइसे झुराइ गवा?”
21 ईसू जवाब देत भवा ओन पचेन स कहेस, “मइँ तोहसे सच कहत हउँ जदि तोहरे मँ बिसवास अहइ अउ तू संदेस नाहीं करत बाट्या तउ तू न सिरिफ उ कइ सकत ह जउन मइँ अंजीरे क बृच्छ कीन्ह, मुला जदि तू इ पहाड़े स कहि द्या, ‘उठा अउर आपन क सगरे मँ बोर द्या’ तउ उहइ होइ जाई। 22 अउर पराथना करत तू जउन कछू मंगब्या, जदि तोहका बिसवास बा तउ तू पउब्या।”
यहूदी नेता लोगन्क ईसू क हक प सक
(मरकुस 11:27-33; लूका 20:1-8)
23 ईसू जब जाइके मन्दिर मँ उपदेस देत रहा। मुख्ययाजकन अउर बुजुर्ग यहूदी नेतन ओसे पूछेन, “अइसी बातन क तू कउने हक स करत ह? अउर इ हक तोहका कउन दिहस?”
24 जवाबे मँ ईसू ओनसे कहेस, “मइँ तोहसे भी एक सवाल पूछत हउँ, जदि तू ओकर जवाब मोका दइ द्या तउ मइँ तोहका बताइ देब कि मइँ इन बातन क कउने हक स करत हउँ। 25 बतावा यूहन्ना क बपतिस्मा कहाँ ते मिला रहा? परमेस्सर स या मनई स?”
उ सबइ आपुस मँ सोच बिचारिके कहइ लागेन, “जदि हम पचेन कहत अही, ‘परमेस्सर स’ तउ इ हमसे पूछी, ‘फिन उ ओह प बिसवास काहे नाहीं करत्या?’ 26 किन्तु जदि हम कहित ह, ‘मनई स’ तउ हमका मनइयन क डर बाटइ काहेकि उ पचे यूहन्ना क एक नबी मानत हीं।”
27 तउ जबावे मँ उ सबइ ईसू स कहेन, “हमका पता नाहीं।”
ऍह प ईसू ओनसे बोला, “ठीक बा तउ फिन मइँ भी तोहका नाहीं बतावत हउँ कि इ बातन क मइँ कउने हक स करत हउँ।
यहूदियन बरे एक दिस्टान्त कथा
28 “अच्छा बतावा तू पचे ऍकरे बारे मँ का सोचत अहा? एक मनई क दुइ बेटवा रहेन। उ बड़के क लगे गवा अउर बोला, ‘बेटवा आज मोरे अंगूर क बगिया मँ जा अउर काम करा।’
29 “मुला बेटवा जवाब दिहस, ‘मोर मन नाहीं बा,’ मुला पाछे ओकर मन फिरि गवा अउर उ चला गवा।
30 “फिन उ बाप दुसरे बेटवा क लगे गवा अउर ओसे भी बइसे ही कहेस। जवाबे मँ बेटवा कहेस, ‘जी हाँ,’ मुला उ गवा नाहीं।
31 “बतावा इन दुइनउँ मँ स जउन बाप चाहत रहा, कउन किहेस?”
यहूदी नेतन कहेन, “बड़कवा।”
ईसू ओनसे कहेस, “मइँ तोहसे सच कहत हउँ। चुंगी उगहिया अउर वेस्यन परमेस्सर क राज्य मँ तोहसे पहिले जइहीं। 32 इ मइँ यह बरे कहत हउँ काहेकि बपतिस्मा देवइया यूहन्ना तोहका जिन्नगी क सही रस्ता देखॉवइ आइ अउर तू ओहमाँ बिसवास नाहीं किहा। मुला चुंगी उगहिया अउर वेस्यन ओहमाँ बिसवास किहेन। तू जब इ देख्या तउ पाछे न मन फिरावा किहा अउ न ओहे प बिसवास।
परमेस्सर क आपन पूत क पठउब
(मरकुस 12:1-12; लूका 20:9-19)
33 “एक ठु अउर दिस्टान्त कथा सुना: एक जमींदार रहा। उ अंगूरे क बगिया लगाएस। ओकरे चरिउँ कइँती बाड़ा लगाएस। फिन अंगूरे क रस निकारइ बरे कोल्हू बनवइ क एक गड़हा खोदेस अउर रखवारी बरे एक गुंबद बनवाएस। फिन ओका बटाई प दइके जात्रा प चला गवा। 34 जब अंगूरे क फसल क समइ आइ तउ बगिया क मालिक नउकरन क लगे आपन गुलामन क पठएस जेसे आपन हींसा क अंगूर लइ आवइँ।
35 “मुला किसानन ओकरे नउकरन क धइ लिहन। कउनो क पीटेन, कउने प पाथर उछारेन अउर कउनो क तउ मारि डाएन।
36 “एक दाईं फिन पहिले स अउ जिआदा नउकरन क पठएस। उ किसानन ओनके संग भी वइसा ही बर्ताव किहेन। 37 पाछे उ ओनके लगे आपन बेटवा क पठाएस। उ कहेस, ‘उ सबइ मोरे बेटवा क मान रखिहइँ जरूर।’
38 “मुला उ किसानन जब ओकरे बेटवा क देखेन तउ उ सबइ आपुस मँ कहइ लागेन, ‘इ तउ ओकर वारिस अहइ, आवा ऍका मारि डाई अउर ओकर वारिस क हक हथियाइ लेई।’ 39 ऍह प उ पचे ओका धइके बगिया क बाहेर ढकेलेन अउर मार डाएन।
40 “तू का सोचत बाट्या हुवाँ जब अंगूरे क बगिया क मालिक आई तउ किसानन क संग का करी?”
41 उ यहूदी याजकन अउ नेतन ओसे कहेन, “काहेकि उ सबइ निरदयी रहेन यह बरे उ ओनका निरदयी होइके मारि डाई अउर अंगूरे क बगिया क दूसर किसानन क बटाई प दइ देइ जउन फसल आवइ प ओका ओकर हींसा देइहीं।”
42 ईसू ओनसे कहेस, “का तू सबइ पवित्तर सास्तरन क बचन कभी नाहीं पढ्या:
‘जउने पाथर क मकान क बनवइयन बेकार समझेन, उहइ कोने क सबते जिआदा महिमा क पाथर बन गवा’
‘अइसा पर्भू क जारिये कीन्ह गवा, जउन हमरी निगाह मँ अजूबा बाटइ।’ (F)
43 “एह बरे मइँ तोहसे कहत हउँ परमेस्सर क राज्य तोहसे छीन लीन्ह जाई अउर उ ओन मनइयन क दइ दीन्ह जाई जउन ओकरे राज्य क रीति स बर्ताव करिहइँ। 44 जउन इ चट्टाने प गिरी, चूर चूर होइ जाई अउ इ चट्टान कउनो प गिरी तउ उ ओका रउँद डाई।”
45 जब मुख्ययाजकन अउर फरीसियन ईसू क दिस्टान्त कथन क सुनेन तउ उ पचे समुझ लिहन कि उ ओनके बारे मँ कहत रहा। 46 तउ उ सबइ ओका धरइ क जतन किहन मुला उ पचे मनइयन स डेरात रहेन काहेकि लोग ईसू क नबी मानत रहेन।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.