M’Cheyne Bible Reading Plan
ऐ बरबाद भवा
8 तब यहोवा यहोसू स कहेस, “डेराअ जिन। हिम्मत न छोड़ा आपन सबहिं सिपाहियन क ऐ लइ जा। मइँ ऐ क राजा क हरावइ मँ तोहार मदद करब। मइँ ओकर नागरिक क, ओकरे सहर क अउर ओकर भुइँया क तोहका दइ देत अहँउ। 2 तू ऐ अउर ओकरे राजा क संग उहइ करब्या, जउन तू यरीहो अउ ओकरे राजा क संग किह्या ह। इ दाई तू सिरिफ इ सहर क सारी सम्पत्ति अउ पसु-धन लेब्या अउर आपन लगे धरब्या। फुन तू आपन लोगन क बीच मँ ओकर बँटवारा करब्या। अब तू आपन कछू सिपाहियन क सहर क पाछे छुपइ क हुकुम देब्या।”
3 ऍह बरे यहोसू आपन पूरी फउज ऐ कइँती लइ गवा। तब यहोसू तीस हजार ताकतवर लराकन आपन फउज मँ स चुनेस। उ ऍनका राति क बाहेर पठइ दिहस। 4 यहोसू ओनका इ हुकुम दिहस: “मइँ जउन कहत हउँ, ओका होसियारी स सुना। तू पचन्क सहर क पाछे क धेत्र मँ छुपा रहइ चाही। हमला क समइ क बाट जोहा। सहर स बहोत दूर जिन जा। होसियारी स लखत रहा अउ तइयार रहा। 5 मइँ फउजियन क आपन संग सहर कइँती हमला बरे लइ जाबउँ। हम लोगन क खिलाफ लड़इ बरे सहर क लोग बाहेर अइहीं। हम लोग मुड़ि जाब अउर पहिले क तरह पराइ जाब। 6 उ पचे हम लोगन क तब तलक पाछा करिहीं जब तलक हम लोग ओनका सहर स दूर न लइ जाब। काहेकि उ पचे इ आपन आप मँ सोचिहीं कि उ पचे हम पचन स पहिले क तरह परात अही। ऍह बरे हम लोग ओन लोगन स पराइ जाब। 7 तब तू पचे आपन लुकाइ क जगहिया स अउब्या अउ सहर पइ कब्जा कइ लेब्या। तोहार परमेस्सर यहोवा तू पचन्क जीत जाइ क सक्ती देइ।
8 “ऍह बरे तू पचे जब सहर पइ कब्जा कइ लया तब ओका बारि द्या। जइसा कि यहोवा तू पचे स कहेस ह। लखा मइँ तू पचन्क इ करइ क हुकुम देत अहउँ।”
9 तब यहोसू ओन सिपाहियन क ओनके लुकाइ क जगहिया पइ पठइ दिहेस अउ जोहइ लाग। उ पचे बेतेल अउर ऐ क बीच क जगह गएन। इ जगह ऐ क पच्छिम मँ रही। मुला यहोसू आपन लोगन क संग रात भइ हुअँई रुका रहा।
10 अगले भिन्सारे यहोसू लोगन क बटोरेस। तब यहोसू अउर इस्राएल क बुजुर्गन सिपाहियन क ऐ लइ गएन। 11 यहोसू क सबहिं सिपाहियन ऐ पइ हमला किहन। उ पचे सहर क दुआर क समन्वा रुकेन। फउज आपन डेरा सहर क उलर दिसा मँ डाएस। फउज अउर ऐ क बीच मँ एक ठु घाटी रही।
12 यहोसू लगभग पाँच हजार फउजियन क चुनेस। यहोसू ऍनका सहर क पच्छिम मँ छिपइ बरे उ जगह पठएस, जउन बेतेल अउर ऐ क बीच मँ रही। 13 मुख्य डेरा सहर क उत्तर दिसा मँ रहा। दूसर सिपाहियन पच्छिम मँ लुकान रहेन। उ रात यहोसू घाटी मँ बिताएस।
14 पाछे, ऐ क राजा इस्राएल क फउज क लखेस। राजा अउर ओकर लोग लखेन अउ हाली स इस्राएल क फउज स लड़इ बरे अगवा बढ़ेन। ऐ क राजा सहर क पूरब यरदन घाटी कइँती बाहेर गवा। ऍह बरे उ इ न जान सका कि सहर क पाछे फउजी लुकान रहेन।
15 यहोसू अउ इस्राएल क सबहिं सिपाहियन ऐ क फउज क जरिये आपन क पाछे ढकेलइ दिहन। यहोसू अउ ओकरे फउजियन पूरब मँ रेगिस्तान कइँती धाउब सूरु किहन। 16 सहर क लोग सोर मचाइ अउर यहोसू क खदेरइ सुरु किहन। अउर ओकरे सिपाहियन सहर तजइ सुरु किहन। 17 ऐ अउर बेतेल क सबहिं लोग इस्राएल क फउज क पाछा किहन। सहर खुला छोड़ दीन्ह गवा रहा, कउनो भी सहर क रच्छा बरे नाहीं रहा।
18 यहोवा यहोसू स कहेस, “आपन भाला क ऐ सहर कइँती किए रहा। मइँ इ सहर तोहका देबउँ।” ऍह बरे यहोसू आपन भाला क ऐ सहर कइँती किहस। 19 इस्राएल क लुकान फउजियन ऍका लखेन। उ पचे हाली स आपन लुकाइ क जगहियन स निकरेन अउर सहर कइँती तेजी स चल पड़ेन। उ पचे सहर मँ घुस गएन अउर ओह पइ कब्जा कइ लिहन। तब फउजियन सहर क बारइ बरे आगी लगाउब सुरु किहन।
20 ऐ क लोग मुड़िके लखेन अउ आपन सहर क जरत पाएन। उ पचे धुआँ अकासे मँ उठत निहारेन। ऍह बरे उ पचे आपन ताकत अउ हिम्मत खोइ दिहन। उ पचे इस्राएल क लोगन क पाछा करब छोड़ेन। इस्राएल क लोगन पराब बन्द किहन। उ पचे मुड़ि गएन अउ ऐ क लोगन स लड़इ चल पड़ेन। ऐ क लोगन बरे पराइ क कउनो सुरच्छित जगह नाहीं रही। 21 यहोसू अउ ओकर फउजियन लखेन कि ओकर फउज सहर पइ कब्जा कइ लिहस। उ पचे सहर स धुआँ भी उठत निहारेन। इ तब उ पचे पराब बन्द किहन अउर ऐ क लोगन स जुद्ध करइ सुरु किहन। 22 तब उ सबइ फउजियन जउन लुकान रहेन, जुद्ध मँ मदद बरे सहर स बाहेर निकरि आएन। ऐ क फउजियन क दुइनउँ कइँती इस्राएल क फउजी रहेन, ऐ क फउजी जाल मँ फँस ग रहेन। इस्राएल ओनका हराइ दिहस। उ पचे तब तलक लड़त रहेन जब तलक ऐ क कउनो भी मनसेधू जिअत न रहा, ओनमाँ स कउनो पराइ नाहीं सका। 23 मुला ऐ क राजा जिअत छोड़ दीन्ह गवा। यहोसू क फउजी ओका ओकरे लगे लिआएन।
जुद्ध क विवरण
24 जुद्ध क समइ, इस्राएल क फउज ऐ क फउजियन क मइदानन अउर रेगिस्ताने मँ ढकेल दिहन अउर इ तरह इस्राएल क फउज ऐ स सबहिं फउजियन क मारइ क काम मइदानन अउर रेगिस्ताने मँ पूरा किहस। तब इस्राएल क सबहिं फउजी ऐ क लउटेन। तब उ पचे ओन लोगन क जउन सहर मँ जिअत रहेन, मारि डाएन। 25 उ दिन ऐ क सबहिं लोग मारा गएन। हुआँ बारह हजार मनसेधू अउ मेहरारु रहेन। 26 यहोसू आपन भाला क, ऐ कइँती आपन लोगन क सहर बरबाद करइ क संकेत क बनाए राखेस अउर यहोसू संकेत देब तब तलक बन्द नाहीं किहस जब तलक सहर क पुरी आबादी बरबाद नाहीं होइ गएन। 27 इस्राएल लोग गोरुअन अउ सहर क चीजन्क अपने लगे धरेन। इ उहइ बात रही कि जेका करइ क यहोवा यहोसू क हुकुम देत समइ, कहे रहा।
28 तब यहोसू ऐ सहर क बार दिहस। उ सहर सूनी चट्टानन क ढेर बन गवा। इ आजु भी वइसा ही अहइ। 29 यहोसू ऐ क राजा क एक बृच्छ पइ फाँसी दइके टाँग दिहस। उ ओका साँझ तलक बृच्छ पइ टँगा रहइ दिहस। सूरज डूबे पइ यहोसू राजा क ल्हास क बृच्छ स उतारइ क हुकुम दिहस। उ पचे ओका सरीर क सहर क दुआर पइ लोकाइ दिहन अउर इका सिलन स ढाँकि दिहन। सिलन क उ ढेर आजु तलक हुअँइ अहइ।
आसीर्बादन अउ अभिसापन क पढ़ा जाब
30 तब यहोसू इस्राएल क परमेस्सर यहोवा बरे एक वेदी बनाएस। उ इ वेदी एबाल पर्वत पइ बनाएस। 31 यहोवा क सेवक मूसा इस्राएल क लोगन क बताए रहा कि वेदियन कइसे बनई जाइँ। ऍह बरे यहोसू वेदी क वइसे ही बनाएस जइसे मूसा क व्यवस्था क किताबे मँ समुझावा ग रहा। वेदी बगैर कटे भए पाथरन स बनी रही। ओन पाथरन पइ कबहुँ कउनो औजारे क उपयोग नाहीं भवा रहा। उ पचे उ वेदी पइ यहोवा क होमबलि अउ मेलबलि चढ़ाएन।
32 उ ठउर पइ यहोसू मूसा क व्यसस्था क एक नकल क पाथरन पइ लिखेस। उ इ इस्राएल क सबहिं लोगन क लखइ बरे किहस। 33 सबइ अगुआ नेता लोग, अफसरन, निआव क अफसरन अउ इस्राएल क सबहिं लोग पवित्तर सन्दूखे क चारिहुँ कइँती खड़ा रहेन। उ पचे ओन लेवी कबीला क याजकन क समन्वा खड़ा रहेन, जउन यहोवा क करार क पवित्तर सन्दूखे क लइ चलत रहेन। इस्राएली अउर बिदेसी प्रवासियन सबहिं लोग हुआँ खड़ा रहेन। आधा लोग एबाल पर्वत क समन्वा खड़ा रहेन अउर दूसर आधा लोग गिरिज्जीम पर्वत क समन्वा खड़ा रहेन। यहोवा क सेवक मूसा ओनसे अइसा करइ क कहेस रहा। मूसा ओनसे अइसा करइ क इ आसीर्बाद बरे कहे रहा।
34 तब यहोसू व्यवस्था क सब वचनन क बाँचेस। यहोसू आसीर्बाद अउ अभिसाप बँचेस। उ सबहिं कछू उ तरह बाँचेस, जउने तरह उ व्यवस्था क किताबे मँ लिखा रहा। 35 इस्राएल क सबहिं लोग हुआँ बटुरा रहेन। सबहिं मेहररुअन, गदेलन अउ इस्राएल क लोगन क संग रहइवाला सबहिं विदेसियन हुआँ बटुरा रहेन अउ यहोसू मूसा क जरिये दीन्ह गएन हर एक आदेस क बाँचेस।
संगीत निर्देसक बरे वाद्य यंत्र क संग दाऊद क एक ठु गीत।
1 हे यहोवा, तू मोका जाँच्या ह।
मोरे बारे मँ तू सब कछू जानत अहा।
2 तू जानत अहा कि मइँ कब बइठत अउ कब खड़ा होत हउँ।
तू दूर रहत भए मोरे मन क बात जानत अहा।
3 हे यहोवा, तू जानत ह कि मइँ कहाँ जात अउ कहाँ ओलरत हउँ।
तू बहोत अच्छी तरह जानत ह जउन कछू मइँ करत हउँ।
4 हे यहोवा, एहसे पहिले क सब्द मोरे मुख स निकलइ
तोहका पता होत ह कि मइँ का कहइ चाहत हउँ।
5 हे यहोवा, तू मोरे चारिहुँ कइँती मौजूद अहा।
मोरे समन्वा भी अउर पाछा भी, तू आपन निज हाथ मोरे ऊपर हौले स रखत अहा।
6 मोका अचरज अहइ ओन बातन पइ जेनका तू जानत अहा।
जेनका मोरे बरे समुझब बहोत कहिन अहइ।
7 हर जगह जहाँ भी मइँ जात हउँ हुआँ तोर आतिमा होत ह।
हे यहोवा, मइँ तोहसे बचिके कहँ नाहीं जाइ सकत।
8 हे यहोवा, अगर मइँ आकासे पइ जाब हुआँ पइ भी तू ही अहा।
अगर मइँ मउत क देस पाताल मँ जाब हुआँ पइ तू ही अहा।
9 अगर मइँ पूरब मँ जहाँ स सूरज निकरत ह,
अगर मइँ समुद्दर क पीछे रहब,
10 हुआँ तलक भी तोहार दायाँ हाथ पहोंचत ह।
तू मोका आपन हाथ स धइके अगुवाइ करत ह।
11 होइ सकत ह मइँ सोचउँ कि तोहसे छुपा अहउँ अउर कहइ लागूँ,
“दिन रात मँ बदल गवा ह।
निहचय ही अँधियारा मोका ढाँपि लेइ।”
12 मुला यहोवा अँधेरा भी तोहरे बरे अँधेरा नाहीं अहइ।
हिआँ तलक कि तोहरे बरे रात भी दिन जइसी ही उजरी अहइ,
काहेकि दुइनउँ अँधेरा अउर उजियारा तोहार समान अहइ।
13 तू मोर देह क अन्दरुनी भाग क बनाया ह।
तू मोका आपन महतारी क कोख मँ ही रचे रहा।
14 हे यहोवा, मइँ तोहका ओन सबहिं अचरज भरे काम बरे धन्यवाद देत हउँ जउन रास्ते स तू मोका बनाया ह,
अउर मइँ सचमुच जानत हउँ कि तू जउन कछू करत अहा उ अचरजे स पूर्ण अहइ।
15 जब मइँ आपन महतारी क कोख मँ रहा
अउर मोरे देह गुप्त रूप मँ रूपधारण करत रहेन तबहिं तू मोर हाड़न क लख्या।
16 तू मोरी देह क मोरी महतारी क गर्भ मँ बनत भए लख्या।
अउर मोर सरीर क सबइ हींसा जउन दिन ब दिन बनत रहा, उ सबइ क बनइ स पहिले तोहार किताब मँ लिखा भवा रहेन।
17 तोहार विचारन मोरे बरे बहोत कीमती अहइँ।
उ गिनती मँ बहोत जियादा अहइँ।
18 तू जउन कछू जानत अहा, ओन सब क अगर मइँ गन सकउँ, तउ उ सबइ सबहिं धरती क रेत क कणन स भी जियादा होइहीं।
जद्यपि अगर मइँ लगातार जगा रहेउँ, तउ भी मइँ ओनकर बरे तोहरे साथ गना जाब।
19 हे परमेस्सर, दुर्जन क नस्ट करा।
तू हत्यारन, मोसे दूर रहा।
20 उ पचे बुरे लोग तोहरे बरे बुरी बातन कहत हीं।
तोहार दुस्मन झूठ स तोहार नाउँ लेत ह।
21 हे यहोवा, मोका ओन लोगन स घिना अहइ जउन तोहसे घिना करत हीं।
मइँ ओन लोगन स घिना करत हउँ जउन तोहार खिलाफ बिद्रोह करत ह।
22 मोका ओनसे पूरी तरह घिना अहइ।
तोहार दुस्मन मोर भी दुस्मन अहइँ।
23 हे परमेस्सर, मोका जाँच्या अउर मोर मन जान ल्या।
मोका परख्या अउर मोर चिन्तन क जान ल्या।
24 मोह पइ निगाह करा अउर लखा कि मोर लच्छ बुरे नाहीं अहइँ।
तू मोका उ पथ पइ लइ चला जउन अनन्तकाल स परगट अहइ।
यहूदा बिस्सास क जोग्ग नाहीं रहा
2 यहोवा क सँदेसा यिर्मयाह क मिला। यहोवा क सँदेसा इ रहा: 2 “यिर्मयाह, जा अउर यरूसलेम क लोगन क सँदेसा द्या। ओनसे कहा:
“‘जउने समय तू नवा रास्ट्र रह्या, तू मोर बिस्सास क जोग्ग रह्या।
तू मोर अनुसरण नई दुलहिन जइसा किहा।
तू मोर अनुसरण रेगिस्तान मँ स होइके किहा,
उ प्रदेस मँ अनुसरण किहा जेका कबहुँ खेती क भूमि न बनावा गवा रहा।
3 इस्राएल क लोग यहोवा बरे एक पवित्तर भेंट रहेन।
उ पचे ओकर फसल क पहिला फल रहेन।
कउनो भी व्यक्ति जउन ओनका खाइ क जतन किहे रहेन
ओका कसूरवार घोसित कीन्ह ग रहेन।
ओन पइ बुरी आपत्तियन अइहीं,’” यहोवा कहत ह।
4 याकूब क परिवार, यहोवा क सँदेसा सुना।
इस्राएल क तू सबहिं परिवार समूहों, सँदेसा सुना।
5 जउन यहोवा कहत ह, उ इ अहइ:
“तोहार पुरखन बरे मइँ का गलत किहउँ
कि तोहार पुरखन मोहसे दूर होइ गएन?
तोहार पुरखन निरर्थक देव मूरतियन पूजेन।
अउर उ पचे खुद निरर्थक होइ गएन।
6 तोहार पुरखन इ नाहीं कहेन,
‘यहोवा हमका मिस्र स निकारेस।
यहोवा मरूभूमि मँ हमार अगुअइँ किहेस।
यहोवा हमका झुरान चट्टानी प्रदेस स लइके आवा,
यहोवा हमका अँधियारा स पूर अउर भय से भरे देसन मँ राह देखाएस।
कउनो भी लोग हुआँ नाहीं रहतेन।
कउनो भी लोग उ देस स जात्रा नाहीं करतेन।
मुला यहोवा उ प्रदेस मँ हमार अगुवाई किहेस।
एह बरे उ यहोवा अब कहाँ अहइ?’”
7 यहोवा कहत ह, “मइँ तू पचन्क अनेक चिजियन स भरे उत्तिम देस मँ लाएउँ।
मइँ इ किहेउँ जेहसे तू हुआँ उगे भए फल
अउर पइदावार क खाइ सका।
मुला तू पचे आया अउर मोरे देस क ‘गन्दा’ किहा।
मइँ उ देस तू पचन्क दिहे रहेउँ,
किन्तु तू पचे ओका बुरा ठउर बनाया।
8 “याजक लोग नाहीं पूछेन,
‘यहोवा कहाँ अहइ?’
उ लोग जउन व्यवस्था क सिच्छा देत ह उहइ मोका नाहीं जानत ह।
इस्राएल क लोगन क प्रमुख मोरे खिलाफ चला गएन।
नबी लोग लबार बाल देवता क नाउँ भविस्सवाणी किहन।
उ पचे निरर्थक देव मूरतियन क पूजा किहन।”
9 यहोवा कहत ह, “एह बरे मइँ तू पचन्क फुन दोखी करार देब,
अउर तोहरे पचन्क पोतन क दोखी ठहराउब।
10 समुद्दर पार कित्तियन क द्वीपन क जा
अउर लखा कउनो क केदार प्रदेसन क पठवा
अउर ओका धियान स लखइ द्या।
धियान स लखा का कउनो अइसा काम किहेस:
11 का कउनो रास्ट्र क लोग कबहुँ
आपन पुरान देवतन क नवा देवतन स बदेलन ह? नाहीं।
नि:संदेह ओनकर देवतन
असल मँ देवतन अहइँ ही नाहीं।
मुला मोर लोग आपन यसस्वी परमेस्सर क निरर्थक देव मूरतियन स बदलेन ह।
12 “आकास, जउन भवा ह ओहसे अपने हिरदइ क आघात पहोंचइ द्या।
भय स काँप उठा।”
इ सँदेसा यहोवा क रहा।
13 मोर लोग दुइ पाप किहेन ह।
उ पचे मोका तजि दिहन (मइँ ताजा पानी क सोता अहउँ।)
अउर उ पचे आपन पानी क निजी हौद खनेन ह, (उ पचे दूसर देवतन क भवत बनेन ह।)
किन्तु ओनकर हउज टूटेन ह।
ओन हउजन मँ पानी नाहीं रुकी।
14 “का इस्राएल क लोग दास होइ गएन ह?
का उ पचे एक जन्मजात दास स होइ गएन ह?
इस्राएल क लोग क सम्पत्ति दूसर लोग काहे लइ लिहेन?
15 जवान सिंह (दुस्मन) इस्राएल रास्ट्र पइ दहाड़त हीं, गुर्रार्त्त हीं।
सिंहन इस्राएल क लोगन क देस उजाड़ दिहेन ह।
इस्राएल क नगर बार दीन्ह गएन ह।
ओनमाँ कउनो भी नाहीं रहि गवा ह।
16 नोप अउर तहपन्हेस नगर क लोग
तू पचन्क मूँड़े क सीर्स क कुचरि दिहेन ह।
17 इ परेसानी तोहार पचन्क आपन दोख क कारण अहइ।
तू पचे आपन यहोवा परमेस्सर स विमुख होइ गया,
जबकि उ सही दिसा मँ तू पचन्क लइ जात रहा।
18 एकरे बारे मँ सोचा: का तू मिस्र जाइ समइ मँ सहायता पाएहस?
का तू पानी पिअइ बरे नील नदी गएहस? नाहीं।
क तू अस्सूर जाइ समइ मँ सहायता पाएस? का तू परात नदी क जल पिअइ बरे गएस? नाहीं।
19 तू पचे बुरे करम किहा,
अउर उ सबइ बुरी चिजियन तू पचन्क सिरिफ सजा देवइहीं।
बिपदन तू पचन्पइ टूटि पड़िहीं
अउर इ सबइ बिपदन तू पचन्क पाठ पढ़इहीं।
इ विसय मँ सोचा; तब तू पचे इ समुझब्या कि आपन परमेस्सर स बिमुख होइ जाब केतना बुरा अहइ।
मोहसे न डेराब बुरा अहइ।”
इ सँदेसा मोर सुआमी सर्वसक्तीमान यहोवा क रहा।
20 “तू बहोत पहिले आपन जुआ लोकाइ दिहे रह्या।
तू उ रस्सियन तोड़ पेंक्या जेका मइँ तू पचन्क अपने लगे धरइ मँ काम मँ लिआवत रह्या।
तू मोहसे कह्या, ‘मइँ आप क सेवा नाहीं करब।’
तू रंडी क नाई हर एक ऊँची पहाड़ी पइ
अउर हर एक हरियर बृच्छ क नीचे झुटे देवतन क उपासना कइ के तू बेवफाइ किहा।
21 मइँ तू पचन्क बिसेस अंगूरे क बेल क तरह रोपेउँ।
तू सबहिं नीक बिया क समान रह्या।
तू उ अलग बेल मँ कइसे बदल्या
जउन बुरा फल देत हीं।
22 अगर तू आपन क सज्जी[a] स भी धोवा,
बहोत साबुन भी लगावा,
तउ भी मइँ तोहरे दोख क दागे क लख सकत हउँ।”
इ सदेस परमेस्सर यहोवा क रहा।
23 “तू मोका कइसे कहि सकत ह,
‘मइँ अपराधी नाहीं अहउँ।
मइँ बाल क मूरतियन क पूजा नाहीं किहेउँ?’
ओन कामन क बारे मँ सोचा जेनका तू घाटी मँ किहा।
उ बारे मँ सोचा, तू का कइ डाया ह।
तू उ तेज ऊँटिन क नाई अहा जउन कि टेढ़ा-मेढ़ा रास्ता पइ तेज दउड़त ह।
24 तू उ जंगली गदही क तरह अहा जउन रेगिस्तान मँ रहत ह
अउर सहभोग क मौसम मँ जउन हवा क सूँधत ह गन्ध लेत ह।
कउनो मनई ओका काम क उत्तेजना क समइ लउटाइके लिआइ नाहीं सकत।
सहभोग क समइ हर एक गद्धा जउन ओका चाहत ह, पाइ सकत ह।
ओका खोज निकारब सहल अहइ।
25 देवमूरतियन क पाछे दउड़ब बन्द करा।
ओन दूसर देवतन बरे पियास रखाइ बंद करा।
मुला तू कहत अहा, ‘इ बियर्थ अहइ।
मइँ तजि नाहीं सकत।
मइँ ओन दूसर देवतन स पिरेम करत हउँ।
मइँ ओनकर पूजा करइ चाहत हउँ।’
26 “चोर लजात ह जब ओका लोग धइ लेत हीं।
उहइ तरह इस्राएल क परिवार लजात ह।
राजा अउर प्रमुख याजक
अउ नबी लजान अहइँ।
27 उ पचे लोग काठे क टूकन स बात करत हीं,
उ पचे कहत हीं, ‘तू मोर पिता अहा।’
उ सबइ लोग चट्टान स बात करत हीं,
उ पचे कहत हीं, ‘तू मोका जन्म दिहा ह।’
उ पचे सबहिं लोग लजाइ जइहीं।
उ पचे लोग मोरी कइँती धियान नाहीं देतेन।
उ पचे मोहसे पीठ फेरि लिहन ह।
किन्तु जब ओन लोगन पइ बिपद आवत ह तब उ पचे मोहसे कहत हीं,
‘आवा अउर हमका बचावा।’
28 ओन देवमूरतियन क आवइ अउर तोहका बचावइ द्या।
उ सबइ देवमूरतियन कहाँ अहइँ जेनका तू अपने बरे बनाया ह? हमका लखइ द्या,
का उ सबइ मूरतियन आवत हीं अउर तोहार रच्छा बिपत्ति स करत हीं?
यहूदा क लोगो, तू लोगोन क लगे ओतनी मूरतियन अहइँ जेतना नगर।
29 “तू पचे मोहसे बिबाद काहे करत अहा?
तू सबहिं मोरे खिलाफ होइ गवा अहा।”
इ सँदेसा यहोवा क रहा।
30 “मइँ तोहरे गदेलन क दण्ड दिहेउँ,
मुला एकर कउनो नतीजा नाहीं निकरा।
तू पचे तब लउटिके नाहीं आया
जब दण्डित कीन्ह गया।
तू पचे ओन नबियन क तरवार क घाट उतार्या जउन तोहरे पचन्क लगे आए रहेन।
तू पचे खूखार सिंह क नाईँ रह्या अउर तू पचे नबियन क मार डाया।”
31 इ पीढ़ी क लोगो,
यहोवा क सँदेसा पइ धियान द्या:
“का मइँ इस्राएल क लोगन बरे रेगिस्तान जइसा बन गएउँ?
का मइँ ओनका बरे अँधियर अउर खउफनाक देस जइसा बन गएउँ?
मोर लोग कहत हीं, ‘हम आपन राह जाइ क अजाद अही,
यहोवा, हम फुन तोहरे लगे नाहीं लउटब।’
उ पचे ओन बातन क काहे कहत हीं?
32 का कउनो नउजवान अउरत आपन गहना बिसरत ह? नाहीं।
का कउनो दुलहिन आपन रूप-संगार क लिबास बरे
आपन दुपटा बिसरि जात ह? नाहीं।
मुला मोर लोग मोका अनगिनत दिनन बरे बिसरि गएन ह।
33 “तू फुरइ पिरेमियन (लबार देवतन) क पाछे पड़ब जानत अहा।
तू ओन दूसर लोगन बरे जउन बुरा करम करत ह नमुना बन गवा ह।
34 तोहार पचन्क हाथ खून स रगां अहइँ।
इ गरीब अउ भोले लोगन क खून अहइ।
तू पचे लोगन्क मार्या ह अउर उ पचे अइसे चोर भी नाहीं रहेन जेनका तू पचे धर्या ह।
तू पचे उ सबइ बुरे काम करत अहा।
35 किन्तु तू पचे फुन भी कहत रहत अहा, ‘हम निरपराध अही।
परमेस्सर मोहे पइ कोहान नाहीं अहइ।’
एह बरे मइँ तू पचन्क झूठ बोलइवाला अपराधी होइ क भी निर्णय देब।
काहेकि तू कहत बाट्या, ‘मइँ कछू भी बुरा नाहीं किहेउँ ह।’
36 तोहरे पचन्क बरे इरादा क बदलब बहोत आसान अहइ।
अस्सूर तू पचन्क निरास किहस।
एह बरे तू पचे अस्सूर क तज्या अउर मदद बरे मिस्र पहोंच्या।
मिस्र तू पचन्क निरास करी।
37 अइसा होइ कि तू पचे मिस्र भी तजब्या
अउ तू पचन्क हाथ लज्जा स तोहार पचन्क आँखिन होइहीं।
मुला तू पचन्क ओन देसन स कउनो कामयाबी नाहीं मिली।
काहेकि यहोवा ओन देसन्क
अस्वीकार कइ दिहस ह।
यहहूदी नेतन क छलावा
(मरकुस 8:11-13; लूका 12:54-56)
16 फिन फरीसियन अउर सदूकियन ईसू क लगे आएन। उ पचे ओका परखा चाहत रहेन तउ उ सबइ ओका कउनो अद्भुत कारज करइ क कहेन, काहेकि मालूम होइ जाइ कि उ परमेस्सर क बाटइ।
2 ईसू जवाब दिहेस, “सूरज बूड़इ क समइ तू पचे कहत ह मौसम बढ़िया रही कहेकि अकास ललछउँड़ अहइ। 3 अउर सूरज निकरे प तू कहत ह, ‘आज अँधड़ आई काहेकि अकास धूँधुर अउ ललछउँड़ अहइ।’ त अकासे क लच्छन पढ़इ जानत ह, मुला आपन समइ क लच्छन क नाहीं पढ़ सकत्या। 4 अरे दुस्ट अउर पापी पीढ़ी क मनई कउनो अद्भुत चीन्हा देखइ चाहत हीं मुला ओनके बजाय योना क अद्भुत चीन्हा क कउनो अउ दूसर अद्भुत चीन्हा नाहीं देखाइ जाई।” फिन उ ओनका तजि क चला गवा।
ईसू क चिताउनी
(मरकुस 8:14-21)
5 ईसू अउर ओनकइ चेलन झीले क पार चला गएन पर उ पचे रोटिया लइ आउब बिसरि गएन। 6 ऍह पइ ईसू ओनसे कहेस, “चउकन्ना रह्या अउर फरीसियन अउ सदूकियन क खमीरे स बचि रह्या।”
7 उ पचे आपुस मँ तजबीजइ लागेन अउर बोलने, “इ होई कि उ यह बदे कहेस कि हम पचे कउनो रोटी संग नाहीं लइ आएन।”
8 उ पचे का बिचारत रहेन, ईसू इ जानत रहा, तउ उ बोला, “अरे कमती बिसवास क मनइयो! तू सबइ आपुस मँ काहे सोचत बिचारत अहा कि तोहरे लगे रोटी नाहीं। 9 का तू पचे अबहुँ नाहीं समुझ पाया अउर तोहका याद नाहीं अहइ कि पाँच हजार मनइयन बरे उ पाँच रोटी अउर फिन केतना झउआ भरिके तू सबइ उठाया ह? 10 अउर का तोहका याद नाहीं चार हजार मनइयन बरे सात रोटी अउर फिन केतना झउआ भरि के तू पचे उठाए रह्या? 11 काहे नाहीं समझत्या कि मइँ तोहसे रोटियन क बारे मँ बात नाहीं कहेउँ? मइँ तउ तोहका फरीसियन अउर सदूकियन क खमीरे[a] स दूर रहइ को कह्यो ह।”
12 तबहि उ पचे समुझ गएन कि रोटिया क खमीरे स नाहीं अरथ रहा मुला फरीसियन अउर सदूकियन क सिच्छा स चौकस रहइ क अरथ रहा।
पतरस कहत ह कि ईसू अहइ मसीह
(मरकुस 8:27-30; लूका 9:18-21)
13 जबहि ईसू कैसरिया फिलिप्पी क पहँटा मँ आइ तउ उ आपन चेलन स पूछेस, “मनइयन का कहत बाटेन, कि मइँ मनई क पूत कउन हउँ?”
14 उ पचइ कहेन, “कछू मनइयन कहत हीं तू यूहन्ना अहा बपतिस्मा देइवाला। दूसर मनइयन कहत हीं कि तू एलिय्याह[b] अहा अउ कछू मिला कहत हीं कि तू यिर्मय्याह[c] या नबियन मँ स कउनो एक अहा।”
15 ईसू आपन चेलन स कहेस, “अउर तू का कहत ह कि मइँ कउह हउँ?”
16 समौन पतरस जबाव दिहस, “तू मसीह अहा, साच्छात परमेस्सर क पूत।”
17 जवाबे मँ ईसू ओसे कहेन, “योना क पूत समौन। तू धन्य अहा काहेकि तोहका इ बात कउनो मनई नाहीं, मुला सरगे मँ बसा भवा मोर परमपिता देखाएस ह। 18 मइँ तोहसे कहत हउँ कि तू परतस अहा। अउर इहइ चट्टाने प मइँ आपन कलीसिया बनउव। मउत क सक्ती[d] ओह प परबल नाहीं होइ। 19 मइँ तोहका सरगे क राज्य क कुंजी देत हउँ। काहेकि भुइयाँ प जउन कछू तू बँधब्या उ परमेस्सर क जारिये सरग मँ बाँध दीन्ह जाइ अउर धरती पर जेका तू न बंधब्या ओका सरगे मँ भी न बांधा जाई।”
20 फिन उ आपन चेलन क कर्रा हुकुम दिहेस कि उ सबइ कउनो क इ न बतावइँ कि उ मसीह अहइ।
ईसू आपन मउत क भविस्सबाणी
(मरकुस 8:31–9:1; लूका 9:22-27)
21 उ समइया ईसू आपन चेलन क बतावइ लाग कि, ओका यरूसलेम जाइ चाही। जहाँ ओका धरम सास्तिरियन, बुजुर्ग यहूदी नेतन अउर मुख्ययाजकन क जरिए यातनायें दइके मरवाइ दीन्ह जाई। फिन तीसर दिन उ मरा भवा मँ जी जाई।
22 तबहि पतरस ओका अलगइ लइ गवा अउर ओकर डांट-डपट करत ओसे कहेस, “ओ पर्भू! परमेस्सर तोह पइ दाया करी। तेरे संग अइसा कबहुँ न होई!”
23 फिन ईसू ओकरे कइँती मुड़ि गवा अउर बोला, “पतरस मोरे समन्वा स हटि जा, सइतान! तू मोरे बरे एक रोड़ा अहा। काहेकि तू परमेस्सर क नाईं नाहीं मनई क नाईं सोचत बिचारत ह।”
24 फिन ईसू आपन चेलन स कहेस, “जदि कउनो मोरे पाछे आवा चाहत ह, तउ उ आपन क बिसराइ के, आपन क्रूस उठाइ लेइ अउर मोरे पाछे होइ जा। 25 जउन कउनो आपन जिन्नगी क बचावइ चाहत बा, उ ओका हेराइ देइ। मुला जउन कउनो मोरे बरे आपन जिन्नगी तजि देइ, उहइ ओका बचाइ सकत ह। 26 जदि कउनो आपन जिन्नगी दइके समूचा संसार भी पाइ जाइ तउ ओका ओसे कउन फायदा? आपन जिन्नगी क फिन स पावइ बरे कउनो भला का दइ सकत ह 27 मनई क पूत सरगदूतन क संग आपन परमपिता क महिमा क संग आवइवाला अहइ, जउन हर कउनो क ओकर करम क फल देई। 28 मइँ तोहसे सच कहत हउँ, हिआँ कछू अइसे लोग खड़ा अहइँ जउन तब तलक नाहीं मरिहीं जब तलक उ पचे मनई क पूत क ओकरे राज्य मँ आवत न निहारि लेइँ।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.