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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
व्यवस्था विवरण 1

मूसा इस्राएल क मनइयन स बतियात ह

मूसा क जरिये इस्राएल क मनइयन क दीन्ह गवा सँदेसा इ अहइ। उ ओनका इ सँदेसा तबहिं दिहे रहा जब उ पचे यरदन नदि क पूरब क रेगिस्तान मँ रहेन। इ सूफ क निकट रहा जउन कि पारान रेगिस्तान अउ तोपेल, लाबान, हसेरोत अउ दीजाहाब सहरन क बीच मँ रहा।

होरेब अरथात सिनाई पहाड़े स सेईर पहाड़ स होइके कादेसबर्ने क जात्रा सिरिफ गियारा दिना क रही। मुला जब मूसा इस्राएल क मनइयन क इ ठउरे प संदेसा दिहस तब इस्राएल क मनइयन क मिस्र तजे भए चालीस बरिस होइ गवा रहेन। इ चालिस बरिस क गियारहवें महीना क पहिला दिन रहा, जब मूसा इस्राएल क मनइयन स बातन किहेस। उ ओनसे उहइ सबहिं बातन कहेस जउन यहोवा ओका कहइ क हुकुम दिहे रहा। इ तब भवा जब मूसा एमोरियन क राजा सीहोन जउन हिब्रोन मँ रहत रहेन अउर बासान क राजा ओग क जउन एद्रेई क असतारोत मँ रहत रहेन। उहइ समइ उ पचे यरदन नदी क पूरब कइँती मोआब क पहँटा मँ रहेन अउर मूसा परमेस्सर क हुकुमन क अरथ बतावत रहा। मूसा कहेस:

“यहोवा, हमार परमेस्सर होरब पहाड़े पइ हम स कहेस। उ कहेस, ‘तू पचे बहोत समइ स इ पहाड़े प ठहर चुका बाट्या। एमोरी लोगन क पहाड़ी देस अउर चारिहुँ कइँती क पहँटा मँ जा। यरदन घाटी, पहाड़ी प्रदेस, पच्छिमी नीची भुइँया, दक्खिन क रेगिस्तान मँ अउ समुद्र तट मँ जा। कनानी लोगन क देस मँ अउर लबानोन मँ बड़की नदी परात तलक जा। लखा, मइँ इ समूचइ देस तोहका दिए अहउँ। भितरे जा अउ ओह पइ कब्जा करा। इ उहइ देस बाटइ जेका देइ क बचन मइँ तोहरे पुरखन इब्राहीम, इसहाक अउ याकूब क दिहे रहेउँ। मइँ इ प्रदेस ओन लोगन क अउ ओन लोगन क सन्ताने क देइ बरे बचन दिहे रहेउँ।’”

मूसा प्रमुखन क नियुक्ति करत ह

मूसा कहेस, “ओह समइ जब मइँ तू पचन स बात किहे रहेउँ तबहिं कहे रहेउँ, ‘मइँ अकेल्ले तू लोगन्क अगुअइ करइ अउ देखरेख करइ मँ समरथ नाहीं अहउँ। 10 यहोवा तू पचन्क परमेस्सर क्रम स मनइयन क ऍतना बढ़ाएस ह कि तू पचे अब ओतॅना होइ ग अहा जेतॅना अकासे मँ तारा बाटेन! 11 होइ सकत ह यहोवा, तोहरे पुरखन क परमेस्सर, आज तू पचे जेतना अहा, ओहसे हजार गुना जियादा करइ। होइ सकत ह उ तू पचन क आसीर्बाद देइ जउन उ तोहका सबन्क देइ क बचन दिहेस ह। 12 का मइँ अकेल्ले तोहार देखरेख अउर तोहरी सबइ समस्या अउ वाद-विवाद क हल कइसे कइ सकत हउँ? नाहीं! 13 एह बरे: हर एक परिवार समूह स कछू सम्मानित मनइयन क चुना। मइँ ओनका तोहार नेता बनाउब। ओन बुद्धिमान मनइयन क चुना जउन समझदार अउ तजरबेकार अहइँ।’

14 “अउर तू पचे कहया, ‘अइसा करब नीक अहइ।’

15 “ऍह बरे, मइँ बुद्धिमान अउर सम्मानित मनइयन क लीन्ह जउन तोहार जरिया चुना भवा अहइ अउ ओनका तोहार प्रमुखन बनाएउँ। मइँ ओनमाँ स कछू क हजार क, कछू क सौ क, कछू क पचास क अउ कछू क दस क प्रमुख बनाएउँ ह। मइँ तोहरे परिवार समूहे बरे अधिकारियन क भी नियुक्त किहेउँ ह।

16 “ओह समइ, मइँ तोहरे इ सबइ प्रमुखन क तोहार निआवाधीस बनाए रहेउँ। मइँ ओनसे कहे रहेउँ, ‘आपन मनइयन क बीचउ बीच वाद-प्रतिवाद क सुना। हर एक मोकदमा क फैसला सही सही करा। एकर कउनो महत्व नाहीं कि मोकदमा दुइ ठु इस्राएली मनइयन क बीच बाटइ या इस्राएली अउर बिदेसी क बीच। तू पचन्क हर एक मोकदमा क फैसला सही करइ चाही। 17 जब तू फैसला करा तब इ जिन सोचा कि कउनो मनई दूसर क बराबरी मँ जियादा महत्व क बाटइ। तोहका पचन्क हर एक मनई क फैसला एक तरह समुझिके करइ चाही। कउनो स जिन डेराअ काहेकि तोहार फैसला परमेस्सर स आवा अहइ। मुला अगर कउनो मोकदमा ऍतना जटिल होइ चुका होइ कि तू पचे फैसला न कइ सका तउ ओका मोरे लगे लिआवा। मइँ एकर मोकदमा क फैसला करब।’ 18 उहइ समइ, मइ उ सबइ बातन क बताए रहेउँ जेका तू पचन्क करइ चाही।

जासूस कनान देस मँ जात अहइँ

19 “तब हम पचे उहइ कीन्ह जेका यहोवा हमार परमेस्सर हम पचन्क हुकुम दिहे रहा। हम पचे होरेब पहाड़े क तजा अउर एमोरी लोगन्क पहाड़े क जात्रा कीन्ह। हम पचे ओन बड़की अउ सबइ भयंकर भुइँया स होइके गएन जेका तू पचे भी लखे रह्या। हम पचे कादेसबर्ने पहोंच गएन। 20 तब मइँ तू पचन्स कहे रहेउँ, ‘तू पचे एमोरी लोगन्क पहाड़ी प्रदेस मँ आइ चुका अहा। यहोवा हमार परमेस्सर इ देस हमका देई। 21 लखा, यहोवा तोहार परमेस्सर उ देस क तोहार समन्वा कइ दिहेस। अगवा बढ़ा अउ भुइयाँ क आपन बनाइ ल्या। तोहरे पुरखन क यहोवा परमेस्सर तू पचन्क अइसा करइ क आदेस दिहे अहइ। एह बरे जिन डेराअ, कउनो तरह क चिन्ता जिन करा!’

22 “तब तू सबहिं मोरे लगे आया अउ बोल्या, ‘पहिले उ देस क लखइ क बरे कछू मनइयन क पठवा। उ सबइ क हुआँ क देस क धियान स लखि द्या। उ सबइ तब वापस आइ सकत हीं अउ हम लोगन्क उ रस्ता बताइ सकत हीं जेनसे हम सबन्क जाइ क बाटइ अउर ओन सहरन क बताइ सकत हीं जेनके ताईं हम पचन्क पहुँचइ क अहइ।’

23 “मइँ सोचेउँ कि इ नीक बिचार अहइ। एह बरे मइँ तू मनइयन मँ स हर परिवार समूह बरे एक ठु मनई क हिसाब स बारह मनइयन क चुनेस। 24 तबहिं उ सबई मनइयन हम पचन्क पीछे तजिके पहाड़ी पहँटा मँ गएन। उ पचे एसकोल क घाटी मँ गएन। उ पचे भुइँया क विभिन्न जगह क छान-बीन किहेन। 25 उ पचे उहइ पहँटा क कछू फल लिहन अउ ओनका हमरे लगे लिआएन। उ पचे हम लोगन्क विवरण दिहन अउ कहेन, ‘इ नीक देस अहइ जेका यहोवा हमार परमेस्सर हमका दइ देत अहइ।’

26 “मुला तू पचे ओहमाँ जाइसे इन्कार कइ दिहा। तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क हुकुम क मानइ स इन्कार कइ दिहा। 27 तू पचे आपन सिबिर मँ सिकाइत किहा। तू पचे कहया, ‘यहोवा हमसे घिना करत अहइ। उ हम पचन्क मिस्र स बाहेर एमोरी मनइयन क देइ बरे लइ आवा जेहसे उ पचे हमका नस्ट कइ सकइँ। 28 अब हम पचे कहाँ जाई? हमार भाई हम पचन्क डेराएन। उ पचे कहेन, “हुआँ क लोग हम पचन्स बड़वार अउ लम्बा अहइँ, उ सहर बड़ा अहइँ अउ ओनकइ देवार आसमान क छुअत हीं। अउ हम पचे देत्य[a] क सन्तानन क हुआँ लखा।”’

29 “तब मइँ तू पचन्स कहेउँ, ‘घबराअ जिन! ओन लोगन्स डेराअ नाहीं! 30 यहोवा तोहार परमेस्सर तोहरे समन्वा जाइ अउ तोहरे बरे लड़ी। उ उहइ करी जे तू ओका मिस्र मँ देखावत रहा। 31 तू पचे हुआँ आपन समन्वा ओका रेगिस्तान मँ जात भवा लख्या ह। तू पचे लख्या कि यहोवा तोहार परमेस्सर तोहका पचन्क वइसेन ही लइ आवा जइसे कउनो मनई आपन पूत क लिआवत ह। यहोवा पूरा रस्ता भइ तू पचन्क रच्छा करत भवा तोहका सबन्क हिआँ पहोंचाएस ह।’

32 “मुला तबहुँ तू पचे आपन परमेस्सर पई नाहीं पतियाना। 33 जब तू पचे जात्रा करत रह्या तब उ तोहरे आगे तोहार डेरा डावइ बरे जगहिया हेरइ गवा। तोहका सबन्क इ बतावइ बरे कि तू पचन्क कउने राहे प जाइ क अहइ उ राति क आगी मँ अउ दिन मँ बदरी मँ चला।

मनइयन क कनान जाइ प मनाही

34 “यहोवा तोहार कहब सुनेस, उ कोहाइ गवा। उ प्रण किहस। उ कहेस, 35 ‘तू सबइ लोगन जउन अबहुँ जिअत रहेन सबहिं पापी अहइँ। उ लोगन स कउनो भी मनई नीक देसे मँ न जाई, जेका देइ क बचन मइँ तोहरे पुरखन क दिहे अहउँ। 36 यपुन्ने क पूत कालेब ही सिरिफ उ देस क लखी। मइँ कालेब क उ देस देब जेह पइ उ चला ह अउर मइँ उ देस क कालेब क सन्तानन क देब। काहेकि कालेब उ सबइ किहेस जउन मोर हुकुम रहा।’

37 “यहोवा तू लोगन क कारण मोसे भी नाखुस रहा। उ मोसे कहेस, ‘तू भी उ देस मँ नाहीं जाइ सकत्या। 38 मुला तोहार सहायक, नून क बेटवा यहोसू उ देस मँ जाइ। यहोसू क हौसला बढ़ावा, काहेकि उहइ इस्राएल क लोगन्क भुइँया पइ आपन कब्जा जमावइ बरे लइ जाई।’ 39 यहोवा हम पचन्स कहेस, ‘तू पचे कहया, कि तोहरे नान्ह-नान्ह गदेलन दुस्मन क जरिये लइ लीन्ह जइहीं। मुला उ सबइ उ देस मँ जाई। मइँ तोहरी गल्तियन बरे तोहरे गदेलन क दोखी नाहीं मानत हउँ। काहेकि उ पचे अबहिं ऍतना नान्ह-नान्ह बाटेन कि उ पचे इ जान नाहीं सकतेन कि का सही बाटइ अउ का गलत। उ पचे हुवाँ जाब अउर मइँ उ पचन्क उ धरती ओकर देस क रुप मँ देब। 40 मुला तू पचन क लाल सागर जाइवाला मार्ग स रेगिस्तान क सफर करइ चाही।’

41 “तबहिं तू पचे कहया, ‘मूसा, हम पचे यहोवा क खिलाफ किहे अही। मुला अब हम पचे आगे बढ़ब अउ जइसे पहिले यहोवा हमार परमेस्सर हुकुम दिहे रहा वइसेन ही लड़ब।’

“तब तू पचन मँ स हर एक जुद्ध बरे औजार धारण किहस। तू पचे पहाड़ी-देस तलक जाई क तैयारी किहस। 42 मुला यहोवा मोसे कहेस, ‘मनइयन स कहा कि उ पचे हुआँ न जाइँ अउर न लड़इँ। काहेकि मइँ ओनकर संग न देब अउ ओनकर दुस्मन ओनका हराइ देइहीं।’

43 “एह बरे, मइँ तू लोगन स बात किहेउँ, मुला तू पचे मोर एक न सुन्या। तू पचे यहोवा क हुकुम मानइ स इन्कार कइ दिहा। तू पचे घमण्ड स बेउहार किहेस अउर तू पचे पहाड़ी-देस तलक चलि गवा। 44 तबहिं एमोरी लोग जउन उहइ पहाड़ी पहँटा मँ रहत ही तोहरे खिलाफ होइ गएन। उ पचे तोहार पीछा उहइ तरह किहेन जइसे मधुमक्खी तोहार पीछा करत ह। उ पचे तोहार सेईर स लइके होर्मा तलक पूरा रास्ता मँ बुरी तरह हराएन। 45 तू पचे लउट्या अउ यहोवा क समन्वा रोया-चिचियाया। मुला यहोवा तोहार बात कछू नाहीं सनेस। उ तोहार बात सुनइ स इन्कार कइ दिहस। 46 एह बरे तू सबइ कादेस मँ बहोत समइ तलक रुका रह्या।

भजन संहिता 81-82

संगीत निर्देसक बरे आसाफ क एक ठु गीत गित्तीथ वाद्य यंत्र क संग गावा भवा।

परमेस्सर जउन हमार सक्ति अहइ ओकरे बरे आनन्द क गीत गावा।
    याकूब क परमेस्सर क जय जयकार करा।
संगीत सुरू करा।
    तम्बूरा बजावा।
    वीणा सारंगी स मधुर धुन निकारा।
नवा चंदा क समय मँ तू पचे नरसिंहा फूँका।
    पूर्णमासी क अवसर पइ तू पचे हम लोगन क त्यौहार क दिन मँ नरसिंहा फूँका।
इस्राएल क लोगन क बरे अइसा ही नेम अहइ।
    इ आदेस परमेस्सर याकूब क दिहस ह।
परमेस्सर यूसुफ क संग एक करार तब किहे रहा
    जब उ मिस्र गवा रहा
जहाँ उ उ रास्ट्र क भाखा नाहीं जानेस रहेन।
परमेस्सर कहत ह, “तोहरे काँधे क बोझा मइँ लइ लिहेउँ ह।
    ओकर हाथन मँ मजदूर क टोपा मँ स छुरावा गवा।
जब तू मुसीबत मँ रह्या तू मदद क गोहार लगाया अउर मइँ तोहका बचाएउँ।
    मइँ तूफानी बदरन मँ छुपा रहेउँ अउर मइँ तू पचन्क जवाब दिहेउँ।
    मइँ तू पचन्क मरिबा क जल क लगे परखेउँ।”

“अरे मोर मनइयो, तू पचे मोर बात सुना।
    अउर मइँ तू पचन्क चेताउनी देब।
    इस्राएल, तू मोका सुन्या।
तू कउनो कउनो बिदेसी देवता क पूजा जिन करा।
    कउनो बिदेसी लोगन क देवता क समन्वा आपन मुँड़ि जिन झुकावा।
10 मइँ, यहोवा तोहार परमेस्सर हउँ।
    मइँ उहइ परमेस्सर हउँ
जउन तू पचन्क मिस्र स बाहेर लिआए रहेउँ।
    तू आपन मुँहना खोला, मइँ ओका भर देब।

11 “मुला मोर मनइयन मोर नाहीं सुनेन।
    इस्राएल मोर आग्या नाहीं मानेस।
12 एह बरे मइँ ओनका ओकरे हठी जिद् पइ छोर दिहेउँ।
    इस्राएली लोग उहइ चिजियन क किहेन जेका उ उत्तिम समझेन।
13 भला होत इस्राएल क लोग मोर बात सुन लेतेन,
    अउर उ लोग वइसी ही जिन्नगी जिअतेन जइसा मइँ ओहसे चाहत रहेउँ।
14 तब मइँ इस्राएल क दुस्मनन क हाली हराइ देतेउँ।
    अउर मइँ ओन लोगन क सजा देतेउँ जउन इस्राएल क दुःख देतेन।
15 तब यहोवा क दुस्मन डर स थर-थर काँपत हीं।
    अउर उ पचे सदा सर्वदा सजा पइहीं।
16 परमेस्सर आपन चेलन क उत्तम गोहूँ देइ।
    चट्टान ओनका समूर्ण तृप्त होइ तलक सहद देब।”

आसाफ क एक ठु गीत।

परमेस्सर देवन क सभा[a] क बीच निआवाधीस क रूप मँ विराजत ह।
    सरगदूत क बीच उ निआव करत ह।
परमेस्सर कहत ह, “कब तलक तू लोग अनिआव स भरा निआव करब्या?
    कब तलक तू लोग दुराचारी लोगन क खास सामर्थ दिखावा?

“अनाथन अउ कमज़ोर लोगन क रच्छा करा।
    जेनका संग उचित बेउहार नाहीं कीन्ह गवा ह।
    अउर दीन लोगन क अधिकारन क रच्छा करा।
गरीब अउ बेसहारा लोगन क बचावा।
    दुस्टन क चंगुल स ओनका बचाइ ल्या।

“इस्राएली नाहीं जानते कि का कछू घटत बा
    एब बरे उ पचे नाहीं समझतेन।
उ पचे नाहीं जानतेन
    कि बदी करने वाला का करत रहेन।”
मइँ कहेउँ,
    “तू देवतन[b] अहा।
    तू सर्वोच्च परमेस्सर क पूत अहा।
फिर भी तू मानव जाति क नाईं मरब्या।
    तू पचे वइसेन मरब्या जइसे दूसर नेतन मरि जात हीं।”

हे परमेस्सर, खड़ा ह्वा! धरती पइ निआव लइ आवा,
    काहेकि तू सारे ही देसन पइ नियन्त्रन रखत ह।

यसायाह 29

परमेस्सर क यरूसलेम स पिरेम

29 परमेस्सर कहत ह, “हे अरीएल, अरीएल! तू उ सहर अहइ जहाँ दाऊद छावनी डाए रहा। लोग इ सहर क बरिस दर बरिस पवित्तर भोज बरे जात्र किहेस। किन्तु जब मइँ अरीएल क अन्त करब्या, तउ हुवाँ सोक अउ विलाप होइ। किन्तु उ तब भी मोर अरीएल होइ!

“तब मइँ तोहका फउजन क सिबिर स घेरउब। मइँ तोहार विरोध मँ जुद्ध क बुर्ज अउर ढलवान बनाउब। तू पचे धरती पइ गिरि जाब। धूल स तोहार कमज़ोर धीमा फुसफुसाहत क आवाज़ अइसा होइ जइसे धरती प कउनो भूत होइ।”

तोहार दुस्मन धूर क कण क भाँति अनगिनत होइहीं। तोहार क्रूर अत्याचार अनगिनत होइहीं जइसे भूसे आँधी मँ उड़त भए अहा। सर्वसक्तिमान यहोवा बादरन क गर्जन स, धरती क काँपे स, अउर जहा ध्वनियन स तोहरे लगे आइ। यहोवा दण्डित करी। यहोवा तूफान, तेज आँधी अउर आगी क प्रयोग करी जउन बारिके सबहिं क नस्ट कइ देइ। तउ रात क सपना क नाईं जउन कि जागते ही गाइब होइ जात ह अइसा ही अरीएल क चारिहुँ कइँती स घेरा भवा फउज अउर ओनके जुद्ध यंत्र जउन कि ओकर खिलाफ घूमत रहत ह, गाइब होइ जात हीं। मुला ओन फउजन क एक सपना जइसा होइ। उ सबइ फउजन उ सब चिजियन न पइहीं जेनका उ पचे चाहत हीं। इ वइसा ही होइ जइसा भूखा मनई भोजन क सपन लखइ अउर जागइ पइ उ आपन क वइसा ही भूखा पावइ। इ वइसा ही होइ जइसे कउनो पिआसा पानी क सपन लखइ अउर जब जागइ तब आपन क पियासा पावइ। सिय्योन क विरोध मँ लड़त भए सबहिं देस फुरइ अइसे ही होइहीं। इ बात ओन पइ खरी उतरी। देसन क उ सबइ चिजियन नाहीं मिलिहीं जेनका ओनका चाह अहइ।

आस्चर्य चकित होइ जा अउर अचरज स भरि जा।
    तू पचे सबहिं धुत्त होब्या किन्तु दाखरस स नाहीं।
लखा अउर अचरज करा।
    तू लड़खड़ाब्या अउर भहराइ जाब्या किन्तु सराबे स नाहीं।
10 यहोवा तोहका सबन्क सोवाएस ह।
    यहोवा तोहार आँखिन मूँदि दिहस ह। (तोहार आँखिन नाहीं अहइँ)

11 मइँ तू पचन्क बतावत हउँ कि इ सबइ बातन घटिहीं। किन्तु तू पचे मोका नाहीं समुझ रह्या। मोर सब्द उ किताबे क समान अहइँ, जउन बन्द अहइँ अउर जेह पइ एक मोहर लगी बाटइ। 12 तू पचे उ किताबे क एक अइसे मनई क दइ सकत ह जउन पढ़ सकत ह अउर उ मनई स कहि सकत ह कि उ उ किताबे क पढ़इ। मुला उ मनई कही, “मइँ किताबे क बाँच नाहीं सकत काहेकि इ बन्द अहइ अउर मइँ एका खोल नाहीं सकत।” या तू उ किताबे क कउनो भी अइसे मनई क दइ सकत ह जउन बाँच नाहीं सकत, अउर उ मनई स कहि सकत ह कि उ उ किताबे क पढ़इ। तब उ मनई कही, “मइँ इ किताबे क नाहीं बाँचि सकत काहेकि मइँ पढ़ब नाहीं जानत।”

13 मोर सुआमी कहत ह, “इ सबइ लोग कहत हीं कि उ पचे मोहसे पिरेम करत हीं। आपन मुँहे क सब्दन स उ पचे मोरे बरे आदर परगट करत हीं। मुला ओनकर मन मोहसे दूर अहइँ। उ आदर जेका उ पचे मोरे बरे देखॉवत हीं, बस कोरे मानव नेम अहइँ जउन उ पचे रट डाए अहइँ। 14 तउ मइँ एन लोगन क सक्ति स पूर अउर अचरज भरी बातन करत भए आस्चर्य चकित करत रहब। ओनकर बुद्धिमान मनई समझइ मँ असमर्थ होइ जइहीं।”

15 धिक्कार अहइ ओन लोगन क जउन यहोवा स बातन छिपावइ क जतन करिहीं। उ पचे सोचत हीं कि यहोवा तउ समझी ही नाहीं। उ सबइ लोग आँधियारा मँ काम करत हीं। उ सबइ लोग आपन मन मँ कहा करत हीं, “हम पचन्क कउनो लख सकत नाहीं। हम पचे कौन अही, एका कउनो मनई नाहीं जानी।”

16 तू पचे भ्रम मँ पड़ा अहा। तू पचे सोचा करत अहा, कि माटी कोहार क बराबर अहइ। तू पचे सोचा करत अहा कि कृति आपन कर्त्ता स कह सकत ह, “तू मोर रचना नाहीं किहा ह।” इ वइसा ही अहइ, जइसे गगरी क आपन बनावइवाले कोहार स इ कहब, “तू समझत्या नाहीं तू का करत अहा।”

एक उत्तिम समय आवत अहइ

17 इ फुरइ अहइ: कि लबानोन थोड़े समय पाछे, आपन बिसाल ऊँच बृच्छन बरे सपाट जोते खेतन मँ बदल जाइ अउर सपाट खेत ऊँच-ऊँच बृच्छन वाले सघन जंगलन क रूप लइ लेई। 18 किताबे क सब्दन क बहिरे सुनिहीं, आँधर आँधियारे अउ कोहरे मँ स लखि सकिहीं। 19 यहोवा दीन जनन क खुस करी। दीन जन इस्राएल क उ पवित्तरतम मँ आनन्द मनइहीं।

20 अइसा तब होइ जब नीच अउ क्रूर मनई खत्म होइ जइहीं। अइसा तब होइ जब बुरा काम करइ मँ आनन्द लेइवाले लोग चले जइहीं। 21 (उ सबइ लोग दूसर लोगन क बारे मँ झूठ बोला करत हीं। उ पचे कचहरी मँ लोगन क फँसावइ क जतन करत हीं। उ पचे भोले भाले लोगन क नस्ट करइ मँ जुटे रहत हीं।)

22 तउ यहोवा याकूब क परिवार स कहेस। (इ उहइ यहोवा अहइ जउन इब्राहींम क अजाद किहे रहा।) यहोवा कहत ह, “अब याकूब (इस्राएल क लोग) क लज्जित नाहीं होब होइ। अब ओकर मुँह कबहुँ पिअर नाहीं होइ चाही। 23 उ आपन सबहिं संतानन क लखी अउर कही कि मोर नाउँ पवित्तर अहइ। एन संतानन क मइँ आपन हाथन स बनाएउँ ह अउर इ सबइ संतानन मनिहीं कि याकूब क पवित्तर परमेस्सर वास्तव मँ पवित्तर अहइ अउर इ सबइ संतानन इस्राएल क परमेस्सर क आदर देइहीं। 24 उ सबइ लोग जउन गलतियन करत हीं, अब समुझ जइहीं। उ सबइ लोग जउन सिकाइत करत रहत हीं अब निर्देसन क अंगीकार करिहीं।”

3 यूहन्ना

मइँ बुजुर्ग कइँती स:

पिआरे बन्धु, गयुस क नाउँ जेसे मइँ सत्य मँ सहभागी क रूप मँ पिरेम रखत हउँ।

मोर पिआरे बन्धु, मइँ पराथना करत अहउँ कि तू जइसेन आध्यात्मिक रूप स उन्नति करत अहा, वइसेन तू सब बातन मँ उन्नति करत रहा अउर स्वस्थ रहा। जब कछू भाइयन आइके मोका तोहरी सच्चाई मँ बिसवास क बावत बताएन तउ मइँ बहुत खुस भएउँ। उ पचे मोका बताएने कि तू पचे कइसे सच्चाई क रास्ता प चलत अहा। मोरे बरे एहसे बढ़कर अउर आनन्द की बात नाहीं बाटइ कि इ सुनउँ कि मोर बचवन सच्चाई क रासता प चलत अहइँ।

मोरा पियारे बन्धु, तू मोरे भाइयन बरे जउन करत रहे अहा, ओका बिसवासयोग्यता स पूरा करत अहा अउर विसेसकर जब उ पचे परदेसी अहइँ। मुला जउन पिरेम तू ओनके ऊपर दरसाए अहा, ओकरी साच्छी उ पचे कलीसिया क सामने दिहेन। ओनके यात्रा जारी रखइ बरे ओनेक वइसेन सहायता करत रहा, जइसेन परमेस्सर बताए अहइ। मसीह क सेवा बरे उ पचे यात्रा प निकल पड़ा अहइँ अउर उ पचे अबिसवासी लोगन स कउनउ मदद नाहीं लिए अहइँ। इही बरे हम पचे क अइसे मनइयन क सहायता करइ चाही, जइसेन कि हमहूँ सच्चाई बरे सहकर्मी होइ सकी।

एक ठु चिठ्ठी मइँ कलीसिया क लिखे रहेउँ मुला दियुत्रिफेस जउन ओनकर प्रमुख बनइ क लालसा रखत ह। उ मोरे सबक बताई बातन क न मानी। 10 इहइ कारण अहइ जदि मइँ आवउँ तउ ओकर ओन करमन कि जउन उ करत ह, याद दियाउब। वह अनुचित रूप स मोरे खिलाफ बुरी बुरी बात कहिके दोख लगावत ह; अउर इतने ऍतने स ही उ संतुस्ट नार्ही अहइ, उ ऩ तउ खुद भाइयन क स्वागत करत ह अउर जउन स्वागत करइ चाहत ह ओका मना करत ह अउर कलीसिया स निकार देत हय।

11 पिआरे बन्धु, बुरे उदाहरण क नाहीं वरन भलाई क अनुकरण करा। जउन मनई भलाई करत ह, उ परमेस्सर क अहइ! उ जउन बुराई करत ह उ परमेस्सर क नाहीं देखेस।

12 दिमेत्रियुस क बावत सब अच्छी बात कहत अहइँ। हिआँ तक कि खुदइ सच्चाई ओकरे बारे मँ कहत ह। हमहूँ ओनेक बावत अच्छी बात कहित ह। अउर तू जानत अहा कि जउन हम कहित अही इ सच बाटइ।

13 तोहका सबन क लिखइ क वास्ते मोरे पास बहुत बातन अहइँ, मुला मइँ कलम अउर सियाही स ओका सब लिखइ नाहीं चाहित। 14 मुला मोका तउ इ आसा अहइ कि मइँ जल्दी तोहसे मिलबइ। तउ हम आपुस मँ बात करब। 15 सान्ति तोहरे साथे रहइ। तोहरे सब दोस्तन हिआँ तोहका सबन क नमस्कार कहत अहइँ। उहाँ हर मित्र क नाउँ लइके नमस्कर कह्या।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.