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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
गनती 29

तुरहियन क त्यौहार

29 “सातवाँ महीना क पहिले दिन एक खास बइठक होइ। तू सबइ उ दिन कउनो काम नाहीं करब्या। उ तुरही बजावइ क दिन अहइ। तू पचे होमबलि चढ़उब्या। इ भेंटन यहोवा बरे सुहावनी सुगन्ध होइ। तू बेदोखे क एक साँड़ एक भेड़ा अउ एक-एक बरिस क सात मेमना चढ़उब्या। तू पचे एपा क तीन दसवाँ हींसा तेल स सना भवा नीक आटा हरेक बर्धा क संग, अउ एपा क दुइ दसवाँ हींसा भेंड़ा क संग चढ़ाउब्या। सात मेमना मँ स हरेक क संग एपा क दसवाँ हींसा आटा क भेंट चढ़उब्या। एकरे अलावा पापबलि बरे एक बोकरा भी चढ़उब्या। इ तोहरे पापे क ढाँपी। इ भेंटन नवा चन्द्रिमा भेंट अउ ओकरे अन्नबलि क अलावा होइ। अउर इ रोज क भेंट, एकर अन्नबलि अउ पयेबलि क अलावा होइहीं। इ नेम क मुताबिक कीन्ह जाइ चाही। एनका आगी बारइ चाही। इ यहोवा क बरे सुहावनी सुगन्ध होइ।

प्रायस्चित क दिन

“सतऍ महीना क दसवाँ दिन एक खास बइठक होइ। उ दिन तू उपवास रखब्या अउर तू कउनो काम नाहीं करब्या। तू होमबलि भेंट करब्या। इ यहोवा बरे सुहावनी गन्ध होइ। तू बे दोखे क एक ठू साँड़ एक ठु भेड़ा अउ एक बरिस क सात मेमना भेंट चढ़उब्या। हर एक बर्धा क संग जइतून क तेले स साना भवा एपा क तीन दसवाँ हींसा आटा, भेड़न क संग एपा क दुइ दसवाँ हींसा आटा। 10 अउ हर एक सातहु मेमना क संग एपा क दसवाँ हींसा आटा क भेंट चढ़उब्या। 11 तू एक बोकरा भी पापबलि क अलावा भेंट करब्या। इ पाप बरे प्रायस्चित क अतिरिक्त होइ। इ रोजाना क बलि, अन्नबलि अउ पयेबलि क अलावा भी होइ।

कुटीर क त्यौहार

12 “सतऍ महीना क पन्द्रहवाँ दिन एक खास बइठक होइ। इ कुटीर क त्यौहार होइ। तू उ दिना कउनो काम नाहीं करब्या। तू यहोवा बरे खास छुट्टी सात दिना तलक मनउब्या। 13 तू होमबलि चढ़उब्या। इ यहोवा बरे सुहावनी सुगन्ध होइ। तू तेरह बर्धा, दुइ भेड़ा अउ एक बरिस क चउदह मेमना चढ़उब्या। 14 तू तेरह बर्धा मँ स हर एक बरे जइतून क तेल क संग साना भवा एपा क तीन दसवाँ हींसा आटा, दुइनउँ भेड़न मँ स हर एक बरे एपा क दुइ दसवाँ हींसा 15 अउ चउदह भेड़न मँ स हर एक बरे एपा क दसवाँ हींसा आटा क भेंट चढ़उब्या। 16 तोहका एक ठु बोकरा भी पाप भेंट क रूप मँ अर्पित करइ चाही। इ रोजाना क भेंट अउ एकर अनाज अउ दाखरस भेंट क अलावा होइ।

17 “इ पवित्तर दिन क दूसरे दिन तोहका बारह बर्धा, दुइ भेड़ा अउ चउदह ऍक बरिस क मेमना चढ़ावइ चाही। इ सबइ बिना दोख क होइ चाही। 18 तोहका साँड़, भेड़ा अउ मेमना क संग गनती क मुताबिक तउले मँ अन्नबलि अउ पयेबलि भी चढ़ावइ चाही। 19 तोहका पापबलि क रूप मँ एक ठु बोकरा क भी भेंट चढ़ावइ चाही। इ रोजाना क भेंट अउ अन्न अउ पयेबलि क अलावा भेंट होइ।

20 “इ पवित्तर दिन क तीसर दिन तोहका बे दोखे क गियारह साँड़, दुइ भेड़ा अउ एक-एक बरिस क मेमना क भेंट चढ़ावइ चाही। 21 तोहका बर्धा, भेड़ा अउ मेमना क ठीक गनती क मुताबिक अन्न अउ पयेबलि चढ़ावइ चाही। 22 तोहका पापबलि क रूप मँ एक बोकरा क भी देइ चाही। इ रोजाना क भेंट अउ अन्नबलि अउ पयेबलि क अलावा भेंट होइ।

23 “इ पवित्तर दिन क चउथा दिन तोहका बे दोखि क दस साँड़, दुइ भेड़ा अउ एक-एक बरिस क चउदह मेमना भेंट चढ़ावइ चाही। इ सबइ बेदोख होइ चाही। 24 तोहका बर्धा, भेड़ा अउ मेमना क ठीक सख्याँ क मुताबिक अन्न अउ पयेबलि चढ़ावइ चाही। 25 तोहका पापबलि क रूप मँ एक बोकरा क भी च़ढ़ावइ चाही। इ रोजाना क भेंट अउ अन्नबलि अउ पेयबलि क अलावा होइ चाही।

26 “इ पवित्तर दिन क पँचए दिन तोहका बेदोख क नौ साँड़, दुइ भेड़ा अउ एक-एक बरिस क चउदह मेमना भेंट चढ़ावइ चाही। इ सबइ बेदोख होइ चाही। 27 तोहका बर्धा, भेड़ा अउ मेमना क ठीक संख्याँ क मुताबिक अन्न अउ पयेबलि चढ़ावइ चाही। 28 तोहका पापबलि क रूप मँ एक बोकरा क भी भेंट चढ़ावइ चाही। इ रोजाना क भेंट अउ अन्नबलि अउ पेयबलि क अलावा होइ चाही।

29 “इ पवित्तर दिन क छठऍ दिन तोहका बे दोखे क चउदह साँड़, दुइ भेड़ा अउ एक-एक बरिस क चउदह मेमना क भेंट चढ़ावइ चाही। 30 तोहका बर्धा, भेड़ा अउ मेमना क संग जेतँना होइ चाही उ मात्रा मँ अन्न अउ पयेबलि चढ़ावइ चाही। 31 तोहका पापबलि क रूप मँ एक बोकराँ क भी भेंट देइ चाही। इ रोजाना क भेंट अउ अन्नबलि अउर पयेबलि क अलावा भेंट होइ।

32 “इ पवित्तर दिन क सतऍ दिन तोहका बेदोख क सात साँड़, दुइ भेड़ा, अउ एक-एक बरिस क चउदह मेमना क भेंट चढ़ावइ चाही। 33 तोहका बर्धा, भेड़ा अउ मेमना क संग गनी भइ गनती मँ अन्न अउ पयेबलि चढ़ावइ चाही। 34 तोहका पापबलि क रूप मँ एक बोकरा क भी भेंट देइ चाही। इ रोजाना क भेंट अउ अन्नबलि तथा पयेबलि क अलावा भेंट होइ।

35 “इ पवित्तर दिन क अठवाँ दिन तोहका एक समापन बइठक करइ चाहीं। तोहका उ दिन कउनो काम नाहीं करइ चाही। 36 तू होमबलि अउ आगी क भेंट चढ़ावा। इ यहोवा बरे सुहावनी सुगंध होइ। तोहका बेदोखे क एक साँड़, एक भेड़ा अउ एक एक बरिस क सात मेमना भेंट मँ चढ़ावइ चाही। 37 तोहका साँड़, भेड़ा अउ भेड़ी क बच्चा बरे गनी भइ मात्रा मँ अन्न अउ पयेबलि देइ चाही। 38 तोहका पापबलि क रूप मँ एक बोकरा क भी भेंट देइ चाही। इ रोजाना क भेंट अउ अन्नबलि अउ पयेबलि क अलावा भेंट होइ चाही।

39 “उ सबइ तोहार खास दिन यहोवा क सम्मान बरे अहइ। तोहका एपा क दसवाँ हींसा ओन बचन भेंट, आपन स्वेच्छा भेंट, होमबलि, अन्नबलि, पयेबलि अउ मेलबलि क अलावा इ पवितर दिनन म मानइ चाहीं।”

40 मूसा इस्राएल क लोगन स ओन सबहिं बातन क कहेस जउन यहोवा ओका हुकुम दिहे रहा।

भजन संहिता 73

तीसर भाग

(भजन 73–89)

आसाफ क गीत।

इस्राएल बरे परमेस्सर नीक अहइ।
    परमेस्सर ओन लोगन बरे नीक होत ह जेनकर हिरदइ पवित्तर अहइ।
मइँ तउ करीब-करीब फिसल गवा रहा
    अउर मइँ तउ करीब-करीब गिर गवा रहा।
काहेकि मइँ लखेउँ कि पापी सफल होत अहइँ अउर सान्ति स रहत अहइँ।
    तउ ओन अभिमानी लोगन स मोका जलन भइ।
उ सबइ लोग तन्दुरुस्त अहइँ।
    ओनके जिन्नगी मँ कउनो संघर्स नाहीं अहइ।
ओन अहंकारी लोग दूसर लोगन क नाईं परेसानी नाहीं उठावत हीं।
    उ पचे दूसर क नाई तकलीफ नाहीं झेलत हीं।
एह बरे उ पचे सदा अहंकार स भरा रहत हीं।
    अउर उ पचे हिंसा स भी भरा भवा रहत हीं।
उ पचे बुरे बिचारन स भरा भवा अहइँ
    अउर उ पचे बुरे जोजना मँ बह गवा रहेन।
उ पचे लोगन क बारे चिन्ता नाहीं करत हीं अउर ओनका सोसण करइ बरे बुरी जोजना बनावत हीं।
    उ पचे घमण्ड मँ बात करत हीं।
उ घमण्डी लोगन अइसे बात करत हीं जइसे उ पचे देवता अहइँ।
    उ पचे अइसे बात करत हीं जइसे उपचे धरती क सासक हीं।
10 ऍह बरे हिआँ तलक कि परमेस्सर क जन भी ओन दुट्ठन कइँती मुड़त अउर जइसा उ पचे कहत हीं,
    वइसा बिस्सास कइ लेत हीं।
11 उ सबइ दुट्ठ जन कहत ही,
    “हमरे ओन कामन क परमेस्सर नाहीं जानत जेनका हम करत अही।”

12 दुट्ठ जन आराम क जिन्नगी जिअत हीं
    अउर उ पचे धनवान होत चला जात हीं।
13 तउ मोका आपन हिरदय क पवित्तर रखइ क का लाभ अहइ!
    आपन मूँड़े क निर्मल रखइ क का लाभ अहइ!
14 हे परमेस्सर, मइँ सारे ही दिन दुःख भोगा करत हउँ।
    तू हर भिन्सारे मोका दण्ड देत अहा।

15 हे परमेस्सर, मइँ इ सबइ बातन दूसरन क बतावइ क निर्णय कइ लिहे रहेउँ।
    मुला मइँ जानत रहेउँ कि मइँ तोहार लोगन क धोका देते रहेउँ।
16 ऍन बातन क समुझइ क, मइँ जतन किहेउँ
    मुला ऍनका समुझब मोरे बरे बहोत कठिन रहा।
17 जब तलक मई परमेस्सर क मन्दिर मँ नाहीं गवा
    तब तलक मइँ एका नाहीं समुझेउँ।
18 हे परमेस्सर, फुरइ तू ओन लोगन क भाग फिसलइ वाले मार्ग मँ राख्या ह।
    तू ओन लोगन क गिरइ द्या अउर बर्बाद होइ द्या।
19 एकाएक ओन पइ विपत्ति अइहीं।
    उ सबइ घमण्डी लोग बरबाद होइ जात हीं।
ओनके संग भयंकर घटना घटिहीं।
    अउर फुन ओनकर अंत होइ जात ह।
20 हे यहोवा, उ सबइ मनई अइसे होइहीं
    जइसे सपन जेका हम जागत ही बिसरि जात अहीं।
ऍह बरे तू अइसे लोगन क
    हमरे सपन क भयानक जानवर क नाई अछन्न कइ द्या।

21 जब मोर हिरदय किरया रहा अउर मोरे दिमाग जख्मी रहा,
22     मइँ विवेकहीन रहा अउर मइँ समुझइ मँ असमर्थ रहा।
मइँ एक तोहार संग
    एक निर्बुद्धि जनावर जइसा बेउहार किहेउँ।
23 तउ पइ भी मइँ सदा तोहार संग अहउँ।
    हे परमेस्सर, तू मोरे हाथ थामइ क मोर मदद किहा ह।
24 हे परमेस्सर, तू मोका राह देखाँवत, अउर मोका सलाह देत अहा।
    आखीर मँ तू आपन महिमा क मौजूदगी मँ मोका अगुवाई करब्या।
25 हे परमेस्सर, सरगे मँ बस तू ही अकेला मोर अहा,
    अउर धरती पइ मोका का चाही, जब तू मोरे साथ अहा?
26 चाहे मोर मनवा टूटि जाइ अउर मोर काया नस्ट होइ जाइ।
    मुला उ चट्टान मोरे लगे बाटइ जउन मोर सहायता करत ह।
    परमरेस्सर मोरे लगे सदा अहइ।
27 हे परमेस्सर, जउन लोग तोहका तजत हीं, उ पचन्क तू नास कइ देब्या।
    तू ओन लोगन क जउन तोहेसे मुड़ जात हीं, बर्बाद कइ देब्या।
28 मुला मोरे बरे, परमेस्सर क निअरे रहब नीक अहइ।
    मइँ आपन सुरच्छा स्थान आपन सुआमी यहोवा क बनाएउँ ह।
    हे परमेस्सर, मइँ ओन सबहिं बातन क बखान करब जेनका तू किहा ह।

यसायाह 21

परमेस्सर क बाबुल क सँदेसा

21 सागर क रेगिस्तान क बारे मँ दुःखद सँदेसा:

रेगिस्ताने स कछू आवइवाला अहइ, इ नेगव स आवत हवा जइसा आवति बाटइ।
    इ कउनो खउफनाक देस स आवति अहइ।
मइँ कछू लखेउँ ह जउन बहोत ही भयानक अहइ अउर घटइ ही वाला अहइ।
    मोका गद्दार तोहका धोखा देत भए देखॉत हीं।
    मइँ लोगन क तोहार पचन्क धन छोरत भए लखत हउँ।

एलाम, तू जा अउर जुद्ध करा!
    मादै, तू आपन फउजन लइके नगर क घेरि ल्या अउर ओका हरावा।
    मइँ उ बुराई क अन्त करब जउन उ नगर मँ बाटइ।

मइँ इ सबइ भयानक बातन लखेउँ अउर अब मइँ बहोत डेराइ गएउँ ह।
    डर क मारे पेट मँ दर्द होत अहइ।
    इ दर्द जच्चा क पीरा जइसा अहइ।
जउन बातन मइँ सुनत हउँ, उ सबइ मोका बहोत डेरावत अहइ।
    जउन बातन मइँ लखत हउँ, ओनके कारण मइँ डर क मारे काँपइ लागत हउँ।
मइँ चिन्तित हउँ अउर भय स थर-थर काँपत हउँ।
    मोर सुहावनी साँझ डर क रात बन गई ह।

लोगन सोचत हीं, सब कछू ठीक अहइ।
    लोग कहत हीं, “चौकी तइयार करा
    अउर ओह पइ आसन बिछावा, खा, पिआ।”
    किन्तु मोर कहब अहइ,
“मुखिया लोगो! खड़ा ह्वा अउर जुद्ध क तइयारी करा।”
    उहइ समय फउजी कहत अहइँ,
“पहरूअन क तैनात करा।
    अधिकारी लोगो, खड़ा होइ जा अउर आपन ढालन क झलकावा!”

मोर सुआमी मोका इ सबइ बातन ह, “जा अउर नगर क रच्छा बरे कउनो मनई क हेरा। जदि उ रखवारा घुड़सवारन क, गदहन क या ऊँटन क कतारन क लखइँ तउ ओका होसियारी क साथ सुनइ चाही।”

तउ फुन उ पहरूआ जोर स बोला पहरूआ कहेस,

“मोर सुआमी, मइँ हर दिन चौकीदार क बुर्ज पइ चौकादारी करत आएउँ ह।
    हर राति मइँ खड़ा भवा पहरा देत रहत हउँ।
मुला लखा! उ पचे आवत अहइँ।
    मोका घुड़सवारन क कतारन देखॉइ देत अहइँ।”

फुन सँदेसवाहक कहेस,
    “बाबुल हार गवा,
    बाबुल धरती पइ ध्वस्त कीन्ह गवा।
ओकरे मिथ्या देवन क सबहिं मूरतियन धरती पइ लुढ़काइ दीन्ह गइन
    अउर उ सबइ चकनाचूर हो गइन ह।”

10 यसायाह कहेस, “हे खरिहाने मँ अनाज क तरह रौंदे भए मोर लोगो, मइँ सर्वसक्तीमान यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर स जउन कछू सुना ह, सबइ तू पचन्क बताइ दीन्ह ह।”

एदोम क परमेस्सर क सँदेसा

11 दूमा बरे दुःखद सँदेसा।

सेईर स मोका कउनो गोहराएस।
    उ मोहसे कहेस, “हे पहरू, रात अबहिं केतॅनी बाकी बची बाटइ?
    अबहिं अउर केतनी देर इ रात रही।”

12 पहरूआ कहेस,
    “भोर होइ क अहइ मुला राति फुन स आई।
अगर तोहका कउनो बात पूछब अहइ
    तउ लउट आवा अउर मोहसे पूछ ल्या।”

अरब बरे परमेस्सर क सँदेसा

13 अरब बरे दुःखद सँदेसा

हे ददानी क काफिले,
    तू रात क रेगिस्तान मँ कछू बृच्छन क लगे गुजार ल्या।
14 कछू पियासे यात्रियन क पिअइ क पानी द्या।
    तेमा क लोगो, ओन लोगन क खइया क द्या जउन जात्रा करत अहइँ।
15 उ सबइ लोग अइसी तरवारन स परात अहइँ
    जउन ओनका मारइ क तत्पर रहेन।
उ सबइ लोग ओन धनुसन स बचिके परात रहेन
    जउन ओन पइ छूटइ बरे तने भए रहेन।
उ सबइ भीसण लड़ाइ स परात रहेन।

16 मोर सुआमी यहोवा मोका बताए रहा कि अइसी बातन घटिहीं। यहोवा कहे रहा, “एक बरिस मँ (एक अइसा ढंग जेहसे मजदूर किराये क समय क गनत ह।) केदार क वैभव बर्बाद होइ जाइ। 17 उ समय केदार क थोड़े स धनुसधारी, प्रतापी फउजी ही जिअत बच पइहीं।” इस्राएल क परमेस्सर यहोवा मोका इ सबइ बातन बताए रहा।

2 पतरस 2

झूठे उपदेसक लोग

जइसा भी रहा होइ उ संतान क बीच मँ साइत झूठे नबियन देखाइ देइ लगत रहेन बिल्कुल उहइ तरह झूठे उपदेसकन तू सबन्क बीच मँ भी परगट होइही। उ घातक विचारन क सुरुआत करिही अउर उ सुआमी क नकार देइही जउन ओनका आजादी दिआए रहा। इ प्रकार अइसा कइके उ जल्दी बिनास क न्यौतिहइँ। बहोत लोगन ओनकइ अनैतिक भोग-विलास क तरीका क पाछे चलिही ओनहिन क कारण स सत्य क मार्ग स बदनाम होई। लोभ क कारण स उ बनावटी बातन स तोहसे पैसा कमइहइँ। ओनके दंड परमेस्सर क दुआर बहोत पहिलेन स निर्धारित कीन्ह जाइ चुका ह। ओनकर विनास तइयार अहइ अउर ओनकर प्रतीच्छा करत बाटइ।

काहेकि परमेस्सर उ पाप करइवाले दूतन तक क नाही छोड़ेस अउर ओनका पाताल लोक अंधेरे कोठरियन मँ डाइ दिहिस कि उ निआव क दिन तक उहइ पइ पड़ा रहइँ,

उ उ पुरान संसार क भी नाही छोड़ेस मुला नूह क उ समइ रखवारी किहेस जब अधर्मियन क संसार प जलप्रलय भेजी गइ रही। नूह ओन आठ मनइयन मँ रहा जउन जलप्रलय क समइ बचा रहेन। उ जउन उचित अहइ, ओकर उपदेस देत रहा।

सदोम अउर अमोरा ह जइसेन नगरन क बिनास क दण्ड दइके ओनकइ राखी बनाए दीन्ह गवा रहा ताकि अधर्मियन क साथ जउन बाते घटिहइँ, ओनके खातिर इ एक चेताउनी होइ। परमात्मा लूत क बचाइ लिहेस जउन एक अच्छा मनई रहा। उद्दण्ड मनइयन क अनैतिक आचरण स दुःखी रहत रहा। उ धर्मी पुरुस ओन लोगन क बीच मँ रहत भवा रोजइ रोज जउन देखत अउर सुनत रहा ओसे ओनके नेक आतिमा तड़पत रही।

एहि प्रकार पर्भू जानत ह कि निआव करत समइ धर्मात्मा मनइयन क कइसे बचावा जात ह अउर दुस्ट लोगन क कउने तरह दण्ड देइ क खातिर कइसे रखा जात ह। 10 खासकर ओन लोगन क बरे जउन आपन पाप स भरी भइ प्रकृति स बुरे कामन क करत जिअत ही।

ओनकइ पापमय मन पर्भू क सत्ता क अवहेलना करत ह। ई पचे उद्दण्ड अउर स्वेच्छा चारी अहइँ इ महिमावान सरगदूतन क अपमानौ करइ स नाही डेरात अहइँ। 11 जब कि इ सबइ सरगदूतन जउन सक्ती अउर समरथ मँ एनसे बड़े अहइँ, पर्भू क सामने ओन पइ कउनो निन्दापूर्ण दोख नाही लगावत

12 मुला इ पचे विचारहीन पसुवन क बराबर अहइँ जउन आपन सहजवृती क अनुसार काम करत ही। जेनकइ जनम एही बरे होत ह कि उ पकड़े जाइँ अउर मार डाए जाइँ उ पचे ओन विसयन क विरोध मँ बोलत हीं जेनके बारे मँ इ सबइ अबोध अहँइ। जइसे पसु मार डावा जात अहइँ, वइसेन एनहू क नस्ट कर दीन्ह जाइ। 13 एनका बुराई क बदला बुराइन स दीन्ह जाई। दिन क प्रकास मँ भोग-विलास करब एनका भावत ह।

काहेकि उ पचे अपने छलपूर्ण करजरन क फल भोगत ही। इ लज्जापूर्ण धब्बे अहइँ। जब इ पचे तू पचन क साथ उत्सव मँ सामिल होत ही तउ 14 इ कउनो अइसेन स्त्री क ताक मँ रहत ही जेहिके साथ व्यभिचार कीन्ह जाइ सकइ। इ तरह स एनकइ आँखी पाप करइ स बाज नाही अउतिन। इ पचे ढुलमुल लोगन क पाप करइ क खातिर फुसलाय लेत ही। इ लोगन क मनवा पूरी तरफ स लालचा मँ अभ्यस्थ अहइँ। इ पचे अभिसाप क लरिका अही।

15 सीधा-सादा मारग छाँड़िके भटक गए बाटेन। बओर क लरिका बिलाम क मार्ग प इ पचे चलत अहइँ बिलाम ओकर रुचि गलत रस्ता क फले मँ अहइ। 16 मुला ओकरे दोखन क खातिर एक गदही जउन बोल नाही पावत रही, मनई क बानी मँ बोलिके ओका डाँटिस फटकारिस अउर उ नबियन क उन्मादी कामन क रोकिस।

17 इ झूठे उपदेसक सूखे जल क सोता अहइँ अउर अइसे जल रहित बादल अहइँ जेनका तूफान उड़ाइ लइ जात ह। इ पचन क खातिर गझिन अन्धेरी जगह इ काम क बरे निहचित कीन्ह गइ अहइ। 18 इ पचे झूठे उपदेसकन अरथहीन डीगन स उ लोगन को प्रलोगभित कइ देत ही, जे बस अभी ही गलत जीवन बितावइवालन लोगन स अलग आवत ही। 19 इ झूठे उपदेसकन उनका छुटकारा क बचन देत ही, काहेकि कउनो व्यक्ति जउन ओका जीत लेत ह, उ ओनहिन क दास होइ जात ह।

20 एहि खातिर अगर इ हमरे पर्भू अउर उद्धाकर्त्ता ईसू मसीह क जान लेइँ अउर संसार क खोट स बच निकरइ क पाछे अगर ओहमाँ फिन फँस जात ही तउ ओनकइ दसा पहिले स भी खराब होइ जात ह। 21 एहसे तउ नीक भवा होत कि इ उचित मार्ग क जानि न पउतेन बजाए एकरे कि उ पचे इ पवित्तर आग्या स मुँह फेर लेतेन। 22 उ पचेन क साथे तउ वइसेन घटना घटी जइसेन मसला अहइ, “कुकुर अपने उल्टी क पास ही लोटत ह।”(A) अउर “एक नहाई भइ सुअरी कीचड़ मँ लौटइ खातिर फिन लउट जात ह।”

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.