M’Cheyne Bible Reading Plan
कनानीयन स जुद्ध
21 एक कनानी अराद क राजा रहा। उ नेगेव रेगिस्तान मँ रहत रहा। अराद क राजा सुनेस कि इस्राएल क मनइयन अथारीम कइँती जाइवाली सड़क स आवत अहइँ। एह बरे राजा बाहेर निकरा अउ इस्राएल क मनइयन प हमला किहस। उ ओहमाँ स कछू क धइ लिहस अउ ओनका बंदी बनाएस। 2 तब इस्राएल क मनइयन यहोवा क इ बचन दिहन, “हे यहोवा! इ मनइयन क हरावइ मँ हमार मदद करा। ऍनका हमरे मातहत कइ द्या। जदि तू अइसा करब्या तउ हम पचे ओनके सहरन क पूरी तरह बरबाद कइ देब।”
3 यहोवा इस्राएल क मनइयन क बिनती सुनेस। अउर यहोवा इस्राएल क लोगन स कनानी मनइयन क हरवाइ दिहस। इस्राएल क मनइयन कनानी लोगन अउ ओनके सहरन क पूरी तरह नास कइ दिहन। एह बरे उ ठउरे क नाउँ होरगा पड़ा।
काँसा क साँप
4 इस्राएल क मनइयन होर पहाड़े क तजेन अउ लाल सागर क जाइवाली सड़क स जात्रा प गएन। उ पचे अइसा एदोम क देस क चारिहुँ कइँती जाइ बरे किहेन। मुला मनइयन क धीरा नाहीं रहा। 5 उ सबइ परमेस्सर अउ मूसा क खिलाफ ओराहना सुरु किहन। मनइयन कहेन, “तू हम सबन क मिस्र स बाहेर काहे लिआया ह? हम पचे हिआँ रेगिस्तान मँ मरि जाब! हिआँ रोटी नाहीं मिलत! हिआँ पानी नाहीं! अउर हम पचे इ सड़ाइंध खइया स घिना करित ह।”
6 एह बरे यहोवा मनइयन क बीच बिखैला साँपन पठाएस। साँपन ओन मनइयन क डस लिहस अउ बहोत स लोग मरि गएन। 7 लोग मूसा क लगे आएन अउ ओसे कहेन, “हम पचे जानित ह कि जब हम पचे यहोवा अउ तोहरे खिलाफ बोलइ क पाप किहे अहउँ। यहोवा स पराथना करा अउ ओसे कहा कि इ साँपन क दूर करइ।” एह बरे मूसा लोगन बरे पराथना किहस।
8 यहोवा मूसा स कहेस, “एक ठु काँसा क साँप बनावा अउ ओका एक ठु खम्बा प धरा। अगर कउनो मनई क साँप डसइ तउ उ मनई क खम्बा क ऊपर काँसा क साँप लखइ चाही। तब इ तरह उ मनई मरी नाहीं।” 9 एह बरे मूसा यहोवा क हुकुम मानेस अउ एक काँसा क साँप बनाएस अउ ओका एक खम्बा प धरेस। तब जब कबहुँ कउनो मनई क साँप डसत रहा तउ ओका खम्बा पइ काँसा क साँप क लखइ क होइ रहा। अउ जिअत रहत रहा।
होर पहाड़े स मोआब क घाटी तलक क जात्रा
10 इस्राएल क लोग उ जगह क तजि दिहेन अउ ओबोत नाउँ क जहग प सिबिर डाएन। 11 तब मनइयन ओबोत स इये अबारीम तलक क जात्रा किहन। अउर हुआँ सिबिर डाएन। इ मोअब क पूरब रेगिस्तान मँ रहा। 12 तब मनइयन उ ठउर क छोड़ दिहन अउर जेरेद घाटी क जात्रा किहन। उ पचे हुवाँ सिबिर डाएन। 13 तब उ पचे चलेन अउ रेगिस्तान क अर्नोन नदी क ओह पार सिबिर डाएन। इ नदी एमोरियन क चउहद्दी स सुरु होत रही। घाटी मोआब क चउहद्दी अउ एमोरी क बीचउ बीच रही। 14 इहइ कारन अहइ कि यहोवा क जुद्ध किताबे मँ नीचे लिखा भवा हाल मिलत ह।
“अउर सूपा मँ बाहेब, अनोर्न क घाटी। 15 अउर अर क बस्ती तलक पहोंचावइ वाली घाटी क किनारे क पहाड़ी। इ ठउर मोआब क चउहद्दी प अहइँ।”
16 इस्राएल क मनइयन उ ठउर क तजेन अउर उ पचे बीर क जात्रा किहन। इ ठउर प एक ठु इनार रहा। यहोवा मूसा स कहेस, “हिआँ सबहिं मनइयन क बटोरा अउर मइँ ओनका पानी देब।” 17 तब इस्राएल क मनइयन गीत गाएन:
“ए नारा! उमड़िके पानी बहाउ।
एकर गीत गावा।
18 महा पुरखन इ नारा क खोदेन।
सज्जन लोग इ नारा क खोदेन।
उ पचे आपन राज-दण्डियन अउर लाठियन स ऍका खोदेन।
इ रेगिस्तान मँ एक ठु भेंट अहइ।”
(तउ मनइयन ऍका “मत्ताना” नाउँ क इनारा कहेन।)
19 तब मनइयन मत्ताना स नहलीएल क जात्रा किहेन। फुन उ पचे नहलीएल स बामोत क जात्रा किहन। 20 मनइयन बामोत स मोआब मँ घाटी तलक क जात्रा किहन। इ ठउरे प पिसगा पहड़ क चोटी रेगिस्तान क ऊपर देखाँइ पड़त ह।
सिहोन अउ ओगँ
21 इस्राएल क मनइयन कछू मनइयन क एमोरी लोगन क राजा सीहोन क लगे पठाएस। इ मनइयन राजा स कहेन,
22 “आपन देस स होइ के हमका जात्रा करइ द्या। हम पचे कउनो खेत या अंगूरे क बगिया स होइके न जाब। हम पचे तोहरे कउनो इनारा क पानी न पिअब। हम सबइ सिरिफ राज-पथ स होइके जात्रा करब। हम सबइ तब तलक उ सड़क प ठहरब जब तलक हम पचे तोहरे देसे स होइके जात्रा पूरी नाहीं कइ लेइत।”
23 मुला राजा सीहोन इस्राएल क लोगन क आपन देस स होइके जात्रा करइ क रजामन्दी नाहीं दिहस। राजा आपन फउज बटोरेस अउ रेगिस्ताने कइँती चल पड़ा। उ इस्राएल क खिलाफ हमला करत रहा। यहज नाउँ क एक ठउरे प राजा क फउज इस्राएल क लोगन क संग लड़ाई लड़ेस।
24 मुला इस्राएल क लोगन राजा क मारि डाएन। तब उ पचे अनोर्न घाटी स लइके यब्बाक इलाका तलक ओकरे पहँटा प कब्जा कइ लिहेन। इस्राएल क मनइयन अम्मोनी लोगन क हद तक क पहँटा प कब्जा किहन। उ पचे अउर जियादा इलाका प कब्जा नाहीं किहन काहे की उ हद अम्मोनी लोगन क जरिए सुरच्छित रही। 25 मुला इस्राएल अम्मोनी लोगन क सबहिं सहरन प कब्जा कइ लिहन। उ पचे हेसबोन नगर तलक अउ ओकरे चारिहुँ कइँती क छोटके सहरन क भी हराइ दिहन। 26 हेसबोन उ सहर रहा जेहमा राजा सीहोन रहत रहा। ऍकरे पहिले सीहोन मोआब क राजा क हराए रहा अउ सीहोन अनोर्न घाटी ताईं सब पहँटन प कब्जा कइ लिहे रहा। 27 इहइ कारण अहइ कि गवइया इ गीत गावत हीं:
“आवा हेसबोन क ऍका फुन स बसावइ क बाटइ।
सीहोन क सहरन क फुन स बनइ द्या।
28 काहेकि आगी हेसबोन सहर स बाहेर चले गएस,
अउर सोला सीहोन सहर स बाहेर चला गवा।
आगी मोआब मँ आर क नस्ट कइ दिहस।
इ अनोर्न नदी क ऊपरी पहाड़ियन क सासकन क बार दिहस।
29 हे मोआब! इ तोहरे बरे बुरा बाटइ, कामोस क मनई बरबाद कइ दीन्ह ग बाटेन।
ओकर पूतन भाग पराइ गएन।
ओकर बिटियन बन्दी बनाइ गइन।
अमानीत लोगन क राजा सीहोन क जरिये।
30 मुला हम पचे ओनॅ एमोरियन क हरावा,
हम सबइ ओनका हेसबोन स दिबान तलक सहरन क, नसिम स नोपह तलक जउन मेदाब क निचके अहइ मिटाइ द्या।”
31 एह बरे इस्राएल क मनइयन एमोरियन लोगन क देस मँ रहेन।
32 मूसा कछू खुफिया लोगन क याजेर प नजर धरइ बरे पठाएस। मूसा क अइसा करइ क पाछे इस्राएल क मनइयन उ सहर प कब्जा कइ लिहन। उ पचे ओकरे चारिहुँ कइॅती क छोटके सहरन प भी कब्जा कइ लिहन। इस्राएल क मनइयन उ ठउरे प बसइया एमोरी लोगन क उ ठउर तजि देइ क मजबूर किहन।
33 तब इस्राएल क लोग बासान कइँती जाइवाली सड़क प जात्रा किहन। बासान क राजा ओग आपन फउज लिहस अउ इस्राएल क लोगन क मुकाबाला करइ निकरा। उ एद्रेइ नाउँ क पहँटा मँ ओनके खिलाफ लड़ा।
34 मुला यहोवा मूसा स कहेस, “उ राजा स जिन सिबिरअ। मइँ तोहका ओका हरावइ देब। तू ओकर पूरी फउज अउ पहॅटा क पउब्या। तू ओकरे संग उहइ करा जउन तू एमोरी लोगन क राजा सिहोन क संग किहा ह।”
35 एह बरे इस्राएल क लोगन ओग अउ ओकर फउज क हाराया। उ सबइ ओका, ओकर बेटवन अउ ओकर सारी फउज क हराएन। तब इस्राएल क मनइयन ओकरे पूरे देस क कउनो क बिना जिउत छोड़इ क कब्जा कइ लिहन।
संगीत निर्देसक बरे “वाचा क कुमुदिनी” धुन पइ उ समइ क दाऊद क एक कलात्मक जब दाऊद अरमहरैन अउ अरमसोबा स जुद्ध किहेस अउर जब योआब लउटा अउर उ नोन क घाटी मँ बारह हजार एदोमी फउजियन क मार डाएस।
1 हे परमेस्सर, तू हमका बिसराइ दिहा।
तू हमका तितर-बितर कइ दिहा, तू हम पइ कोहाइ गवा।
तू कृपा कइके वापस आवा।
2 तू धरती कँपाया अउर ओका फारि दिहा।
हमार जगत बिखरत अहइ
कृपा कइके ओका जोर द्या।
3 तू आपन लोगन क बहोतइ यातना दिहा ह।
हम दाखरस पिए लोग जइसे लड़खड़ात रहेन अउर भहरात अही।
4 मुला तू आपन बिस्सासी मानइवालन क चेताइ बरे
कि उ पचन क अब आपन दुस्मन क धनुस चलाइवालन दुआरा तितर-बितर होइ क पाछे कहाँ जमा होइ चाही।
5 तू आपन महासक्ति क प्रयोग कइके हमका बचाइ लिहा।
मोर पराथना क जवाब द्या अउर उ मनई क बचाइ ल्या जउन तोहका पियारा अहइ।
6 परमेस्सर आपन मन्दिर मँ कहेस:
“मोर विजय होइ अउर मइँ विजय पइ खुस होब।
मइँ इ धरती क आपन लोगन क बीच बाँटब।
मइँ सकेम अउ सुक्कोत घाटी क बँटवारा करब।
7 गिलाद अउ मनस्से मोर बनिहीं।
एप्रैम मोरे मूँड़े क टोप (हेलमेट) बनी।
यहूदा मोर राजदण्ड बनी।
8 मइँ मोआब क अइसा बनाउब, जइसा कउनो मोर गोड़ धोवइ क पात्र।
एदोम एक दास जइसा जउन मोर पनहियन उठावत ह।
मइँ पलिस्ती लोगन क हराउब अउर विजय क उद्घोस करब।”
9 कउन मोका ओकरे खिलाफ जुद्ध करइ क सुरच्छित मजबूत सहर मँ लइ जाइ?
मोका कउन एदोम तलक लइ जाइ?
10 हे परमेस्सर, बस तू ही इ करइ मँ मोर मदद कइ सकत ह।
मुला तू तउ मोका बिसराइ दिहा।
परमेस्सर हमरे साथे नाहीं जाइ अउर उ हमरी सेना क संग नाहीं जाइ।
11 हे परमेस्सर, तू ही हमका इ संकट क भुइँया स उबार सकत ह।
मनई हमार रच्छा नाहीं कइ सकतेन।
12 मुला हमका परमेस्सर ही मजबूत बनाइ सकत ह।
परमेस्सर हमार दुस्मनन क पराजित कइ सकत ह।
तार क वाद्यन क संगीत निदेर्सक बरे दाऊद क एक ठु गीत।
1 हे परमेस्सर, मोर पराथना गीत सुना।
मोर विनती सुना।
2 जब मइँ मातम स भरि ग रहेउँ,
मइँ तोहार मदद पावइ बरे तोहका पुकारब जहाँ कहेउँ भी मइँ होउँ!
तू मोह पइ दयालु ह्वा
अउर मोका बहोत ऊँच सुरच्छित ठउरे पइ जाइ बरे मोर अगुवाइ करा।
3 तू ही मोर सरणस्थल अहा, तू ही मोर सुदृढ गढ़ अहा।
जउन मोका मोरे दुस्मनन स बचावत ह।
4 तोहरे डेरा मँ, मइँ सदा सदा बरे बसव।
मइँ हुअँई छिपब जहाँ तू मोका बचाइ सका।
5 हे परमेस्सर, तू मोर उ मन्नत सुन्या ह, जेका तोहे पइ चढ़ाउब,
मुला तोहरे मनवइयन क लगे हर वस्तु ओनका तोहसे ही मिली अहइँ।
6 राजा क लम्बी उमर देइ।
ओका हमेसा जिअइ द्या।
7 ओका सदा परमेस्सर क आसीर्बाद मँ बना रहइ द्या।
ओकर रच्छा बिस्ससनीय पिरेम अउ दयालुता स करा।
8 मइँ तोहरे नाउँ क गुण सदा गाउब।
ओन बातन क करब जेनका करइ क वचन मइँ दिहेउँ ह।
5 परमेस्सर कही, “मइँ एक छड़ी क रूप मँ अस्सूर क प्रयोग करब। मइँ किरोध मँ भरिके इस्राएल क सजा देइ बरे अस्सूर क प्रयोग करब। 6 अइसे लोगन क खिलाफ, जउन पाप करम करत ही जुद्ध करइ बरे मइँ अस्सूर क पठउब। मइँ ओन लोगन स कोहान हउँ अउर ओन लोगन स जुद्ध करइ बरे मइँ अस्सूर क आदेस देब। अस्सूर ओन लोगन क हराइ देइ अउर फुन ओनसे कीमती वस्तुअन छोरी लेइ। अस्सूर बरे इस्राएल गलियन मँ पड़ी उ धूरि जइसा होइ जेहसे उ आपन ओड़न तले रउँदी।
7 “किन्तु अस्सूर इ नाहीं समुझत ह कि मइँ ओकर प्रयोग करब। उ इ नाहीं सोचत कि उ मोर एक साधन अहइ। अस्सूर तउ बस दूसर लोगन क नस्ट करइ चाहत ह। अस्सूर की तउ मात्र इ जोजना अहइ कि उ बहोत स जातियन क नस्ट कइ देइ। 8 अस्सूर आपन मने मँ कहत ह, ‘मोर सबहिं राजकुमार राजा लोगन क समान अहइँ। 9 कलनो नगरी कर्कर्मास क जइसी अहइ अउर हमात नगर अर्पद नगर क जइसा अहइ। सीमरोन क नगरी दमिस्क नगर क जइसी अहइ। 10 मइँ एन सबहिं बुरे राज्जन क हराइ दिहेउँ ह अउर अब एन पइ मोर अधिकार अहइ। जउने मूरतियन क उ पचे लोग पूजा करत हीं, उ पचे यरूसलेम अउ सोमरोन क मूरतियन स जियादा अहइँ। 11 मइँ सोमरोन अउ ओकर मूरतियन क पराजित कइ दिहेउँ। मइँ यरूसलेम अउ ओकर मूरतियन का भी जेनका ओकर लोग बनाएन ह पराजित कइ देबउँ।’”
12 मोर सुआमी जब यरूसलेम अउ सिय्योन पर्वते क बरे, जउन ओकर योजना अहइ, ओकर बातन क करब खतम कइ देइ, तउ यहोवा अस्सूर क सजा देइ। अस्सूर क राजा बहोत अभिमानी अहइ। ओकर घमंड ओहसे बुरे करम करवाएस ह। तउ परमेस्सर ओका सजा देइ।
13 अस्सूर क राजा कहा करत ह, “मइँ बहोत बुद्धिमान अहउँ। मइँ खुद आपन बुद्धि अउ सक्ति स अनेक महान कारज किहेउँ ह। मइँ बहोत स जातियन क हराएउँ ह। मइँ ओनकर धन छोर लिहेउँ ह अउर ओनके लोगन क दास बनइ लिहेउँ ह। मइँ एक बहोत सक्तीसाली मनई हउँ। 14 मइँ खुद आपन हाथन स ओन सब लोगन क धन दौलत अइसे लइ लिहेउँ ह जइसे कउनो मनई चिरइयन क घोंसलन स अण्डन उठाइ लेत ह। चिरइयन जउन अक्सर आपन घोंसलन अउ अण्डन क तजि जात हीं अउर उ घोंसला क रखवारी करइ बरे कउनो भी नाहीं रहि जात। हुवाँ आपन पखनन अउ आपन चोंच स सोर मचावइ अउर लड़ाई करइ बरे कउनो पंछी नाहीं होत। एह बरे लोग अण्डन क उठाइ लेत हीं। इहइ तरह धरती क सबहि लोगन क उठाइ लइ जाइ स रोकइ बरे कउनो भी मनई हुवाँ नाहीं रहा।” सोमरोन क सक्ती पइ परमेस्सर क नियंत्रण
15 कुल्हाड़ा उ मनई स नीक नाहीं होत, जउन कुल्हाड़ा क चलावत ह। कउनो आरा उ मनई स नीक नाहीं होत, जउन उ आरे स काटत ह। किन्तु अस्सूर क विचार अहइ कि उ परमेस्सर स भी जियादा महत्वपूर्ण अउर बलवान अहइ। जउन ओका उठावत ह अउर कउनो क सजा देइ बरे ओकर प्रयोग करत ह। 16 अस्सूर क विचार अहइ कि उ महान अहइ किन्तु सर्वसक्तिमान यहोवा अस्सूर क दुर्बल कइ डावइवाली महामारी पठइ अउर अस्सूर आपन धन अउ आपन सक्ति क वइसे ही खोइ बइठी जइसे कउनो बेराम मनई आपन सक्ति गँवाइ बइठन ह। फुन अस्सूर क बैभव बर्बाद होइ जाइ। इ उ आगी क समान होइ जउन उ समय तलक बरत रहत ह जब तलक सब कछू खतम नाहीं होइ जात। 17 इस्राएल क प्रकास (परमेस्सर) एक आगी क समान होइ। उ पवित्तरतम लपट क नाई होइ। उ उ आगी क दाई होइ जउन खरपतवार अउर काँटन क तत्काल बार डावत ह। 18 अउर फुन बढ़िके बड़के बड़के बृच्छन अउर अंगूरे क बगीचन क बार देत ह अउर आखिर मँ सब कछू बर्बाद होइ जात ह हिआँ तलक कि लोग भी। अइसा उ समइ होइ जब परमेस्सर अस्सूर क बर्बाद कइ देइ। अस्सूर सड़त-गलत लट्ठा क जइसा होइ जाइ। 19 जंगल मँ होइ सकत ह थोड़ा स बृच्छ खड़ा रहि जाएँ। पर उ सबइ एतना थोड़ा स होइहीं कि कउनो बच्चा तलक गन सकी।
20 उ समइ, उ सबइ लोग जउन इस्राएल मँ जिअत रइहीं, यानी याकूब क बंस क इ सबइ लोग उ मनई पइ निर्भर नाहीं करत रइहीं जउन ओनका मारत पीटत ह। उ सबइ सचमुच उ यहोवा पइ निर्भर करब सीख जइहीं जउन इस्राएल क पवित्तर परमेस्सर अहइ। 21 याकूब क बंस क उ सबइ बाकी बचे लोग सक्तीसाली परमेस्सर क फुन अनुसरण करइ लगिहीं।
22 जद्पि तोहार इस्राएली लोग सागर क रेत कणन क समान अहइँ तब पर ओनमाँ स कछू ही वापस मुड़ आवइ काहेकि परमेस्सर क निआव बाढ़ क नाई आवत हीं जउन हरेक चिजियन क पूरी तरह नास कइ देब। 23 मोर सुआमी सर्वसक्तिमान यहोवा, इ प्रदेस क निहचय ही बर्बाद करी।
24 मोर सुआमी सर्वसक्तिमान यहोवा कहत ह, “हे! सिय्योन मँ बसइया लोगो, अस्सूर स जिन डेराअ। उ भविस्स मँ तू पचन्क आपनी छड़ी स इ तरह पीटी जइसे पहिले मिस्र मँ तू पचन्क पीटे रहा। इ अइसा होइ जइसे माना तू पचन्क नोस्कान पहोंचावइ बरे अस्सूर कउनो लाठी क प्रयोग करत रहत होइ। 25 किन्तु थोड़े समइ क पाछे मोर किरोध सांत होइ जाइ, मोका संतोख होइ जाइ कि अस्सूर तू पचन्क काफी सजा दइ दिहस ह।”
26 एकरे पाछे सर्वसक्तिमान यहोवा अस्सूर क कोड़न स मारी। जइसा पहिले यहोवा जब ओरेब क चट्टान पइ मिद्यानियन क हराए रहा, तब भवा रहा। वइसा ही उ समइ होइ जब यहोवा अस्सूर पइ हमला करी। पहिले यहोवा मिस्र क सजा दिहे रहा। उ समुद्दर क ऊपर छड़ी उठाए रहा अउर मिस्र आपन लोगन क लइ गवा रहा। यहोवा जब अस्सूर स आपन लोगन क रच्छा करी, तब भी अइसा ही होइ।
27 अस्सूर तू पचन्पइ बिपत्तियन लियाइ। उ सबइ बिपत्तियन अइसे बोझन क नाई होइहीं, जेनका तू पचन आपन ऊपर एक जुए क रूप मँ उठावइ ही होइ। किन्तु फुन तोहार पचन्क गर्दन पइ उ जुए क उतारके लोकावा जाइ। उ जुआ तोहार पचन्क सक्ति (परमेस्सर) क जरिये तोरि दीन्ह जाइ।
इस्राएल पइ अस्सूर क फउज क हमला
28 अय्यात क निअरे फउजन प्रवेस होइ। मिस्रोन, मिग्रोन यानी “खलिहानन” क फउजन रउँदि डइहीं। फउजन एकरे खाइ क चीज क “कोठिलन” (मिकमास) मँ रखि देइहीं। 29 “पार करइ क ठउर” (माबरा) स फउजन नदी पार करिहीं। उ सबइ फउजन जेबा मँ राति बितइहीं। रामा डेराइ जाइ। साउल क गिबा क लोग निकरिके परइहीं।
30 हे गल्लीम क पुत्री चिल्ला! हे लैसा सुना! हे, अनातोत मोका जवाब द्या। 31 मदसेना क लोग भागत परात अहइँ। गेबीम क लोग लुकान अहइँ। 32 आजु फउज नोब मँ टिकी अउर यरूसलेम क पर्वते पइ सिय्योन पइ चढ़ाई करइ क तैयारी करी।
33 लखा! हमार सुआमी सर्वसक्तीमान यहोवा बिसाल बृच्छ (अस्सूर) क काटि गिराई। यहोवा आपन महान सक्ति स अइसा करी। बड़के अउर महत्वपूर्ण लोग काट गिरावा जइहीं। उ पचे महत्वहीन होइ जइहीं। 34 यहोवा आपन कुल्हाड़ा स जँगल क काटि डाइ। अउर लबानोन क बिसाल बृच्छ (मुखिया लोग) गिर पड़िहीं।
परमेस्सर क अर्पित होइ जा
4 तोहरे बीच लड़ाइ-झगड़ा क का कारन बाटेन? का ओनकर कारण तोहरे अपने ही भित्तर का वासना नाहीं बाटइ? तोहार उ भोग बिलासपूर्ण इच्छा भी जउन तोहरे भित्तर हमेसा द्वन्द करत रहत हीं? 2 तू लोग चाहत अहा परन्तु तोहे मिल नाहीं पावत। तोहमाँ ईर्सा बा अउर तू दुसरे क हतिया करत हया फिन जउन चाहत अहा, पाइ नाहीं सकत्या। अउर इही बरे तू लड़त-झगड़त रहत अहा अउर युद्ध करत अहा। आपन इच्छित चीजन क तू पाइ नाहीं सकत्या काहेकि तू ओन्हे परमेस्सर स नाहीं मँगत्या। 3 अउर जब मांगत भी अहा लेकिन पउत्या नाहीं काहेकि तोहार उद्देस्स पवित्तर नाहीं होत। काहेकि तू ओन्हे अपने भोग-बिलास मँ ही नस्ट करइ क बरे माँगत अहा।
4 अरे, बिसवास बिहीन लोगो! का तू नाहीं जानत अहा कि संसार स पिरेम करइ का मतलब होत ह परमेस्सर स घिना करब जइसेन ही बाटइ? जउन कउनउ एह दुनिया स दोस्ती रखइ चाहत ह, उ अपने आपके परमेस्सर क सत्रु बनावत ह। 5 का तू अइसेन सोचत ह कि पवित्तर सास्तर अइसेन बेकारइ मँ कहत ह, “परमेस्सर तउ हमरे भित्तर जउन आतिमा दिहे अहइ, उ आतिमा केवल अपने बरे ही सोचत ह।” 6 परन्तु परमेस्सर तउ हम पे बहुत जियादा अनुग्रह दरसाए अहइ, इही बरे पवित्तर सास्तर मँ कहा गवा बा, “परमेस्सर घमंडियन क विरोधी अहइ जबकि विनम्र जनन पे आपन अनुग्रह दरसावत ह।”(A)
7 इही बरे अपने आपके परमेस्सर क अधीन कइ द्या। सइतान क विरोध करा। उ तोहरे सामने स भागि खड़ा होइ। 8 पममेस्सर क लगे आवा, उहउ तोहरे लगे आवइ। अरे पापियन, आपन हाथ सुद्ध करा अउर अरे संदेह करइवालन, अपने हिरदइ क पवित्तर करा। 9 सोक करा, बिलाप करा अउर रोवा। होइ सकत ह तोहरे इ हँसी सोक मँ बदलि जाइ अउर तोहरे इ खुसी बिसाद मँ बदलि जाइ। 10 पर्भू क सामने खुद क नवावा। उ तोहे ऊँचा उठाई।
निआवकर्ता तू नाहीं अहा
11 भाइयो तथा बहिनियो, एक दुसरे क विरोध मँ बुरा बोलब बन्द करा। जउन अपने ही भाई क विरोध मँ बुरा बोलत हीं, अउर ओका दोसी ठहरावत हीं, उ व्यवस्था क दोसी ठहरत ह। अउर उ व्यवस्था प दोस लगावत अहा अउर यदि तू व्यवस्था प दोस लगावत अहा तउ व्यवस्था क पालन करइवाला नाहीं रहत्या बरन स्वयं ओकरे निआवकर्ता बन जात अहा। 12 लेकिन व्यवस्था क देइवाला अउर ओकर निआव करइवाला तउ बस एक्कइ बा। अउर उहइ रच्छा कइ सकत ह अउर उहइ खतम करत अहइ। तू फिन अपने साथी क निआव करइवाला तू कउन होत ह्या?
आपन जीवन परमेस्सर क चलावइ द्या
13 अइसेन कहइवाले सुना, “आजु या काल्हि हम एह या ओह नगर मँ जाइके एक साल भर उहाँ व्यपार मँ धन लगाइके बहुत स पइसा बनाइ लेबइ।” 14 परन्तु तू त एतनउ नाहीं जनत्या कि काल्हि तोहरे जीवन मँ का होइ! देखा! तू त ओह धुंध क समान अहा जउन रचिके देर बरे देखॉत ह अउर फिन खोइ जात ह। 15 तउन एकरे स्थान प तोहका तउ हमेसा इहइ कहइ चाही, “यदि पर्भू की इच्छा होइ तउ हम जीवित रहबइ अउर इ या उ काम भी करबइ।” 16 परन्तु स्थिति तउ इ बा कि तू तउ अपने आडम्बर पइ खुदइ गरब करत ह्या। अइसेन सब गरब बुरा बाटइ। 17 तउ फिन इ जानत भए इ उचित बा, ओका न करब पाप बा।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.