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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
गनती 12-13

मिरियम अउ हारून मूसा क सिकाइत करत हीं

12 मरियम अउ हारून मूसा क खिलाफ बकइ लागीं। उ पचे ओकर अंगुस्तनुमाइ किहेन काहे की ओकर मेहरारु इथियोपिया क रही। उ पचे बिचारेन कि मूसा क इ नीक नाहीं कि इथियोपिया क मेहरारु स बियाह करइ। उ पचे आपुस मँ कहेन, “यहोवा मनइयन स बात करइ मूसा क बीच मँ डाए बा। मुला सिरिफ मूसा ही नाहीं। यहोवा हम पचन क जरिये भी कहेस ह।” यहोवा एका अनकेस। (मूसा एक बहोतइ विनम्र मनई रहा। उ न तु डींग हाँकत रहा अउर न सेखी बघारत रहा। उ धरती पइ के कउनो मनइयन स जियादा विनम्र रहा।) एह बरे यहोवा एकाएक आवा अउ मूसा, हारून अउ मिरियम स बोला। यहोवा कहेस, “तू तीनहुँ अब मिलापवाला तम्बू मँ आवा!”

एह बरे मूसा, हारून अउ मिरियम तम्बू मँ गएन। यहोवा तम्बू क दुआर प खड़ा भवा। यहोवा हारून अउ मरियन क आपन लगे आवइ क कहेस। जब दुइनउँ ओनके निअरे आएन तउ परमेस्सर कहेस, “मोरउ सुना! अगर तोहरे बीच एक नबी अहइ, तउ मइँ, परमेस्सर खुद ओह पइ परगट होब या ओकर संग सपना मँ बात करब्या। मुला मूसा दूसर तरह क अहइ। मूसा मोर बिस्सासी दास अहइ। ओका मोरे पूरा घराना क जिम्मेदारी सोंपा गवा ह। जब मइँ ओसे बात करत हउँ तउ मइँ ओकरे अमन्वा समन्वा बतियात हउँ। मइँ छिपा भवा अरथ क कहतूत क ओकरे संग नाहीं बइपरत। मइँ ओका सफ साफ बातन क बतावत हउँ जउन मइँ ओसे जानइ चाहत हउँ। अउ मूसा यहोवा क सरूप क साफ साफ निहारि सकत ह। तउ काहे तू पचे मोर दास मूसा क खिलाफ बोलइ क हिम्मत किहा ह?”

यहोवा ओन पइ कोहाइ गवा। यहोवा ओनका तजि दिहस। 10 बादर तम्बू स उठा। हारून पाछे घूमा अउ मिरियम क लखेस। ओकर बदन क चाम कोढ़, सफेद बरफ क नाई होइ गइ। ओका भयानक चर्म रोग होइ गवा!

11 तबहिं हारून मूसा स कहेस, “महोदय! कृपा कइके छिमा करा जउन मूरखपना क पाप हम पचे किहे अही।” 12 ओकरी चमड़ी क रंग उ तरह न उड़ि जाइ देइँ जइसे मरा भवा लरिका क होत ह। (कबहुँ कबहुँ इ तरह क गदेला अधगला चमड़ी क साथ पइदा होइ जात ह।)

13 एह बरे मूसा यहोवा स परार्थना किहेस, “परमेस्सर मेहरबानी कइके इ बीमारी स ओका नीक करा।” 14 यहोवा मूसा क उत्तर दिहेस, “जदि ओकर बाप ओकरे चेहरा प थूक देइ तउ उ सात दिना तलक लजाई रही। एह बरे ओका सात दिना तलक सिबिर स बाहेर राखा। उ टेमॅ क पाछे इ वापस लउट सकत ह।”

15 एह बरे उ पचे मिरियम क सात दिना तलक बरे बाहेर लइ गएन। तब तलक लोगन हुवाँ स नाहीं चलेन जब तलक उ फुन वापस नाहीं लाइ गइ। 16 ओकरे पाछे मनइयन हसेरथ क तजेन अउ उ सबइ पारान रेगिस्तान क जात्रा किहन। मनइयन उ रेगिस्तान मँ सिबिर डाएन।

खुफिया कनान क गएन

13 यहोवा मूसा स कहेस, “कछू मनइयन क कनान देस क बारे मँ गहराइ स जानइ बरे पठवा। इ उहइ देस अहइ जेका मइँ इस्राएल क मनइयन क देब। हर एक बारहु परिवार समूहन स एक नेता पठवा।”

एह बरे मूसा यहोवा क हुकुम मानेस। उ पारान क रेगिस्तान स नेता लोगन क पठाएस। इ सबइ ओनकइ नाउँ अहइँ:

जककूर क पूत सम्मू – रूबेन परिवार समूह स।

होरी क पूत सापात – सिमोन क परिवार समूह स।

योपुन्ने क पूत कालेब – यहूदा क परिवार समूह स।

योसेप क पूत यिगास – इस्साकार क परिवार समूह स।

नून क पूत होसे – एप्रैम क परिवार समूह स।

रापू क पूत पलती – बिन्यामीन क परिवार समूह स।

10 सोदी क पूत गद्दीएल – जबूलून क परिवार समूह स।

11 सूसी क पूत गद्दी – यूसुफ क (जउन मनस्से स) परिवार समूह स।

12 गमल्ली क पूत अम्मीएल – दान क परिवार समूह स।

13 मीकाएल क पूत सतूर – आसेर क परिवार समूह स।

14 वोप्सी क पूत नहूबी – नप्ताली परिवार समूह स।

15 माकी क पूत गूएल – गाद क परिवार समूह स।

16 उ नाउँ ओन मनइयन क अहइँ जेनका मूसा पहँटा क लखइ अउ जाँच करइ बरे पठाएस। (मूसा नून क पूत होसे क दूसर नाउँ स पुकारेस। मूसा ओका यहोसू कहेस।)

17 मूसा जब ओनका कनान क खोज-बीन बरे पठावत रहा, तब उ कहेस, “नेगेव स होइके जा तब पहाड़ी देस मँ जाब्या 18 इ लखा कि भूइयाँ कइसा अहइ अउर तब तू उ मनइ क बारे जानकारी ल्या जउन हुमाँ रहत हीं। उ पचे सक्तीवाला अहइँ या कमजोर बाटेन। उ पचे तनिक अहइँ या जियादा तदाद मँ बाटेन? 19 उ पहँटा क बारे मँ जानकारी ल्या जेहमाँ उ पचे रहत हीं। का उ नीक प्रदेस अहइ या बुरा? कउने तरह क सहर मँ उ पचे रहत हीं? का उ नगरन क चहरदेवार बाटेन? क एन गाँव क देवारन नाहीं अहइ? 20 प्रदेस क बारे मँ अउर जानकारी ल्या। का भुइयाँ उपज बरे नीक बाटइ या बंजर जमीन अहइ? का धरती प बृच्छ उगा बाटेन? साहसी बना अउ उ धरती स कछू फल लइ आवा।” (इ अंगूर क पहली फसल क टेम होइ।)

21 तब उ पचे पहँटा क छान-बीन किहेन। उ पचे जिन नाउँ क रेगिस्तान स रहोब अउ लेबो हमात तलक गएन। 22 उ पचे नेगव स होइके तब तलक जात्रा करत रहेन जब तलक उ पचे हेब्रोन नगर पहोंच गएन। (हेब्रोन मिस्र मँ सोअन नगर क बसइ क सात बरिस पहिले बना रहा।) अहीमन, सेसै अउ तल्मै हुवाँ रहत रहेन। इ सबइ अनाक क सन्तानन रहेन। 23 तब उ पचे एस्कोल क घाटी मँ गएन। उ सबइ हुवाँ अंगूरे क बेल काटेन। उ साखा मँ अंगूर क गुच्छा रहा। मनइयन मँ स दुइ मनई आपन बीच एक डंडा प धइके ओका लइ आएन। उ पचे कछू अनार अउ अंजीर भी लइ आएन। 24 उ ठउरे क नाउँ एस्कोल क घाटी रहा। काहेकी इ उहइ ठउर अहइ जहाँ इस्राएल क मनइयन अंगूरे क गुच्छा काटेन।

25 उ मनइयन उ पहँटा क छानबीन चालीस दिन तलक किहेन। तब उ पचे सिबिर क लउटेन। 26 उ पचे मूसा, हारून अउ दूसर इस्राएल क लोगन क लगे कादेस मँ लउटि गएन। इ पारान रेगिस्तान मँ रहा। तब उ पचे मूसा, हारून अउ सबहिं मनइयन क, जउन कछू लखेन, सब कछू सुनाएन। अउर उ पचे ओनका उ प्रदेस क फल क देखाएन। 27 उ पचे मूसा स इ कहेन, “हम पचे उ पहँटा मँ गए जहाँ आप हमका पठएन। उ प्रदेस बहोत नीक बाटइहिआँ दूध अउ मधु क नदी बहत हीं। इ सबइ उ कछू फल अहइँ जेका हम पचे हुआँ पावा ह। 28 मुला हुवाँ जउन मनइयन रहत हीं उ पचे बहोतइ सक्तीवाला अउ मजबूत बाटेन। ओनकइ सहर क मजबूती स रच्छा कीन्ह ग अहइ। हम पचे हुवाँ अनाक बंसी मनइयन क लखा। 29 अमालेकी लोग नेगेव मँ रहत हीं। हित्ती, यबूसी अउ एमोरी पहाड़ी प्रदेस मँ रहत हीं। कनानी लोग समुद्दर क किनारे अउ यरदन नदिया क तीरे रहत हीं।”

30 तब कालेब मूसा क नचिके मनइयन क सान्त होइके कहेस। कालेब कहेस, “हम पचन क हुवाँ जाइ चाही अउ उ प्रदेस क आपन बरे लेइ चाही। हम पचे उ प्रदेस क आसानी स लइ सकित ही।”

31 मुला जउन मनई ओकरे संग गवा उ बोला, “हम पचे उ मनइयन क खिलाफ नाहीं लड़ि सकित। उ पचे हम लोगन स जियादा सक्तीसाली अहइँ।” 32 अउर उ मनइयन सबहिं इस्राएली लोगन स कहेन कि उ पहँटा क लोगन क हरावइ बरे उ पचे जियादा ताकतवर नाहीं रहेन। उ पचे कहेन, “जउने पहँटा क हम पचे लखा उ ताकतवर मनइयन स भरा बाटइ। उ पचे ऍतना जियादा सक्तीवाला अहइँ कि जउन कउनो मनई हुवाँ जाइ ओका आसनी स हराइ सकत हीं। 33 हम सबइ हुवाँ देत्य नेपीलियन लोगन क लखा। (अनाक सन्तानन नपीली लोगन मँ स अहइ।) उ पचे हम पचन क लखेन जइसे हम पचे टिड्डा रहेन। हाँ हम पचे झींगुर क नाईं ओनकइ बरे रहे।”

भजन संहिता 49

कोरह क संतानन क संगीत निदेर्सक बरे एक ठु पद।

अलग-अलग देसन क निवासियो, इ सुना।
    धरती क वासियो इ सुना।
    सुना अरे दीन लोगो, अरे धनिको सुना।
मइँ तू पचन्क गियान
    अउ विवेक क बातन बतावत हउँ।
मइँ सबइ कथा सुनेउँ ह,
    मइँ अब उ सबइ कथा तू पचन्क आपन वीणा पइ सुनाउब।

अइसा कउनो कारण नाहीं जउन मइँ कउनो भी बिनास स डेराइ जाउँ।
    अगर लोग मोका घेरइँ अउ फँदा फइलावइँ, मोका डेराइ क कउनो कारण नाहीं।
उ सबइ लोग मूरख अहइँ जेनका आपन निज सक्ति
    अउ आपन धन पइ भरोसा अहइ।
कउनो मानव मीत ओनका छोड़ा नाहीं सकत।
    कउनो मनई परमेस्सर क रिसवत दइके बिना सज़ा क जाई देइ नाहीं सकत।
कउनो मनई क लगे ऍतना धन नाहीं होई कि जेहसे
    उ खुद आपन निज जिन्नगी मोल लइ सकइ।
कउनो मनई क लगे
    ऍतना धन नाहीं होइ सकत
    कि उ आपन देह कब्र मँ सड़इ स बचाइ सकइ।
10 लखा, बुद्धिमान जन, बुद्धिहीन जन अउ पाथर जइसा मूरख जन एक जइसे मरि जात हीं,
    अउर ओनकर सारा धन दूसर लोगन क हाथे मँ चला जात ह।
11 कब्र सदा ही बरे हर कउनो क घर बनी,
    एकर कउनो अरथ नाहीं कि उ पचे केतनी भुइँया क सुआमी रहेन।
12 धनी मनई मूरख लोगन स अलग नाहीं होतेन।
    सबहिं लोग गोरूअन क तरह मर जात हीं।
13 मूरख लोगन बरे इहइ होत ह।
    इ ओनकर भाग्य अहइ अउर ओकरे संतानन क भाग्य जउन ओकरे जइसा इच्छा रखत ह।
14 सबहिं लोग भेड़ी जइसेन बाटेन।
    कब्र ओनकर बरे बाड़ा बन जाइ।
मउत ओनके चरवाहा बनी।
    ओनकर काया छीन होइ जाइ
    अउर उ पचे कब्र मँ सड़ गल जइहीं।

15 मुला यहोवा मोर मूल्य चुकाई अउर मोका कब्र स बचाइ।
    काहेकि उ मोका आपन संग लेब।

16 धनवानन स जिन डेराअ कि उ पचे धनी अहइँ।
    लोगन स ओनकर धन दौलत स भरा घरन क लखिके जिन डेराअ।
17 उ सबइ लोग जब मरिहीं कछू भी संग न लइ जाइ जइहीं।
    ओन सुन्नर वस्तुअन मँ स कछू भी न लई जाइ पइहीं।
18 लोगन क चाही कि उ सबइ जब तलक जिअत रइहीं परमेस्सर क स्तुति करइँ।
    जब परमेस्सर ओनके संग भलाई करइ, तउ लोगन क ओकर स्तुति करइ चाही।
19 मनइयन बरे एक अइसा समइ आइ जब उ पचे आपन पुरखन क संग मिल जइहीं।
    फिर उ पचे कबहुँ दिन क प्रकास नाहीं लखि पइहीं।
20 धनी मनई मूरख लोगन स अलग नाहीं होतेन।
    सबहिं लोग गोरुअन क नाईं मरत हीं।

यसायाह 2

आमोस क पूत यसायाह यहूदा अउर यरूसलेम क बारे मँ इ संदेस लखेस।

आखिरी दिना मँ यहोवा क मन्दिर उ पर्वते पई बनावइ जाइ
    जउन आपन अगल-बगल क सबहिं पर्वतन मँ
सबसे ऊँचा होइ।
    सबइ रास्ट्रन क लोगन हुवाँ
    बाढ़ क नाईं आइ।
अनेक लोग इ कही सरू करि,
    “आवा, हमका यहोवा क पर्वते पइ,
    याकूब क परमेस्सर क मंदिर मँ जाइ चाही।
उ हमका आपन जिन्नगी विधि क सिच्छा देइ
    अउर हम ओकर अनुसरण करब।”

सिय्योन पर्वत पइ यरूसलेम मँ स परमेस्सर क उपदेसन क संदेस सुरू करी
    अउर हुवाँ स उ समूचइ संसार मँ चलि जाइ।
तब परमेस्सर सबहिं देसन क निआवी होइ।
    परमेस्सर बहोत स लोगन क विवादन निपटारा करी
अउर उ सबइ लोग लड़ाई बरे अपने हथियारन क प्रयोग करब बंद कइ देइहीं।
    आपन तरवारन स उ पचे हरे क फार बनइहीं
    अउर उ पचे आपन भालन क पौधन क काटइ क दँराती क रूपे मँ काम मँ लइहीं।
लोग दूसर लोगन क खिलाफ लड़ब बंद कइ देइहीं।
    लोग जुद्ध बरे कबहुँ प्रसिच्छित नाहीं होइहीं।

हे याकूब क परिवार, तू पचे यहोवा क अनुसरण करा।

हे यहोवा, तू याकूब (इस्राएल) क घरे स पीछे मुड़ि गवा ह, जबकि उ तोहार लोग अहइ। तोहार लोग पूरी तरह स पूरब (असीरिया) क कबूल कइ लिहेन ह, अउ तोहर लोग पलिस्तियन (पस्चिम) क नाई भविस्स बतावइ क सुरू करइ दिहेन ह। तू लोग ओन विचित्र विचारन क पूरी तरह स स्वीकार कइ लिहेस ह। हाँ, तोहार धरती सोना अउ चाँदी स भरि गइ अहइ, अउ हुवाँ क धन-सम्पत्ति क गना न जाइ। हुवाँ अनगिनत जुद्ध क घोड़न रथन भी अहइँ। मुला ओनकर धरती मूरतियन स भी भरी पड़ी अहइँ; तोहार लोग ऍनका खुद की आकार दिहेस ह, अपने हाथन स ओका बनाएन ह अउर उ पचे ही ओनकर पूजा करत हीं। लोग बुरा स बुरा होइ ग अहइँ। लोग बहोत नीच होइ ग अहइँ। हे परमेस्सर, निहचय ही तू ओनका छिमा करब्या, का तू अइसा करब्या? परमेस्सर क दुस्मन भयभीत होइहीं

10 जा, कतहूँ कउनो गड़हा मँ या कउनो चट्टाने क पाछे लुकाइ जा। तू परमेस्सर स डेराअ अउर ओकर महान सक्ति क समन्बा स ओझर हीइ जा।

11 अहंकारी लोग अहंकार करब तजि देइहीं। अहंकारी लोग धरती पइ लाज स मूँड़ नीचे निहुराइ लेइहीं। उ समय सिरिफ यहोवा ही ऊँच ठउरे पइ बिराजमान होइ।

12 यहोवा एक खास दिन क जोजना बनाएस ह। उ दिन, यहोवा अहंकारियन अउर बड़बोलन लोगन क सजा देइ। तब ओन अहंकारी लोगन क साधारण बनाइ दीन्ह जाइ। 13 उ सबइ अहंकारी लोग लबानोन क लम्बे देवदार बृच्छन क समान अहइँ। उ पचे बासान क बाँझ बृच्छन जइसे अहइँ किन्तु परमेस्सर ओन लोगन क दण्ड देइ। 14 उ सबइ अहंकारी लोग ऊँच पहाड़ियन जइसे लम्बे अउर पहाड़न जइसे ऊँच अहइँ। 15 उ पचे अहंकारी लोग अइसे अहइँ जइसे लम्बी अउ ऊँच मीनारन तथा मजबूत परकोटा होइ। किन्तु परमेस्सर ओन लोगन क दण्ड देइ। 16 उ सबइ अहंकारी लोग तर्सीस क बिसाल जहाउन के समान अहइँ। एन जहाउन मँ महत्वपूर्ण चिजियन भरी अहइँ। किन्तु परमेस्सर ओन अहंकारी लोगन क सजा देइ।

17 उ समय, लोग अहंकार करब तजि देइहीं। उ सबइ लोग जउन अब अहंकारी अहइँ, धरती पइ खाले निहुराइ दीन्ह जइहीं। फिन उ समय केवल यहोवा ही ऊँचा बिराजमान होइ। 18 सबहिं मूरतियन लबार देवता खतम होइ जइहीं। 19 लोग चट्टानन सबइ गुफा अउर धरती क भीतर जाइ लुकइहीं। उ पचे यहोवा अउर ओकर महान सक्ति स डर जइहीं। अइसा उ समय होई जब यहोवा धरती क हिलावइ बरे खड़ा होइ।

20 उ समय, लोग आपन सोने, चाँदी क मूरतियन क दूर लोकाइ देइहीं (एन मूरतियन क लोग एह बरे बनाए रहेन कि लोग ओनका पूजि सकइँ।) लोग ओन मूरतियन क धरती क ओन बिलन मँ लोकाइ देइहीं जहाँ चमगादड़ अउर छछूँदर रहत हीं। 21 फुन लोग चट्टानन क गुफन मँ छुप जइहीं। उ पचे यहोवा अउर ओकर महान सक्ति स डेराइके अइसा करिहीं। अइसा उ समय घटित होइ जब यहोवा धरती क हिलावइ बरे खड़ा होइ। इस्राएल क परमेस्सर क बिस्सास करइ चाही

22 ओ इस्राएल क लोगो। तू पचन्क आपन रच्छा बरे दूसर लोगन पइ निर्भर रहब तजि देइ चाही। उ सबइ तउ मनई मात्र अहइँ अउर मनई मरि जात ह। एह बरे, तू पचन्क इ नाहीं सोचइ चाही कि उ पचे परमेस्सर क समान सक्तिसाली अहइँ।

इब्रनियन 10

अन्तिम बलिदान

10 व्यवस्था त आवइवाली अच्छी बातन क छाया मात्र प्रदान करत ह। अपने आप मँ उ बात यर्थाथ नाहीं हइन। इही बरे उही बलियन क द्वारा जेन्हे हमेसा हर बरिस अनन्त रूप स दीन्ह जात रहत ह, आराधना क बरे लगे आवइवालन क हमेसा-हमेसा क बरे पूरा सिद्ध नाहीं कीन्ह जाइ सकत। अगर अइसेन होइ पावत तउ का ओनकर चढ़ावा जाब बन्द न होइ जात? काहेकि फिन तउ आराधना करइवालन एक ही इ बार मँ सदा-हमेसा क बरे पवित्तर होइ जातेन। अउर आपने पापन क बरे फिन कबहुँ खुद क अपराधी न समझतेन। मुला उ बलिदान तउ बस पापन क एक बरस भरे क स्मृति मात्र अहइँ। काहेकि साँड़न अउर बकरन क लहू पापन क दूर कइ देइ, इ सम्भव नाहीं बा।

इही बरे जब मसीह एह जगत मँ आइ रहा तउ उ कहे रहाः

“तू बलिदान अउर कउनउ भेंट नाहीं चाह्या,
    मुला मोरे बरे एक देह तइयार किहा।
तू नाहीं कउनउ दग्ध भेंटन स न
    तउ पाप भेंटन स खुस भया।
तब फिन मइँ कहे रहेउँ, ‘किताबे मँ मोर बरे
    इ लिखा भी बा मइँ इहाँ अहइ।
    हे परमेस्सर तोहार इच्छा पूरा करइ क आइ हउँ।’” (A)

उ पहिलेन कहे रहा, “बलिदान अउर भेंटन, दग्ध भेंटन अउर पाप भेंटनन तउ तू चाहत अहा अउर न तउ तू ओसे खुस होत ह।” (यद्यपि व्यवस्था इ चाहत ह कि उ सबइ चढ़ाइ जाइँ) तब उ कहे रहा, “मइँ इहाँ अहउँ। मइँ तोहार इच्छा पूरी करइ आई हउँ।” त उ दुसरे व्यवस्था क स्थापित करइ क बरे, पहिली क रद्द कइ देत ह। 10 तउन परमेस्सर क इच्छा स एक बार ही हमेसा-हमेसा क बरे ईसू मसीह क देह क बलिदान द्वारा हम पवित्तर कइ दिन्ह गएन।

11 हर याजक एक दिना क बाद दुसरे दिन खड़ा होइके अपने धार्मिक कारज क पूरा करत ह। उ पचे फिन-फिन एक जइसेन ही उ बलि चढ़ावत हीं जउन पापन क कबहुँ दूर नाहीं कइ सकतेन। 12 मुला याजक क रूप मँ मसीह तउ पापन क बरे, हमेसा क बरे एक्कइ बलि चढ़ाइके परमेस्सर क दहिने हाथ जाइ बइठा। 13 अउर उही समइ स ओका अपने विरोधियन क ओकरे चरण क चौकी बनाइ दीन्ह जाइ क प्रतीच्छा बा। 14 जउन पवित्तर कीन्ह जात अहइ, ओनका हमेसा-हमेसा क बरे पूरा सिद्ध कइ दिहेस

15 एकरे बरे पवित्तर आतिमा हमका साच्छी देत ह। पहिले उ बतावत हः

16 “इ अहइ उ करार जेका मइँ ओनसे करबइ।
    अउर फिन ओकरे बाद पर्भू घोसित करत निज व्यवस्था मइँ
ओनकइ हिरदइ मँ बसबउबइ
    ओनके मने पर लिखी देबइ.” (B)

17 उ इहउ कहत हः

“ओनके पापन
    अउर ओनके दुस्करमन क अब मइँ कबहुँ यादत रखब।” (C)

18 अउर फिन जब पाप छमा कइ दीन्ह गएन त पापन क बरे कउनो बलिदान क कउनउ जरूरत रही ही नाहीं।

परमेस्सर क लगे आवअ

19 इही बरे भाइयो तथा बहिनियो, काहेकि ईसू क लहूक द्वारा हमका ओह परम पवित्तर स्थान मँ प्रवेस करइ क निडर भरोसा बा। 20 जेका उ परदा क द्वारा, मतलब जउन ओकर सरीरइ, अहइ, एक नवा अउर सजीव रस्ता क माध्यम स हमरे बरे खोलि दिहे अहइ। 21 अउर काहेकि हमरे लगे एक अइसेन महान याजक अहइ जउन परमेस्सर क घराना क अधिकारी अहइ। 22 तउ फिन आवा, हम सच्चे हिरदइ, निस्चितपूर्ण बिसवास आपन अपराधपूर्ण चेतना स हमका सुद्ध करइ क बरे कीन्ह गए छिड़क भी स युक्त अपने हिरदइ क लइके सुद्ध जल स धोवा भए अपने सरीरन क साथे परमेस्सर क लगे पहुँचाय अही। 23 तउ आवअ जेह आसा क हम अंगीकार किहे हई, हम अडिग भाउ स ओह पर डटा रही काहेकि जे हमका बचन दिहे अहइ, उ बिसवासपूर्ण बा।

एक दुसरे क बलवान करइ

24 अउर आवा हम धियान रखी कि हम पिरेम अउर अच्छा करमन क बरे एक दुसरे क कइसेन बढ़ावा दइ सकित ह। 25 हमरे सबइ सभा मँ आउब जिन छोड़ा। जइसेन कि कछून क तउ उहाँ न आवइ क आदत ही पड़ि गइ बा। बल्कि हमका तउ एक दूसरे क बलवान करइ चाही। अउर जइसेन कि तू देखत अहा कि उ दिन लगे आवत बा-तउन तोहे इ अउर जियादा करइ चाही।

मसीह स मुँह न फेरा

26 सत्य क गियान पाइ लेइके बाद उ अगर हम जानबूझ क पाप करित ही रहित ह फिन तउ पापन क बरे कउनउ बलिदान बचा नाहीं रहत। 27 बल्कि फिन त निआव क भयानक प्रतीच्छा अउर भीसण आगी बाकी रहि जात ह जउन परमेस्सर क बिरोधियन क चट कइ जाई। 28 जउन कउनउ मूसा क व्यवस्था क पालन करइ स मना करत ह, ओका बिना दया देखाए दुइ या तीन साच्छियन क साच्छी प मारि डावा जात ह। 29 सोचा, उ मनइयन केतना जियादा कड़ा दंड क पात्र अहइँ, जे अपने गोड़न तले परमेस्सर क पूत क कुचलेन, जे करार क उ लहू के, जे ओनका पवित्तर किहे रहा, एक अपवित्तर चीज मानेन अउर अनुग्रह क आतिमा क अपमान किहेन। 30 काहेकि हम ओनका जानित ह जे कहे रहेने, “बदला लेब काम बा मोर, मइँ हीं बदला लेब।”(D) अउर फिन, “पर्भू अपने लोगन क निआव करी।”(E) 31 कउनो पापी क सजीव परमेस्सर क हाथन मँ पड़ि जाब एक भयानक बात अहइ।

बिसवास बनाये रखा

32 आरम्भ क उ दिनन क याद करा जब तू प्रकास पाए रह्या, अउर ओकरे बाद जब तू कस्टन क सामना करत भए कठोर संघर्स मँ मजबूती क साथे डटा रह्या। 33 तब कबहुँ तउ सब लोगन क सामने तोहे अपमानित कीन्ह गवा अउर सताया गवा अउर कबहुँ जेनके साथे अइसेन बर्ताव कीन्ह जात रहा, तू ओनकर साथ दिह्या। 34 तू, जउन बन्दीघरे मँ पड़ा रह्या, ओनसे सहानुभूति क अउर अपने सम्पत्ति क जब्त कीन्ह जाब सहर्स स्वीकार किह्या काहेकि तू इ जानत रह्या कि खुद तोहरे अपने लगे अच्छी अउर टिकाऊ सम्पत्तियन बाटिन।

35 तउन अपने साहस बिसवास क जिन तियागा काहेकि एकइ भरपूर प्रतिफल दीन्ह जाई। 36 तोहे धीरज क जरुरत बा ताकि तू जब परमेस्सर क इच्छा पूरी कइ चुका तउ जेकर बचन उ दिहे अहइ, ओका तू पाइ सका। 37 काहेकि,

“बहुत जल्दी ही, जेका आवइ क बा,
    उ जल्दी ही आई, अउर देर नाहीं करी।
38 मोर धर्मी जन
    जउने बिसवास स
अउर अगर उ पीछे हटी तउ मइँ
    ओनसे खुस न रहबइ।” (F)

39 मुला हम ओनसे नाहीं हई जउन पीछे हटत हीं अउर खतम होइ जात हीं बल्कि ओनमाँ स अही जउन बिसवास करत हीं अउर उद्धार पावत हीं।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.