M’Cheyne Bible Reading Plan
मिरियम अउ हारून मूसा क सिकाइत करत हीं
12 मरियम अउ हारून मूसा क खिलाफ बकइ लागीं। उ पचे ओकर अंगुस्तनुमाइ किहेन काहे की ओकर मेहरारु इथियोपिया क रही। उ पचे बिचारेन कि मूसा क इ नीक नाहीं कि इथियोपिया क मेहरारु स बियाह करइ। 2 उ पचे आपुस मँ कहेन, “यहोवा मनइयन स बात करइ मूसा क बीच मँ डाए बा। मुला सिरिफ मूसा ही नाहीं। यहोवा हम पचन क जरिये भी कहेस ह।” यहोवा एका अनकेस। 3 (मूसा एक बहोतइ विनम्र मनई रहा। उ न तु डींग हाँकत रहा अउर न सेखी बघारत रहा। उ धरती पइ के कउनो मनइयन स जियादा विनम्र रहा।) 4 एह बरे यहोवा एकाएक आवा अउ मूसा, हारून अउ मिरियम स बोला। यहोवा कहेस, “तू तीनहुँ अब मिलापवाला तम्बू मँ आवा!”
एह बरे मूसा, हारून अउ मिरियम तम्बू मँ गएन। 5 यहोवा तम्बू क दुआर प खड़ा भवा। यहोवा हारून अउ मरियन क आपन लगे आवइ क कहेस। जब दुइनउँ ओनके निअरे आएन तउ 6 परमेस्सर कहेस, “मोरउ सुना! अगर तोहरे बीच एक नबी अहइ, तउ मइँ, परमेस्सर खुद ओह पइ परगट होब या ओकर संग सपना मँ बात करब्या। 7 मुला मूसा दूसर तरह क अहइ। मूसा मोर बिस्सासी दास अहइ। ओका मोरे पूरा घराना क जिम्मेदारी सोंपा गवा ह। 8 जब मइँ ओसे बात करत हउँ तउ मइँ ओकरे अमन्वा समन्वा बतियात हउँ। मइँ छिपा भवा अरथ क कहतूत क ओकरे संग नाहीं बइपरत। मइँ ओका सफ साफ बातन क बतावत हउँ जउन मइँ ओसे जानइ चाहत हउँ। अउ मूसा यहोवा क सरूप क साफ साफ निहारि सकत ह। तउ काहे तू पचे मोर दास मूसा क खिलाफ बोलइ क हिम्मत किहा ह?”
9 यहोवा ओन पइ कोहाइ गवा। यहोवा ओनका तजि दिहस। 10 बादर तम्बू स उठा। हारून पाछे घूमा अउ मिरियम क लखेस। ओकर बदन क चाम कोढ़, सफेद बरफ क नाई होइ गइ। ओका भयानक चर्म रोग होइ गवा!
11 तबहिं हारून मूसा स कहेस, “महोदय! कृपा कइके छिमा करा जउन मूरखपना क पाप हम पचे किहे अही।” 12 ओकरी चमड़ी क रंग उ तरह न उड़ि जाइ देइँ जइसे मरा भवा लरिका क होत ह। (कबहुँ कबहुँ इ तरह क गदेला अधगला चमड़ी क साथ पइदा होइ जात ह।)
13 एह बरे मूसा यहोवा स परार्थना किहेस, “परमेस्सर मेहरबानी कइके इ बीमारी स ओका नीक करा।” 14 यहोवा मूसा क उत्तर दिहेस, “जदि ओकर बाप ओकरे चेहरा प थूक देइ तउ उ सात दिना तलक लजाई रही। एह बरे ओका सात दिना तलक सिबिर स बाहेर राखा। उ टेमॅ क पाछे इ वापस लउट सकत ह।”
15 एह बरे उ पचे मिरियम क सात दिना तलक बरे बाहेर लइ गएन। तब तलक लोगन हुवाँ स नाहीं चलेन जब तलक उ फुन वापस नाहीं लाइ गइ। 16 ओकरे पाछे मनइयन हसेरथ क तजेन अउ उ सबइ पारान रेगिस्तान क जात्रा किहन। मनइयन उ रेगिस्तान मँ सिबिर डाएन।
खुफिया कनान क गएन
13 यहोवा मूसा स कहेस, 2 “कछू मनइयन क कनान देस क बारे मँ गहराइ स जानइ बरे पठवा। इ उहइ देस अहइ जेका मइँ इस्राएल क मनइयन क देब। हर एक बारहु परिवार समूहन स एक नेता पठवा।”
3 एह बरे मूसा यहोवा क हुकुम मानेस। उ पारान क रेगिस्तान स नेता लोगन क पठाएस। 4 इ सबइ ओनकइ नाउँ अहइँ:
जककूर क पूत सम्मू – रूबेन परिवार समूह स।
5 होरी क पूत सापात – सिमोन क परिवार समूह स।
6 योपुन्ने क पूत कालेब – यहूदा क परिवार समूह स।
7 योसेप क पूत यिगास – इस्साकार क परिवार समूह स।
8 नून क पूत होसे – एप्रैम क परिवार समूह स।
9 रापू क पूत पलती – बिन्यामीन क परिवार समूह स।
10 सोदी क पूत गद्दीएल – जबूलून क परिवार समूह स।
11 सूसी क पूत गद्दी – यूसुफ क (जउन मनस्से स) परिवार समूह स।
12 गमल्ली क पूत अम्मीएल – दान क परिवार समूह स।
13 मीकाएल क पूत सतूर – आसेर क परिवार समूह स।
14 वोप्सी क पूत नहूबी – नप्ताली परिवार समूह स।
15 माकी क पूत गूएल – गाद क परिवार समूह स।
16 उ नाउँ ओन मनइयन क अहइँ जेनका मूसा पहँटा क लखइ अउ जाँच करइ बरे पठाएस। (मूसा नून क पूत होसे क दूसर नाउँ स पुकारेस। मूसा ओका यहोसू कहेस।)
17 मूसा जब ओनका कनान क खोज-बीन बरे पठावत रहा, तब उ कहेस, “नेगेव स होइके जा तब पहाड़ी देस मँ जाब्या 18 इ लखा कि भूइयाँ कइसा अहइ अउर तब तू उ मनइ क बारे जानकारी ल्या जउन हुमाँ रहत हीं। उ पचे सक्तीवाला अहइँ या कमजोर बाटेन। उ पचे तनिक अहइँ या जियादा तदाद मँ बाटेन? 19 उ पहँटा क बारे मँ जानकारी ल्या जेहमाँ उ पचे रहत हीं। का उ नीक प्रदेस अहइ या बुरा? कउने तरह क सहर मँ उ पचे रहत हीं? का उ नगरन क चहरदेवार बाटेन? क एन गाँव क देवारन नाहीं अहइ? 20 प्रदेस क बारे मँ अउर जानकारी ल्या। का भुइयाँ उपज बरे नीक बाटइ या बंजर जमीन अहइ? का धरती प बृच्छ उगा बाटेन? साहसी बना अउ उ धरती स कछू फल लइ आवा।” (इ अंगूर क पहली फसल क टेम होइ।)
21 तब उ पचे पहँटा क छान-बीन किहेन। उ पचे जिन नाउँ क रेगिस्तान स रहोब अउ लेबो हमात तलक गएन। 22 उ पचे नेगव स होइके तब तलक जात्रा करत रहेन जब तलक उ पचे हेब्रोन नगर पहोंच गएन। (हेब्रोन मिस्र मँ सोअन नगर क बसइ क सात बरिस पहिले बना रहा।) अहीमन, सेसै अउ तल्मै हुवाँ रहत रहेन। इ सबइ अनाक क सन्तानन रहेन। 23 तब उ पचे एस्कोल क घाटी मँ गएन। उ सबइ हुवाँ अंगूरे क बेल काटेन। उ साखा मँ अंगूर क गुच्छा रहा। मनइयन मँ स दुइ मनई आपन बीच एक डंडा प धइके ओका लइ आएन। उ पचे कछू अनार अउ अंजीर भी लइ आएन। 24 उ ठउरे क नाउँ एस्कोल क घाटी रहा। काहेकी इ उहइ ठउर अहइ जहाँ इस्राएल क मनइयन अंगूरे क गुच्छा काटेन।
25 उ मनइयन उ पहँटा क छानबीन चालीस दिन तलक किहेन। तब उ पचे सिबिर क लउटेन। 26 उ पचे मूसा, हारून अउ दूसर इस्राएल क लोगन क लगे कादेस मँ लउटि गएन। इ पारान रेगिस्तान मँ रहा। तब उ पचे मूसा, हारून अउ सबहिं मनइयन क, जउन कछू लखेन, सब कछू सुनाएन। अउर उ पचे ओनका उ प्रदेस क फल क देखाएन। 27 उ पचे मूसा स इ कहेन, “हम पचे उ पहँटा मँ गए जहाँ आप हमका पठएन। उ प्रदेस बहोत नीक बाटइहिआँ दूध अउ मधु क नदी बहत हीं। इ सबइ उ कछू फल अहइँ जेका हम पचे हुआँ पावा ह। 28 मुला हुवाँ जउन मनइयन रहत हीं उ पचे बहोतइ सक्तीवाला अउ मजबूत बाटेन। ओनकइ सहर क मजबूती स रच्छा कीन्ह ग अहइ। हम पचे हुवाँ अनाक बंसी मनइयन क लखा। 29 अमालेकी लोग नेगेव मँ रहत हीं। हित्ती, यबूसी अउ एमोरी पहाड़ी प्रदेस मँ रहत हीं। कनानी लोग समुद्दर क किनारे अउ यरदन नदिया क तीरे रहत हीं।”
30 तब कालेब मूसा क नचिके मनइयन क सान्त होइके कहेस। कालेब कहेस, “हम पचन क हुवाँ जाइ चाही अउ उ प्रदेस क आपन बरे लेइ चाही। हम पचे उ प्रदेस क आसानी स लइ सकित ही।”
31 मुला जउन मनई ओकरे संग गवा उ बोला, “हम पचे उ मनइयन क खिलाफ नाहीं लड़ि सकित। उ पचे हम लोगन स जियादा सक्तीसाली अहइँ।” 32 अउर उ मनइयन सबहिं इस्राएली लोगन स कहेन कि उ पहँटा क लोगन क हरावइ बरे उ पचे जियादा ताकतवर नाहीं रहेन। उ पचे कहेन, “जउने पहँटा क हम पचे लखा उ ताकतवर मनइयन स भरा बाटइ। उ पचे ऍतना जियादा सक्तीवाला अहइँ कि जउन कउनो मनई हुवाँ जाइ ओका आसनी स हराइ सकत हीं। 33 हम सबइ हुवाँ देत्य नेपीलियन लोगन क लखा। (अनाक सन्तानन नपीली लोगन मँ स अहइ।) उ पचे हम पचन क लखेन जइसे हम पचे टिड्डा रहेन। हाँ हम पचे झींगुर क नाईं ओनकइ बरे रहे।”
कोरह क संतानन क संगीत निदेर्सक बरे एक ठु पद।
1 अलग-अलग देसन क निवासियो, इ सुना।
धरती क वासियो इ सुना।
2 सुना अरे दीन लोगो, अरे धनिको सुना।
3 मइँ तू पचन्क गियान
अउ विवेक क बातन बतावत हउँ।
4 मइँ सबइ कथा सुनेउँ ह,
मइँ अब उ सबइ कथा तू पचन्क आपन वीणा पइ सुनाउब।
5 अइसा कउनो कारण नाहीं जउन मइँ कउनो भी बिनास स डेराइ जाउँ।
अगर लोग मोका घेरइँ अउ फँदा फइलावइँ, मोका डेराइ क कउनो कारण नाहीं।
6 उ सबइ लोग मूरख अहइँ जेनका आपन निज सक्ति
अउ आपन धन पइ भरोसा अहइ।
7 कउनो मानव मीत ओनका छोड़ा नाहीं सकत।
कउनो मनई परमेस्सर क रिसवत दइके बिना सज़ा क जाई देइ नाहीं सकत।
8 कउनो मनई क लगे ऍतना धन नाहीं होई कि जेहसे
उ खुद आपन निज जिन्नगी मोल लइ सकइ।
9 कउनो मनई क लगे
ऍतना धन नाहीं होइ सकत
कि उ आपन देह कब्र मँ सड़इ स बचाइ सकइ।
10 लखा, बुद्धिमान जन, बुद्धिहीन जन अउ पाथर जइसा मूरख जन एक जइसे मरि जात हीं,
अउर ओनकर सारा धन दूसर लोगन क हाथे मँ चला जात ह।
11 कब्र सदा ही बरे हर कउनो क घर बनी,
एकर कउनो अरथ नाहीं कि उ पचे केतनी भुइँया क सुआमी रहेन।
12 धनी मनई मूरख लोगन स अलग नाहीं होतेन।
सबहिं लोग गोरूअन क तरह मर जात हीं।
13 मूरख लोगन बरे इहइ होत ह।
इ ओनकर भाग्य अहइ अउर ओकरे संतानन क भाग्य जउन ओकरे जइसा इच्छा रखत ह।
14 सबहिं लोग भेड़ी जइसेन बाटेन।
कब्र ओनकर बरे बाड़ा बन जाइ।
मउत ओनके चरवाहा बनी।
ओनकर काया छीन होइ जाइ
अउर उ पचे कब्र मँ सड़ गल जइहीं।
15 मुला यहोवा मोर मूल्य चुकाई अउर मोका कब्र स बचाइ।
काहेकि उ मोका आपन संग लेब।
16 धनवानन स जिन डेराअ कि उ पचे धनी अहइँ।
लोगन स ओनकर धन दौलत स भरा घरन क लखिके जिन डेराअ।
17 उ सबइ लोग जब मरिहीं कछू भी संग न लइ जाइ जइहीं।
ओन सुन्नर वस्तुअन मँ स कछू भी न लई जाइ पइहीं।
18 लोगन क चाही कि उ सबइ जब तलक जिअत रइहीं परमेस्सर क स्तुति करइँ।
जब परमेस्सर ओनके संग भलाई करइ, तउ लोगन क ओकर स्तुति करइ चाही।
19 मनइयन बरे एक अइसा समइ आइ जब उ पचे आपन पुरखन क संग मिल जइहीं।
फिर उ पचे कबहुँ दिन क प्रकास नाहीं लखि पइहीं।
20 धनी मनई मूरख लोगन स अलग नाहीं होतेन।
सबहिं लोग गोरुअन क नाईं मरत हीं।
2 आमोस क पूत यसायाह यहूदा अउर यरूसलेम क बारे मँ इ संदेस लखेस।
2 आखिरी दिना मँ यहोवा क मन्दिर उ पर्वते पई बनावइ जाइ
जउन आपन अगल-बगल क सबहिं पर्वतन मँ
सबसे ऊँचा होइ।
सबइ रास्ट्रन क लोगन हुवाँ
बाढ़ क नाईं आइ।
3 अनेक लोग इ कही सरू करि,
“आवा, हमका यहोवा क पर्वते पइ,
याकूब क परमेस्सर क मंदिर मँ जाइ चाही।
उ हमका आपन जिन्नगी विधि क सिच्छा देइ
अउर हम ओकर अनुसरण करब।”
सिय्योन पर्वत पइ यरूसलेम मँ स परमेस्सर क उपदेसन क संदेस सुरू करी
अउर हुवाँ स उ समूचइ संसार मँ चलि जाइ।
4 तब परमेस्सर सबहिं देसन क निआवी होइ।
परमेस्सर बहोत स लोगन क विवादन निपटारा करी
अउर उ सबइ लोग लड़ाई बरे अपने हथियारन क प्रयोग करब बंद कइ देइहीं।
आपन तरवारन स उ पचे हरे क फार बनइहीं
अउर उ पचे आपन भालन क पौधन क काटइ क दँराती क रूपे मँ काम मँ लइहीं।
लोग दूसर लोगन क खिलाफ लड़ब बंद कइ देइहीं।
लोग जुद्ध बरे कबहुँ प्रसिच्छित नाहीं होइहीं।
5 हे याकूब क परिवार, तू पचे यहोवा क अनुसरण करा।
6 हे यहोवा, तू याकूब (इस्राएल) क घरे स पीछे मुड़ि गवा ह, जबकि उ तोहार लोग अहइ। तोहार लोग पूरी तरह स पूरब (असीरिया) क कबूल कइ लिहेन ह, अउ तोहर लोग पलिस्तियन (पस्चिम) क नाई भविस्स बतावइ क सुरू करइ दिहेन ह। तू लोग ओन विचित्र विचारन क पूरी तरह स स्वीकार कइ लिहेस ह। 7 हाँ, तोहार धरती सोना अउ चाँदी स भरि गइ अहइ, अउ हुवाँ क धन-सम्पत्ति क गना न जाइ। हुवाँ अनगिनत जुद्ध क घोड़न रथन भी अहइँ। 8 मुला ओनकर धरती मूरतियन स भी भरी पड़ी अहइँ; तोहार लोग ऍनका खुद की आकार दिहेस ह, अपने हाथन स ओका बनाएन ह अउर उ पचे ही ओनकर पूजा करत हीं। 9 लोग बुरा स बुरा होइ ग अहइँ। लोग बहोत नीच होइ ग अहइँ। हे परमेस्सर, निहचय ही तू ओनका छिमा करब्या, का तू अइसा करब्या? परमेस्सर क दुस्मन भयभीत होइहीं
10 जा, कतहूँ कउनो गड़हा मँ या कउनो चट्टाने क पाछे लुकाइ जा। तू परमेस्सर स डेराअ अउर ओकर महान सक्ति क समन्बा स ओझर हीइ जा।
11 अहंकारी लोग अहंकार करब तजि देइहीं। अहंकारी लोग धरती पइ लाज स मूँड़ नीचे निहुराइ लेइहीं। उ समय सिरिफ यहोवा ही ऊँच ठउरे पइ बिराजमान होइ।
12 यहोवा एक खास दिन क जोजना बनाएस ह। उ दिन, यहोवा अहंकारियन अउर बड़बोलन लोगन क सजा देइ। तब ओन अहंकारी लोगन क साधारण बनाइ दीन्ह जाइ। 13 उ सबइ अहंकारी लोग लबानोन क लम्बे देवदार बृच्छन क समान अहइँ। उ पचे बासान क बाँझ बृच्छन जइसे अहइँ किन्तु परमेस्सर ओन लोगन क दण्ड देइ। 14 उ सबइ अहंकारी लोग ऊँच पहाड़ियन जइसे लम्बे अउर पहाड़न जइसे ऊँच अहइँ। 15 उ पचे अहंकारी लोग अइसे अहइँ जइसे लम्बी अउ ऊँच मीनारन तथा मजबूत परकोटा होइ। किन्तु परमेस्सर ओन लोगन क दण्ड देइ। 16 उ सबइ अहंकारी लोग तर्सीस क बिसाल जहाउन के समान अहइँ। एन जहाउन मँ महत्वपूर्ण चिजियन भरी अहइँ। किन्तु परमेस्सर ओन अहंकारी लोगन क सजा देइ।
17 उ समय, लोग अहंकार करब तजि देइहीं। उ सबइ लोग जउन अब अहंकारी अहइँ, धरती पइ खाले निहुराइ दीन्ह जइहीं। फिन उ समय केवल यहोवा ही ऊँचा बिराजमान होइ। 18 सबहिं मूरतियन लबार देवता खतम होइ जइहीं। 19 लोग चट्टानन सबइ गुफा अउर धरती क भीतर जाइ लुकइहीं। उ पचे यहोवा अउर ओकर महान सक्ति स डर जइहीं। अइसा उ समय होई जब यहोवा धरती क हिलावइ बरे खड़ा होइ।
20 उ समय, लोग आपन सोने, चाँदी क मूरतियन क दूर लोकाइ देइहीं (एन मूरतियन क लोग एह बरे बनाए रहेन कि लोग ओनका पूजि सकइँ।) लोग ओन मूरतियन क धरती क ओन बिलन मँ लोकाइ देइहीं जहाँ चमगादड़ अउर छछूँदर रहत हीं। 21 फुन लोग चट्टानन क गुफन मँ छुप जइहीं। उ पचे यहोवा अउर ओकर महान सक्ति स डेराइके अइसा करिहीं। अइसा उ समय घटित होइ जब यहोवा धरती क हिलावइ बरे खड़ा होइ। इस्राएल क परमेस्सर क बिस्सास करइ चाही
22 ओ इस्राएल क लोगो। तू पचन्क आपन रच्छा बरे दूसर लोगन पइ निर्भर रहब तजि देइ चाही। उ सबइ तउ मनई मात्र अहइँ अउर मनई मरि जात ह। एह बरे, तू पचन्क इ नाहीं सोचइ चाही कि उ पचे परमेस्सर क समान सक्तिसाली अहइँ।
अन्तिम बलिदान
10 व्यवस्था त आवइवाली अच्छी बातन क छाया मात्र प्रदान करत ह। अपने आप मँ उ बात यर्थाथ नाहीं हइन। इही बरे उही बलियन क द्वारा जेन्हे हमेसा हर बरिस अनन्त रूप स दीन्ह जात रहत ह, आराधना क बरे लगे आवइवालन क हमेसा-हमेसा क बरे पूरा सिद्ध नाहीं कीन्ह जाइ सकत। 2 अगर अइसेन होइ पावत तउ का ओनकर चढ़ावा जाब बन्द न होइ जात? काहेकि फिन तउ आराधना करइवालन एक ही इ बार मँ सदा-हमेसा क बरे पवित्तर होइ जातेन। अउर आपने पापन क बरे फिन कबहुँ खुद क अपराधी न समझतेन। 3 मुला उ बलिदान तउ बस पापन क एक बरस भरे क स्मृति मात्र अहइँ। 4 काहेकि साँड़न अउर बकरन क लहू पापन क दूर कइ देइ, इ सम्भव नाहीं बा।
5 इही बरे जब मसीह एह जगत मँ आइ रहा तउ उ कहे रहाः
“तू बलिदान अउर कउनउ भेंट नाहीं चाह्या,
मुला मोरे बरे एक देह तइयार किहा।
6 तू नाहीं कउनउ दग्ध भेंटन स न
तउ पाप भेंटन स खुस भया।
7 तब फिन मइँ कहे रहेउँ, ‘किताबे मँ मोर बरे
इ लिखा भी बा मइँ इहाँ अहइ।
हे परमेस्सर तोहार इच्छा पूरा करइ क आइ हउँ।’” (A)
8 उ पहिलेन कहे रहा, “बलिदान अउर भेंटन, दग्ध भेंटन अउर पाप भेंटनन तउ तू चाहत अहा अउर न तउ तू ओसे खुस होत ह।” (यद्यपि व्यवस्था इ चाहत ह कि उ सबइ चढ़ाइ जाइँ) 9 तब उ कहे रहा, “मइँ इहाँ अहउँ। मइँ तोहार इच्छा पूरी करइ आई हउँ।” त उ दुसरे व्यवस्था क स्थापित करइ क बरे, पहिली क रद्द कइ देत ह। 10 तउन परमेस्सर क इच्छा स एक बार ही हमेसा-हमेसा क बरे ईसू मसीह क देह क बलिदान द्वारा हम पवित्तर कइ दिन्ह गएन।
11 हर याजक एक दिना क बाद दुसरे दिन खड़ा होइके अपने धार्मिक कारज क पूरा करत ह। उ पचे फिन-फिन एक जइसेन ही उ बलि चढ़ावत हीं जउन पापन क कबहुँ दूर नाहीं कइ सकतेन। 12 मुला याजक क रूप मँ मसीह तउ पापन क बरे, हमेसा क बरे एक्कइ बलि चढ़ाइके परमेस्सर क दहिने हाथ जाइ बइठा। 13 अउर उही समइ स ओका अपने विरोधियन क ओकरे चरण क चौकी बनाइ दीन्ह जाइ क प्रतीच्छा बा। 14 जउन पवित्तर कीन्ह जात अहइ, ओनका हमेसा-हमेसा क बरे पूरा सिद्ध कइ दिहेस
15 एकरे बरे पवित्तर आतिमा हमका साच्छी देत ह। पहिले उ बतावत हः
16 “इ अहइ उ करार जेका मइँ ओनसे करबइ।
अउर फिन ओकरे बाद पर्भू घोसित करत निज व्यवस्था मइँ
ओनकइ हिरदइ मँ बसबउबइ
ओनके मने पर लिखी देबइ.” (B)
17 उ इहउ कहत हः
“ओनके पापन
अउर ओनके दुस्करमन क अब मइँ कबहुँ यादत रखब।” (C)
18 अउर फिन जब पाप छमा कइ दीन्ह गएन त पापन क बरे कउनो बलिदान क कउनउ जरूरत रही ही नाहीं।
परमेस्सर क लगे आवअ
19 इही बरे भाइयो तथा बहिनियो, काहेकि ईसू क लहूक द्वारा हमका ओह परम पवित्तर स्थान मँ प्रवेस करइ क निडर भरोसा बा। 20 जेका उ परदा क द्वारा, मतलब जउन ओकर सरीरइ, अहइ, एक नवा अउर सजीव रस्ता क माध्यम स हमरे बरे खोलि दिहे अहइ। 21 अउर काहेकि हमरे लगे एक अइसेन महान याजक अहइ जउन परमेस्सर क घराना क अधिकारी अहइ। 22 तउ फिन आवा, हम सच्चे हिरदइ, निस्चितपूर्ण बिसवास आपन अपराधपूर्ण चेतना स हमका सुद्ध करइ क बरे कीन्ह गए छिड़क भी स युक्त अपने हिरदइ क लइके सुद्ध जल स धोवा भए अपने सरीरन क साथे परमेस्सर क लगे पहुँचाय अही। 23 तउ आवअ जेह आसा क हम अंगीकार किहे हई, हम अडिग भाउ स ओह पर डटा रही काहेकि जे हमका बचन दिहे अहइ, उ बिसवासपूर्ण बा।
एक दुसरे क बलवान करइ
24 अउर आवा हम धियान रखी कि हम पिरेम अउर अच्छा करमन क बरे एक दुसरे क कइसेन बढ़ावा दइ सकित ह। 25 हमरे सबइ सभा मँ आउब जिन छोड़ा। जइसेन कि कछून क तउ उहाँ न आवइ क आदत ही पड़ि गइ बा। बल्कि हमका तउ एक दूसरे क बलवान करइ चाही। अउर जइसेन कि तू देखत अहा कि उ दिन लगे आवत बा-तउन तोहे इ अउर जियादा करइ चाही।
मसीह स मुँह न फेरा
26 सत्य क गियान पाइ लेइके बाद उ अगर हम जानबूझ क पाप करित ही रहित ह फिन तउ पापन क बरे कउनउ बलिदान बचा नाहीं रहत। 27 बल्कि फिन त निआव क भयानक प्रतीच्छा अउर भीसण आगी बाकी रहि जात ह जउन परमेस्सर क बिरोधियन क चट कइ जाई। 28 जउन कउनउ मूसा क व्यवस्था क पालन करइ स मना करत ह, ओका बिना दया देखाए दुइ या तीन साच्छियन क साच्छी प मारि डावा जात ह। 29 सोचा, उ मनइयन केतना जियादा कड़ा दंड क पात्र अहइँ, जे अपने गोड़न तले परमेस्सर क पूत क कुचलेन, जे करार क उ लहू के, जे ओनका पवित्तर किहे रहा, एक अपवित्तर चीज मानेन अउर अनुग्रह क आतिमा क अपमान किहेन। 30 काहेकि हम ओनका जानित ह जे कहे रहेने, “बदला लेब काम बा मोर, मइँ हीं बदला लेब।”(D) अउर फिन, “पर्भू अपने लोगन क निआव करी।”(E) 31 कउनो पापी क सजीव परमेस्सर क हाथन मँ पड़ि जाब एक भयानक बात अहइ।
बिसवास बनाये रखा
32 आरम्भ क उ दिनन क याद करा जब तू प्रकास पाए रह्या, अउर ओकरे बाद जब तू कस्टन क सामना करत भए कठोर संघर्स मँ मजबूती क साथे डटा रह्या। 33 तब कबहुँ तउ सब लोगन क सामने तोहे अपमानित कीन्ह गवा अउर सताया गवा अउर कबहुँ जेनके साथे अइसेन बर्ताव कीन्ह जात रहा, तू ओनकर साथ दिह्या। 34 तू, जउन बन्दीघरे मँ पड़ा रह्या, ओनसे सहानुभूति क अउर अपने सम्पत्ति क जब्त कीन्ह जाब सहर्स स्वीकार किह्या काहेकि तू इ जानत रह्या कि खुद तोहरे अपने लगे अच्छी अउर टिकाऊ सम्पत्तियन बाटिन।
35 तउन अपने साहस बिसवास क जिन तियागा काहेकि एकइ भरपूर प्रतिफल दीन्ह जाई। 36 तोहे धीरज क जरुरत बा ताकि तू जब परमेस्सर क इच्छा पूरी कइ चुका तउ जेकर बचन उ दिहे अहइ, ओका तू पाइ सका। 37 काहेकि,
“बहुत जल्दी ही, जेका आवइ क बा,
उ जल्दी ही आई, अउर देर नाहीं करी।
38 मोर धर्मी जन
जउने बिसवास स
अउर अगर उ पीछे हटी तउ मइँ
ओनसे खुस न रहबइ।” (F)
39 मुला हम ओनसे नाहीं हई जउन पीछे हटत हीं अउर खतम होइ जात हीं बल्कि ओनमाँ स अही जउन बिसवास करत हीं अउर उद्धार पावत हीं।
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