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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
गनती 11

लोग फुन सिकाइत करत हीं

11 मनइयन आपन कस्ट क सिकाइत करब सुरु किहेन। यहोवा ओनकइ सिकाइत सुनेस। जब यहोवा इ बातन सुनेस तउ कोहाइ गवा। यहोवा क तरफ स आगी लोगन क बीच लग गइ। आगी सिबिर क कोना क कछू बाहरी भाग क भस्म कइ दिहस। एह बरे लोग मूसा क मदद बरे पुकारेन। मूसा यहोवा स बिनती किहेस अउ आगी क बरब बन्द होइग। एह बरे उ ठउर क नाउँ तबेरा पड़ि गवा। मनइयन उ ठउर क इहइ नाम दिहन काहे की यहोवा ओनके बीच आगी बारे रहा।

सत्तर पुरनिया नेतन

गरीब लोगन क भीड़ अउर इस्राएलियन क बीच आम जन-समूह दूसर खाइ बरे इच्छा जाहिर किहेन। हाली ही इस्राएल क मनइयन फुन सिकाइत करब सुरु किहेन। मनइयन कहेन, “हम पचे गोस खाइ चाहित ह। हम पचे मछरी क याद करित ह जउन हम मिस्र मँ खावा ह। उ मछरियन क कउनो दाम नाहीं देइ क पड़त रहा। हम पचन क लगे ढेर क भाजी रहिन जइसे ककरियन, खरबूजा, चीव (एक किसिम क पियाज), पियाज अउ लहसुन। मुला अब हम ताकत खोइ चुका अही। इ मन्ना क छोड़िके खाइ बरे हम कछू नाहीं लखइ सकत ह।” (मन्ना धन्ना बिया क नाई रहा अउ पेड़ क गोदं क नाई देखात रहा। लोग ऍका बटोरत रहेन अउ तब एक पीसिके आटा बनवत रहेन। या उ पचे ऍका खूँदइ बरे चक्की बइपरतेन, ऍका बासन मँ पकउतेन या ऍकर केक बनावत रहेन। “केक” क स्वाद जैतून क तेल स पकी भइ रोटी क तरह रहा। हर रात क भुइँया ओस स गीली होइ जात तउ मन्ना जमीने प टपकत रहा।)

10 मूसा हर एक परिवार क मनइयन क आपन-आपन तम्बू क दुआरे प खड़ा भएन सिकाइत करत सुनेस। यहोवा बहोत कोहाइ गवा। ऍहसे मूसा बहोत हलाकान भवा। 11 मूसा यहोवा स पूछेस, “यहोवा! आप आपन सेवक लोगन प इ मुसीबत काहे डाया ह। मइँ का गलती किहेउँ ह? मइँ तोहका नाखुस करइ का किहे उँ ह? तू मोहे प इ सबहिं मनइयन क जिम्मेदारी काहे ओढ़ाया ह? 12 तू जानत ह कि मइँ इ सबहिं मनइयन क बाप नाहीं अहउँ। तू जानत ह कि मइँ ऍनका नाहीं पइदा किहेउँ ह। मुला मोका ऍनकइ फिकिर करइ चाही जइसे धाई गदेला क कोरा मँ लइ चलत ह। तू हमका अइसा करइ क काहे मजबूर करत ह? तू मोका काहे जबरियावत ह कि मइँ ऍनका उ देस क लइ चलउँ जेका देइ क बचन ओनके पुरखन क तू दिहा ह। 13 मोरे लगे इ मनइयन बरे जियादा गोस नाहीं अहइ। मुला उ पचे लगातार मोसे सिकाइत करत अहइँ। उ सबइ कहत हीं, ‘हमका खाइके गोस द्या।’ 14 मइँ अकेल्ला इ सब मनइयन क देख-भाल नाहीं कइ सक्ति। इ मोरे बरे भारी बोझा अहइ। 15 जदि आप ओनके कस्ट क मोका देइ क काम चलावत रहइ चाहत हीं तउ आप मोका अबहिं मारि डावइँ। जदि आप मोका सेवक मानत हीं तउ अबहिं मोका मरि जाइ देइँ। तब मोर सबहिं कस्ट खतम होइ जइहीं।”

16 यहोवा मूसा स कहेस, “मोरे लगे इस्राएल क सत्तर बुजुर्गन लइ आवा जउन मनइयन क अफसर अउ पुरनिया होइँ। ऍनका मिलापवाला तम्बू मँ लिआवा। हुवाँ ओनाका आपन संग खड़ा करा। 17 तब मइँ आउब अउ तोहसे बात करब। अब तोह प आतिमा आइ बा। मुला मइँ ओनका भी उ आतिमा देब। तब उ पचे मनइयन क देख भाल करइ मँ मदद करिहीं। इ तरह तोहका इ मनइयन बरे अकेले बोझा नाहीं उठाइ क होइ।

18 “मनइयन स कहा, भियान खातिर आपन क तइयार करा। भियान तू पचे गोस खाब्या। यहोवा सुनेस ह जबहिं तू सबइ रोया अउ चीख्या ह। यहोवा तू पचन क बातन सुनेस ह जब तू मनइयन स कहया, ‘हमका खाइ बरे गोस द्या। हम पचन क इ मिस्र मँ नीक रहा।’ तउ यहोवा अब तू पचन क गोस देइ। अउर तू पचे ओका खाब्या। 19 तू पचे सिरिफ ओका एक दिन नाहीं, दुइ, पाँच, दस या बीस दिन भी खाइ सकब्या। 20 तू पचे उ माँस महीना भर खाब्या। तू पचे उ गोस तब तलक खाब्या जब तलक ओसे ऊब न जाब्या। इ होइ, काहे की तू पचे यहोवा क खिलाफ सिकाइत किहा ह। यहोवा तू मनइयन मँ घूमत ह अउ तोहार जरुरत क समझत ह। मुला तू पचे ओकरे अगवा रोया, चिचियाया अउ ओराहना दिहा। तू मनइयन स कहा, ‘हम पचे आखिर मिस्र काहे छोड़ि दीन्ह?’”

21 मूसा कहेस, “यहोवा! हिआँ 6,00,000 मनसेधू साथ चलत अहइँ। अउर तू कहत ह, ‘मइँ ओनका पूरा महीना भइ खाइके गोस देब।’ 22 जदि हमका सबहिं भेड़ी अउ गोरु मारइ क होइ तउ भी ऍतने बड़े तादाद मँ मनइयन क महीना भर खाइके भरपूर न होइ। अउर जदि हम समुद्दर क सारी मछरियन क धइ लेइ तउ भी ओनके बरे पूर्ति न होइ।”

23 मुला यहोवा मूसा स कहेस, “यहोवा क सकती क जिन समेटा। तू देखब्या कि जदि मइँ कहत हउँ कि मइँ कछू करब तउ मइँ ओका कइ सकत हउँ।”

24 एह बरे मूसा मनइयन स बैतयाइ बाहेर गवा। मूसा ओनका उहइ बताएस जउन यहोवा कहे रहा। तब मूसा सत्तर बुजुर्ग क बटोरेस। मूसा ओनसे पवित्तर तम्बू क चारिहुँ कइँती खड़ा होइके कहेस। 25 तब यहोवा एक बादर मँ उतरा अउ उ मूसा स बांत किहेस। आतिमा मूसा प सवार रही। यहोवा उहइ आरौतमा क सत्तर बुजुर्गन लोगन प डाल दिहस। जब ओन सबन मँ आतिमा आइ तउ उ पचे भविस्सबाणी करइ लागेन। मुला ओकर बाद उ पचे अइसा अउर कभी नाहीं किहस।

26 सत्तर बुजुर्गन मँ स दुइ ठु, एल्दाद अउ मेदाद तम्बू मँ स बाहेर नाहीं गएन। ओनकइ नाउँ बुजुर्गन क सूची मँ रहा मुला उ पचे सिबिर मँ रहेन। मुला परम आतिमा ओन पइ भी आइ अउ उ पचे सिबिर मँ भविस्सबानी करइ लागेन। 27 एक ठु जवान दउड़ा अउ मूसा क सूचना दिहस। उ मनई कहेस, “एल्दाद अउ मेदाद सिबिर मँ भविस्सबाणी करत अहइँ।”

28 नून क पूत यहोसू मूसा स कहेस, “मूसा, तोहका ओनका रोकइ चाही।” (यहोसू मूसा क सहायक तब स रहा जब उ किसोर रहा।)

29 मुला मूसा जवाब दिहस, “का तू मोह बरे जलन करत अहइ? मइँ चाहत हउँ कि यहोवा क सब लोग भविस्सबाणी करइ क जोग्ग होइ जाइँ। मइँ चाहत हउँ कि यहोवा आपन आतिमा ओन सबहिं प पठवइ।” 30 तब मूसा अउ इस्राएल क नेता सिबिर मँ लउटि गएन।

बटेरेन्‌ आइन

31 तबहिं यहोवा समुद्दर कइँती स आँधी चलाएस। आँधी उ पहँटा मँ बटेरन क पठाएस। बटेरन सिबिर क चारिहुँ कइँती उड़इ लागिन। हुआँ ऍतना बटेरन रहिन कि भुइँया ढँकि गइ। भुइँया प बटेरन क तीन फुट गहरी परत जमा होइ गइ। कउनो मनई एक दिन मँ ओतनी दूर जाइ सकत रहा जेतती दूर तलक चारिहुँ कइँती बटेर रहिन। 32 मनई अहदंकेन अउ बाहेर आएन। उ पचे सारा दिन अउ सारी रात बटेरन क बटोरेन। अउर फिन अगला दिन भी उ सबइ बटेरन क बटोरेन। हर मिला कम स कम साठ बुसल या ओसे जियादा बटेरन बटोरेस। तब मनइयन बटेरन क आपन सिबिर क चारिहुँ कइँती धूप मँ फइलाएन।

33 मनइयन गोस खाब सुरु किहन, मुला यहोवा कोहाइ गवा। जब गोस ओनके मुँहना मँ रहा अउ ऍकरे पहिले कि मनइयन लील लेइँ यहोवा ओनका बहोत बेराम कइ दिहस। ढेर लोगन हुवँई मरि बिलाइ गएन अउर ओनका माटी दइ दीन्ह गइ। 34 एह बरे मनइयन उ ठउरे क नाउँ किब्रोथ-हत्तावा राखेन। उ पचे उ ठउर क उहइ नाउँ दिहेन। इ उहइ जगह बाटइ जहाँ उ पचे मनइयन क माटी दिहेन जउ स्वाद क भोजन क गहरी इच्छा धरत रहेन।

35 मनइयन किब्रोथ-हत्तावा स हंसेरोत क जात्रा किहेनन अउ हुवइँ ठहरि गएन।

भजन संहिता 48

एक ठु भजन: कोरह परिवार क एक ठु पद।

यहोवा महान अहइ।
    उ हमेसा मोर परमेस्सर क नगर मँ आपन पवित्तर पर्वत पइ बड़कई करत अहइ।
सिय्योन पर्वत असल मँ परमेस्सर क पवित्तर पर्वत बाटइ।
    इ महान राजा क नगर बाटइ।
समूचइ संसार क लोग हिआँ खुस रहत हीं
    काहेकि इ प्रसन्नता क सिखर पइ अहइँ।[a]
उ सहर क महलन मँ,
    परमेस्सर क सरणस्थल क नाउँ स जाना जात ह।
एक दाई कछू राजा आपुस मँ आइके मिलेन
    अउर उ पचे इ सहर पइ हमला करइ क कुचक्र रचेन।
सबहिं एक अउटिके चढ़ाई बरे अगवा बढ़ेन।
    राजा क लखिके उ सबइ सबहिं चकित भएन।
    ओनमाँ भगदड़ मची अउ उ सबइ सबहिं पराइ गएन।
ओनका डर दहबोच लिहस,
    उ सबइ डर स काँपि उठेन।
प्रचण्ड पुरवइया हवा
    ओनके जहाजन क चकनाचूर कइ दिहस।
हाँ, हम पचे तोहार प्रबलता क कहानी सुना ह।
    अउर हम पचे तउ ऍका सर्वसक्तिमान यहोवा क सहर मँ हमरे परमेस्सर क सहर मँ घटत भए भी लखा।
यहोवा उ सहर क हमेसा बरे सुदृढ़ बनाएस ह।

हे परमेस्सर, हम तोहरे मन्दिर मँ तोहरी पिरेम स भरी करुणा पइ विचार करित ह।
10 हे परमेस्सर, तू मसहूर अहा,
    लोग धरती पइ हर कहूँ तोहार स्तुति करत हीं।
    हर मनई जानत ह कि तू केतॅना भला अहा।
11 हे परमेस्सर, तोहरे उचित निआउ क कारण सिय्योन पर्वत खुस अहइ।
    अउर यहूदा क नगरियन आनन्द मनावत अहइँ।
12 सिय्योन क परिक्रमा करा।
    नगरी क दर्सन करा।
    तू मीनारन क लखा।
13 ऊँच चहरदीवारन क लखा।
    सिय्योन क महलन क सराहा,
    तबहिं तू आवइवाली पीढ़ी स ऍकर बखान कइ सकब्या।
14 सचमुच हमार परमेस्सर सदा सदा ही परमेस्सर रही।
    उ हमका सदा ही राह देखाई।
    ओकर कबहुँ भी अंत नाहीं होई।

यसायाह 1

इ सबइ परमेस्सर क दर्सन अहइ जउन आमोस क पूत यसायाह यहूदा अउर यरूसलेम क बारे लखेस ह। यसायाह ऍन दर्सन क यहूदा क राजा लोगन उज्जियाह, योताम, आहाज अउ हिजकिय्याह क समय मँ लखे रहा।

आपन लोगन क खिलाफ परमेस्सर क सिकाइत

हे सरग अउ धरती, यहोवा क वाणी सुना! यहोवा कहत ह,

“मइँ आपन बच्चन क परवान चढ़ाएउँ अउर ओका मजबूत स बढ़इ मँ मदद किहेउँ,
    किन्तु उ पचे मोहसे विद्रोह किहन।
बैल आपन सुआमी क जानत ह
    अउर गद्हा उ जगह क जानत ह जहाँ ओकर सुआमी ओका चारा देत ह।
किन्तु इस्राएल क लोग मोका नाही पहिचानतेन।
    उ पचे मोर आपन अहइँ किन्तु मोका नाहीं समुझतेन ह।”

इस्राएल रास्ट्र पापे अउ दोख स भरि गवा अहइ। जउन कि भारी बोझे क समान ह जेका लोगन क उठाइ क होइ। उ पचे बुरे परिवारन स बुरे अउ दुट्ठ बच्चन क समान अहइँ। उ पचे यहोवा क तजि दिहन। उ पचे इस्राएल परमेस्सर क पवित्तरता क अपमान किहन। उ पचे ओका तजि दिहेन अउर ओकरे संग अजनबी जइसा बेउहार किहन।

परमेस्सर कहत ह, “मइँ तू सबइ लोगन क अउर दण्ड काहे देत रहउँ? मइँ तू पचन्क दण्ड दिहेउँ, मुला तू पचे नाहीं बदल्या। तू पचे मोरे बिरूद्ध विद्रोह करत ही रह्या। अब हर मूँड़ घायल अहइ अउ हर हिरदय दुखी अहइ। तोहरे सबन गोड़े क तलुअन स लइके मूँड़े क ऊपरी हींसा तलक तोहरे बदन क हर अंग घावन स भरा अहइ। ओनमाँ चोट लगी अहइँ अउर फूटे भए फोड़न अहइँ। तू पचे आपन फोड़न क कउनो परवाह नाहीं किह्या। तोहार पचन्क घाव न तउ साफ कीन्ह ग अहइँ नही ओनका ढका गवा अहइ।

“तोहार सबन्क धरती बर्बाद होइ ग अहइ। तोहार पचन्क नगर आगी मँ बरि गवा अहइँ। तोहार पचन्क धरती तोहार पचन्क दुस्मनन हथियाइ लिहेन। तोहार पचन्क भुइँया अइसे उजारि दीन्ह ग अहइ कि जइसे दुस्मनन क जरिये उजाड़ा गवा कउनो प्रदेस होइ।”

यरूसलेम क चितउनी

सिय्योन क बिटिया (यरूसलेम) अब तजि भए सिबिर जइसा होइ गवा। उ ककड़ी क खेत मँ एक अइसा झोपड़ी क नाईं अहइ जेका फसल काटइ क पाछे छोड़ दीन्ह गवा होइ। इ उ नगरी क समान अहइ जेका घेर लीन्ह गवा होइ। इ फुरइ अहइ किन्तु फुन भी सक्तीसाली यहोवा कछू लोगन क हुआँ जिअत रहइ बरे छोड़ दीन्ह ग रहा। सदोम अउर अमोरा सहरन क समान हमार पूरी तरह बिनास नाहीं कीन्ह गवा रहा। परमेश्वर सच्ची सेवा चाहत ह

10 हे सदोम क मुखिया लोगो, यहोवा स सँदेसा सुना। हे अमोरा क लोगो, परमेस्सर क उपदेसन पइ धियान द्या। 11 परमेस्सर कहत ह, “मोका इ सबइ सबहिं बलियन नाहीं चाही। मइँ तोहार पचन्क भेड़िन अउ पसुअन क चर्बी क काफी होमबलियन लइ चुका हउँ। बर्धन, मेमनन, बोकरन क खून स मइँ प्रसन्न नाहीं हउँ। 12 तू लोग जब मोहसे मिलइ आवत अहा तउ मोरे आँगन क हर वस्तु रौंद डावत अहा। अइसा करइ बरे तू पचन्स कउन कहेस ह?

13 “बेकार क बलियन तू पचे मोका जिन चढ़ावत रहा। जउन सुगंधित सामग्री तू पचे मोका अर्पित करत अहा, मोका ओहसे घिना अहइ। नवा चाँद क दावतन, बिस्राम अउर सबित मोहसे सहन नाहीं होइ पउतेन। आपन पवित्तर सभन क बीच जउन बुरे करमन तू पचे करत अहा, मोका ओनसे घिना अहइ। 14 तोहार पचन्क माहवारी बैठकन अउर सबइ सभा स मोका आपन सम्पूर्ण मन स घिना अहइ। इ सबइ सभन मोरे बरे एक भारी भरकम बोझ स बन गइ अहइ। अउर ओन बोझन क उठावत अब मइँ थक चुका हउँ।

15 “तू लोग हाथ उठाइके मोर पराथना करब्या, किन्तु मइँ तोहार सबन कइँती लखइ तलक नाहीं। तू लोग जियादा स जियादा पराथना करब्या, किन्तु मइँ तोहार सबन्क सुनइ तलक क मना कइ देब काहेकि तोहार सबन्क हाथ खून स सना अहइँ।

16 “आपन क धोइ अउ आपन क पवित्तर करी। तू पचे जउन बुरे करम करत अहा ओनका मोर आँखि क नज़र स दूर करा। ओन बुरे कामन क तजा! 17 अच्छे करम करब सीखा। दूसर लोगन क संग निआव करा। जउन लोग दूसर लोगन क सतावत हीं, ओनका दण्ड द्या। अनाथ बच्चन क अधिकारन बरे संघर्स करा। जउन मेहररूअन क मनसेधू मरि गवा अहइँ, ओनका निआव दियावइ बरे पैरवी करा।”

18 यहोवा कहत ह, “आवा, हम ऍन बातन पइ विचार करी। तोहार सबन्क पाप गहरा लाल रंग क नाईं अहइँ मुला ओनका धोवा जाइ सकत ह अउर बरफ क नाई उज्ज्वर होइ सकत ह। तोहार पचन्क पाप लाल कपड़ा क नाईं सुर्ख अहइँ, किन्तु उ सबइ ऊन क नाईं उज्ज्वर होइ सकत अहा।

19 “अगर तू पचे मोर कही बातन पइ धियान देत अहा, तउ तू पचे इ धरती क नीक वस्तुअन पउब्या। 20 किन्तु अगर तू पचे सुनइ स मना करत अहा तू पचे मोरे खिलाफ होत अहा, अउर तोहार दुस्मनन तू पचन्क नस्ट कइ डाइहीं।” यहोवा इ सबइ बातन खुद ही कहे रहा।

यरूसलेम परमेस्सर बरे बिस्सास क जोग्ग नाहीं अहइ

21 परमेस्सर कहत ह, “यरूसलेम कइँती लखा। यरूसलेम एक ठु अइसी नगरी रही जउन मोहमाँ बिस्सास राखत रही अउर मोर अनुसरण करत रही। उ रण्डी क नाई कउनो कारण बन गई? अब उ मोर अनुसरण नाहीं करत। यरूसलेम क निआव स परिपूर्ण होइ चाही। यरूसलेम क बसइयन क, जइसे परमेस्सर चाहत ह, वइसे ही जिअइ चाही। किन्तु अब तउ हुवाँ हत्तियारन रहत हीं।

22 “तू पचन क नेकी चाँदी क समान अहइँ जउन अब बेकार अउर असुद्ध समुझा जात ह। इ उ दाखरस का नाईं अहइ जउन कि बहोत जियादा पानी क कारण पतरा होइ गवा अहइ। 23 तोहार पचन्क सासक विद्रोही अहइँ अउर चोरन क साथी अहइँ। तोहार पचन्क सबहिं सासक घूस लेइ चाहत हीं। गलत काम करइ बरे उ पचे घूस क धन लइ लेत हीं। तोहार पचन्क सबहिं सासक लोगन्क ठगइ बरे मेहनताना लेत हीं। तोहार पचन्क सासक अनाथ बच्चन क सहारा देइ क जतन नाहीं करतेन। तोहार पचन्क सासक ओन मेहररूअन क जरूरतन पइ कान नाहीं देतेन जेनकर मनसेधू मर चुके अहइँ।”

24 एन सबइ बातन क कारण, सुआमी सर्वसक्तिमान यहोवा अरथात इस्राएल क सर्वसक्तीमान कहत ह, “हे मोर बैरियो मइँ तू पचन्क दण्ड देबउँ। तू पचे मोका अब अउर जियादा नाहीं सताइ पउब्या। 25 जइसे लोग चाँदी क साफ करइ बरे खार मिले भए पानी क प्रयोग करत हीं, वइसे ही मइँ तोहार पचन्क सबहिं खोट दूर करबउँ। सबहिं निरर्थक वस्तुअन तू पचन लइ लेबउँ। 26 जइसे निआव क करवाइयन तोहरे सबन्क लगे सुरु मँ रहेन अब वइसे ही निआव क करवइया मइँ फुन स वापिस लिआउब। जइसे सलाहकार बहोत पहिले तोहरे सबन क लगे हुवा करत रहेन, वइसे ही सलाहकार तोहरे पचन्क लगे फुन होइहीं। तू पचे तब फुन ‘नेक अउर बिस्सासी नगरी’ कहवउब्या।”

27 नीक फइसला अब सिय्योन क दीन्ह जाई अउ उ आजाद होइ जाइ। परमेस्सर उ लोगन क निआव देइ जउन अब हुवाँ रहत हीं। 28 मुला सबहिं अपराधियन अउर पापियन जउन यहोवा क अस्वीकार किहेस ह, क पूरी तरह स तोड़ दीन्ह जाइ अउ बरबाद कइ दीन्ह जाइ।

29 भविस्स मँ, तू लोग ओन बाँझबृच्छन बरे ओन बिसेस बगीचन बरे, जेनका पूजइ बरे तू पचे चुने रह्या, लज्जित होइहीं। 30 इ एह बरे घटित होइ काहेकि तू लोग अइसे बाँझ बृच्छन जइसे होइ जाब्या जेनकर पातियन मुरझात होइँ। तू पचे एक अइसे बगियन क नाई होइ जाब्या जउन पानी क बिना मर रहा होइ। 31 बरिआर लोग झुरान काठे क नान्ह नान्ह टूकन जइसा होइ जइहीं अउर उ सबइ लोग जउन काम करिहीं, उ पचे अइसी चिनगारियन क समान होइहीं जेनसे आगी लगि जात ह। उ सबइ बरिआर लोग अउर ओनकर काम बरइ लगिहीं अउर कउनो भी मनई अइसा नाहीं होइ जउन उ आगी क रोकि पाई।

इब्रनियन 9

अब देखा पहिले करार मँ ही आराधना क नियम रहेन। अउर एक मनई क हाथन क बना आरा़धना घर भी रहा। एक रावटी बनाइ गइ रही जेकरे पहिले कच्छ मँ दीपाधार रहेन, मेज रहिन, अउर भेंट क रोटी रही। एका पवित्तर स्थान कहा जात रहा। दुसरे परदा क पीछे एक अउर कमरा रहा जेका परम पवित्तर कहा जात बा। एहमन सुगंधित सामग्री क बरे सोना क वेदी अउर सोना क मढ़ी करार क पेटी रही। एह पेटी मँ सोना क बना पन्ना क एक पात्र रहा, हारून क उ छड़ी रही जेह पर कोपल फूटी रही अउर करार क पाथर क पतरा रहेन। पेटी क ऊपर परमेस्सर क महिमामय उपस्थिति क प्रतीक यानि करूब बना रहेन जउन छमा क स्थान पर छाया क करत रहेन। मुला एह समइ हम इन बातन क बिस्तार क साथे चर्चा नाहीं कइ सकित।

सब कछू क एह तरह व्यवस्थित होइ जाइ क बाद याजक बाहरी कच्छ मँ प्रति दिन प्रवेस कइके आपन सेवा क काम करइ लागेन। मुला भीतर कच्छ मँ केवल महाजाजक ही प्रवेस करत रहा अउर उहऊ साल मँ एक दाई। उ बिना ओह लहू क कबहुँ प्रबेस नाहीं करत रहा जेका उ खुद अपने द्वारा अउर लोगन क द्वारा अनजाना मँ कीन्ह गए पापन क बरे भेंट चढ़ावत रहेन।

एकरे द्वारा पवित्तर आतिमा इ दरसावा करत रहा कि जब तलक अबहिं पहिली रावटी खड़ी भई बा, तब तलक परम पवित्तर स्थान क रस्ता उजागर नाहीं होइ पावत। इ आजु क जुग क बरे एक प्रतीक अहइ जउन इ दरसावत ह कि भेंट अउर बलिदान जेका अर्पित कीन्ह जात बा, आराधना करइवालन क चेतना क सुद्ध नाहीं कइ सकत। 10 इ सबइ तउ बस खाइपिअइ अउर कइयउ पर्व बिसेस-स्थानन क बाहेर क नियम अहइँ अउर नइ व्यवस्था क समई तक क बरे ही इ लागू होत हीं।

मसीह क लहू

11 मुला अब मसीह इ अउर अच्छी व्यवस्था क, जउन अब हमरे लगे बा, महायाजक बनिके आइ गवा बा। उ ओह जियादा अच्छी अउर पूरी रावटी मँ स होइ क प्रवेस किहेस जउन मनइयन क हाथन क बनाइ भइ नाहीं रही। मतलब जउ सांसारिक नाहीं बा। 12 बकरन अउर बछड़न क लहू क लइके उ प्रवेस नाहीं किहे रहा बल्कि सदा हमेसा क बरे भेंट सरूप अपने ही लहू क लइके परम पवित्तर स्थान मँ ओकर प्रवेस भवा रहा। एह तरह उ हमरे बरे पापन स सदा काल क छुटकारा सुनिस्चित कइ दिहे बा।

13 बकरन अउर साँड़न क खून अउर बछिया क भभूत क ओनपइ छिड़का जाब, असुद्धन क सुद्ध बनावत ह ताकि उ सबइ बाहरी तउर प स्वच्छ होइ जाइँ। 14 जब इ सच बा तउ मसीह क लहू केतॅना प्रभावसाली होइ। उ अनन्त आतिमा क द्वारा अपने आपक एक पूरी तरह बलि क रूप मँ परमेस्सर क समपर्ति कइ दिहेस। तउन ओनकर लहू हमरे चेतना क ओन्हन करमन स छुटकारा देवाई जउन मउत क ओर लइ जात हीं ताकि हम सजीव परमेस्सर क सेवा कइ सकी।

15 इही कारण स मसीह एक नवा करार क बीचउलिया बना ताकि जेनका बोलावा गबा बा, उ उत्तराधिकार क अनन्त आसीर्बाद पाई सकइँ जेनकर परमेस्सर तउ प्रतिज्ञा किहे रहा। अब देखा, पहिले करार क अधीन कीन्ह गएन पापन स ओन्हे छुटकारा दियावइ क बरे फिरौती क रूप मँ उ आपन प्रान तलक दइ चुका अहइ।

16 जहाँ तलक बसीयतनामा क प्रस्न बा, तउ ओकरे बरे जे ओका लिखे अहइ, ओकरी मउत क प्रमाणित कीन्ह जाब जरुरी बाटइ 17 काहेकि कउनउ बसीयतनामा केवल तबहिं प्रभावी होत ह जब ओका लिखइवालन क मउत होइ जात ह। जब तलक ओका लिखइवाला जिन्दा रहत ह, उ कबहुँ प्रभावी नाहीं होत। 18 इही बरे पिहला करार भी बिना एक मउत अउर लहू क गिराए स काम सुरु नाहीं कीन्ह गवा। 19 मूसा जब व्यवस्था क प्रत्येक आदेस क सब लोगन क घोसना कइ चुका तउ उ जल क साथे बकरन अउर बछड़न क लहु क लाल ऊन अउर हिसप क टहनियन स चर्म पत्रन अउर सभन लोगन पे छिड़क दिहे रहा। 20 उ कहे रहा, “इ उ करार क लहू अहइ, परमेस्सर जेकरे पालन क आज्ञा तोहे सबन क दिहे अहइ।” 21 उ इही तरह रावटी आराधना उत्सव मँ काम आवइवाली सब चीज प लहू छिड़के रहा। 22 सही या व्यवस्था चाहत ह कि अक्सर हर चीज क लहू स सुद्ध कीन्ह जाइ। अउर बिना लहू बहाए छमा हई या नाहीं ही बाटइ।

मसीह क बलिदान पापन क धोइ डालत ह

23 त फिन इ जरूरी बा कि चीजन जउन सरगे क प्रतिकृति बाटिन, ओन्हे पसुवन क बलिदान स सुद्ध कीन्ह जाइ मुला सरग क चीजन त एनहुँन स अच्छी बलिदानन स सुद्ध कीन्ह जाइ क अपेच्छा करत ह। 24 मसीह तउ मनइयन क हाथन क बना परम पवित्तर स्थान मँ, जउन सच्चा परम पवित्तर स्थान क एक प्रतिकृति मात्र रहा, प्रवेस नाहीं किहेस। उ तउ खुदइ सरग मँ ही प्रवेस किहेस ताकि अब उ हमरे ओर स परमेस्सर क उपस्थिति म प्रकट होइ।

25 अउर नाहीं तउ आपन फिन-फिन बलिदान चढ़ावइ क बरे उ सरगे मँ ओह तरह प्रवेस किहेस जइसेन महायाजक उ लहू क साथे, जउन ओकर आपन नाहीं बा, परन पवित्तर स्थान मँ हर साल प्रवेस करत ह। 26 नाहीं त फिन मसीह क सृस्टि क आदि स ही कइयउ दाई जातना झेलइ क पड़त। मुला अब देखा, इतिहास क चरम बिन्दु पर आपन बलिदान क द्वारा पापन क नास करइ क बरे उ हमेसा हमेसा क बरे एक्कइ बार प्रकट होइ गवा अहइ।

27 जइसे एक बार मरब अउर ओकरे बाद निआव क सामना करब मनई क नियति बा 28 तउन वइसेन मसीह क, एक्कइ बार कइयउ मनइयन क पापन क हरि लेइ क बरे बलिदान कइ दीन्ह गवा। अउर उ पापन क बहन करइ क बरे नाहीं बल्कि जउन ओकर बाट जोहत अहइँ, ओनके बरे उद्धार लियावइ क फिन दुसरी दाई प्रकट होइ।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.