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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
लैव्यव्यवस्था 26

परमेस्सर क आग्या मानइ क पुरस्कार

26 “अपने बरे मूतिर्यन जिन बनावा। मूतिर्यन या यादगार क पाथर क स्थापना जिन करा। आपन देस मँ उपासना करइ बरे पाथर क मूतिर्यन क स्थापना जिन करा। काहेकि मइँ यहोवा तोहार परमेस्सर अहउँ।

“मोरे आराम क खास दिनन क याद रखा अउ मोरे पवित्तर स्थान क सम्मान करा। मइँ यहोवा अहउँ!

“मोर नेमन अउ आदेसन क याद राखा अउ ओनकर पालन करा। अगर तू पचे अइसा करब्या तउ मइँ जउने समइ बर्खा आवइ चाही, उहइ समइया मँ बर्खा कराउब। भुइँया फसलन क पइदा करिहीं अउर बृच्छ आपन फल देइहीं। तोहार अनाज निकारइ क काम तब तलक चली जब तलक अंगूर एकट्ठा करइ क समइ आइ अउ अंगूरे क बटोरब तब तलक चली जब तलक बोवाइ क समइ आइ जाइ। तब तोहरे लगे खाइ क बहोत होइ, अउर तू पचे आपन पहँटा मँ सुरच्छित रहब्या। मइँ तोहरे देस क सान्ति देब। तू पचे सान्ति स सोइ सकब्या। कउनो मनई डरवावइ नाहीं आइ। मइँ बिनास करइवाले जनावरन क तोहरे देस स बाहेर रखब। अउर फउज भी तोहरे देस स न गुजरिहीं।

“तू पचे आपन दुस्मनन क पाछा कइके भगउब्या अउर ओनका हरउब्या। तू पचे ओनका आपन तरवार स मारि डउब्या। तोहरे पाँच मनई सौ मनईयन क पाछा कइके भगाइ देइहीं अउर सौ मनई दस हजार मनईयन क पाछा कइके भगाइ देइहीं। तू पचे आपन दुस्मनन क हरउब्या अउ ओनका तरवारे स मार डउब्या।

“तब मइँ तोहरी कइँती मुड़बउँ। मइँ तू पचन्क बहोत स बच्चावाला बनउबउँ। मइँ तोहरे संग आपन वाचा क पालन करबउँ। 10 तोहरे लगे एक बरिस स जियादा चलइवाली ढेर क पइदावार होइ। तू पचे नई फसल कटब्या। मुला तब तोहका पुरान पइदावार नई पइदावार बरे जगह बनवइ खातिर फेंक देइ क पड़ी। 11 तू पचन क बीच मँ मइँ आपन पवित्तर तम्बू लगाउब। मइँ तू लोगन क नाहीं तजिबय। 12 मइँ तोहरे संग चलब अउर तोहार परमेस्सर रहब। तू पचे मोर आपन लोग रहब्या। 13 मइँ तोहार परमेस्सर यहोवा अहउँ। तू पचे मिस्र मँ दास रह्या। मुला मइँ तू पचन्क बाहेर लिआएउँ। तू लोग दास क रुप मँ भारी बोझा ढोवइ स निहुरा भए रह्या मुला मइँ तोहरे कॉधे क जुए क तोड़ फेंकेउँ। मइँ तू पचन्क फुन गरब स चलइवाला बनाएँउ।

यहोवा क आग्या पालन न करइ बरे सजा

14 “मुला अगर तू मोर आग्या क पालन नाहीं करब्या अउर मोर इ सबइ आदेस क नाहीं मनब्या तउ इ सबइ बुरी बात होइहीं। 15 अगर तू मोर नेम अउ आदेसन क रद्द करब्या अउर ओनका पालन करइ मँ फेल होब्या। तउ तू पचे मोर करार क भंग कइ देब। 16 अगर तू पचे अइसा करत अहा तउ मइँ अइसा करबउँ कि तोहार सबन्क भयंकर अनिस्ट होइ। मइँ तू पचन्क लाइलाज रोग अउ तेज बोखार लगाउब। उ सबइ तोहरी अँखियन क नस्ट करिहीं अउ तोहार जिन्नगी लइ लेइहीं। जब तू पचे आपन बिआ बोउब्या तउ तू पचन्क कामयाबी न मिली। तोहार पइदावार क तोहार दुस्मन लोग खइहीं। 17 मइँ तोहरे खिलाफ होब, तोहार दुस्मन तोहका हरइहीं। उ सबइ दुस्मन तोहसे घिना करिहीं अउ तोहरे ऊपर सासन करिहीं। तू पचे तब भी पराइ जाब्या, जब तोहार पाछा कउनो न करत रहा होइ।

18 “अगर ऍकरे पाछे भी तू पचे मोर आग्या क नाहीं मानत अहा तउ मइँ तोहरे पापन बरे सात गुना जियादा सजा देब। 19 मइँ ओन बड़के सहरन क भी नस्ट करब जउन तोहका घमण्डी बनावत हीं। आकास बर्खा न देइ अउ धरती पइदावार नाहीं उपजाइ।[a] 20 तू पचे कठिन परिस्रम करब्या, मुला एहसे कछू भी न होइ। तोहरी भुइँया मँ कउनो पइदावार न होइ अउर तोहरे बृच्छन प फल नाहीं अइहीं।

21 “अगर तब भी तू पचे मोरे खिलाफ जात ह्या अउर मोरी आग्या क मानब स्वीकार नाहीं करत ह्या तउ मइँ सात गुना कठोर होइके मारब। जेतॅना जियादा पाप करब्या ओतना जियादा सजा पउब्या। 22 मइँ तोहरे सबन्क खिलाफ जंगली जनावर पठउब। उ सबइ तोहरे गदेलन क तोहसे छोर लइ जइहीं। उ पचे तोहरे गोरुअन क नास कइ देइहीं। उ पचे तोहार मनइयन क गनती बहोत कम कइ देइहीं। लोग जात्रा करइ स डेराइ जइहीं, सड़क खाली होइ जइहीं।

23 “अगर ओन चीजन क होइ प तू पचन्क सिच्छा नाहीं मिलत अउर तू पचे मोरे बिरुद्ध होइ जात ह्या, 24 तउ मइँ तोहरे विरुद्ध होब। मइँ, हाँ, मइँ (यहोवा) तोहरे पापन बरे सात गुना सजा देब। 25 तू पचे मोर वाचा तोड़या ह, एह बरे मइँ तू सबन क दण्ड देब। मइँ तोहरे खिलाफ फउज क पठउब। तू पचे सुरच्छा बरे आपन सहरन मँ जाब्या। मुला मइँ अइसा करब कि तू लोगन मँ बेरामी सँचरइँ। तब तोहार दुस्मन तोहका हराइ देइहीं। 26 मइँ उ सहर मँ छोड़े गए अन्न क एक हींसा तोहका देब। मुला खाइ बरे बहोत कम अनाज रही। दस मेहररुअन आपन सबहिं रोटियन एक चूल्हा मँ सेकां सकिहीं। उ पचे रोटी क हर एक टूका क नपिहीं। तू पचे खाब्या, मुला फुन भी भूखा रहब्या।

27 “अगर तू पचे खतना पइ भी मोर बातन क सुनब अंगीकार नाहीं करत ह्या, अउर मोरे बिरुद्ध रहत ह, 28 तउ मइँ असलियत मँ आपन किरोध परगट करब। मइँ, हाँ, मइँ (यहोवा), तू पचन्क तोहरे पापन बरे सात गुना दण्ड देब। 29 तू पचे आपन पूत, बिटियन क तने क खाब्या। 30 मइँ तोहरे ऊँचे ठउरन[b] क नस्ट करब। मइँ तोहार सुगन्धि वाली वेदियन क काट डाउब। मइँ तोहरे ल्हासन क तोहरे निजीर्व मूतिर्यन क ल्हासन पइ डाउब। तू पचे मोका बहोत जियादा घिनौना लगब्या। 31 मइँ तोहरे सहरन क नस्ट करब। मइँ तोहार पवित्तर ठउर क खाली कइ देब। मइँ तोहार महकउआ सुगन्धित भेंटन क अंगीकार नाहीं करब। 32 मइँ तोहरे देस क एतना खाली कइ देब कि तोहरे दुस्मन तलक जउन एहमाँ रहइ अइहीं, उ पचे ऍह पइ चकित होइ जइहीं। 33 अउर मइँ तू पचन क अलग-अलग पहँटन मँ बिखराउब। मइँ आपन तरवार हींचब अउ तू सबन्क नास करब। तोहार भुइँया खाली होइ जाइ अउ तोहार नगर उजाड़ होइ जइहीं।

34 “तू पचे आपन सत्रु क देसन मँ लइ जावा जाब्या। जब तोहार धरती क खाली कइ देइ जाइ उ समइ इ आपन सबित क बिस्राम मनाइ। 35 जेका तू पचे ओका तब नाहीं दिहे रह्या जब तू पचे ओह पइ रहत रह्या। 36 उत्तरजीवी आपन दुस्मनन क देस मँ हिम्मत खोइ देइहीं। उ हर चीज स डेरात होइहीं। उ पचे हवा क जरिये हिलइवाला पाती क आवाज़ स भी डेराइ जाइ अउर ओकरे कारण उ सबइ अइसेन परइहीं मान ल्या कउनो तरवार लिए भए ओनकर पाछा करत होइ। बिना केहू क पाछा कइ भए भी उ पचन्क गिरि जाब। 37 उ पचे एक दूसरे पइ तब भी गिरिहीं, जब कउनो भी ओनकर पाछा नाहीं करत रहा होइ।

“तू पचे ऍतना सक्तीसाली नाहीं रहब्या कि आपन दुस्मनन क मुकाबला मँ खड़ा होइ सका। 38 तू दूसर लोगन मँ बिलाइ जाब्या। तू पचे आपन दुस्मनन क देस मँ लुप्त होइ जाब्या। 39 इ तरह तोहार सन्तानन तोहरे दुस्मनन क देस मँ आपन पापन मँ सड़िहीं। उ पचे आपन पापन मँ वइसे ही सड़िहीं जइसे ओनके पुरखन सड़ा रहेन।

आसा हमेसा रहत ह

40 “इ होइ सकत ह कि लोग आपन पापन्क कबूल लेइँ अउर उ पचे आपन पुरखन क पापन्क स्वीकार करिहीं। होइ सकत ह कि उ पचे कबूलइँ कि उ पचे मोरे खिलाफ भएन ह। इ होइ सकत ह उ पचे इ कबूल लेइँ कि उ पचे मोरे खिलाफ पाप किहे अहइँ। 41 इ होइ सकत ह कि उ पचे स्वीकार करइँ कि मइँ ओनके खिलाफ भएउँ अउ ओनका ओनके दुस्मनन क देस मँ लाएउँ। अगर उ पचे विनम्र होइ जाइँ अउ आपन पापन बरे सजा क कबूल लेइँ। 42 तउ मइँ याकूब क संग क आपन वाचा क सुमिरब। इसहाक क संग क आपन वाचा क सुमिरब। इब्राहीम क संग कीन्ह गए वाचा क सुमिरब अउर मइँ उ भुइँया क सुमिरब।

43 “भुइँया खाली रही। भुइँया आराम क समइ क आनन्द लेइ। तब तोहरे बचे भए लोग आपन पाप बरे सजा क कबूल लेइहीं। उ पचे सिखिहीं कि ओनका एह बरे सजा मिली कि उ पचे मोर व्यवस्था स घिना किहेन अउ नेमन क पालन करब स्वीकार नाहीं किहेन। 44 उ पचे फुरे पाप किहेन। मुला अगर उ पचे मोरे लगे मदद बरे आवत हीं तउ मइँ ओनसे दूर नाहीं रहब। मइँ ओनकइ बातन तब भी सुनब जब उ पचे आपन दुस्मनन क देस मँ भी होइहीं। मइँ ओनका पूरी तरह नस्ट नाहीं करब। मइँ ओनके संग आपन वाचा क भंग न करब। काहेकि मइँ यहोवा ओनकर परमेस्सर अहउँ। 45 मइँ ओनके पुरखन क संग कीन्ह गइ वाचा क याद रखब। मइँ ओनके पुरखन क मिस्र स बाहेर लिआएउँ कि मइँ ओनकर परमेस्सर होइ सकउँ। दूसर सबइ रास्ट्रन ओन बातन क लखेन। मइँ यहोवा अहउँ!”

46 इ सबइ उ सबइ नेमन, कानून अउर उपदेस अहइँ जेनका यहोवा इस्राएल क लोगन क दिहस। उ सबइ कानून इस्राएल क लोगन अउ यहोवा क बीच करार अहइ। यहोवा ओन कानून क सिनाई पहाड़े प दिहे रहा। उ मूसा क नेम दिहस अउ मूसा ओनका लोगन क दिहस।

भजन संहिता 33

हे सज्जन लोगो, यहोवा मँ आनन्द मनावा!
    सज्जनो सत मनइयो, ओकर स्तुति करा।
वीणा बजावा अउर ओकर स्तुति करा।
    यहोवा बरे दस तार वाले सारंगी बजावा।
अब ओकरे बरे नवा गीत गावा।
    खुसी क धुन सुन्दरता स बजावा!
परमेस्सर क वचन सत्य अहइ।
    जउन भी उ करत ह ओकर तू पचे भरोसा कइ सकत ह।
नेकी अउ निस्पच्छता परमेस्सर क भावत ह।
    यहोवा आपन खुद क करुणा स इ धरती क भरि दिहेस।
यहोवा आदेस दिहस अउ सृस्टि फउरन पइदा होइ गइ।
    परमेस्सर क साँस स धरती पइ हर चीज बनी।
परमेस्सर सागर मँ एक ही जगहिया पइ जल बटोरेस।
    उ सागर क आपन जगह पइ रखत ह।
धरती क हर मनई क यहोवा क आदर करइ अउ डेराइ चाही।
    इ संसार मँ जउन भी मनई बसा अहइँ, ओनका चाही कि उ पचे ओसे डेराइँ।
काहेकि परमेस्सर क सिरिफ बात भइ कहब अहइ, अउर उ बात तुरंत घटि जात ह।
    अगर उ कउनो क “रुकइ” क आदेस देइ, तउ उ तुरंत थम जात ह।
10 परमेस्सर चाहइ तउ सबहिं सुझाव बिअर्थ करइ।
    उ कउनो भी मनई क सब कुचक्रन क बिअर्थ कइ सकत ह।
11 मुला यहोवा क उपदेस सदा ही खरे होत हीं।
    ओकर सब जोजना पीढ़ी दर पीढ़ी खरी होत हीं।
12 धन्न अहइँ उ सबइ मनई जेनकर परमेस्सर यहोवा अहइ।
    परमेस्सर ओनका आपन ही मनई होइ क चुनेस ह।
13 यहोवा सरग स खाली लखत रहत ह।
    उ सबहिं लोगन क लखत रहत ह।
14 उ ऊपर ऊँचे पइ बनाए भए आसन स
    धरती पइ रहइवाले सब मनइयन क लखत रहत ह।
15 परमेस्सर हर कउनो क मन रचेस ह।
    तउ कउनो का सोचत अहइ उ समुझत ह।
16 राजा क रच्छा ओकरे बड़की सक्ती स नाहीं होत ह,
    अउर कउनो सिपाही आपन निज सक्ती स सुरच्छित नाहीं रहत।
17 जुद्ध मँ फुरइ अस्वबल नाहीं जितावत।
    सचमुच तू ओकरी सक्ती स नाहीं बचि सकत्या।
18 जउन लोग यहोवा क अनुसरण करत हीं, ओनका यहोवा लखत ह अउ रखवारी करत ह।
    जउन मनई ओकर आराधना करत हीं, ओनका ओकर महान पिरेम बचावत ह।
19 परमेस्सर ओन लोगन क मउत स बचावत ह।
    उ सबइ जब भुखान होतेन तब उ ओनका सक्ती देत ह।
20 एह बरे हम यहोवा क बाट जोहब।
    उ हमार मदद अउर हमार ढाल अहइ।
21 परमेस्सर मोका आनन्दित करत ह।
    मोका फुरइ ओकरे पवित्तर नाउँ पइ भरोसा अहइ।
22 हे यहोवा, हम सचमुच तोहार आराधना करित ह।
    तउ तू हम पइ आपन महान पिरेम देखावा।

सभोपदेसक 9

का मउत उचित अहइ?

मइँ इन सबहिं बातन क बारे मँ बड़े धियान स सोचेउँ ह अउर लखेउँ ह कि नीक अउर बुद्धिमान लोगन क संग जउन घटित होत ह अउर उ पचे जउन काम करत हीं ओन पर नियंत्रण परमेस्सर करत ह। लोग नाहीं जानतेन कि ओनका पिरेम मिली या घिना अउर लोग नाहीं जानतेन कि भियान का होइवाला अहइ।

किन्तु एक ठु बात अइसी अहइ जउन हम सबन क संग घटत ह-हम सबहिं मरित ह। मउत नीक लोगन क भी आवत ह अउर बुरे लोगन क भी। अपित्तर लोगन क जइसा पवित्तर लोगन क भी मउत आवत ह। धर्मी लोग जउन बलिदान चढ़ावत ह उ भी वइसे ही मरत ह जइसे उ लोग जउन बलिदान नाहीं चढ़ावत ह। अच्छे लोग भी बुरे लोग जइसा मरत हीं। उ मनई जउन परमेस्सर क बिसेस बचन देत ह, उ भी वइसे ही मरत ह जइसे उ मनई जउन परमेस्सर क बचन देइ स घबरात ह।

इ जिन्नगी मँ जउन भी कछू घटित होत ह ओहमाँ सबसे बुरी बात इ अहइ कि सबहि लोगन क अंत एक ही तरह स होत ह। साथ ही इ भी बहोत बुरी बात अहइ कि लोग जिन्नगी भर सदा ही बुरे अउर बेवकूफी स भरे विचारन मँ पड़ा रहत हीं अउर आखिर मँ मरि जात हीं। हर उ मनई क बरे जउन अबहिं जिअत अहइ, एक आसा बची अहइ। एहसे कउनो अंतर नाहीं पड़त कि उ कउन अहइ? इ कहावत फुरइ अहइ:

कउनो मरे भए सेर स एक जिअत कूकूर नीक अहइ।

जिअत लोग जानत हीं कि ओनका मरब अहइ। किन्तु मरे भए तउ कछू भी नाहीं जानतेन। मरे भएन क कउनो अउर प्रतिदान नाहीं मिलत। लोग ओनका हाली ही बिसरि जात हीं। कउनो मनई क मरि जाए क पाछे ओकर पिरेम घिना अउर ईर्स्या सब समाप्त होइ जात हीं। मरा भवा मनई संसार मँ जउन कछू होत अहइ, ओहमाँ कबहुँ हींसा नाहीं बटावत।

जिन्नगी क आनन्द ल्या जबकि तू लइ सकत ह

तउ तू अब जा अउर आपन खइया क खा अउर ओकर आनन्द ल्या। आपन दाखमधु पिआ अउर खुस रहा। अगर तू इ सबइ बातन करत अहा तउ इ सबइ बातन परमेस्सर स समर्थित अहइँ। उत्तिम ओढ़ना पहिरा अउर सुन्नर दिखा। जउन पत्नी क तू पिरेम करत अहा ओकरे संग जिन्नगी क भोग करा। आपन अरथहीन जिन्नगी क जेका परमेस्सर तोहका इ धरती मँ दिहस, उ सबइ क बरे जेका तू अपने जिन्नगी मँ पाइ, इ संसार मँ कठिन करम करइ क पाइ, स हर एक दिन क आनन्द ल्या। 10 जेका तू कइ सकत ह, एका तू जेतॅनी उत्तिमता स कइ सकत ह करा। कब्र मँ तउ कउनो काम होइ ही नाहीं। हुआँ न तउ चिन्तन होइ, न गियान अउर न विवेक अउर मउत क उ ठहर क हम सबहिं तउ जात अही।

सौभाग्य? दुर्भाग्य? हम कर का सकित ह?

11 मइँ इ जिन्नगी मँ कछू अउर बातन लखेउँ ह। सबसे जियादा दउड़इवाला सदा ही दउड़ मँ नाहीं जीतत, सक्तीसाली सेना ही जुद्ध मँ सदा नाहीं जीतत। सबसे जियादा बुद्धिमान मनई ही सदा कमाई क नाहीं खात। सबसे जियादा चुस्त मनई ही सदा धन दौलत हासिल नाहीं करत ह अउर एक पढ़ा लिखा मनई ही सदा वइसी तारीफ नाहीं पावत जइसी तारीफ क उ जोग्ग अहइ। जब समय आवत ह तउ हर कउनो क संग बुरी बातन घट जात हीं।

12 कउनो भी मनई इ नाहीं जानत ह कि एकरे पाछे ओकरे संग का होइवाला अहइ। उ जाल मँ फँसी उ मछरी क नाई होत ह जउन इ नाहीं जानत कि आगे का होइ। उ उ जाल मँ फँसी चिरइया क समान होत ह जउन इ नाहीं जानत कि का होइवाला अहइ? इहइ प्रकार मनई ओन विपत्ति मँ फाँस जात अहइ, जे ओन प हाली अहइ।

विवेक क सक्ति

13 इ जिन्नगी मँ मइँ एक मनई क एक विवेकपूर्ण कार्य करत लखेउँ ह अउर मोका इ बहोत महत्वपूर्ण लाग ह। 14 एक ठु नान्ह स नगर भवा करत रहा। ओहमाँ थोड़ा स लोग रहत रहेन। एक बहोत बड़ा राजा ओकरे खिलाफ जुद्ध किहेस अउर नगर क चारिहुँ कइँती आपन फउज लगाइ दिहस। 15 [a] उहइ नगर मँ एक बुद्धिमान मनसेधू रहत रहा। उ बहोत निर्धन रहा। किन्तु उ उ नगर क बचावइ बरे आपन बुद्धि क उपयोग किहस। जब नगर क बिपद टरि गइ अउर सब कछू खतम होइ गवा तउ लोग उ गरीब क बिसारि दिहन। 16 किन्तु मइँ लखइ अहइ कि बल स बुद्धि स्रेस्ठ बाटइ। जदपि लोग गरीब मनई क बुद्धि क नज़र-अन्दाज़ कइ देत अहइ ओका नाहीं सुनत अहइ।

17 धीमे स बोलि गएन, विवेकी क तनिक स सब्द जियादा उत्तिम होत हीं,
    बजाय ओन अइसे सब्दन क जेनका मूरख सासक ऊँची आवाज मँ बोलत ह।
18 बुद्धि, ओन भोलन स अउर अइसी तरवारन स उत्तिम अहइ, जउन जुद्ध मँ काम आवत हीं।
    बुद्धिहीन मुला एउटा मनई, बहोत स उत्तिम बातन नस्ट कइ सकत ह।

तीतुस 1

पौलुस कइँती स जेका परमेस्सर क चुना भआ प्रेरित लोगन क ओनका बिसवास मँ सहायता देइ क बरे अउर हमरे धरम क सच्चाई क पूरा गियान क रहनुमाई क बरे भेजा गवा बा, इ सब, लोगन क परमेस्सर की सेवा क मार्ग बताइ। उ मइँ अइसेन एह बरे करत हुँ कि परमेस्सर क चुने हुअन क अनन्त जीवन क आस बाँधइ। परमेस्सर, जउन कभउँ झूठ नाहीं बोलत, अनादि काल स अनन्त जीवन क बचन दिहे अहइ। उचिते समइ पइ परमेस्सर अपने सुसमाचार क संसार क जानकारी बरे परगट किहेस। उहइ संदेस हमार उद्धारकर्ता परमेस्सर क आज्ञा स मोका सउँपा गवा बा।

हमार समान बिसवास मँ मोर सच्चा बेटवा तीतुस कः हमरे परमपिता परमेस्सर,

अउर उद्धारकर्ता मसीह ईसू कइँती स अनुग्रह अउर सान्ति मिलइ।

क्रीत मँ तीतुस क काम

मइँ तोहे सबन क क्रीत मँ एह बरे छोड़ रेहउँ कि उहाँ कछू अधूरा रही गवा बा, तू ओका ठीकठाक कइ द्या अउर मोरे आदेस क अनुसार हर नगर मँ बुजुर्गन क नियुक्त करा बुजुर्ग क नियुक्त तबहिं कीन्ह जाइ जब उ निर्दोस होइ। एक पत्नी ब्रती होइ। ओकर बचवन बिसवासी होइँ अउर अनुसासनहीनता क दोस ओनपर न लगावा जाइ सकइ। अउर उ पचे निरकुंस भी न होइँ। निरीच्छक निर्दोस अउर कउनउ खराबी स अछूता होइ चाही। काहेकि जेका परमेस्सर क काम सऊँपा गवा बा, ओका अड़ियल, चिड़चिड़ा, बहुत जियादा मदिरा पियइवाला, झगड़ालू, नीच कमाई क लोलुप न होइ चाही। बल्कि ओका तउ अतिथियन क आवभगत करइवाला, नेकी क चाहइवाला, विवेक स भरा धर्मी, भगत, अउर अपने प नियन्त्रण रखइवाला होइ चाही। ओका ओह बिसवास करइ जोग्ग संदेसा क मजबूती स धारण किहे रहइ चाही जेकर ओका सिच्छा दीन्ह गइ अहइ, ताकि उ लोगन क सदसिच्छा दइके ओन्हे प्रबोधित कइ सकइ। अउर जउन एनकर विरोधी होइँ, ओनकर खण्डन कइ सकइ।

10 इ एह बरे इ बहुत जरूरी बा काहेकि उ सबइ बहुत अहइँ अउर उ पचे उपद्रवी होइके व्यर्थ क बात बनावत भए दुसरन क भटकावत हीं। मइँ विसेसरूप स गैर यहूदियन पृष्ठभूमि क लोगन क उल्लेख करत हउँ। 11 ओनकर तउ मुँह बन्द किन्ह देइ जाइ चाही। काहेकि उ पचे जउन बातन नाहीं सिखावइ क बाटिन, ओन्हे सिखावत भए घर बिगाड़त रहत हीं। खराब रस्तन धन कमाइ क बरे ही ओ अइसेन करत हीं। 12 एक क्रीत क नबियन त अपने लोगन क बारे मँ खुद कहे बाटइः “क्रीत क निवासी हमेसा झूठ बोलत हीं, उ पचे जंगली पसु अहइँ, उ सबइ आलसी बाटेन, पेटू अहइँ।” 13 इ कथन सही बा, इही बरे ओनका बलपूर्वक डाँटा-फटकारा ताकि उ सत्य बिसवास क अनुसरण कइ सकइ। 14 यहूदियन क पुरान कथनन अउर ओन्हन लोगन क हुकुमन पइ, जउन सत्य स भटकि गवा हयेन, कउनउ धियान न द्या।

15 पवित्तर लोगन क बरे सब कछू पवित्तर बाटइ, मुला जउन पापे स असुद्ध अहइँ अउर जेनमाँ बिसवास नाहीं बा, ओनके बरे कछू भी पवित्तर नाहीं बा। वरन ओनकर मन अउर विवेक दुइनो हीं असुद्ध अहइँ। 16 उ पचे परमेस्सर क जानइ क दावा करत हीं। मुला ओनकर करम दर्सावत हीं कि ओ पचे ओका जनबइ नाहीं करतेन। उ पचे घृणित अउर आज्ञा क उल्लंघन करइवाला अहइँ। अउर कउनउ अच्छा काम करइ काम क करइ मँ उ असमर्थ अहइँ।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.