Print Page Options
Previous Prev Day Next DayNext

M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
लैव्यव्यवस्था 16

प्रायस्चित क दिन

16 हारून क दुइ पूत यहोवा क सुगन्ध भेंट चढ़ावइ क जतन करइ क समइ मर ग रहेन।[a] एकर पाछे यहोवा मूसा स कहेस, “आपन भाई हारून स कहा कि उ महा पवित्तर ठउर मँ पर्दा क पाछे कउनो टेम जाइ चाहत ह तउ नाहीं जाइ सकत ह। उ पर्दा क पाछे जउन कमरा बाटइ ओहमाँ पवित्तर सन्दूख रखा भवा अहइ। पवित्तर सन्दूख क ऊपर ओकर बिसेस ढकना[b] लाग अहइ। बिसेस ढकना क ऊपर एक ठु बदरे मँ मइँ परगट होब। अगर हारून उ कमरा मँ जात ह तउ उ मरि जाइ।

“प्रायस्चित क दिन पवित्तर ठउर मँ जाइके पहिले हारून क पापबलि क बरे एक ठु बछवा अउ होमबलि बरे एक ठु भेड़ा क महा पवित्तर ठउर क दुआरे क अगवा जरूर भेंट करइ चाही। हारून आपन पूरा सरीर क पानी डाइके धोइ। तब हारून इ सबइ ओढ़नन क पहिरी। सन क नीचे क ओढ़ना सरीर स सटा होइहीं। उ सन स बना भवा कमर बन्द बान्ध लेइहीं। तउ हारून सन क पगड़ी बाँधी। इ सबइ पवित्तर ओढ़ना अहइँ।

“हारून क इस्राएल क लोगन स दुइ ठु बोकरा पापबलि क रूप मँ अउ एक ठु भेड़ा होमबलि क रूप मँ जरूर लेइ चाही। तब हारून बछवा क पापबलि क रूप मँ चढ़ाइ। इ बलि ओकरे अपने बरे अहइ। तब हारून उ अउ ओकर परिवार बरे प्रायस्चित करी।

“एकरे पाछे हारून दुइ बोकरा लेइ अउ मिलापवाला तम्बू क दुआरे पइ यहोवा क समन्वा लिआइ। हारून दुइनउँ बोकरन बरे चिट्ठी डाइ। एक चिट्ठी यहोवा बरे होइ। दूसरी चिट्ठी अजाजेल बरे होइ।

“तब हारून चिट्ठी डाइके यहोवा खातिर चुना गवा बोकरा क भेंट चढ़ाइ। हारून क इ बोकरा क पापबलि बरे चढ़ावइ चाही। 10 मुला चिट्ठी डाइके अजाजेल बरे चुना गवा बोकरा यहोवा क समन्वा जरूर जिअत लइ आवा जाइ चाही। याजक ऐसे ओकर पाप बरे प्रायस्चित करी। तब इ बोकरा मरूभूमि मँ अजाजेल क लगे पठवा जाइ।

11 “तब हारून आपन बरे बछवा क पापबलि रूप मँ चढ़ाइ। हारून अपने अउ आपन परिवार बरे प्रायस्चित करी। हारून बछवा क अपने बरे पापबलि क रूप मँ मारी। 12 तब ओका वेदी स आगी क एक ठु तसला अंगारा स भरा भवा यहोवा क समन्वा लइ आवइ चाही। हारून दुई मुट्ठी भइ उ महकइवाली सुगन्धित धूप लेइ जउन महीन पीसी गइ अहइ। हारून क पर्दा क पाछे कमरा मँ उ सुगन्धि क लिआवइ चाही। 13 हारून क यहोवा क समन्वा सुगन्धि क आगी मँ जरूर डावइ चाही। तबहिं सुगन्धि स भरी धूप क धुआँ क बदर साच्छीपत्र क ऊपर क बिसेस ढकना क ढाँकि लेइ। इ तरह हारून नाहीं मरी। 14 साथ ही साथ हारून क बछवा क कछू रकत अपनी अँगुरियन पइ लइ चाही अउ ओका बिसेस ढकना क पूरब कइँती छिछकारइ चाही। एकरे समन्वा उ सात दाई जरूर अंगुरी स रकत छिछकारी।

15 “एकरे पाछे हारून क लोगन बरे पापबलि क रुप मँ बोकरा क मारइ चाही। हारून क बोकरा क रकत पर्दा क पाछे कमरा मँ जरूर लावइ चाही। हारून क बोकरा क रकत क प्रयोग वइसा ही करइ चाही जइसा बछवा क रकत क किहस। हारून क उ ढकना पइ अउर ढकना क समन्वा बोकरा क खून जरूर छिछकारइ चाही। 16 अउर ओका इस्राएल क लोगन क असुद्धता स, अउ ओकर अपराधन अउर पापन स महा पवित्तर ठउर क सुद्ध करइ बरे प्रायस्चित करी चाही। हारून क इ इहइ मिलापवाला तम्बू बरे करइ चाही जउन असुद्ध लोगन क बीच मँ बाटइ।

17 “जउने समइ हारून महा पवित्तर ठउर सुद्ध करइ, उ समइ कउनो मनई मिलापवाला तम्बू मँ नाहीं होइ चाही। कउनो मनई क ओकरे भीतर तब तलक नाहीं जाइ चाही जब तलक हारून बाहेर न आइ जाइ। इ तरह, हारून आपन क, आपन परिवार क अउर इस्राएल क सबहिं लोगन बरे प्रायस्चित करी। 18 तब हारून उ वेदी पइ जाइ जउन यहोवा क समन्वा बाटइ। हारून वेदी बरे प्रायस्चित करी। हारून बछवा अउ बोकरा क कछू रकत लइके वेदी क चारिहुँ कइँती अउ कोना पइ लगाइ। 19 तब हारून कछू रकत आपन अँगुरियन स वेदी पइ सात दाई छिरकी। इ तरह हारून इस्राएल क लोगन क सबहिं पापन स वेदी क सुद्ध अउ पवित्तर करी।

20 “हारून महा पवित्तर स्थान, मिलापवाला तम्बू अउ वेदी बरे प्रायस्चित करी। इ सबइ काम क पाछे हारून यहोवा क लगे जिअत बोकरा क लिआई। 21 हारून आपन दुइनउँ हाथन क जिअत बोकरा क मूँड़े पइ धरी। तब हारून बोकरा क ऊपर इस्राएल क लोगन क अपराध अउ पाप क कबूली। इ तरह हारून लोगन क पापन क बोकरा क मूँड़े पइ डाइ। तब उ बोकरा क दूर रेगिस्तान मँ पठइ। एक मनई बगल मँ बोकरा क लइ जाइके बरे खड़ा होइ। 22 इ तरह बोकरा सबहिं लोगन क पाप अपने ऊपर सूना रेगिस्तान मँ लइ जाइ। जउन मनई बोकरा क लइ जाइ उ रेगिस्तान मँ ओका खुला छोड़ि देइ।

23 “तब हारून मिलापवाला तम्बू मँ जाई। उ सन क ओन उत्तिम ओढ़नन क पहिरिही जेनका उ महा पवित्तर स्थान मँ जात समइ पहिरे रहा। ओका ओन ओढ़नन क हुअँइ तजइ चाही। 24 उ आपन पूरा सरीर क एक पवित्तर जगह मँ पानी स धोई। तब उ आपन दूसर खास ओढ़नन क पहिरी। उ बाहेर आइ अउर आपन होमबलि अउर लोगन क होमबलि चढ़ाइ। उ आपन क अउ लोगन क पाप बरे प्रायस्चित करी। 25 तब उ वेदी पइ पापबलि क चबीर् क चढ़ाइ।

26 “जउन मनई बोकरा क अजाजेल क लगे लइ जाइ, उ आपन ओढ़ना अउ आपन पूरा सरीर क पानी स धोवइ चाही। ओकरे पाछे उ मनई सिबिर मँ वापिस आइ सकत ह।

27 “पापबलि क बछवा अउर बोकरा क सिबिर स जरूर बाहेर लइ जाइ चाही। (उ पसुअन क रकत पवित्तर ठउरे मँ पवित्तर चीजन बरे प्रायस्चित करइ बरे लिआवा ग रहा।) याजक ओन पसुअन क चाम, सरीर अउ सरीरे क मल आगी मँ बारी। 28 तब ओन चीजन क बारइवाला मनई क आपन ओढ़ना अउ पूरा सरीर क पानी डाइके धोवइ चाही। ओकरे पाछे उ मनई डेरा मँ आइ सकत ह।

29 “इ नेम तोहरे बरे सदा रही। सतएँ महीना क दसवें दिन तू पचन क जरूर उपवास करइ चाही। तू पचन क कउनो काम नाहीं करइ चाही। तोहरे संग रहइवाला नागरिक या विदेसी भी कउनो काम नाहीं कइ सकिहीं। 30 काहेकि उ दिन याजक तोहका सुद्ध किहेस ह अउ तोहरे पापन्क बरे प्रायस्चित किहेस ह। तब तू पचे यहोवा बरे सुद्ध होब्या। 31 इ दिन तोहरे बरे आराम करइ क बिसेस दिन अहइ। तोहका सबन क इ दिन उपवास करइ चाही। इ नेम सदा बरे होइ।

32 “तउ उ मनई जउन महा याजक बनइ बरे अभिसेक किहेस ह इ चीजन सुद्ध करइ बरे प्रायस्चित करी। इ उहइ मनई अहइ जेका ओकरे पिता क मउत क पाछे महा याजक क रुप मँ सेवा बरे तय कीन्ह ग अहइ। उ याजक क सन क पवित्तर ओढ़ना धारण करइ चाही। 33 ओका पवित्तर स्थान, मिलापवाला तम्बू अउ वेदी क सुद्ध करइ चाही अउ ओका याजक अउ इस्राएल क सबहिं लोगन क सुद्ध करइ चाही। 34 इस्राएल क लोगन क प्रायस्चित करइ क इ नेम सदा ही रही। तोहका इ सबइ बरिस मँ एक दाईं जरूर करइ चाही।”

एह बरे उ पचे उहइ किहेन जउन करइ क यहोवा मूसा क आदेस दिहे रहा।

भजन संहिता 19

संगीत निर्देसक बरे दाऊद क एक ठु पद।

अकास परमेस्सर क महिमा बखानत ह,
    अउ अकासमण्डल परमेस्सर क उत्तिम सबइ रचना क देखाँवत ह।
हर नवा दिन ओकर नई कथा कहत ह,
    अउ हर रात परमेस्सर क नई-नई सक्तियन क परगट करत ह।
हुवाँ न कउनो भासन या सब्दन होइ।
    न कउनो आवाज़ सुनाइ पड़त।
मुला ओकर “वाणी” भूमण्डल मँ बियापत ह
    अउर ओकर “सब्दन” धरती क छोर तलक पहोंचत हीं।

ओनमाँ उ सूरज बरे एक घर जइसा तय्यार किहस ह।
    सूरज नवखिल दुल्हा क नाई आपन सयन कच्छ स निकरत ह।
सूरज आपन राहे पइ अकास क पार करइ निकरि पड़त ह,
    जइसे कउनो खिलाड़ी आपन दउड़ पूरी करइ बरे तइयार होइ।
अकासे क एक छोर स सूरज चल पड़त ह अउर ओह पार पहोंचइ क, उ सारी राह दउड़त रहत ह।
    अइसी कउनो वस्तु नाहीं जउन आपन क ओकरी गर्मी स छुपाइ लेइ।
    यहोवा क उपदेस भी अइसेन ही होत हीं।

यहोवा क सिच्छन सम्पूर्ण होत हीं,
    इ सबइ भक्त जनन क सक्ती देत हीं।
यहोवा क करार पइ भरोसा कीन्ह जाइ सकत ह।
    जेनके लगे बुद्धि नाहीं अहइ इ ओनका सुबुद्धि देत ह।
यहोवा क नेम निआव स पूरा होत हीं,
    उ सबइ लोगन्क खुसी स भरि देत हीं।
यहोवा क आदेस उत्तिम अहइँ,
    उ सबइ मनइयन क जिअइ क नई राह देखाँवत हीं।

यहोवा क आराधना प्रकास जइसी होत ह,
    इ तउ सदा सर्वदा जोति स भरी रही।
यहोवा क निआव निस्पच्छ होत हीं,
    उ सबइ पूरी तरह निआव स पूरा होत हीं।
10 यहोवा क उपदेस उत्तिम सुबरन अउ कुन्दन स भी बढ़िके मनोहर अहइँ,
    उ सबइ उत्तिम सहद स भी जियादा मधुर अहइँ, जउन सोझ सहद क छत्ता स टपक आवत ह।
11 हे यहोवा, तोहार उपदेस तोहरे सेवक क आगाह करत हीं।
    अउर जउन ओनकइ पालन करत हीं ओनका तउ बरदान मिलत ह।

12 हे यहोवा, आपन सबहिं दोसन क कउनो नाहीं लख पावत।
    एह बरे तू मोका ओन पापन्स बचावा जउन एकान्त मँ छुपिके कीन्ह जात हीं।
13 हे यहोवा, मोका ओन पापन्क करइ स बचावा जेनका मइँ करइ चाहत हउँ।
    ओन पापन्क मोह पइ सासन न करइ द्या।
अगर तू मोका बचावत ह तउ मइँ इमानदारी स भरि भवा होइ सकत हउँ
    अउ बहोत सारा पापन्स मुक्त होइ सकत हउँ।
14 मोका आसा अहइ कि, मोर वचन अउ चिंतन तोहका प्रसन्न करिहीं।
    हे यहोवा, तू मोर चट्टान, अउर मोर बचावइवाला अहा।

नीतिवचन 30

याके क पूत आगूर क सूक्तियन

30 इ सबइ सूक्तियन आगूर क अहइँ, जउन याके क पूत रहा। इ पुरुस ईतीएल अउ उक्काल स कहत ह।

मइँ महा बुद्धिहीन हउँ। मोहमाँ मनई क समुझदारी बिल्कुल नाहीं अहइ। मइँ बुद्धि नाहीं पाएउँ अउर मोरे लगे उ पवित्तर क गियान नाहीं अहइ। सरग स कउनो नाहीं आवा अउर हुआँ क रहस्य लिआइ सका पवन क मूठी मँ कउनो नाहीं बाँधि सका। कउनो नाहीं बाँधि सका पानी क ओढ़ना मँ अउर कउनो नाहीं जानि सका धरती क छोर। अउर अगर कउनो एन बातन क करि सका ह, तउ मोहसे कहा, ओकर नाउँ अउर नाउँ ओकरे पूत क मोका बतावा, अगर तू ओका जानत अहा।

परमेस्सर क सब्द दोखरहित होत ह, जउन कउनो भी ओकरी सरण जात हीं उ ओनकर ढाल होत ह। तू ओकरे सब्दन मँ कछू जिन बढ़ा। नाहीं तउ उ तोहका सजा दइ अउर झूठा ठहराइ।

हे यहोवा, मइँ तोहसे दुइ बातन माँगत हउँ: ओनका मोरे मउत स पहिले इनकार जिन करा। तू मोहसे मिथ्या क, छल क दूर रखा। मोका दरिद्र जिन करा अउर न ही मोका धनी बनावा। मोका बस रोज खाइ क देत रहा। कहूँ अइसा न होइ जाइ बहोत कछू पाइके मइँ तहका तजि देउँ, अउर कहइ लागूँ “कउन परमेस्सर अहइ?” अउर जदि निर्धन बनउँ अउर चोरी करउँ, अउर इ तरह मइँ आपन पमेस्सर क नाउँ क लजाउँ।

10 तू सुआमी स सेवक क निन्दा जिन करा नाहीं तउ तोहका, उ अभिसाप देइ अउर तोहका ओकर भरपाइ करइ क होइ।

11 अइसे भी होत हीं जउन आपन बाप क कोसत हीं, अउर आपन महतारी क धन्न नाहीं कहत हीं।

12 होत हीं अइसे भी, जउन आपन आँखिन मँ तउ पवित्तर बने रहत हीं किन्तु अपवित्तरता स आपन नाहीं धोवा होत हीं।

13 अइसे भी लोग अहइ जउन सोचत हीं कि उ पचे बहोत नीक अहइ। उ पचे सोचत हीं कि उ पचे दूसर स बेहतर अहा।

14 अइसे भी होत हीं जेनकर दाँत कटार अहइँ अउर जेनकर जबड़न मँ खंजर जड़ा रहत हीं जेहसे उ पचे इ धरती क गरीबन क हड़प जाँइ, अउर जउन मानवन मँ स अभावग्रस्त अहइँ ओनका उ पचे लील लेइँ।

15 जोंक क दुइ बिटियन होत हीं उ पचे सदा चिचियात रहत हीं, “द्या, द्या।” तीन चिजियन अइसी अहइँ जउन कबहुँ नाहीं अघातिन अउर चार अइसी जउन कबहुँ बस नाहीं कहतिन। 16 कब्र, बाँझ कोख अउर धरती जउन जल स कबहुँ आघात नाहीं, अउर उ आगी जउन कबहुँ “बस” नाहीं कहतिन।

17 जउन आँखिन आपन ही बापे पइ हँसत हीं, अउर महतारी क बात मानइ स घिना करत ह, घाटी क कउआ ओका नोंच लेइहीं अउर ओका गीध खाइ जइहीं।

18 तीन बातन अइसी अहइँ जउन मोका बहोत विचित्र लागत हीं, अउर चउथी अइसी जेका मइँ समुझ नाहीं पावत हउँ। 19 अकासे मँ उड़त भए गरूड़ क मारग, अउर लीक नाग क जउन चट्टान पइ चला, अउर महासागरे पइ चलत जहाज क राह अउर उ पुरूस क मारग जउन कउनो कामिनी क पिरेम जाल मँ बँधा होइ।

20 बिभीचारी मेहरारू क स्वभाव अइसी होत ह, उ खात रहत अउर आपन मुँह पोंछ लेत, अउर कहा करत ह, “मइँ तउ कछू भी बुरा नाहीं किहेउँ।”

21 तीन बातन अइसी अहइँ जेनसे धरती काँपत ह अउर एक चउथी अहइ जेका उ सह नाहीं कइ पावत। 22 दास जउन राजा बन जात अउर मूरख जेकर लगे प्रयाप्त भोजन होत ह, 23 अउर अइसी मेहरारू जेहसे घिना करत ह अउर अइसी दासी जउन सुआमिनी क जगह लइ लेइ।

24 चार जीव धरती पइ क अइसा अहइ जउन कि बहोत छुद्र अहइँ मुला ओनमाँ बहोत जियादा विवेक भरा भवा अहइ।

25 चींटियन जेनमाँ सक्ती नाहीं होत हीं फुन भी उ पचे गर्मी मँ आपन खइया क बटोरत हीं,

26 बिज्जू (सापान) दुर्बल प्राणी अहइँ फुन भी उ पचे कड़ी चट्टानन मँ आपन घर बनावत हीं,

27 टिड्डियन क कउनो भी राजा नाहीं होत ह फुन भी उ पचे पंक्ति बाँधिके साथ अगवा बढ़त हीं।

28 अउर उ छिपकिली जउन जब सिरिफ हाथ स ही धरी जाइ सकत ह, फुन भी उ राजा क महलन मँ पाई जात ह।

29 तीन प्राणी अइसे अहइँ जउन आन-बान स चलत हीं, किन्तु नाहीं, दर असल उ चार अहइ:

30 एक सेर, जउन सबहिं पसुअन मँ सक्तीवाला होत ह, जउन कबहुं कउनो स नाहीं डेरात,

31 घमण्डी चाल स चलत भवा मुर्गा अउ एक बोकरा अउर उ राजा जउन आपन सेना क अगवाइ करत ह।

32 तू जदि कबहुँ आपन बेवकूफी क कारण स घमण्डी हो जात ह अउर दूसर क बिरुद्ध जोजना बनावत ह तउ एका बन्द करा अउर जउन तू करत ह ओकरे बरे सोच्या।

33 जइसे मथानी स दूध निकरत ह माखन अउर नाक मरोड़इ स लहू निकरि आवत ह वइसे ही जगाउब किरोध क होत ह झगड़न क भड़काउब।

1 तीमुथियुस 1

पौलुस कइँती स जउन हमार उद्धारकर्ता परमेस्सर अउर हमार आसा मसीह ईसू क हुकुम स मसीह ईसू क प्रेरित बना बा,

तीमुथियुस क जउन बिसवासे मँ मोर सच्चा बेटवा बा,

परमपिता परमेस्सर अउर हमरे पर्भू ईसू मसीह कइँती स अनुग्रह, दया अउर सान्ति मिलइ।

झूठा उपदेसन क विरोध मँ चेतावनी

मैसिडोनिया जात समइ मइँ तोह सबन स जउन इफिसुस मँ ठरहा रहइ क कहे रहेउँ, मइँ अबहुँ उही आग्रह-क दोहरावत रहेउँ। ताकि तू उहाँ कुछ लोगन क झूठा उपदेस देत रहइ, कल्पना स भरी कहानी अउर अनन्त वंसावलिन पर जउन लड़ाई-झगड़ा क बढ़ावा देत हीं, अउर परमेस्सर क ओह प्रयोजन क सिद्ध नाहीं होइ देत हीं, जउन बिसवासे पर टिका बा, धियान देइ स रोक सकइँ एह आग्रह क प्रयोजन बा उ पिरेम जउन पवित्तर हिरदय, उत्तिम चेतना अउर छल रहित बिसवास स पैदा होत ह। कछू जने तउ इन बातन स छिटक क भटक गवा अहइँ अउर बेकार क वाद विवादन मँ जाईके फँसा बाटेन। उ पचे व्यवस्था क उपदेसक तउ बनई चाहत हीं, मुला जउन कछू उ कहत रहेन य जेन्हन बातन पइ वो बहुत बल देत हयेन, ओन्हन तक क ओ सबइ नाहीं समझतेन।

हम अब इ जानित ह कि अगर केउ व्यवस्था क ठीक ठीक तरह स प्रयोग करइ, त व्यवस्था उत्तिम बाटइ। मतलब इ जानइ क बा कि व्यवस्था धर्मियन क बरे नाहीं बल्कि अबिसवासी, पापी, अउर अपवित्तर अधर्मियन, महतारी बाप क मारी डावइवालन, हतियारन, 10 व्यभिचारिन, समलिंग कामुकन, सोसण कर्ता लोगन, झूठ क बोलवइयन, कसम तोड़इवालन या अइसेन हीं अन्य कामन क बरे बा, जउन सिच्छा क विरोध मँ बा। 11 उ सिच्छा परमेस्सर क महिमामय सुसमाचार क अनुसार बा। उ सुधन्य परमेस्सर स मिलत ह। अउर सुसमाचार क मोहका सँउपा गवा बा।

परमेस्सर क अनुग्रह क धन्यबाद

12 मइँ, हमार पर्भू ईसू मसीह क धन्यबाद करत हउँ। मोका उहइ सक्ती दिहेस ह। उ मोका बिसवासी समझिके अपने सेवा मँ तैनात किहे बाटइ। 13 जद्यपि पहिले मइँ ओकर अपमान करइवाला, सतावइवाला अउर एक बिनयरहित मनई रहेउँ। मुला मोहे पइ दया कीन्ह गइ काहेकि एक अबिसवासी क रूपे मँ इ नाहीं जानत भए कि मइँ का कछू करत हउँ मइँ सब कछू किहेउँ। 14 अउर पर्भू इ अनुग्रह मोका बहुतायत स मिला ह अउर साथे ही उ बिसवास अउर पिरेम उ जउन मसीह ईसू मँ बा।

15 इ कथन सही बा अउर सब केउ क स्वीकार करइ जोग्ग बा कि मसीह ईसू एह संसारे मँ पापियन क उद्धार करइ बरे आई-बाटइ। सच मइँ तउ सबसे बड़ा पापी हउँ। 16 अउर इही बरे तउ मोहे पइ दया कीन्ह गइ। कि मसीह ईसू एक बड़इका पापी क रूपे मँ मोर उपयोग करत आगे चलिके जउन लोग ओहमाँ बिसवास ग्रहण करिहीं, ओनके बरे अनन्त जीवन मिलइ बरे एक उदाहरण क रूप मँ मोका स्थापित कइके आपन असीम सहनसीलता देखॉइ सकइ। 17 अब उ अनन्त सम्राट अविनासी, अदृस्य एक मात्र परमेस्सर क युग युगान्तर तक सम्मान अउर महिमा होत रहइ। आमीन।

18 मोर बच्चा तीमुथियुस! नबियन क बचनन क अनुसार बहुत पहिले स ही तोहरे सम्बन्धे मँ जउन भविस्सबाणियन कइ दीन्ह गइ रहिन, मइँ तोहका इ हुकुम देत अही जम कइ ताकि तू ओनके अनुसार 19 बिसवास अउर उत्तम चेतना स सहित होइके नेकी क लड़ाई जम कइ लड़ सका। कछू अइसेन हयेन जेनकर उत्तिम चेतना अउर बिसवास रूपी जहाज बूड़ गवा बा। 20 हुमिनयुस अउर सिकन्दर अइसेन ही हयेन। हम ओनका सइतान क सँउप दिहे हई ताकि ओनका परमेस्सर क विरोध मँ परमेस्सर क निन्दा करइ स रोकई क पाठ पढ़ावा जाइ सकइ।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.