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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
लैव्यव्यवस्था 6

दूसर पाप बरे दोखबलि

यहोवा मूसा स कहेस, “एक मनई यहोवा क समन्वा दोखी समुझा जाइ अगर उ एनमाँ स कउनो कार्य करत ह: उ एक पड़ोसी क उ सामान जउन ओका देखरेख करइ बरे दीन्ह ग अहइ क बरे छल कइ सकत ह, या उ वस्तु क आपन खुद क लइ ले सकत ह, या उ कछू चोराइ सकत ह, या आपन पड़ोसी क ठग सकत ह, या ओका कउनो क हेरान चीज मिलइ अउर तब उ ओकरे बारे मँ लबार बोल सकत ह या कउनो मनई कछू करइ क झूठा बचन दइ सकत ह या उ कउनो अइसा अपराध कइ सकत ह जउन दूसर लोग करत ह। अगर कउनो मनई अइसा पाप ओनमाँ स करत ह अउ उ दोखी होत ह, ओका उ जरूर वापिस करइ चाही जउन उ चुराएस ह, या उ लाभ जउन उ ठगी स प्राप्त किहेस ह, या उ सामान जउन देखरेख बरे लिहस ह, या उ खोया भवा सामान जउन उ पाएस ह, क जरूर वापिस करइ चाही। या जउन कउनो क बारे मँ झूठ बचन दीन्ह ग होइ, उ ओका ओन वस्तुअन क पूरा दाम चुकावइ चाही अउर तब ओका चीज क दाम क पाँचवाँ हींसा अलावा देइ चाही। ओका असली मालिक क धन जरूर देइ चाही। ओका इ उहइ दिन करइ चाही जउने दिन उ दोखबलि लिआवइ। उ व्यक्ति क दोखबलि याजक क लगे जरूर लिआवइ चाही। इ जरूर झुण्ड स एक भेड़ा होइ चाही। भेड़ा मँ कउनो दोख नाहीं होइ चाही। इ जरूर उहइ दाम क होइ चाही जउन याजक कहइ। इ यहोवा बरे दोखबलि होइ। तब याजक यहोवा क समन्वा उ मनई क ओन पापन क पछतावा करी अउ उ व्यक्ति सभी चीजन बरे छिमा पाइ जेनका उ किहेस अउ उ दोखी होइ गवा।”

होमबलि

यहोवा मूसा स कहेस, “हारून अउ ओकरे पूतन क इ हुकुम द्या: होमबलि क वेदी क अगी कुण्ड मँ पूरी रात भिन्सार होइ तलक जरूर राखइ चाही। वेदी क आगी क वेदी प जरूर बरत रहइ चाही। 10 याजक क सन क उत्तिम रेसा क बना भवा चोगा जरूर पहिरइ चाही। ओका आपन तन स चिपका जाँघिया पहिरइ चाही। तब याजक क होमबलि प पूरी तरह स जरि जाइ क पाछे वेदी स बची भइ राखी क उठावइ चाही। याजक क वेदी क बगल मँ राखी जरूर राखइ चाही। 11 तब याजक क आप ओढ़ना क उतारइ चाही अउ दूसर ओढ़ना पहिरइ चाही। तब ओका डेरा स बाहेर साफ ठउर प राखी लइ जाइ चाही। 12 मुला वेदी प आगी क जरूर बरत रहइ चाही। एका बुझइ नाहीं देइ चाही। याजक क रोज भिन्सारे वेदी प काठ जरूर बारइ चाही। ओका वेदी प होमबलि जरूर रखइ चाही। ओका मेलबलि क चबीर् जरूर बारइ चाही। 13 वेदी प आगी लगातर बरत रहइ चाही। एका बुझइ नाहीं चाही।

अन्नबलि

14 “अन्नबलि क इ नेम अहइ कि हारून क पूतन क वेदी क समन्वा यहोवा बरे अन्नबलि जरूर लावइ चाही। 15 याजक क अन्नबलि मँ स मूठी भइ उत्तिम ऍकर आटा, ऍकर तेल अउ ऍकर लोहबान लेइ चाही अउ ऍका वेदी पइ बारइ चाही। इ यहोवा बरे एक खुसबूदार अउर स्मृति भेंट होइ।

16 “हारून अउ ओकरे बेटहनन क बची भइ अन्नबलि क खाइ चाही। अन्नबलि एक तरह क अखमीरी रोटी क भेंट अहइ। याजक लोगन क इ रोटी पवित्तर ठउर मँ खाइ चाही। ओनका मिलापवाला तम्बू क आँगन मँ अन्नबलि खाइ चाही। 17 अन्नबलि खमीर क मिलइके जरूर नाहीं पकावइ चाही। मइँ इ ओनका आपन उपहार मँ स ओकर हींसा दिहेस ह। इ पापबलि अउ दोखबलि क नाईं बहोतइ पवित्तर बाटइ। 18 हारून क पूतन मँ स हर एक यहोवा क चढ़ाइ भइ भेंट स खाइ सकत ह। इ तोहरी पीढ़ियन बरे सदा नेम बाटइ। जउन कउनो ऍका छुअब उ जरूर पवित्तर होइ चाही।”[a]

याजक लोगन क अन्नबलि

19 यहोवा मूसा स कहेस, 20 “हारून अउ ओकरे बेटवन क जउन अन्नबलि लइ आवइ चाही उ इ अहइ। ओनका इ उ दिना ही करइ चाही जउने दिन हारून क अभिसेक भवा रहा। ओनका हमेसा एपा क दसवाँ हींसा महीन आटा अन्नबलि बरे जरूर लेइ चाही। ओनका ऍकर आधा भिन्सारे अउ आधा साँझ मँ लइ आवइ चाही। 21 उत्तिम महीन आटे मँ तेल जरूर डावइ चाही अउ ओका कड़ाही मँ जरूर भँजइ चाही। जब इ भुँज जाइ तब ऍका जरूर भीतर लिआवइ चाही। भेंट पूर्ण रूप स जरूर टूकन मँ तोड़वइ चाही। तू पचन क यहोवा क चूरमा क भेंट जरूर चढ़ावइ चाही ऍकर सुगन्धि यहोवा क खुस करी।

22 “हारून क सन्तानन मँ स, जउन हारून क जगह पइ अभिसिक्त अहइ, क इ अन्नबलि यहोवा बरे चढ़ावइ चाही। इ नेम हमेसा बरे अहइ। अन्नबलि यहोवा बरे पूर्ण रूप स जरूर जरावइ चाही। 23 याजक क हर एक अन्नबलि पूरी तरह जरावइ चाही। एका खाई नाहीं चाही।”

पापबलि क नेम

24 यहोवा मूसा स कहेस, 25 “हारून अउ ओकरे पूतन स कहा: पापबलि बरे इ नेम अहइ कि पापबलि क हुवँइ मारा जाइ चाही जहाँ यहोवा क समन्वा होमबलि क मारा जात ह। इ बहोतइ पवित्तर बाटइ। 26 उ याजक क ऍका खाइ चाही, जउन पापबलि चढ़ावत ह। ओका पवित्तर ठउरे प मिलापवाला तम्बू क आँगन मँ एका खाइ चाही। 27 कउनो मनई जउन पापबलि क गोस क छुअत ह ओका पवित्तर होइ चाही।

“अगर छिछकारा भवा रकत कउनो मनई क ओढ़ना प पड़त ह तउ ओन ओढ़नन क जरूर धोइ चाही। तू पचन क ओन ओढ़नन क सिरिफ एक पवित्तर ठउरे मँ ही धोवइ चाही। 28 अगर पापबलि कउनो माटी क बासन मँ उबाली जाइ, तउ उ बासन क जरूर फोड़ देइ चाही। अगर पापबलि क काँसा क बासन मँ उबाला जाइ, तउ बासन क जरूर माँजा जाइ अउ पानी स धोवा जाइ।

29 “याजक परिवारे क कउनो मनई पापबलि क खाइ सकत ह। इ सबन्त पवित्तर बाटइ। 30 मुला अगर पापबलि क रकत पवित्तर ठउर प पछतावा करइ बरे मिलापवाला तम्बू मँ लइ जाइ। तउ पापबलि क आगी मँ बारि देइ चाही। याजकन क उ पापबलि जरूर नाहीं खाइ चाही।

भजन संहिता 5-6

बाँसुरी क बजनिया निर्देसक बरे दाऊद क गीत।

हे यहोवा, मोरे सब्द क सुना
    अउर तू ओकर सुध ल्या जेका तोका कहइ क मइँ जतन करत हउँ।
हे मोरे राजा, मोर परमेस्सर मोर दुहाइ पइ धियान द्या,
    काहेकि मइँ तोहसे ही पराथना करत हउँ।
हे यहोवा, हर भिंसारे तोहका, मइँ आपन भेंटन क अर्पण करत हउँ।
    तू ही मोर सहायक अहा।
मोर निगाह तोहे पइ लागि अहइ अउर तू ही मोर पराथना हर भिंसारे सुनत अहा।

तू अइसा परमेस्सर नाहीं जउन झूठे देवतन क नाईं दुट्ठता क चाहत ह।
    बद लोग तोहरे चारिहुँ कइँती नाहीं रहइ सकतेन!
सेखी हाँकइ वाला लोग तोहार समन्वा नाहीं रुक सकतेन
    जउन दुस्टता करत ह तू ओनसे नफरत करत ह।
जउन झूठ बोलत हीं ओनका तू नस्ट करत ह।
    यहोवा अइसेन मनइयन स घिना करत ह, जउन दूसर लोगन क नोस्कान पहुँचावइ क सड़यन्त्र रचत रहत हीं।

मुला हे यहोवा, तोहरी अपार करुणा स मइँ तोहरे मन्दिर मँ आउब।
    हे यहोवा, मोका तोहार डर अहइ मइँ सम्मान तोहका देत अहउँ।
    एह बरे मइँ तोहरे पवित्तर मन्दिर कइँती निहुरिके तोहार पइलगी करब।
हे यहोवा, तू मोका आपन नेकी क राह देखाँवा।
    तू आपन राह क मोरे समन्वा सोझ करा
काहेकि मइँ दुस्मनन स
    घिरा भवा अहउँ।
उ सबइ लोग फुरइ नाहीं बोलतेन।
    उ सबइ लबार अहइँ, जउन फुरइ क तोड़त मरोड़त रहत हीं।
ओनकर मुँह खुली कब्र क नाई अहइँ।
    उ सबइ अउरन स उत्तिम चिकनी-चुपरी बातन करत उ पचे ओनका बस जालि मँ फँसावा चाहत हीं।
10 हे परमेस्सर, ओनका सजा द्या।
    ओनकर आपन ही जालन मँ ओनका अरझइ द्या।
इ सबइ लोग तोहरे खिलाफ होइ ग अहइँ,
    ओनका ओनकर आपन ही बहोत स पापन क सजा द्या।
11 मुला जउन परमेस्सर मँ आस्था धरत रहत हीं, उ सबइ प्रसन्न होइँ अउ उ सबइ सदा सदा ही आनन्दित रहइँ।
    हे परमेस्सर, तू ओनकर रच्छा करा अउर ओनका सक्ती द्या जउन लोग तोहरे नाउँ स पिरेम राखत हीं।
12 हे यहोवा, तू निहचय ही धर्मी क आसिस देत ह।
    आपन कृपा स तू ओन पचन्क एक ठु बड़की ढ़ाल बनिके फुन ढक लेत ह।

सौमिनिथ सैली क तार वाद्य क संग निर्देसक बरे दाऊद क एक ठु गीत।

हे यहोवा, जब तू किरोध मँ होब्या तउ मोका सज़ा मत द्या।
    मोका मत सुधारा जब तू बहोत कोहाइ भवा ह्वा।
हे यहोवा, मोहे प दाया करा।
    मइँ रोगी अउ दुर्बल अहउँ।
मोरे बेरामियन क हर ल्या।
    मोर हाड़ काँपत हीं।
    मोर समूचा देह थर-थर काँपत ह।
हे यहोवा, मोर भारी दुःख तू कब तलक रखब्या।
हे यहोवा, मोका फुन स बलवान करा।
    तू महा दयावान अहा, मोर रच्छा करा।
मरे भए लोग तोका आपन कब्रन मँ याद नाहीं करतेन।
    मउत क देस मँ उ पचे तोहार स्तुति नाहीं करतेन। एह बरे मोका बचावा।

हे यहोवा, सारी रात मइँ तोहका पुकारत रहत हउँ।
    मोर बिछउना मोरे आँसुअन स भीज गवा ह।
मोरे बिछउना स आँसू टपकत रहत हीं।
    तोहरे बरे मइँ रोवत भवा छीन होइ गवा हउँ।
मोर दुस्मनन मोका बहुतेरा दुःख दिहन।
    इ मोका सोक मँ डाइके अउर बहोत दुःखी कइ डाएन अउर अब मोर अँखियन बिलखइ स थकी भइ हारी अउर दुर्बल अहइँ।

अरे ओ दुर्जन लोगो, तू मोसे दूर हटा।
    काहेकि यहोवा मोका रोवत भवा सुनि लिहस ह।
मोर बिनती यहोवा क काने तलक पहोंच चुकी बाटइ
अउर मोरी पराथना क सुनिके यहोवा जवाब दइ दिहस ह।

10 मोर सबहिं दुस्मनन डर जाईं अउ निरास होइहीं।
    कछू अचानक ही घटित होइ अउर उ फुन स अपमानित कीन्ह जाइहीं।

नीतिवचन 21

21 राजा लोगन क मन यहोवा क हाथे होत ह, जहाँ भी उ चाहत ह ओका मोड़ देत ह वइसे ही जइसे कउनो किसान पानी क खेते क।

सबहिं क आपन-आपन राहन उत्तिम लागत हीं; मुला यहोवा तउ मने क तउलत ह।

तोहार उ करम क करब जउन उचित अउर नेक अहइ यहोवा क जियादा चढ़ावा चढ़ावइ स ग्राह्य बाटइ।

घमण्डी आँखिन अउ दर्पीला मन पाप अहइँ इ सबइ दुट्ठ क दुट्ठता प्रकास मँ लिआवत हीं।

परिश्रमी क जोजनन फायदा देत हीं इ वइसे ही निहचित अहइ जइसे उतावली स गरीबी आवत ह।

झूठ बोलि बोलिके कमावा धन दौलत अउ महिमा भाप क नाईं स्थिर नाहीं अहइ। अउर नाहीं अहइ, अउ उ घातक फंदा बन जात ह।

दुट्ठ क हिंसा ओनका हींच लइ बूड़ी काहेकि उ पचे उचित करम करइ नाहीं चाहतेन।

अपराधी क मारग कुटिलतापूर्ण होत ह मुला जउन नीक अहइँ ओनकर राह सोझ सच्चा होत हीं।

झगड़ालू मेहरारू क संग घरे मँ निवास स, छत क कउने कोने पइ रहब नीक अहइ।

10 दुट्ठ जन हमेसा बुराइ करइ क इच्छुक रहत ह। ओकर पड़ोसी ओहसे दाया नाहीं पावत।

11 जब उच्छृंखल सजा पावत ह तब सरल जन क बुद्धि मिलि जात ह। मुला बुद्धिमान तउ डाँट फटकार करइ पइ ही गियान क पावत ह।

12 निआव स पूर्ण परमेस्सर दुट्ठ क घरे पइ आँखी धरत ह, अउर दुट्ठ जन क उ नास कइ देत ह।

13 अगर कउनो गरीब क, करुणा पुकार पइ कउनो मनई आपन कान बंद करत ह, तउ जब उ पुकारी तउ ओकर पुकार पइ भी कउनो उत्तर नाहीं दिहीं।

14 गुप्त रूप स दीन्ह गवा भेंट किरोध क सांत करत ह। अउर गुप्त रूप स दीन्ह गवा उपहार खउफनाक किरोध क सांत करत ह।

15 निआव जब पूर्ण होत ह धर्मी क सुख देत ह, मुला कुकमिर्यन क महा भय होत ह।

16 जउन मनई विवेक क पथ स भटकि जात ह, उ विस्राम करइ बरे मृतकन क साथी होइ जात ह।

17 जउन सुख भोगन स पिरेम करत रहत ह उ दरिद्र होइ जाइ, अउर जउन दाखरस अउ अतर स पिरेम करत ह कबहुँ धनी नाहीं होइ।

18 दुर्जन क कबहुँ ओन सबहिं चिजियन क फल भुगतइ क ही पड़ी, जउन सज्जन क खिलाफ करत हीं। बेईमान लोगन क ओनके किए गए क फल भुगतइ पड़ी जउन ईमानदार लोगन क विरुद्ध करत हीं।

19 चिड़चिड़ी झगड़ालू मेहरारू क संग रहइ स रेतिस्तान मँ रहब उचित अहइ।

20 विवेकी क घर मँ मनचाहा खइया क अउर इफरात तेल क भंडारा भरा होत ह मुला मूरख मनई जउन ओकरे लगे होत ह चट कइ जात ह।

21 जउन जन नेकी अउ पिरेम क पालन करत ह, उ जिन्नगी संपन्नता अउर समादर क पावत ह।

22 बुद्धिमान जन क कछू भी कठिन नाहीं अहइ। उ अइसे सहर पइ चढ़ाई कइ सकत ह जेकर रखवारी सूरवीर करत होइँ, उ उ परकोटे क ध्वस्त कइ सकत ह जेकरे बरे उ आपन सुरच्छा क बिस्सास मँ रहेन।

23 उ जउन आपन मुँह क अउर आपन जीभ क बस मँ राखत ह उ आपन आप क बिपत्ति स बचावत ह।

24 अइसा मनई अहंकारी होत ह, जउन आपन क औरन स स्रेस्ठ समुझत ह, ओकर नाउँ हीं “अभिमानी” होत ह। आपन ही करमन स उ देखाइ देत ह कि उ दुट्ठ होत ह।

25 आलसी मनई बरे ओकर ही सबइ लालसा ओकरे मरण क कारण बन जात हीं काहेकि ओकरे हाथे करम क नाहीं अपनउतेन।

26 कछू लालची लोग दिन भइ इच्छा करत ही कि ओका अउर मिलाइ। अउर किन्तु धर्मी जन तउ उदारता स देत ह।

27 दुट्ठ क चढ़ावा यूँ ही घिना स पूर्ण होत ह फिन केतना बुरा होइ जब उ ओका बुरे भाव स चढ़ावइ?

28 लबार गवाह क नास होइ जाइ अउर जउन ओकर झूठी बातन क सुनी उ भी ओकरे संग हमेसा सर्वदा बरे नस्ट होइ जाइ।

29 दुट्ठ मनई बुरा करइ बर ठान लेत ह। किन्तु एक ईमानदार व्यक्ति जानत ह कि ओकर राह सीधी अहइ।

30 जदि यहोवा न चाहइ तउ, न ही कउनो बुद्धि अउर न ही कउनो अन्तदृस्टि, न ही कउनो जोजनन पूरी होइ सकत ह।

31 जुद्ध क दिन तउ घोड़ा तैयार कीन्ह ह, मुला विजय तउ बस यहोवा पइ निर्भर अहइ।

कुलुस्सियन 4

हे स्वामियन! तू अपने सेवकन क जउन ओनकर बनत ह अउर उचित बा, द्या। याद रखा सरगे मँ तोहार कउनउ स्वामी बा।

पौलुस क मसीहियन क बरे सलाह

पराथना मँ हमेसा लगा रहा। अउर जब तू पराथना करा त हमेसा परमेस्सर क धन्यबाद करत रहा। साथ ही साथे हमरे बरे आपन संदेस क प्रचार क अउर मसीह स सम्बन्धित सत्य क प्रबचन क अवसर प्रदान करइ काहेकि एकरे कारण ही मइँ बंदीघरे मँ हउँ। पराथना करा कि मइँ सच्चाई क लगन मँ स्पस्ट कइ देइ जइसेन मोका बतावइ चाही।

बाहर क लोगन क साथे विवेकपून व्यवहार करा। सब अवसरन क पूरा-पूरा अपयोग करा। तोहर बोली हमेसा मीठी रहइ द्या अउर ओसे बुद्धि क छटा बिखरइ ताकि तोहका एक दूसरे क उत्तर कइसे देइ चाही इ जानइ चाही।

पौलुस क साथियन क समाचार

हमार प्यारा बन्धु तुखिकुस जउन एक बिसवासी सेवक अउर पर्भू मँ स्थित साथी दास बा, तोहे मोरे सभन समाचार बताइ देई। मइँ ओका तोहरे लगे एह बरे भेजत हउँ कि तोहे ओसे हमार हालचाल क पता चलि जाई उ तोहरे हीये क जोस स भरि देइ। मइँ अपने बिसवासि अउर प्रिय बन्धु उनेसिमुस क भी ओकरे साथे भेजत हउँ जउन तोहरे मँ स एक बा। उ पचे, इहाँ जउन कछू घटत बा, ओका तोहे बतइहीं।

10 अरिस्तर्खुस क जउन बंदीघरे मँ मोरे साथे रहा बा अउर बरनाबास क बन्धु मरकुस क तोहे नमस्कार, (ओकरे बारे मँ तू निर्देस पाई चुका अहा कि अगर उ तोहरे लगे आवइ तउ ओकर सुवागत करा,) 11 यूस्तुस कहवावइ वाले ईसू क तोहे नमस्कार पहुँचइ। यहूदी बिसवासी मँ बस इहइ अब परमेस्सर क राज्य क बरे मोरे साथे काम करत अहइँ। इ मोरे बरे आनन्द क कारण रहा बा।

12 इपफ्रास क तोहे नमस्कार पहुँचइ। उ तोहरे मँ स एक अहइ अउर मसीह ईसू क सेवक अहइ। उ हमेसा बड़ी बेदना क साथे तोहरे बरे लगनपूर्वक पराथना करत रहत ह कि आध्यात्मिक रूप स पूरा बनइ क बरे विकास करत रहा। अउर बिसवास पूर्वक परमेस्सर क इच्छा चाहत अहा। 13 मइँ ऐकर साच्छी हउँ कि उ तोहरे बरे अउर लौदीकिया अउर हियरापुलिस क रहइ वालन क बरे हमेसा कड़ा मेहनत करत रहा बाटइ। 14 प्यारे चिकित्सक लूका अउर देमास तोहे नमस्कार भेजत हयेन। 15 लौदीकिया मँ रहइवाले भाइयन क अउर नुमफास अउर ओहे कलीसिया क जउन ओकरे घरे मँ जुड़त हीं, नमस्कार पहुँचइ। 16 अउर देखा, चिट्ठी जब तोहरे सामने पढ़ी जाइ चुकइ, तब एह बात क निस्चय कइ लिहा कि एका लौदीकिया क कलीसिया मँ भी पढ़वाइ दीन्ह जाइ। अउर लौदीकिया स मोर जउन चिट्ठी तोहे लिखा मिलइ, ओका तूहँउ पढ़ी लिहा। 17 अर्खिप्पुस स कहा कि उ एह बात क धियान रखइ कि पर्भू मँ जउन सेवा ओका सँऊपी गइ बा, उ ओका निस्चय क साथे पूरा करइ।

18 मइँ पौलुस खुद आपन हाथ स इ नमस्कार लिखत हउँ। याद रखा हम कारागार मँ हउँ, परमेस्सर क अनुग्रह तोहरे साथे रहइ।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

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