Print Page Options
Previous Prev Day Next DayNext

M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
निर्गमन 39

याजक क खास ओढ़ना

39 कारीगरन नीला, लाल अउ बैगनी ओढ़ना क खास बस्त्र याजक बरे बनाएन जेनका उ पचे पवित्तर ठउर मँ सेवा क समइ पहिरहीं। उ पचे हारून बरे वइसा ही खास बस्त्र बनाएन जइसा यहोवा मूसा क हुकुम दिहेन।

एपोद

उ पचे याजक क एपोद सोना क तार, सन क उत्तिम रेसा अउ नीला, लाल अउर बैगनी कपड़ा स बनाएस। (उ पचे सोना क पातर पत्तर क तरह पीटेन अउर तब उ पचे ओका लम्बा धागा क रूप मँ काटेन। उ पचे सोना क नीला, बैगनी, लाल कपड़ा अउ सन क उत्तिम रेसा मँ बुनेन। इ काम क कुसल कारीगरन क तरह किहेन।) उ पचे एपोद बरे काँधे क पट्टी बनएन। उ पचे एपोद क काँधे क कपड़ा क दुइनउँ कोना स मिलाइके सिएन। उ पचे कमर क पेटी बुनेन अउ एकॉ एपोद स जोड़ेन। एकॉ एपोद क बनावट क तरह बनाएन। उ सोनहरा धागा, बढ़िया सन क रेसा अउ नीला, बैगंनी अउर लाल धागा जइसा यहोवा मूसा क हुकुम दिहे रहेन वइसा ही कपड़ा बनाएन।

कारीगरन सोने क पत्तर मँ गोमेद मणि एपोद बरे जोड़ेन। उ पचे इ रत्न प इस्राएल क बेटवन क नाउँ लिखेन। तब उ पचे रत्नन क एपोद क काँधे प लगाएन। इ रत्न इस्राएल क लोगन बरे यादगारी क रत्न रहेन। इ उहइ कीन्ह ग रहेन जइसा यहोवा मूसा क हुकुम दिहे रहेन।

निआव क थइला

तब उ पचे निआव क थइला उहइ कुसल कारीगर क दुआर बनावा ग रहा जउन एपोद बनाएस रहा। इ सोना क तार, सन क उत्तिम रेसा अउ नीला, लाल अउ बैगनी कपड़ा क बनावा ग रहा। निआव क थइला चउकोर दोहराइके तह कीन्ह भवा रहा। एक बित्ता लम्बा अउ एक बित्ता चौड़ा रहा। 10 कारीगरन एह प सुन्नर रत्नन क चार लाइन जड़ेन। पहली लाइन मँ एक लाल, एक पुखराज अउ एक मकर्तमणि रही। 11 दूसर लाइन मँ एक फिरोज, एक नीलम अउ एक पन्ना रहा। 12 तीसरी लाइन मँ एक गोमेद, एक अकीक अउ एक आकूत रहा। 13 चौथी लाइन मँ एक लहसुनिया, एक सेसमणि अउ एक कपिस मणि रही। इ सबहिं रत्न सोना मँ जड़ा रहेन। 14 निआव क थइला मँ बारह रत्न रहेन। इ बारह रत्न प इस्राएल क बेटवन क नाउँ उहइ तरह लिखा ग रहेन जइसा एक कारीगर मोहर प खोदत ह। हर एक रत्न प इस्राएल क बारहु बेटवन मँ स एक क नाउँ रहेन।

15 निआव क थइला बरे निखालिस सोना क जंजीर बनावइ गएन। इ लसुरी क नाई बटी गइ रहिन। 16 कारीगरन सोना क दुइ छल्ला बनाएस अउ उ पचे दुइनउँ छल्ला क निआउ क थइला क दुइनउँ कोना प लगाएन। उ पचे काँधा क पट्टा बरे दुइ दू सोना क सेट भी बनाएस। 17 तब उ पचे दुइ सोना क जंजीरन क निआव क थइला क कोना क दुइनउँ छल्लन मँ बाँधेस। 18 उ पचे सोना क जंजीरन क दूसर सिरन क काँधा क दुइनउँ पट्टियन स बाँधने। तब उ पचे ऍका एपोद क समन्वा जोड़ेस। 19 तब उ पचे दुइ अउर सोना क छल्ला बनाएन अउर निआउ क थइला क दूसर कोने प ओनका लगाएस। इ एपोद क निअरे निआव क थइला क अन्दरोनी किनारा मँ रहेन। 20 उ पचे एपोद क समन्वा कइँती काँधे क पट्टी क तले दुइ छल्ला लगाएन। इ छल्लन क जोड़न क नगिचे ठीक कमर पेटी क ऊपर रहेन। 21 तब उ पचे एक ठु नीली पट्टी बइपरेन अउ निआउ क थाइला स छल्लन क एपोद क छल्लन स बाँधेन। इ तरह निआव क थइला पेटी क नगिचे लाग रहा अउ इ गिर नाहीं सकत। उ पचे इ सब चीजन्क यहोवा क हुकुम क मुताबिक किहेन।

याजकन क दूसर बस्त्रन

22 तब उ पचे एपोद बरे नीला कपड़ा स चोगा बनाएन। इ एक कुसल व्यक्ति दुआरा बुना गएन। 23 चोगा क बीचउ बीच एक छेद रहा। इ छेद क चारिहुँ कइँती कपड़ा क टुकड़ा लाग रही। इ कपड़ा छेद क फाटइ स बचावत रही।

24 तब उ पचे सन क उत्तिम रेसा, नीला, लाल अउ बैगंनी कपड़ा स अनार बनाएन। उ पचे ओनका क चोगा क खाले कोना प चारिहुँ कइँती लटकाएन। 25 तब उ पचे निखालिस सोना क घण्टी बनाएन। उ पचे अनारन क बीच मँ चोगा क खाले सिरा क चारिहुँ कइँती घण्टी क बाँधेन। 26 चोगा क सिरा क चारिहुँ कइँती घण्टी अउ अनार रहेन। हर दुइ अनारे क बीच एक घण्टी रही। याजक उ चोगा क तब पहिरत रहा जब उ यहोवा क सेवा करत रहा, जइसा यहोवा मूसा क हुकुम दिहे रहेन।

27 कुसल कारीगर हारून अउ ओकरे बेटवन बरे कमीज बनाएन। इ कमीज सन क उत्तिम रेसा स बना रहेन। 28 कारीगर लोग उत्तिम सन क रेसन स पगड़ी बनएन। उ पचे सिर क पगड़ी अउ भीतर पहिरइवाला कपड़ा भी सन क उत्तिम रेसा स बनाएस। 29 तब उ पचे कमरबन्द क सन क उत्तिम रेसा, नीला, बैगंनी अउ लाल कपड़ा स बनाएन। कपड़ा मँ कढ़ाई कीन्ह ग रहेन। इ चीजन क वइसे ही बनाइ गइन जइसे यहोवा मूसा क हुकुम दिहे रहेन।

30 तब उ पचे पवित्तर मुकुट बरे सोना क पत्तर बनाएन। उ पचे सोना प इ सब्द लिखेन: यहोवा बरे पवित्तर। 31 तब उ पचे पतरा स एक नीली पट्टी बाँधेन अउ पट्टी क पगड़ी चारिहूँ कइँती इ तरह बाँधेन जइसा यहोवा मूसा हुकुम दिहे रहेन।

मूसा पवित्तर तम्बू क निरिच्छन किहेस

32 इ तरह “बइठकावाला पवित्तर तम्बू” क सारा काम पूरा होइ गवा। इस्राएल क मनइयन हर चीज ठीक वइसे ही बनाएन जइसा यहोवा मूसा क हुकुम दिहे रहेन। 33 तब उ पचे “बइठकावाला तम्बू” मूसा क देखाएन। उ पचे ओका तम्बू अउर ओहमाँ क सब चीजन्क देखाएन। उ पचे ओका तखता, ढाँचन, छड़न, खम्भन अउर आधारन क देखाएन। 34 उ पचे ओका बइठकावाला तम्बू क ढकना देखाएन जउन लाल रंगी भइ भेड़ा क खाल क बना रहा। अउर उ पचे उ ढकना देखॉएन जउन नरम खाल क बना रहा। अउर उ पचे उ कनात देखॉएन जउन सब स जिआदा पवित्तर ठउर क प्रवेस दुआर क ढकत रही।

35 उ पचे मूसा क करार क सन्दूख देखाएन। उ पचे सन्दूखे क ढोवइवाली खम्भन अउ सन्दूखे क ढकइवाला ढकना क देखाएन। 36 उ पचे खास रोटी क अउ मेज प रखइवाली सबहिं चीजन्क देखाएन। 37 उ सबइ निखालिस सोना क डीबट अउ ओहँ प धरा भवा सब दिया क देखाएन। उ पचे तेल अउ दूसर सब चीजन्क देखाऍन, अउ दूसर सबहिं चीजन्क जउन दिया क संग बइपरी जात रहीं। 38 उ पचे मूसा क सोना क वेदी, अभिसेक क तेल महकउआ धूप, अउ बइठकावाला तम्बू क प्रेवस दुआर क ढकइवाली कनात क देखाऍन। 39 उ पचे काँसा क वेदी अउर काँसा क जाली क देखाएन। उ पचे वेदी क ढोवइ बरे बनी भइ खम्भन क मूसा क देखाएन। अउर उ सबइ ओका उ सबहिं चीजन्क देखाएन जउन वेदी प काम मँ आवत रहीं। उ पचे ओका हाथ धोवइवाला पात्र अउ एकर आधार क देखाएन।

40 उ पचे मूसा क आँगने क चारिहुँ कइँती क कनाते क खम्भा अउर आधार क देखाएन। उ पचे ओका उ कनात क देखाएन जउन आँगन क प्रवेस दुआर क ढाँके रही। उ पचे ओका लसुरी अउ बइठकावाला तम्बू क खूँटी देखाएन। उ पचे पवित्तर तम्बू मँ ओका सबहिं चीजन्क देखाएन।

41 तबहिं उ पचे मूसा क पवित्तर ठउर मँ सेवा करइवालन याजकन बरे बना ओढ़ना क देखाएन। उ पचे ओका हारून अउ ओकर पूतन बरे बना भवा खास बस्त्र देखाएन। उ पचे उ वस्त्र क तब पहिरत रहेन जब उ पचे याजकन क रूप मँ सेवा करत रहेन।

42 यहोवा मूसा क जइसा हुकुम दिहेस, इस्राएल क मनइयन ठीक सब काम उहइ तरह किहेन। 43 मूसा सब कामे क धियान स लेखस। मूसा लखेस कि सब काम ठीक उहइ तरह भवा जइसा यहोवा हुकुम दिहे रहेन। ऍह बरे मूसा ओनका आसीर्बाद दिहेस।

यूहन्ना 18

ईसू क बन्दी बनावा जाब

(मत्ती 26:47-56; मरकुस 14:43-50; लूका 22:47-53)

18 इ कहिकि ईसू अपने चेलन क साथ छोटी नदी किद्रोन क पास जहाँ एक बगीचा रहा, चला गवा।

धोखे स ओका पकड़वावइवाला यहूदा उ जगह क जानत रहा, काहेकि ईसू जियादातर उहइ जगह प अपने चेलन स मिलत रहा। इ बरे यहूदा रोमी सिपाहिअन क एक टुकड़ी अउर मुख्य याजकन अउर परीसियन क पठएस। मनइयन अउर मन्दिर क पहरेदारन क साथ लइके मसाल, दिया अउर हथिआर लइके, हुवाँ पहुँच गवा।

फिन ईसू जउन सब कछू जानत रहा कि ओकरे साथ का होइ जात अहइ, आगे आवा अउर ओनसे कहेस, “तू पचे केका खोजत अहा?”

उ पचे ओका जवाब दिहेन, “ईसू नासरी क।”

ईसू ओनसे कहेस, “उ तउ मइँ अही।” (उ धोखे स पकड़वावइला यहूदी हुवइँ ओनके साथ खड़ा रहा।) जब उ कहेस, “उ मइँ अहउँ।” तउ उ सबेन्ह पाछे हटेन अउर भुइँया पइ गिर पड़ेन।

इ देखके ईसू फिन एक बार पूछेस, “तू सबेन्ह केका खोजन अहा?”

उ बोलन, “ईसू नासरी क।”

ईसू जवाब दिहेस, “मइँ तोहसे कहउँ, उ मइँ अहउँ। जदि तू मोका ढूँढ़त अहा तउ एनका सबेन्ह क जाइ द्या।” अइसा ईसू इ बरे कहेस, जइसे कि ओकर कही बात सच होइ सकइ, “मइँ ओहमाँ स कउनो क नाहीं खोवा, जेका तू मोका सौंपे रह्या।”

10 फिन समौन पतरस जेकरे हाथे मँ तरवार रही, आपन तरवार निकारेस अउर मुख्ययाजक क दास क दाहिना कान काटिके ओका घायल कइ दिहेस (उ दास क नाउँ मलखुस रहा) 11 फिन ईसू पतरस कहेस, “आपन तरवार मिआन मँ धइ ल्या। का मइँ यातना क कटोरा न पी लेई जउन परमपिता मोका दिहे अहइ?”

ईसू क हन्ना क सामने लिआवा जाब

(मत्ती 26:57-58; मरकुस 14:53-54; लूका 22:54)

12 फिन रोमी टुकड़ी क सिपाहियन अउर ओनके सूबेदारन, अउर यहूदियन क मन्दिर क पहरेदार सब मिलके ईसू क बन्दी बनाइ लिहेन्ह। 13 अउर ओका बांधके पहिले हन्ना क पास लइ गएन, जउन कि उ बरिस क मुख्य याजक काइफा क ससुर रहा। 14 इ काइफा उहइ मनई अहइ जउन यहूदी क सलाह दिहे रहा। कि लोगन क भलाई क बरे एक क मर जाब ठीक अहइ।

पतरस क ईसू क पहिचाने स मना कइ देब

(मत्ती 26:69-70; मरकुस 14:66-68; लूका 22:55-57)

15 समौन पतरस अउर एक ठु चेलन ईसू क पीछे चल दिहेन्ह। मुख्य याजक इ चेलन क अच्छी तरह जानत रहा, इ बरे उ ईसू क साथ मुख्य याजक क अंगने मँ घुस गवा। 16 मुला पतरस बाहेर क दरवाजा क लगे रूक गवा। फिन मुख्य याजक क जान पहचानवाला दूसर चेला बाहेर गवा अउर द्धारपालिन स कहिके पतरस क अन्दर लइ आवा। 17 उ द्धारपालिन दासी पतरस स कहेस, “होइ सकत ह कि तूहूँ ईसू क चेला होआ?”

पतरस जवाब दिहेस, “नाहीं, नाहीं मइँ न अही!”

18 काहेकि सर्दी बहुत जिआदा रही अउर मन्दिर क पहरेदार आग जलाइ के हुआँ खड़ा तापत रहेन। पतरस उ हुवाँ खड़ा तापत रहा।

महायाजक क ईसू स पूछताछ

(मत्ती 26:59-66; मरकुस 14:55-64; लूका 22:66-71)

19 फिन महायाजक ईसू स ओकरे चेलन अउर ओकरे उपदेस क बाबत पूछेस। 20 ईसू ओका जवाब दिहेस, “मइँ हमेसा सब मनइयन क खुलके बातचीत कीन्ह। मइँ हमेसा आराधनालय मँ अउर मन्दिर मँ जहाँ सब यहूदियन इकट्ठा होतहीं, उपदेस दीन्ह। मइँ कबहुँ लुकाइ क छिपाइ क कउनो बात नाहीं कहेउँ। 21 फिन तू मोसे काहे पूछत अहा? मइँ का कहेउँ, ओनसे पूछा जे मोर बात सुने अहइँ। मइँ जउन कछू कहेउँ, उ सब जानत हीं।”

22 जब उ इ कहेस तउ मन्दिर क एक पहरेदार जउन हुवाँ खड़ा रहा, ईसू क झापड़ मारेस अउर बोलेस, “महायाजक क सामने जवाब देइ क इ तरीका नाहीं अहइ?”

23 ईसू ओका जवाब दिहेस, “जब मइँ कउनो झूठ कहे होउँ तउ तू ओका साबित करा अउर इ बतावा कि ओहमाँ कउनो बुराई रही अउर जब मइँ ठीक कहे अहउँ तउ तू काहे मारत अहा?”

24 फिन हन्ना ओका बंधे भए महायाजक काइफा क लगे भेज दिहेस।

परतस क ईसू क पहिचानइ स मना करब

(मत्ती 26:71-75; मरकुस 14:69-72; लूका 22:58-62)

25 जब समौन पतरस खड़ा होइके आगी तापत रहा तउ ओसे पूछा गवा, “का इ होइ सकत ह कि तू भी एकर चेला अहा?”

उ तुरन्तइ मना कइ दिहेस अउर कहेस, “नाहीं मइँ नाहीं अही।”

26 महायाजक क एक ठु नउकर जउन ओकर रिस्तेदार रहा जेकर पतरस कान काटे रहा, कहेस, “बतावा, का मइँ तोहका ओकरे साथे बगिया मँ नाहीं देखे रहे?”

27 इ सुनिके पतरस एक दाईं फिन इन्कार किहेस। अउर उहइ समइ मुर्गा बाँग दिहेस।

ईसू क पिलातुस क समन्वा लइ जाब

(मत्ती 27:1-2,11-31; मरकुस 15:1-20; लूका 23:1-25)

28 फिन उ पचे ईसू क काइफा क घरे स रोम क राज्यपाल क महल मँ लइ गएन। ओह समइ सबेर होइ ग रहा। यहूदियन राज्यपाल क भवन मँ खुदइ नाहीं जावा चाहत रहेन, कहूँ उ पचे असुद्ध[a] न होइ जाइँ। अउर फिन फसह क भोज न खाइ पावइँ। 29 तउ पिलातुस ओनके पास बाहेर आवा अउर बोला, “एकरे ऊपर तू सबेन्ह कउन दोख लगावत अहा?”

30 जवाब मँ उ पचे ओसे कहेस, “जदि इ अपराधी न होत तउ हम ऍका तोहका न सौंपित।”

31 एकरे जवाब मँ पिलातुस ओनसे कहेस, “ऍका तू लइ जा अउर अपने व्यवस्था क हिसाब स एकर निआव करा।”

यहूदियन ओसे कहेन, “हमका सबेन्ह क मउत क सजा देइ क कउनो अधिकार नाहीं अहइ।” 32 अइसा इ बरे भवा, जइसे कि ईसू क उ बात सच्ची होइ जाइ जउन उ कहे रहा, कइसी मउत मिली।

33 तब पिलातुस महल मँ वापस चला गवा। अउर ईसू क बोलाइ क ओसे पूछेस, “का तू यहूदियन क राजा अह्या?”

34 ईसू जवाब दिहेस, “इ बात तू खुदइ कहत अहा या मोरे बावत दूसर लोग तोहसे कहेन?”

35 पिलातुस जवाब दिहेस, “का तू सोचत अहा कि मइँ यहूदी अहउँ? तोहार लोग अउर मुख्य याजक तोहका मोरे हवाले करे अहइँ। तू का किहे अहा?”

36 ईसू जवाब दिहेस, “मोर राज्य इ दुनिया क नाहीं बाटइ। जदि मोर राज्य इ दुनिया क होत तउ मोर प्रजा मोका यहूदियन क सौंपा जाइ स बचावइ क बरे लड़ाई करत। मुला मोर राज्य हिआँ क नाहीं बाटइ।”

37 अइसा सुनिके पिलातुस ओसे कहेस, “तू तउ राजा अह्या?”

ईसू जवाब दिहेस, “तू कहत अहा कि मइँ राजा अही। मइँ इ बरे दुनिया मँ पइदा भवा हउँ अउर आएउँ अउर इहइ प्रयोजन स आएउँ जइसे कि सच्चाई क साच्छी दइ सकउँ। जउऩ मनई सच्चाई क तरफदारी करत ह उ मोरी बात सुनत ह।”

38 पिलातुस ओसे पूछेस, “सच्चाई का अहइ?” अइसा कहिके फिन उ यहूदी क पास बाहेर गवा अउर ओनसे बोला, “मइँ ओकरे मँ कउनो दोख नाहीं पाएउँ। 39 अउ तोहार सबन्क रिवाज अहइ कि फसह क त्यौहार प तोहरे सबके बरे एक मनई क छोड़ देइ। तउ का तू पचे चाहत अहा कि इ ‘यहूदी क राजा’ क तोहरे बरे छोड़ देई?”

40 एक दाईं फिन उ पचे चिल्लाएन, “ऍका नाहीं, मुला बरअब्बा (एक ठु बागी रहा।) क छोड़ द्या!”

नीतिवचन 15

15 कोमल जवाबे स किरोध सांत होत ह; किन्तु कठोर वचन किरोध क भड़कावत ह।

जब कउनो बुद्धिमान बोलत ह तउ दूसर ओका सुनइ चाहत ह, मुला मूरख क मुँह बेववूफी उगलत ह।

यहोवा क आँखी हर कहूँ लगी भई अहइ। उ नीक-बुरे क देखत रहत ह।

दायावाली बात जिन्नगी क बृच्छ क नाईं अहइ। मुला कपट स भरी वाणी मने क तोड़ देत ह।

मूरख आपन बाप क डाँट फटकार क तिरस्कार करत ह। मुला जउन डाँट फटकार पइ कान देत ह बुद्धिमान होत ह।

धर्मिन क घरे मँ बहोत सारा चिज रहत ह। दुट्ठ क कमाई ओह पइ मुसिबत लिआवत ह।

बुद्धिमान क वाणी गियान फइलावत ह, मुला मूरखन क मन अइसा नाहीं करत ह।

यहोवा दुट्ठ क चढ़ावा स घिना करत ह मुला ओका सज्जन क पराथन ही खुस कइ देत ह।

दुट्ठन क राहन स यहोवा घिना करत ह। मुला जउन धार्मिकता क राहे पइ चलत हीं, ओनसे उ पिरेम करत ह।

10 ओकरी प्रतीच्छा मँ कठोर दण्ड रहत ह जउन राहे स भटक जात, अउर जउन सुधार स घिना करत ह, उ निहचय मरि जात ह।

11 जबकि यहोवा क समन्वा मउत अउ बिनासे क रहस्य खुला पड़ा अहइँ। तउ निहचित रूप स उ लोगन क हिरदयन क बारे मँ बहोत जियादा जानत ह।

12 उ व्यक्ति जउन डाँट फटकार करइवालन क मजाक उड़ावत ह, उ विवेकी स परामर्स नाहीं लेत।

13 मने क खुसी मुँह क चमकावत, मुला मने क दर्द आतिमा क कुचरि देत ह।

14 जउने मने क नीक-बुरा क बोध होत ह उ तउ गियान क खोज मँ रहत ह मुला मूरख क मन, मूरखता पइ लागत ह।

15 गरीब व्यक्ति बरे हर एक दिन बुरा अहइ, किन्तु आनन्दित हिरदय बरे हर एक दिन उत्सव क नाईं अहइ।

16 बेचैनी क संग प्रचुर धन उत्तिम नाहीं, यहोवा भय मानत रहइ स तनिक भी धन उत्तिम अहइ।

17 घिना क संग जियादा खइया स, पिरेम क संग थोड़ा भोजन उत्तिम अहइ।

18 किरोधी जन वाद-बिवाद भड़कावत ह। जबकि सहइवाला मनई वाद-बिवाद क सुलझावत ह।

19 आलसी क राह काँटन स रूँधी रहत हीं, जबकि सज्जन क मारग राजमार्ग होत ह।

20 विवेकी पूत अपने बाप क खुस करत ह, मुला मूरख मनई अपनी महतारी स घिना करत ह।

21 निर्बुद्धि मनई सोचत ह कि मूरखता मजाक अहइ। मुला समुझदार मनई सोझ राह चलत ह।

22 बिना परामर्स क जोजना बिफल होत हीं। किंतु एक मनई अनेक सलाहकारन क परामर्स स सफल होत हीं।

23 मनई उचित जवाब देइ स खुस होत ह। जइसा उचित होइ समय क बचन केतना उत्तिम अहइ।

24 बुद्धिमान जन क मारग ओका ऊँच स ऊँच लइ जात ह, अउर ओका मउत क गड़हा मँ गिरइ स बचा रहइ।

25 यहोवा अभिमानी क घरे क छिन्न-भिन्न करत ह। मुला उ गरीब राँड़ क भुइयाँ क देखरेख करत ह।

26 दुट्ठन क जोजना स यहोवा क घिना अहइ। पर सज्जनन क जोजना ओका हमेसा भावत हीं।

27 लालची मनई अपने घराने पइ हमेसा बदनामी लिआवत ह मुला उहइ सांति स जिअत रहत ह जउन जन-घूस स घिना भाव राखत ह।

28 धर्मी जन बोलइ स पहिले सोचत ह। मुला दुट्ठ जन बेसोचे समुझे बियर्थ बातन बोलत ह।

29 यहोवा दुट्ठन स दूर रहत ह, बहोत दूर; मुला उ धर्मी क पराथना सुनत ह।

30 आंनद स भरी आँखी क चमक मने क हर्सित करत ह, नीक खबर हाड़न तलक ताकत पहोंचावत ह।

31 जउन जीवनदायी डाँट सुनत ह, उहइ बुद्धिमान जनन क बीच चैन स रही।

32 अइसा मनई जउन अनुसासन क उपेच्छा करत, उ तउ आपन जिन्नगी क ही रद्द करत ह। मुला जउन सुधार पइ धियान देत ह समुझ-बूझ पावत ह।

33 यहोवा क भय लोगन क गियान सिखावत ह। आदर पावइ स पहिले नम्रता आवत ह।

फिलिप्पियन 2

एक होइके एक दुसरे क धियान रखा

फिन तू लोगन मँ अगर मसीह मँ कउनउ उत्साह बा, पिरेम स पैदा भई कउनउ धीरज बा, अगर आतिमा मँ केउ भागेदारी क, सिहेन क भावना अउर सहानुभूति बा तउ मोका पूरी तरह स खुस करा। मइँ चाहत हउँ, तू पचे एक तरह स सोचा, परस्पर एक जइसा पिरेम करा आतिमा मँ एका रखा अउर एक जइसेन लच्छ रखा। ईर्सा अउर मिथ्या अभिमान स कछू न करा। बल्कि नरम बना अउर दुसरेउ क आपने स उत्तिम समझा। तोहमे स हर एक्के चाही कि केवल अपनई नाहीं, बल्कि दुसरेउ क हिते क धियान रखइ।

ईसू स निस्वारथ होइ सीखा

आपन चिंतन ठीक वइसा ही रखा जइसे मसीह ईसू क रहा।

जउन परमेस्सर क सरूप मँ होत भए भी
    उ परमेस्सर क साथे अपने ऍह बराबरी का
    अधिकार की वस्तु न समझेस।
बल्कि उ तउ आपन सब्ब कछू तियागके
    एक सेवक क रूप ग्रहण कइ लिहेस अउर मनई क समान बनि गवा।
अउर जब उ अपने बाहरी रूप मँ मनई जइसेन बनि गवा।
    त उ अपने आप क नवाइ लिहेस अउर परमेस्सर का ऍतना आज्ञाकारी बन गवा कि
    आपन प्राण तक न्योछोवर कइ दिहेस अउर उहउ क्रुस पर।
इही बरे परमेस्सर भी ओका ऊँचा स ऊँचा स्थान पर उठाएस
    अउर ओका उ नाम दिहेस जउन सब नामन स ऊप्पर बा
10 ताकि सब केऊ जब ईसू क नाउँ क उच्चारण होत सुनइ, तउ नीचे निहुरि जाइ।
    चाहे उ सरगे क होइ, धरती पइ क होइ अउर चाहे धरती क नीचे क होइ।
11 अउर सब जीभ परमपिता परमेस्सर क
    महिमा बरे मजूर करइ कि “ईसू मसीह ही पर्भू अहइ।”

परमेस्सर क इच्छा क अनुसार बना

12 एह बरे मोर पिआरे दोस्तो, तू पचे मोरे निर्देशन क जइसेन ओह समइ पालन किहा करत रह्या जब मइँ तू पचन क साथे रहेउँ, अब जब कि मइँ तू पचन क साथे नाहीं हउँ तब तू अउर अधिक लगन स ओकर पालन करा। परमेस्सर बरे पूरा आदर एवं भय क साथे अपने उद्धार क पूरा करइ बरे तू सभे काम करत जा। 13 काहेकि उ परमेस्सर ही अहइ जउन उ कामना क इच्छा अउर ओन्हे पूरा कररइ क करम, जउन परमेस्सर क भावत ह, तोहमें पइदा करत ह।

14 बिना कउनउ सिकायत या लड़ाई-झगड़ा किहे सब काम करत रहा। 15 ताकि तू भोले-भोले अउर पवित्तर बनि जा। अउर इ कुटिल अउर पथभ्रस्ट पीढ़ी क लोगन क बीच परमेस्सर क निहकलंक बालक बनि जा। ओनके बीच अँधियारी दुनिया मं तू पचे ओह समइ तारा बनिके चमका 16 जब तू ओनका जीवनदायी उपदेस सुनावत ह। तू अइसा ही करत रहा ताकि मसीह क फिन स लउटइ क दिन मइँ इ देखिके कि मोरे जीवन क भाग दौड़ बेकार नाहीं भइ। तू पचन गरब कइ सकी।

17 तोहार सबन क बिसवास परमेस्सर क सेवा मँ एक बलि क रूप मँ बा अउर अगर मोर लहू तोहरे बलि प दाखरस क समान उँड़ेल दीहा भी जाइ तउ मोका खुसी अहइ। तोहरे सबन क खुसी मँ हमरउ सहभाग बा। 18 उही तरह तूहउ खुस रहा अउर मोरे साथे आनन्द मनावा।

तीमुथियुस अउर इपफ्रुदीतुस

19 पर्भू ईसू क सहायता स मोका तीमुथियुस क तू लोगन क लगे जल्दी भेज देइ क आसा बा ताकि तोहरे समाचारन स मोर भी उत्साह बढ़ सकइ। 20 काहेकि मोरे पास दुसर कउनउ तीमुथियुस अइसा मनई नाहीं बा जेकर भावना मोरी जइसी होइ अउर जउन तोहरे कल्यान क बरे सच्चे मने स चिंतित होइ। 21 काहेकि अउर सभन अपने अपने कामन मँ लगा बाटेन। ईसू मसीह क कामन मँ केऊ नाहीं लाग बा। 22 तू पचे ओकरे चरित्र क जानत अहा कि सुसमाचार क प्रचार मँ मोरे साथ उ वइसे ही सेवा क किहे अहइ, जइसे एक बेटवा अपने बापे क साथे करत रहत ह। 23 तउ मोका जइसेन इ पता चली कि मोरे साथे का कछू होइ जात बा। मइँ ओका तू सबन क लगे भेज देइ क आसा रखत अहउँ। 24 अउर मोर बिसवास बा कि पर्भु क सहायता स मइँ भी जल्दी ही अउबइ।

25 मइँ इ जरूरी समझत हउँ कि इपफ्रुदीतुस क तोहरे लगे पठवउँ, जउन मोर भाई अहइ, अउर साथ ही काम करइवाला बा अउर सहयोगी कर्म-वीर अहइ अउर मोका जरूरत पड़इ पइ मोर सहायता बरे तोहार प्रतिनिधि रहा, 26 काहेकि उ तोहे सबन क बरे बियाकुल रहा करत रहा अउर ऍहसे बहुत खिन्न रहा कि तू इ सुने रह्या कि उ बेमार पड़ि गवा रहा। 27 हाँ, उ बेमार तउ रहा अउर उहउ ऍतना कि जइसे मरि ही जाई। परन्तु परमेस्सर ओह पर अनुग्रह किहेस (न सिरिफ ओह पइ बल्कि मोपे प भी) ताकि मोका दुखे पर दुख न मिलइ। 28 इही बरे मइँ ओक अउर उ लगन स पठवत हउँ ताकि जब तू ओका देखा तउ एक बार फिन खुस होइ जा अउर तोहरे बारे मँ चिन्ता करब छोड़ देउँ। 29 इही बरे पर्भू मँ बड़ी खुसी क साथे ओकर सुवागत करा अउर अइसेन लोगन क जियादा स जियादा आदर करत रहा। 30 काहेकि मसीह क काम क बरे उ लगभग मरि गवा रहा ताकि तोहरे द्वारा कीन्ह गइ मोर सेवा मँ जउन कमी रही गइ रही, ओका उ पूरा कइ देइ, एकरे बरे उ अपने प्राण क बाजी लगाइ दिहेस।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.