Print Page Options
Previous Prev Day Next DayNext

M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
निर्गमन 32

सोने क बछवा

32 लोगन निहारेन कि टेमॅ बीति गवा अहइ जब तलक मूसा पहाड़े प नाहीं गवा अउर हुआँ स वापिस नाहीं भवा। ऍह बरे लोगन हारून क चारिहुँ कइँती एक्टठा भएन। उ पचे ओसे कहेन, “लखा। मूसा हम पचन्क मिस्र देस बाहेर निकारेस। मुला हम पचे इ नाहीं जानित कि ओकरे साथ का होइ गवा अहइ। ऍह बरे कछू देवतन क हमरे अगवा चलइ अउ हमका अगवा लइ चलइवाला बनावा।”

हारून मनइयन स कहेस, “आपन-आपन मेहररूअन, बेटवन अउ बिटियन्के सोना क बाली मोरे लगे लइ आवा।”

ऍह बरे सब मनइयन कनवा क बालिन्क बटोरेन अउ उ सबइ ओनका हारून क लगे लइ आएन। हारून मनइयन स सोना लिहेस अउ बछवा क एक मूरति बनवइ बरे बइपरेस। हारून मूरति क तरासइ बरे एक छोनी क बइपरेस। तबहिं इ मूरति क सोना स ढाँक दिहेस।

तब लोगन स कहेस, “इस्राएल, तू पचन्क हिआँ उहइ देवता अहइँ जउन तू सबन्क मिस्र स बाहेर लइ आएन ह।”

हारून इ चीजन्क लखेस। ऍह बरे उ बछवा क समन्वा एक वेदी बनएस। तब हारून एलान किहेस, “भियान यहोवा क मान देइ बरे एक खास भोज होइ।”

भियान भिन्सारे मनइयन हाली उठि गएन। उ पचे पसु क मारि डाएन अउ ओकर होमबलि अउ मेलबलि चढ़ाएन। मनइयन खाइ अउ पिअइ बरे बइठेन। तब उ पचे ठाड़ भएन अउ असभ्य भोज किहेन।

उहइ समइया यहोवा मूसा स कहेस, “इ पहाड़े स पाले उतरा। तोहार लोगन यानी उ पचे, जेका तू मिस्र स लइ आया ह, भयंकर पाप किहे बाटेन। उ पचे जल्दी ही उ चीजन क करइ स मुकर गएन जेनका करइ क हुकुम मइँ ओनका दिहउँ ह। उ पचे टेघरा भवा सोना स आपन बरे एक बछवा बनएन। उ सबइ उ बछवा क निहुरत अहइँ अउ ओका बलि चढ़ावत अहइँ। लोगन कहेन ह, ‘इस्राएल, इ सबइ तोहार देवता अहइँ, जउन तोहका मिस्र स बाहेर लइ आएन ह।’”

यहोवा मूसा स कहेस, “मइँ इ लोगन क लखेउँ ह, मइँ जानत अहउँ कि इ पचे बहोत हठी अहइँ। 10 ऍह बरे अब मोका ओन लोगन क बरबाद करइ द्या। तब मइँ तोहरे बरे एक बड़का रास्ट्र बनउब।”

11 मुला मूसा यहोवा आपन परमेस्सर स पराथना किहेस अउ ओसे भीख मांगेस। मूसा कहेस, “हे यहोवा, तोहका आपन लोग पइ काहे किरोध करइ चाही। आप आपन अपार सक्ती अउ आपन बल स इ पचन्क मिस्र स बाहेर लइ आया ह। 12 मुला अगर आप आपन लोगन क नस्ट करब्या तब मिस्र क मनइ कहि सकत हीं ‘यहोवा आपन लोगन क संग बुरा करइ क चाल चलेन ह। इहइ कारण अहइ कि एनका मिस्र स बाहेर निकार्या ह। उ ओनका पहाड़े प मारि डावा चाहत रहा। उ आपन लोगन क धरती स मेटाइ देइ चाहत ह।’ ऍह बरे आपन लोगन किरोध करइ बन्द करा। ओन लोगन क बर्बाद करइ क जोजना छोड़ द्या। 13 आप आपन सेवा करइवालन इब्राहीम, इसहाक अउ याकूब क याद राखा। आप आपन नाउँ क उ पचन्क प्रतिग्या करइ बरे बइपर्या तू कहया, ‘मइँ तोहार लोगन क ओतना अनगिनत बनउब जेतना अकासे मँ तारा अहइँ। मइँ तोहरे लोगन क इ समूची भुइँया देब जेका मइँ ओनका बचन दिहउँ ह। इ भुइँया हमेसा ओनकइ होइ।’”

14 ऍह बरे यहोवा अफसोस किहेन। यहोवा उ नाहीं किहेन जउन उ कहे रहेन। उ लोगन क बरिबाद नाहीं किहेन।

15 तब मूसा पहाड़े स खाले उतरा। मूसा क लगे अगवा अउ पाछे लिखा भवा करार वाला दुइ समथर पाथर रहेन। 16 परमेस्सर खुद ओनँ पाथरन क बनएस। परमेस्सर खुद उ आग्यन क पाथरे प खोदेस ह।

17 पहाड़े स तरखाले उतरत यहोसू मनइयन क हल्लागुल्ला सुनेस। यहोसू मूसा स कहेस, “खाले पड़ाव मँ लड़ाई क अवाज सुनाइ पड़त अहइ।”

18 मूसा जवाब दिहेस, “इ फउजे क जीत क सोर न बाटइ अउर न ही हार जाए प चिचिआइ क सोर। मइँ जउन अवाज अनकत अहउँ उ गाने का अवाज अहइ।”

19 जब मूसा डेरा क निअरे आवा तउ उ सोना क बछवा अउ लोगन क गावत अउ नाचत भवा निहारेस। मूसा बहोत कोहाइ गवा अउ उ समथर पथरन क भुइँया प गिराइ दिहस अउ ओनका तोड़ दिहस। पहाड़े क तलहटी मँ उ ओनका रेजा रेजा कइ दिहस। 20 तबहिं मूसा लोगन क बनवा भवा बछवा क तोड़ फोड़ डाएस। उ सोना क आगी मँ टेघराएस। उ सोना क ऍतना पीसेस कि उ चूरन होइ गवा। उ सोना क चूरन क पानी मँ बहाइ दिहस। तबहिं उ इस्राएल क मनइयन क पानी पिअइ बरे मजबूर किहस।

21 मूसा हारून स कहेस, “इ मनइयन तोहरे संग का किहेन? कि तू ओनका अइसे बुरा पाप करइ क लिआया?”

22 हारून जवाब दिहस, “महासय! जिन कोहाअ। आप जानत बाटेन कि लोगन हमेसा गलत काम करइ क तइयार रहत हीं। 23 लोग मोसे कहेस, ‘मूसा हम पचन्क मिस्र स बाहेर लइ आया। मुला हम पचे नाहीं जानित कि ओकरे संग का भवा बाटइ। ऍह बरे हम सब मनइयन क राह देखावइ वाला कउनो देवतन क बनावा।’ 24 ऍह बरे मइँ मनइयन स कहेस, ‘जदि तोहरे लगे सोना क अंगूठियन होइ तउ ओनका मोका दइ द्या।’ मनइयन मोका आपन सोना दिहेन ह। मइ इ सोना क आगी मँ झोंका अउ इ बछवा आगी स बाहेर आएस।”

25 मूसा लखेस कि लोग नियंत्रण स बाहेर होइ गएन, काहेकि हारून ओह पइ नरम होइ गएन ह। मनई मूरख क नाई इ तरह क ब्योहार करत बाटेन। ओनकइ सब दुस्मन लखि सकइँ। 26 ऍह बरे मूसा डेरा क दरवाजे प ठाड़ भवा। मूसा कहेस, “कउने मनई जउन यहोवा क पाछा करइ चाहत ह मोरे लगे आवइ।” तब लेवी क परिवारे क सबइ मनइयन परात परात मूसा क लगे आएन।

27 तबहिं मूसा ओनसे कहेस, “इ तरह इस्राएल क परमेस्सर यहोवा क कहात ह: ‘हर मनई आपन तरवार उठाइ लेइ अउ डेरा क एक निकास स दूसर निकास ताई जाइ। तू पचे उ लोगन क जरूर मारइ चाही चाहे उ तोहार आपन भाई, दोस्त अउ पड़ोसी ही क्यों न हो।’”

28 लेवी क परिवारे क मनई मूसा क हुकुम मानेन। उ दिना इस्राएल क करिब तीन हजार मनई मर गएन। 29 तब मूसा कहेस, “आज यहोवा क सेवा करइ बरे अपने आपक तइयार कर ल्या। काहेकि यहोवा आज तोहका आसीर्बाद देइहीं! अगर चाहे कि कउनो आदमी आपन पूत या रिस्तेदार क खोइ देत ह।”

30 दूसर दिन भिंन्सारे मूसा मनइयन स कहेस, “तू पचे खउफनाक पाप किहा ह। मुला अब मइँ यहोवा क लगे ऊपर जाब। सायद कि मइँ तोहार पाप बरे प्रायस्चित कइ सकत हउँ।” 31 तउ मूसा लौटिके यहोवा क लगे गवा अउ कहेस, “कृपा कइके सुना। इ लोग बहोत बुरा पाप किहेन ह अउ सोना क एक देवता बनएन ह। 32 अबहिं ओनका पाप खातिर छिमा कइ द्या। जदि आप छिमा न करब्या तउ मोर नाउँ “जिन्नगी क किताबे[a] स मेट द्या जेका आप लिखे अहा।”

33 मुला यहोवा मूसा स कहेस, “जउन मोरे खिलाफ पाप करत हीं, सिरिफ अइसा ही मनई बाटेन जेकर नाउँ मइँ आपन किताबे स मेटत हउँ। 34 ऍह बरे जा अउ मनइयन क हुवाँ लइ जा, जहाँ मइँ कहत हउँ। मोर सरगदूत तोहरे अगवा अगवा चली अउ तोहका राह देखाइ। जब उ मनइयन क सजा देइ क टेमॅ आइ, तउ जउन पाप किहे बाटेन तब ओनका सजा दीन्ह जाइ।” 35 ऍह बरे यहोवा मनइयन मँ एक भयंकर बेरामी पइदा किहेन ह। उ ऍह बरे अइसा किहेन ह कि उ पचे हारून स सोना क बछवा बनवइ क कहे रहेन।

यूहन्ना 11

लाजर क मउत

11 बैतनिय्याह क लाजर नाउँ क एक ठु मनई बीमार रहा। इ उहइ सहर रहा जहाँ प मरियम अउर ओकर बहिन मार्था रहत रहिन। (मरियम उ स्त्री रही जउऩ पर्भू क ऊपर, इतर डाए रही अउर अपने मूँडे क बारे स ओकर गोड़ पोंछे रही। लाजर नाउँ क रोगी ओकर भाई रहा।) इ बहिनियन ईसू क लगे समाचार भेजे रहिन, “पर्भू, जेहिका तू मया करत अहा उ बीमार अहइ।”

ईसू जब इ सुनेस तउ बोला, “इ बीमारी जान लेवा नाहीं अहइ। इ तउ परमेस्सर क महिमा परगट करइ क बरे अहइ। इहइ स परमेस्सर क पूत क महिमा मिली।” (ईसू मार्था ओकर बहिन अउर लाजर क पियार करत रहा) इ बरे जब उ सुनेस कि लाजर बीमार होइ गवा अहइ, तब जहाँ उ ठहरा रहा, हुवाँ दुइ दिन अउर रूक गवा। फिन ईसू अपने चेलन स कहेस, “आवत जा हम सब यहूदिया लौटि चली।”

इ सुनिके ओकर चेलन कहेन, “गुरू कछू दिन पहेल यहूदी नेता तोहरे ऊपर पथराव करइ क कोसिस करे रहेन अउर तू फिन हुवाँ जात अहा?”

ईसू जवाब दिहेस, “का एक दिन मँ बारह घंटा नाहीं होतेन। जब कउनो मनई दिन क रोसनी मँ चलत ह तउ उ ठोकर नाहीं खात, काहेकि उ इ दुनिया क रोसनी क देखत ह। 10 मुला जदि कउनो रात मँ चलत ह तउ ठोकर खाइ क गिर जात ह, काहेकि रोसनी नाहीं रहत।”

11 उ फिन इ कहेस, “अउर ओनसे बोला, हमार मीत लाजर अबहीं सोवत अहइ मुला मइँ ओका जगावइ जात अहउँ।”

12 फिन ओकर चेलन ओसे कहेन, “पर्भू, जदि ओका नींद आइ ग अहइ तउ उ नीक होइ जाई।”

13 ईसू लाजर क मउत क बाबत बतावत रहा मुला ओकर चेलन सोचेन कि उ प्राकृतिक नींद क बारे मँ कहत बाटइ। 14 इ बरे ईसू ओनसे साफ साफ कहेस, “लाजर मरि गवा अहइ। 15 मइँ तोहरे बरे खुस अहउँ कि मइँ हुवाँ नाहीं रहेउँ। इ बरे कि अब तू पचे मोरे मँ बिसवास करि सकत ह। आवा अब हम ओकरे पास चली।”

16 फिन थोमा, जेका लोग दिदुमुस कहत रहेन, दूसरे चेलन स कहेस, “आवा हमहूँ सबइ पर्भू क पास चली जइसे कि हमहूँ सबे उहइ क साथे मर सकी।”

बैतनिय्याह मँ ईसू

17 इ तरह स ईसू चला गवा अउर हुवाँ जाइके उ पाएस कि लाजर क कब्र मँ रखे चार दिन होइ चुका रहेन। 18 (बैतनिय्याह यरूसलेम स करीब तीन किलोमीटर दूर रहा।) 19 भाई क मउत पर मार्था अउर मरियम क तसल्ली दियावइ क बरे अउर तमाम यहूदी नेता आवा रहेन।

20 जब मार्था सुनेस कि ईसू आवा अहइ तउ उ ओसे मिलइ क बास्ते गइ। जबकि मरियम घरे मँ रूकी रही 21 हुआँ जाइके तब मार्था ईसू स कहेस, “पर्भू, जदि तू हियाँ होत्या तउ मोर भाई न मरत। 22 मुला मइँ जानत अहउँ कि तू अबहूँ अगर परमेस्सर स जउऩ कछू मँगब्या, उ तोहका देई।”

23 ईसू ओसे कहेस, “तोहार भाई जी उठी।”

24 मार्था ओसे कहेस, “मइँ जानित ह कि पुनरूत्थान क आखिरी दिन लोग जिवावा जइहीं।”

25 ईसू ओसे कहेस, “मइँ पुनरूत्थान अहउँ मइँ जीवन अहउँ जउऩ मनई मोहमाँ बिसवास करत ह, जी उठी। 26 अउर उ मनई जउन जियत ह अउर मोहमाँ बिसवास करत ह, कबहूँ न मरी। का तू ऍहमा बिसवास करति अहा?”

27 उ ईसू स बोली, “हाँ पर्भू, मइँ बिसवास करित ह कि तू मसीह अह्या, उहइ परमेस्सर क पूत, जउन इ दुनिया मँ आवइवाला रहा।”

ईसू रोय दिहेस

28 फिन ऍतना कहिके उ हुवाँ स चली गइ अउर अपने बहन क अकेले मँ बोलाइके बोली, “गुरू हियाँ अहइ, अउर तोहका बोलावत अहइ।” 29 जब मरियम इ सुनेस तउ उ तुरन्त उठिके ओसे मिलइ क चलि दिहेस। 30 ईसू अबहुँ तलक गाँव मँ नाहीं आवा रहा। अबहीं उ उहइ जगह रहा जहाँ मार्था ओसे मिली रही। 31 फिन जउन यहूदी घरे प ओका तसल्ली देत रहेन, जब मरियम क झटपट उठिके जात देखेन तउ इ सोचेन कि उ कब्र प रोवइ क बरे जात अहइ, इ बरे उ पचे ओकरे पीछे चल दिहेन। 32 मरियम जब हुवाँ पहुँची, जहाँ ईसू रहा तउ ईसू क देखिके ओकरे गोड़े प गिर पड़ी अउर बोली, “पर्भू जदि तू हियाँ होत्या तउ मोर भाई न मरत।”

33 ईसू जब ओका अउर ओकरे साथ आए रहेन यहूदियन क रोअत चिल्लात देखेस तउ ओकर आतिमा तड़पइ अउर उ बहुत ब्याकुल होइ लाग। उ बहुत घबराइ गवा। 34 अउर बोला, “तू ओका कहाँ रखे अहा?”

उ पचे ओसे बोलेन्ह, “पर्भू आवा अउर देखा।”

35 ईसू क फूटि फूटिके रोवइ लाग।

36 इ देखिके यहूदी कहइ लागेन, “देखा! इ लाजर क बहोत पियार करत ह!”

37 मुला ओहमाँ स कछू लोग कहेन, “इ मनई जउऩ आँधरे क आँखी दिहेस, का लाजर क मरइ स बचाइ नाहीं सकत?”

ईसू लाजर क फिन जिआइ दिहेस

38 तउ ईसू अपने मन मँ एक दाई फिन विचलित होइ गवा अउर कब्र कइँती गवा। उ एक गुफा रही अउर ओकर दरवाजा एक ठु चटूटान स ढका रहा। 39 ईसू कहेस, “इ चटूटान क हटावा।”

जउऩ मनई मरा रहा, ओकर बहिन मार्था कहेस, “पर्भू अब तलक तउ हुवाँ स गन्ध आवइ लाग, काहेकि ओका दफनाए चार दिन होइ गएन।”

40 ईसू ओसे कहेस, “का मइँ तोह कहे नाहीं कि जदि तू बिसवास करबू तउ परमेस्सर क महिमा का दर्सन पउबू।”

41 तउ उ पचे उ चट्टान क हटाय दिहेन। अउर ईसू आपन आँखी ऊपर उठाइके कहेस, “परमपिता, मइँ तोहार धन्यबाद करत अहउँ, इ बरे कि तू मोर सुनि लिहा। 42 मइँ जानित ह कि तू हमेसा मोर बात सुनि लेत ह मुला मइँ हियाँ चारिउँ तरफ इकट्ठा भीड़ स कहे अही जइसे लोग बिसवास कइ लेइ कि मोका तू भेजे अहा।” 43 इ कहिके उ बड़े जोर की आवाज दइके बोलाएस, “लाजर बाहर आइ जा!” 44 उ मनइ जउन मरि ग रहा, बाहर आइ गवा। ओकर हाथ गोड़ अबहुँ तक कफन स बंधा रहेन। ओकर मुँह कपरा स लिपटा रहा।

ईसू ओऩ लोगन स कहेस, “एका खोल द्या अउर जाइ द्या।”

यहूदी नेतन क जरिए ईसू क मारि डाइ क साजिस

(मत्ती 26:1-5; मरकुस 14:1-2; लूका 22:1-2)

45 एकरे बाद मरियम क साथ आए यहूदियन मँ स तमाम ईसू क इ काम देखिके ओह प बिसवास करइ लागेन। 46 मुला ओहमाँ स कछू फरीसियन क लगे गएन अउर जउऩ कछू ईसू करे रहा, ओऩका बताएऩ। 47 फिन मुख्याजकन अउर फरीसियन यहूदी महासभा क बैठक बोलाएन अउर कहेन, “हमका सबेन्ह क अब का करइ चाही? इ मनई बहुत अद्भुत कारजन देखॅावत अहइ। 48 अगर हम पचे एका अइसे करइ देब तउ ओकरे ऊपर सब बिसवास करइ लगिहइँ अउर इ तरह स रोमी लोग हियाँ आइ जइहीं अउर हमरे मन्दिर क अउर हमरे देस क बरबाद कइ देई।”

49 मुला उ साल क मुख्ययाजक काइफा ओऩसे कहेस, “तू पचे कछू नाहीं जानत अह। 50 अउर तोहका सबेन्ह क इहउ समझ नाहीं अहइ कि इहइ करइ मँ तोहार फायदा अहइ, अपनी सारी जात क बचावइ क बरे सबके फायदे क बरे एक मनई क मारइ क होई।”

51 इ बात उ अपनी तरफ स नाहीं कहे रहा, मुला उ साल क मुख्ययाजक होइ क नाते इ भविस्सबाणी किहे रहा, कि ईसू यहूदी रास्ट्र क बरे मरइ जात अहइ, 52 केवल यहूदी रास्ट्र क बरे नाहीं बल्कि परमेस्सर क सन्तान क बरे जउन तितर-बितर अहइ ओनका इदट्ठा करइ क बदे।

53 इ तरह स उही दिन स उ पचे ईसू क मारइ क साजिस करइ लागेन। 54 ईसू फिन यहूदियन क बीच मँ खुलके नाहीं आवा अउर यरूसलेम छोड़के उ निरजन रेगिस्तान क लगे इफ्राईम सहर जाइके अपने चेलन क साथे रहइ लाग।

55 यहूदियन क फसह क त्यौहार आवइवाला रहा। तमाम मनई अपने अपने गाँव स यरूसलेम चला गएन, जइसे कि फ़सह क त्यौहार क पहले खुद क पवित्तर कइ लेइँ। 56 उ पचे ईसू क खोजत रहेन। इ बरे जदि उ सबेन्ह मन्दिर मँ खड़ा रहेन तउ आपस मँ एक दूसरे स पूछब, सुरू करेन्ह, “तू सबेन्ह का सोचत अहा, का उ इ त्यौहार मँ न आई?” 57 फिन मुख्ययाजकन अउर फरिसियन इ आदेस दिहेन कि कउनो क एकर पता लगावा जाइ कि क कउनो जानत ह कि ईसू कहाँ अहइ, तो उ बताइ देइ, जेहसे कि उ ओका बन्दी बनाइ सकइँ।

नीतिवचन 8

सुबुद्धि क पुकार

का बुद्धि तोहका गोहरावत नाहीं अहइ?
    का समुझबूझ ऊँचकी अवाज स तोहका नाहीं बुलावत अहइ?
उ राह क किनारे ऊँचे ठउरन पइ
    अउर चौराहे पइ खड़ी रहत ह।
उ सहर क जाइवालन दुआरन क सहारे
    सिंह दुआर क ऊपर गोहराइके कहत ह,

“हे लोगो, मइँ तोहका गोहरावत हउँ,
    मइ समूची मानवजाति बरे अवाज उठावत हउँ।
अरे नादा ने लोगो! बुद्धिमानी स रहइ क सिखा
    तू जउन मूरख बना अहा समुझबूझ सिखा।
सुना। काहेकि मोरे लगे कहइ क उत्तिम बातन अहइँ,
    आपन मुँहन खोलति हउँ, जउन कहइ क उचित बा
मेरे मुखे स तउ उहइ निकरत ह जउन फुरइ अहइ,
    काहेकि मोरे ओंठन क दुट्ठता स घिन अहइ।
मोरे मुँहे स निकलइ वाले सबइ सब्द निआव स पूर्ण अहइ।
    ओन मँ स कउनो भी धोका देइ वाला नाहीं अहइ।
विचारवान मनई बरे उ सबइ साफ साफ अहइँ
    अउर गियानी जन बरे उ सबइ सब दोख रहित अहइँ।
10 चाँदी नाहीं बल्कि तू मोर हिदायत ग्रहण करा
    उत्तिम सोना नाहीं बल्कि तू मोर गियान ल्या।
11 सुबुद्धि रत्नन मणि माणिकन स जियादा कीमती अहइँ।
    तोहार अइसी मनचाही कउनो वस्तु स ओकर तुलना नाहीं होइ।”

सुबुद्धि का करत ह

12 “मइँ बुद्धि अउर गियान क संग रहत हउँ।
    नीक अउर विवेक मोर मीत अहइ।।
13 यहोवा स डरब, बुराई स घिना करब अहइ।
    स्वार्थीपन अउर घमण्ड, बुराइ क मारग झुटी मुँह स मइँ घिना करत हउँ।
14 मोर लगे परामर्स अउ गियान अहइ।
    मोरे लगे बुद्धि सक्ती अहइ।
15 मोरे ही सहारे राजा राज्ज करत हीं,
    अउर सासक नेम रचत हीं, जउन निआउ स पूर्ण अहइ।
16 केवल मोरी ही मदद स
    धरती क सबइ नीक सासक राज्ज चलावत हीं।
17 जउन मोहसे पिरेम करत हीं, मइँ भी ओनसे पिरेम करत हउँ,
    मोका जउन हेरत हीं, मोका पाइ लेत हीं।
18 सम्पत्तियन अउ आदर मोर संग अहइँ।
    मइँ खरी सम्पत्ति अउ जस देत हउँ।
19 मोर फल सोना स उत्तिम अहइँ।
    मइँ जउन उपजावत हउँ, उ सुद्ध-चाँदी स जियादा नीक अहइ।
20 मइँ निआउ क मारग क संग संग
    सत्य क मारग पइ चलत आवत हउँ।
21 मोहसे जउन पिरेम करतेन ओनका मइँ धन देत हउँ,
    अउर ओनकर भंडार भरि देत हउँ।

22 “यहोवा सबइ चिजियन क रचइ स पहिले
    आपन पुराने करमन स भी पहिले मोका रचेस ह।
23 मोर रचना सनातन काल मँ भइ रहा।
    धरती क रचान स पहिले मोर रचान भइ रहा।
24 जब मोरे रचना कीन्हा गवा रहा तब न तउ सागर रहा
    अउर न ही पानी क सोता रहेन।
25 मोका पहाड़न पहाड़ियन क थिर करइ स पहिले ही
    जन्म दीन्ह गवा।
26 धरती क रचना, या ओकर खेत या जब धरती क,
    धूल कण रचा गएन, ओसे पहिले मोका रचेस ह।
27 जब यहोवा अकासे क कायम किहे रहा ओहसे भी पहिले मोर अस्तित्व रहा।
    जब यहोवा सागार क पइ छितिज रेखा खिँचे रहा ओहसे भी पहिले मोर अस्तित्व रहा।
28 उ जब अकासे मँ सघन बादल टिकाए रहा,
    अउर गहिर सागर क पानी स भरे रहा तउ स भी मइँ हुवाँ रहा।
29 जब उ समुद्दर क चउहद्दी बाँधे रहा ताकि पानी ओहसे आगे न चला जाइ मइँ हुवाँ रहा।
    जब उ धरती क नेवन रखे रहा ओहेस पहिले मइँ राह।
30 तब मइँ ओकरे संग कुसल सिल्पी स रहेउँ, मइँ दिन-प्रतिदिन आनन्द स पूरिपूर्ण होत चली गएउँ।
    ओकर समन्वा हमेसा आनन्द मनावत।
31 ओकर पूरी दुनिया स मइँ आनन्दित रहेउँ।
    मोर खुसी समूचइ मानवता रही।

32 “तउ अब, मोर पूतो, मोर बात सुना।
    ओ धन्न अहइ जउन जन मोर राह पइ चलत हीं।
33 मोर उपदेस सुना अउर बुद्धिमान बना।
    एनकर उपेच्छा जिन करा।
34 उहइ जन धन्न अहइ, जउन मोर बात सुनत अउर रोज मोरे दुआरन पइ दृस्टि लगाए रहत
    एवं मोर ड्योढ़ी पइ बाट जोहत रहत ह।
35 काहेकि जउन मोका पाइ लेत उहइ जिन्नगी पावत
    अउर उ यहोवा क अनुग्रह पावत ह।
36 मुला उ जउन मोर खिलाफ पाप करत ह खूद ही चोट खावत ह
    उ जउन मोहे स घिना करत ह उ मउत स गले लगावत ह।”

इफिसियन 1

पौलुस कइँती स, जउन परमेस्सर क इच्छा ईसू मसीह क एक प्रेरित अहइ,

इफिसुस क रहइवाले संत जनन अउर ईसू मसीह मँ बिसवास रखइवालन क नाउँ:

तू लोगन क हमरे परमपिता परमेस्सर अउर ईसू मसीह कइँती स अनुग्रह अउर सांति मिलइ। मसीह मँ स्थित लोगन क आध्यात्मिक असीसन।

ईसू म आध्यात्मिक असीसन

हमरे पर्भू ईसू मसीह क पिता अउर परमेस्सर धन्य होइ। ओहमाँ हमका मसीह क रूप मँ सरगे क क्षेत्र मँ हर तरह क आसीर्बाद दिहे अहइँ। 4-5 संसार क रचना स पहिले ही परमेस्सर हमका, जउन मसीह मँ स्थित बा, आपन सामने पवित्तर अउर निर्देस बनई क बरे चुनेस। हमरे बरे ओकर जउन पिरेम बा उही क कारण उ ईसू मसीह क द्वारा हमका आपन बेटवा क रूप मँ स्वीकार कीन्ह जाइ बरे नियुक्त किहेस। इहइ ओकर इच्छा रही अउर प्रयोजन रहा। उ अइसा ऍह बरे किहेस परमेस्सर आपन महिमा अउर अनुग्रह बरे प्रसंसित करइ। उ एका हमका, जउन ओकर पिआरा बेटवा मँ स्थित बा मुक्त भाव स दिहेस।

हमका, ओहमाँ ओकर लहू क द्वारा छुटकारा, अर्थात् हमरे अपराधन क छमा ओकरे अनुग्रह क धन क अनुसार मिली ह। ओकर सम्पन्न अनुग्रह क कारण हमका हमरे पापन क छमा मिलत ह। आपन उही पिरेम क अनुसार जेका उ मसीह क द्वारा हम पर परगट करइ चाहत रहा। उ हमका आपन इच्छा क रहस्य क बताएस ह। जइसा कि मसीह क जरिये हमका उ देखॅावइ चाहत रहा। 10 परमेस्सर क इ योजना रही कि अच्छा समइ पर सरग क अउर पृथ्वी पर क सभन वस्तुअन क मसीह मँ एकत्र करइ।

11 सब बातन योजना अउर परमेस्सर क निस्चय क अनुसार कीन्ह जात हीं। अउर परमेस्सर आपन निजी प्रयोजन क कारण ही हमका उही मसीह मँ संत बनवई क बरे चुने अहइ। इ ओकरे अनुसार इ भवा जेका परमेस्सर अनादिकाल स सुनिस्चित कइ रखे रहा। 12 ताकि हम ओकरी महिमा क प्रसंसा क कारण बनि सकी। हम यानी सबसे पहले जे लोग आपन आसा क मसीह पर केन्द्रित कइ दिहे अहइँ। 13 जब तू उ सत्य क उपदेस सुन्या जउन तू सबन उद्धार क सुसमाचार रहा, अउर जउने मसीह पर तू बिसवास किहे रह्या। तउ जउने पवित्तर आतिमा क बचन दिहे रह्या। मसीह क जरिये स ओकर छाप परमेस्सर क दुआरा तोहे जने पर लगाय गइ। 14 उ आतिमा हमरे उतराधिकार क भाग क जिम्मेदारी क बयाना क रूप मँ ओह समइ तलक बरे हमका दीन्ह गवा रहा। जब तलक कि उ हमका जउन ओकर आपन अहइँ पूरी तरह उद्धार नाहीं दइ देत। एकरे कारण लोग ओकरे गरिमा क प्रसंसा करिहीं।

इफिसियनन क बरे पौलुस क पराथना

15-16 इही बरे जब स मइँ पर्भू ईसू मसीह मँ तोहरे बिसवास अउर सभन सन्तन क बरे तू सबन क पिरेम क विसय मँ सुने हउँ। मइँ तू पचन क बरे परमेस्सर क धन्यबाद निरन्तर करत हउँ अउर तू पचन क आपनन पराथना मँ याद करत हउँ। 17 मइँ पराथना करत रहत हउँ कि हमार पर्भू ईसू मसीह महिमावान परमपिता क परमेस्सर तू पचन क विवेक अउर दिव्य दर्सन क अइसेन आतिमा क सक्ती प्रदान करइ। जैसे तू पचे ओका अच्छी तरह क जान सका।

18 मोर बिनती बा कि तोहरे हीये (हृदय) क आँखिन खुल जाइँ अउर तू प्रकास क दर्सन कइ सका ताकि तू पचन क पता चल जाइ कि उ आसा का अहइ जेकरे बरे तू पचन क उ बोलाए अहइ। अउर जेकरे उत्तराधिकार क उ आपन सभन पवित्तर जने क देई। उ केतॅना अदभुत अउर सम्पन्न बाटइ। 19 अउर हम बिसवासियन क बरे ओकर सक्ती बेमिसाल रूप स केतॅना महान बा। इ सक्ती अपनी महान सक्ती क ओह प्रयोग क समान बा। 20 जेका उ मसीह मँ तब कामे मँ लिहे रहा जब मरे हुवन मँ स ओका फिन स जियाइ क सरगे क छेत्र मँ आपन दिहिनीं कइँती बइठाइके 21 सबहुँ सासकन, अधिकारियन समरथन, अउर राजा लोगन, अउर हर कउनो अइसेन सक्तिसालिन पदबी क उप्पर स्थापित किहे रहा। जेका न केवल उ युगे मँ बल्कि आवइवाले युगे मँ किहीउ क दिहा जाइ सकत ह। 22 परमेस्सर सब कछू तउ मसीह क चरन क नीचे कइ दिहेस अउर उहइ मसीह क कलीसिया क सभी चीजन क सर्वोच्च अधिकारी बनायेस। 23 कलीसिया मसीह क तन अहइ अउर सब बिधियन स सब कछू क ओकर पूर्णतया ही परिपूर्ण करत ह।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.