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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
निर्गमन 30

धूप जरावइ क वेदी

30 यहोवा मूसा स कहेस, “बबुरे क लकड़ी क एक वेदी बनावा। तू इ वेदी धूप बारइ बरे करब्या। तोहका वेदी क चौकोर एक हाथ लम्बा अउ एक हाथ चौड़ा बनवइ चाही। एकर ऊँचाइ दुइ हाथ होइ चाही। चारिहुँ कोने प सींग होइ चाही। इ सींगन क वेदी क साथ एक टुकड़ा बनइ देइ चाही। वेदी क ऊपर क सिरा अउ ओकर सबहिं कइँती निखालिस सोना मढ़ा। वेदी क चारिहुँ कइँती सोना क पाटी लगावा। इ पाटी क तले सोना क दुइ छल्ला होइ चाही। वेदी क दूसर कइँती सोना क दुइ छल्ला भी होइ चाही। इ छल्ला वेदी क ढोवइ मँ खम्भन फँसावइ खातिर होइहीं। छल्लन क वेदी क विपरीत कइँती लगावा। खम्भन क भी बबुरे क काठे क बनावा। खम्भन क सोना स मढ़ा। वेदी क खास पर्दा क समन्वा धरा। करार क संदूख उ पर्दा क दूसर कइँती अहइ। उ संदूखा क ढकइवाला ढकना क समन्वा वेदी होइ। इ उठइ ठउर अहइ जहाँ मइँ तोहसे मिलब।

“हारून हर भिंसारे महकउआ धूप बत्ती वेदी प बारी। इ उ तब करी जब दियन क देखइ भालइ आइ। ओका संझा क देखइ भालइ आइ तब फुन धूप बत्ती बारइ चाही। जेहसे यहोवा क समन्वा हर रोज भिंसारे अउ साँझ क धूप बत्ती बरत रहइ। इ वेदी क प्रयोग कउनो दूसर तरह क धूप या जरी भइ बलि बरे जिन किहा। इ वेदी क प्रयोग अन्न भेंट या पेय भेंट बरे जिन किहा।

10 “बरिस मँ एक दाई हारून यहोवा क खास भेंट चढ़ाइ। हारून पाप भेंट क खून क प्रयोग मनइयन क पापन्क प्रायस्चित करइ बरे करी। हारून इ वेदी क सीगांन प करी। इ दिन प्रायस्चित क दिन कहा जाइ। इ तोहार पीढ़ी दर पीढ़ी लागू होइ। इ यहोवा बरे बहोत ही खास दिन होइ।”

मंदिर क कर

11 यहोवा मूसा स कहेस, 12 “इस्राएल क मनइयन क गना करा जेहसे तू जनब्या कि हुवाँ केतवा लोग अहइँ। जब कबहूँ इ कीन्ह जाइ हर एक मनई आपन जिन्नगी बरे यहोवा क धन देइ। जदि हर मनई उ करी तउ मनइयन क संग कउनो भी डराउन घटना न होइ। 13 हर मनई जेका गना जाए उ आधा सेकेल चाँदी जरूर देइ। (पवित्तर ठउर क सेकेल क अनुसार आधा सेकेल अहइ।) एक सेकेल क वजन बीस गेरा होत ह। इ आधा सेकेल यहोवा बरे भेट होइ। 14 बीस बरिस या ओसे जिआदा जउन मनई होइ ओका गना जाइ। हर मनई जउन गना जाइ, यहोवा क भेंट देइ। 15 धनी मनई आधा सेकेल स जिआदा न देइहीं। अउ गरीब मनई आधा सेकेल स कमती नाहीं देइहीं। सबहिं मनइयन यहोवा क बराबर बराबर भेंट देइहीं। इ तोहरे जिन्नगी क कीमत होइ। 16 इस्राएल क लोगन स इ धन बटोरा। बइठकावाले तम्बू मँ सेवकाइ करइ बरे इ धन क बइपरा। इ यहोवा क समन्वा आपन मनइयन क याद करइ, तोहार रूहन क प्रास्चित करइ बरे एक यादगार होइ।”

हाथ गोड़ धोवइ क हउद

17 यहोवा मूसा स कहेस, 18 “एक ठु काँसा क सिलफची ल्या अउ एका काँसे क गोड़े प धरा। तू पचे एका धोवइ बरे बइपरा। सिलफची क बइठकावाली तम्बू अउ वेदी क बीच धरा। सिलफची मँ पानी भरा। 19 हारून अउ ओकर बेटवन इ हउद क पानी स आपन गोड़ हाथ धोवइँ। 20 हर दाई जब उ पचे बइठकावाले तम्बू मँ आवइँ तउ पानी स गोड़ हाथ जारूर धोवइँ। जब उ पचे वेदी क निअरे वेदी क नगिचे यहोवा क सेवा करइ अउ धूप बारइ आवइँ। 21 उ पचे आपन गोड़ हाथ जरूर धोवइ ताकि उ पचे मरिहीं नाहीं। इ अइसा कनून होइ जउन हारून अउ ओकरे लोगन बरे हमेसा बना रही। इ कनून हारून अउ ओन सबहिं लोगन बरे बना रही जउन भविस्स मँ होइ।”

अभिसेक क तेल

22 तब यहोवा मूसा स कहेस, 23 “बहोत बढ़िया मसाला लिआवा। बारह पौडं गीला लोहबान लिआवा अउ इ तउल क आधा (छ: पौण्ड) महकउआ दालचीनी अउर बारह पौडं अगर, 24 अउ बारह पौण्ड तेजपत्ता ल्या। एनका नापइ जोखइ बरे दप्तर क नाप क प्रयोग करा। एक गैलन जइतून क तेल भी लिआवा।

25 “गमकइवाला अभिसेक क तेल बनवइ बरे इ सबहिँ चीजन्क जरूर मिलावइ चाही। 26 बइठकावाले तम्बू अउ करार क संदूखे प इ तेल क छिरका। 27 मेज अउ मेजे प धरी सबहिं तस्तरिन प तेल छिरका। इ तेल क सबहिं दिया अउर सब औजारे प छिरका। इ तेले क धूप वेदी प डारि द्या। 28 जरि क भेट क वेदी अउ दूसर सबही बरतन प यहोवा बरे तेल नावा। खोरा अउ ओका आधार प तेल नावा अउ वेदी क पावा प तेल नावा। 29 तू इ सब चीजन्क पवित्तर बनउब्या। उ सबइ चिजियन यहोवा बरे खास होइहीं। कउनो भी चीज जउन एनका छुइ उ भी पवित्तर होइ जइ।

30 “हारून अउ ओनके पूतन प तेल छिरका। मोर खास तरह स सेवा करइ बरे इ ओनकइ पवित्तर करिहीं। तबहिं इ सबइ मोरे सेवा याजकन क तरह करत हीं। 31 इस्राएल क मनइयन स कहा कि अभिसेक क तेल मोरे बरे हमेसा बहोत पवित्तर अउ खास होइ। इ हमेसा तोहार सबहीं पीढ़ियन बरे सिरफ मोर सेवा बरे होइ चाही। 32 मामूली सुगन्धि क तरह कउनो भी मनई इ तेल क न बइपरी। उ तरह कउनो सुगन्धि बनावा जउन तरह इ खास तेल बनाऐस ह। इ खास अभिसेक क तेल पवित्तर अहइ अउर इ तोहरे बरे बहोत खास अउ पवित्तर होइ चाही। 33 जदि कउनो इ पवित्रर तेल क नाई सुगन्धि बनवइ अउर ओका कउनो विदेसी क देइ जउन कि याजक नाहीं ह तउ उ मनई क आपन लोगन स जरूर अलगाइ देइ चाही।”

धूप

34 तब यहोवा मूसा स कहेस, “इ महकउआ हवन सामग्री क ल्या: रसगंधा, कस्तूरी गंधिका, बिरोजा अउ निखालिस लोहबान। धियान राखा कि तोहरे लगे सामग्री क वजन बराबर होइ। 35 सामग्री क महकउआ धूप बनावइ बरे आपुस मँ मिलावा। ऍका उहइ तरह करा जइसा सुगन्धि बनवइया करत ह। इ धूप मँ नोन भी मिलावा। इ एका सुद्ध अउ पवित्तर बनइ। 36 कछू धूप क तब तलक पीसा जब ताई ओकर बुकनी न होइ जाइ। बइठकावाले तम्बू मँ करार क संदूखे क समन्वा इ बुकनी क धरा। इ उहइ ठउर अहइ जहाँ मइँ तोहसे मिलब। 37 तू पचन्क इ धूपे क चूरन क सिरिफ खास अवसर मँ ही बइपरइ चाही। तू पचन्क इ धूपे क चूरन क बइपरइ बरे सिरिफ खास तरह स यहोवा खातिर जराइ चाही। इ खास तरह स धूप बनावइ बरे दूसर धूपे बरे जिन कर्या। 38 कउनो मनई आपन खातिर कछू अइसा धूप बनावा चाहत ह जेहसे उ इ सुगन्धि क मजा लइ सकइ। मुला अगर उ अइसा करत ह तउ ओका अपने मनइयन स अलग कइ दीन्ह जाइ।”

यूहन्ना 9

पैदाइसी आँधर क आँखी देब

जब उ सबेनह जात रहेन तउ उ एक ठु पैदाइसी आँधर मनई क देखेस। इ देखि क ईसू क चेलन ओसे पूछेन, “गुरू, इ मनई आँधर पैदा भवा ह मूला केकरे पाप क कारण उ आँधर भवा ह अपने पाप या अपने महतारी बाप क?”

ईसू जवाब दिहेस, “न तउ इ कउनो पाप करे अहइ अउर न एकर महतारी बाप कउनो पाप करे अहइँ। इ एह बरे आँधर पैदा भवा अहइ जइसे कि ऍका नीक कइके परमेस्सर क ताकत देखाई जा सकइ। ओकर काम जउन मोका भेजे अहइ, दिन रहतइ कइ लेइ चाही, काहेकि जब रात होइ जाइ तउ कउनो काम नाहीं होइ पावत। जब तलक मइँ इ दुनियाँ मँ अहइ तब तलक मइँ दुनिया क ज्योति अहउँ।”

ऍतना कहिके ईसू जमीन प थूकेस अउर ओसे थोरि क माटी सानेस ओका आँधर मनई क आँखी प मल दिहेस। अउर ओसे कहेस, “जा अउर सीलोह क पोखरा मँ धोइ आवा।” (सीलोह क मतलब अहइ “भेजा भवा।”) अउर फिन उ आँधर जाइके आपन आँखी धोइ आवा। जब उ लौटा तउ ओका देखॅाइ देइ लाग।

फिन ओकर पड़ोसी अउर उ लोग जउऩ ओका भीख माँगत देखत रहेन, कहेन, “का इ उहइ मनई अहइ जउऩ बइठे-बइठे भीख माँगत रहा?”

कछू लोग कहेन, “इ उहइ अहइ।” दूसर लोग कहेन, “नाहीं, इ उ मनई न अहइ, उहइ क तरह देखॅात अहइ।” इ सुनिके आँधर मनई कहेस, “मइँ उहइ अहउँ।”

10 इ देखिके उ सबेन्ह ओसे पूछेस, “तोहका आँखी क प्रकास कइसन मिली?”

11 उ जवाब दिहेस, “ईसू नाउँ क एक मनई माटी सानके मोरी आँखी प मलेस अउ मोसे कहेस, जा अउर सीलोह मँ धोइ आवा अउर मइँ जाइके धोइ आएउँ। मोका उहइ वजह स आँखन क प्रकास मिल गवा।”

12 फिन उ सबेन्ह ओसे पूछेन, “उ कहाँ अहइ?”

उ जवाब दिहेस, “मोका पता नाहीं अहइ।”

आँखी क दान क बावत फरीसियन मँ आपसी झगड़ा

13 उ मनई जउन पहिले आँधर रहा, उ सबेन्ह ओका फरीसियन क पास लइ गएन। 14 जउने दिन ईसू, माटी सानके अँधरे क आँखी क प्रकास दिहे रहा। उ सबित क दिन रहा। 15 ऍह तरह फरीसियन ओसे एक बार फिन पूछइ लागेन, “उ अपने आँखिन क प्रकास कइसे पाएस?”

उ बताएस, “उ मोरी आँखी प गीली माटी लेपेस अउर मोसे कहेस, जा धोइ ल्या, मइँ धोइ लीन्ह अउर अब देख सकित हउँ।”

16 कछू फरीसी कहइ लागेन, “इ मनई परमेस्सर क तरफ स न अहइ, एह बरे कि इ सबित क पालन नाहीं करत।”

एक क सुनिके दूसर मनई बोलेन, “कउनो पापी मनई भला ऍतना अदूभुत कारजन कइसे कइ सकत ह?” इ तरह स ओनके बीच मँ आपस मँ मतभेत होइ लाग।

17 फिन यहूदी नेतन उ आँधर मनई स बोलेन, “ओकरे बाबत तू का कहत अहा? एह बरे कि तू जानत अहा कि उ तोका आँखी दिहे अहइ।”

तब उ कहेस, “उ नबी अहइ।”

18 यहूदी नेतन ओह समइ तक ओकरे ऊपर बिसवास नाहीं करत रहेन, कि उ मनई आँधर रहा अउर ओकरे आँखिन का प्रकास मिल गवा। जब तक ओकरे महतारी बाप क बोलाइके 19 उ पचे इ नाहीं पूछ लिहेन कि, “का इ तोहार बेटवा अहइ जेकरे बारे मँ तू कहत अहा कि वह आँधर रहा। फिन इ कइसे होइ सकत ह कि अब उ देख सकत ह?”

20 इ सुनिके ओकर महतारी बाप जवाब देत कहेन, “हम जानित ह कि हमार बेटवा अहइ अउर हमार बेटवा पैदाइसी आँधर रहा। 21 मुला हम इ नाहीं जानित कि अब उ कइसे देख सकत ह अउर न तउ हम इ जानित थी कि एका आँखिन मँ प्रकास के दिहेस। अब इहइ स पूछा, इ काफी बड़ा होइ गवा अहइ। अपने बावत इ खुदइ बताय सकत ह।” 22 ओकर महतारी बाप इ बात इ बरे कहे रहेन कि उ यहूदी नेतन स डेरात रहेन। काहेकि उ पहिले स निस्चय कइ चुका रहेन कि जउन मनई ईसू क मसीह मानी तउ ओका आराधनालय स निकार दीन्ह जाई। 23 इ बरे ओकर महतारी बाप कहेन, “उ काफी बड़ा होइ गवा उहइ स पूछा।”

24 यहूदी नेतन उ मनई क जउऩ आँधऱ रहा दूसरी बार बोलाएन, अउर कहेन, “सही सही बोल, अउर जउन तू नीक होइ ग अहा ओकर महिमा परमेस्सर क द्या। हमका पता अहइ कि इ मनई पापी अहइ।”

25 इ सुनिके उ जवाब दिहेस, “मइँ इ नाहीं जानित कि उ पापी अहइ कि नाहीं, मइँ तउ इहइ जानित ह कि मइँ आँधर रहेउँ अउर अब मइँ देख सकित ह।”

26 इ सुनिके उ सबइ ओसे पूछेन, “उ तोहका का किहेस? उ तोहका कइसे आँखी दिहेस?”

27 उ मनई ओन सबेन्ह क जवाब दिहेस, “मइँ तउ तोहका बताय चुका अहउँ मुला तू मोर बात सुनतइ नाहीं अहा। तू फिन स काहे उहइ बात सुना चाहत अहा? का तू ओकर चेलन बना चाहत अहा?”

28 इहइ बात प उ पचे ओकर बेइज्जती करेन अउर कहेन, “तू ओकर चेला अहा अउर हम सबेन्ह मूसा क चेलन अही। 29 हम सब जानित ही कि परमेस्सर मूसा स बतियात रहा, मुला हम सबेन्ह इ नाहीं जानित कि इ मनई कहाँ स आइ बाटइ?”

30 एकर जवाब देत उ मनई ओनसे कहेस, “बड़ी अचरज की बात अहइ कि तू सबेन्ह इ नाहीं जानत अहा कि उ कहाँ स आइ बाटइ? मुला मोका आँखिन क प्रकास उहइ दिहेस। 31 हम पचे जानित ह कि परमेस्सर पापियन क नाहीं सुनत, उ तउ ओनकइ सुनत ह जउऩ समर्पित अहइँ अउर उहइ परमेस्सर क जउन इच्छा रहत ह, उहइ करत ह। 32 आज तलक इ कबहूँ सुना नाहीं ग रहा कि कउनो आँधरे मनई क कहूँ आँखी क प्रकास दिहे रहा। होइ। 33 जब मनई परमेस्सर क तरफ स नाहीं आइ अहइ तउ उ इ सब कछू नाहीं कइ सकत।”

34 ऍकरे जवाब मँ उ सबइ कहेन, “तू हमेसा स पापी रह्या, जब स तोहार जनम भवा। अउर आज तू हम सबका सिखावइ चला अहा?” इ कहिके यहूदी नेतन ओका धकियाइके बाहेर निकार दिहेन।

आतिमा का आँधर होब

35 ईसू इ सुनेस कि यहूदी नेतन ओका धकियाइके बाहर निकार दिहेन तउ ओसे मिलके उ कहेस, “का तू मनई क पूत मँ बिसवास करत ह?”

36 एकरे जवाब मँ उ मनई बोला, “हे प्रर्भू, इ बतावा कि मनई क पूत कउन अहइ? इ बरे कि मइँ ओकरे मँ बिसवास करइ लागाऊँ!”

37 ईसू ओहसे कहेस, “तू ओका लखि चुका अह अउर उ उहइ मनई अहइ जेहसे तू इ समइ बात करत अहा।” 38 फिन उ कहेस, “पर्भू, मइँ बिसवास करित हउँ!” अउर उ फिन ओकरे सामने ओनके गोड़वा पइ गिर गवा। 39 ईसू कहेस, “मइँ इ दुनिया मँ निआव करइ क बरे आइ अहउँ, जइसे कि जउन देखि नाहीं सकत अहइँ, उ देखइ लागइँ अउर जउन देखत अहइँ, उ सबइ आँधर होइ जाइँ।”

40 कछू फरीसी जउन ईसू क साथे रहेन, इ सुनिके ईसू स कहेन, “हम सब जरूर आँधर नाहीं अही। का हम पचे आँधर अही?”

41 ईसू ओनसे कहेस, “जदि तू आँधर होत्या तउ तू पापी न होत्या मुला जइसे तू सबेन्ह कहत अहा कि देख सकत अहा, इ बरे तू सबेन्ह जरूर पापी अहा।”

नीतिवचन 6

कउनो चूक जिन करा

हे मोर पूत, जदि तू बगैर समुझबूझिके कउनो अजनबी मनइ क बदले मँ कउनो क जमानत दिहा ह या कउनो स कउनो बचन किहस ह तउ तू आपन ही कहनी क जालि मँ फँसि गवा अहा, तू आपन मुँह क ही सब्दन क पिंजरे मँ बंद होइ गवा अहा। हे मोर पूत, काहेकि तू अउरन क हाथन क पुतला होइ गवा ह। तू आपन क रच्छा बरे अइसा ही करा जइसा मइँ कहत हउँ। ओन लोगन क निअरे जा अउ विनम्र होइके आपन पड़ोसियन स आग्रह करा। आपन आँखिन क आराम जिन करइ द्या। आपन आँखियन क पलक झपकी तलक न लइ द्या। खुद क हरिणी क नाईं या सिकारी क हाथे स भागा भवा कउनो पंछी क नाईं आजाद कइ ल्या।

आलसी जिन बना

अरे ओ आलसी, चोंटी क लगे जा। ओकर कार्य विधि लखा अउर ओहसे सीख ल्या। ओकर न तउ कउनो नायक अहइ, न ही कउनो निरीच्छक, न ही कउनो सासक अहइ। फुन भी उ गरमी मँ खइया क बटोरत ह अउ कटनी क समइ अन्न क दाना बटोरत ह।

अरे ओ सुस्त मनइ, कब तलक तू हिआँ पड़ा रहब्या? आपन नींद स तू कब जाग उठब्या? 10 तू तनिक सोब्या, तनिक झपकी लेब्या, तनिक सुस्ताइ बरे आपन हाथन पइ हाथ धइ लेब्या 11 अउर बस तोहका गरीबी लुटेरा क नाईं आइके घेरी अउर अभाव तोहका हथियार स लैस डाकोअन क नाई घेर लेइ।

दुट्ठ जन

12 नीच अउ दुट्ठ मनइ उ होत ह जउन धोका दइवाले बातन बोलत भवा फिरत रहत ह। 13 जउन आँख मारइ क इसारा करत ह अउर आपन अँगुरियन अउर पैरन स संकेत देत ह। 14 उ सडयंत्र रचत ह अउर हमेसा बहस व मुबाहिसा करत ह। 15 एह बरे ओह पइ एकाएक महानास गिरी अउर फउरन नस्ट होइ जाइ। ओकरे लगे बनइ क उपाय नाहीं होइ।

उ सात बातन जेनसे यहोवा घिना करत ह

16 यहोवा छ: चिजियन स घिना करत ह, अउर सातवे चीज ओकर बरे घृणित अहइ।
17     गर्व स भरी आँखिन, झूठ स भरी वाणी, उ सबइ हाथन जउन निदोर्ख लोगन क हतियारा अहइँ।
18     अइसा हिरदय जउन सडयंत्र रचत रहत ह, उ सबइ गोड़ जउन बुराइ क मारग पइ तुरन्त दउड़ पड़त हीं।
19     उ लबार गवाह, जउन लगातार झूठ उगलत ह अउर अइसा मनई जउन भाइयन क बीच फूट डावइ।

दुराचार क खिलाफ चिताउनी

20 हे मोर पूत, आपन बाप क आग्या क माना अउर आपन महतारी क सिच्छा क कबहुँ जिन तजा। 21 आपन हिरदय पइ ओनका हमेसा ही बाँधे रहा अउर ओनका आपन गटइया क हार बनाइ ल्या। 22 जब तू अगवा बढ़ब्या, उ पचे राह देखइहीं। जब तू सोइ जाब्या, उ पचे तोहार रखवारी करिहीं अउर जब तू जागब्या, उ पचे तोहसे बातन करिहीं।

23 काहेकि आदेस दीपक क नाई अहइँ अउर सिच्छा एक जोति क नाई हइ। अनुसासन क डाँट फटकार तउ जिन्नगी क मारग अहइ। 24 उ सबइ तोहका चरित्रहीन मेहरारू स अउर बिभिचारणी क फुसलाहट स रच्छा करत हीं। 25 तू आपन मन क ओकर सुन्नर क चाह जिन करइ द्या अउर ओकर आँखिन क जादू क सिकार जिन बना। 26 काहेकि उ रण्डी तउ तोहका रोटी-रोटी क मोहताज कइ देइ। मुला उ कुलटा तउ तोहार जिन्नगी हर लेइ। 27 का इ होइ सकत ह कि कउनो केउ क गोदी मँ आगी रखि देइ अउर ओकर ओढ़ना फुन भी तनिकउ भी न जरइ? 28 दहकत भए कोएले क अंगारन पइ का कउनो मनई अपन गोड़वन क बगैर झुरसाए भए चल सकत ह 29 उ मनई अइसा ही अहइ जउन कउनो दूसर क पत्नी स समागम करत ह। अइसी पइ मेहरारू क जउन भी कउनो छुइ, उ बगैर दण्ड पाए नाहीं रहि पाइ।

30-31 अगर कउनो चोर कबहुँ भूखन मरत होइ, अउर उ भूख मिटावइ बरे चोरी करइ तउ लोग ओहसे घिना नाहीं करिहीं। फुन भी अगर उ धरा जाइ तउ ओका सात गुना भरइ पड़त ह चाहे ओहसे ओकरे घरे क समूचा धन चुक जाइ। 32 मुला एक मनइ जउन दूसर क पत्नी क संग सारीरिक सम्बंध करत ह तउ ओकरे लगे विवेक क कमी अहइ। जउन मनइ अइसा करत ह उ खुद बरे विनास लावत ह। 33 प्रहार अउ अपमान ओकर भाग्य अहइ। ओकर कलंक कबहुँ नहीं धोइ जाइ। 34 काहेकि पति क ईर्स्या किरोध जगावत ह अउर जब उ एकर बदला लेइ तब उ ओह पइ दाया नाहीं करी। 35 उ कउनो नोस्कान क पूर्ति अंगीकार नाहीं करी अउर कउनो ओका केतना ही बड़ा लालच देइ, ओका उ अंगीकार किए बगैर ठुकराइ।

गलातियन 5

स्वतन्त्र बना रहअ

मसीह तउ हमका स्वतन्त्र किहे अहइ ताकि हमउँ स्वतंत्र होइ क आनन्द लइ सकी। इही बरे अपने बिसवास क दृढ़ बनाए रखा। अउर फिन स व्यवस्था क जुआ क बोझ न उठावा। सुना! खुद मइँ, पौलुस तोहसे कहत रहेउँ कि अगर खतना कराइके तू पचे फिन स व्यवस्था कइँती लउतट ह्या तउ तोहरे मसीह क कउनउ महत्व न रहइ। आपन खतना कराइ देइवाले हर एक मनई क, मइँ एक दाई फिन स जताए देत हउँ कि ओका पूरा व्यवस्था पर चलब जरुरी बा। तू सबन मँ स जेतना जने व्यवस्था क पालइ क कारण धर्मी क रूप मँ स्वीकृत होइ चाहत हीं। उ सब मसीह स दूर होइ ग बाटेन अउर परमेस्सर क अऩुग्रह क च्छेत्र स बाहेर अहइँ। मुला हम बिसवास क कारण परमेस्सर क सामने धर्मी स्वीकार कीन्ह जाइ क आसा करित ह। आतिमा क सहायता स हम एकर बाट जोहत रहेन ह। काहेकि मसीह ईसू मँ स्थिति क बरे न तउ खतना करावइ क कउनउ महत्व बा अउर न खतना नाहीं करावइ क बल्कि ओहमाँ तउ पिरेम स पइदा होइवाला बिसवास क ही महत्व बा।

तू पचे तउ बहुत अच्छी तरह एक मसीह क जीवन जिअत रह्या। अब तू पचन क, अइसा का अहइ जउन सत्य पर चलइ स रोकत बाटइ। अइसी बिमति जउन तू पचन क सत्य स दूर करत बाटइ। तू सबन क बोलावइवाले परमेस्सर कइँती स नाहीं आइ बा। “तनिक खमीर गुंधा भवा समूचा आटा क खमीर स उठाइ लेत ह।” 10 पर्भू क बरे मोर पूरा भरोसा बा कि तू पचे कउनउ दूसरे मते क न अपनउब्या मुला तू सबन क विचलित करइवाला चाहे कउनउ भी होइ, उचित दण्ड पावइ।

11 भाइयो तथा बहिनियो, अगर मइँ आजभी, जइसा कि कछू जने मोहपे लांछन लगावत हीं कि मइँ खतना क प्रचार करत हउँ तउ मोका अब तलक यातना काहे दीन्ह जात अहइँ? अउर अगर मइँ अब भी खतना क जरूरत क प्रचार करत हउँ अब तउ मसीह क क्रूस क कारण पइदा भई मोर सब बाधा समाप्त होइ जाइ चाही। 12 मइँ तउ चाहत हउँ कि उ सबइ जउन तू पचन क डिगावइ चाहत हीं, खतना करावइ क साथ साथ अपने आपक बधिया ही कराइ डालतेन।

13 मुला भाइयो तथा बहिनियो, तू पचन क परमेस्सर तउ स्वतन्त्र रहइ क चुने अहइ। मुला ओह आजादी क अपने आप पूरे सुभाऊ क पूर्ति क साधन जिन बनइ द्या, एकरे विपरीत पिरेम क कारण परस्पर एक दूसरे क सेवा करा। 14 काहेकि समूची व्यवस्था क सार संग्रह इ एक आदेस मँ ही बाः “अपने साथियन स वइसेन ही पिरेम करा, जइसेन तू अपने आपस करत ह।”(A) 15 मुला आपस मँ काट करत भए अगर तू एक दूसरे क खात रहब्या तउ देखा। तू पचे आपस मँ ही एक दूसरे क नास कइ देब्या।

मानव प्राकृति अउर आतिमा

16 मुला मइँ कहत हउँ कि आतिमा क अनुसासन क अनुसार आचरण करा अउर अपन पाप से भरा भए सुभाऊ स इच्छन क पूर्ति जिन करा। 17 काहेकि तने क, भौतिक, अभिलास पवित्तर आतिमा क अभिलासन क अउर पवित्तर आतिमा क अभिलासन भौतिक अभिलासन क विपरीत होत हीं। एनकर आपस मँ विरोध बा। इही बरे तउ जउन तू पचे करइ चाहत ह, उ कइ नाहीं सकत्या। 18 मुला अगर तू आतिमा क अनुशासन मँ चलत ह तउ फिन व्यवस्था क अधीन नाही रहत्या।

19 अब देखा! हमरे भौतिक मनई सुभाउ क पापे स भरी प्रकृति क कामन क तउ सब जानत हीं। उ पचे अहइँ व्यवभिचार, अपवित्तर, भोग विलास, 20 मूर्ति पूजा, जादू-टोना, बैरभाऊ, लड़ाई-झगड़ा, डाह, किरोध, स्वार्थीपन, फूट, इरसा, 21 नसा, लंपटपन या ओइसेही अउर बातन। अब मइँ तू सबन क एनन्ह बातन क बारे मँ वइसेन ही चेतावत हउँ जइसेन मइँ तू सबन क पहिलेन चेताई दिहे रहेउँ कि जउन लोग इन बातन मँ भाग लेइहीं, उ पचे परमेस्सर क राज्य क उतराधिकार न पइहीं।

22 जबकि पवित्तर आतिमा पिरेम, आनन्द, सान्ति, धीरज, दयालुता, नेकी, बिसवास 23 नम्रता अउर आत्मसंयम उपजावत ह। इन बातन क विरोध मँ कउनउ व्यवस्था नाहीं बाटइ।

24 ओ सब लोग जउन मसीह ईसू क अहइँ, अपने पाप स भरा मानुस भौतिक मनइ सुभाऊ क वासना अउर सबइ इच्छा समेत क्रूस पर चढ़ाइ दिहे अहइँ। 25 काहेकि जब हमरे एक नवे जीवन क स्रोत आतिमा बा तउ आवा आतिमा क ही अनुसार चाली। 26 हम अभिमानी न बनी। एक दूसरे क न चिढ़ाई। अउर न तउ परस्पर इरसा रखी।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.