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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
निर्गमन 22

22 “तू उ मनई क सजा कइसे देब्या जउन एक बर्धा या भेड़ी क चुरावत ह? जदि उ मनई जनावर क मारि डावइ या बेच डावइ तउ उ ओका लउटाइ तउ सकत नाहीं। ऍह बरे उ चोराए बर्धा क बदले मँ पाँच बर्धा देइ। या एक ठु चोराइ भई भेड़ी क बदले चार भेड़ी देइ। ऍह बरे उ आपन चोरी क अपराध बरे हरजाना भी देइ। 2-4 जदि उ कंगाल बा, तउ ओका गुलाम क रूप मँ बेचा जाइ। अगर ओकरे लगे चोराइ क भवा जनावर अहइ तू ओका खोजा जात ह तउ उ मालिक क एक ठु जनावर चोरी खातिर दुइ ठु जनावर देइ। एहसे कउनो दरकार नाहीं कि उ जनावर गदहा, बर्धा या भेड़ी रही।

“अगर कउनो चोर राति सेंध लगावत धइ जात ह अउ ओका कउनो मनई मारि डाएस तउ जउन ओका मारी डाएस उ मरइ क कउनो दोखी न होइ। मुला अगर इ दिन मँ घटि जात ह तउ जउन हत्तियारा क हत्तिया क दोख लागी।

“अगर कउनो मनई आपन खेत या अंगूरे क बगिया मँ आपन जनावरन क धरइ देइ अउर उ जनावर पडोसी क खेत या अंगूरे क बगिया मँ चलि जाइ अउ ओकर अनाज क बरबाद करइ देत ह तउ उ आपन सबत बढ़िया फसिल क आपन पड़ोसी क नोकसान बरे भरइ।

“अगर कउनो मनई आपन खेतवा क कँटहरी झाड़ी मँ आगी लगावइ अउ आगी बढ़त बढ़त पड़ोसी क फसिल या पड़ोसी क खेते क दाना क बारि देइ, तउ मनई जउन आगी बारेस ह ओका ओकरे बरे हर्जाना देइ क होइ जउन बारेस ह।

“कउनो मनई आपन पड़ोसी स ओकर घरे मँ कछू धन या कछू दूसर चीज धरइ बरे कहइ अउर जदि उ धन या उ सबइ चीजन पड़ोसी क घरे स चोरी चली जाइँ तउ तू का करब्या? तोहका चोरे क पता लगावइ क जतन करइ चाही। जदि तू चोरे क धइ लिहा ह तउ उ चीजे क दाम दुइ गुना देइ। मुला जदि तू चोर क पता न लगाइ सका तब निआवाधीसन तय करिहीं कि उ अपराधी अहइ कि नाहीं। घरे क मलिक क निआवाधीसन क समन्वा जाइ चाही तउ निआवाधीसन तय करइहीं अगर उ आपन पड़ोसी क चिजियन क चुराएस ह।

“जदि दुइ मनई कउनो हेरान बर्धा, गदहा, भेड़ी, ओढ़ना या कउनो दूसर चीज क बारे मँ तकरार करइँ तउ तू का करब्या? एक मनइ कहत ह, ‘इ मोर अहइ।’ अउर दूसर कहत ह, ‘नाहीं इ मोर अहइ।’ दुइनउँ मनई परमेस्सर क लगे जाइँ। परमेस्सर तय करिहीं कि अपराधी कउन अहइ। जउन मनई गलती क दोखी होइ उ उ चीजे क दुइ गुना दाम भरी।

10 “कउनो आपन पड़ोसी स कछू टेम बरे आपन जनावर क देखइ भालइ क कहइ। उ जनावर एक गदहा, बर्धा या भेड़ी होइ सकत ह। तबहिं तू का करब्या जदि उ जनावर मरि जाइ या चोट खाइ जाइ या कउनो मनई उ जनावरे क चोराइके लइ जाइ जब कउनो मनई ओका लखत न होइ। 11 उ पड़ोसी सफाई देइ कि उ जनावर क चोराएस नाहीं ह। अगर इ सच होइ तब पड़ोसी यहोवा क किरिया खाइ कि उ ओका नाहीं चोराएस ह। जनावर क मालिक इ किरिया क जरूर मानइ। पड़ोसी क हेरान जनावर क मालिक क हर्जाना नाहीं देइ क होइ। 12 मुला जदि पड़ोसी क चोराएस ह तउ उ मालिक क जनावर बरे भुगतान जरूर करइ। 13 जदि जंगली जनावर जनावर क मारि डाए होइ तउ सबूत बरे ओकरे सरीर क पड़ोसी लइ आवइ। पड़ोसी मारा भवा जनावर क मालिक क हर्जाना न देइ।

14 “अगर कउनो मनई आपन पड़ोसी स कउनो चीजन उधार प लेइ तउ ओकरे बरे उ मनई क जिम्मेदार होइ चाही। जदि उ आपन पड़ोसी स कउनो जानवर उधार प लइ जाइ जदि उ जनावरे क चोट लगि जाइ या उ मरि जाइ तउ पड़ोसी मालिक क हर्जाना देइ। पड़ोसी ऍह बरे जिम्मेदार अहइ काहेकि ओकर मालिक हुवाँ खुद नाहीं रहा। 15 मुला जदि मालिक जनावर क संग हुवाँ होइ तब पड़ोसी क भुगतान नाहीं करइ क होइ। या जदि पड़ोसी काम लेइ बरे भाड़ा क भुगतान करत होइ तउ जनावर क मरइ या चोट खाइ प ओका कछू भी नाहीं देइ क होइ। जनावर क बइपरइ बरे दीन्ह गवा भाड़ा ही खूब होइ।

16 “अगर कउनो मनई कउनो बिन बियाही कुवँरी कन्या क गुमराह करत ह अउ ओकर संग सारीरिक सम्बंध बनावत ह तउ ओका ओसे बियाह करइ चाही। ओकरे बाप क पूरा पूरा दहेज देइ। 17 अगर बाप उ बिटिया क ओसे बीहइ क मना करत ह तउ भी उ मनई क धन देइ क होइ। उ ओका दहेज क भरपूर धन देइ।

18 “तू कउनो अउरत क जादू टोना जिन करइ द्या। जदि उ अइसा करइ तउ तू ओका जिअइ जिन द्या।

19 “तू कउनो मनई क कउनो जनावर क संग जिनाखोरी जिन करइ द्या। जदि अइसा होइ तउ उ मनई जरूर मारि डावा जाइ।

20 “जदि कउनो मनई झूठे देवता क बलि चढ़ावत ह तउ उ मनई जरूर बर्बाद कइ द्या। सिरिफ यहोवा ही अइसा अहइँ जेहका तू पचन्क बलि चढ़ावइ चाही।

21 “याद राखा पहिले तू पचे मिस्र देस मँ बिदेसी रह्या। ऍह बरे तू पचे उ मनई क जिन ठगा न ओका चोट पहुँचावा जउन तोहरे देस मँ बिदेसी होइ।

22 “तू पचे अइसी अउरत क कबहुँ नोस्कान नाहीं करइ चाही जेकर भतार मरि गवा होइ या कउनो अनाथ बचवन होइँ। 23 जदि तू पचे ओन राँड़ या अनाथ बचवन क कछू बुरा करिब्या तउ उ पचे मोरे अगवा रोइहीं अउर मइँ ओनके गोहार क सुनब। 24 अउर मोका जिआदा किरोध आइ। मइँ तोहका तरवारि स मारि डाउब। तबहिं तोहार पत्नी राँड़ होइहीं। अउर तोहार गदेलन अनाथ होइ जइहीं।

25 “जदि मोरे लोगन मँ स कउनो गरीब होइ अउर तू ओका कर्ज द्या तउ उ धन पइ तोहका बिआज नाहीं लेइ चाही। 26 कउनो मनई उधारे पर लीन्ह धन बरे आपन कोट क रेहन धरत ह तउ सूरज बूड़इ स पहिले ओका कोट लउटाइ द्या। 27 जदि उ आपन कोट नाहीं पावत तउ ओकरे लगे तन ढाकइ क कछू भी नाहीं होइ। जब उ सोइ तउ ओका सर्दी लागी। जदि उ मोका रोइ क पुकारी तउ मइँ ओकर सुनब। मइँ ओकर बात सुनब काहेकि मइँ कृपालु हउँ।

28 “तू परमेस्सर या आपन लोगन क नेतन क सरापइ नाहीं चाही।

29 “फसिल काटइ क टेमॅ प तोहका आपन पहिला अनाज अउर पहिला फले क रस मोका देइ क चाही। बरिस क आखिर तलक प्रतिच्छा जिन करा।

“आपन पहिलौटी पइदा भवा बेटवन क मोका दइ द्या। 30 आपन पहिला गोरू अउ भेड़ी क बच्चा मोका द्या। पहिलौटी बच्चा क सात दिना तक जनावरे क महतारी क संग रहइ द्या। आठवें दिन मोका इ सब द्या।

31 “तू पचे क मोर बरे पवित्तर लोग होइ चाही। ऍह बरे कउनो अइसे जनावरे क गोस जिन खा जेका कउनो जंगली जनावर मारि डाए होइ। उ मरे भए जनावरन क कुकुरन क खाइ द्या।

यूहन्ना 1

मसीह क आउब

जब दुनिया क सुरूआत भइ, तब ओह समइ बचन[a] पहिलेन स रहा। उहइ बचन परमेस्सर क साथ रहा। उहइ बचन परमेस्सर रहा। उहइ बचन एकदम सुरूआत मँ परमेस्सर क साथ रहा। समूची दुनिया क सब चीज उहइ स पइदा भइ। ओकरे बिना कउनो चीज बनाईं नाहीं गइ। उहइ बचन मँ जिन्नगी रही अउर उहइ जिन्नगी पूरी दुनिया क सब मनई क बरे ज्योति (गियान, भलाई) क नाई रहा। ज्योति आँधियारे मँ चमकत ह अउर आँधियारा ओका जीत न पावा।

परमेस्सर क पठवा एक मनई आवा जेकर नाउँ यूहन्ना रहा। उ एक साच्छी क नाईं आवा जइसे कि उ सब मनई क ज्योति क बारे मँ अपने बचन मँ बताइ सकइ। अउर जउन उ बतावइ ओहमाँ सब मनई बिसवास कर सकइँ। उ खुदइ ज्योति नाहीं रहा मुला उ सब मनई क ज्योति क साच्छी देइ आइ रहा। उ इ बतावइ आइ रहा कि इ ज्योति बिल्कुल सच्ची अहइ, अउर उ इ हर एक मनई क प्रकासित करी। उ इ बतावइ आइ रहा कि सच्चा ज्योति इ दुनिया मँ आवइवाला अहइ।

10 उ तउ इहइ दुनिया मँ रहा अउर इ दुनिया क उहइ पइदा किहेस मुला दुनिया ओका पहिचान नाहीं पाएस। 11 उ अपने संसार मँ आवा रहा, मुला ओकर आपन मनई ओका नाहीं अपनाएन। 12 मुला जउन मनई ओका अपनाइ लिहेन्ह, ओन सबका उ परमेस्सर संतान होइ क अधिकार दिहेस। 13 परमेस्सर क औलाद क नाई उ कुदरती तौर प न तउ लहू स पइदा भवा, न तउ कउनो तने क इच्छा स, अउर न तउ महतारी-बाप क योजना स। मुला उ परमेस्सर स पइदा भवा।

14 उहइ बचन देह अपनाइ क हमरे सबके बीच मँ रहइ लाग। हम सब परमपिता क एकइ पूत क नाई ओकरी महिमा क दर्सन कीन्ह। उ बचन अनुग्रह अउर सच्चाई स भरा रहा। 15 यूहन्ना ओकर साच्छी दिहेस अउर सबका सुनाइ क जोर स कहेस, “इ उहइ अहइ जेकरे बारे मँ मइँ बताए रहेउँ, ‘उ जउन मोरे बाद आवइवाला अहइ, उ मोसे महान अहइ, मोसे आगे अहइ, एह बरे कि उ मोहूँ स पहले मौजूद रहा।’”

16 ओकरी करूणा अउर सच्चाई क पूर्णता स हमका सबेन्क तमाम अनुग्रह पर अनुग्रह मिला। 17 हमका सबेन्क जउन व्यवस्था मिली अहइ, उ तउ मूसा क दीन्ह अहइ, मुला जउन अनुग्रह अउर सच्चाई इ दुनिया मँ अहइ, उ ईसू मसीह क दीन्ह अहइ। 18 परमेस्सर क कबहूँ कउनो आज तलक नाहीं देखे अहइ, मुला परमेस्सर क जउन एकइ पूत अहइ, अउर जउन हमेसा परमपिता क संग रहत ह, ओका हमरे सबके सामने परगट किहेस।

यूहन्ना क ईसू क बारे मँ साच्छी

(मत्ती 3:1-12; मरकुस 1:1-8; लूका 3:1-9,15-17)

19 जब यरूसलेम क यहूदियन याजकन अउर लेवियन क यूहन्ना क पास इ पूछइ क बरे भेजेन्ह, “तू कउन अह्या?” 20 तउ उ इ साच्छी दिहेस अउर बिना कउनो हिचकिचाहट क इ मानेस, “मइँ मसीह[b] न अहउँ।”

21 तउ उ पचे यूहन्ना स पूछेन्ह, “तउ तू फिन कउन अह्या, का तू एलिय्याह अह्या?”

यूहन्ना इ जवाब दिहेस, “नाहीं, मइँ उहइ न अहउँ।”

यहूदियन पूछेस, “तउ तू का कउनो नबी अह्या?”

उ फिन इन्कार कइ दिहेस, “नाहीं।”

22 फिन उ पचे ओसे पूछेन्ह, “तउ तू का अह्या? हमका बतावा जइसे कि हम ओनका जवाब दइ देई, जे हमका पचेन्क हियाँ भेजेस ह! तू अपने बारे मँ का कहत अहा?”

23 यूहन्ना कहेस:

“मइँ आवाज अहउँ जउन रेगिस्तान मँ पुकारत अहइ:
    ‘पर्भू क बरे सोझ सोझ रास्ता बनावा।’” (A)

24 इन सबन क फरीसियन भेजे रहेन्ह। 25 उ लोग ओसे पूछेन, “जदि तू न तउ मसीह अह्या, न एलिय्याह अह्या, अउर न तउ नबी अह्या, फिन काहे बरे तू सब लोगन क बपतिस्मा देत अहा?”

26 यूहन्ना ओन पचेन्क जवाब दिहेस, “मइँ ओन सबेन्ह का पानी स बपतिस्मा देत अहउँ। तोहरे सबन क बीच मँ एक ठु मनई अहइ, ओका तू पचे नाहीं जानत अहा। 27 उ मोरे बाद आवइवाला उहइ अहइ। मइँ तउ ओकरे पनहीं क फीता खोलइ लायक नाहीं अहउँ।”

28 इ सब घटना यरदन क पार बैतनिय्याह मँ घटिन ह जहाँ प यूहन्ना बपतिस्मा देत रहा।

ईसू परमेस्सर क मेमना

29 ओकरे दूसरे दिन यूहन्ना ईसू क अपने लगे आवत देखेस तउ कहेस, “परमेस्सर क मेमना क देखा जउन दुनिया क सब पाप हर लेत ह। 30 इ उहइ अहइ जेकरे बावत मइँ बताए रहेउँ, ‘एक मनई मोरे बाद आवइवाला अहइ, जउन मोसे भी महान अहइ, उ मोसे भी आगे अहइ, उ मोसे पहले स मौजूद रहा।’ 31 पहले मइँ खुद ओका नाहीं जानत रहेउँ, मुला मइँ इही बरे बपतिस्मा देत चला आवत अहउँ, जइसे कि इस्राएल क सब मनई ओका जान लेइँ।”

32-34 फिन यूहन्ना आपन इ साच्छी दिहेस, “मइँ देखेउँ कि कबुतरे की नाई सरग स नीचे उतरत आतिमा उहइ प आइके टिक गइ। मइँ खुदइ नाहीं जान पाएउँ, कि उ कौन रहा मुला जउन मोका पानी स बपतिस्मा देइ क बरे पठए रहा, उ मोसे कहेस, ‘तू आतिमा क उतरत अउर कउनो क ऊपर ठहरत देखब्या, इ उहइ मनई अहइ जउन पवित्तर आतिमा स बपतिस्मा देत ह।’ मइँ ओका देखे अहउँ अउर मइँ साच्छी देत अहउँ कि उहइ परमेस्सर क पूत अहइ।”

ईसू क पहला चेलन

35 दूसरे दिन यूहन्ना अपने दुइ चेलन क साथ फिन उहइ जगह प मौजूद रहा। 36 जब ईसू क उ अपने पास देखेस तउ कहेस, “देखा! इ इहइ परमेस्सर क मेमना!”

37 जब उ दुइनउँ चेलन ओनका इ कहत सुनेन तउ उ दुइनउँ ईसू क पाछे चल पड़ेन्ह। 38 ईसू ओन पचे क जबहिं अपने पाछे आवत देखेस तउ ओसे पूछेस, “तोहका का चाही?”

उ पचे जवाब दिहेन, “रब्बी, तू कउन जगह प रहत ह?” (“रब्बी” अर्थात “गुरू”)

39 ईसू ओनका जवाब दिहेस, “आवा अउर देखा।” ओकरे बाद उ दुइनउँ चेलन ओनके पाछे चल दिहेन। उ पचे फिन ओकर रहइ क जगह देखेन। ओह दिन उ दुइनउँ चेलन ओनके साथ ठहरेन्ह, काहेकि साँझ क करीब चार बज चुका रहा।

40 जउन दुइनउँ चेलन यूहन्ना क बात सुने रहेन्ह अउर ईसू क पाछे चला गएन, ओनमाँ स एक समौन पतरस क भाई अन्द्रियास रहा। 41 उ पहले अपने भाई समौन क देखके ओसे कहेस, “हमका मसीह मिल गवा अहइ।”

42 फिन अन्द्रियास समौन पतरस क ईसू क लगे लियाइ गवा। ओनक देखके ईसू कहेस, “तू यूहन्ना क बेटवा समौन अह्या। तोहका लोग कैफा (अर्थात् पतरस) कहिहइँ।”

43 दूसरे दिन ईसू गलील जाइके बरे ठान लिहेस। फिन फिलिप्पुस क देखके ईसू ओसे कहेस, “मोरे पाछे चला आवा।” 44 फिलिप्पुस अन्द्रियास अउर पतरस क नगर बैतसैदा क रहइवाला रहा। 45 फिलिप्पुस क नतनएल मिला अउर उ ओसे कहेस, “हम पचन्क उ मिल गवा अहइ जेकरे बारे मँ व्यवस्था मँ मूसा अउर तमाम नबियन लिखे अहइँ। उहइ यूसुफ क बेटवा, नासरत क ईसू अहइ।”

46 फिन नतनएल ओसे पूछेस, “का नासरतउ स कउनो अच्छी चीज पैदा होइ सकत ह?”

फिलिप्पुस जवाब दिहेस, “जाइके खुदइ देखि ल्या।”

47 ईसू नतनएल क अपनी कइँती आवत देखेस अउर ओकरे बारे मँ कहेस, “इ एक सच्चा इस्त्राएली अहइ जेहमाँ कउनो खोट नाहीं बा।”

48 नतनएल पूछेस, “तू मोका कइसे जानत अहा?”

ईसू जवाब दिहेस, “फिलिप्पुस क बोलावइ क पहिले मइँ तोहका अंजीर क पेड़ क नीचे खड़ा देखे रहेउँ।”

49 नतनएल जवाब दिहेस, “रब्बी (गरू) तू परमेस्सर क पूत अह्या, तू इस्त्राएल क राजा अह्या।”

50 एकरे जवाब मँ ईसू कहेस, “तू इ बरे बिसवास करत अहा, काहेकि मइँ कहत अहउँ कि तोहका अंजीर क पेड़ क खाले देखे रहेउँ। तू अगवा (बाद मँ) अउर बड़ी बड़ी बातन देखब्या।” 51 उ ओसे (नतनएल स) फिन कहेस, “मइँ तोहका सही सही बतावत अहउँ कि तू सरग क खुलत अउर परमेस्सर क दूतन क मनई क पूत प उतरत चढ़त[c] देखब्या।”

अय्यूब 40

40 यहोवा अय्यूब स कहत ह:

“अय्यूब तू सर्वसक्तीमान परमेस्सर स तर्क किहा।
    तू मोर निन्दा किहस।
    अब तोहका जवाब दइ चाही।”

एह पइ अय्यूब कहइ बरे देत भए परमेस्सर स कहेस:

“मइँ तउ कछू कहइ बरे बहोत ही तुच्छ हुउँ।
    मइँ तोहसे का कहि सकत हउँ?
मइँ आपन हाथ
    आपन मुँहे पइ रख लेब।
मइँ एक दाई कहेउँ मुला अब मइँ जवाब नाहीं देबउँ।
    फुन मइँ दुबारा कहेउँ मुला अब अउर कछू नाहीं बोलब।”

एकरे पाछे यहोवा आँधी मँ बोलत भए अय्यूब स कहेस।

“अय्यूब, तू मनई क तरह तइयार होइ ज।
    मइँ तोहसे कछू सवाल पूँछब अउर तू ओन सवालन क जवाब मोका देब्य़ा।

“अय्यूब का तू सोचत अहा कि मइँ निआउ स पूरा नाहीं हउँ।
    का तू मोका बुरा काम करइ क दोखी मानत अहा ताकि तू इ देखाँइ सका कि तू उचित अहा?
अय्यूब, बतावा का मोर सस्त्र एँतना सक्तीसाली अहइँ जेतँना कि मोर (परमेस्सर) सस्त्र अहइ!?
    का तू आपन वाणी क ओतँना ऊँच गरजिके बोल सकत ह जेतँना मोर वाणी अहइ!?
10 अगर तू वइसा कइ सकत ह तउ तू खुद क आदर अउर महिमा द्या
    अउ ओढ़ना क तरह वफादारी क सान क ओढ़ ल्या।
11 अय्यूब, अगर तू मोरे समान अहा, तउ अभिमानी लोगन स घिना करा।
    अय्यूब तू ओन अंहकारी लोगन पइ आपन किरोध बरसावा अउ तू ओनका विनम्र बनाइ दया।
12 हाँ, अय्यूब, ओन अंहकारी लोगन क लखा अउर तू ओनका विनम्र बनाइ दया।
    ओन दुस्टन क तू कुचर दया जहाँ भी उ पचे खड़ा होइँ।
13 तू सबहिं घमण्डियन क माटी मँ गाड़ दया
    अउर ओनकइ देहन पइ कफन लपेटिके तू कब्रन मँ धइ दया।
14 अय्यूब, अगर तू एँन सबइ बातन क कइ सकत ह तउ मइँ तहार परसंसा करब
    काहेकि तू खुद क बचाइ सकत ह।

15 “अय्यूब, लखा मइँ उ बहमोथ (जलगजे)[a] क पैदा किहेउँ।
    अउर उ मइँ ही ह जउऩ तोहका बनाएउँ ह।
    उ बहमोथ उहइ तरह घास खात ह, जइसे गइया घास खात ह।
16 बहमोथ क बदन मँ बहोत ताकत होत ह।
    ओकरे पेटे क माँसपेसियन बहोत ताकतवर होत हीं।
17 बहमोथ क पूँछ मजबूत अइसी होत ह जइसे देवदार क बृच्छ खड़ा रहत ह।
    ओकरे गोड़े क माँसपेसियन बहोत मजबूत होत हीं।
18 बहमोथ क हाड़न काँसा क तरह मजबूत होत हीं,
    अउर गोड़ ओकरे लोहे क ढूड़न जइसे।
19 बहमोथ महानतम पसु अहइ जेका मइँ बनाएउँ ह।
    हिआँ तलक कि ओकर सिरजनहार भी ओका लगे तरवार लइ क जात ह।
20 बहमोथ ओन घासे क खात ह जउन पहाड़े पइ उपजात ह
    जहाँ बनेर पसु खेलत हीं।
21 बहमोथ कमल क पउधन क नीचे सोवत रहत ह
    अउ कीचंड़ मँ सरकणडन क आड़ मँ छूपा रहत ह।
22 कमल क पउधन बहमोथ क आपन छाया मँ छिपावत हीं।
    उ बेंत क पेड़न क खाले रहत ह, जउन नदी क निचके उगत हीं।
23 अगर नदी मँ बाढ़ आइ जाइ तउ भी जलगज परात नाहीं ह।
    अगइ यरदन नदी भी ओकरे मुँहे पइ थपड़ियावइ तउ भी उ डेरात नाहीं ह।
24 बहमोथ क कउनो भी हुक लगाइ क नाहीं पकड़ सकत ह।
    कउनो भी ओका जाली मँ नाहीं फँसाइ सकत।

2 कुरिन्थियन 10

पौलुस स अपने सेवा क समरथन

10 मइँ पौलुस, अपने तउर पर मसीह क कोमलता अउर सहनसीलता क साच्छी कइके तोहसे निवेदन करत अहउँ। लोगन क कहब अहइ कि मइँ जउन तोहरे बीचवा मँ रहत विनम्र अहउँ। मुला उहइ मइँ जब तोहरे बीच नाहीं अहउँ, तउ तोहरे बरे निर्भय हउँ। अब मोर तोहसे बिनती बा कि जब मइँ तोहरे बीच होउँ तउ उही बिसवास क साथे वइसेन ही निर्भरता दिखावइ क मोहप दबाव जिन डावा जइसेन कि मोरे विचार से मोका कछू ओन्हन लोगन क विरुद्ध देखावई होइ जउन सोचत हीं कि हम एक संसारी जीवन जिइत ह। काहेकि जद्यपि हमहूँ इही संसारे मँ रहित ह। मुला हम संसारी लोगन क तरह नाहीं लड़ित ह। काहेकि जउन सास्तरन स हम लोगन क तर्कन क अउर ऊ हर एक रूकावट जउन परमेस्सर क गियान क विरुद्ध खड़ा अहइँ, खण्डन करत हीं। सो हम कल्पना क, अउर हर एक उंची बात क, जो परमेस्सर क पहचान क विरोध मँ उठत अहइँ, खण्डन करित ह, अउर हर एक भावना का कैद कहके मसीह क आग्याकारी बनाइ देत अही। जब तोहमे कुल आग्या करत बाटेन तउ हम सब परोपकार क अनाज्ञा क दण्ड देइ बरे तइयार अही।

तोहरे सामने जउन लच्छ बा ओनहीं क देखा। अगर केउ अपने मने मँ इ मानत ह कि उ मसीह क अहइ, त उ अपने बारे मँ फिन स याद करइ कि उहइ ओतनइ मसीह क अहइ जेतना कि हम अही। अउर अगर अपने उ अधिकार क विसय मँ कछू अउर गरब करइ जेका पर्भू हमे तोहरे बिनास क बरे नाहीं बल्कि आत्मिक निर्माण क बरे दिहे बा। तउ एकरे बरे मइँ तोहका इ भावना नाहीं देई चाहित कि मइँ अपने पत्तरन स तोहका घबड़बाइत ह। 10 मोरे विरोधीन क कहब बा, “पौलुस क चिठ्ठी तउ भारी भरकम अउर प्रभाऊपूरक अहइँ। लेकिन मोर उपस्थित रहब अहइ तउ व्यक्तित्व कमजोर अहइ अउर बानी अर्थहीन बा।”

11 मुला अइसेन कहइवाले मनइयन क समझ लेइ चाही कि तोहरे बीच मँ न रहत भए, जब हम अपने चिट्टीन मँ कछू लिखित ह तउ ओहमें अउर तोहरे बीच रहत हम जउन करम करित ह ओहमें कउनउ अन्तर नाहीं बा।

12 हम उ कछू लोगन क साथे हमका तुलना करइ क साहस नाहीं करित ह जउन अपने आपके बहुत महत्वपूर्ण मानत हीं। मुला जब अपने क एक दूसरन से नापत हीं अउर आपन मँ आपन तुलना करत ही तउ उ इ दरसावत ही कि उ पचे नाहीं जानत हीं कि उ पचे केतना मूरख अहइँ।

13 चाहे जउन होइ, हम अच्छे उचित सीमा से बाहेर बढ़ चढ़ क बात न करब। बल्कि परमेस्सर तउ हमरे सेवा क जउन सीमा हमका सौंपे अहइ, हम उहीं मँ रहित ह, अउर सीमा तोहे तलक पहुँचत ह। 14 हम अपने सीमा क उल्लंघन नाहीं करत अही, जइसेन कि अगर ह मतोहरे तक नाहीं पहुँच पाइत, तउ होइ जात। मुला तोहे तक ईसू मसीह क सुसमाचार लइके हम तोहरे लगे सबसे पहले पहुँचा अही। 15 अपने उचित सीमा स बाहेर जइके कउनो अउर दूसरे मनइयन क काम पर हम गरब नाहीं करित ह मुला हमका आसा बा कि तोहार बिसवास जइसे जइसे बढ़ी तउ वइसे वइसे ही हमार गतिबिधियन व्क छेत्र क साथे तोहरे बीच मँ हमहूँ बियापक रूप स फइलब। 16 अइसे तोहरे छेत्र क अगवा हम सुसमाचार क प्रचार कइ पाउब। कउनो अउर क जउन काम सौंपा गवा बा ओह छेत्र मँ अब तलक जउन काम होइ चुका बा हम ओकरे बरे सेखी नाहीं बघारत अही। 17 जइसेन की सास्तरन मँ कहा गवा बा: “जेका गरब करइ क बा वो पर्भू जउन कछू किहे अहइ उहइ पर गरब करा।”(A) 18 काहेकि अच्छा उहइ माना जात ह जेका पर्भू अच्छा स्वीकारत ह, न कि उ जउन अपने आपके खुद अच्छा समझत हीं।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.