M’Cheyne Bible Reading Plan
22 हिसाप[a] क गुच्छा क लइ ल्या। खोरा मँ ओनका डुबावा अउर दुइनउँ चौखटन क दुइनउँ कइँती अउ सिरन प खून क लगावा। तू पचन मँ स कउनो भी भियान तईं आपन घर नाहीं छोरइ चाही। 23 जब यहोवा पहिलौटी क मारइ बरे मिस्र स होइके जाइ तउ यहोवा उ घरे क रच्छा करिहीं जउने घर क चौखटन क दुइनउँ कइँती अउ सिरन प खून लखिहीं। यहोवा नास करइवालन क तोहरे घरे क भीतर ना भेजहीं। उ तू पचन्क चोट न पहुँचइहीं। 24 तू पचन क इ हुकुम जरूर याद राखइ चाही। इ नेम तू पचन अउ तू पचन क सन्तानन बरे हमेसा अहइ। 25 तू सबन्क इ जसन क तबहुँ याद रखइ क होइ जब तू पचे उ देस मँ पहुँचब्या जउन यहोवा तू सबन्क आपन वाचा क अनुसार देइहीं। 26 जब तोहार गदेलन तोहसे पूछिहीं, ‘इ त्यौहार क का मतलब अहइ?’ 27 तउ तू पचे कहब्या, ‘इ फसह त्यौहार यहोवा क सम्मान बरे अहइ। काहेकि जब हम पचे मिस्र मँ रहेन तब यहोवा इस्राएल क घरवा स होइके गएन। यहोवा मिस्र क मनइयन क मारि डाएन मुला हम सबन्क हमार घरे मँ बचाइ लिहन।’”
तबहिं लोग यहोवा क निहुरेन अउ आराधना किहेन। 28 यहोवा इ हुकुम मूसा अउ हारून क दिहे रहा। ऍह बरे इस्राएल क मनइयन उहइ किहेन जउन यहोवा क हुकुम रहा।
29 आधी रात क यहोवा मिस्र क सबहिं पइदा भए पूतन, फिरौन क पहिलौटी क पूत जउन मिस्र क राजा रहा-स लइके जेल मँ बइठेन कैदी क पूत तलक सबहिं क मारि डाएन। पहिलौटी क पइदा जानवर भी मरि गएन। 30 मिस्र मँ उ राति क कउनो न कउनो मरि गवा। फिरौन, ओकर अफसरन अउ मिस्र क सबहिं मनइयन ज़ोर स रोवइ चिचिआइ लागेन।
इस्राएलियन मिस्र क तजि देत हीं
31 ऍह बरे उ रात फिरौन मूसा अउ हारून क बोलाएस। फिरौन ओसे कहेस, “तइयार होइ जा अउ हमरे लोगन क तजिके चला जा। तू अउ तोहार लोगन वइसा हीं करि सकत हीं जइसा तू कहया ह। जा अउ आपन यहोवा क आराधना करा। 32 अउ तू पचे जइसा तू कहया ह कि तू चाहत बाट्या, आपन भेड़िन अउ गोरूअन क आपन संग लइ जाइ सकत ह, जा अउ मोका भी आसीर्बाद द्या।” 33 मिस्र क मनइयन भी ओनका हालि जाइके कहेन। काहेकि उ पचे कहेन, “जदि तू पचे हालि नाहीं जात बाट्या हम सबहिं मरि जाब।”
34 इस्राएलियन क लगे ऍतना टेमॅ न रहा कि उ पचे आपन रोटी मँ खमीर नावइँ। उ पचे गूँधा भवा आटा क परातन क कपड़ा मँ लपेटिके अउ ओका आपन काँधे प धइके ढोएन। 35 तबहिं इस्राएलियन उहइ किहेन जउन मूसा करइ क कहेस। उ पचे आपन मिस्री पड़ोसियन क लगे गएन अउ ओनसे ओढ़ना अउर चाँदी सोना स बनी चीजन्क माँगेस। 36 यहोवा मिस्री लोगन क इस्राएल क लोगन बरे दयालु बनइ दिहन। ऍह बरे मिस्र क लोग आपन धन दौलत इस्राएलियन क दइ दिहन।
37 इस्राएल क मनइयन रमसिज स सुक्काथ गएन। उ सबइ छ: लाख मनइ[b] रहेन। ऍहमा गदेलन मिलाइ क नाहीं अहइँ। 38 ओनके संग ढेर भेड़न, गइयन, बोकरियन अउ दूसर गोरुअन रहा। ओनके संग दूसर मनइ भी जात्रा करत रहेन। जउन इस्राएलियन नाहीं रहेन, मुला उ पचे ओनके संग गएन। 39 मुला मनइयन क गूँधा भवा आँटा क फुलइ दइ क टेमॅ नाहीं मिला। अउ उ पचे आपन जात्रा बरे कउनो खास खइया के नाहीं बनाएन। ऍह बरे ओनका बेखमीर क रोटी बनवइ क पड़ी।
40 इस्राएल क लोग मिस्र[c] मँ चार सौ तीस बरिस ताई जिअत रहेन। 41 चार सौ तीस बारिस पाछे, ठीक उहइ दिन, यहोवा क सबइ मनइयन मिस्र क तजि दिहेन। 42 उ खास रात अहइ जब लोग याद करत हीं कि यहोवा ओनका मिस्र स बाहेर लइ आएन। इस्राएल क सबहिं मनइयन उ रात क हमेसा याद रखिहीं।
43 यहोवा मूसा अउ हारून स कहेस, “इ सबइ फसह त्यौहार क नेम अहइँ: कउनो बिदेसी फसह त्यौहार क पवित्तर भोजन नाहीं खाइ। 44-45 मुला जदि कउनो मनइ गुलाम क खरीदी अउ जदि ओकर खतना करी तउ उ गुलाम उ प्रसाद क खाइ सकत ह। मुला जदि कउनो मनइ सिरिफ तू पचन्क देस मँ रहत ह या कउनो मनइ तोहरे बरे मजूरी प रखा गवा अहइ तउ उ मनइ क प्रसाद खाइ क न चाही। उ प्रसाद सिरिफ इस्राएल क मनइयन बरे अहइ।
46 “हर परिवारे क घरवा क भीतर ही खइया क खाइ चाही। कउनो क भी खइया क घरे क बाहर नाहीं लइ जाइ चाही। भेड़ क बच्चा क कउनो हाड़ जिन तोड़ा। 47 समूचइ इस्राएलियन जाति इ त्यौहार क जरूर मनावइ। 48 जदि कउनो प्रवासी जउन तोहरे संग रहत ह अउर उ यहोवा क फसह मँ हिस्सा लेइ चाहत ह, तउ ओकर खतना जरूर होइ चाही। तउ उ इस्राएल क नागरिक क तरह होइ, अउर उ खइया मँ हिस्सा लइ सकी। मुला जदि उ मनइ क खतना नाहीं भवा होइ तउ उ इ पसह क त्यौहार क खइया क नाहीं खाइ सकत। 49 इ सबहिं नेम हर एक प लागू होइहीं। नेम लागू भए मँ इ बात क कउनो फर्क नाहीं परिहीं चाहे उ आपन देस मँ पइदा भवा रहा या कउनो तोहरे बीच मँ रहइवाला बिदेसी अहइ।”
50 ऍह बरे इस्राएल क सबहीं मनइयन ओन हुकुमन क तामील किहेन जेनका यहोवा मूसा अउ हारून क दिहेन। 51 उहइ दिन यहोवा इस्राएल क सबहिं लोगन क मिस्र स बाहेर लइ गएन। लोग झुण्डे मँ गएन।
सरगे मँ खुसी
(मत्ती 18:12-14)
15 अब चुंगी (टैक्स) क उगहिया अउर पापी सबहिं ओका सुनइ बरे ओकरे लगे आवइ लाग रहेन। 2 तउ फरीसियन अउर धरम सास्तिरियन बड़बड़ करत भए कहइ लागेन, “इ मनई तउ पापी मनइयन क अगवानी करत ह अउर ओनके संग जेवंत ह।”
3 ऍह पइ ईसू ओनका इ दिस्टान्त कथा सुनाएस: 4 “मान ल्या तोहमाँ स कउनो क लगे 100 भेड़ अहइँ अउर ओहमाँ स कउनो एक हेराइ जाइ तउ उ का 99 क खुली जगह मँ तजिके हेरान भेड़ क पाछे न धाई जब ताई उ ओका पाइ न जाइ। 5 फिन जब ओका भेड़ मिलि जात ह तउ उ ओका खुसी क साथ आपन काँधे प उठावत ह। 6 अउर जब घर लौटत ह तउ आपन मीतन अउर पड़ोसियन क नगिचे बोलॉइके कहत ह, ‘मोर संग खुसी मनावा काहेकि मोका हेरान भेड़ मिलि गइ अहइ।’ 7 मइँ तोहसे कहत हउँ, इहइ तरह कउनो एक क मनफिरावइवाला पापी बरे, ओन निनावे धर्मी मनइयन स, जेनका मनफिराव करइ क जरूरत नाहीं, सरगे मँ कहूँ जिआदा खुसी मनाइ जइ।
8 “या सोचि ल्या कउनो स्त्री अहइ जेकरे लगे दस चाँदी क सिक्का बाटेन अउर ओकर एक ठु सिक्का हेराइ जात ह तउ का उ दिया बारिके घरे क तब ताई न बहारी अउर होसियारी स नाहीं ढूँढ़त रही जब तलक उ ओका न मिलि जाइ? 9 अउर जब उ जब ओका पाइ जात ह तउ आपन मीतन अउर पड़ोसियन क लगे बोलॉइके कहत ह, ‘मोरे संग खुसी मनावा काहेकि मोर सिक्का जउन हेराइ ग रहा, मिलि गवा।’ 10 मइँ तोहसे कहत हउँ इ तरह एक पापी बरे जउन मनफिराव ह, परमेस्सर क दूतन क हाजरी मँ हुआँ खुसी मनाइ जाइ।”
भटक गवा बेटवा क पावइ क दिस्टान्त कथा
11 फिन ईसू कहेस, “एक मनई क दुइ बेटवा रहेन। 12 तउ छोटका बेटवा आपन बाप स कहेस, ‘पिताजी, जउन धन दौलत मोरे हींसा मँ आवइ, ओका मोका दइ द्या!’ तउ बाप उन दुइनउँ क आपन धन बाँट दिहेस।
13 “अबहीं कउनो जिआदा समइ नाहीं बीता रहा, कि छोटका बेटवा आपन समूचा धन दौलत बटोरेस अउर कउनो दूर देस क चला गवा। अउर हुवाँ जंगली क तरह रहत भवा आपन सारा धन बर्बाद कइ डाएस। 14 जबहिं ओकर समूचा धन खतम होइ गवा तबहीं उ देस मँ सबहिं कइँती एक ठु भयानक अकाल पड़ि गवा अउर ओका जरूरत क चीजन क कमती पड़इ लाग। 15 एह बरे उ देस क कउनो मनई क हिआँ जाइके उ मजूरी करइ लाग। उ ओका आपन खेते मँ सुअर चरावइ पठइ दिहस। 16 हुवाँ उ सोचत साइद कैरब क फरी पेट भरइ बरे मिलि जाइँ जेका सुअरन खात रहेन मुला कउनो ओका एक फरी नाहीं दिहेस।
17 “फिन जब ओकर होस ठिकाना मँ आइ गवा तउ उ बोला, ‘मोरे बाप क लगे केतॅना ही अइसे मजूर अहइँ जेनके लगे खाइ क पाछे भी भोजन बचा रहत ह। अउर मइँ हिआँ भूख स मरत हउँ। 18 तउ मइँ हिआँ स उठिके आपन बाप क लगे जाब अउर ओनसे कहब: पिताजी, मइँ परमेस्सर अउर तोहरे खिलाफ पाप किहे हउँ। 19 अब अगवा स तोहार बेटवा कहवावइ क जोग्ग नाहीं अहउँ। मोका आपन रोजिन्दा क मजूर क नाई बनइ ल्या।’ 20 तउ उ उठिके आपन बाप क लगे चला गवा।
बेटवा लउटत ह
“अबहिं उ जिआदा दूरी प ही रहा कि ओकर बाप ओका निहारेस अउर ओकरे बाप क दाया आइ। तउ दौड़िके उ ओका आपन बाँहे मँ गहियाह लिहस अउर चूमेस। 21 बेटवा बाप स कहेस, ‘पिताजी, मइँ तोहरी निगाहे मँ अउर परमेस्सर क खिलाफ पाप किहे हउँ, मइँ अब अउर जिआदा तोहार बेटवा कहवावइ क जोग्ग नाहीं हउँ।’
22 “मुला बाप आपन नउकरन स कहेस, ‘हाली! उत्तिम ओढ़ना निकारि लइ आवा अउर ओनका ऍका पहिरावा। ऍकरे हाथे मँ अँगूठी अउर गोड़वा मँ जूतियाँ पहिरावा। 23 कउनो मोट बछवा लइ आइके मारि डावा अउर आवा ओका हम पचे खाइके खुसी मनाई। 24 काहेकि मोर इ बेटवा जउन मरि गवा रहा अब जइसे फिन स जिउ उठा बा। इ हेरॉइ गवा रहा, मुला अब इ मिलि गवा अहइ।’ तउ उ पचे खुसी मनावइ लागेन।
पुराना बेटवा लउटत ह
25 “अब ओकर बड़का बेटवा जउन खेते मँ रहा, जब आवा अउर घरे क लगे पहुँच गवा त उ गावइ नाचइ क सुर सुनेस। 26 उ आपन एक ठु नउकर क बोलाइके पूछेस, ‘इ सब का होत अहइ?’ 27 नउकर ओसे कहेस, ‘तोर भाई आइ गवा अहइ अउर तोर बाप ओका हिफाजत मँ अउर मोटमर्दा पाइके एक ठु मोट बछवा कटवाएस ह!’
28 “बड़का भाई कोहाइ गवा, उ भितरे जाइ तलक नाहीं चाहत रहा। तउ ओकर बाप बाहेर आइके ओका समझाएस बुझाएस। 29 मुला उ बाप क जवाब दिहस, ‘देखा बरिसन स तोहार सेवा मइँ करत रहेउँ। मइँ तोहरे कउनो हुकुम क खिलाफत नाहीं किहेउँ, मुला तू मोका तउ कबहूँ एक बोकरी तलक नाहीं दिहा कि मइँ आपन मीतन क संग कउनो खुसी मनाइ सकित। 30 मुला जब तोहार इ बेटवा आवा जउन वेस्यन मँ तोहार धन फूँकेस, ओकरे बरे तू मोट बछवा कटवाया।’
31 “बाप ओसे कहेस, ‘मोर बेटवा, तू हमेसा ही मोरे लगे अहा अउर जउन कछू मोरे लगे बा, सब तोहार अहइ। 32 मुला हमका खुस होइ चाही अउर जलसा मनावइ चाही काहेकि इ भाई, जउन मरि ग रहा, अब फिन जिन्ना होइ, ग अहइ। इ हेराइ ग रहा, अब मिलि गवा बा।’”
30 “अब, उमर मँ छोटा लोग मोर मसखरी करत हीं।
ओन जवान मनसेधुअन क बाप बिल्कुल ही निकम्मा रहेन।
ओन कूकुरन जउन मोर भेड़िन क रखवारा करत ह ओन लोगन स बेहतर अहइँ।
2 ओन जवान मनसेधुअन क बाप मोका मदद देइ क कउनो सक्ती नाहीं राखत हीं,
उ पचे बुढ़वा होइ चुका अहइँ अउ थका भवा अहइँ।
3 उ सबइ मनई भूख स मरत अहइँ
यह बरे उ पचे झुरान अउर उजाड़ धरती खावत ह।
4 उ सबइ मनई रेगिस्तान मँ खारे पउधन क उखाड़त हीं
अउर उ पचे झाड़ीदार बृच्छन क जड़न क खात हीं
5 उ पचन्क दूसर लोगन स भगाइ दइ गएन।
उ पचे ओन लोगन पइ अइसे गोहरावत हीं जइसे लोग चोर पइ गोहरावत हीं।
6 अइसे उ सबई बुढ़वा लोग झुरान भइ नदी क तलन मँ चट्टानन क सहारे
अउ धरती बिलन मँ रहइ क मजबूर अहइँ।
7 उ पचे झाड़ियन क बीच गुर्रात हीं।
कँटहरी बृच्छन क नीचे उ पचे आपुस मँ बटुर जात हीं।
8 ओन पचन्क फसादी लोगन क दल अहइ, जेनकर नाउँ तलक नाहीं अहइ।
ओनका आपन भुइँया तजि देह क मजबूर कीन्ह गवा अहइ।
9 “अब अइसे ओन लोगन क पूत मोर हँसी उड़ावइ क मोरे बारे मँ गीत गावत हीं।
मोर नाउँ ओनके बरे अपसब्द जइसा बन गवा अहइ।
10 उ सबइ नउजवान मोहसे घिना करत हीं।
उ पचे मोसे दूर खड़ा रहत हीं।
हिआँ तलक कि उ पचे मोरे मुँहे पइ थूकत हीं।
11 परमेस्सर मोरे धनुष स ओकर डोर छोर लिहस ह अउर मोका दुर्बल किहस ह।
उ पचे मोह पइ कोहान होत भए मोरे खिलाफ होइ जात ह।
12 उ सबइ जवान मोर दाहिनी कइँती स मोह पइ प्रहार करत हीं।
उ पचे मोर गोड़न पइ हमला कइके मोका गिरावत ह
अउर मोका चारिहुँ कइँती स घेर लेत ह।
13 उ पचे नव जवान मोरी राह पइ निगरानी रखत हीं कि मइँ बचिके निकरिके पराइ न सकउँ।
उ पचे मोका नस्ट करइ मँ सफल होइ जात हीं।
ओनके खिलाफत मँ मोर मदद करइ क मोरे संग कउनो नाहीं अहइ।
14 उ पचे मोह पइ अइसे वार करत हीं जइसे कि सहर क दिवार क दरार स होत ह।
उ पचे टुटे हुए हिस्से स अन्दर आवत हीं।
15 मोका भय जकड़ लेत ह।
जइसे हवा चिजियन क उड़ाइ लइ जात ह, वइसेन ही उ पचे जवान मोरे इज्जत धुवस्त करइ देत हीं।
जइसे बादर अदृस्य हेइ जात ह, वइसे ही मोर सुरच्छा अदृस्य होइ जात ह।
16 “जब मोर जिन्नगी बीतइ क अहइ अउर मइँ हाली ही मर जाब।
मोका, संकट क दिन दहबोच लिहे अहइँ।
17 मोर सबइ हाड़न राति क दुख देत हीं,
पीरा मोका चबाव नाही छोड़त ह।
18 मोरे कोट क गिरेबान क परमेस्सर बड़ी ताकत स धरत ह,
उ मोरे लिबास क ताकत स पकड़ लेत ह।
19 परमेस्सर मोका कीचं मँ बहाइ दिहस
अउर मइँ माटी व राखी स बनत हउँ।
20 “हे परमेस्सर, मइँ सहारा पावइ क तोहका गोहरावत हउँ, मुला तू उत्तर नाहीं देत ह।
मइँ खड़ा होत हउँ अउ पराथना करत हउँ, मुला तू मोह पइ धियान नाहीं देत्या।
21 हे परमेस्सर, तू मोर बरे निर्दयी होइ गवा अहा
तू मोका नोस्कान पहोंचावइ क आपन सक्ती क प्रयोग करत अहा।
22 हे परमेस्सर, तू मोका तेज आँधि स उड़ाइ देत ह।
तू मोका तूफाने क बीच मँ डाल देत ह।
23 मइँ जानत हउँ तू मोका मोर मउत कइँती लइ जात अहा
आखीर माँ हर कउनो क जाब अहइ।
24 “मुला इ निहचय ह कि तू कउनो मनई जउन मदद बरे गोहरावत ह,
ओन स नाहीं मुड़त ह।
25 हे परमेस्सर, तू तउ जानत ह कि मइँ ओनके खातिर रोएउँ जउन संकट मँ पड़ा अहइँ।
तू तउ इ जानत ह कि मोर मन गरीब लोगन बरे बहोत दुखी रहत रहा।
26 मुला जब मइँ भला चाहत रहा, तउ बुरा होइ जात रहा।
मइँ प्रकास हेरत रहेउँ अउर अँधियारा छाइ जात रहा।
27 मइँ भितरे स फट गवा हउँ अउर इ अइसा अहइ कि संकट कबहुँ नाहीं थम जात।
अउर जियादा संकट आवइ क अहइ।
28 मइँ सोक क ओढ़ना पहिनके माना बगइर सूरज की गर्मी स करिया होइ गना हूँ।
मइँ सभा क बीच मँ खड़ा होत हउँ, अउर मदद क गोहरावत हउँ।
29 मइँ जंगली कूकुरन क भइया
अउर सुतुरमुर्ग क मीत होइ गवा हउँ।
30 मोर चमड़ी करिया पड़ि गइ बाटइ।
मोर तन बुखारे स तपत बाटइ।
31 मोर वीणा करुण गीत गावइ क सधी बाटइ
अउर मोर बाँसुरी स दुःख क रोवइ जइसे स्वर निकरत हीं।
दूसरे बिसवासियन क बरे भेंट
16 अब देखा! संतन क बरे दान एकट्ठा करइ क बारे मँ मइँ गलातियन क कलीसियन क जउन आदेस दिहे हउँ तुहउँ वइसेन ही करा। 2 हर रविवार क आपन आय मँ स कछू अपने घरे पर ही एकट्ठा करत रहा। ताकि जब मइँ आउँ ओह समइ दान एकट्ठा न करइ पड़इ। 3 मोरे ऊहाँ पहुँचइ पर जेह कउनो मनई क तू चाहा, मइँ ओका परिचय पत्र दइके तोहर उपहार यरुसलेम लइ जाइके बरे भेज देबइ। 4 अउर अगर मोर जाबऊ अच्छा भवा तउ उ पचे मोरे साथेन चला जइहीं।
पौलुस क सबइ योजना
5 मइँ जब मैसीडोनिया होइके जाबइ तउ तोहरे लगे भी अउबइ काहेकि मैसीडोनिया स होत भवा जाइके कामे क मइँ निस्चित कइ चुका हउँ। 6 होइ सकत ह मइँ कछू समइ तोहरे साथे ठहराउँ या जाड़ा ही तोहरे साथे बितावउँ ताकि जहाँ कहूँ मोका जाइ क होइ, तू मोका बिदा कइ सका। 7 मइँ इ तउ नाहीं चाहित कि उहाँ स जात-जात ही बस तोहसे मिल लेउँ बल्कि मोका तउ आसा बा कि मइँ अगर पर्भू चाही तउ कछू समइ तोहरे साथे रहबइ। 8 मइँ पिन्तेकुस्त क उत्सव तक इफिसुस स ठहरबउँ। 9 काहेकि ठोस काम करइ क सम्भावना क भी उहाँ बड़ा दुवार खुला बा अउर फिन उहाँ मोर विरोधी भी त बहुत स अहइँ।
10 अगर तीमुथियुस आइ पहुँचइ त धियान रख्या ओका तोहरे साथे कस्ट न होइ काहेकि मोरे समान ही उहउ पर्भू क काम करत बा। 11 इही बरे कउनउ ओका छोट न समझइ। ओका ओकरे इ यात्रा पर सान्ति क साथे बिदा कर्या ताकि उ मोरे लगे आइ पहुँचइ। मइँ दूसरे भाइयन क साथे ओकरी अवाई इ इन्तजार करत हउँ।
12 अब हमार भाइ अपुल्लोस क बात इ बा कि मइँ ओका दुसरे भाइयन क साथे तोहरे लगे जाइ क बहुत जियादा उत्साहित किहे अहउँ। मुला परमेस्सर क इ इच्छा बिल्कुल नाहीं रही कि उ अबहिं तोहरे लगे आवत। मुला अवसर पउतइ ही उ आइ जाई।
पौलुस क पत्र क समाप्ति
13 सावधान रहा। मजबूती क साथे आपन बिसवास मँ अटल बना रहा। 14 साहसी बना, सक्तिसाली बना। तू जउन कछू करा, पिरेम स करा।
15 तू लोग स्तिफनास क घरान क तउ जनबइ करत ह कि उ अखाया क फसल क पहिला फल अहइ। उ परमेस्सर क लोगन क सेवा क बीड़ा उठाए अहइ। तउन भाइयो तथा बहिनियो, तोहसे मोर निवेदन बा कि। 16 तू लोग भी अपने आप क अइसेन लोगन क अउर हर ओह मनई क अगुवाई मँ सौंप द्या जउन एह काम स जुड़ा बा अउर पर्भू क बरे मेहनत करत ह।
17 स्तिफनास, फुरतूनातुस अउर अखइकुस क उपस्थिति स मइँ खुस हउँ। काहेकि मोरे बरे जउन तू नाहीं कइ सक्या, अउर उ पचे कइ देखाएन। 18 उ पचे मोर अउर तोहार आतिमा क आनन्दित किहे अहइँ। इही बरे अइसेन लोगन क सम्मान करा।
19 एसिया प्रान्त[a] क कलीसियन कइँती स तोहे पर्भू मँ नमस्कार! अक्विल अउर प्रिस्किल्ला! ओनके घरे पर एकट्ठा होइवाली कलीसिया कइँती स तोहे हार्दिक नमस्कार। 20 सबन भाइयो तथा बहिनियो, कइँती स तोहे सबन क नमस्कार। पवित्तर चुम्मा क साथे तू आपस मँ एक दुसरे क सत्कार करा।
21 मइँ पौलुस, तोहे सबन क अपने हाथन स नमस्कार लिखत हउँ।
22 अगर केउ पर्भू मँ पिरेम नहीं रखतेन तउ ओनका अभिसाप मिलइ। हमार पर्भू अवा!
23 पर्भू ईसू क अनुग्रह तोहे सबन क मिलइ।
24 ईसू मसीह मँ तोहरे बरे मोर पिरेम तू सबन क साथे रहई।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.