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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
निर्गमन 11:1-12:21

पहिलौटी क मउत

11 तब यहोवा मूसा स कहेस, “मइँ फिरौन अउ मिस्र क खिलाफ एक ठु अउर बिपत लइ आउब। एकरे पाछे उ तू सबन्क मिस्र स पठइ देइ। असिल मँ उ तू पचन्क इ देस तजि देइ क मजबूर करी। तू इस्राएलियन क इ संदेसा जरूर दिहा: ‘तू आपन पड़ोसियन मनसेधू अउ मेहरारूअन स सोना अउ चाँदी क बनी चीज मांग्या।’” परमेस्सर मिस्र क मनइयन क तू सबन प कृपालु बनइहीं। मिस्री मनइयन, हिआँ तलक फिरौन क अफसरन भी पहिलेन स मूसा क बड़का मनइ मानत हीं।

मूसा लोगन स कहेस, “यहोवा कहत हीं: ‘आज आधी रात क मइँ मिस्र स होइके जाब, अउ मिस्र क सबइ पहिलौटी पूतन अउ मिस्र क राजा फिरौन क पहिलौटी बेटवा स लइके जाँत चलावइवाली नौकरानी तलक क पहिलौटी पूत मरि जाइ। पहिलौटी क पइदा भवा नर गोरू भी मरिहीं। मिस्र क समूचइ धरती पइ रोउब पीटब होइहीं। उ रोउब पीटब मिस्र मँ पुराने जमाने मँ कबहुँ भए रहेन कउनो भी रोउब पीटब स या आवइ वाल समइ मँ कबहुँ होइवाला रोउब पीटब से जियादा बुरा होइहीं। मुला इस्राएल क कउनो भी मनइ क चोट न पहुँच पाइ। हिआँ तलक कि ओन लोगन प कउनो कुत्ता भी नाहीं भूँकी। न कउनो इस्राएली मनइ क अउ न ही कउनो गोरूअन क चोट लागी।’ इ तरह स तू जनब्या कि मइँ इस्राएल क मिस्र स अलगउज क बियूहार कीन्ह ह। तबहिं तोहार सब मिस्री अधिकारियन मोर समन्वा निहुरिहीं अउ मोर पूजा करइहीं। उ पचे कइहीं, ‘जा, अउ आपन सबहिं लोगन क आपन संग लइ आवा।’” तबहिं मइँ फिरौन क कोहाइ क देब।

तबहिं यहोवा मूसा स कहेस, “फिरौन तोहार बात सुनेस नाहीं। काहे? ऍह बरे कि मइँ आपन बड़की सक्ती क मिस्र मँ देखाइ सकउँ।” 10 इहइ कारण रहा कि मूसा अउ हारून फिरौन क समन्वा बड़का बड़का चमत्कार देखाएन। अउर इहइ कारण अहइ कि यहोवा फिरौन क एँतना हट्टी बनाएस कि उ इस्राएल क मनइयन क आपन देस तजइ नाहीं दिहेस।

फसह

12 मूसा अउ हारून जब मिस्र मँ रहेन, यहोवा ओनसे कहेस। यहोवा कहेस, “इ महीना तोहार बरे बरिस क पहिल महीना होइ। इ हुकुम इस्राएल क पूरी जाति बरे अहइ: इ महीना क दसवाँ दिन हर मनइ आपन परिवारे बरे एक ठु मेनना जरूर राखी। जदि हुवाँ जिआदा मनइयन अकरे घरे मँ मेमना क खाइ बरे न होइँ, तउ ओका आपन पड़ोसियन क भोज खाइ बरे बोलावइ चाही। हर मनइ क खाइ बरे मेमना क पर्याप्त गोस होइ चाही। एक बरिस क नर मेमना बे दोखे तगड़ा होइ क चाही। इ पसु या तउ भेड़ क बच्चा या बोकरी क बच्चा होइ सकत ह। तोहका इ मेमना क महीना क चौदहवीं तारीख ताई रखइ चाही। उ दिन इस्राएल बिरादरी क सबहिं लोग गोधरी क समइ मँ इ मेमनन क जरूर मारिहीं। इ जानवरन क खून तोहका बटोरइ क चाही। कछू खून घरे क दरवाजे क चौखट क ऊपर सिरा अउ दुइनउँ पाटी प लगावइ चाही, जउन घरन मँ मनइयन खइया क खाइँ।

“इ रात क तू मेमना क भूँजि ल्या अउ ओकर सबइ गोस खाइ ल्या। तू जरूर कड़वान जरी-बूटी अउ बे खमीरे क रोटी भी खाइ लिहा। तोहका मेमना क बच्चा नाहीं खाइ चाही तोहका मेमना क पानी मँ बोलकावइ नाहीं चाहीं तोहका समूचइ मेमना क आगी प भूँजइ चाही। इ हालत मँ भी मेमना क मूँड़, जोड़ अउ ओकरे भीतर क हींसा ठीक ठाक होइ क चाही। 10 उहइ राति क तोहका सब गोस खाइ लेइ चाही। जदि तनिक गोस भिन्सारे ताई बचि खुचि जाइ तउ ओका आगी मँ जराइ देइ चाही।

11 “जब तू खइया क खाया तउ अइसे ओढ़ना क पहिर्या जइसे तू पचे जात्रा प जात ह्वा। तू पचन्क लबादा तोहरे पेटी मँ कसा होइ चाही। तू पचे आपन पनही पहिरे रह्या अउ आपन जात्रा करइ क लाठी आपन हाथे मँ थामे रह्या। तू पचन्क हालि खइया क खाइ लिहा। काहेकि इ यहोवा क फसह अहइ-उ टेम जब यहोवा ओकरे मनइयन क बचाएस अउ मिस्र स ओनका हाली बाहेर किहेस।

12 “आजु राति मँ मइँ मिस्र स होइक जाब अउ मिस्र मँ सबइ पहिलौटी पूत क मारि डाउब। मइँ सबहिं पहिलौटी का पइदा भवा मनइ क बेटवा, अउ जानवर क बच्चा क मारि डाउब। इ तरह मइ मिस्र क सबहिं देवतन क परखब अउ देखाउब कि मइँ यहोवा हउँ। 13 मुला तू मनइयन[a] क घरेन प लाग खून क चीन्हा एक खास चीन्हा होइ। जब मइँ खून क चीन्हा क लखब, तउ मइँ तू पचन क घरन क सुरच्छित तजइ भवा चला जाब। मइँ मिस्र क मनइयन क मारब, मुला ओन जानलेवा माहमारी स तू पचन्क कउनो भी नसकान न पहुचाउब।

14 “तउ तू पचे आजु इ रात क हमेसा याद करब्या। तू पचन बरे एक खास पवित्तर क दिन होइ। तोहार सन्तानन हमेसा इ पवित्तर दिन क मनाइ क जरिया यहोवा क सम्मान देइहीं 15 इ पवित्तर दिन प तू पचे बेखमीर क आटा क रोटी सात दिन ताई खउब्या। इ पवित्तर दिन क अवाई स पहिले तू पचे आपन घरे स खमीर क निकारिके बाहेर बहाइ द्या। इ पवित्तर दिन क सात दिन ताई तू पचे मँ स कउनो क भी खमीर नाहीं खाइ चाही। जदि तू पचे मँ स कउनो भी मनइ खमीर खाई तउ ओका इस्राएल क दूसर मनइयन स निकारइ दइ जाब्या। 16 इ पवित्तर दिन क पहिले दिन अउ सातवाँ दिन मँ तोहका पवित्तर बइठक करइ चाही। इ दिनन तोहका कउनो काम नाहीं करइ क होइ। इ दिनन सिरिफ एक काम जेका करइ क अग्गिया अहइ आपन भोज क तइयार करब। 17 तू लोगन क बेखमीरे क पवित्तर त्यौहार क जरूर याद राखे चाही। काहेकि इहइ दिन ही मइँ तोहरे लोगन क समूहन मँ मिस्र स बाहेर लइ आवा। ऍह बरे तू लोगन क अउर तोहार सबहिं सन्तानन क इ दिन याद राखइ क होइ। इ नेम अहइ अउ इ सदा रही। 18 ऍह बरे पहिले महीना निसन क चौदहवाँ दिन क साँझ स तू पचे बेखमीरे क रोटी खाब सुरू करब्या। उहइ महीना क इक्कीसवाँ दिन क सांझ तलक तू अइसी रोटी खाब्या। 19 सात दिना ताई तू सबन्क घरन मँ कउनो खमीर क रोटी नाहीं होइ चाही। कउनो भी मनइ चाहे उ आपन देस मँ पैदा भवा ह या विदेसी होइ जउन इ खमीर क खाई दूसर इस्राएलियन स अलगाइ दीन्ह जाइ। 20 इ पवित्तर दिन क तू पचन्क खमीर नाहीं खाई चाही। तू जहाँ कतहुँ रहा बेखमीरे क रोटी खाया।”

21 ऍह बरे मूसा सबहीं बुजुर्गन क एक ठउरे प बोलाएस। मूसा ओन पचन्सा कहेस, “आपन परिवारे बरे मेमनन लइ ल्या। फसह त्यौहारे बरे मेमनन क मारि द्या।

लूका 14

का सबित क दिन चंगा करब उचित बा?

14 एक दाईं सबित क दिन मुख्य फरीसियन मँ स कउनो क घर ईसू खइया बरे गवा। ओहर उ पचे नगिचे स आँखि गड़ाइके लखत रहेन। हुवाँ ओकरे समन्वा जलंधर स दुःखी एक ठु मनई रहा। ईसू धरम सास्तिरियन अउर फरीसियन स पूछेस, “सबित क दिन कउनो क चंगा करब उचित अहइ या नाहीं?” मुला उ पचे खमोस रहेन। तउ ईसू उ मनई क लइके चंगा कइ दिहस अउर फिन ओका कहूँ पठइ दिहस। फिन उ ओनसे पूछेस, “जदि तोहमाँ स कउनो क लगे आपन बेटवा अहइ या बर्धा अहइ, उ कुआँ मँ गिरि पड़त ह तउ सबित क दिन भी तू ओका फउरन नाहीं निकरिब्या?” उ पचे ऍह पइ ओकर बात नाहीं काटि सकेन।

आपन क मान जिन द्या

काहेकि ईसू इ लखेस कि मेहमान आपन बरे बइठइ क कउनो खास ठउर ढँढत रहेन, तउ उ ओनका एक दिस्टान्त कथा सुनाएस। उ बोला: “जब तोहका कउनो बियाहे क भोज प बोलावइ तउ हुवाँ कउनो सम्मान क ठउर प जिन बइठा। काहेकि होइ सकत ह हुवाँ कउनो तोहसे जिआदा बड़कवा मनई क उ बोलॉए होइ। फिन तू दुइनउँ क बोलॉवइवाला तोहरे लगे आइके तोसे कही, ‘आपन इ जगह इ मनई क दइ द्या।’ अउर फिन लजाइके तोहका सबन क तले क ठउरे प बइठइ क होइ।

10 “तउ जब तोहका बोलॉवा जात ह तउ जाइके सबन त तले क जगह ग्रहण कइ ल्या जइसे जब तोहका न्यौता देइवाला आवइ तउ तोहसे कही, ‘मीत उठा, ऊपर बइठा।’ फिन उ सबन क समन्वा, जउन तोहरे लगे हुवाँ मेहमान होइहीं, तोहार मान बाढ़ी। 11 काहेकि हर कउनो जउन आपन क उठाई ओका निहुराइ दीन्ह जाई अउर जउन आपन क निहुराई, ओका ऊँचा कीन्ह जाई।”

बदले क फल

12 फिन जउन ओका बोलाए रहा, ओसे उ बोला, “जब कबहुँ तू कउनो दिन या राति क भोज द्या तउ आपन धनी पड़ोसियन क जिन बोलावा काहेकि ऍकरे बदले मँ तोहका बोलइहीं अउर इ तरह तोहका ओकर फल मिलि जाई। 13 मुला जब तू कउनो भोज द्या तउ दीन दुखियन, अपाहिजन, लंगड़न अउर अँधरन क बोलावा। 14 फिन काहेकि ओनके लगे वापस लउटावइ कछू नाहीं अहइ, तउ इ तोहरे बरे आसीर्वाद बनि जाई। ऍकर बदले क फल तोहका धर्मी मनई क जी उठइ प दीन्ह जाई।”

बड़वार भोज क दिस्टान्त कथा

(मत्ती 22:1-10)

15 फिन ओकरे संग खइया क खात रहेन मनइयन मँ स एक इ सुनिके ईसू स कहेस, “हर उ मनई धन्य अहइ, जउन परमेस्सर क राज्य मँ जेंवत ह!”

16 तब ईसू ओसे कहेस, “एक मनई कउनो बड़के भोज क तइयारी करत रहा, उ बहोत स मनइयन क न्यौत दिहस। 17 फिन दावत क समइ जेनका न्यौत दिहस, नउकरे क पठइके इ कहवाएस, ‘आवा! काहेकि भोजन तइयार अहइ।’ 18 उ सबइ एक तरह आनाकानी करइ लागेन। पहिला ओसे कहेस, ‘मइँ एक खेत बेसहे अहउँ, मोका जाइके ओका देखब अहइ, कृपा कइके मोका छमा करइँ।’ 19 फिन दूसर कहेस, ‘मइँ पाँच जोड़ी बर्धा मोल लिहे अहउँ, मइँ तउ सिरिफ ओनका परखइ जात हउँ, कृपा कइके मोका छमा करइँ।’ 20 एक अउर भी बोला, ‘मइँ अबहिं बियाह किए हउँ। इ कारण स नाहीं आइ सकत हउँ।’

21 “तउ जब उ नउकर लौटिके आवा तउ उ आपन स्वामी क इ बातन बताइ दिहस, ऍह पइ उ घरे क स्वामी बहोत कोहाइ गवा अउर आपन नउकरे स कहेस, ‘हाली ही! सहर क गली कूचा मँ जा अउर गरीब गुरबा, अपाहिज, आँधर अउर लँगड़न क हिआँ लइ आवा।’

22 “उ नउकर स कहेस, ‘स्वामी तोहार हुकुम पूरी कइ दीन्ह गइ अहइ मुला अबहिं भी ठउर बाकी अहइ।’ 23 फिन स्वामी नउकरे स कहेस, ‘सड़कन प अउर खेतन क मेड़े ताई जा अउर हुवाँ स मनइयन स चिरौरी कइके हिआँ बुलाइ लिआवा जेसे मोर घर भरि जाइ। 24 अउर मइँ तोहसे कहत हउँ जउन पहिले बोलाइ गवा रहेन ओहमाँ स एक भी भोज न चिखइ सकेन!’”

चेला बनइ क कीमत

(मत्ती 10:37-38)

25 ईसू क संग भारी भीड़ जात रही। उ ओनके कइँती मुड़ि गवा अउर बोला, 26 “जदि मोरे लगे कउनो आवत ह अउर आपन बाप महतारी, पत्नी अउर बचवा, आपन भाइयन अउर बहिनियन अउर हिआँ ताईं कि आपन जिन्नगी तलक स मोसे जिआदा पिरेम राखत ह, उ मोर चेला नाहीं होइ सकत। 27 जउन आपन क्रूस (यातना) उठाइके मोरे पाछे नाहीं चलत ह, उ मोर चेला नाहीं होइ सकत।

28 “जदि तोहमाँ स कउनो बुर्ज बनावइ चाहइ तउ का उ पहिले स बइठिके ओकरे दामे क, इ लखइ बरे कि ओका पूरा करइके ओकरे लगे काफी कछू बा कि नाहीं, हिसाब न लगाई? 29 नाहीं तउ उ नेंव तउ खनि देइ अउर ओका पूरा न कइ पावइ स, जउन ओका सुरु होत लखेन ह, सबहिं ओकर मसखरी उड़इहीं अउर कइहीं, 30 ‘अरे लखा इ मनई बनाउब तउ सुरु कहेस ह मुला इ ओका पूर नाहीं कइ सका!’

31 “या कउनो राजा अइसा होइ जउन कउनो दूसर राजा क खिलाफ जुद्ध छेड़इ जाइ अउर पहिले बैठिके इ न बिचारइ कि आपन दस हजार सैनिकन क संग का उ बीस हजार सैनिकन आपन बैरी क मुकाबला कइ भी सकी कि नाहीं? 32 अउर जदि उ समर्थ नाहीं होत तउ ओकर बैरी अबहीं राहे मँ होइहीं तबहिं उ आपन प्रतिनिधि मंडल क पठइके सांति मिलाप क सुझाई।

33 “तउ फिन इहइ तरह तोहमाँ स कउनो भी जउन आपन सबहिं धन दौलत क तजि नाहीं देत, मोर चेला नाहीं होइ सकत।

आपन सुभाव जिन तजा

(मत्ती 5:13; मरकुस 9:50)

34 “नोन उत्तिम अहइ मुला जदि ओकर स्वाद बिगर जाइ तउ ओका फिन स नमकीन नाहीं बनावा जाइ सकता। 35 न तउ उ माटी क लायक नही अउर न पाँस क कूड़ा क। मनई सिरिफ ओका यूँ ही बहाइ देइहीं।

“जेकरे लगे सुनइ क कान अहइँ, ओका सुनइ द्या!”

अय्यूब 29

अय्यूब आपन बात जारी रखत ह

29 आपन बात क जारी रखत भए अय्यूब कहेस।

“मोर जिन्नगी वइसे ही होइ चाही रही जइसे गुजरे महीने मँ रही।
    जब परमेस्सर मोर रखवारी करत रहा, अउर मोर धियान रखत रहा
मइँ अइसे उ समइ क इच्छा करत हउँ जब परमेस्सर क प्रकास मोरे मूँड़े चमचमात रहा।
    मोका प्रकास देखाँवइ क उ समइ जब मइँ अँधियारा स होइके चलत रहेउँ।
अइसे ओन दिनन क इच्छा करत हउँ, जब मोर जिन्नगी सफल रही, अउर परमेस्सर मोरे निचके मीत रहा।
    उ सबइ अइसेन दिन रहेन जब परमेस्सर मोरे घरे क असीसे रहा।
अइसे समइ क मइँ इच्छा करत हउँ, जब सर्वसक्तीसाली परमेस्सर अबहुँ तलक मोर संग मँ रहा
    अउर मोरे संग मोरे गदेलन रहेन।
अइसा लगा करत रहा कि दूध-दही क नदियन बहा करत रहिन,
    अउर मोरे बरे चट्टानन जइतून क तेल क नदियन उडेरत रहीन।

“इ सबइ ओ दिन रहेन जब मइँ नगर क दुआर अउर गलीयन क चौराहन पइ जात रहेउँ,
    अउर नगर नेता लोगन क संग बइठत रहेउँ।
हुवाँ सबइ लोग मोर सन्मान किहा करत रहेन।
    जवान मनसेधू जब मोका लखत रहेन तउ मोरी राह स हट जावा करत रहेम
    अउर बुढ़वा मनसेधू मोरे बरे सन्मान देखाँवइ बरे उठ खड़ा होत रहेन।
जब लोगन क नेता लोग मोका लखि लेत रहेन,
    तउ बोलब बंद कइ देत रहेन।
10 हिआँ तलक कि बहोतइ महत्ववाले नेता भी आपन स्वर हल्का कइ लेत रहेन, जब मइँ ओनके नियरे जात रहेउँ।
    हाँ! अइसा लागत रहा कि ओनकर जिभियन ओनकर तालु स चिपक गइ होइँ।
11 जउन कउनो भी मोका बोलत सुनेस, मोरे बारे मँ नीक बात कहेस,
    जउनो कउनो भी मोका लखे रहा, मोर बड़कई किहे रहा।
12 काहेकि जब कउनो दीन मदद बरे गोहँराएस, मइँ मदद किहेउँ।
    उ गदेला क मइँ सहारा दिहेउँ जेकरे महतारी बाप नाहीं अउर जेकर कउनो भी नाहीं धियान रखइ क।
13 मोका मरत भए मनई क आसीस मिला,
    मइँ ओन राँड़ मेहररुअन क जउन जरुरत मँ रहिन,
    मइँ सहारा दिहेउँ अउर ओनका खुस किहेउँ।
14 मोर ओढ़ना पहिरब मोर खरी जिन्नगी रही,
    निस्पच्छ होब मोर चोगा अउर मोर पगड़ी सी रहीं।
15 मइँ आँधरन बरे आँकी बन गएउँ
    अउर मइँ ओनकर गोड़ बनेउँ जेनकर गोड़ नाहीं रहेन।
16 दीन लोगन बरे मइँ बाप तरह रहेउँ,
    मइँ पच्छ लेत रहेउँ अहसे अनजानन क जउन विपत्तियन मँ पड़ा रहेन।
17 मइँ दुस्ट लोगन क सक्ती नस्ट करत रहेउँ।
    निर्दोख लोगन क मइँ दुस्टन स अजाद करावत रहेउँ।

18 “मइँ सोचत रहेउँ कि मइँ बहोत लम्बी जिन्नगी[a] जिअब
    अउर फुन आपन ही घरे मँ प्राण तजब।
19 मइँ एक ठु अइसा बृच्छ बनब जेकर जड़न सदा जल मँ रहत होइँ
    अउर जेकर डारन सदा ओस स भीजी रहत होइँ।
20 मोर सान सदा ही नई बनी रही,
    मइँ सदा ही वइसा बलवान रहब जइसे मोरे हाथे मँ एक नवा धनुष।

21 “पहिले, लोग मोर बात सुनत रहत रहेन,
    अउर उ सबइ जब मोर सलाह मसवरा क इंतजार करत रहेन, तउ चुप रहा करत रहेन।
22 मोर चुकइ पाछे, ओन लोगन क लगे जउन मोर बात सुनत रहेन, कछू भी बोलइ क नाहीं होत रहा।
    मोर सब्द धीरे-धीरे ओनकर काने मँ बर्खा क तरह पड़ जात रहेन।
23 लोग जइसे बर्खा क बाट जोहत हीं वइसे ही उ पचे मोर बोलइ क बाट जोहा करत रहेन।
    मोरे सब्दन क उ पचे पी जावा करत रहेन, जइसे मोर सब्द बसन्त मँ बरसा होइ।
24 जब मइँ दाया करइ क ओन पइ मुस्कात रहेउँ, तउ ओनका पहिले पहल ए पइ बिस्सास नाहीं होत रहा।
    फुन मोर खुस मुँह दुखी जन क सुख देत रहा।
25 मइँ जिम्मेदारी बिहेउँ अउर लोगन बरे पइसला किहेउँ, मइँ नेता बन गएउँ।
    मइँ ओनकर सोना क दलन क बीच राजा जइसा जिन्नगी जिएउँ।
    मइँ अइसा मनई रहेउँ जउन लोगन क चइत देत रहा जउन बहोत ही दुःखी बाटइ।

1 कुरिन्थियन 15

ईसू क सुसमाचार

15 भाइयो तथा बहिनियो, अब मइँ तोहे सबन क ओह सुसमाचार क याद दिवावइ चाहत हउँ जेका मइँ तोहे सुनाए हउँ अउर तूहउ सबे जेका ग्रहण किहे रह्या अउर जेहमाँ तू हमेसा स्थित बना भवा अहा। अउर जेकरे जरिये तोहर उद्धार भी होत बा बसर्ते तू ओन्हन सब्दन क जेका मइँ तोहे आदेस दिहे रहेउँ, अपने मँ मजबूती स थामे रखा। (नाहीं तउ तोहर बिसवास धारन करबइ ही बेकार गवा।)

जउन सबसे पहिले बात मोका मिली भइ रही, ओका मइँ तोहे तलक पहुँचाइ दिहेउँ कि पवित्तर सास्तरन क अनुसार, मसीह हमरे पापन क बरे मरा अउर ओका दफनाइ दीन्ह गवा। अउर पवित्तर सास्तरन क अनुसार फिन तीसरे दिना ओका जियाइके उठाइ दीन्ह गवा। अउर फिन उ परतस क सामने परगट भवा अउर ओकरे बाद बारह प्रेरितन क उ दर्सन दिहे।

फिन उ पाँच सऊ स भी जियादा भाइयन क एक साथे देखॉइ दिहेस। ओनमाँ स बहुतेरे आज तकल जिन्दा अहइँ। जद्यपि कछू क मउत भी होइ चुकी बा। एकरे बाद उ याकूब क सामने परगट भवा। अउर तब उ सभी प्रेरितन क फिन दर्सन दिहेस। अउर सब स अंत मँ ओ मोका भी दर्सन दिहेस। मइँ तउ समइ स पहिले असामान्य जन्मा सतमासा बच्चा जइसेन अहउँ।

काहेकि मइँ तउ प्रेरितन मँ सबसे छोटका हउँ। इहाँ तलक कि मइँ तउ प्रेरित कहवावइ क योग्य नाही हउँ, काहेकि मइँ तउ परमेस्सर क कलीसिया क सतावा करत रहेउँ। 10 मुला परमेस्सर क अनुग्रह स मइँ वइसेन बना हउँ जइसेन आज अहउँ मोहे पइ ओनकर अनुग्रह बेकार नाहीं गवा। मइँ त ओन सबसे बढ़ी चढ़ी क मेहनत किहे हउँ, जद्यपि उ मेहनत करइवाला मइँ नाहीं रहेउँ, बल्कि परमेस्सर क उ अनुग्रह रहा जउन मोरे साथे रहत रहा। 11 तउन चाहे तोहे मइँ उपदेस दिहे होइ चाहे ओ, मइँ सब इहई उपदेस देइत ह अउर इही पइ तू बिसवास किहे अहा।

हमार पुनरुत्थान

12 मुला जब कि मसीह क मरे भएन मँ स पुनरुत्थान कीन्ह गवा तउ तोहमाँ स कछू अइसेन काहे कहत बाटेन कि मउत क बाद फिन स जी उठब सम्भव नाहीं बा। 13 अउर अगर मउत क बाद जी उटब ही नाहीं तउ फिन मसीह क मउत बाद नाहीं जियावा गवा। 14 जदि मसीह नाहीं जिया तउ हमार उपदेस देब बेकार बा अउर तोहार बिसवास भी बेकार बा। 15 अउर हमहूँ फिन तउ परमेस्सर क बारे मँ झूठ साच्छी ठहरत अही काहेकि हम तउ परमेस्सर क सामने कसम खाइके इ साच्छी दिहे अही कि उ मसीह क मरे भएन मँ स जियाएस। मुला उनके कहइ क अनुसार अगर मरा भवा जियावा नाहीं जात तउ फिन परमेस्सर मसीह क भी नाहीं जियाएस। 16 काहेकि अगर मरा भवा नाहीं जियाइ जात ह तउ मसीह क भी नाहीं जियावा गवा। 17 अउर अगर मसीह क फिन स जिन्दा नाहीं कीन्ह गवा रहा, फिन तउ तोहार बिसवास भी बेकार बा, अउर तू अबहुँ अपने पापन मँ फँसा भवा ह। 18 हाँ, तउ फिन जे मसीह क बरे आपन प्रान दइ दिहेन, उ सबइ अइसेन ही खतम भएन। 19 अगर हम केवल अपने भौतिक जीवन क बरे ही ईसू मसीह मँ आपन आसा रखे रही तब तउ हम अउर सबहिं लोगन स जियादा अभागा हई।

20 मुला अब सहीमँ इ अहइ कि मसीह क मरे भएन स जियावा गवा। उ मरे भएन क फसल क पहिला फल अहइ। 21 काहेकि जब एक ही मनई क द्वारा मउत आइ तक एक मनई क द्वारा ही मउत स फिन जिन्दा होइ उठा। 22 काहेकि ठीक वइसेन ही जइसेन आदम क कर्मन क कारण हर किहू क बरे मउत आइ, वइसेन ही मसीह क द्वारा सबक फिन स जियाइ उठावा जाई। 23 मुला हर एक क ओकरे अपने करम क अनुसार सबसे पहिले मसीह क, जउन फसल क पहिला फल अहइ अउर फिन ओकरे पुन: आवई पर ओनकर, जउन मसीह क अहेन। 24 एकरे बाद जब मसीह सबन सासकन, अधिकरियन, हर तरह क सक्तियन क अंत कइके राज्य क परमपिता परमेस्सर क हाथन सौंपे देई, तब प्रलय होइ जाई।

25 मुला जब तलक परमेस्सर मसीह क सत्रुवन क ओकरे परमेस्सर नियन्त्रण मँ न लाइ देइ तब तलक उ अवस्य राज्य करी। 26 सबसे आखिरी सत्रु क रूपे मँ मउत क नास कीन्ह जाई। 27 पवित्तर सास्तर कहत ह, “परमेस्सर तउ हर केउ क मसीह क चरनन क अधीन रखे बा।”(A) अब देखा जब सास्तर कहत ह, “सब कछू” क ओकरे अधीन कइ दीन्ह गवा बा, तउ जउन, सब कछू क ओकरे चरनन क अधीन कीन्हा बाटेन, उ खुदइ एकर अपवाद बा। 28 अउर जब सब कछू मसीह क अधीन कइ दीन्ह गवा बा, तउ इहाँ तलक कि खुद बेटवा केऊ ओह परमेस्सर क अधीन कइ दीन्हा जाई, जे सब कछू क मसीह क अधीन कइ दिहेस ताकि हर केउ पइ पूरी तरह परमेस्सर क सासन होइ।

29 नाहीं तउ जे अपने परान क दिहे अहइँ, ओनकइ कारण जउन बपतिस्मा लिहे अहइं, उ पचे का करिहीं। अगर मरा हुआ कभउँ फिन स जिन्दा होतेन नाहीं तउ लोगन क ओनकर बरे बपतिस्मा दीन्ह ही काहे जात अहइ?

30 अउर हमइँ सब घड़ी संकट झेलत रहित ह? 31 भाइयो, तोहरे बरे मोर उ गरब जेहमाँ हमार पर्भू मसीह ईसू मँ स्थित होइ क नाते रखत हई, ओका साछी कइके कसम खाइके कहत हई कि मइँ हर दिन मरित हउँ। 32 अगर मइँ इफिसुस मँ जंगली पसुवन क साथे मानवीय स्तर पर ही लड़े रहे तउ ओसे मोका का मिला। अगर मरा भवा स जिआवा नाहीं जानेत तउ, “आवा, खाई, पीई काहेकि काल्हि तउ मरिन जाब।”(B)

33 भटकब बन्द करा: “खराब संगत स अच्छी आदत खतम होइ जात हीं।” 34 होस मँ आवा, अच्छा जीवन अपनावा, जइसेन कि तोहे होइ चाही। पाप करब बन्द करा। काहेकि तोहमाँ स कछू तउ अइसेन अहइँ जउन परमेस्सर क बारे मँ कछू भी नाहीं जानतेन। मइँ इ एह बरे कहत हउँ कि तोहे सरम आवइ।

हमका कइसेन देह मिली?

35 मुला केउ पूछ सकत ह, “मरा भवा कइसे जिआवा जात ह? अउर उ फिन कइसेन देह धारन कइके आवत ह?” 36 तू केतना मूरख अहा। तू जउन बोअत अहा उ जब तलक पहिले मरि नाहीं जात जिन्दा नाहीं होत। 37 अउर जहाँ तलक जउन तू बोवत अहा, ओकर प्रस्न बा, तउ जउन पऊधा बिकसित होइ क बा, तू ओह भरा-पूरा पऊधा क तउ धरती मँ नाहीं बोउत्या। बस केवल बीया बोवत अहा, चाहे उ गोहूँ क दाना होइ अउर चाहे कछू अउर क। 38 फिन परमेस्सर जइसेन चाहत ह, वइसेन रूप ओका देत ह। हर बीज क उ ओकर आपन सरीर प्रदान करत ह। 39 सबहिं जिन्दा मनइयन क सरीर एक जइसा नाहीं होत। मनइयन क सरीर एक तरह क होत ह जबकि पसुवन क सरीर दूसरे तरह क। चिड़ियन क देह अलग तरह क होत ह अउर मछलियन क अलग। 40 कछू देह दिव्य होत ह अउर कुछ पार्थिव मुला दिव्य देह क आभा एक तरह क होत ह अउर पार्थिव सरीर क दुसरे प्रकार क। 41 सूरज क तेज एक तरह क होत ह अउर चाँद क दुसरे तहर क। तारन मँ भी एक भिन्न तरह प्रकास रहत ह। अउर हाँ, तारन क प्रकास भी एक दुसरे स भिन्न रहत ह।

42 तउन जब मरे भए जी उठिहीं तबऊ अइसेन ही होई। उ देह जेका धरती मँ दफनाइ क “बोवा” गवा बा, नासवान बा मुला उ देह जेकर पुनरुत्थान भवा बा, अबिनासी बाटइ। 43 उ काया जउन धरती मँ “दफनाई” गइ बा अनादरपूर्ण बा मुला उ काया जेकर पुनरुत्थान भवा बा, महिमा स मंड़ित बा। उ काया जेका धरती मँ “दफनाई” गवा बा, कमजोर बा मुला उ काया जेका फिन स जिन्दा कीन्ह गवा बा, सक्तिसाली बा। 44 जेह काया क धरती मँ “दफनावा” गवा बा, उ प्राकृतिक बा मुला जेका फिन स जिन्दा कीन्ह गवा बा, उ आध्यात्मिक देह अहइ।

अगर प्राकृतिक सरीर होत हीं, तउ आध्यात्मिक सरीरन क भी अस्तित्व बा। 45 पवित्तर सास्तरन कहत ह: “पहिला मनई (आदम) एक सजीव प्रानी बना।”(C) मुला अंतिम आदम (ईसू) जीवन दाता आतिमा बना। 46 आध्यात्मिक पहिले नाहीं अउतेन, बल्कि पहिले आवत हीं भौतिक अउर फिन ओकरे बाद ही आवत हीं आध्यात्मिक। 47 पहिले मनई क धरती क माँटी स बनावा गवा अउर दूसर मनई सरगे स आवा। 48 जइसेन ओह मनई क रचना माँटी स भइ, वइसेन ही सबन लोग माँटी स ही बेनन। अउर ओह, दिव्य मनई क समान अउर दिव्य मनइयन भी स्वर्गीय बाटेन। 49 हम उ माटी स बरे मनई क तरह बनाए गयेन ह, तउ ओह स्वर्गीय क रूप भी हम धारन करब।

50 भाइयो तथा बहिनियो, मइँ तोहे इ बतावत हउँ: लहू अउर माँस क इ पार्थिव सरीर परमेस्सर क राज्य क उत्तराधिकार नाही पाइ सकतेन। अउर न ही जउन बिनासमान अहइँ, उ अविनासी क उत्तराधिकारी होइ सकत हीं। 51 सुना, मइँ तोहे सबन क एक रहस्यपूर्ण सत्य बतावत हउँ: हम सबन मरबइ न, बल्कि हम सब बदल दिहा जाबइ। 52 जब अंतिम तुरही बजी तब पलक झपकत एक छन मँ ही अइसेन होइ जाई। काहेकि तुरही बजे अउर मरा हुआ अमर होइके जी उठिहीं अउर हम जउन अबहिं जिन्दा हयेन, बदलि दिहा जइहीं। 53 काहेकि इ नासवान देह क अविनासी चोला क धारन करब जरूरी बा अउर एह मरनसील काया क अमर चोला धारन कइ लेब जरूरी बा। 54 तउन जब इ नासवान देह अबिनासी चोला धारण कइ लेई अउर उ मरणसील काया अमर चोला ग्रहण कइ लेई तउ पवित्तर सास्तर क लिखा इ पूरा होइ जाई।

“विजय त मऊत क निगल लिहा।” (D)

55 “अरी ओ मऊत! तोहार बिजय अब कहाँ बा?
    अरी ओ मऊत! तोहार दंस कहाँ बा?” (E)

56 पाप मऊत क दंस अहइ अउर पाप क सक्ती मिलत ह व्यवस्था स। 57 मुला परमेस्सर क धन्यबाद बा जउन पर्भू ईसू मसीह क जरिये हमका बिजय देवावत ह।

58 तउन मोर पिआरा भाइयो तथा बहिनियो, अटल बना डटा रहा। पर्भू क काम क बरे अपने आपके हमेसा पूरा तरह अर्पित कइ द्या। काहेकि तू त जनतइ अहा कि पर्भू मँ कीन्ह गवा तोहार काम बेकार नाहीं बा।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.