Print Page Options
Previous Prev Day Next DayNext

M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
निर्गमन 10

टिड्डियन

10 यहोवा मूसा स कहेस, “फिरौन क हिआँ जा। मइँ ओका अउ ओकरे अफसरन्क जिद्दी बनइ दिहेउँ ह। मइँ यह आपन बरियारे क चमत्कार ओनका अउर ओकर लोगन क समन्वा देखाइ बरे किहेउँ ह। मइँ ऍका ऍह बरे किहेउँ ह कि तू आपन पूत-बिटिया तथा नाती-नतिनी क ओन अजूबा काम क अउ दूसर चीन्ह क बताइ सका जउन मइँ मिस्री लोगन क खिलाफ मँ किहेउँ ह। तबहिं तू पचे जान लेब्या कि मइँ यहोवा हउँ।”

ऍह बरे मूसा अउ हारून फिरौन क लगे गएन। उ पचे ओसे कहेन, “हिब्रू लोगन क यहोवा परमेस्सर कहत हीं, ‘तू मोरे हुकुम क मानइ स कब ताई इन्कार करब्या? मोरे लोगन क मोर आराधना करइ बरे जाइ द्या। जदि तू मोर लोगन क जाइ स मना करत ह तउ मइँ भियान तोहरे देस मँ टिड्डियन क लइ आउब। टिड्डियन पूरी भुइँया क ढाँपि लेइहीं। ओ ऍतना ढेरि क होइहीं कि तू भुइयाँ नाहीं लखइ पउब्या। सबहिं पउधन अउ जउन कछू चीज ओला भरी आँधी स बचि गइ बाटिन ओका टिड्डियन चट कइ जइहीं। टिड्डियन मइदान क सब पातिन्क चट कइ डइहीं। टिड्डियन सबहिं घरन, तोहरे अफसरन्क सबहुँ घरन अउ मिस्र क सबहुँ घरन मँ भरि जइहीं। जेतॅना टिड्डियन तोहार बाप दादा कबहुँ न देखे होइहीं ओसे भी जिआदा टिड्डियन हिआँ होइहीं। जब ते मनइयन मिस्र मँ रहइ लागेन, तब ते जब कबहुँ टिड्डियन भइ होइहीं ओसे भी जिआदा टिड्डियन होइहीं।’” तबहिं मूसा घूमि गवा अउ फिरौन क तजि दिहस।

फिरौन क अफसरन ओसे पूछेन, “हम पचे कब तलक इ लोगन क जालि मँ फँसा रहब। मनइयन क यहोवा आपन परमेस्सर क आराधना करइ जाइ द्या। जदि आप ओनका नाहीं जाइ देब्या तउ आपक जानइ स पहिले मिस्र बरबाद होइ जाइ।”

ऍह बरे फिरौन आपन अफसरन्स कहेस कि मूसा अउ हारून क ओकरे लगे लिआवा। उ ओनसे कहेस, “जा अउ यहोवा आपन परमेस्सर क आराधना करा। मुला मोका बतावा फुरे कि कउन-कउन जात अहइँ?”

मूसा जवाब दिहेस, “हमार मनई जवान अउ बुढ़वा मनई जइहीं। अउ हम पचे आपन बेटहनन अउ बिटिहनियन, आपन भेड़िन अउ गोरूअन क आपन संग लइ जाब। हम सब एक अउट जाब काहे कि परमेस्सर क भोज हम सबइ बरे अहइ।”

10 फिरौन ओनसे कहेस, “जदि मइँ कभी तू पचन्क अउ तोहरे बचवन क जाइ देइ तउ परमेस्सर क सचमुच तोहरे साथे होइ चाही। लखा, तू पचे कछू बुरा जोजना करत बाट्या? 11 सिरिफ मनइयन ही जाइ सकत हीं अउ यहोवा क आराधना कइ सकत हीं। तू पचे इहइ सुरू से ही माँग्या ह। मुला तोहार सारे लोगन क साथें जाइ क आग्या नाहीं बा।” तब फिरौन मूसा अउ हारून क पठएस।

12 यहोवा मूसा स कहेस, “मिस्र क धरती प बँहिया उठावा अउ टिड्डियन आइ जइहीं। टिड्डियन मिस्र क सारी भुइयाँ प संचर जइहीं। टिड्डियन ओला स बचा भवा पेड़ पउधा क चट कइ जइहीं।”

13 मूसा आपन छड़ी क मिस्र कइँती उठाएस अउ यहोवा पूरब स जोर क आँधी चलाइ दिहेस। आँधी उ सारे दिन भइ अउ रात मँ चलत रही। जब भिन्सार भवा, आँधी मिस्र देस मँ टिड्डियन क लइ आइ दिहस। 14 टिड्डियन मिस्र देस स उड़िके आइन अउ भुइयाँ प बैठि गइन। मिस्र मँ एँतनी जिआदा टिड्डियन कबहुँ नाहीं भइन जेतनी इ दाई रहिन। 15 टिड्डियन पूरी भुइँया क ढाँपि लेइहीं। ऍह बरे पूरे देस मँ जमीन प अँधियारा छाइ गवा। टिड्डन ओन सबहिं पउधन क अउ बृच्छ क हरिअर फल क, जउन ओला गिरे स नसान नाहीं रहेन, चट कइ डाइन। मिस्र मँ कतहुँ कउनो पेड़ या पउधन प कउनो पाती नाहीं रहि पाइ।

16 फिरौन मूसा अउ हारून क हाली बोलावाएस। फिरौन कहेस, “मइँ तोहरे अउ यहोवा तोहरे परमेस्सर क खिलाफ पाप किहेउँ ह। 17 इ टेम प मोरे पाप क अब छिमा कइ द्या। यहोवा आपन स पराथना करा कि इ ‘मउत’ (टिड्डियन) क मोसे दूर करा।”

18 मूसा फिरौन स अलग भवा अउ उ यहोवा स पराथना किहेस। 19 ऍह बरे यहोवा हवा क बहब बदलि दिहस। यहोवा पच्छिउँ स तेज आँधी उठाएस अउ उ टिड्डियन क लाल सागरे[a] मँ हटाइ दिहस। एक ठु भी टिड्डी मिस्र मँ नाहीं बचि पाएस। 20 मुला यहोवा फिरौन क जिद्दी बनएस। अउर फिरौन इस्राएल क मनइयन क जाइ नाहीं दिहेस।

अँधियारा

21 तब यहोवा मूसा स कहेस, “आपन बाँही क हवा मँ ऊपर उठावा अउ अँधियारा मिस्र क ओढ़ि लेइ। इ अँधियारा एतना गहिर अउ मोट होइ कि तू ऍका महसूस कइ सकित ह।”

22 तउ मूसा आपन हथवा हवा मँ उठाएस अउ मिस्र मँ टोवइवाला अँधियर छाइ गवा। इ अँधियारा तीन दिना तलक मिस्र मँ रहा। 23 मनइयन मँ स कउनो क चोंधरात नाहीं रहा अउ तीन दिन कउनो कतहूँ नाहीं जाइ पावा। मुला हुवाँ उजिआरा उ ठउरन प रहा जहाँ कतहूँ इस्राएल क मनई रहेन।

24 फिरौन मूसा क फुन बोलाएस। फिरौन कहेस, “जा अउ यहोवा क आराधना करा। तू पचे आपन संग बचवन क लइ जाइ सकत ह। सिरिफ आपन भेड़िन अउ गोरून क हिआँ तजि द्या।”

25 मूसा कहेस, “न सिरिफ हम पचे आपन भेड़ अउ गोरू क लइ जाब मुला जब हम पचे जाब, आप हम सबन्क भेंट अउ बलि भी देब्या। हम पचे इ सब बलिन क आपन परमेस्सर यहोवा क आराधना बरे बइपरब। 26 हम पचे आपन पसु क संग संग परमेस्सर क आराधना बरे लइ जाब। हमरे पाछे एक ठु खुर भी न छूटि पाइ। हम पचे ठीक तरह अबहिं नाहीं जानित अही कि परमेस्सर क आराधना बरे हम क का चाही। हम पचे तब ओका जानि पाउब जब हम सबइ उ ठउरे क पहुँचि जाब जहाँ हम पचे जात अही।”

27 यहोवा फुन फिरौन क जिद्दी बनाएस। ऍह बरे फिरौन ओन सब क जाइ स मना कइ दिहेस। 28 तब फिरौन मूसा स कहेस, “मोसे दूर होइ जा। मइँ नाहीं चाहित कि तू हिआँ फुन आवा। एकरे पाछे जदि तू हम से भेंटइ अउब्या तउ मारि डावा जाब्या।”

29 तबहिं मूसा फिरौन स कहेस, “आप जउन कहत हीं, ठीक बा। मइँ फुन आप स भेंटइ कबहुँ न आउब।”

लूका 13

मनफिरावा

13 उ समइया हुवाँ हाजिर कछू मनइयन ईसू क ओन गलीलियन क बारे मँ बताएस जेनकइ लहू पिलातुस ओनके बलिदान क संग मिलाइ दिहे रहा। तउ ईसू ओनसे कहेस, “तू का सोचत ह कि सबइ गलीलियन दूसर सबइ गलीलियन स जिआदा पापी रहेन काहेकि ओनका इ सबइ बातन भीजे पड़ी? नाहीं! मइँ तोहका बतावत हउँ, जदि तू भी मनफिरावा नाहीं करब्या तउ तू भी वइसी ही मउत स मरब्या जइसी उ सबइ मरे रहेन! या ओन अट्ठारह मनइयन क बारे मँ तू का सोचत ह जेनके ऊपर सीलोह क बुर्ज गिरिके ओनका मारि डाएस। का सोचत ह, उ सबइ यरूसलेम मँ बसइया दूसर सबइ ही मनइयन स जिआदा अपराधी रहेन? नाहीं! मइँ तोहका बतावत हउँ कि जदि तू मनवा न फिरउब्या तउ तू भी वइसे ही मरब्या!”

बँझउ बृच्छ

फिन उ इ दिस्टान्त कथा कहेस: “कउनो मनई आपन अँगूरे क बारी मँ एक ठु अंजीरे क बृच्छ रोपे रहा। तउ उ ओह पइ फल ढूँढ़इ आवा पर ओका कछू नाहीं मिल पावा। ऍह पइ उ माली स कहेस, ‘अब लखा मइँ तीन बरिस स अँजीरे क बृच्छ प फल टटोरत आवत हउँ मुला मोका एक ठु भी नाहीं मिलि पावा। एह बरे ऍका काटि डावा। इ धरती क अइसी ही वृथा काहे करत रहइ?’ माली ओका जवाब दिहेस, ‘स्वामी ऍका इ बरिस तब ताईं तजि द्या, जब तलक मइँ ऍकरे चारिहुँ कइँती खनिके एहमाँ पाँस नउबउँ। फिन जदि उ अगवा बरिस फल देइ तउ नीक बा अउर जदि नाहीं देत तउ तू ऍका काटि डाइ सकत ह।’”

सबित क दिन स्त्री क चंगा करब

10 कउनो आराधनालय मँ सबित क दिन ईसू जब उपदेस देत रहा। 11 तउ हुवँई एक अइसी स्त्री रही जेहमाँ दुस्ट आतिमा समाइ ग रही। जउन ओका अट्ठारह बरिस स पंगु बनाइ दिहे रही। उ निहुरिके कुबड़ी होइ गइ अउर तनिकउ सोझ नाहीं होइ सकत रही। 12 ईसू ओका जब निहारेस तउ आपन लगे बोलाएस अउर कहेस, “हे स्त्री, तोहका आपन बेरामी स छुटकारा मिलि गवा!” इ कहत भवा 13 ओह पइ आपन हाथ रखेस। अउर उ फउरन सीध होइ गइ। उ परमेस्सर क गुन गावइ लाग।

14 ईसू काहेकि सबित क दिन ओका बेरामी स जरटुट किहेस, एह बरे आराधनालय क नेता किरोध मँ आइके मनइयन स कहेस, “काम करइ क बरे छ: दिन होत हीं तउ ओनही दिनम मँ आवा अउर आपन बेरामी क दूर करावा पर सबित क दिन नीरोग होइ बरे जिन आवा।”

15 पर्भू जवाब देत भवा ओसे कहेस, “अरे कपटियो! का तोहमाँ स हर कउनो सबित क दिन आपन बर्धा अउर गदहा क बारा स निकारिके कहूँ पानी पिआवइ नाहीं लइ जात ह? 16 अब इ स्त्री जउन इब्राहीम क बिटिया अहइ अउर जेका सइतान अट्ठारह बरिस स जकरिके राखे बा, का ऍका सबित क दिन ऍका बंधन स छुटकारा नाहीं देइ क चाही?” 17 जब उ इ कहेस तउ ओकर खिलाफत करइवालन सबइ सर्माइ गएन। ओह कइँती समूची भीड़ ओकरे अचरजे स भरे कामन स जेनका उ किहे रहा, खुस होइ गइ।

सरग क राज्य कइसा अहइ

(मत्ती 13:31-33; मरकुस 4:30-32)

18 तउ ईसू कहेस, “परमेस्सर क राज्य का अहइ अउर मइँ ऍकर तुलना कइसे करउँ? 19 उ सरसई क दाना क नाई अहइ, जेका कउनो लइके आपन बगिया मँ बोएस। उ बड़ा भवा अउर एक बृच्छ होइ गवा। फिन अकासे क चिरइयन ओकर डारी प घोंसला बनाइ लिहन।”

20 उ फिन ईसू कहेस, “परमेस्सर क राज्य क बरोबरी मइँ कइसे करउँ? 21 इ उ खमीरे क नाई अहइ जेका एक स्त्री तीन हींसा पिसान मँ सान दिहेस अउर उ समूचा पिसान खमीरे स भरि गवा।”

साँकर दुआर

(मत्ती 7:13-14,21-23)

22 ईसू जब सहरन अउर गाँउन स होत भवा उपदेस देत भवा यरूसलेम जात रहा। 23 तबहीं ओसे कउनो पूछेस, “पर्भू क केवल कछू मनइयन क ही उद्धार होइ?”

ईसू कहेस, 24 “साँकर दुआरे स घुसइ क होइ सकइवाला जतन करा, काहेकि मइँ तोहका बतावत हउँ कि भीतर जाइ क जतन बहोत स करिहीं पर जाइ न पइहीं। 25 जब एक दाईं घरे क स्वामी उठिके दुआर बंद कइ देत ह, तउ तू बाहेर ही खड़ा दुआर खटखटावत कहब्या, ‘महासय, हमरे बरे खोलि द्या!’ मुला उ तोहका जवाब देइ, ‘मइँ नाहीं जानत तू कहाँ ले आवा बाट्या?’ 26 तब तू कहइ लगब्या, ‘हम तोहर संग खावा ह, तोहर संग पिआ ह, तू हमरी गलियन मँ हमका सीख दिहा ह।’ 27 पर उ तोसे कही, ‘मइँ नाहीं जानत तू कहाँ स आवा अहा? अरे कुकर्मी मनइयो! मोरे लगे स पराइ जा!’

28 “जब तू इब्राहीम, इसहाक, याकूब अउर दूसर सबहीं नबियन क परमेस्सरे क राज्य मँ निहरब्या मुला तोहका बाहेर ढकेल दीन्ह जाइ। तउ हुवाँ बस रोउब अउर दाँत पीसब होई। 29 फिन पूरब अउर पच्छूँ, उत्तर अउर दक्खिन स मनइयन परमेस्सर क राज्य मँ आइ आइके खइया क चउकी प आपन आसन ग्रहण करिहीं। 30 धियान रहइ कि हुवाँ जउन आखिरी अहइ पहिले होइ जइहीं अउर जउन पहिले अहइँ उ पचे आखिरी होइ जइहीं।”

ईसू क मउत यरूसलेम मँ

(मत्ती 23:27-39)

31 उहइ समइ ईसू क लगे कछू फरीसियन आएन अउर ओसे बोलेन, “हेरोदेस तोहका मारि डावइ चाहत ह, एह बरे हुवाँ स कहूँ अउर चला जा।”

32 तब उ ओनसे कहेस, “जा अउर उ लोखरी[a] स कहा, ‘मइँ मनइयन मँ स दुस्ट आतिमन क निकारब, मइँ आज ही चंगा करब अउर भियान भी। फिन तीसर दिन मइँ आपन काम पूरा करब।’ 33 फिन भी मोका आजु, भियान अउर परउँ चलत ही रहइ क अहइ। काहेकि कउनो नबियन बरे इ नीक नाहीं कि उ यरूसलेम स बाहेर प्रान तजि देइ।

34 “यरूसलेम अरे ओ यरूसलेम! तू नबियन क कतल करत ह अउर परमेस्सर जेका तोहरे लगे पठएस ह, ओन प पाथर बरिसावत ह। मइँ केतॅनी दाईं तोहरे मनइयन क वइसे ही आपुस मँ बटोरइ चाहा ह जइसे एक ठु मुर्गी आपन बचवन क आपन पखना तरे बटोरत ह। मुला तू नाहीं चाह्या। 35 लखा तोहरे बरे तोहार घर तोहरे लिए उजरा पड़ा अहइ। मइँ तोहका बतावत हउँ तू मोका उ समइया तलक फिन नाहीं देखब्या। जब ताईं उ समइ न आइ जाइ जब तू कहब्या, ‘धन्य अहइ उ, पर्भू क नाउँ प जउन आवत बा।’”(A)

अय्यूब 28

28 “हुआँ चाँदी क खान बाटइ जहाँ लोग चाँदी पावत हीं,
    हुआँ अइसे ठउर अहइँ लोग सोना देघराइके ओका सुद्ध करत हीं।
लोग धरती स खनिके तोहा निकारत हीं,
    अउर चट्टानन स टेघाराइके ताँबा निकारत हीं।
लोग सबइ गुफा मँ प्रकास लिआवत हीं उ पचे सबइ गुफा क गहिराइ मँ हेरा करत हीं,
    घना अँधियारा मँ उ पचे खनिज क चट्टानन हेरत हीं।
जहाँ लोग रहत हीं ओहसे बहोत दूर लोग गहिर गड़हा खना करत हीं
    कबहुँ कउनो अउर एँन गड़हन क नाहीं छुएस।
    जब मनई गहिरे गड़हन मँ रस्सन लटकत ह, तउ उ दूसरन बहोत दूर होत ह।
भोजन धरती क सतह स मिला करत ह,
    मुला धरती क भीतर उ बढ़त जावा करत ह
    जइसे आगी चिजियन क बदल देत ह।
धरती क भीतरे चट्टानन क खाले नीलम मिलि जात हीं,
    अउर धरती क खाले माटी आपन आप मँ सोना राखत ह।
जंगली पंछी धरती क खाले क राहन नाहीं जानत हीं
    न हीं कउनो बाज इ मारग लखत ह।
उ राहन पइ कउनो बड़का डीलडोल वाला पसु नाहीं चलेन,
    कबहुँ सेर इ राहे पइ नाहीं विचरेन।
मजदूर सब स कठोर चट्टानन क खनत हीं
    अउर उ पचे पहाड़न क ओकार जड़ स खनिके गिरा देत हीं।
10 काम करइवालन चट्टानन स सुरंग काटत हीं
    उ पचन्क आँखन हुआँ खजानन क लखि लेत हीं।
11 काम करइवालन बाँध बनवा करत हीं कि पानी ऊपर स होइके न बहइ।
    उ पचे छिपी भइ चिजियन क ऊपर प्रकास मँ लिआवत हीं।

12 “मुला कउनो मनई विवेक कहाँ पाइ सकत ह
    अउर हम कहाँ जाइ सकित ह समुझ पावइ क?
13 गियान कहाँ रहत ह लोग नाहीं जानत हीं
    लोग जउन धरती पइ रहत हीं, ओमाँ इ नाहीं पाइ जात ह।
14 सागरे क गहराइ बतावत ह, ‘मोह माँ गियान नाहीं।’
    अउर समुद्दर कहत ह, ‘हिआँ मोहमाँ गियान नाहीं अहइ।’
15 गियान क बहोत कीमती सोना भी मोल नाहीं लइ सकत ह,
    गियान क दाम चाँदी स नाहीं गना जाइ सकत ह।
16 गियान ओपरी देस क सोना स
    या कीमती सुलैमानी पाथर या नीलमणियन स नाहीं बेसहा जाइ सकत ह।
17 गियान सोना अउ स्फटिक ल जियादा कीमती बाटइ,
    कउनो मनई बहोत कीमती सोना स जड़े भए रलन स गियान नाहीं बेसहि सकत ह।
18 गियान मूँगा अउ सूर्यकान्त मणि स जियादा कीमती बा।
    गियान क कनोउ मनई सिद्ध सोने मँ जुरे कीमती रतन स नाहीं बेसहा सकत ह।
19 जेतना उत्तिम गियान अहइ कूस देस क पद्मराग भी ओतना उत्तिम नाहीं अहइ।
    गियान क तू चोख सोना स मोल नाहीं लइ सकत्या।

20 “तउ फुन हम कहाँ गियान क पावइ जाइ?
    हम कहाँ समुझ सीखइ जाइ?
21 गियान धरती क हर मनई स लुका भवा अहइ।
    हिआँ तलक कि ऊँच अकास क पंछी भी गियान क नाहीं लखि पावत हीं।
22 मउत अउ विनास कहा करत हीं,
    ‘हम तउ बस
    गियान क बातन सुनी ह।’

23 “मुला बस परमेस्सर गियान तलक पहोंचइ क राहे क जानत ह।
    परमेस्सर जानत ह गियान कहाँ रहत ह।
24 परमेस्सर गियान क जानत ह काहेकि उ धरती क अखिरी छोर तलक लखा करत ह।
    परमेस्सर उ हर वस्तु क जउन अकास क खाले अहइ लखा करत ह।
25 जब परमेस्सर हवा क ओकर सक्ती दइ दिहस
    अउर इ निहचित किहस कि समुद्दरन क केतना बड़का बनावइ क अहइ।
26 अउर जब परमेस्सर निहचय किहस कि ओका कहाँ स बर्खा पठवइ क अहइ,
    अउर बउड़रन क कहाँ तलक जात्रा करइ क अहइ।
27 तब परमेस्सर गियान क लखे रहा।
    उ ओका मापेस, ओका साबित किहेस अउर इका परखेस।
28 अउर लोगन स परमेस्सर कहे रहा कि
    ‘यहोवा क भय माना अउर ओका आदर दया।
    बुराइयन स मुहँ मोड़ि लेब ही गियान अहइ, इहइ समझदारी अहइ।’”

1 कुरिन्थियन 14

आत्मिक बरदानन क कलीसिया क सेवा मँ लगावा

14 पिरेम क रस्ता पर कोसिस करत रहा। अउर आध्यात्मिक बरदानन क निष्ठा क साथे अभिलास करआ। बिसेस रूप स परमेस्सर क तरफ स बोलइ क। काहेकि जेका दुसरन क भाखा मँ बोलइ क बरदान मिला ब, उ तउ सही मँ लोगन स नाहीं, बल्कि परमेस्सर स बात करत बाटइ। काहेकि ओका केउ समझ नाहीं पावत, उ त आतिमा क सक्ति स रहस्यमय होइके बानी बोलत बा। मुला उ जेका परमेस्सर कइँती स बोलइ क बरदान मिला बा, उ लोगन स ओन्हे आतिमा मँ मजबूत प्रोत्साहन अउर चैन पहुँचावइ बरे बोलत बा। जेका विभिन्न भाखन मँ बोलइ क बरदान मिला बा उ तउ बस आपन आतिमा क ही मजबूत करत ह मुला जेका परमेस्सर कइँती स बोलइ क सामर्थ मिला बा उ समूची कलीसिया क आध्यात्मिक रूप स मजबूत बनावत ह।

अब मइँ चाहत हउँ कि तू सबइ दूसर कइयउ भाखा बोला। मुला एहसे जियादा मइँ इ चाहित हउँ कि तू परमेस्सर कइँती स बोल सका काहेकि कलीसिया क आध्यात्मिक मजबूती क बरे अपने कहे क बियाखिया करइवाले क छोड़िके, दूसरी भाखा बोलइवालन स परमेस्सर कइँती स बोलइवाला बड़ा बा।

तउन भाइयो तथा बहिनियो, अगर दूसरी भाखन मँ बोलत भआ मइँ तोहरे लगे आवउँ तउ हसे तोहार का भला होइ, जब तलक कि तोहरे बरे मइँ कउनउ रहस्य उद्घाटन, दिव्य गियान, परमेस्सर क सन्देस या कउनउ उपदेस न देउँ। इ बोलब त अइसेन ही होइ जइसे कउनो बाँसुरी या सांरगी जइसेन निर्जीव बाजा क आवाज। अगर कउनो बाजा क स्वरन मँ परस्पर साफ अन्तर न होइ तउ कउनउ कइसे पता लगाइ पाई कि बाँसुरी या सांरगी पर कउन स धुन बजाइ जात बा। अउर अगर बिगुल स अस्पस्ट आवाज निकलइ लागइ तउ फिन युद्ध क बरे तइयार के होई?

इही तरह कउनो दूसरे क भाखा मँ जब तक कि तू साफ-साफ न बोला, तब तलक केऊॅ कइसेन समझ पाई कि तू का कहे रह्या। काहेकि अइसेन मँ तू बस हवा मँ बोलाइवाला ही रही जाब्या। 10 एहमाँ कउनउ संदेह नाहीं बा कि संसार मँ भाँति-भाँति क बोली अहइँ अउर ओहमाँ स कउनउ खराब नाहीं अहइ। 11 तउन अब तलक मइँ ओह भाखा क जानकार नाहीं हउँ, तब तलक बोलइवालन क बरे मइँ एक अजनबी ही रहबइ। अउर उ बोलइवाला मोरे बरे एक ठु अजनबी ही ठहरी। 12 तोह पइ इ बात लागू होत ह काहेकि तू आध्यात्मिक बरदानन क पावइ बरे उत्सुक अहा। इही बरे ओहमाँ भरपूर होइ क प्रयास करा। जेहसे कलीसिया क आध्यात्मिक मजबूति मिली जाइ।

13 परिणामसरूप जउन दूसर भाखा मँ बोलत ह, ओका पराथना करई चाही कि उ आपन कहे क मतलब भी बताइ सकइ। 14 काहेकि अगर मइँ किहींउ अउर भाखा मँ पराथना करउँ तउ मोर आतिमा त पराथना करत रही होत ह मुला मोरे बुद्धि बेकार रहत ह। 15 तउ फिन का करइ चाही? मइँ आपन आतिमा स तउ पराथना करबइ। मुला ओकरे साथ आपन बुद्धि स भी पराथना करबइ। आपन आतिमा स त ओकर स्तुति करबइ ही मुला आपन बुद्धि स भी ओकर स्तुति करबइ। 16 काहेकि अगर तू केवल आपन आतिमा स ही कउनउ आसीर्बाद द्या तउ हुवाँ बइठा कउनउ मनई जउन बस सुनत अहइ, तोहरे धन्यबाद पर “आमीन” कइसे कहि देई काहेकि तू जउन कहत अहा, ओका उ जनबइ नाहीं करत। 17 अब देखा तू तउ चाहे भली-भाँति धन्यबाद देत अहा मुला दूसर मनई क तउ ओसे कउनउ आध्यात्मिक मजबूति नाहीं होत।

18 मइँ परमेस्सर क धन्यबाद देत हउँ कि मइँ तोसे बढ़कर क विभिन्न भाखा बोलि सकित हउँ। 19 मुला कलीसिया सभा क बीच कउनो दूसरी भाखा मँ दसहु हजार सब्द बोलइ क अपेच्छा आपन बुद्धि क उपयोग करत हुए पाँच सब्द बोलब अच्छा समझत अहउँ ताकि दूसरे क भी उपदेस दइ सकउँ।

20 भाइयो तथा बहिनियो, अपने बिचारन मँ गदेलन क नाई रहा बल्कि बुराइयन क बारे मँ अबोध गदेला जइसेन बना रहा। मुला आपन चिन्तन मँ समझदार बना। 21 व्यवस्था मँ लिखा बा:

“उपयोग ओनकर करत भए अउर बोली बोलत जउन,
    ओनके ही मुँहन क, उपयोग करत
भए जउन क पराया मइँ करबइ बात
    एनसे पर न इ हमार सुनिहीं बात तब भी।” (A)

पर्भू अइसेन ही कहत ह।

22 तउन दूसर भाखा बोलइ क बरदान अबिसवासियन क बरे संकेत अहइ न कि बिसवासियन क बरे अहइ। जब कि भविसबाणी करब अबिसवासियन बरे नाहीं बल्कि बिसवासियन बरे अहइ। 23 तउन अगर समूचा कलीसिया एकट्ठ होइ अउर हर केऊॅ दूसर-दूसर भाखा मँ बोलत होइ तब भी बाहर क लोग या अबिसबासी भित्तर आइ जाइँ तउ का उ पचे तोहे पागल न कइहीं। 24 मुला अगर हर केउ परमेस्सर कइँती स बोलत होइँ अउर तब तलक कछू अबिसवासी या बाहर क आइ जाइँ त का सब लोग ओका ओकर पाप क बोध न कराइ देइहीं। सब लोग जे कहत हीं, ऊही पइ ओकर निआव होई। 25 जब ओकरे मने क भित्तर छिपा भेद खुली जाइ तब तलक उ इ कहत भआ, “सचमुच तोहरे बीच परमेस्सर अहइ।” दण्डवत प्रणाम कइके परमेस्सर क आराधना करिहीं।

तोहार सभा अउर कलीसिया

26 भाइयो तथा बहिनियो! तउ फिन का करइ चाही? तू जब एकट्ठा होत ह तोहमाँ स कउनउ भजन, कउनउ उपदेस अउर कउनउ आध्यात्मिक रहस्य क उद्घाटन करत ह। कउनउ केउ अउर भाखा मँ बोलत ह त कउनउ ओकर बियाखिया करत ह। इ सब बात कलीसिया क आध्यात्मिक मजबूती क बरे कीन्ह जाइ चाही। 27 अगर केउ अउर भाखा मँ बोलत बाटइ तउन जियादा स जियादा दुइ या तीन क ही बोलइ चाही अउर बारी बारी, एक-एक कइके अउर जउन कछू कहा गवा बा, एक-एक क ओकर बियाखिया करइ चाही। 28 अगर उहाँ बियाखिया करइवाला केउ न होइ तउ बोलइवाले क चाही कि उ सभा मँ चुपइ रहइ अउर फिन ओका अपने आप स अउर परमेस्सर स ही बात करइ चाही।

29 परमेस्सर कइँती स ओकर दूत क रूप मँ बोलइ क जेनका बरदान मिला बा, अइसेन दुइ या तीन नबियन क ही बोलइ चाही अउर दूसरन क चाही कि जउन कछू उ कहे अहइ, उ ओका परखत रहइँ। 30 अगर हुवाँ केउ बइठा भआ पर कउने क बात रहस्य उद्घाटन होत ह जउन परमेस्सर कइँती स बोलत अहइ पहिला वक्ता क चुप होइ जाइ चाही। 31 काहेकि तू एक-एक कइके भविस्सबाणी कइ सकत ह्या ताकि सबहिं लोग सीखइँ अउर प्रोत्साहित होइँ। 32 नबियन क आतिमन नबियन क बस मँ रहत हीं। 33 काहेकि परमेस्सर अव्यवस्था नाहीं देत, उ सान्ति देत ह। जइसेन कि सन्तन क सभन कलीसियन मँ होत ह।

34 स्त्रियन क चाही क उ कलीसियन मँ चुप रहइँ काहेकि ओन्हे सान्त रहइ चाही, बल्कि जइसेन कि व्यवस्था मँ कहा गवा बा, ओनका दबिके रहइ चाही। 35 अगर उ कछू जानइ चाहत ह तउ ओन्हे घरे पे आपन-आपन पति स पूछइ चाही काहेकि एक स्त्री क बरे सर्मनाक अहइ कि उ सभा मँ बोलइ।

36 का परमेस्सर क बचन तोहसे पैदा भवा बा? या उ मात्र तोहे तलक पहुँचा? निस्चित नाहीं बा। 37 अगर केउ सोचत ह कि उ नबी अहइ अउर ओका कछू आध्यात्मिक बरदान मिला बा तउ ओका पहिचान लेइ चाही कि मइँ तोहे जउन कछू लिखत हउँ, उ पर्भू क आदेस बा। 38 तउन अगर केउ ऍका नहीं पहिचान पावत तउ ओका उ परमेस्सर द्वारा भी नाहीं जाना चाई।

39 एह बरे मोर भाइयो तथा बहिनियो, परमेस्सर कइँती स बोलइ क तत्पर रहा अउर दूसरा भाखा मँ बोलइ वालन क भी न रोका। 40 मुला इ सभन बातन सही ढंग स अउर व्यवस्थानुसार कइ जाइ चाही।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.