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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
उत्पत्ति 49

याकूब आपन पूतन क असीसत ह

49 तब याकूब आपन सबहि बेटवन क आपन लगे बोलाएस। उ कहेस, “मोर सबइ बेटउनो, हिआँ मोरे लगे आवा। मइँ तोहका बताउब कि भविस्स मँ का होइ।

“याकूब क पूते, एक साथे आवा अउ सुना,
    आपन पिता इस्राएल क सुना।

रूबेन

“रूबेन, तू मोर पहिलउटी क बेटवा अहा।
    तू मोर पहिलउटी क बेटवा अउ मोरी सकती क पहिला सबूत अहा।
तू मोर सबहि बेटवन स
    जियादा इज्जतदार अउ बरिआर अहा।
मुला तोहार उमंग बाढ़े का लहर क
    नाईं बेकाबू रहा।
इसलिए तू मोर सबहि पूतन स
    जियादा सम्मानित पूत अउर नाही रहिसकब्या।
तू आपन बाप क बिछाउना पइ चढया
    अउ ओकर पत्नियन मँ स एक क संग सोया।
तू आपन पिता क बिछाउना क
    लज्जित किहेस ह।

सिमोन अउ लेवी

“सिमोन अउ लेवी भाई अहइँ।
    ओनका आपन तरवारे स लड़ब पियारा अहइ।
उ पचे छुपे रूप बुरी योजना बनाएन,
    मइँ ओनकइ योजना क कउनो हीसा नाहीं चाहत हउँ
मइँ ओनकइ छुपी बइठकन क अनुमोदन नाही करब।
    उ पचे मनइयन क कतल किहन जब उ सबइ किरोध मँ रहेन अउ
    उ पचे सिरिफ मजाक बरे जनावरन क चोट पहोंचाएन।
ओनकइ किरोध एक सराप अहइ।
    इ सबइ बहोत जियादा कठोर अहइ जब उ सबइ पगलात ही।
याकूब क देस मँ ओनके परिवारन क आपन भुइँया न होइ।
    उ पचे पूरा इस्राएल मँ फइलि जइही।

यहूदा

“यहूदा, तोहार भाईयन तोहार प्रसंसा करिहीं।
    तू आपन दुस्मनन क हरउब्या।
    तोहरे भाई तोहरे समन्वा निहुरिही।
यहूदा उ सेर क नाईं अहइ जउन कउनो जनावर क मारे होइ।
    हे मोर पूत, तू उ सेर क तरह अहा जउन आपना सिकार क बाद
अराम करई बरे सोइ जात ह।
    अउर कउनो ऍतना बहादुर नाही कि ओका छेड़ि देइ।
10 यहूदा क परिवार क मनई राजा होइहीं।
    ओकरे परिवार क राज-चीन्हा सीलो।[a]
क अवाई स पहिले खतम न होइ।
    तब अनेक लोग ओकर हुकुम मनिहीं।
11 उ आपन गदहा क अंगूरे क लता स बाँधत ह।
    उ आपन गदहा क बच्चन क सबसे बढ़िया अंगूरे क लता मँ बाँधत ह।
उ आपन ओढ़ना क धोवइ बरे सबसे बढ़िया दाखरस क बइपरत ह।
12 ओकर आँखिन दाखरस पिए स ललछउँड़ रहत हीं।
    ओकर दँतवन दूध पिए स उज्जर अहइँ।

जबूलन

13 “जबूलब समुद्दर क निअरे रही।
    ऍकर समुद्दर क किनारा जहाजन बरे सुरच्छित रही।
    ऍकर पहटा सीदोन तलक फइला होइ।

इस्साकर

14 “इस्साकर उ गदहा क तरह अहइ जउन बहोत जियादा कठोर काम किहे अहइ।
    उ भारी बोझ ढोवइ क कारण पस्त पड़ा अहइ।
15 उ लखी कि ओकरे आराम क जगह अच्छी अहइ।
    अउर इ कि ओकर भुइँया आनन्दायक ह।
तब उ भारी बोझा ढोवइ क तइयार होइ।
    उ गुलाम क रुप मँ काम करब अंगीकार करी।

दान

16 “दान आपन लोगन क निआव वइसे ही करब्या
    जइसे इस्राएल क दूसर परिवार क संग करत ही।
17 दान सड़क क किनारे
    सरप क तरह अहइ।
उ रास्ता क लगे ओलरा भवा
    खौफनाक सरप क तरह अहइ,
जउन घोड़न क गोड़न क डसत ह,
    अउ सवार भुइँया प भहराइ पड़त ह।

18 “यहोवा, मइँ मुक्ति क जोहत अहउँ।

गाद

19 “डाकुअन क एक ठु गिरोह गाद प हमला करी।
    मुला गाद ओनका मार भगाई।”

आसेर

20 “आसेर क भुइँया बहोत बढ़िया उपज देइ।
    ओका उहइ खइया क मिली जउन राजा लोगन बरे जोग्ग होइ।

नप्ताली

21 “नप्ताली एक अजाद मादा हिरन क तरह अहइ जेका अजाद कीन्ह गवा ह।
    उ सुन्नर सब्द कहत ह।

यूसुफ

22 “यूसुफ बहोत सुफल अहइ।
    यूसुफ फलन स लदी भइ गवा क तरह अहइ।
उ झरना क लगे जमी अंगूरे क गवा क तरह बाटइ,
    बाड़ा क सहारे जमी अंगूरे क गवा क तरह अहइ।
23 ढेर मिला ओकरे खिलाफ भएन
    अउ ओसे लड़ेन।
धनुर्धारी मनइयन ओकर दुस्मन होइ गवा।
24 मुला उ आपन सकतीवाला धनुख
    अउ फुर्ताला बाँहे स जुद्ध जीतेस।
उ याकूब क सकतीवाला परमेस्सर गड़रियन,
    इस्राएल क चट्टान स सकती पावत ह।
25 अउर आपन पिता क परमेस्सर स सकती पावत ह।
परमेस्सर तोहका आसीर्बाद देइ।
    सर्वसक्तीमान परमेस्सर तोहका आसीर्बाद देइ।
उ तोहका ऊपर स आसीर्बाद देइ
    अउर खाले गहिर समुद्दर स आसीर्बाद देइ।
होइ सकत ह उ तोहका छाती
    अउ गरभ स आसीर्बाद देइ।
26 मोरे महतारी-बाप क बहोत स बढ़िया चीजन होत रहिन।
    अउर मइँ तोहार पिता बहोत जियादा आसीर्बाद पावत रहा।
अब मइँ आपन आसीर्बाद क यूसुफ पइ जमा करब जउन
    पहाड़ क समान ऊँचा होइ, हाँ ओकरे सिर पई जेका ओकरे भाईयन स
    अल्गाइ दीन्ह गवा रहेन।

बिन्यामीन

27 “बिन्यामीन एक अइया भुखा बड़का कूकुर क समान अहइ।
    जउन भिन्सारे मारत ह ओका खात ह।
    संझा क उ बचा खुचा स काम चलावत ह।”

28 इ सबइ इस्राएल क बारह परिवार अहइँ। अउर उहइ चीजन अहइँ जेनका ओनके पिता ओनसे कहे रहा। उ हर एक पूत क उ आसीर्बाद दिहस जउन ओकरे बरे ठीक रहा। 29 तब इस्राएल ओनका एक हुकुम दिहस। उ कहेस, “जब मइँ मरउँ तउ मइँ आपन लोगन क बीच रहइ चाहत हउँ। मइँ आपन पुरखन क संग हित्ती एप्रोन क खेतन क गुफा मँ दफनावा जाइ चाहत हउँ। 30 उ गुफा मम्रे क नगिचे मकपेला क खेते मँ अहइ। इ कनान देस मँ अहइ। इब्राहीम उ खेत क एप्रोन स ऐह बरे बेसहेस जेहसे ओकरे लगे एक ठु कब्रिस्तान होइ सकइ। 31 इब्राहीम अउ ओकर मेहरारु सारा उहइ गुफा मँ दफनावा गए अहइँ। इसहाक अउ ओकर मेहरारु रिबका उहइ गुफा मँ दफनाए गएन। मइँ आपन मेहरारु लिआ क उहइ गुफा मँ दफनावा। 32 उ गुफा उ खेत मँ अहइ जेका हित्ती लोगन स बेसहा ग रहा।” 33 आपन पूतन स बातन खतम करइ क पाछे याकूब ओलर गवा, गोड़वन क आपन बिछउना प धरेस अउ मरि गवा।

लूका 2

ईसू क जनम

(मत्ती 1:18-25)

उ दिना औगुस्तुस कैसर कइँती स एक हुकुम निकरा कि समूचइ रोम क राज्य मँ जनगणना दर्ज कीन्ह जाइ। इ पहली जनगणना रही। इ ओन दिनन भइ जब सीरिया क राज्यपाल विवरिनियुस रहा। एह बरे जनगणना खारित हर कउनो आपन सहर आवा।

यूसुफ भी, गलील क नासरत सहर स यहूदिया मँ दाऊद क सहर बैतलहम क आवा काहेकि उ दाऊद क परिवार अउर बंस क सदस्य रहा। उ हुवाँ आपन होइवाली स्त्री मरियम क संग जउन गर्भवती रही, आपन नाउँ लिखावावइ ग रहा। अबहिं जब उ पचे हुवाँ रहेन, मरियम क बचवा पइदा करइ क समइ आइ गवा। अउर उ आपन पहिलौटी पूत (ईसू) क जनम दिहस। काहेकि हुवाँ सराय क भीतरे उ पचन क कउनो ठउर नाहीं मिल पावा। ऍह बरे उ ओका ओढ़ना मँ लपेटिके चरही मँ लोटाएस।

ईसू क जनम क खबर

तबहीं हुवाँ उ पहँटा मँ बाहेर खेत मँ कछू गड़रियन रहेन जउन राति क समइ आपन आपन झूंड क रखवारी करत रहेन। उहइ समइया पर्भू क एक दूत परगट भवा अउर ओनकइ चारिहुँ कइँती पर्भू क तेज फूटइ लाग। उ सबइ सहमि गएन। 10 तबहीं सरगदूत ओनसे कहेस, “डेराअ जिन, मइँ सुसमाचार लइ आवा हउँ, जेसे सबइ मनइयन क महान आनंद होई। 11 काहेकि आज दाऊद क सहर मँ तोहार उद्धारकर्ता मसीह पर्भू क जनम भ अहइ। 12 तोहका ओका पहिचानइ क चीन्ह होइ कि तू एक ठु बचवा क ओढ़ना मँ लपेटा भवा, चरही मँ ओलरा पउब्या।”

13 उहइ समइया एकाएक उ सरगदूते क संग ढेरि क अउर सरगदूतन हुवाँ हाजिर भएन। उ पचे इ कहत भए परमेस्सर क गुन गावत रहेन:

14 “सरगे मँ परमेस्सर क महिमा होइ
    अउर धरती प ओन मनइयन क सांति मिलइ जेहसे उ खुस होइ।”

15 अउर जब सरगदूतन ओनका तजिके सरग लौटि गएन तउ उ सबइ गड़रियन आपुस मँ कहइ लागेन, “आवा हम बैतलहम चली अउर जउन घटना भइ अहइ अउर जेकॉ पर्भू हमका बताएन ह, ओका देखी।”

16 तउ उ पचे जल्दी गएन अउर हुवाँ मरियम अउर यूसुफ क पाएन अउर निहारेन कि बचवा चरही मँ लोटा बा। 17 गड़रियन जब ओका निहारेन तउ इ बचवा क बारे मँ जउन संदेसा ओनका दीन्ह ग रहा, उ पचे ओनका सबइ क बताइ दिहन। 18 जउन कउनो भी ओनका सुनेन, उ पचे गड़रियन क कही बातन प अचरज करइ लागेन। 19 मुला मरियम इ सबइ बातन क आपन मनवा मँ राखि लिहेस अउर उ ओन प सोचइ बिचारइ लाग। 20 अउर ओहर उ सबइ गड़रियन जउन कछू सुनेन अउर देखे रहेन, ओके बरे परमेस्सर स्तुति अउर धन्यवाद देत अपने घरन क लौटि गएन। इ सब अइसेन घटा जइसेन कि ओनका बतावा गवा रहा।

21 अउर जब बचवा क खतने क खातिर अठवाँ दिन आइ तउ ओकर नाउँ ईसू रखेन। ओका इ नाउँ ओकरे गरभ मँ आवइ स पहिले सरगदूत दइ दिहन।

ईसू क मन्दिर मँ लइ जाब

22 अउर जब मूसा क व्यवस्था क मुताबिक पइदा भए बचवा क सूतक क दिन पूरा होइ गवा अउर सुद्ध होइ क समइ आइ तउ उ पचे ईसू क पर्भू क अरपन करइ बरे यरूसलेम लइ गएन। 23 पर्भू क लिखे भइ व्यवस्था क मुताबिक, “हर पहिलौटी क बेटवा पर्भू क बरे ‘बिसेस मान जाई।’”(A) 24 अउर पर्भू क व्यवस्था कहत ह, “एक जोड़ी कबूतर या पड़ुँकी क दुइ नवा बचवा क बलिदान देइ चाही।”(B) तउ उ पचे पर्भू क व्यवस्था क मुताबिक बलि चढ़ावइ लइ गएन।

समौन क ईसू क दर्सन

25 यरूसलेम मँ समौन नाउँ क एक धर्मी अउर भगत रहा। उ इस्राएल क सुख चइन क बाट जोहत रहा। पवित्तर आतिमा ओकरे साथ रही। 26 पवित्तर आतिमा ओका परगट किए रही कि जब तलक उ पर्भू क मसीह क दर्सन नाहीं कइ लेइ, मरी नाहीं। 27 उ पवित्तर आतिमा क साथ मन्दिर मँ आवा अउर जब व्यवस्था क मुताविक कारज बरे बालक ईसू क ओकर महतारी बाप मन्दिर मँ लइ आएन। 28 तउ समौन ईसू क आपन गोदी मँ उठाइके परमेस्सर क स्तुति करत बोला:

29 “पर्भू अब तू आपन बचन क मुताबिक मोका आपन दास क सांति क साथ मुक्ती द्या
30 काहेकि मइँ आपन आँखिन स तोहरे उ उद्धार क दर्सन कइ लीन्ह ह।
31     जेका तू सबहिं मनइयन क उपस्थिति मँ तइयार किए अहा।
32 इ बचवा गैर यहूदियन बरे तोहरे राहे का देखावय बरे ज्योति क सोता अहइ
    अउर तोहरे इस्राएल क मनइयन बरे इ महिमा अहइ।”

33 ओकर महतारी बाप ईसू क बारे मँ कही गइ इ बातन स अचरजे मँ पड़ि गएन। 34 फिन समौन ओनका आसीर्बाद दिहस अउर ओकर महतारी मरियम स कहेस, “इ बचवा इस्राएल मँ बहोतन क गिरावइ या उठावइ क कारण बनइ अउर एक अइसा चीन्ह ठहरावा जाइ बरे तय कीन्ह ग अहइ जेकर खिलाफत कीन्ह जाइ। 35 अउर मनइयन जेका गूढ़ समझिहीं, उ लोगन क पता लगि जाई जेहसे तोहरे हिरदय क दुख होइ।”

हन्नाह ईसू क देखत ह

36 हुवँइ हन्नाह नाउँ क एक ठु महिला नबिया रही। उ असेर कबीले क फनूएल क बिटिया रही। उ बहोत बुढ़िया रही। आपन बियाहे क सिरिफ सात बरिस पाछे तलक उ आपन भतारे क साथे रही। 37 अउर फिन चौरासी बरिस तलक उ विधवा रही। उ मन्दिर कबहुँ नाहीं तजेस। उपवास अउर पराथना करत भइ उ रात-दिन आराधना करत रही। 38 उहइ समइ उ उहाँ महतारी बाप क लगे आइ। उ परमेस्सर क धन्यवाद दिहस अउर जउन मनइयन यरूसलेम क छुटकारा क बाट जोहत रहेन, उ ओन सबन्क छोड़ावइ क बारे मँ बताएस।

यूसुफ अउर मरियम क घर लौटब

39 अउर जब उ पचे पर्भू क व्यवस्था क मुताबिक सब कछू पूरा कइ लिहेन तउ उ सबइ गलील मँ आपन सहर नासरत लौटि आएन। 40 अउर उ बालक बाढ़इ लाग अउर हिट्ठ पुट्ठ होइ लाग। उ बहोत बुद्धिमान रहा अउर ओह प परमेस्सर क अनुग्रह रही।

बालक ईसू

41 फसह क त्यौहार प हर बरिस ओकर महतारी बाप यरूसलेम जात रहेन। 42 जब उ बारह बरिस क रहा तउ सदा क नाई उ पचे त्यौहार प गएन। 43 जब त्यौहार खतम भवा अउर उ सबइ घरवा लौटत रहेन तउ बालक ईसू यरूसलेम मँ रुकि गवा मुला महतारी बाप क ऍकर जानकारी नाहीं होइ पाइ। 44 इ बिचारत भए कि उ दले मँ कहूँ होई, उ सबइ दिन भर जात्रा करत रहेन। फिन उ सबइ ओका आपन नातेदारन अउर नजदीकी मीतन मँ हेरइ लागेन। 45 अउर जब उ ओनका नाहीं मिल पावा तउ उ सबइ हेरत हेरत उ पचे यरूसलेम लौटि आएन।

46 अउर फिन भवा ई कि तीन दिना बाद उ ओहका मन्दिर मँ पाएन। उ उपदेस देइ वालेन क साथ बइठ के ओनका सुनत रहा अउर ओनसे सवाल पूछत रहा। 47 उ सबहिं जउन ओसे सुने रहेन, ओकर समझ बूझ अउर ओकरे सवाले क जवाब स अचरजे मँ पड़ि गएन। 48 जब ओकर महतारी बाप ओका निहारेन तउ दंग रहि गएन। ओकर महतारी ओसे पूछेस, “बेटवा, तू हमरे साथ अइसा काहे किहा? तोहार बाप अउर मइँ तोहका हेरत बहोतइ फिकिर मँ रहेन।”

49 तब ईसू ओनसे कहेस, “तू मोका काहे हेरत रह्या? का तू नाहीं जनत्या कि मोका मोरे बाप क घरे मँ होइ चाही?” 50 मुला ईसू ओनका जउन जबाव दिहस, उ पचे ओकरे बचन क न समुझ सकेन।

51 फिन उ ओनके संग नासरत लौटि आवा अउर ओनकइ हुकुम क मानत रहा। ओकर महतारी इ सब बतियन क आपन मने मँ राखत जात रही। 52 ओह कइँती ईसू बुद्धि मँ, डील डौल मँ अउर परमेस्सर अउर मनइयन क पिरेम मँ बाढ़इ लाग।

अय्यूब 15

एलीपज अय्यूब क जवाब देत ह

15 एह पइ तेमान नगर क बसइया एलीपज अय्यूब क जवाब दिहेस।

“का तू सोचत अहा
    कि कउनो बुद्धिमान मनई बे अरथ सब्द स जवाब देत ह
    अउ आपन आप क गर्म हवा स भरि देत ह?
का तू सोचक ह कि कउनो बुद्धिमान मनई व्यर्थ क सब्दन स
    अउर ओन भासणन स बहस करी जेनकर कउनो लाभ नाहीं अहइ?
अय्यूब, तोहर जवाब लोगन क परमेस्सर क आदर
    अउर ओकर उपासना करइ स रोकइ क कारण होइ।
तू जउने बातन क कहत ह उ तोहार पाप साफ साफ देखावत ह।
    अय्यूब, तू चतूराई स भरे भए सब्दन क प्रयोग कइके आपन पापन क छुपावइ क प्रयत्न करत अहा।
मोका जरुरी नाहीं कि तोहका गलत सिद्ध करउँ।
    काहे? तू खुद आपन मुहँ स जउन बातन कहत ह,
    उ देखाँवत हीं कि तू बुरा अहा अउर तोहर ओठं खुद तोहरे खिलाफ बोलत हीं।

“अय्यूब, का तू सोचत ह कि जन्म लेइवाला पहिला मनई तू ही अहा
    अउर पहाड़न क रचना स पहिले तोहार जन्म भवा रहा।
का तू परमेस्सर क रहस्य स भरी सबइ जोजना क सुने रहया?
    का तू सोचत ह कि तू बुद्धिमान अहा?
अय्यूब, तू हम पचन स जियादा कछू नाहीं जानत अहा।
    उ सबइ बातन हम पचन समझत अही, जेनकर तोहका समुझ अहइ।
10 उ सबइ लोग जेनकर बार उज्जर अहइँ अउर बुढ़वा मनई अहइ उ पचे हम स सहमत रहत हीं।
    हाँ, तोहरे बाप स भी बुढ़वा लोग हमरे समर्थन मँ अहइँ।
11 परमेस्सर तोहका सुख देइ क जतन करत ह।
    अउर तोहमा नर्मी स बात करत ह।
    का इ तोहरे बरे काफी नाहीं अहइ? मुला तू सोचत अहा कि तोहर बरे काफी नाहीं अहइ।
12 अय्यूब, तू काहे नाहीं समुझब्या?
    तू सच्चाइ क काहे नाहीं लखइ सकब्या?
13 जब कभी तू इ तरह बोलत ह
    तू परमेस्सर क खिलाफ होत ह।

14 “फुरइ कउनो मनई सुद्ध नाहीं होइ सकत।
    मरनसील मनई नीक नाहीं होइ सकत ह।
15 हिआँ तलक कि परमेस्सर आपन दूतन तलक पइ भी निभर नाही रहत ह।
    हिआँ तलक कि सरग भी परमेस्सर क अपेच्छा सुद्ध नाही अहइ।
16 मानव जाति बहोत जियादा पापी
    अउर भ्रस्ट अहइँ।
    उ बुराई क पानी क तरह गटक जात ह।

17 “अय्यूब, मोरी बात सुना अउर मइँ ओकर व्याख्या तोहसे करब।
    मइँ तोहका बताउब, जउन मइँ जानत हउँ।
18 मइँ तोहका उ सहइ बतउब्या जउन बुद्धिमान मनई बतउब्या।
    उ पचे एन बातन क आपन पूरखन स सुनेस ह
    अउर ओनका छिपाइ बिना बताएस।
19 सिरिफ ओनकर पूरखन क ही भुइँया दीन्ह गवा रहा।
    ओनकर देस मँ कउनो परदेसी नाहीं रहा।
20 दुट्ठ मनई जिन्नगी भइ पीरा झेली।
    एक क्रूर मनई ओन सबहिं बरिसन मँ जउन ओकरे बरे निहचित कीन्ह ग अहइँ, दुःख भोगत रही।
21 ओकरे कानन मँ भयंकर ध्वनियन होत रइहीं।
    जब उ सोची उ सुरच्छित अहइ तबहीं ओकर दुस्मन ओह पइ हमला करिहीं।
22 दुट्ठ मनई कउनो आसा नाहीं अहइ कि उ आँधियारा बचिके निकरि पावइ।
    कहुँ एक अइसी तरवार अहइ जउन ओका मार डावइ क इन्तज़ार करत अहइ।
23 उ एँह कइँती ओह कइँती भटकत भवा फिरत ह मुला ओकर देह गीधन क चारा बनि जाइ।
    ओका इ पता अहइ कि ओकर मउत बहोत निचके अहइ।
24 चिन्ता अउ यातना ओका डरपोक बनावत हीं।
    इ सबइ बातन ओह पइ अइसे वार करत हीं जइसे कउनो राजा जुद्ध करइ बरे तइयार होत ही।
25 काहेकि दुट्ठ मनई परमेस्सर क हुकुम मनइ स इन्कार करत ह
    अउर सर्वसक्तीमान क नज़र-अन्दाज़ करत ह।
26 उ दुट्ठ मनई बहोत हठी अहइ।
    उ परमेस्सर क खिलाफ लड़इ चाहत ह, सोचत अहा कि उ मजबूत ढाल स ओका हराइ सकत ह।
27 दुट्ठ मनई बहोत क मुँहे पइ चर्बी चढ़ी रहत ह।
ओकर कमर माँस भर जाइ स मोटवार होइ जात ह।
28     मुला उ उजाड़ सहरन मँ रही।
उ अइसे घरन मँ रही जहाँ कउनो नाहीं रहत ह।
    ओकर घरन हाली ही रौंदा जइहीं।
29 दुट्ठ मनई जियादा समइ तलक धनी नाहीं रही।
    ओनकर भाग्य क धरती पइ
    स्थित रुप मँ ठहरवा नाहीं जाब्य़ा।
30 दुट्ठ मनई अँधियारा स न बच पाई।
    उ उ बृच्छ क नाई होइ जेकर सबइ डारन आगी स झउँस गइ अहइँ।
    परमेस्सर क साँस दुट्ठन क उड़ाइ देइ।
31 दुट्ठ लोग बेकार क चिजियन क भरोसे रहिके आपन क मुरख न बनावइँ
    काहेकि ओका कछू प्राप्त न होइ पाई।
32 दुट्ठ मनई समइ स पहिले ही मरि जाब।
    उ पचे उ बृच्छ क नाई होइ जाइ जेकर चोटी क डारन मरि गवा ह।
33 दुट्ठ मनई उ अंगूरे क बेल क नाई होत ह जेकर फल पाकइ स पहिले ही झरि जात हीं।
    अइसा मनई जइतून क बृच्छ क नाई होत ह, जेकर फूल सारि जात हीं।
34 काहेकि परमेस्सर क बगइर लोग खाली हाथ रहहीं।
    अइसे लोग जेनका पइसन स पियार अहइ, घूस लेत हीं।
    ओनकर घर आगी स नस्ट होइ जइहीं।
35 उ पचे मूसिबत क कुचक्र रचत हीं अउर बुरे करम करत हीं।
    उ पचे लोगन क छलइ क तरकीब क जोजना बनावत हीं।”

1 कुरिन्थियन 3

मनइयन क अनुसरण उचित नाहीं

मुला भाइयो तथा बहिनियो, मइँ तू लोगन स वइसेन ही बात नाहीं कइ सकेउँ जइसे आत्मिक लोगन स करत हउँ। मोका एकरे विपरीत तोहे लोगन स वइसेन बात करइ पड़ी जइसे संसारिक लोगन स कइ जात ह। यानि ओनसे जउन अबहीं मसीह मँ बच्चा अहइँ। मइँ तोहे पियइ क दूध दिहेउँ, ठोस आहार नाहीं काहेकि तू अबहीं ओका खाइ नाहीं सकत रहे्या अउर न तउ तू एका आजउ खाइ सकत अहा काहेकि तू अबहिं तलक संसारी अहा। का तू संसारी नाहीं अहा? जबकि तोहमें आपसी इरसा अउर कलह मउजूद बा। अउर तू संसारिक मनइयन जइसा व्यवहार करत अहा। जब तोहमें स केऊ कहत ह, “मइँ पौलुस स हउँ” अउर दुसर कहत ह, “मइँ अपुल्लोस क हउँ” तउ का तू संसारिक मनइयन क स आचरण नाहीं करत्या?

अच्छा त बतावा अपुल्लोस का अहइ अउर पौलुस का अहइ? हम तउ केवल उ सेवक अही जेकरे द्वारा तू बिसवास किहे अहा। हमरे मँ स हर एक बस उ काम किहेस जउन पर्भू हमका सौंपे रहा। मइँ बीज बोएउँ, अपुल्लौस तउ ओका सींचेस, मुला ओकर बढ़वार तउ परमेस्सर किहस। इहइ प्रकार न तउ उ जे बोएस, बड़ा बा, अउर नाहीं उ जउन ओका सींचेस, मुला बड़ा तउ परमेस्सर अहइ जउन एनका बड़ा किहेस। उ जे बोवत ह अउर उ जउन सींचत ह, दुन्नऊँ क प्रयोजन समान बा। तउन हर एक अपने कामन क परिश्रम क अनुसारइ फल पइहीं। परमेस्सर क सेवा मँ हम सब सहकर्मी अही। तू परमेस्सर क खेत अहा।

अउर तू परमेस्सर क मंदिर अहा। 10 परमेस्सर क ओह अनुग्रह क अनुसार जउन मोका दिहा गवा रहा, मइँ एक कुसल प्रमुख सिल्पी क रूप मँ नीव डालेउँ मुला ओह पइ निर्माण तउ केऊ अउरइ करत ह, मुला हर एक क सावधानी क साथे धियान रखइ चाही कि उ ओह पर निर्माण कइसे करत बा। 11 काहेकि जउन नींव डाली गइ बा उ खुद ईसू मसीह ही अहइ अउर ओसे अलग दूसर नींव केऊ बनाइ नाहीं सकत।

12 अगर लोग ओह नींव पर निर्माण करत ही, फिन चाहे उ पचे ओहमे सोंना लगावइँ, चांदी लगावइँ बहुमूल्य रतन लगावइँ, लकड़ी लगावइ, फूस लगावइँ या तिनका क प्रयोग करइँ, 13 हर मनई क काम स्पस्ट रूप स देखॉइ देइ। काहेकि उ दिन ओका उजागर कइ देइ। काहेकि उ दिन जुवाला क साथे परगट होइ अउर उहइ जुवाला हर मनई क कामन क परखी कि उ सबइ काम कइसेन बाटेन। 14 अगर ओह नींव पर कउनउ मनई क करमन क रचना टिकाऊ होइ 15 तउ उ ओकर प्रतिफल पाइ अउर अगर कीहीउँ क काम ओह जुवाला मँ भसम होइ जाइ तउ ओका हानि उठावइ क होइ। मुला फिन भी उ खुद वइसेनही बचि निकरी जइसे कउनउ आगी स बरत भए भकान स पराइके बचत ह।

16 का तू नाहीं जानत अहा कि तू पचे खुद परमेस्सर क मंदिर अहा अउर परमेस्सर क आतिमा तोहमें निवास करत ह? 17 अगर केऊ परमेस्सर क मंदिर क हानि पहुँचावत ह तउ परमेस्सर ओका नस्ट कइ देउ। काहेकि परमेस्सर क मंदिर तउ पवित्तर बा। हाँ, तू ही तउ उ मंदिर अहा।

18 अपने आपके जिन छला, अगर तोहमें स केउ इ सोचत ह कि इह जुगे क मानदंड क अनुसार उहइ बुद्धिमान बा तउ ओका बस वइसेन ही मूर्ख बना रहइ चाही ताकि उ सही मँ बुद्धिमान बनि जाइ, 19 काहेकि परमेस्सर क दिस्टी मँ संसारिक चतुराई मूरखता अहइ। पवित्तर सास्तर कहत ह, “उहइ (परमेस्सर!) फँसाइ देत ह बुद्धिमानन क ओनकेन ही चतुराई मँ।” 20 अउर फिन, “जानत ह पर्भू बुद्धिमानन क बिचार सब केउ काम क न अहइँ।” 21 इही बरे मनइयन पर कींहीउ क गरब न करइ चाही काहेकि इ सब कछू तोहार तउ अहइँ। 22 फिन चाहे उ पौलुस होइ, अपुल्लोस होइ या पतरस चाहे संसार होइ, जीवन होइ, या मउत होइ, चाहे इ आज क बात होइ या आवइवाले भियान क। सब कछू तोहरइ ही अहइ। 23 अउर तू मसीह क अहा अउर मसीह परमेस्सर क।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.