M’Cheyne Bible Reading Plan
यहूदा अउ तामार
38 ओनही दिनन मँ यहूदा आपन भाइयन क तजि दिहस अउ हीरा नाउँ क मनई क संग रहइ चला गवा। हीरा अदुल्लाम सहर क रहा। 2 यहूदा एक कनानी मेहरारु स हुआँ मिला अउ ओसे बियाह कइ लिहस। मेहरारु क बाप क नाउँ सूआ रहा। 3 कनानी मेहरारु एक पूत क जन्म दिहस। उ पचे ओकर नाउँ एर धरेन। 4 पाछे दूसर पूत क जन्म दिहस। उ पचे लरिका का नाउँ ओनान धरेन। 5 पाछे ओका दूसर पूत सेला नाउँ क भवा। यहूदा तीसर बच्चा क जन्म क टेम कजीब मँ रहत रहा।
6 यहूदा आपन पहिले पूत एर बरे बहू क रुप मँ एक ठु मेहरारु क चुनेस। मेहरारु क नाउँ तामार रहा। 7 मुला एर बहोत सी बुरी बातन क किहेस। यहोवा ओसे खुस नाही रहा। ऍह बरे यहोवा ओका मारि डाएस। 8 तब यहूदा एर क भाई ओनान स कहेस, “जा अउर मरे भाई क मेहरारु क संग सोआ।[a] तू ओकरे भतार क नाईं बना। अगर लरिका होइहीं तउ उ पचे तोहरे भाई एर क होइहीं।”
9 ओनान जानत रहा कि जोड़ा स पइदा भए लरिकन ओकर नाही होइहीं। ओनान तामार क संग तने क सम्बंध किहस। मुला उ ओका आपन गरभ धारण करइ नाही दिहस। 10 एहसे यहोवा कोहाइ गवा। ऍह बरे यहोवा ओनान क भी मारि डाएस। 11 तब यहूदा आपन पतोहू तामार स कहेस, “आपन बाप क घरे लौटि जा। हुअँइ रहा अउर तब तलक बियाह जिन करा जब तलक मोर लहुरा पूत सेला बाढ़ न जाइ।” यहूदा क डर रहा कि सेला भी आपन भाइयन क तरह मारि डावा जाइ। तामार आपन बाप क घर लौटि गइ।
12 पाछे सुआ क बिटिया यहूदा क मेहरारु मरि गइ। यहूदा आपन दुःख क टेम क पाछे अदुल्लाम क आपन मीत हीरा क संग तिम्ना गवा। यहूदा आपन भेड़ी क ऊन कतरइ तिम्ना गवा। 13 तामार क इ मालूम भवा कि ओकर ससुर यहूदा आपन भेडिँन क ऊन कतरइ तिम्ना क जात अहइ। 14 तामार हमेसा अइसे ओढ़ना पहिरत रही जेहसे मालुम होइ कि इ राँड़ अहइ। ऍह बरे उ कछू दूसर ओढ़ना पहिरेस अउ मुँह क पर्दा मँ ढाँकि लिहस। तब उ तिम्ना सहर क लगे एनैम क जाइवाली सड़क क किनारे बइठि गइ। तामार जानत रही कि यहूदा क लहुरा बेटवा अब बाढ़ि ग अहइ। मुला यहूदा ओसे ओकरे बियाहे क कउनो योजना नाहीं बनावत अहइ।
15 यहूदा उहइ सड़क स जात्रा किहस। उ ओका लखेस, मुला बिचारेस कि उ पतुरिया अहइ। (ओकरे मुँह पतुरिया क तरह ढका भवा रहा।) 16 ऍह बरे यहूदा ओकरे लगे गवा अउ बोला, “मोका आपन संग तने क सम्बंध करइ द्या।” (यहूदा नाहीं जानत रहा कि उ ओकर पतोहू तामार अहइ।)
तामार बोली, “तू मोका केतना देब्या?”
17 यहूदा जवाब दिहस, “मइँ आपन भेड़ि क झुण्ड स तोहका एक नई बोकरी पठउब।”
उ जवाब दिहस, “मइँ एका अंगीकार करत अहइँ मुला पहिले तू मोका कछू रखइ क द्या जब तलक तू बोकरी नाही पठउत्या।”
18 यहूदा पूछेस, “मइँ बोकरी पठइब एकरे सबूत बरे मोसे का लेइ चहुबिउ?”
तामार जवाब दिहस, “मोका तोहार मोहर अउर धगा द्या अउ मोका आपन टहरइ क कुबरी द्या।” यहूदा इ सबइ चीजन ओका दिहस। तब यहूदा अउ तामार तने क सम्बंध, किहन अउ तामार गोड़े स भारी होइ गइ। 19 तामार घरे गइ अउ मुँह क ढाँपइ वाला पर्दा क हटाएस। तब उ फुन आपन क राँड़ बतावइ वाला खास ओढ़ना क पहिरेस।
20 पाछे यहूदा आपन मीत हीरा क पतुरिया क बोकरी देइ एनैम पठएस जेका उ जबान दिहे रहा। यहूदा हीरा स खास मोहर अउ टहरइ क कुबरी भी ओसे लेइ बरे कहेस। मुला हीरा ओका न पाइ सका। 21 हीरा एनैम सहर क कछू लोगन स पूछेस, “सड़क क किनारे जउन पतुरिया रही, उ कहाँ बाटइ?”
मनइयन जवाब दिहन, “हिआँ कबहु कउनो पतुरिया नाही रही।”
22 तउ यहूदा क मीत यहूदा क लगे लौटि गवा अउ ओसे कहेस, “मइँ उ मेहरारु क पता नाही लगाइ सकेउँ। जउन मनइयन उ जगह बसत अहइँ उ पचे मोका बताएन कि हुआँ कबहु कउनो पतुरिया नाही रही।”
23 ऍह बरे यहूदा कहेस, “ओका उ सबइ चीजन राखइ द्या। मइँ नाही चाहत कि लोग हम पचन प हसउआ करइँ। मइँ ओका बोकरी देइ चाहेउँ, मुला हम ओकर पता नाहीं लगाइ सके। इहइ बहोत अहइ।”
तामार लड़कोर होइवाली अहइ
24 लगभग तीन महीना पाछे कउनो यहूदा स कहेस, “तोहार पतोहू तामार एक पतुरिया क नाईं पाप किहे अहइ अउ अब उ गरभ धारण किहे अहइ।”
तब यहूदा कहेस, “ओका बाहेर निकारा अउ ओका जराइ के मार डावा।”
25 ओकर आदमी तामार क मारइ गएन। मुला तामार आपन ससुर क लगे सँदेसा पठएस। तामार कहेस, “जउन मनई मोका गरभधारण कराएस ह उहइ क इ सबइ चीजन अहइँ। इ सबइ चीजन क लखा। उ सबइ केकर अहइँ? केकर इ खास मोहर अउ इ धागा अउर इ टहरइ क कुबरी अहइ?”
26 यहूदा ओन सबहि चीजन क पहिचानेस अउ कहेस, “इ ठीक कहत बाटइ। मइँ गल्ती किहेउँ। मइँ आप क बचन क अनुसार आपन बेटवा सेला क ऍका नाही दिहेउँ” अउ यहूदा ओकरे संग फुन नाही सोवा।
27 तामार क लरिका जन्मइ क टेम आवा अउ उ पचे लखेन कि उ जुड़ौधा बच्चन क जन्मी। 28 जउन टेम उ जन्मत रही एक लरिका बाहेर हाथ निकारेस। धाई हाथे प लाल धागा बाँधेस अउ कहेस, “इ बच्चा पहिले पइदा भवा।” 29 मुला उ बच्चा आपन हाथ वापिस भितरे हीच लिहस। तब दूसर बच्चा पहिले पइदा भवा। तब दाई कहेस, “लखा तू कैसे निकरइ आएस।” ऍह बरे उ पचे ओकर नाउँ पेरेस राखेन। 30 ऍकरे पाछे दूसर बच्चा पइदा भवा। इ उहइ बच्चा रहा जेकरे हाथे प लाला धागा रहा। उ पचे ओकर नाउँ जेरह राखेन।
चार हजार स जिआदा मनई क ईसू खियाएस
(मत्ती 15:32-39)
8 ओनही दिनन मँ दूसर अउसर प भारी भीर जमा होइ गइ अउर ओनके पास खाइ क कछू नाहीं रहा। उ आपन चेलन क निअरे बोलाएस अउर ओनसे कहेस, 2 “मोका इन मनइयन प तरिस आवत ह, अइसे कि उ पचे मोरे साथ पहिले क तीन दिनन स अहइँ। ओनेके लगे खाइ क कछू नाहीं। 3 उ जदि मइँ ओनका घरे भूखा पठवत हउँ, उ सबइ राहे मँ मर बिलाय जइहीं। ओहमाँ स कछू तू ढेर दूरी स आइ अहइँ।”
4 अउर ओकर चेलन जवाब दिहन, “इ जंगल मँ एनका खिआवइ क बरे कतहूँ का कउनो खूब खाइ क पाइ सकत ह, जेहसे एनका खियाइ दीन्ह जाइ?”
5 उ ओनसे पूछेस, “तोहरे पास केतनी रोटी अहइँ?”
“सात ठु” उ पचे जवाब दिहेन।
6 तब ईसू हुकुम दिहेस-भीर मइदान मँ बैठि जाइ। उ सात रोटी लिहस, फिन परमेस्सर क धन्यवाद दिहस। उ ओनका तोड़ेस। ओकरे बाद आपन चेलन क बाँटइ बरे दिहस। अउर उ पचे भिड़िया क लोग क बाँटेन। 7 ओनके लगे नान्ह नान्ह थोड़ी स मछरी भी रही। अउर उ धन्यबाद दइके ओनका बाँटइ बरे कहेस।
8 मनइयन अघाइ गएन अउर बचा खुचा रोटी क टुकड़न स सात झउआ उ पचे एकट्ठा करेन। 9 हुवाँ करीब चार हजार पुरुसन रहेन। तब उ ओनका बिदा करेस। 10 अउर तुरंतहिं उ चेलन्क लइ क नाउ मँ बइठि के दलमनूता पहँटा मँ गवा।
फरीसी ईसू क परिच्छा लेइ क कोसिस किहेन
(मत्ती 16:1-4; लूका 11:16,29)
11 फिन फरीसियन आएन अउर ओसे सवाल करइ लागेन। उ सब ओसे एक ठु अद्भुत कारज बरे कहेन। उ पचे ओका परखइ बरे अइसा किहन। 12 आपन मनवा मँ गहरी सांस भरत ईसू कहेस, “काहे ई पीढ़ी क मनई अद्भुत चीन्ह चाहत हीं? मइँ तोहका सच सच कहत हउँ। कउनो अद्भुत चीन्ह क पीढ़ी क न दीन्ह जाई।” 13 तबहिं उ ओनका छोड़ि दिहस। फिन नाउ मँ बइठ गवा, अउर झील क उ पार गवा।
यहूदी नेतन क खिलाफ ईसू क चितावनी
(मत्ती 16:5-12)
14 ईसू क चेलन खइया क जिआदा लइ आउब बिसर गएन। ओनके लगे एक ठु रोटी क बजाय कछू नाहीं रहा। 15 ईसू ओनका चितावनी देत कहेस, “हुसियार! फरीसियन अउर हेरोदेस क खमीर[a] स बचा रहा।”
16 “हमरे लगे एक ठु रोटी नाहीं इस प उ पचे आपुस मँ छानबीन करइ लागेन।”
17 उ सबइ का कहत अहइँ इ जानत भवा ईसू ओनसे कहेस, “रोटी नाहीं होइ क कारण तू सबइ काहे सोचत बिचारत अहा? का तू अबहुँ समझत बुझत नाहीं बाट्या? का तोहार बुद्धि जड़ अहइ? 18 तोहरे आँखिन अहइँ, का तू देखि सकत्या नाहीं? तोहरे कान अहइँ, का तू सुन सकत्या नाहीं? का तोहका याद नाहीं? 19 जबहिं मइँ पाँच रोटिन्क पाँच हजार मनइयन मँ तोड़िउँ। केतना झउआ रोटी क टुकड़न स भरा भवा तू बटोर्या?”
उ पचे कहेन, “बारह।”
20 “अउर जबहिं मइँ सात रोटिन्क क चार हजार बरे तोड़यों। कइ झउआ रोटिन्क टुकड़न क तू बटोर्या?”
उ सबई कहेन, “सात।”
21 तबहिं उ ओनसे पूछेस, “का तू पचे अबहुँ नाहीं बूझया?”
ईसू आँधर मनई क चंगा किहेस
22 उ पचे बैतसैदा गएन। हुँवा कछू लोग ओकरे पास एक ठो आँधर पकड़ि ले आइन अउर उ सबइ ईसू स ओका छुअइ क बिनती करेन। 23 उ आँधर मनई क हथवा पकड़ेस अउर ओका गाउँ क बाहेर लइ गवा। ईसू आँधर क आँखिन प थूकेस, “का तू कउनो चीज निहारत ह?”
24 आँधर मनई निहारेस अउर कहेस, “मइँ मनइयन क देखात हउँ, उ सबई बिरवा क नाईं आसि पासि चलत देखत अहइँ।”
25 तबहिं ईसू आपन हथवा मनई क आँखिन प पुनि धरेस। फिन उ आपनि आँखिन पूरी पूरी खोलि दिहेस। ओका आँखिन क जोती मिलि गइ। अउर उ सबहुँ क नीक-नीक निहारइ लाग। 26 तब ईसू ओका घरे पठइ दिहस, इ कहत कहत, “गाउँ मँ जिन जा।”
पतरस कहत ह ईसू अहइ मसीह
(मत्ती 16:13-20; लूका 9:18-21)
27 अउर ईसू अउर ओकर चेलन कैसरिया फिलिप्पी क पड़ोसी गाउँन मँ चलेन। ईसू राहे मँ चेलन स पूछेस, “लोग का कहत हीं कि मइँ कउन हउँ?”
28 अउर उ सबई जवाब दिहेन, “बपतिस्मा देइवाला यूहन्ना। मुला दूसर कछू लोग एलिय्याह अउर दूसर कछू तोहका नबियन मँ एक नबी कहत हीं।”
29 फिन उ ओनसे पूछेस, “तू का कहत ह मइँ कउन हउँ?”
पतरस ओसे जवाब दिहेन, “तू मसीह अहा।”
30 तबहिं ईसू ओन चेलन क चितावनी दिहेस, कि ओकरे बारे मँ कउनो स जिन कहइँ।
ईसू द्वारा आपन मउत क भविस्सवाणी
(मत्ती 16:21-28; लूका 9:22-27)
31 अउर उ ओनका समझाउब सुरु करेस, “मनई क पूत क बहोत दुःख झेलइ पड़इ क होइ अउर बुजुर्ग यहूदी नेतन, मुख्ययाजकन अउर धरम सास्तिरियन स धकियाइ दीन्ह जाइ। अउर उ निहचइ ही मारि डावा जाइ अउर फिन उ तिसरे दिन जी उठी।” 32 ईसू ओनका इ बात सच सच बताइ दिहस।
फिन पतरस ओका एक कइँती लइ गवा अउर फटकारइ लाग। 33 मुला ईसू पाछे घूमि के आपन चेलन निहारेस अउर पतरस क फटकारि के कहेस, “सइतान! मोसे पाछे जा। परमेस्सर क बातन स तोहका कउनो मतलब नाहीं, मुला मनई क बातन्क तोहका मतलब अहइ।”
34 तब उ भीर क चेलन संग निअरे बोलाएस अउर उ ओनसे कहेस, “जदि कउनो मोरे पाछे आवा चाहत ह तउ उ आपन सब कछू तजि दे। ओका आपन क्रूस उठाइ लेइ चाही अउर ओका मोरे पाछे होइ चाही। 35 मुला जउन आपन जिन्नगी क बचावा चाहत ह, उ एका खोइ देइ। अउर जउन आपन जिन्नगी मोका अउर सुसमाचार बरे खोई उ एका बचावा चाही। 36 अगर कउनो मनई आपन आतिमा खोइ के समूची दुनिया लइ लेत ह, तउ ओसे का फाइदा? 37 अइसे कउनो मनई कउनो ठो चीज क बदले आतिमा नाहीं पाइ सकत। 38 जदि कउनो व्यभिचार अउर पापी पीढ़ी मँ मोर नाउँ अउर उपदेस क कारण सर्मात ह तउ मनई क पूत जब पवित्तर सरगदूतन क संग आपन परमपिता क महिमा लइ के आई तउ उहउ सर्माइ जाई।”
एलीपज क कथन
4 तब तेमान क एलीपज जवाब दिहेस:
2 “अगर मइँ तोहका कउनो राय देउँ
तउ का तू नाराज़ होब्या? अगर अइसा अहइ तउ भी मोका बोलइ चाही।
3 हे अय्यूब, तू बहोत स लोगन क सिच्छा दिहा
अउर दुर्बल हाथन क तू सक्ती दिहा।
4 जउन लोग लड़खड़ात रहत रहेन तोहार सब्दन ओनका हिम्मत बँधाए रहेन
तू निर्बल गोड़न क आपन उत्साह स सबल किहा।
5 मुला अब तोह पइ विपत्ति क पहाड़ टूट पड़ा बाटइ
अउर तोहार हिम्मत टूट गइ अहइ।
विपदा क मार तोह पइ पड़ी
अउर तू ब्याकुल होइ उठ्या।
6 तोहका उ परमेस्सर पइ बिस्सास करइ चाही
जेका तू उपासना करत ह।
आपन ईमानदारी क
आपन आसा बनने दया।
7 अय्यूब, इ बात क याद राखा कि कउनो भी निर्दोख कबहुँ नाही नस्ट कीन्ह गएन।
नीक मनई कबहुँ नाहीं तबाह कीन्ह गवा अहइ।
8 मइँ अहसे लोगन क लखेउँ ह जउन कस्टन क बढ़ावत हीं
अउर जउन जिन्नगी क कठिन करत हीं।
मुला उ पचे सदा ही दण्ड भोगत हीं।
9 परमेस्सर क दण्ड ओन लोगन क मारि डावत ह,
अउर ओकर किरोध ओनका नस्ट करत ह।
10 दुर्जन सेर क तरह गुर्रात अउ दहाड़त हीं।
मुला परमस्सर ओन दुर्जनन क चुप करावत ह।
11 बुरे लोग ओन सेरन क तरह होत हीं जेनके लगे सिकार बरे कछू नाहीं होत।
उ पचे मरि जात हीं अउर ओनकर गदेलन एहर-ओहर बिखराइ जात हीं।
12 “मोरे लगे एक सँदेसा चुपचाप पहुँचावा गवा,
अउर मोरे काने मँ ओकर भनक पड़ी।
13 जउने तरह राति क बुरा सपना
नींद क उड़ाइ देत ह,
14 मइँ डेराइ गएउँ अउ काँपते लगेउँ।
मोर सबइ हडिडयन हिल गइन।
15 मोरे समन्वा स एक आतिमा जइसी गुजरी
जेहसे मोरे बदन मँ रोंगटा खड़ा होइ गएन।
16 उ आतिमा मोर समन्वा उठेस,
मुला मइँ एका नाहीं पहिचान सकउँ।
मोरी आँखिन क समन्वा एक सरुप खड़ा रहा।
हुवाँ सन्नाटा स छावा रहा।
फुन मइँ एक बहोत स सान्त आवाज सुनेउँ।
उ पचे कहेस,
17 ‘का एक मनई परमेस्सर क समन्वा दोखरहित होइ सकत ह?
का एक मनई आपन सृजनहार स जियादा सुद्ध होइ सकत ह?
18 परमेस्सर आपन सरग क सेवकन तक पइ भरोसा नाहीं कइ सकत।
परमेस्सर क आपन दूतन तलक मँ दोख मिलि जात हीं।
19 तउ मनई तउ अउर भी जियादा गवा गुजरा बा।
मनई तउ कच्ची माटा क घरौंदा मँ रहत हीं।
एँन माटी क घरौंदन क नींव धूरि मँ रखी गइ अहइ।
इ सबइ लोगन क ओहसे भी जियादा आसानी स मसलिके मार दीन्ह जात ह,
जउने तरह भुनगन मसलिके मार दीन्ह जात ह।
20 लोग भोर स साँझ क बीच मँ मर जात हीं
मुला ओन पइ कउनो धियान तलक नाहीं देत ह।
उ पचे मरि जात हीं अउर सदा बरे चला जात हीं।
21 ओनके तम्बूअन क खूंटी उखाड़ दीन्ह जात हीं
अउर इ सबइ लोग बिना बुद्धि क मरि जात हीं।’
आतिमा स जीवन
8 एह तरह अब ओनके बरे जउन मसीह ईसू मँ स्थित बाटेन ओनके बरे, कउनउ दण्ड नाहीं बा। 2 काहेकि आतिमा क व्यवस्था त जउन मसीह ईसू मँ जीवन देत ह, मोका पाप क व्यवस्था स जउन मउत क तरफ लइ जात ह, स्वतन्त्र कई दीन्ह बा। 3 जेका मूसा क उ व्यवस्था जउन मनई क भौतिक सुभाऊ क कारण कमजोर बनाइ दीन्ह गइ रही, नाहीं कई सकी ओका परमेस्सर अपने पूत क हमरेन जइसे सरीर मँ पठइ क जेहसे हम पाप करत ह-ओकर भौतिक देह क पापवाली बवाइ क पाप क खतम कइके पूरा किहेस। 4 जेहसे कि हमरे जरिये, देहे क भौतिक पातकी अहम स नाही, बल्कि आतिमा क विधि स जिअत हीं व्यवस्था क जरूरत पूरी कई जाइ सकइ।
5 काहेकि उ सबइ जउन अपने भौतिक मनई सुभाउ क अनुसार जिअत हीं, ओनकर भौतिक मनई सुभाउ क इच्छा पर टिकी रहत ह परन्तु उ जउन आतिमा क अनुसार जिअत हीं, ओनकर बुद्धि जउन आतिमा चाहत ह ओनहिन इच्छा मँ लगी रहत ह। 6 भौतिक मनई सुभाउ क बस मँ रहइवाला मने क अन्त मउत अहइ, परन्तु आतिमा क बस मँ रहइवाली बुद्धि क परिणाम अहइ जीवन अउ सान्ति। 7 इही तहर भौतिक मनई सुभाउ स अनुसासित मन परमेस्सर क विरोधी अहइ। काहेकि उ न तउ परमेस्सर क व्यवस्था क अधीन बा अउ न होइ सकत ह। 8 अउर उ जउन भौतिक मनइ सुभाउ क अनुसार जिअत हीं परमेस्सर क खुस नाहीं कइ सकत हीं।
9 परन्तु तू पचे भौतिक मनई सुभाउ क अधीन नाहीं अहा, बल्कि आतिमा क अधीन अहा अगर सही मँ तोहसे परमेस्सर क आतिमा क निवास बा। परन्तु अगर कउनो मँ ईसू मसीह क आतिमा नाहीं बा त उ मसीह क नाहीं बा। 10 दुसरे कइँती अगर तोहमाँ मसीह अहइ तउ चाहे तोहरे देह पाप क बरे मरि चुकी होइ बा पवित्तर आतिमा परमेस्सर क साथे तोहे धार्मिक ठहराइ क खुद तोहरे बरे जीवन बन जात ह। 11 अउर अगर उ आतिमा जे ईसू क मरे हुवन मँ स जियाए रही, तोहरे भित्तर बास करत ह, तउ उ परमेस्सर जे ईसू क मरे हुवन मँ स जियाए रहा, तोहरे नासमान सरीरन क आपन आतिमा स जउन तोहरे ही भित्तर बसत ह, जीवन देई।
12 इही बरे भाइयो तथा बहिनियो, हम पे एह भौतिक मनइ सुभाउ तउ अहइ परन्तु अइसेन नाहीं कि हम एकरे अनुसार जिई। 13 काहेकि अगर तू भौतिक मनइ सुभाव क अनुसार जीब्या तब मरब्या। अगर तू आतिमा क जरिये सरीर क व्यवहारन क अन्त कइ देब्या तउ तू जी जाब्या।
14 जउन परमेस्सर क आतिमा क अनुसार चलत हीं, उ सबइ परमेस्सर क संतान अहइँ। 15 काहेकि उ आतिमा जउन तोहे मिली बा, तोहे फिन स दास बनिके डेराइ बरे नाहीं बा, बल्कि उ आतिमा जउन तू पाए अहा तोहे परमेस्सर क संपालित सन्तान बनावत ह। जेसे हम पुकार उठित ह, “हे अब्बा, हे परमपिता।” 16 उ पवित्तर आतिमा खुद हमरे आतिमा क साथे मिलिके साच्छी देत ह कि हम परमेस्सर क सन्तान अही। 17 अउ काहेकि हम ओकर सन्तान अही, हमहूँ उत्तराधिकारी अही, परमेस्सर क उत्तराधिकारी अउर मसीह क साथे हम उत्तराधिकारी अगर सही मँ ओकरे साथे दुःख उठावत अहीं तउ हमका ओकरे साथे महिमा मिली ही।
हमका महिमा मिले
18 काहेकि मोरे बिचार मँ एह समइ क हमार सबइ यातना क परगट होइवाली भावी महिमा क आगे कछूउ नाहीं बा। 19 काहेकि इ सृस्टि बड़ी आसा स ओह समइ क इन्तजार करत बाटइ जब परमेस्सर क संतान क परगट कीन्ह जाई। 20 इ सृस्टि निःसार रही अपने इच्छा स नाहीं, बल्कि ओकरी इच्छा स जे एका एह परिवर्तन क अधीन किहेस 21 कि इहउ कभउँ आपन बिनासमान होइ स छुटकारा पाइ क परमेस्सर क सन्तान क सानदार स्वतन्त्रता क आनन्द लेई।
22 काहेकि हम जानित ह कि आजु तलक समूची सृस्टि प्रसव पीड़ा मँ कराहत अउ तड़पत रही बाटइ। 23 न केवल इ सृस्टि बल्कि हमहूँ जेका आतिमा क पहिला फल मिला बा, अपने भितर कराहत रहे बाटेन। काहेकि हमका ओकरे जरिये पूरी तरह अपनावा जाइ क इन्तजार अहइ कि हमार देह मुक्त होइ जाइ। 24 हमार उदूधार भवा बा। इही स हमरे मने मँ आसा बा परन्तु जब हम जेकर आसा करित ह ओका देखि लेइत ह तउ उ आसा नाहीं रहत। जउन देखात बाटइ ओकर आसा कउन कई सकत ह। 25 परन्तु अगर जेका हम देखत नाहीं अही ओकर आसा करित ह तउ धीरज अउर सहनसीलता क साथे ओकर रस्ता जोहित ह।
26 अइसन ही जइसेन हम कराहत अही, आतिमा हमरे दुर्बलता मँ हमार सहायता करइ आवत ह काहेकि हम नाहीं जानित ह कि हम केकरे बरे पराथना करी! परन्तु आतिमा खुद अइसेन आह भरिके जेकर सबदन मँ जाहिर नाहीं कीन्ह जाइ सकत हमरे बरे बिनती करत ह। 27 परन्तु उ जउन लोगन क दिल क देख सकत ह वह जानत ह कि आतिमा क मन्सा का अहइ। काहेकि परमेस्सर क इच्छा स ही उ परमेस्सर क पवित्तर लोग क बरे बीच बिचाऊ करत ह।
28 अउर हम जानित ह कि हर परिस्थिति मँ उ आतिमा परमेस्सर क भक्तन क साथे मिलिके उ काम करत ह जउन भलाइ ही लियावत हीं ओन्हन सबके बरे जेका ओकरे प्रयोजन क अनुसार इ बोलावा गवा बा। 29 जेका उ पहिले ही चुनेस ओनका पहिलौटी क पूत क रूप मँ ठहराएस ताकि बहुत स भाइयो तथा बहिनियो! मँ उ पहलौठी बनि सकइ। 30 जेनका उ पहिले स निस्चित किहेस उहूँ क उ बोलाएस अउर जेनका उ बोलाएस, ओनका उ धर्मी ठहराएस। अउर जेका उ धर्मी ठहराएस, ओनका महिमा प्रदान किहेस।
परमेस्सर क पिरेम
31 तउ एका देखत हम का कही? अगर परमेस्सर हमरे पच्छ मँ बा हमरे विरोध मँ कउन होइ सकत ह? 32 उ जे अपने पूत तलक क नाहीं छोड़ेस बल्कि ओका हम सबके बरे मरइ क सउँप दिहेस। उ भला हमका ओकरे साथ अउर सब कछू काहे न देई? 33 परमेस्सर क चुना भवा लोगन पे अइसेन कउन बा जउन दोस लगावइ? उ परमेस्सर ही अहइ जउन ओनका धर्मी ठहराता ह? 34 अइसेन कउन अहइ जउन ओका दोसी ठहरावइ? मसीह ईसू उ अहइ जउन मरि गवा अउर (इहींउँ स जियादा जरूरी इ बा कि) ओका फिन जियावा गवा। जउन परमेस्सर क दहिनी कइँती बइठा अहइ अउर हमरे कइँती स बिनती भी करत ह 35 कउन अहइ जउन हमका मसीह क पियार स अलग करी? यातना या कठिनाइ या अत्याचार या अकाल या नंगापन या जोखिम या तलवार? 36 जइसेन कि सास्तर कहत ह:
“तोहरे (मसीह) बरे सारा दिन हमका मउत क सौंपा जात ह।
हम काटी जाइवाली भेड़ जइसेन समझा जात हीं।” (A)
37 तबउ ओकरे जरिये जउन हमसे पिरेम करत ह, ऐन सब बातन मँ हम एक सानदार विजय पावत अही। 38 काहेकि मइँ मान चुका हउँ कि न मउत, न जीवन, न सरगदूतन अउर न सासन करइवाली आतिमन, न वर्तमान क कउनउ चीज अउर न भविस्स क कउनउ चीज, न आत्मिक सक्ति, 39 न कउनउ हमरे ऊपर क, अउर न हमसे नीचे क, न सृस्टि क कउनउ अउर चीज हमका पर्भू क ओह पिरेम स, जउन हमरे भीतर पर्भू मसीह ईसू बरे बाटइ, हमका अलग कइ सकइ।
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