M’Cheyne Bible Reading Plan
30 राहेल लखेस कि उ याकूब बरे कउनो बच्चा क जन्म नाही देति अहइ। राहेल आपन बहिनी लिआ स जलन करइ लाग। ऍह बरे राहेल याकूब स कहेस, “मोका बच्चा द्या, वरना मइँ मरि जाब।”
2 याकूब राहेल प किरोध किहस। उ कहेस, “मइँ परमेस्सर नाही अहउँ। उ परमेस्सर ही बाटइ जउन तोहका बच्चन क जन्मइ स रोक दिहस ह।”
3 तब राहेल कहेस, “तू मोर दासी बिल्हा क लइ सकत ह। ओकरे संग सोआ अउ उ मोरे बरे बच्चा क जन्मी। तब मइँ ओकरे जरिये महतारी बनब।”
4 इ तरह राहेल आपन भतार याकूब बरे बिल्हा क दिहस। याकूब बिल्हा क संग तने क संबंध किहस। 5 बिल्हा गरभ धारण किहस अउ याकूब बरे एक पूत क जन्मेस।
6 राहेल कहेस, “परमेस्सर मोर पराथना सुनि लिहेस ह। उ मोका एक पूत देइ क ठान लिहस ह।” ऍह बरे राहेल इ पूत क नाउँ दान राखेस।
7 बिल्हा दुसरी दाईं गरभ धारण किहस अउ उ याकूब क दूसर पूत दिहस। 8 राहेल कहेस, “मइँ आपन बहिनी क संग कठोर संघर्स किहेउँ अउर मइँ जीत गएउँ ह।” ऍह बरे उ इ पूत क नाउँ नप्ताली धरेउँ ह।
9 लिआ सोचेस कि उ अउर जियादा बच्चन क जन्म नाही दइ सकित। ऍह बरे उ आपन दासी जिल्पा क याकूब बरे दिहस। 10 तब जिल्पा एक पूत क जन्म दिहस। 11 लिआ कहेस, “मोर भाग्य बाटइ। अब मेहररुअन मोका भाग्यवती कइही।” ऍह बरे उ पूत क नाउँ गाद राखेस। 12 जिल्पा दूसर पूत क जन्मेस। 13 लिआ कहेस, “मइँ बहोतइ खुस अहउँ। मेहरारु मोका ‘खुस’ नाउँ स पुकारब्या।” ऍह बरे उ लरिका क नाउँ आसेर धरेस।
14 गोहु कटनी क समइ रूबेन खेतन मँ गवा अउ कछू दूदाफल[a] न क लखेस। रूबेन इ दूदाफलन क आपन महतारी लिआ क लगे लिआवा। मुला राहेल लिआ स कहेस, “कृपा कइके आपन पूत क दूदाफलन मँ स कछू मोका दइ द्या।”
15 लिआ जवाब दिहस, “तू तउ मोरे भतार क पहिले ही लइ लिहे ह। अब तू मोरे पूत क दूदाफलन क भी लइ लेइ चाहत अहा।”
मुला राहेल जवाब दिहस, “अगर तू आपन पूत क दूदाफल मोका देब्या तू आज रात याकूब क संग सोइ सकित ह।”
16 उ रात याकूब खेते स लउटा। लिआ ओका लखेस अउ उ ओसे मिलइ गइ। उ कहेस, “आज राति तू मोरे संग सोउब्या। मइँ आपन पूत क दूदाफलन क तोहरे दाम क रुप मँ दिहेउँ ह।” ऍह बरे याकूब उ रात लिआ क संग सोवा।
17 तब परमेस्सर लिआ क फुन गरभधारण करइ दिहस। उ पाँचवें पूत क जन्म दिहस। 18 लिआ कहेस, “परमेस्सर मोका इ बात क ईनाम दिहस ह कि मइँ आपन दासी क आपन भतार क दिहेउँ ह।” ऍह बरे लिआ आपन पूत क नाउँ इस्साकार धरेस।
19 लिआ फुन गरभधारण किहस अउ उ छठवें पूत क जन्म दिहस। 20 लिआ कहेस, “परमेस्सर मोका एक ठु सुन्नर भेंट दिहस ह। अब सचमुच ही याकूब मोका अपनाई, काहेकि मइँ ओका छ: लरिका दिहेउँ ह।” ऍह बरे लिआ पूत क नाउँ जबूलून धरेस।
21 एकरे पाछे लिआ एक बिटिया क जन्म दिहस। उ बिटिया क नाउँ दीना राखेस।
22 तब परमेस्सर राहेल क पराथना सुनेस। परमेस्सर राहेल बरे बच्चा पइदा करब संभव बनाएस। 23 राहेल गरभ धारण किहेस अउ एक पूत क जन्म दिहस। राहेल कहेस, “परमेस्सर मोर लाज खतम कइ दिहस ह अउ मोका एक पूत दिहस ह।” 24 ऍह बरे राहेल आपन पूत क नाउ यूसूफ राखेस। अउर उ कहेस, “परमेस्सर मोका एक अउर पूत देइ।”
याकूब क धन दोलत बढ़त ह
25 यूसुफ क जन्म क पाछे याकूब लाबान स कहेस, “अब मोका आपन घर लौटइ द्या। 26 मोका मोर मेहररुअन अउ बच्चा द्या। मइँ चौदह बरिस तलक तोहरे बरे काम कइके ओनका कमावा ह। तू जानत ह कि मइँ तोहार नीक सेवा किहेउँ ह।”
27 लाबान ओसे कहेस, “मोका कछू कहइ द्या। मइँ महसूस करत हउँ कि यहोवा तोहरे कारण मोहे प कृपा किहेस ह। 28 बतावा कि तोहका मइँ का देउँ अउर मइँ उहइ तोहका देब।”
29 याकूब जवाब दिहस, “तू जानत अहा कि मइँ तोहरे बरे कठिन मेहनत किहेउँ ह। तोहर भेड़िन क झुण्ड बाढ़िन ह अउर जब तलक मइँ ओनकइ देख भाल किहेउँ ह, ठीक रहिन ह। 30 जब मइँ आवा रहेउँ, तोहरे लगे तनिक रहिन। अब तोहरे लगे बहोत जियादा अहइँ। हर दाईं जब मइँ तोहरे बरे कछू किहेउँ ह यहोवा तोहे प कृपा किहस ह। अब मोरे बरे समइ आइ ग अहइ कि मइँ आपन बरे काम करउँ, इ मोरे बरे आपन घर बनावइ क टेम अहइ।”
31 लाबान पूछेस, “तब मइँ तोहका का देउँ?”
याकूब जवाब दिहस, “मइँ नाही चाहत कि तू मोका कछू द्या। मइँ सिरिफ चाहत हउँ कि तू जउन मइँ काम किहेउँ ह ओकर दाम चुकाइ द्या। सिरिफ इहइ एक काम करा। मइ लउटाइब अउर तोहरी भेड़िन क देखरेख करब। 32 मोका आपन सबहिं भेड़िन क झुण्ड क बीच स जाइ द्या अउ दागवाली या धारीदार हर एक भेड़ी क बच्चा अउ करिया बोकरी क बच्चा क मोका लइ लेइ द्या। मोका हर एक दागवाली या धारीवाली मादा बोकरी क लइ लेइ द्या। इहइ मोर पगार होइ। 33 भविस्स मँ तू असानी स लखि लेब्या कि मइँ ईमानदार अहउँ। तू मोर भेड़ी क झुण्ड लखइ आइ सकत ह। जदि कउनो बोकरी दागदार नाही होइ या कउनो भेड़ी करिया नाही होइ तउ तू जान लेब्या कि मइँ ओका चोराएउँ ह।”
34 लाबान जवाब दिहस, “मइँ ऍका स्वीकार करत अहउँ। हम तोहका जउन कछू तू मँगब्या देब।” 35 मुला उ दिन लाबान दागीदार बोकरन क छुपाइ दिहस अउ लाबान सबहि दागीदार या धारीदार बोकरियन क छुपाइ दिहस। लाबान सब करिया भेड़िन क छुपाइ दिहस। लाबान आपन बेटहनन क इ सबइ भेड़िन क देखरेख करइ कहेस। 36 ऍह बरे पूत लोग सबहि दागीदार जनावरन क लिहन अउ उ पचे दुसरे ठउर प चला गएन। उ पचे तीन दिना तलक जात्रा किहन। याकूब रुक गवा अउ बचे भए जनावरन क देखरेख करइ लगेन। मुला ओहमाँ कउनो जनावर दागदार या करिया नाही रहा।
37 ऍह बरे याकूब चिनार, बादाम अउ अर्मोन बिरवन क हरियर डारिन क काटेस। उ ओकर छाल इ तरह उतारेस कि सबइ डार उज्जर धारीदार बनि गइन। 38 याकूब पानी पिआवइ क जगह प डारिन क भेड़िन क झुण्ड क समन्वा धइ दिहस। जब गोरु पानी पिअइ आएन तउ उ जगह प गाभिन होइ बरे मिलेन। 39 तब बोकरियन जब डारिन क समन्वा गाभिन होइ बरे मिलिन तउ जउन बच्चन पइदा भएन उ सबइ दागीदार, धारीदार या करिया भएन।
40 याकूब दागीदार अउ करिया गोरुअन क भेड़ी क झुण्ड क गोरुअन स अलगाइ दिहस। तउ इ तरह, याकूब आपन गोरुअन क लाबान क जनावरन स अलग किहस। उ आपन भेड़िन क लाबान क भेड़िन क लगे नाही भटकइ दिहस। 41 जब कबहु गोरूअन क खरका मँ हिट्ठ पुट्ठ जनावर गाभिन होइ बरे मिलत रहेन तब याकूब ओकरी अँखिन क समन्वा डारिन क रख देर रहा, ओन डारिन क निचके ही इ सबइ जनावरन धनाइ बरे मिलत रहेन। 42 मुला जब कमजोर जनावर धनाइ बरे मिलत रहेन, तउ याकूब हुआ डार नाही धरत रहा। इ तरह मरटुट जनावरन स पइदा भएन बच्चन लाबान क रहेन। हिट्ट पुट्ठ गोरुअन स पइदा भए बच्चन याकूब क रहेन। 43 इ तरह याकूब बहोत धनी होइ गवा। ओकरे लगे बहोत रेवड़, बहोत स नउकर लोग, ऊँट अउ गदहन रहेन।
ईसू क आवइ क तइयारी
(मत्ती 3:1-12; लूका 3:1-9,15-17; यूहन्ना 1:19-28)
1 परमेस्सर क पूत ईसू मसीह क सुसमाचार[a] क सुरुआत। 2 जइसा अगवा होई, यसायाह नबी[b] क किताब मँ लिखा अहइ: उ कहेस,
3 “एक ठु मनई के चिल्लाय क अवाज उसरे मँ सुनि लीन्ह:
‘पर्भू क बरे रस्ता बनवा
अउर सोझ रस्ता तइयार करा।’” (B)
4 यूहन्ना उसरे मँ बपतिस्मा देत आइ। उ लोगन स बपतिस्मा लेने क कहेस कि उ आपन मनफिराव क दिखा सकइँ। अउर ओनके पापन्क छमा होइ। 5 यरूसलेम अउ यहूदिया देस क सब जने ओकरे निअरे गएन। जइसे उ सब आपुन्हि पापन्क कबूलेन्ह, उ सब यरदन नदिया मँ ओसे बपतिस्मा पाएन।
6 यूहन्ना ऊँटन्क बारेन्स बनवा बस्तर पहिरत रहा, अउर करिहाउँ प खालि क पेटी बाँधत रहा। उ टिड्डन्क अउर जंगली सहद खात रहा।
7 उ इ बात क प्रचार करत रहा: “मोरे पाछे मोसे जिआदा एक ठु बरिआर मनई आई। मइँ ऍतना जोग्य नाहीं कि ओकरे सोझे खड़ा होइके अउर निहुरिके ओकरे बधियउरी क फीता तलक खोलि सकउँ। 8 मइँ तू पचन्क पानी स बपतिस्मा देत अही मुला उ तू पचन्क पवित्तर आतिमा[d] स बपतिस्मा देई।”
ईसू बपतिस्मा लिहेस
(मत्ती 3:13-17; लूका 3:21-22)
9 उ समइ ईसू नासरत स गलील आवा। हुवाँ यूहन्ना रहा। ईसू ओसे यरदन नदिया मँ बपतिस्मा लिहस। 10 जइसे ही पानी स बाहेर आवत रह, उ खुला भवा अकास देखेस। अउर पवित्तर आतिमा कबूतरे क नाईं ओह प उतरी। 11 फिन अकासबानी भइ: “तू मोर पूत, जेहका मइँ पियार करत हउँ। मइँ तोहसे बहोत खुस हउँ।”
ईसू क परीच्छा लीन्ह गइ
(मत्ती 4:1-11; लूका 4:1-13)
12 तब तुरंतहि आतिमा ईसू क उसरे मँ पठएस। 13 अउ उ उसरे मँ चालीस दिन तइँ रहा। उहइ समइया मँ सइतान ओका भरमावत भवा रहा। हुवाँ ईसू जंगली जनावर क संग रहा। जहाँ सरगदूतन आइ क ओकर सेवा किहेन।
ईसू कछू चेलन क चुनेस
(मत्ती 4:12-17; लूका 4:14-15)
14 ओकरे बाद यूहन्ना जेली मँ धाँध दीन्ह गवा। फिन ईसू गालील मँ गवा अउर परमेस्सर क सुसमाचार क प्रचार करत रहा। 15 उ कहेस, “समइ पूरा होइ गवा परमेस्सर क राज्य नगिचे अहइ। सब जने मनफिरावा अउर सुसमाचार मँ बिसवास करा।”
ईसू कछू चेलन क चुनेस
(मत्ती 4:18-22; लूका 5:1-11)
16 जब ईसू गलील झील क निअरे स होइ के जात रहा। उ समौन[e] अउर समौन क भाई अन्द्रियास क निहारेस। उ दुइनउँ मछुआरा रहेन, एह बरे उ सब जलिया क झीले मँ डारत रहेन। 17 ईसू ओनसे कहेस, “आवा, अउर मोरे पाछे आवा। मइँ तू पचन क कइसे मनई बटोरा जात हीं इ बात सिखाउब।” 18 तबहिं फउरन उ सब आपनि जालिन्ह क छाँड़ि दिहन अउर ओकरे पाछे आएन।
19 तबहिं ईसू तनिक आगे झिलिया क तीरे चलत-चलत जब्दी क बेटवा याकूब अउर ओकर भाई यूहन्ना क निहारेस। उ सबइ आपन नाउ मँ आपन जालि क मरम्मत करत रहेन। 20 उ तबहिं फउरन उ सबन्क बोलॉएस। एह बरे कि उ सबइ नाउ मँ आपन बाप जब्दी क छाँड़ि कइ ओके संग ओकरे पाछे आएन।
ईसू मनई क चंगा करेस जेह पर दुस्ट आतिमा सवार रही
(लूका 4:31-37)
21 ओकरे बाद उ पचे कफरनहूम गएन। फुन अगवा ईसू आवइवाला सबित क दिन[f] आराधनालय[g] मँ जाइके लोगन्क सिच्छा देइ लाग। 22 सिरिफ धरम सास्तिरियन क जानइवाला क तरह नाहीं मुला एक ठु मुड्ढ क नाईं सिच्छा देत रहा। एह बरे उ सब मनइयन ओकरे सिच्छा स अचरजे मँ पड़ि गएन। 23 ओनकर यहूदी पराथना सभा मँ एक ठू अइसा मनई रहा जेका दुस्ट आतिमा धरे रही। उ मनई चिचिअन अउर कहेस, 24 “मोसे तू का चाहत बाट्या, नासरत क ईसू? का हम पचन्क बरिबाद करइ क आइ बाट्या? मइँ जानत हउँ तू का अहा, तू अहा परमेस्सर क पवित्तर मनई!”
25 मुला एह पइ ईसू पटकारेस, “खामोस रह, ओहका छाँड़िके चला आव।” 26 तबहिं दुस्ट आतिमा उ मनई क हिलाइस अउर खूब जोर स चिचिआन। फिन ओहमाँ स बाहेर आइ गइ।
27 ऍहसे हर मनई अचरज मँ पड़ि गवा। सब मनइयन आपुस मँ पूछइ पछोरे लागेन, “हिआँ इ कावा? इ मनई एक ठु नई सिच्छा देत बाटइ। उ मुड्ढ गियान स सिखवत अहइ। उ दुस्ट आतिमा क हुकुम देत हय अउर उ पचे ओहका मानत हीं।” 28 एह बरे गलील अउ ओह के चारिउँ कइँती ईसू क नाउँ तुरंतइ फइल गइ।
ईसू ढेर मिला क चंगा कीहेस
(मत्ती 8:14-17; लूका 4:38-41)
29 ईसू अउर ओकर चेलन आराधनालय तजि दिहन अउर सोझे याकूब अउ यूहन्ना क संग समौन अउर अन्द्रियास क घरे गएन। 30 समौन क सास बोखॉरे स बिछउना प पहुड़ी रही। तउ उ सब तुरंतहि ईसू क ओकरे बारे मँ बताऍन। 31 तइसेन उ ओकरे नगिचे गवा। ओकर हथवा पकरि के ओका उठाएस। बोखॉर ओहका छाँड़ि दिहस अउर उ सबन्क सेवॅकाई करइ लाग।
32 सूरज बूड़े क बाद सांझ होइ जाए प उ सब लोग ढेर बेरमियन्क अउर जेनका दुस्ट आतिमन बियाधत रहा, ईसू क नगिचे लिवाइ लाऍन। 33 अउर समूचा सहर दुआरे प जम गवा। 34 उ तरह तरह क रोग स बेरमिया रहेन ओन सबन्क बेमारी स जरटुट किहेस अउर बहोत स दुस्ट आतिमन भगाय दिहस। उ दुस्ट आतिमन क नाहीं बोलइ दिहस, एह बरे कि उ सब ओहका जान गइन।
ईसू सुसमाचार सुनावइ क तइयारी करेस
(लूका 4:42-44)
35 बड़े भिन्सारे जब मुँह अँधियार रहा, ईसू जागि गवा। ओकरे बाद घरवा स बाहेर अकेल्ले मँ अउर उजाड़े मँ गवा, हुवाँ उ पराथना करेस। 36 पाछे समौन अउ ओकर साथी ईसू क हेरत-हेरत बाहेर गएन। 37 उ पचे ओहका हेरि के ओसे कहेन, “हर मनई तोहका हेरत अहइ।”
38 फिन ईसू ओनसे कहेस, “हमका दूसर क नगरन मँ जाइही चाही। तबहिं उ सबन ठउरन मँ मइँ उपदेस दइ सकत हउँ। एह बरे मइँ आइ हउँ।” 39 अइसे उ गलील क सब ठउरन मँ ओनके आराधनालयन मँ उपदेस देत अउर संग दुस्ट आतिमा क भगावत रहा।
ईसू कोढ़ी क चंगा कीहेस
(मत्ती 8:1-4; लूका 5:12-16)
40 फिन एक ठु कोढ़ी ओकरे निअरे आवा अउर उ निहुरि क ईसू स बिनती किहेस, “जउ तू चाहा, तू मोका चंगा कइ सकत ह।”
41 ओकर जिअरा दाया स भरि गवा। फिन उ आपन हथवा फइलावत ओका छुइके कहेस, “मइँ चाहत हउँ, तू नीक ह्वा।” 42 तबहिं फउरन ओकर कोढ़ जरटुट होइ ग अउर उ नीक होइ ग।
43 ईसू ओका जाइक बरे कहेस मुला ओका एक करी चिताउनी दिहेस, 44 “देखा, तू ऍकरे बारे मँ कउनो स कछुहि जिन कह्या। फिन याजक क लगे जा अउर ओका आपन क देखावा। परमेस्सर क भेंट द्या जेह बरे तू नीक होइ गया। अउर जइसा मूसा क व्यवस्था बताएस,[h] वइसा आपन नीक होइ क भेंट द्या। जइसे इ एक सनद रहइ।” 45 फिन उ मनई चला गवा, अउर बेधड़क बतावइ लाग अउर खबरिया क प्रचार करइ लाग। ऍहसे ईसू अजादी स कस्बन मँ जाइ न सका। आखिर उ अकेल्लले मँ अउर उजड़े ठउरन मँ टिकइ लाग। सब मिला ठउर ठउर सा ओकरे नगिचे आवत रहेन।
मोर्दकै क सम्मान
6 उ राति राजा सोइ नाही पावा। तउ उ अपने एक दास स इतिहास क किताब लिआइके अपने समन्वा ओका बाँचइ क कहेस। (राजा लोगन क इतिहास क किताबे मँ उ सब कछू अंकित रहत ह जउ एक राजा क सासनकाल क दौरान घटित होत ह।) 2 तउ उ दास राजा क बरे उ किताब बाँचेस। उ महाराजा छयर्स क मार डावइ क सड्यंत्रन क बारे मँ बाँचेस। बिगताना अउ तेरेस क सड्यंत्रन क पता मोर्दकै क जोजना क पता चल गवा रहा अउर ओकरे बारे मँ कउनो क बताइ दिहे रहा।
3 एइ पइ महाराजा सवाल किहस, “इ बात क बरे मोर्दकै क कउन सा आदर अउर कउन स उत्तिम चिजियन प्रदान कीन्ह गइ रहिन।”
उ दासन राजा क जवाब दिहेन, “मोर्दकै बरे कछू नाहीं कीन्ह गवा रहा।”
4 उहइ समइ राजा क महल क बाहरी आँगन मँ हामान प्रवेस किहेस। उ, हामान फाँसी क जउन खम्भा बनवावा रहा, ओह पइ मोर्दक क लटकवावइ क बरे राजा स कहइ क आवा रहा। राजा ओकरी आहट सुनिके पूछेस, “अबहिं अबहिं आंगन मँ कउन आवा ह” 5 राजा क नौकरन जबाव दिहस, “आँगन मँ हामान खड़ा भवा ह।”
तउ राजा कहेस, “ओका भीतर लइ आवा।”
6 हामान जब भीतर आवा तउ राजा ओहेसे एक सवाल पूछेस, “हामान, राजा जदि कउनो क आदर देइ चाहइ तउ उ मनई बरे राजा क का करइ चाही?”
हामान अपने मने मँ सोचेस, “अइसा कौन होइ सकत ह जेका राजा मोहेसे जियादा आदर देइ चाहत होइ? राजा निहचइ ही मोका आदर देइ क बरे ही बात करत होइ।”
7 तउ हामान जवाब देत भए राजा स कहेस, “राजा जेका आदर देइ चाहत ह, उ मनई क संग उ अइसा करइ: 8 राजा जउन ओढ़ना खुदपहिरे होइ, उहइ बिसेस ओढ़ना क तू अपने सेवकन स मँगवाइ लीन्ह जाइ अउर उ घोड़े क भी मँगवाइ लीन्ह जाइ जेह पइ राजा खुद सवारी कीन्ह होइ। फुन सेवकन क जरिये उ घोड़े क मूँड़ि पइ राजा क बिसेस चीन्ह अंकित करवा जाइ। 9 एकरे पाछे, राजा क सज्जन अधिकारी कपड़े अउर घोड़े क अधिकारी होई चाही। फुव उ राजा क अधिकारी उ मनई क, जेका राजा सन्मानित करइ चाहत ह, उ ओढ़ना क पहिरावइ अउर फुन एकरे पाछे उ पचे अधिकारी उ घोड़े क आगे आगे चलत भवा ओका नगर क गलियन क बीच स गुजारइ। उ पचे अपनी अगुवाइ मँ घोड़न क लइ जात भए इ घोसना करत जाइ, ‘इ उ मनई क बरे कीन्ह गवा ह, राजा जेका आदर देइ चाहत ह।’”
10 राजा हामान क आदेस दिहस, “तू फउरन चले जा अउर ओढ़ना अउ घोड़ा लइके यहूदा मोर्दकै क बरे वइसा ही करा, जइसा तू सुझाव दिहा ह। मोर्दकै राजदुआर क लगे बइठा बाटइ। जउन कछू तू सुझाया ह, सब कछू वइसा ही करया।”
11 तउ हामान ओढ़ना अउ घोड़ा लिहस अउर ओढ़ना मोर्दकै क पहिराइके घोड़े पइ चढ़ाइके नगर क गलियन स होते भए घोड़े क आगे आगे चल दिहस। मोर्दकै क आगे आगे चलत भवा हामान घोसणा करत रहा, “इ सब उ मनई क बरे कीन्ह गवा ह, जेका राजा आदर देइ चाहत ह।”
12 एकरे पाछे, मोर्दकै फुन राजदुआर पइ चला गवा किन्तु हामान फउरन अपने घरे कइँती चल दिहस। उ आपन मुँड़ि छुपाए भए रहा काहेकि उ परेसान अउर लज्जित रहा। 13 एकरे पाछे, हामान अपनी मेहरारु जेरेस अउर अपने सबहिं मीतन स जउन कछू घटा रहा, सब कछू कहि सुनाएस। हामान क पत्नी अउर ओकार सलाहकारन ओहसे कहेन, “जदि मोर्दकै यहूदी अहइ, तउ तू जीत नाहीं सकत्या। तू आपन सक्ती खोइ सुरु करि चुका ह। तू निहचइ ही नस्ट होइ जाब्या।”
14 अबहिं उ सबइ लोग हामान स बात करत ही रहेन कि राजा क हिजड़ा हामान क घरे आएन अउर फउरन ही हामान क एस्तेर क भोज मँ बोलाइ लइ गएन।
1 पौलुस जउन मसीह ईसू क दास अहइ,
जेका परमेस्सर प्रेरित होइ बरे बोलाएस, अउर उहइ क परमेस्सर क सुसमाचार लोगन क सुनावइ बरे चुना गवा। 2 इ बात क घोसना नबियन दुआरा पवित्तर सास्तरन मँ पहिलेन स करि दीन्ह ग रही। 3-4 इ सुसमाचार परमेस्सर क पूत ईसू मसीह क अहइ। जउन तने स दाऊद क बंसज अहइ। अउर उहइ हमार पर्भू अहइ। सरीर स तो उ दाऊद क बंस मँ जनम लिहे रहा मूला पवित्तर आतिमा स तो उ परमेस्सर क पूत रहा। ओका परमेस्सर क पूत इहइ बरे माना जात रहा। जउन ओकरे भीतर मरि क फिन जी उठइ क समरथ रहा।
5 इहइ क जरिये मोका अनुग्रह अउर पेरित होइ क मिला बा जेहसे सबहिं यहूदियन मँ, ओकरे नाउँ स, उ आस्था जउन बिसवास स जनम लेत ह ओहमाँ पइदा कीन्ह जाइ सकइ। 6 परमेस्सर क जरिये ईसू मसीह क होइ बरे तू पचे बोलावा ग अहा।
7 उ पत्र मइँ, तू सबन बरे, जउऩ रोम मँ अहइँ अउर परमेस्सर क पियारा अहा, जउन परमेस्सर क पवित्तर जन होइ बरे बोलावा ग अहा, लिखत अहउँ।
अब हम इ चाहित ह कि तू लोगन क परमेस्सर अउर हमरे पर्भू ईसू मसीह क अनुग्रह अउर सान्ति मिलइ।
धन्यबाद बरे पराथना
8 सबसे पहिले तो मइँ ईसू मसीह क जरिये परमेस्सर क धन्यबाद करइ चाहित ह। इ सब तोहरे सब क बरे अहइ काहेकि दुनिया क सब मनई तोहरे सब के बिसवास क बारे मँ बतियात हीं। 9 पर्भू जेकरे सेवा मइँ जी जान स करित हउँ काहेकि मइँ ओकरे पूत क सुसमाचार क लोगन क सुनावत हउँ। पर्भू मेरा साच्छी दिहा जउन मइँ तोहका हर दम याद करत अहउँ। 10 अपने पराथना मँ इ मइँ हर दम मनाइत हउँ कि परमेस्सर की चाह स मोर तोहरे लगे आवइ क यात्रा पूरी होइ। 11 मइँ बहुत दिल स इ चाहित ह कि तू लोगन स मिली अउर तोहका कछू आत्मिक उपहार देइ जइसे तू पचे खूब सक्तिसाली होइ जा। 12 या मोका कहइ चाही कि जब मइँ तोहरे बीच मँ होब तउ एक दूसर क बिसवास स आपुस मँ प्रोत्साहित होब।
13 भाइयो अउर बहिनियो! मइँ इ चाहित हउँ कि तू पचे क इ तउ मालूम होइ जाइ कि मइँ तोहरे लगे बार-बार आवइ क योजना बनाइत हउँ। एकर इ कारन इ अहइ कि गैर यहूदियन मँ जइसा फल मोका मिला ह इ उहइ तू लोगन स भी मिलइ। लेकिन अब तलक-न-कउनो बाधा पड़त रही।
14 अब इ जान ल्या कि जे यूनानियन अहइँ उनके अउर जे गैर यूनानियन अहइँ ओनहूँ क, जे होसियार अहइँ उनके अउर जे बेउकूफ अहइँ ओनहूँ क सबइ क हमरे ऊपर सेवा करइ क रिन अहइ। 15 यही बरे तू लोगन क जे रोम मँ रहत ह्या ओनका मइँ इ सुसमाचार सुनावइ क तैयार हउँ।
16 इ सुसमाचार क सुनावइ क मइँ सरमाइत नाहीं काहेकि जउन भी ओहमाँ बिसवास रखत अहइँ ओनके उद्धार बरे परमेस्सर क सामर्थ्य अहइ। ओहमाँ पहिले यहूदियन अउर फिन गैर यहूदियन क। 17 काहेकि सुसमाचार मँ इ बतावा ग बाटइ कि परमेस्सर मनइयन क अपने ठेकाने कइसे लगावत ह। इ सब कुल बिसवास प अहइ, सास्तरन मँ इ लिखा अहइ, “धर्मी मनई स सदैव जिअत अहइँ”[a]
सबहिं तउ पाप किहे अहइँ
18 सरग स परमेस्सर का कोप लोगन क न कहइवालन अउर अधार्मिक काम पइ परगट होत ह जे सत्य का अधरम स दबावत हीं अउर जे बुरे करम करत हीं। 19 इ बात नाहीं अहइ कि केउ ऐका जानत नाहीं परमेस्सर का सबइ जानत ह काहेकि परमेस्सर सबका जनाइ देत ह।
20 इ संसार जब स देखाइ पड़ा तबइ स परमेस्सर क अनन्त सक्ति परमेस्सर क साफ देखात ह उहउ क ऍक एहसे जाना जाइ सकत ह जेका परमेस्सर खुदइ बनाइस ह। एहसे लोगन क पास कउनो बहाना नहीं बाटइ उ बुरा काम बरे जेका उ करत ह।
21 अगर इ सबइ परमेस्सर क जानत हीं तबउ उ पचे परमेस्सर क महिमा क इज्जत नाहीं करत हीं। उनके विचार गलत कामन मँ लग गएन अउर मन मँ अँधियारा छाइ गवा। 22 उ पचे अपने क बहुत बुद्धिवाला समझत रहेन मुला सब क सब बज्र मूरख रहेन। 23 अउइ जउऩ परमेस्सर अहइ उ क कबहुँ मर नाहीं सकत मुला इ सबइ ओका मरइवाले लोगन चिरिया, गोरू, अउर साँप क मूरत मँ देखेन अउर समझइ लागेन।
24 एह बरे परमेस्सर ओनन्ह क बदनियती क हाथे सौंप दिहेस अउर उ पचे दुराचार मँ पड़ि क एक दूसरे क सरीर क साथ खिलवाड़ करइ लागेन। 25 उ लोगन झूठ क साथे परमेस्सर क सत्य क सौदा किहन अउर वे सृस्टि क बनावइवाले को तजिके अउरन क आराधना करइ लागेन। परमेस्सर धन्य अहइ। आमीन!
26 इहइ बरे परमेस्सर ओनन्ह का नीच वासना क हाथें सौंप दिहेस। ओनन्ह क स्त्रियन सहज यौनाचार क बजाय अप्राकृतिक यौन करइ लागिन। 27 एहइ तरह पुरूसन भी सहज सम्भोग छोड़ि क समलैगिकता क चक्कर मँ पड़ि गएन। अउर पुरूस परस्पर एक दूसरे क साथ बुरे करम करइ लागेन। अउर इ सब कुकरमन क फल भी मिलब सुरु होइ गवा।
28 कारन इ रहा कि ओन्हन परमेस्सर का पहिचानब बन्द कइ दिहेन तो परमेस्सर ओनन्ह का कुबुद्धि क हाथ सौंप दिहेस। अउर उ सब ओनन्ह क करइ सुरु दिहेन जउन ना करइ क चाही। 29 लोग कुल अधरम दुस्टता, लालच अउर द्वेस स तथा सारी ईर्स्या, हत्या, झगड़े, छल, अउर डाह स भर गएन। बे बकवादी, अउर कहानियन क गढ़त रहेन। 30 उ सबइ निन्दक अहइँ। परमेस्सर स घिना करत रहत उदण्ड अउर घमण्डी अहइँ, बढ़-बढ़ क बोलत हीं। कुलिन्ह बुराइन का जनम दाता अहइँ। अपने महतारी बाप क कहब नहीं मानत रहेन। 31 उ पचे मूरख, वचन तोरइ वाले निरदयी अउर वगैर पिरेम क बाटेन। 32 उ सब परमेस्सर क व्यवस्था क जानत हीं कि इ सब बातन स मउत क जोग्ग अहइँ तउनो पइ ओ सबइ न सिरफ इ सब कुकरम करत हीं बरन अइसा करइवालेन क समर्थन भी करत हीं।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.