M’Cheyne Bible Reading Plan
इसहाक अबीमेलेक स झूठ बोलत ह
26 एक दाँई अकाल पड़ा। इ अकाल वइसा ही रहा जइसा इब्राहीम क टेम मँ पड़ा। ऍह बरे इसहाक गरार सहर मँ पलिस्तियन क राजा अबीमेलेक क लगे गवा। 2 यहोवा इसहाक स बात किहस। यहोवा इसहाक स इ कहेस, “मिस्र क जिन जा। उहइ देस मँ रहा जेहमाँ रहइ क हुकुम मइँ तोहका दिहेउँ ह। 3 उहइ देस मँ रहा अउर मइँ तोहरे संग रहब। मइँ तोहका आसीर्बाद देब। मइँ तोहका अउ तोहरे परिवार क उ सब पहटा देब। मइँ उहइ करब जउन मइँ तोहरे बाप इब्राहीम क बचन दिहेउँ ह। 4 मइँ तोहरे परिवार क आकास क तारा समूह क तरह बहोत स बनाउब अउर मइँ सारा पहटा तोहरे परिवारे क देब। धरती क सब रास्ट्र तोहरे सन्तानन क कारण मोर आसीर्बाद पाइ जइही। 5 मइँ इ ऍह बरे करब कि तोहार बाप मोर हुकुम क मानेस अउ मइँ जउन कछू कहेउँ, उ किहस। इब्राहीम मोरे हुकुमन, मोर कानूनन अउ मोरे नेमन क पालन किहस।”
6 इसहाक रुका अउ गरार मँ रहा। 7 इसहाक क मेहरारु रिबका बहोत सुन्नर रही। उ जगह क मनइयन इसहाक स रिबका क बारे मँ पूछेन। इसहाक कहेस, “इ मोर बहिन अहइ।” इसहाक इ कहइ स डेरान कि रिबका मोर मेहरारु अहइ। इसहाक डेरात रहा कि मनई ओकर मेहरारु क पावइ क ओका मारि डइही।
8 जब इसहाक हुआँ बहोत टेम तलक रहि चुका, तउ एक दिन अबीमेलेक आपन खिड़की स बाहेर झाँकेस अउ लखेस कि इसहाक, रिबका क संग हँसी अउर खेल करत अहइ। 9 अबीमेलेक इसहाक क बोलाएस अउ कहेस, “इ मेहरारु तोहार पत्नी अहइ। तू हम पचन स इ काहे कहया कि इ मोर बहिन अहइ।”
इसहाक ओसे कहेस, “मइँ डेरात रहेउँ कि तू ओका पावइ बरे मोका मारि डउब्या।”
10 अबीमेलेक कहेस, “तू हम पचन क बुरा किह्या ह। हम पचन क कउनो भी मनई तोहरे पत्नी क संग सोइ सकत रहा। तब उ बड़के पाप क दोखी होत।”
11 ऍह बरे अबीमेलेक सबहि मनइयन क चिताउनी दिहस। उ कहेस, “इ मनसेधू अउ इ मेहरारु क कउनो चोट नाही पहोंचाई। अगर कउनो ऍनका चोटपहोंचाइ तउ उ मनई जान स मारि दीन्ह जाइ।”
इसहाक धनी बना
12 इसहाक उ भुइँया प खेती किहस अउ उ बरिस ओकरे बहोतइ फसिल भइ। यहोवा ओह प बहोतइ कृपा किहेस। 13 इसहाक धनी होइ गवा। उ जियादा स जियादा धन तब तलक बटोरत रहा जब तलक बहोत धनी नाही होइ गवा। 14 ओकरे लगे बहोत स झुण्ड अउ गोरुअन क झुण्ड रहेन। ओकरे लगे ढेर दास भी रहेन। सबहि पलिस्ती ओसे डाह राखत रहेन। 15 ऍह बरे पलिस्तियन ओन सबहि नारन क बर्बाद कइ दिहन जेनका इसहाक क बाप इब्राहीम अउ ओकर साथी लोगन कइउ साल पहिले खने रहेन। पलिस्तियन ओनका माटी स पाट दिहन 16 अउर अबीमेलेक इसहाक स कहेस, “हमार देस तजि द्या। तू हम पचन स बहोत जियादा सकतीवाला होइ गवा अहा।”
17 ऍह बरे इसहाक उ जगह तजि दिहस अउ गरार क छोटी नदी क लगे पड़ाव डालेस। इसहाक हुवइ ठहरा अउ हुवँइ रहा। 18 एकरे बहोत पहिले इब्राहीम कइउ नारा खने रहा। जब इब्राहीम मरा तउ पलिस्तियन माटी से इनारा पाटि दिहन। ऍह बरे हुवइ इसहाक लौटा अउ ओन इनारान क फुन खनेस। उ नारा क उहइ नाउँ दिहेस जउन नाउँ ओकर पिता दिहे रहा। 19 इसहाक क नउकरन छोटी नदी क लगे एक नारा खनेन। उ कुआँ स पानी क एक सोता फूट पड़ा। 20 तब गरार क गड़रिया लोग उ नारा क कारण इसहाक क नउकरन स झगड़इ लागेन। उ पचे कहेन, “इ पानी हमार अहइ।” ऍह बरे इसहाक ओकर नाउँ एसेक राखेस। उ इ नाउँ ऍह बरे दिहस कि उहइ जगह प उ मनइयन ओसे झगड़ा किहे रहेन।
21 तब इसहाक क नउकरन दूसर नारा खनेन। हुआँ क मनइयन उ नारा बरे भी झगड़ेन। ऍह बरे इसहाक उ नारा क नाउँ सित्ना राखेस।
22 इसहाक हुआँ स हटा अउ दूसर नारा खनेस। उ इनारा बरे झगड़ा करइ कउनो नाही आवा। ऍह बरे इसहाक उ इनारा क नाउँ रहोबोत राखेस। इसहाक कहेस, “यहोवा हिआँ हमरे बरे जगह दियाएस ह। हम पचे प्रगति करब अउर बढ़ब अउ इहइ भुइँया पइ पूरी तरह सफल होइ जाब।”
23 उ जगह स इसहाक बेर्सेबा क गवा। 24 यहोवा उ रात इसहाक स बोला, “मइँ तोहरे पिता इब्राहीम क परमेस्सर अहउँ। जिन डेराअ। मइँ तोहरे संग अहउँ अउ मइँ तोहका आसीर्बाद देब। मइँ तोहरे परिवार क महान बनाउब। मइँ आपन सेवक इब्राहीम क कारण इ करब।” 25 ऍह बरे इसहाक उ जगह यहोवा क आराधना बरे एक वेदी बनाएस। इसहाक हुआँ पड़ाव डालेस अउ ओकर नउकर लोग एक इनारा खनेन।
26 अबीमेलेक गरार स इसहाक क लखइ आवा। अबीमेलेक आपन संग सलाहकार अहुज्जत अउ सेनापति पीकोल क लइ आवा।
27 इसहाक पूछेस, “तू मोका लखइ काहे आया ह? तू एकरे पहिले मोरे संग दोस्ती नाहीं राखत रह्या। तू मोका आपन देस तजि देइ क बेबस किहा।”
28 उ पचे जवाब दिहन, “अब हम पचे जानित ह कि यहोवा तोहार संग अहइ। इ बरे हम चाहित ह कि हम पचे तोहरे संग एक समझौता करी। हम चाहित ह कि तू हमका एक बचन द्या। 29 हम पचे तोहका चोट नाहीं पहोंचावा, अब तू पचन क इ बचन देइ चाही कि तू हम लोगन क चोट नाही पहोंचउब्या। हम पचे तोहका पठवा ह। मुला हम पचे तोहका सान्ति स पठवा ह। अब इ बात साफ अहइ कि यहोवा तोहका आसीर्बाद दिहेस ह।”
30 ऍह बरे इसहाक ओनका दावत दिहस। सबहि खाएन अउ पिएन। 31 दूसर दिन भिन्सारे हर एक मनई बचन दिहस अउ किरिया खाएस। तब इसहाक ओनका सान्ति स बिदा किहस अउ उ पचे कुसल स ओकरे निचके स चला आएन।
32 उ दिना इसहाक क नउकर आएन अउ उ पचे आपन खना इनारा क बारे मँ बताएन। नउकरन कहेन, “हम पचे उ इनारा स पानी पिआ ह।” 33 ऍह बरे इसहाक ओकर नाउँ सिबा रखेस अउ उ सहर अबहि भी बेर्सेबा कहवावत ह।
एसाव क मेहररुअन
34 जब एसाव चालीस बरिस क भवा उ हित्ती मेहररुअन स बियाह किहस। एक बेरी क बिटिया यहूदीत रही। दूसर एलोन क बिटिया बासमत रही। 35 इ सबइ बियाहे स इसहाक अउ रिबका क मन दुःखी भवा।
दस कुँवारियन क दिस्टान्त कथा
25 “उ दिन सरग का राज्य ओन दस कुँवारियन क नाईं होई जउन मसाल लइके दुलहन स भेंटइ निकरिन। 2 ओनमाँ स पाँच मूरख रहीं अउ पाँट ठु चउकस। 3 पाँच उ मूरख कुँवारियन आपन मसाल तउ थाम लिहन मुला ओनके साथे तेल नाहीं लिहन। 4 ओहँर चउकस कुँवारियन मसाले क साथ कुप्पियन मँ तेल भी लइ लिहन। 5 काहेकि दुलहन क अवाई मँ देर होत रही। सबहीं कुँवारियन थके स ओंघाइ लागिन अउर ओलर क सोइ गइन।
6 “पर आधी राति मँ धूम मच गइ। ओ हो, ‘दुलहा आवत बा। ओसे भेंटइ बाहर जा!’
7 “उहइ छिन उ सबइ कुँवारियन उठि गइन अउर आपन मसाल तइयार किहेन। 8 मूरख कुँवारियन चउकस कुँवारियन स कहेन, ‘हमका आपन तनिक तेल दइ द्या, हमर मसालन बुझि जात अहइँ।’
9 “जवाबे मँ सबइ चउकस कुँवारियन बोलिन, ‘नाहीं हम नाहीं दइ सकित। काहेकि फुन इ हमरे बरे पूर न होई अउर न तोहरे बरे। तउ तू पचे तेली क लगे जाइके आपन खातिर बेसहि ल्या।’
10 “जब उ पचे बेसहइ जात रहिन कि दुलहा आइ पहोंचा। फिन उ कुँवारियन जउन तइयार रहिन, उ सबइ ओनके संग भोजे मँ भीतर घुसिन अउर फिन कउनो फाटक बंद कइ दिहस।
11 “आखिर मँ उ सबइ बाकी कुँवारियन भी गइन अउर बोलिन, ‘स्वामी, हे स्वामी, दरवाजा खोलि द्या, हमका भीतर आवइ द्या।’
12 “मुला उ जबाव देत भवा कहेस, ‘मइँ तोहसे सच सच कहत हउँ: मइँ तोहका नाहीं जानत हउँ।’
13 “तउ होसियार रहा। काहेकि तू न उ दिना क जानत ह, न घड़ी क, जब मनई क पूत लउटी।
तीन सेवकन क दिस्टान्त कथा
(लूका 19:11-27)
14 “सरग का राज्य उ मनई क नाई होई जउन जात्रा प जात भवा आपन नउकरन क बोलाइके अपने समान क रखवारा बनाएस। 15 उ एक क चाँदी स भरी पाँच ठु थैली दिहस। दुसरे क दुइ अउ तिसरे क एक दिहस। उ हर एक क ओकर जोग्गता होइ क मुताबिक दइके जात्रा प निकरि गवा। 16 जेका चाँदी क रूपया स भरी पाँच ठु थैली मिलीं, उ फउरन उ पइसे क धंधा मँ लगाइ दिहस फिन पाँच थैली अउर कमाएस। 17 अइसे ही जेका दुइ थैली मिलिन, उ भी दुइ अउर कमाइ लिहस। 18 मुला जेका एक मिली रही उ कहूँ जाइके भुइँया मँ गड़हा खोदेस अउर स्वामी क धने क गाड़ दिहस।
19 “बहोत समइ बीत जाए क पाछे ओन सेवकन क स्वामी लउटि आवा अउर हर कउनो स लेखा जोखा लेइ लाग। 20 उ मनई जेका चाँदी क पाँच थैली मिलिन, आपन स्वामी क लगे गवा अउर चाँदी क पाँच अउर थैली लइ जाइके ओसे बोला, ‘स्वामी, तू मोका पाँच थैली दिहे रहा। ‘चाँदी क इ पाँच थैली अउर अहइँ जउन मइँ कमायउँ ह।’
21 “ओकर स्वामी ओहसे कहेस, ‘साबास! तू भरोसा क बढ़िया नउकर अहा। तनिक क रकम क बारे मँ तू बिसवास क जोग्ग रह्या मइँ तोहका अउर जिआदा हक देब। भितरे जा अउर आपन स्वामी क खुसी मँ खुसी मनावा।’
22 “फिन जेका चाँदी क दुइ थैली मिली रहीं, आपन स्वामी क लगे गवा अउर बोला, ‘स्वामी तू मोका चाँदी क दुइ थैली दिहे रहा, चाँदी क इ दुइ थैली अउ अहइँ जेका मइँ कमायो ह।’
23 “ओकर स्वामी ओसे कहेस, ‘साबास! तू भरोसा क लायक बढ़िया नउकर अहा। तनिक रकम क बारे मँ तू बिसवास क जोग्ग रह्या। मइँ तोहका अउर जिआदा हक देब। भितरे जा अउर आपन स्वामी क खुसी मँ खुसी मनावा।’
24 “फिन उ जेका चाँदी क एक थैली मिली रही, आपन स्वामी क लगे आवा अउर बोला, ‘स्वामी, मइँ जानत हउँ तू बहोत कठोर मनई अहा। तू हुवाँ काटत ह जहाँ तू बोया नाहीं रहा, अउर जहाँ तू कउनो बिआ नाहीं छिटकाया तू हुवाँ स फसिल बटोरब्या। 25 यह बरे मइँ डेराइ गवा रहे। तउ मइँ जाइके चाँदी क थैलिया क भुइँया मँ गाड़ दीन्ह। इ लइ ल्या जउन तोहार अहइ इ बाटइ, लइ ल्या।’
26 “जवाबे मँ ओकर मालिक ओसे कहेस, ‘तू एक बुरा आलसी सेवक अहा, तू जानत ह कि मइँ बिन बोए कटनी करत हउँ, हुवाँ स फसिल बटोरत हउँ। 27 तउ तोहका मोर धन साहूकार क लगे जमा कइ देइ चाही रहा। फिन जब मइँ आइत तउ जउन मोर रहा बियाज क साथ लइ लेइत।’
28 “एह बरे ऍसे चाँदी क एक थैली लइ ल्या अउर जेकरे लगे चाँदी क दस थैली अहइँ, ऍका उहइ क दइ द्या। 29 काहेकि हर उ मनई क जो जउन कछू ओकरे लगे रहा ओकर सही प्रयोग किहेस ओका अउ जिआदा दीन्ह जाई। अउर जेतॅनी ओका जरूरत अहइ, उ ओसे जिआदा पाई। मुला ओसे, जो जउन कछू ओकरे लगे रहा ओकर सही प्रयोग नाहीं किहेस, सब कछू ओकरे लगे रहा ओकर सही प्रयोग नाहीं किहेस, सब कछू छोर लीन्ह जाई। 30 तउ उ बेकार क नउकर क बाहेर अँधियरे मँ धकियाइ द्या जहाँ लोग रोइहीं अउर आपन दाँत पिसिहीं।
मनई क पूत सबक निआव करी
31 “मनई क पूत जब आपन सरगे क महिमा क संग आपन सबही दूतन क संग आपन सानदार सिंहासने प बइठी 32 तउ संसार क सबहिं लोग ओकरे समन्वा ऍकट्ठ होइ जइहीं अउर एक दूसर क वइसे ही अलगाइ देइ, जइसे एक गड़रिया आपन बोकरियन स भेड़न क अलगाइ देत ह। 33 उ भेड़न क दाहिन कइँती अउर बकरियन क बाई कइँती राखी।
34 “फिन उ राजा, जउन ओकरे दाहिन अहइ, ओनसे कही, ‘मोरे परमपिता स असीस पाए मनइयो, आवा अउर जउन राज्य तोहरे बरे संसार क सृस्टि स पहिले तइयार कीन्ह ग अहइ, ओकर अधिकारी बनि जा। 35 इ राज्य तोहार अहइ काहेकि मइँ भुखान रह्यों अउ तू मोका कछू खाइके द्या, मइँ पिआसा रह्यों अउर तू मोका कछू पिअइ क दिहा। मइँ नगिचे स जात भवा अनजान रह्यों, अउर तू मोका भितरे लइ गया। 36 मइँ बेवस्तर रह्यों, तू मोका ओढ़ना पहिराया। मइँ बेरमिया रह्यों, अउर तू मोर सेवा किहा। मइँ गिरफ्तार रह्यों, अउन तू मोरे लगे आया।’
37 “फिन जवाबे मँ धर्मी मनई ओसे पुछिहइँ, ‘पर्भू, हम पचे तोहका कब भुखान लखा ह अउर खिआवा या पिआसा लखा अउर पिअइ क दिहा? 38 तोहका हम कब नगिचे स जात भवा अजनबी लखा अउर भितरे लइ गएन, या बेवस्तर के लखिके तोहका ओढ़ना पहिरावा? 39 अउ हम कब तोहका बेरमिया या गिरपतार लखा अउर तोहरे लगे आएन?’
40 “फिन राजा जवाबे मँ ओनसे कही, ‘मइँ तोहसे सच कहत हउँ जब कबहुँ तू मोर भोले भाले मनइयन मँ स कउनो एक बरे भी कछू किहा तउ उ तू मोरे बरे किहा।’
41 “फिन उ राजा आपन बाँई कइँती क मनइयन स कही, ‘अरे अभागे लोगो मोरे नगिचे स चला जा, अउ जउन आगी सइतान अउर ओकरे दूतन बरे तइयार कीन्ह गइ अहइ, उ अंनत आगी मँ जाइके कूद जा। 42 इहइ तोहार सजा अहइ काहेकि मइँ भुखान रह्यो पर तू मोका खाइके कछू नाहीं दिहा, 43 मइँ अनजान रहा पर तू मोका भितरे नाहीं लइ गया। मइँ बिन ओढ़ना क बेवस्तर रहा, पर तू मोका ओढ़ना नाहीं पहिराया। मइँ बेरमिया अउर गिरफ्तार रहा, पर तू मोरे कइँती धियान नाहीं दिया।’
44 “फिन उ सबइ भी जवाबे मँ ओसे पुछिहइँ, ‘पर्भू, हम तोहका भूखा या पिआसा या अनजान या बिना ओढ़ना क बेवस्तर या बेरमिया या गिरप्तार कब लखा अउर तोहार सेवा नाहीं कीन्ह?’
45 “फिन उ जवाबे मँ ओनसे कही, ‘मइँ तोहसे सच कहत हउँ जब कबहुँ तू मोर इन भोले भाले मनवइयन मँ स कउनो एक क बरे लापरवाही बरत्या अउर नाहीं किहा उ मोरे बरे भी कछू करइ मँ लापरवाही बरती।’
46 “फिन इ सबइ बुरे लोग अनन्त सजा पइही अउ धर्मी मनई अनन्त जीवन मँ चला जइहीं।”
एस्तेर महारानी बनाई गइ
2 आगे चलिके महाराजा छयर्स क किरोध सान्त भवा तउ ओका वसती अउर क वसती कार्य याद आवइ लागेन। वसती क बारे मँ उ जउन आदेस दिहे रहा, उ भी ओका याद आवा। 2 एकरे पाछे राजा क निजी सेवकन ओका एक ठु सुझाव दिहन। उ पचे कहेन, “राजा क बरे सुन्नर कुँवारी कन्यन क खोज करा। 3 हे राजा, तोहका अपने राज्ज क हर प्रान्त मँ नेतन क चुनाव कइर चाही। फुन ओन नेतन लोगन क चाही कि उ पचे सुन्नर कुवाँरी कन्याओं क सूसन क जिला महल मँ लइके आवइँ। उ पचे लड़िकयन राजा क हरम सरा मँ तोहर दूसरी मेहररुअन क संग रहब। उ पचे हेगे क देख-रेख मँ रखी जइही। हेगे महाराजा क हिजड़ा जउन कि ओन मेहररुअन क निगराँकार अहइ। फुन ओनका सुन्नरता क प्रसाधन दीन्ह जाइँ। 4 फुन उ लरकी जउन राजा क भावइ, वसती क जगह पइ राजा क नई महारानी बनाइ दीन्ह जाइ।” राजा क इ सुझाव बहोत अच्छा लगा। तउ उ एका अंगीकार कइ लिहस।
5 बिन्यामीन परिवार समूह क मोर्दकै नाउँ क एक ठु य़हूदी हुवा रहा करत रहा। मोर्दकै याईर क पूत रहा अउर याईर सिमी क पूत रहा अउर सिमी कीस क पूत रहा। सूसन क महल प्रान्त मँ रहत रहा। 6 ओहका यरुसलेम स बाबेल क राजा नबूकदनेस्सर बंन्दी बनाइके लइ गवा रहा। उ यहूदा क राजा यकोन्याह क संग उ दल मँ रहा, जेका बंदी बनाइ लीन्ह गवा रहा। 7 मोर्दकै क हदस्सा नाउँ क एक चचेरी बहिन रही। उ अनाथ रही। न ओकरे बाप रहा, न महतारी। तउ मोर्दकै ओकर धियान रखत रहा। मोर्दकै ओकरे महतारी बाप क मइर क पाछे ओका अपनी बिटिया क रुप मँ गोद लइ लिहे रहा। हदस्सा क नाउँ एस्तेर भी रहा। एस्तेर क मुहँ अउ ओकरे तने क बनावट बहोत सुन्नर रही।
8 जब राजा क आदेस सुनावा गवा, तउ सूसन क जिला महल मँ बहोत स जवान मेहररुअन क लिआवा गवा। ओन जावान मेहररुअन क हेगेक देख-रेख मँ रख दीन्ह गवा। एस्तेर एनही जवान मेहररुअन मँ स एक रही। एस्तेर क राजा क महल मँ लइ जाइके हेगे क देख-रेख मँ रख दीन्ह गवा रहा। हेगे मेहररुअन क महल क निगराँकार रहा। 9 हेगे क एस्तेर बहोत अच्छी लगी। उ ओकर मनपसंद बन गइ। हेगे हाली ही सुन्नरता क उपचार अउ जरुरी भोजन ओका दिहस। हेगे राजा क महल स सात दासियन चुनेस अउ ओनका एस्तेर क दइ दिहस। अउर एकरे पाछे हेगे एस्तेर अउ ओकर सातहुँ दासियन क जहाँ राजघराने क मेहररुअन रहा करत रहिन। 10 एस्तेर इ बात कउनो क नाही बताएस कि उ एक यहूदी अइह। काहेकि मोर्दक ओका मना कइ दिहे रहा, एह बरे उ अपने परिवार क पृस्ठभूमि क बारे मँ कउनो क कछु नाही बाताएस। 11 मोर्दकै जहाँ रनवास क मेहररुअन रहा करत रहिन, हुवाँ आसपास अउर आगे पाछे धूमा करत रहा। उ इ पता लगावइ चाहत रहा कि एस्तेर कइसी अहइ अउर ओकरे संग का कछु घटत अहइ? एह बरे उ अइसा करत रहा।
12 एहसे पहिले कि राजा छयर्स क लगे जाइ क बरे कउनो लड़की क बारी आवत, ओका इ सब करइ क पड़त रहा। बारह महीने तलक ओका सुन्नरता उपचार करइ पड़त रहा यानी छ: महीने तलक ओका गंधरस क तेल लगावा जात अउर छ: महीने तलक सुगंधित द्रव्य अउर तरह-तरह क प्रसाधन सामग्रियन क उपयोग करइ होत रहा। 13 रीति क अनुसार जब कउनो जवान लड़की राजा क लगे जाइ ओनका उ सबहिं दीन्ह जात ह जेका उ मेहरारु महल स राजा क महल मं लेइ जात चाहत ह। 14 साँझ क समइ उ लड़की राजा क महल मं जात अउर भिंसारे दूसर मेहरारु क महल मं उ लउटि आवत। फुन ओका सासगज नाउँ क मनई क देखरेख मं मँ रख दीन्ह जात। सासगज राजा क हिजड़ा रहा जउन राजा क रखैलन क अधिकारी रहा। यदि राजा ओहसे खुस न होता, तउ उ लड़की फुन कबहुँ राजा क लगे न जात। अउर जदि राजा ओहेसे खुस होत तउ ओका राजा नाउँ लइक वापस बोलावत।
15 जब एस्तेर क राजा क लगइ जाइ क बारी आइ, तउ उ कछू नाही पूछेस। उ राजा क हिजड़ा, हेगेस, जउन हेगे रनवास क आधिकारी रहा, बस उहइ लिहेस जउन हेगे ओका आपन संग लेइ क कहेस। (एस्तेर उ लड़की रही जेका मोर्दकै गोद लइ लिहे रहा अउर जउन ओकरे चाचा अबीहैल क बिटिया रही।) एस्तेर क जउन कछू भी लखत, ओका पसंद करत रहा। 16 तउ एस्तेर क महाराजा छयर्स क महल मं लइ जावा गवा। इ उ समइ भवा जब ओकरे राज्जकाल क सताएँ बरिस क तेबेत नाउँ क दसवाँ महीना चलत रहा।
17 राजा एस्तेर कउनो भी अउर लरकी स जियादा पिरेम किहस अउर उ ओकर कृपा पाएस। कउनो भी दुसर लरकी स जियादा, राजा क उ भाइ गइ। तउ राजा छयर्स एस्तेर क मूँड़ि पइ मुकुट पहिराइके वसती क जगह पइ नई महारनी बनाइ लिहस। 18 तब राजा एस्तेर क बरे एक बहोत बड़का भोज दिहस। इ भोज ओकरे महत्वपूर्ण मनइयन अउर मुखिया लोगन क बरे रही। उ सबहिं प्रान्तन मँ छुट्टी क घोसणा कइ दिहस। लोगन क ओकरे साही सम्पति क अनुसार उपहार दिहेस।
मोर्दकै क एक बहोत बुरी योजना क पता चला
19 मोर्दकै उ समइ राजदुआर क निअरे ही बइठा रहा, जब दुसरी दाई लरकियन क एकट्ठा कीन्ह गवा रहा। 20 एस्तेर भी अबहुँ भी इ रहस्य क छुपाए भए रही कि उ एक यहूदी रही। अपने परिवार क पृस्ठभूमि क बारे मं उ कउनो क कछू नाही बताए रही, काहेकि मोर्दकै ओका अइसा कइर स रोक दिहे रहा। उ मोर्दकै क आग्या क अब भी वइसे पालन करत रही, जइसे किहे, करत रही, जब उ मोर्दकै क देख-रेख मँ रही।
21 उहइ समइ जब मोर्दक राजदुआर क निअरे बइठा करत रहा, इ घटना घटी: राजा क दुइ अधिकारियन बिकतान अउर तेरेस जउन साही दुआर क रच्छा करत रहेन, उ पचे राजा पइ बहोत कोहाई गएन अउर ओकर हत्या कइर क जोजना बनाएन। 22 मोर्दकै क उ सड्यंत्र क पता चल गवा अउर उ ओका महारानी एस्तेर क बताइ दिहस। फुन महारानी एस्तेर ओका राजा स कहि दिहस। उ राजा क इ भी बताइ दिहस कि मोर्दकै ही उ मनई अइह, जउन इ सड्यंत्र क पता चलाएस ह। 23 एकरे पाछे उ सूचना क जाँच कीन्ह गइ अउर इ पता चला कि मोर्दकै क सूचना सही रही अउर उ दुइ पहरेदारन क जउन राजा क मार डावइ क सड्यंत्र बनाए रहेन, एक ठु खम्भे पइ लटकाइ दीन्ह गवा। राजा क सामने ही इ सबहीं बातन राजा क इतिहास क पुस्तक मँ लिख दीन्ह गइन।
पौलुस कैसर स निआव चाहत ह
25 फेस्तुस जब उ प्रदेस मॅ राज्यपाल होइ गवा अउर तीन दिना पाछे उ कैसरिया स यरुसलेम क रवाना होइ गवा। 2 हुवाँ मुख्ययाजकन अउर यहूदियन क मुखिया लोग पौलुस क खिलाफ लगावा गवा जुर्म ओकरे समन्वा रखेन अउर ओसे पराथना किहेन 3 कि उ पौलुस क यरुसलेम पठवाइके ओनकइ पच्छ लेइ। (उ पचे रस्त मँ ही ओका मारि डावइ क कुचाल बनाए रहेन।) 4 फेस्तुस जवाब दिहेस कि “पौलुस कैसरिया मँ बंदि अहइ अउर उ ज्लदी ही हुवाँ पहोंचइवाला बाटइ।” उ कहेस, 5 “तू आपन कछू मुखिया लोगन क मोरे संग पठइ द्या अउर जदि उ मनई अपराध किहे बा तउ उ पचे हुवाँ मोह प जुर्म लगावइ।”
6 ओनके संग कछू आठ दस दिन बाताइके फेस्तुस कैसरिया चला गवा। अगले ही दिन अदालत मँ निआव क आसन प बैठिके उ आदेस दिहेस कि पौलुस क पेस कीन्ह जाइ। 7 जब उ पेस भवा तउ यरूसलेम स आए भएन यहूदी लोग ओका घेरिके खड़ा होइ गएन। उ पचे ओह प बहुतेरे भारी दोख लगाएन मुला उ पचे ओके सिद्ध नाहीं कइ सकेन। 8 पौलुस खुद आपन बचाव करत भवा कहेस, “मइँ न तउ यहूदियन क व्यवस्था क खिलाफ कउनो करम किहेउँ ह, न ही मंदिर क खिलाफ अउर न ही कैसर क खिलाफ।”
9 मुला काहेकि फेस्तुस यहूदी लोगन क खुस करइ चाहत रहा, जवाब मँ उ पौलुस स कहेस, “तउ का तू यरूसलेम जाइ चाहत ह ताकि मइँ हुवाँ तोह पइ लगावा गवा जुर्म क निआवा कइ सकउँ?”
10 पौलुस कहेस, “इ समइ मइँ कैसर क अदालत क समन्वा खड़ा हउँ। मोर निआव हिअँइ कीन्ह जाइ चाही। मइँ यहूदियन क संग कछू बुराई नाहीं किहे अही, ऍका तू भी बहोत अच्छी तरह जानत ह। 11 यदि मइँ कउनो अपराधे क दोखी अहउँ अउर मइँ कछू अइसा स किहे हउँ, जेकर सजा मउत अहइ, तउ मइँ मरइ स बचब न चाहब, मुला जउन लोग मोह प जउन जुर्म लगावत अहइँ, ओहमाँ स कउनो सच नाहीं बा। तउ मोका कउनो भी ऍनका नाहीं सौंपिर सकत। इहइ कैसर स मोर पराथना अहइ।”
12 आपन परिसद स राय लिहे क पाछे फेस्तुस ओका जवाब दिहेस, “तू कैसर स फिन बिचार बरे पराथना किहा ह, यह बरे तोहका कैसर क समन्वा ही लइ लीन्ह जाइ।”
पौलुस क हेरोदेस अग्रिप्पा क समन्वा पेसी
13 कछू दिन पाछे राजा अग्रिपा अउर बिरनीके फेस्तुस क सुआगत करइ कैसरिया आएन। 14 जब उ पचे हुवाँ कई दिन बिताइ चुकेन तउ फेस्तुस राजा क समन्वा मुकदमा क इ तरह समझाएस, “हिआँ एक अइसा मनई अहइ जेका फेलिक्स बंदी क रूप मँ छोड़ गवा रहा। 15 जब मइँ यरुसलेम मँ रहेउँ, मुख्ययाजक अउर बुजुर्ग यहहूदी नेतन ओकरे खिलाफ मुकदमा दर्ज किहेन अउर माँग किहे रहेन कि ओका समा दीन्ह जाइ। 16 मइँ ओनसे कहे रहेउँ, ‘रोमी मनइयन मँ अइसी रीति नाहीं कि कउनो मनइ क, जब तलक वादी प्रतिवादी क आमना समन्वा न कइ दीन्ह जाइ, अउर ओह प लगावा भएन जुर्म स ओका बचावइ क मौका न दइ दीन्ह जाइ। ओका सजा बरे, सौपा जाइ।’
17 “तउ उ सबइ मनइयन जब मोरे संग हिआँ आएन तउ मइँ बिना देर लगाए भए अगले दिना निआव क आसन पबइठिके उ मनई क पेस कीन्ह जाइके हुकुम दिहेस। 18 जब ओह पइ दोख लगावइ वालन बोलइ खड़ा भएन तउ उ पचे ओह पइ अइसा कउनो दोख नाहीं लगाएन जइसा कि मइँ सोचत रहेउँ। 19 बल्कि ओनकइ आपन धरम क कछू बातन पर भी अउर ईसू नाउँ क एक मनई प जउन मर चुका बा, ओनमाँ कछू बिचार मँ अलगौझा रहा। तउ भी पौलुस क दावा अहइ कि उ जिअत अहइ। 20 मइँ समुझ नाहीं पावत हउँ की इ बिसयन क छानबीन कइसे कीन्ह जाइ, यह बरे मइँ ओसे पूछेउँ कि का उ आपन इ जुर्मन क निआव करावइ बरे यरुसलेम जाइ क तइयार अहइ? 21 मुला पौलुस जब पराथना किहेस कि ओका सम्राट क बरे ही हुवाँ रखा जाइ, तउ मइँ हुकुम दिहेउँ, कि मइँ जब तलक ओका कैसर क लगे न पठइ देउँ, ओका हिअँइ रखा जाइ।”
22 ऍह पइ अग्रिप्पा फेस्तुस स कहेस, “इ मनई क सुनवाई मइँ खुद कहइ चाहत हउँ।”
फेस्तुस कहेस, “तू ओका भियान सुन लिहा।”
23 तउ भियान भए प राजा अग्रिप्पा अउर बिरनीके बड़ा सजधज क साथ आएन अउर उ पचे फऊजीनायकन अउर सहर क प्रमुख मनइयन क संग सभाभवन मँ घुसा। फेस्तुस हुकुम दिहेस अउर पौलुस क हुवाँ लइ आवा गया।
24 फिन फेस्तुस बोला, “महाराजा अग्रिप्पा अउर सज्जन लोगो जउन हीआँ अहा! तू पचे इ मनई क निहारत अहा जेकरे बारे मँ समूचा यहूदी समाज, यरूसलेम मँ अउर हिआँ, मोसे चिचिआइ चिचिआइके माँग करत अहइ कि ऍका अब अउर जिन्दा नाहीं रहइ देइ चाही। 25 मुला मइँ जाँच लिहेउँ ह कि इ अइसा कछू नाहीं किहेस ह कि ऍका मउत क सजा दीन्ह जाइ अउर काहेकि इ खुद सम्राट कैसर स फिन बिचार करइके पराथना किहेस ह कि यह बरे मइँ ऍका हुवाँ पठवइ क निर्णय लिहेउँ ह। 26 मुला ऍकरे बारे मँ सम्राट कैसर क लगे लिखिके पठवइ क मोरे लगे कउनो तय कीन्ह भइ बात नाहीं अहइ। मइँ ऍका यह बरे आप सबन क समन्वा, अउर खास रूप स हे महाराजा अग्रिप्पा, तोहरे समन्वा लइ आएउँ ह ताकि इ जाँच पड़ताल क पाछे लिखइ क मोरे लगे कछू होइ। 27 कछू भी होइ मोका कउनो बंदी क ओकर अभियाग पत्र बगैर तइयार किए हुआँ पठउब संगत नाहीं जान पड़त।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.