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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
उत्पत्ति 25

इब्राहीम क परिवार

25 इब्राहीम फुन बियाह किहस। ओकर नई मेहरारु क नाउँ कतूरा रहा। कतूरा जिम्रान, योच्छान, मिधान, मिदान यिसबाक अउ सूह क जन्म दिहेस। योच्छान, सबा अउ ददान क बाप रहा। ददान क संतानन अस्सूर, लुम्मी अउ लतूसी लोग रहेन। मिद्यान क पूत एपा, एपेर, हनोक, अबीदा अउ एल्दा रहेन। इ सबहि पूत इब्राहीम अउ कतूरा स पइदा भएन। 5-6 इब्राहीम मरइ स पहिले आपन मेहरारु नउकरन क पूतन क कछू भेंट दिहस। इब्राहीम पूतन क पूरब पठएस। उ ऍनका इसहाक स दूर पठएस। ऍकरे पाछे इब्राहीम आपन सबहि चीजन इसहाक क दइ दिहस।

इब्राहीम एक सौ पचहत्तर बरिस क उमर तलक जिअत रहा। इब्राहीम धीमे धीमे दुबराइ गवा अउ संतुट्ठ जीवन बिताइ क पाछे चल बसा। उ ल्म्बी भरपूर जिन्नगी बिताएस अउर ओका दफना दीन्ह गवा रहा। ओकर पूत इसहाक अउ इस्माएल ओका मकपेला क गुफा मँ दफनाएन। इ गुफा सोहर क पूतन एप्रोन क खेते मँ अहइ। इ मम्रे क पूरब मँ रही। 10 इ उहइ गुफा अहइ जेका इब्राहीम हित्ती लोगन स बेसहे रहा। इब्राहीम क ओकर मेहरारु सारा क लाग गाड़ा गवा। 11 इब्राहीम क मरइ क पाछे परमेस्सर इसहाक प कृपा किहेस अउ इसहाक बेर लहैरोई मँ रहत रहा।

12 इस्माएल क परिवार क इ सूची अहइ। इस्माएल इब्राहीम अउ हाजिरा क पूत रहा। (हाजिरा सारा क मिस्र देस क दासी रही।) 13 इस्माएल क पूतन क इ सबइ नाउँ अहइँ पहिला पूत नबायोत रहा, तब केदार पइदा भवा, तब अदबेल, मिबसाम, 14 मिस्मा, दूमा, मस्सा, 15 हदद, तेमा, यतूर, नापीस अउ केदमा भएन। 16 इ सबइ इस्माएल क पूतन क नाउँ रहेन। हर एक पूत क आपन गाँव या सिबिर रहेन। आपन कबील क उपचे बारह राजकुमार रहेन। 17 इस्माएल एक सौ सैंतीस बरिस जिअत रहा। तबहीं उ मर गवा अउ दफना दीन्ह गवा रहा। 18 इस्माएल क सन्तानन हवीला स लइके सूर क लगे मिस्र क चौहद्दी अउ ओसे भी आगे अस्सूर क किनारे तलक, बसे रहेन अउ आपन रस्तेदारन पइ हमला करत रहेन।

इसहाक क परिवार

19 इ इसहाक क कहानी बाटइ। इब्राहीम क एक पूत इसहाक रहा। 20 जब इसहाक चालीस बरिस क रहा तब उ रिबका स बियाइ किहस। रिबका पद्दनराम क रहइवाली रही। उ अरामी बतूएल क बिटिया रही अउ लाबान क बहिन रही। 21 इसहाक क बसही बच्चा नाही पइदा कइ सकी। ऍह बरे इसहाक यहोवा स आपन मेहरारु बरे पराथना किहस। यहोवा इसहाक क बिनती सुनेस अउ यहोवा रिबका क गरभ धारण करइ दिहस।

22 जब रिबका गरभ धारण किहे रही तब ओकरे गर्भ मँ बच्चे एक दूसर क संग धक्का धक्‌की करत रहेन। रिबका यहोवा स पराथना किहेस, अउ बोली, “मोरे संग अइसा काहे होत अहइ।” 23 यहोवा कहेस,

“तोहरे गर्भ मँ दुइ रास्ट्र अहइँ।
    दुइ परिवारन क राजा तोहसे पइदा होइहीं
    अउ उ पचे अलगाइ जइही।
एक पूत दूसर स बलवान होइ।
    बड़का पूत छोटके पूत क सेवा करी।”

24 अउर जब टेम पूरा भवा तउ रिबका जुड़ौधा लरिकन क जन्मेस। 25 पहिला लरिका लाल भवा। ओकर खाल रोवाँदार ओढ़ना क नाईं रही। ऍह बरे ओकर नाउँ एसाव पड़ा। 26 जब दूसर लरिका पइदा भवा, उ एसाव क एँड़ी क मजबूती स धरे रहा। ऍह बरे उ लरिका क नाउँ याकूब पड़ा। इसहाक क उमिर उ टेम साठ बरिस क रही। जब याकूब अउ एसाव पइदा भएन।

27 लरिकन बड़ा भएन। एसाव एक होसियार सिकारी भवा। उ मइदानन मँ रहब पसन्द करइ लाग। मुला याकूब सान्त रहा। उ आपन तम्बू मँ रहत रहा। 28 इसहाक एसाव क पिआर करत रहा। उ ओन जनावरन क खाब पसन्द करत रहा जेका एसाव मारि क लइ आवत रहा। मुला रिबका याकूब क पिआर करत रही।

29 एक दाईं एसाव सिकार स लउटा। उ भूख स थका अउ कमजोर होइ गवा रहा। याकूब कछू दाल पकावत रहा। 30 इ कारण एसाव याकूब स कहेस, “मइँ भूख स कमजोर होत अहउँ। तू उ लाल दाल मँ स कछू मोका द्या।” (इहइ कारण अहइ कि लोग ओका एदोम कहत हीं।)

31 मुला याकूब कहेस, “तोहका पहिलौठी होइ क आधिकार मोका आज बेचइ करइ क होइ।”

32 एसाव कहेस, “मइँ भूख स मरा जात अहउँ। अगर मइँ मरि जात अहउँ तउ मोरे बाप क सब धन मोर मदद नाही कर पाइ। ऍह बरे तोहका मइँ आपन हींसा देब।”

33 मुला याकूब कहेस, “पहिले बचन द्या कि तू इ मोका देब्या।” ऍह बरे एसाव याकूब क बचन दिहस। एसाव आपन पिता क धन क आपन हीसां याकूब क बेच दिहस। 34 तब याकूब एसाव क रोटी अउ भोजन दिहस। एसाव खाएस, पिएस अउ तब चला गवा। इ तरह एसाव इ देखॅाएस कि उ पहिलौटा होइ क आपन आधिकार क परवाह नाही किहेस।

मत्ती 24

ईसू मंदिरे क बिनास क भविस्सबाणी किहेस

(मरकुस 13:1-31; लूका 21:5-33)

24 मंदिर क छोड़िके ईसू जब हुवाँ स होइके जात रहा तउ ओकर चेलन ओका मँदिर क इमारत देखॉवइ ओकरे लगे आएन। एह प ईसू ओनसे कहेस, “तू पचे इ इमारतन क सोझ खड़ी देखत अहा? मइँ तोहका सच सच कहत हउँ, हिआँ तलक एक पाथर प दूसर पाथर टिक नाहीं पाई। एक एक गिराइ दीन्ह जाई।”

ईसू जब जैतून पहाड़ प बइठा रहा तउ अकेल्ले मँ ओकर चेलन लगे आएन अउर बोलेन, “हमका बतावा इ कब होई? जब तू लउटि अउब्या अउर इ संसारे क अंत होई तउ कइसे संकेत परगट होइहीं?”

जवाबे मँ ईसू ओनसे कहेस, “होसियार! तू पचन क कउनो भरमाइ न पावइ। मइँ इ यह बरे कहत हउँ कि अइसे बहोतन अहइँ जउन मोरे नाउँ स अइहीं अउर कइहीं, ‘मइँ मसीह हउँ’ अउर उ सबइ बहोतन क भरमइहीं। तू सबइ नगीचे क जुद्ध क बातन या दूरि क जुद्ध क अफवाह सुनब्या पर देखा तू घबराया जिन। अइसा तउ होइ मुला अबहिं अंत नाहीं आवा अहइ। हर रास्ट्र दूसर रास्ट्र क खिलाफ अउर एक राज्य दूसर राज्य क खिलाफ खड़ा होई। अकाल पड़ी। हर कतहूँ भुँइडोल आई। मुला इ सब बातन उहइ तरह अहइ जइसे नया पइदा होय क पहले की सुरुआती पीडा।

“उ समइ उ पचे तोहका सजा देवॉवइ बरे पकड़वइहीं अउर उ पचे तोहका मरवाइ देइहीं। काहेकि तू सबइ मोर चेलन अहा। सबहिं रास्ट्र क लोग तोहसे घिना करिहीं। 10 उ समइ बहोत मनइयन क मोह टूटी जाई अउर ओहहि समइ बहुत स बिसवासियन क बिसवास डिग जाई। उ पचे एक दूसर क अधिकारियन क हाथे मँ दइ देइहीं अउ आपस मँ घिना करिहीं। 11 बहोत स झूठे नबियन खड़ा होइ जइहीं, अउर मनइयन क ठगिहीं। 12 काहेकि बुराई क बाढ़ आइ जाए स पिरेम घटि जाई। 13 मुला जउन अंत तक टिका रही ओकर उद्धार होई। 14 सरगे क राज्य क इ सुसमाचार समूचे संसार मँ साच्छी रूप मँ प्रचार कीन्ह जाई। ऍसे सब राजन क साच्छी रही अउर तबहीं अंत होइ जाई।

15 “एह बरे जबहिं तू लोग ‘खौफनाक बिनास करइवाली चीज’[a] क पवित्तर स्थान प खड़ा होइके देखा, जेकरे बारे मँ दानिय्येल नबी बताएन ह, (पढ़इया खुद समुझ जाई कि एकर अरथ का बाएइ।) 16 तब जउन मनई यहूदिया मँ होइँ, ओनका पहाड़े प भाग जाइ चाही। 17 जउन आपन घरे क छत प होईं, उ घरवा स बाहेर कछू भी लइ जाइके तर खाले न आवइँ। 18 अउ जउन बाहेर खेतन मँ काम करत होइँ, उ पाछे मुड़िके आपन ओढ़ना तक न लेइँ।

19 “ओन स्त्रियन बरे जेकरे कोखे मँ गरभ होइ या जेकर लरिकन दूध पिअत होइँ, उ दिनन कस्टे क होइहीं। 20 पराथना करा कि तोहका जाड़े क दिनन मँ या सबित क दिन पराइ क न पड़इ। 21 उ दिनन मँ अइसी बिपत आई जइसी जबते परमेस्सर सृस्टि रचेस ह, आजु तक कबहुँ नाहीं आइ अउ न कबहुँ आई।

22 “अउर जदि परमेस्सर उ दिनन क घटावइ क पक्का इरादा न कइ लिहे होत तउ कउनो भी न बच पावत किन्तु चुना भएन क कारण उ दिनन मँ कमती कइ देइ।

23 “उ दिनन मँ जदि कउनो तू पचन स कहइ, देखा, इ रहा मसीह या उ राह मसीह। तउ ओकर बिसवास जिन किहा। 24 मइँ इ कहत हउँ काहेकि कपटी मसीह अउप कपटी नबी खड़ा होइहीं अउर अइसे अचरज कारजन देखइहीं अउर अद्भुत कारजन करिहइँ कि बन पड़इ तउ चुने भएन क भी चकमा दइ देइँ। 25 देखा, मइँ तोहका पहिले ही चेतावनी दइ चुका अहउँ।

26 “तउ जदि उ सबइ तोहसे कहइँ, ‘देखा, मसीह जंगल मँ बा!’ फन हुवाँ जिन जाया अउर जदि उ कहइँ, ‘देखा उ पचे कोठरी मँ छुपा बाटइ!’ तउ ओनकइ बिसवास जिन कर्‌या। 27 मइँ इ कहत हउँ काहेकि जइसे बिजुली पुरब मँ सुरू होइके पच्छिम क अकासे तक चमक जात इ वइसे ही मनई क पूत भी परगट होई। 28 जहाँ कहूँ ल्हास होई हुआँ गिद्ध एकट्ठा होइहीं।

29 “उ दिनन जउन मुसीबत पड़ी, ओकरे फउरन बाद:

‘सूरज करिया पड़ि जाई,
    चन्दा स चाँदनी न निकसी,
अकासे स तारा टुटिहीं,
    अउ अकास मँ आसमानी सक्ति झकझोर दीन्ह जइहीं।’[b]

30 “उ समइ मनई क पूत क आवइ क चीन्हा अकास मँ परगट होई। तबहिं भुइयाँ प सब जातिन क मनइयन फूटि फूटि क रोइहीं अउर उ सबइ मनई क पूत क सक्ती अउर महिमा क संग सरग क बदरन मँ परगट होत देखिहीं। 31 उ ऊँच सुर क तुरूही क संग आपन दूतन क पठइ। फिन उ पचे सरग क एक छोर स दूसर छोर तलक सब कहूँ स आपन चुना भवा मनइयन क ऍकट्ठा करी।

32 “अंजीरे क बृच्छ स उपदेस ल्या। जइसे ही ओकर टहनियन सुऋुवार होइ जात हीं अउर कोंपर फूटइ लागत हीं। तू लोग जान जात ह कि गर्मी आवइ क अहइ। 33 वइसे ही जब तू इ सब घटत देख्या तउ समुझ लिहा कि उ समइ नगिचे आइ ग बाटइ, मुला ठीक दुआर तलक। 34 मइँ तू लोगन्स सच कहत हउँ कि इ पीढ़ी क खतम होइ क पहिले इ सब बातन होइ जइहीं। 35 धरती अउर अकास तउ मिट सकत हीं मुला मोर बचन कबहुँ न मिटी।”

सिरिफ परमेस्सर जानत ह कि उ समइ कब आई

(मरकुस 13:32-37; लूका 17:26-30,34-36)

36 “उ दिना या घड़ी क बारे मँ कउनो कछू न जानत! न सरगे क दूतन अउर न खुद पूत। सिरिफ परमपिता जानत ह।

37 “जइसे नूह क दिना मँ भवा, वइसे ही मनई क पूत क अवाई भी होई। 38 वइसे ही जइसे मनई जल बाढ आवइ स पहिले क दिनन ताईं खात पिअत रहेन, बियाह सादी करावत रहेन जब तलक नूह नाउ प नाहीं चढ़ गवा। 39 ओनका तब ताईं कछू पता नाहीं लगि सका जब ताईं प्रलय नाहीं आइ गइ अउर ओन सबन क बहाइके नाहीं लइ गइ।

“मनई क पूत क अवाई भी अइसे ही होई। 40 उ समइ खेते मँ काम करत दुइ मनइयन मँ स एक क लइ लीन्ह जाई अउर एक क हुवँइ छोड़ि दीन्ह जाई। 41 चकरी पीसत दुइ स्त्रियन मँ एक क धइ लीन्ह जाई अउ एक हुवँइ पाछे छोड़ि दीन्ह जाई।

42 “तउ तू लोग होसियार रहा काहेकि तू नाहीं जनत्या कि तोहार स्वामी कब आई। 43 याद राखा अगर घरे क स्वामी जानत होत कि राति क कउनो घड़ी मँ चोर आइ जाई तउ उ जागत रहत अउर चोरे क आपन घरवा मँ सेंध नाही लगावइ देत। 44 एह बरे तू भी तइयार रहा काहेकि जब तू पचे सोच भी नाहीं रहब होब्या, मनई क पूत आइ जाई।

निक अउर खराब सेवक

(लूका 12:41-48)

45 “तब सोचा उ भरोसामंद अउ समझदार सेवक कउन बाटइ, जेका स्वामी आपन घरवा क सेवक क ऊपर ठीक समइ प ओनका खइया क देइ बरे लगाएस ह। 46 धन्य अहइ उ सेवक जेका ओकर स्वामी जब आवत ह तउ ओका दियाभया काज करत पावत ह। 47 मइँ तोहसे सच कहत हउँ उ स्वामी ओका आपन समूचे धन दौलत क अधिकारी बनाईं देई।

48 “दूसर कइँती सोचा एक ठु बुरा सेवक अहइ, जउन अपना मनवा मँ कहत ह मोर स्वामी बहोत दिना स लुटि क नाहीं आवत ह। 49 अइसे उ आपन संगी साथी सेवकन स मारपीट करइ लागत ह अउर सराबियन क संग खाब पिअब सुरू कइ देत ह। 50 तउ ओकर स्वामी अइसे दिन आइ जाई जउने दिन उ ओकरे अवाई क सोचत तलक नाहीं अउ जेकर ओका पत तलक नाहीं। 51 अउर ओकर स्वामी ओका बुरे ढंग स सजा देई अउर कपटियन क बीचउबीच ओकर ठउर ठहराई जहाँ लोग रोवत होइहीं अउर दँतवन क किड़किड़ावत रइहीं।

एस्तेर 1

महारानी वसती क जरिये राजा क आग्या क उल्लंघन

इ ओन दिनन क बात अहइ जब छयर्स नाउँ क राजा राज्ज किया करत रहा। भारत स लइक कुस क एक सौ सत्ताईस प्रान्तन पइ ओनकर राज्ज रहा। महाराजा छयर्स, सुसन नाउँ क नगरी, जउन राजधानी भवा करत रही, मँ अपने सिहासन स ससान चलावा करत रहा।

अपने सासन क तीसरे बरिस मँ, छयर्स अपने अधिकारियन अउ मुखिया लोगन बरे एक भोज क प्रबंध किहेस। फारस, अउ मादै क फउज क मुखियन अउर दुसर महत्वपूर्ण मुखियन अउर प्रान्तीय अधिकारियन उ भोज मँ मौजुद रहेन। इ भोज ऐक सौ अस्सी दिन तलक चला। इ समइ क दौरन, महाराजा छयर्स अपने राज्ज क महान सम्पत्ति अउ आपनी महानता क भब्य सुन्लरता देखावत रहा। एकरे पाछे जब एक सौ अस्सी दिन क इ भोज समाप्त भवा, तउ महाराजा छयर्स एक ठु अउर भोज दिहेस जेहमाँ सुसा क जिला महल क सबहि लोगन साथ ही महत्वपूर्ण अउ बे-महत्वपूर्ण लोगन बोल गवा रहा। इ भोज सात दिन तलक चला। इ भोज क आयोजन महल क भितरी बगीचे मँ कीन्ह गवा रहा। भोज क जगह सफेद अउ नीले रंग क मलमल सूती कपड़न स सजावा ग रहा। इ बैगनी रंग की डोरियन स पकड़ा रहा। उ संगमर क खम्भन क बीच मँ चाँदी क छड़न दुआरा पर लटकत रहा। हुवाँ सोने अउ चाँदी क चौकियन रहिन। इ सबइ चौकियन लाल अउ सफेद रंग क अइसी स्फटिक क भूमितल मँ जुड़ी भई रहिन जेहमाँ संगमरमर, प्रकेलास, सीप अउर दूसर कीमती पाथर जड़े रहेन। सोने क पियालन मँ दाखरस परोसा गवा रहा। हर पियाला एक दूसरे स अलग रहा। महाराजा क ओकर महान सम्पत्ति क अनुसार दाखरस परोसा गवा रहा। महाराजा अपने सेवकन क आग्या दिहेस कि हर कउनो मेहमन क जेतना दाखरस उ चाहे ओतने दीन्ह जाइ।

राजा क महल मँ हा महारानी वसती भी महररुअन क एक ठु भोज दिहस।

10 भोज क सातएँ दिन, महारजा छयर्स दाखरस पिअइ क कारण मगन रहा। उ ओन सात हिजड़न क आग्या दिहस जउन ओकर सेवा किया करत रहेन। एन हिजड़न क नाउँ रहेन: गहूमान, बिजता, हबौना, बिगता, अबगता, जेतेर अउर कर्कस। महाराजा आपन सेवकन क आग्या किहेस 11 उ पचे राजमुकुट धारण किए भए महारानी वसती क ओकरे लगे लिआवइँ। उ चाहत रहा कि उ मुखिया लोगन अउर महत्वपूर्ण लोगन क अपनी सुन्दरता देखाइ काहेकि उ फुरइ बहोत सुन्नर रही।

12 मुला उ सेवकन जब राजा क आदेस क बात महारानी वसती स कहेन तउ उ हुवाँ जाइ स मना कइ दिहस। राजा बहोत कोहाइ गवा अउर ओहे पइ किरोध स जरइ लाग। 13-14 एह बरे महाराज इ ताज़ा घटना क बारे मँ अपने अनुभवी स बात किहेस। इ रीति रहा कि राजा अपन अनुभवी मनइयन स नेम अउ सज़ा क बारे सलाह लेत रहत रहेन। इ सबइ अनुभवी मनई महाराजा क बहोत निचेक रहेन। एनकर नाउँ रहेन: कर्सना, सेतार, अदमाता, तर्सीस, मेरेस, मर्सना अउर ममूकान। उ सबइ सातहुँ फारस अउर मादै क बहोत महत्वपूर्ण अधिकारी रहेन। एनके लगे राजा स मिलइ क बिसेस अधिकार रहा। उ पचे राज्ज मँ सबन त उच्च अधिकारी रहेन। 15 राजा ओन लोगन स पूछेस, “महारनी वसती क संग का कीन्ह जाइ? इ बारे मँ नेम का कहत ह? उ महाराजा छयर्स क मोर उ आग्या क मानइ स मना कइ दिहस जेका हिजड़न ओकरे लगे लइ गए रहेन।”

16 एइ पइ दुसर अधिकारियन क उपस्थिति मँ महाराजा स ममूकन कहेस, “महारानी वसती अपराध किहस ह। महारानी महाराजा क संग-संग सबहिं मुखिया लोगन अउर महाराजा छयर्स क सबहिं प्रदेसन क लोगन क बिरुद्ध अपराध किहेस ह। 17 मइँ अइसा एह बरे कहत हउँ कि दूसर मेहरुअन जउन महारानी वसती किहस ह, ओका जब सुनिहीं तउ उ पचे अपन भतारंन क आग्या मानब बंद कइ देइहीं, उ पचे अपने भतारन क स कहिहीं ‘महाराजा छयर्स महारानी वसती क अपन लगे लिआवइ क आग्या दिहे रहा किन्तु उ आवह मना कइ दिहस।’

18 “आनु फारस अउ मादै क मुखिया लोगन क मेहररुअन, रानी जउन किहे रही, सुनि लिहन ह अउर लखा अब उ सबइ मेहररुअन भी जउन कछू महारानी किहस ह, ओहसे प्रभावित होइहीं। उ सबइ मेहररुअन राजा लोगन क महत्वपूर्ण मुखिया लोगन क संग वइसा ही करिहीं अउर इ तरह बहोत जियादा अनादर अउर किरोध फइल जाइ।

19 “तउ जदि महाराजा क अच्छा लगइ तउ एक ठु सुझाव इ अहइ: महाराजा क एक राजग्या देइ चाही अउर ओका फारस अउ मादै क नेम मँ लिख दीन्ह जाइ चाही एह बरे इ नेम ना ही बदला जाइ सकत ह या नही संसोधन कीन्ह जाइ सकत। राजा क आग्या इ होइ चाही: महाराजा छयर्स क समन्वा रानी वसती अब कबहूँ न आवइ। साथ ही महाराजा क रानी क पद भी कउनो अइसी मेहरारु क दइ देइ चाही जउन ओहसे उत्तिम होइ। 20 फुन जब राजा क इ आग्या ओकरे बिसाल राज्ज क सबहिं हीसन मँ घोसित कीन्ह जाइ, तउ सबहिं मेहररुअन अपने भतारन क आदर करइ लगिहीं, चाहे ओकर भातरन महत्वपूर्ण लोग अहइ या न अहइ।”

21 इ सुझाव स महाराजा अउर ओकर बड़े-बड़े अधिकारी सबहीं खुस भएन। तउ महाराजा छयर्स वइसा ही किहस जइसा ममूकान सुझाए रहा। 22 महाराजा छयर्स अपने राज्ज क सबहीं प्रान्तन मँ पत्रन पठइ दिहस। हर प्रान्त मँ जउन पत्रन पठवा गवा, उ उहइ प्रान्त क लिपि मँ लिखा गवा रहा। हर जाति मँ उ ओकरे भाखा मँ पत्रन पठएस। उपचे पत्रन मँ हरेक व्यक्ति क भाखा मँ घोसना कीन्ह ग रहेन कि हरेक मनई क आपन पररिवार नियंत्रण रखइ क होइ।

प्रेरितन क काम 24

यहूदियन क जरिए पौलुस प मुकदमा

24 पाँच दिना पाछे महायाजक हनन्याह कछू बुजुर्ग यहूदी नेतन अउर तिरतुल्लुस नाउँ क एक वकील संग लइके कैसरिया आवा। उ पचे राज्यपाल क समन्वा पौलुस प जुर्म सिद्ध करइ आइ रहेन। फेलिक्स क समन्वा पौलुस क पेसी होए पइ मुकदमा क सुनवाई सुरू करत भवा।

तिरतुल्लुस बोला, “महासय, तोहरे कारण हम सांति स रहत अही तोहार दूरंदेस होइ स देस मँ बहोत जिआदा सूधार भएऩ ह। हे महामहिम फेलिक्स। हम बड़े एहसान क साथ ऍका हर तरह स हर कहूँ अंगीकार करित ह। तोहार अउर जिआदा समइ न लेत भए, मोर पराथना अहइ कि कृपा कइके आप थोड़े मँ हमका सुन लेइँ। बात इ अहइ कि इ मनई क हम एक उत्पाती क रूप मँ पाएउँ ह। सारी दुनिया क यहूदियन मँ इ दंगा भड़काएस ह। इ नासरी लोगन क पंथ क नेता अहइ। 6-8 इ मंदिर क अपवित्तर करइ क जतन किहेस ह। हम पचे ऍका यह बरे धरा ह। हम यह पइ जउन आरोप लगावत अही, ओन सबन क आप खुद ऍसे पूछि पछोरिके जान सकत ह।”[a] इ जुर्म मँ यहूदी भी सामिल होइ गएन। उ पचे जोर दइके कहत रहेन कि इ सब तथ्य फुरि अहइँ!

पौलुस राज्यपाल फेलिक्स क सामन्वा

10 फिन राज्यपाल जब पौलुस क बोलइ क इसारा किहेस तउ उ जवाब देत भवा कहेस, “तू बहोत दिना स इ देस क न्यायाधीस अहा। इ जानत भए मइँ खुसी क साथ आपन बचाव रखत अहउँ। 11 तू खुद इ जान सकत ह कि अबहिं आराधना बरे मोका यरुसलेम गए भए बस बारह दिन बीता बाटेन। 12 हुवाँ मंदिर मँ मोका न तउ कउनो क संग बहस करत भए पावा गवा अहइ अउर न ही आराधनालय या सहर मँ कतहूँ अउर मनइयन क दंगा बरे भड़कावत भवा 13 अउर तोहरे समन्वा जउन जुर्म इ सबइ मोह प लगावत अहइ ओनका सिद्ध नाहीं कइ सकत बाटेन।

14 “मुला मइँ तोहरे समन्वा इ बात क अंगीकार करत हउँ कि मइँ आपन पूर्वजन क परमेस्सर क आराधना ईसू के पंथ क मुताबिक करत हउँ, जेका इ पचे एक पंथ कहत हीं। मइँ हर उ बात मँ बिसवास करत हउँ जेका व्यवस्था बतावत ह अउर जउन नबी लोगन क किताबे मँ लिखी बाटइ। 15 अउर मइँ परमेस्सर मँ वइसेन ही भरोसा राखत हउँ जइसे खुद ई लोग धरत हीं कि धर्मी अउर विधर्मी दुइनउँ क ही फिन उत्थान होइ। 16 यह बरे मइँ भी परमेस्सर अउर मनइयन क समन्वा हमेसा आपन अन्तारात्मा क सुद्ध बनाए भए बरे जतन करत रहत हउँ।

17-18 “कइउ बरिस तलक यरुसलेम स दूर रहे क पाछे मइँ आपन रास्ट्र बरे उपहार लइके अपने मंदिर पर भेंट चढावइ बरे आएउँ ह। जब मइँ इ करत ही रहेउँ रहा उ पचे मोका मंदिर मँ पाएन, तब मँ बिधि क मुताबिक सुद्ध रहेउँ रहा न तउ हुवाँ भीड़ रही अउर न कउनो असांति। 19 एसिया स आए कछू यहूदी हुवाँ मौजूद रहेन। अगर मोरे खिलाफ ओनके लगे कछू अहइ तउ उ पचे तोहरे समन्वा हाजिर होइके मोह प जुर्म लगावइ चाही। 20 या इ लोग जउन हियाँ अहइँ उ सबइ बतावइँ कि जब मइँ यहूदी हमासभा क समन्वा खड़ा रहा, तब उ पचे मोहे मँ का खोट पाएन 21 सिवाय ऍकरे कि जब मइँ ओनकइ बीच मँ खड़ा रहा तब मइँ ऊँची अवाज मँ कहे रहा, ‘मरे भएऩ मँ स जी जाइ क बारे मँ आजु तोहरे जरिए मोर निआव कीन्ह जात अहइ।’”

22 फिन फेलिक्स, जउन इ ईसू के पंथ क पूरी जानकारी रखत रहा, मुकदमा क सुनवाई क आगे टारत भवा बोला, “जब सेनानायक लुसियास आइ, मइँ तबहिं तोहरे इ मुकदमे. प आपन फैसला देब।” 23 फिन उ फऊजी नायक क आदेस दिहेस कि तनिक छूट दइके पौलुस क पहरा क भीतर धरा जाइ अउर ओकरे मीतन क ओकर जरूजत पूरा करइ स न रोका जाइ।

पौलुस क फेलिक्स अउर ओकर स्त्रियन स बातचीत

24 कछू दिना पाछे फेलिक्स आपन पतनी द्रुसिल्ला क संग हुवाँ आवा। उ एक यहूदी स्त्री रही। फेलिक्स पौलुस क बोलवावइ पठएस अउर मसीह ईसू मँ बिसवास क बारे मँ ओसे सुनेस। 25 मुला जब पौलुस नेकी, खुद क संयम मँ राखइ अउर आवइवाला निआव क बारे मँ बोलत रहा तउ फेलिक्स डेराइ गवा अउर बोला, “इ समइ तू चला जा, मौका मिले प मइँ तोहका फिन बोलवाउब।” 26 अहइ समइया ओका इ आसा भी रहाई कि पौलुस ओका कछू धन देइ। यह बरे फेलिक्स पौलुस क बातचीत बरे अक्सर बोलवावइ बरे पठवत रहा।

27 दुइ बरिस अइसे ही बीति जाए क पाछे फेलिक्स क जगइ पुरखिउस फेस्तुस ग्रहण कइ लिहस। अउर काहेकि, फेलिक्स यहूदियन क खुस रखइ चाहत रहा, यह बरे उ पौलुस क जेल मँ ही रहइ दिहेस।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.