M’Cheyne Bible Reading Plan
इसहाक बरे मेहरारु
24 इब्राहीम बहोत बूढ़ा होइके भी जिअत रहा। यहोवा इब्राहीम क आसीर्बाद दिहेस अउ ओकरे हर एक काम क सफल होइ दिहेस। 2 इब्राहीम क एक सबन त पुरान नउकर रहा जउन इब्राहीम क जउन कछू रहा ओकर प्रबंधक रहा। इब्राहीम उ नउकर क बोलाएस अउ कहेस, “आपन हाथ मोरे जाँघे क नीचे धरा। 3 अब मइँ चाहत हउँ कि तू मोका एक बचन द्या। धरती अउ आकास क परमेस्सर यहोवा क समन्वा तू बचन द्या कि तू कनान क कउनो बिटिया स मोरे पूत क बियाह नाही होइ देब्या। हम पचे उ कनानियन क मध्य मँ रहित ह, मुला कनानी लड़की स ओकर बियाह न करइ द्या। 4 तू मोरे देस अउ मोरे आपन मनइयन मँ लउटिके जा। हुआँ मोर पूत इसहाक बरे एक दुलहिन हेरा।”
5 नउकर ओसे कहेस, “इ तउ होइ सकत ह कि उ दुलहिन मोरे संग इ देस मँ लौटब न चाहइ। तब, का मइँ तोहरे पूत क तोहरी जन्म भुमि मँ लइ जाऊँ?”
6 इब्राहीम ओसे कहेस, “नाही! तू हमरे पूत क उ देस मँ न लइ जा। 7 यहोवा, सरग क परमेस्सर मोका मोरी जन्म भूमि स हिआँ लिआवा। उ देस मोर बाप अउ परिवार क घर रहा। मुला यहोवा इ बचन दिहस कि इ नवा प्रदेस मोरे परिवार वालन क होइ। यहोवा आपन एक सरगदूत तोहरे समन्वा पठएस जेहसे तू मोरे पूत बरे दुलहिन चुनि सका। 8 मुला अगर बिटिया तोहरे संग आउब मना करइ तउ तू आपन बचन स छुटकारा पाइ जाब्या। मुला तू मोरे पूत क उ देस मँ वापिस जिन लइ जा।”
9 इ तरह नउकर आपन मालिक क जाँघे तरे आपन हाथ धइके बचन दिहेस।
खोज सुरु होत ह
10 नउकर इब्राहीम क दस ठु ऊँट लिहेस अउ उ जगह स उ चला गवा। नउकर कइउ तरह क सुन्नर भेंट आपन संग लइ गवा। उ नाहोर क सहर मेसोपोटामिया गवा। 11 उ सहर क बाहर क कुआँ प गवा। इ बात साँझ क भइ जब मेहररुअन पानी भरइ बाहेर आवति ही। नउकर हुवँइ ऊँटन क गोड़े क घुटना क बल बइठाएस।
12 नउकर कहेस, “हे यहोवा, तू मोर सुआमी इब्राहीम क परमेस्सर अहा। आज तू ओकरे पूत बरे मोका एक दुलहिन दिआवा। कृपा कइके मोर मालिक इब्राहीम प दाया करा। 13 मइँ हिआँ इ पानी क कुआँ क लगे ठाड़ अहउँ अउर पानी भरइ बरे सहर स बिटियन आवति अहइँ। 14 मइँ एक ठु खास चीन्हा क बाट जोहत अहउँ जेहसे मइँ जान सकउँ कि इसहाक बरे कउन सी बिटिया नीक होइ। इ विसेख चीन्हा अहइ। मइँ बिटिया स कहब कि ‘मेहरबानी कइके आपन गगरी क खाले धरइँ जेहसे मइँ पानी पी सकउँ।’ मइँ तब समझब कि इ नीक लड़की अहइ जब उ कही, ‘पिआ, अउर मइँ तोहरे ऊँटन बरे भी पानी देब।’ जदि अइसा होइ तउ तू साबित कइ देब्या कि इसहाक बरे इ बिटियन नीक बाटइ। मइँ बूझब कि तू मोरे सुआमी प कृपा किह्या ह।”
एक दुलहिन मिली
15 तब नउकर क पराथना पूरी होइ स पहिले ही रिबका नाउँ क एक लड़की इ नारा प आइ। रिबका बतूएल क बिटिया रही। (बतूएल इब्राहीम क भाई नाहोर अउ मिल्का क पूत रहा।) रिबका आपन काँधे प पानी क गगरी लइके नारा प आइ रही। 16 लड़की बहोत सुन्नर रही। उ कुआँरी रही। उ कउनो मनई क संग कबहु नाहीं सोइ रही। उ आपन कूँन्डा भरइ बरे नारा प आइ। 17 तब नउकर ओकरे नगिचे तलक दौड़िके आवा अउ बोला, “मेहरबानी कइके आपन कूँड़ा स पिअइ बरे तनिक पानी द्या।”
18 रिबका हाली हाली काँधे स कूँड़ा क खाले उतारेस अउ ओका पानी पिआएस। रिबका कहेस, “महासय, इ पिअइँ।” 19 जइसेन ही उ पिअइ बरे कछु पानी देब खतम किहेस। रिबका कहेस, “मइँ आप क ऊँटयन क भी पानी पिअइ बरे दइ सकत हउँ।” 20 ऍह बरे रिबका फउरन कूँन्डा क सब पानी ऊँटयन बरे बना भवा हउदा मँ उड़ेरेस। तब उ अउर पानी लइ आवइ बरे इनारा क दौड़ गइ अउ उ सब ऊँटियन क पानी पिआएस।
21 नउकर ओका चुपचाप धियान स लखेस। उ इ तय करइ चाहत रहा कि यहोवा साइद इ बात क मान लिहेस ह अउ ओकरी जात्रा क सुफल बनाइ दिहस ह। 22 जब ऊँटियन पानी पी लिहन तब उ रिबका क आधा सेकेल जोखिके एक ठु सोना क मुनरी दिहेस। उ ओका दुइ बाजूबंद भी दिहेस जउन जोखे मँ हर एक दस सेकेल रहेन। 23 नउकर पूछेस, “तोहार बाप कउन अहइ? का तोहरे बाप क घरे मँ ऍतनी जगह बाटइ कि हम पचन क रहइ अउ सोवइ क सरंजाम होइ सकइ?”
24 रिबका जवाब दिहेस, “मोर बाप बतूएल अहइँ जउन मिल्का अउ नाहोर क पूत अहइँ।” 25 तब उ कहेस, “अउर हा हम पचन क लगे तोहरे ऊँट बरे चारा बाटइ अउ तोहरे सोवइ बरे जगह अहइ।”
26 नउकर मूँड़ि निहुराएस अउ यहोवा क आराधना किहेस। 27 नउकर कहेस, “मोरे सुआमी इब्राहीम क परमेस्सर यहोवा क धन्न हो। यहोवा हमरे सुआमी प दयालु अहइ। यहोवा मोका आपन सुआमी क पूत बरे सही लड़की दिहे अहइ।”
28 तब रिबका दौड़ी अउ जउन कछू भवा रहा आपन परिवार क बताएस। 29-30 रिबका क एक भाई रहा। ओकर नाउँ लाबान रहा। रिबका ओका उ बातन क बताएस जउन ओसे उ मनई किहे रहा। लाबान ओकर बातन अनकत रहा। जब लाबान मुनरी अउ बहिनी क बाँहे प बाजूबन्द निहारेस तउ उ धाइके नारा प पहोंचा अउर हुआँ उ मनई नारा क लगे, ऊँटियन क बगल मँ ठाड़ रहा। 31 लाबान कहेस, “साहेब, आप पधारइँ आप क सुआगत अहइ। आप क हिआँ बाहेर खड़ा नाही रहब बाटइ। मइँ आपक ऊँटियन बरे एक जगह बनइ दीन्ह ह अउ आप सोवइ बरे एक ठु कमरा ठीक कइ दीन्ह ह।”
32 ऍह बरे इब्राहीम क नउकर लाबन क घर गवा। लाबान ऊँटन पइ स बोझ उतारइ मँ ओकर मदद किहस अउ ऊँटन क खाइ बरे चारा दिहस। तब लाबान पानी दिहस जेहसे उ मनई अउ ओकरे संग आए भएन दूसर नउकरन आपन गोड़ पखारि सकइँ। 33 तब लाबान ओका खाइ बरे दिहस। मुला नउकर खइया क खइ स मना कइ दिहस। उ कहेस, “मइँ तब तलक भोजन न करब जब तलक मइँ इ नाही बताइ देउँ कि मइँ हिआँ काहे बरे आवा अहउँ।”
ऍह बरे लाबान कहेस, “तब हम पचन क बतावा।”
रिबका इसहाक क मेहरारु बनी
34 नउकर कहेस, “मइँ इब्राहीम क नउकर अहउँ। 35 यहोवा हमरे सुआमी प हर एक जगह कृपा किहेस ह। मोर मालिक महान मनई होइ ग अहइँ। यहोवा इब्राहीम क कइउ भेड़िन क झुण्ड अउ गोरुअन क झुण्ड दिहे अहइ। इब्राहीम क लगे ढेरि क सोना, चाँदी अउ नउकर अहइँ। इब्राहीम क लगे बहोत स ऊँट अउ गदहा अहइँ। 36 सारा, मोर सुआमी क पत्नी अहइ। जब उ बहोतइ बुढ़ाइ गइ उ एक पूत क जन्म दिहेस अउ हमार सुआमी आपन सब कछू उ पूत क दइ दिहस ह। 37 मोर सुआमी मोका एक बचन देइ बरे बेबस किहस। मोर सुआमी मोसे कहेस, ‘तू मोरे पूत क कनान क लरिकी स कउनो भी तरह बियाह नाहीं करइ देब्या। हम पचे ओनके बीच रहित ह मुला मइँ नाहीं चाहित कि उ कउनो कनानी लरिकी स बियाह करइ। 38 ऍह बरे तोहका बचन देइ क होइ कि तू मोरे बाप क देस जाब्या। मोरे परिवार मँ जा अउ मोरे पूत बरे एक ठु दुलहिन चुना।’ 39 मइँ आपन सुआमी स कहेउँ, ‘इ होइ सकत ह कि उ दुलहिन मोरे संग इ देस मँ आवइ स इन्कार करेस।’ 40 मुला मोर मालिक कहेस, ‘मइँ यहोवा क सेवा करत हउँ अउ यहोवा तोहरे संग आपन सरगदूत पठई अउ तोहर मदद करी। तोहका हुआँ मोरे आपन लोगन मँ स मोरे पूत बरे एक दुलहिन मिली। 41 मुला जदि तू मोरे पिता क देस जात ह अउर उ पचे मोरे पूत बरे एक ठु दुलहिन देब मना करत हीं तउ तोहका इ बचन स छुटकारा मिलि जाइ।’
42 “आजु मइँ इ नारा प आवा हउँ अउर मइँ कहेउँ ह, ‘हे यहोवा मोर सुआमी क परमेस्सर कृपा कइके मोर जात्रा सुफल बनावा। 43 मइँ हिआँ नारा क लगे रुकब अउ पानी भरइ बरे आवइ वाली नवखिल मेहरारु क जोहब। तब मइँ कहब, “कृपा कइके आप आपन कूँड़ा स पिअइ बरे पानी द्या।” 44 नीक बिटिया ही खास तरह स जवाब देइ। उ कही, “इ पानी पिआ अउ मइँ तोहरे ऊँटियन बरे पानी लावत अहउँ।” इ तरह मइँ जानब कि इ उहइ मेहरारु अहइ जेका यहोवा मोर सुआमी क पूत बरे चुने अहइ।’
45 “मोर पराथना पूरी होइ क पहिले ही रिबका नारा प पानी भरइ आइ। पानी क कूँन्डा उ आपन काँधे प लइके धरे रही। उ नारा तलक गइ अउ उ पानी भरेस। मइँ एहसे कहेउँ, ‘कृपा कइके मोका तनिक पानी द्या।’ 46 उ फउरन काँधे स कूँड़ा क निहुराएस अउ मोरे बरे पानी उड़ेरेस अउ कहेस, ‘इ पिअइँ अउ मइँ आप क ऊँटियन बरे पानी लिआउब।’ ऍह बरे मइँ पानी पिएउँ अउ आपन ऊँटन क भी पानी पियाएउँ। 47 तब मइँ एहसे पूछेउँ, ‘तोहार पिता कउन अहइँ?’ इ जवाब दिहस, ‘मोर पिता बतूएल अहइ। मोरे पिता क महतारी-बाप मिल्का अउ नाहोर अहइँ।’ तब्बइ मइँ ऍका मुनरी अउ बाँहे बरे बाजूबन्द दिहेउँ ह। 48 उ टेम मइँ आपन मूँड़ी निहुराएउँ अउ यहोवा क धन्न कहेउँ। मइँ आपन सुआमी इब्राहीम क परमेस्सर यहोवा क प्रसंसा किहा। मइँ ओका धन्न कहेउँ काहेकि उ सोझेइ मोरे सुआमी क भाई क नतिनी तलक मोका पहोंचाएस। 49 अब बतावा कि तू का करब्या? का तू मोरे सुआमी प दयालु अउ स्वामिभकत होब्या अउ आपन बिटिया ओका देब्या? या तू आपन बिटिया देब मना करब्या? मोका बतावा, जेहसे, मइँ इ समुझ सकउँ कि मोका का करइ क बाटइ।”
50 तब लाबान अउ बतूएल जवाब दिहन, “हम पचे इ लखत अही कि इ यहोवा कइँती स बाटइ। ऍका हम सबइ टारि नाही सकित। 51 रिबका तोहार अहइ। ओका ल्या अउ जा। आपन सुआमी क पूत स एका बियाह करइ द्या। इहइ अहइ जेका यहोवा चाहत ह।”
52 इब्राहीम क नउकर सुनेस अउ उ यहोवा क समन्वा भुइँया प निहुरा। 53 तब उ रिबका क उ सबइ भेंट दिहस जउन उ संग लिआवा रहा। उ रिबका क सोना अउ चाँदी क गहना अउ बहोत स सुन्नर ओढ़ना दिहस। उ, ओकरे भाई अउ महतारी क कीमती भेंट दिहस। 54 नउकर अउ ओकरे संग क मनई हुआँ ठहरेन अउ खाएन अउर पिएन। उ पचे हुआँ राति भइ ठहरेन। उ पचे दूसर दिन भिन्सारे उठेन अउ बोलेन “अब हम आपन मालिक क लगे जाब।”
55 रिबका क महतारी अउ भाई कहेन, “रिबका क हम लोगन क लगे कछू दिन अउ ठहरइ द्या। ओका दस दिन तलक हमरे संग ठहरइ द्या। ऍकरे पाछे उ जाइ सकत ह।”
56 मुला नउकर ओनसे कहेस, “यहोवा मोर जात्रा सफल किहेस ह। अब मोसे जिन जोहावा। मोका आपन मालिक क लगे लौटि जाइ द्या।”
57 रिबका क भाई अउ महतारी कहेन, “हम पचे रिबका क बोलाउब अ ओसे पूछब कि उ का चाहत ह?” 58 उ पचे रिबका क बोलाएन अउ ओसे कहेन, “का तू इ मनई क संग अबहि जाइ चाहत अहा?”
रिबका कहेस, “हा, मइँ जाब!”
59 ऍह बरे उ पचे रिबका क इब्राहीम क नउकर अउ ओकरे संगी लोगन क साथे जाइ दिहन। रिबका क धाई भी ओनके संग गइ। 60 जब उ जाइ लाग अउ उ पचे रिबका स बोलेन,
“हमार बहिनी, तू लाखन मनइयन क
महतारी बना
अउ तोहार संतान आपन दुस्मनन क हरावइँ
अउ ओनके सहरन क हड़प लेइँ।”
61 तब रिबका अउ धाई ऊँट प सवार भइन अउ नउकर अउ ओकरे संगी लोगन क पाछे चलइ लागिन। इ तरह नउकर रिबका क संग लिहस अउ घरे लउटइ बरे जात्रा सुरु किहस।
62 इ टेम इसहाक बेर लहैरोई क तजि दिहे रहा अउ नेगेव मँ रहइ लगा। 63 एक संझा क इसहाक मइदान मँ टहरत रहा। इसहाक नजर दउड़ाएस अउ बहोत दूर स ऊँटन क आवत लखेस।
64 रिबका लखेस अउ इसहाक क निहारेस। तब उ ऊँट स कूदि पड़ी। 65 उ नउकर स पूछेस, “हम मनइयन स मिलइ बरे खेतन मँ टहरत उ मनई कौन अहइ?”
नउकर कहेस, “इ मोरे सुआमी क पूत अहइ।” ऍह बरे रिबका आपन मुँह क पर्दा मँ छिपाइ लिहस।
66 नउकर इसहाक क उ सबइ बातन क बताएस जउन घटि गइ रहिन। 67 तब इसहाक बिटिया क आपन महतारी क तम्बू मँ लिआवा। उहइ दिन रिबका इसहाक क मेहरारु होइ गइ। इसहाक ओसे बहोत पिआर करत रहा। ऍह बरे इसहाक क आपन महतारी क मउन क पाछे भी धीरज अउ दिलासा मिली।
ईसू यहूदी धरम नेतन क नुक्ताचीनी किहेस
(मरकुस 12:38-40; लूका 11:37-52; 20:45-47)
23 ईसू फिन आपन चेलन अउर भीड़ स कहेस। 2 उ कहेस, “धरम सास्तिरियन अउर फरीसियन मूसा क व्यवस्था क अरथ बतावइ क हकदार अहइँ। 3 एह बरे जउन कछू उ सबइ कहइँ ओह प चलत रहा अउर ओनका मानके करत रहा। मइँ इ कहत हउँ काहेकि उ पचे बस कहत रहत हीं मुला करतेन नाहीं। 4 उ पचे मनई क काँधे प एतना बोझा लादि देत हीं कि उ सबइ ओका उठाइके चल न सकइँ अउर लोगन्प दबाव डारत हीं कि ओका लइके चलइँ। मुला उ सबइ खुद ओहमाँ स कउनो प भी चलइ बरे आपन अंगुरी तलक नाहीं हिलउतेन।
5 “उ सबइ नीक काम यह बरे करत हीं कि लोग ओनका लखइँ। असिल मँ उ सबइ आपन ताबीज अउर पोसाक क झलरे क यह बरे बड़ा स बड़कवा करत रहत हीं कि लोग ओनका धर्मात्मा समझइँ। 6 उ सबइ जेवनार मँ सबते जिआदा खास जगह पावा चाहत हीं। आराधनालयन मँ ओनका प्रमुख आसन चाही। 7 बजारे मँ उ पचे मान क साथ पैलगी करावा चाहत ही। अउ चाहत हीं कि लोग ओनका ‘गुरु’ कहिके पुकारइँ।
8 “मुला तू पचे मनइयन स आपन क ‘गुरु’ जिन कहवावा काहेकि तोहार सच्चा गुरु तउ बस एक अहइ। अउर तू सबइ सिरिफ भाई बहिन अहा। 9 धरती प मनइयन क आपन मँ स कउनो क भी ‘पिता’ जिन कहइ द्या। काहेकि तोहार ‘पिता’ तउ बस एक ही अहइ, अउ उ सरगे मँ बा। 10 न ही तू मनइयन क आपन बरे ‘स्वामी’ कहइ द्या काहेकि तोहार स्वामी तउ बस एक ठु बाटइ अउ उ अहइ मसीह। 11 तोहमाँ सब ते बड़कवा मनई उहइ होई जउन तोहार नउकर बनी। 12 जउन आपन खुद क ऊँचा उठाई ओका नंवई क होई। अउर जउन आपन खुद नवाई ओका ऊँचा उठाइ जाइ।
13 “हे कपटी धरम सास्तिरियो अउ फरीसियो! तोहका धिक्कार अहइ। तू सबइ सरगे क राज्य क दुआर ढाँपि दिहा ह। न तउ तू पचे ओहमाँ घुसि पउब्या अउर न ही ओनका जाइ देब्या जउन घुसइ बरे जतन करत हीं। 14 अरे कपटा धरम सास्तिरियन अउ फरीसियन तू पचे विधवा क धन दौलत हड़पत ह। देखाँवा बरे बड़ी बड़ी पराथना करत ह। एकरे बरे तोहका करर् सजा मिली।
15 “अरे कपटी धरम सास्तिरियो अउ फरीसियो! तोहका धिक्कार अहइ। तू कउनो क आपन मत मँ लइ आवइ बरे धरती अउर समुद्दर पार कइ जात ह। अउ उ तोहरे नेम धरम मँ आइ जात ह तउ तू ओका आपन स भी दुइ गुना नरक क काबिल बनाइ देत ह।
16 “अरे कपटी धरम सास्तिरियो अउ फरीसियो! तोहका धिक्कार अहइ। तोहका धिक्कार अहइ जउन कहत ह, ‘जदि कउनो मन्दिर क सपथ खात ह तउ ओका सपथ क खाब जरूरी नाहीं मुला अगर कउनो मन्दिरे क सोने सपथ खात ह तउ ओका सपथ क मानब जरूरी अहइ!’ 17 अरे आँधर मूर्ख लोगो! बड़का कउन अहइ? मन्दिर क सोना या उ मन्दिर जउन उ सोना क पवित्तर बनएस।
18 “तू सबइ इ भी कहत ह, ‘जदि कउनो वेदी क सपथ खात ह तउ कछू नाहीं, मुला जदि कउनो वेदी प धरा चढ़ावा क सपथ खात ह तउ आपन सपथ स बँधा भवा अहइ।’ 19 अरे आँधर लोगो! कउन बड़कवा अहइ? वेदी प धरा चढ़ावा या उ वेदी जेसे उ चढ़ावा पवित्तर बनत ह 20 यह बरे जदि कउनो वेदी क सपथ लेत ह तउ उ वेदी क साथे वेदी प जउन धरा बाटइ, उ सबन क सपथ खात ह। 21 उ जउन मन्दिर अहइ, ओकर भी सपथ लेत ह उ मंदिर क संग जउन मंदिर क भितरे बा, ओकर भी सपथ खात ह। 22 अउर उ जउन सरगे क सपथ खात ह, उ परमेस्सर क सिंहासने क संग जउन उ सिंहासने प बिराजत बा ओकर भी सपथ खात ह।
23 “अरे कपटी धरम सास्तिरियो अउ फरीसियो! तोहका धिक्कार अहइ। तोहरे लगे जउन कछू अहइ, तू ओकर दसवाँ, हींसा, हीयाँ तलक कि आपन पुदीना, सौंफ अउर जीरा तक क दसवाँ हींसा परमेस्सर क देत ह। फिन भी तू व्यवस्था क खास बातन, निआव, दाया अउर बिसवास क धकियाइ दिहा। तोहका इ चाहत रहा कि ओन बातन क बगैर छोड़े भए इन बातन क करत जात्या। 24 अरे आँधर अगुवा लोगो! तू आपन पिअइ क पानी स मच्छर तउ छान लेत ह पर ऊँटे क लील जात ह।
25 “अरे कपटी धरम सास्तिरियो अउ फरीसियो! तोहका धिक्कार अहइ। तू आपन खोरा अउर टाठी बाहेर स धोइके फर्छइ करत ह पर ओकरे भितरे तू जउन चाल चपेट या आपन बरे रियायत मँ पाया ह, भरा बाटइ। 26 अरे आँधर फरीसियो! पहिले आपन खोरा क भितरे स माँज ल्या जेसे भितरे क साथ साथ उ बाहेर स भी चमकइ लगाइ।
27 “अरे कपटी धरम सास्तिरियो अउ फरीसियो! तोहका धिक्कार अहइ। तू लीपी पोती भई समाधि क नाईं अहा जउन बाहेर स तउ सुन्नर देखाति अहइ मुला भितरे स मरे हुअन क हाड़ अउर हर किसिम क मलिनता स ठूँसी रहत ह। 28 अइसे ही बाहेर स तउ धर्मी देखॉइ देत ह मुला भितरे स चाल चपेट अउर अनभले स बुरा अहा।
29 “अरे कपटी धरम सास्तिरियो अउ फरीसियो! तोहका धिक्कार अहइ। तू नबियन क बरे मकबरा बनावत ह अउर धर्मीयन क कब्र क सिंगार करत ह। 30 अउ कहत बाट्या, ‘जदि तू आपन पूर्वजन क समइ मँ पइदा होत्या तउ नबियन क मरवावइ मँ ओनकइ साथ न देत्या।’ 31 अइसे प तू खुद ही साच्छी देत अहा, कि तू मानत बाट्या कि तू ओनकइ बाल-बच्चा अहा जउन नबियन क हत्यारन रहेन। 32 तउ तू जउन तोहार पुरखन सुरु करेन, ओका पूरा कइ द्या।
33 “अरे कीरा अउर नाग संतान। तू सबइ कइसे सोच लिहा कि तू नरक भोगइ स छूट जाब्या। 34 यह बरे मइँ तोहका बतावत हउँ कि मइँ तोहरे लगे नबियन, बुद्धिमानन अउर गुरुअन क पठवत हउँ। तू पचे ओनमाँ स बहोतन क मार डउब्या अउर बहोतन क क्रूसे प चढ़उब्या। कछू मनइयन क तू सबइ आपन आराधनालयन मँ कोड़न स पिटवउब्या अउर एक सहर स दूसर सहरे ताईं ओनकइ पाछा करत खदरेब्या।
35 “आखिर निरीह हाबिल स लइके बिरिक्याह क बेटवा जकरयाह ताईं जेका तू मन्दिरे क गरभ घर अउर वेदी क बीच मारि डाए रह्या हर धर्मी मनई क कतल क सजा तोह प होई। 36 मइँ तोहसे सच कहत हउँ कि इ सब कछू बरे इ पीढ़ी क मनइयन क सजा भोगे होई।
यरूसलेम क मनइयन प ईसू क दुःख
(लूका 13:34-35)
37 “यरूसलेम, ओ यरूसलेम! तू उ अहा जउन नबियन क कतल करत ह अउर परमेस्सर क पठए गए दूतन क पाथर मारत ह। मइँ केतनी दाईं चाह्यो ह कि जइसे कउनो मुर्गी आपन चूजन क आपन पंखा तरे बटोर लेत ह वइसे ही तोहरे गदेलन क बटोर लेउँ। मुला तू पचन नाहीं चाह्या। 38 तोहार घर समूचइ उजड़ जाई। 39 मइँ तोहका सच बतावत हउँ तू मोका तब ताईं फिन नाहीं देखब्या जब ताईं तू नाहीं कहब्या, ‘धन्य अहइ उ जउन पर्भू क नाउँ मँ आवत ह।’(A)”
नहेमायाह क अन्तिम आदेस
13 उ दिन मूसा क किताब क ऊँचे सुर मँ पाठ कीन्ह गवा ताकि सबहिं लोग ओका सुन सकइँ। मूसा क किताब मँ ओनका इ नेम लिखा भवा मिला कउनो भी अम्मोनी मनई क अउर कउनो भी मोआबी मनई क परमेस्सर क सभन मँ सामिल न होइ दीन्ह जाइ। 2 इ नेम एह बरे लिखा गवा रहा कि उ पचे इस्राएल क लोगन क भोजन या जल नाहीं दिया करत रहेन, अउ उ पचे इस्राएल क लोगन क सराप देइ क बरे बालाम क धन दिया करत रहेन। मुला हमार परमेस्सर उ सराप क हमरे बरे वरदान मँ बदल दिहस। 3 तउ इस्राएल क लोग इ नेम क सुनिके एकर पालन किहन अउर पराए लोगन क संतानन क इस्राएल स अलग कइ दिहन।
4 किन्तु अइसा होइ स पहिले एल्यासीब तोबियाह क मन्दिर मँ एक ठु बड़की कोठरी दइ दिहस। एल्यासीब परमेस्सर क मन्दिर क भण्डार घरन क अधिकारी याजक रहा। अउर एल्यासीब तोबियाह क घनिस्ठ मीत भी रहा। 5 पहिले उ कोठरी क प्रयोग भेट मँ चढ़ाए गए अन्न, सुगन्ध अउर मन्दिर क बर्तनन अउर दूसर चिजियन क रखइ क बरे कीन्ह जात रहा। उ कोठरी मँ गायकन लेवियन अउर दुआरपालन क बरे अन्न क दसवाँ हींसा, नई दाखरस अउर तेल भी रखा भवा रहेन। याजकन क दीन्ह गए उपहार भी उ कोठरी मँ रखे जात रहेन। किन्तु एल्यासीब उ कोठरी क तोबियाह क दइ दिहे रहा।
6 जउने समइ इ सब कछू भवा रहा, उ समइ मइँ यरूसलेम मँ नाहीं रहा। मइँ बाबेल क राजा क लगे वापस गवा भवा रहा। जब बाबेल क राजा अर्तछत्र क सासन क बत्तीसवाँ साल रहा, तब मइँ बाबेल गवा रहेउँ। पाछे मइँ राजा स यरूसलेम वापस लउट जाइ क अनुमति माँगेउँ 7 अउर इहइ तरह मइँ यरूसलेम लउट आएउँ। एल्यासीब क इ बुरा काम क बारे मँ मइँ सुनेउँ कि एल्यासीब हमरे परमेस्सर क मन्दिर क दालान क एक कोठरी तोबियाह क दइ दिहस। 8 एल्यासीब जउन किहे रहा, ओहसे मइँ बहोत कोहान रहेउँ। तउ मइँ तोबियाह क चिजियन उ कोठरी स बाहेर निकारि लोकाएउँ। 9 ओन कोठरियन क स्वच्छ अउर पवित्तर बनावइ क बरे मइँ आदेस दिहेउँ अउर फुन ओन कोठरियन मँ मइँ मन्दिर क भाँडी अउर दूसर चिजियन भेट मँ चढावा भवा अन्न अउ सुगन्धित द्रव्य फुन स रखवाइ दिहेउँ।
10 मइँ इ भी सुनेउँ कि लोग लेवियन क ओनकर हीसा नाहीं दिहन ह जेहसे लेवीबंसी अउर गायक अपने खेतन मँ काम करइ बरे वापस चले गएन ह। 11 तउ मइँ ओन अधिकारियन स कहेउँ कि उ पचे गलत अहइँ। मइँ ओन स पूछेउँ, “तू पचे परमेस्सर क मन्दिर क देखभाल काहे नाहीं किहा?” मइँ सबहिं लेवीबंसियन क बटोरेउँ अउर मन्दिर मँ ओनकी जगहन अउ ओनके कामन पइ वापस लउट आवइ क कहेउँ। 12 एकरे पाछे यहूदा क हर कउनो मनई ओनके दसवे हीसे क अन्न, नई दाखरस अउर तेल मन्दिर मँ लिआवइ लगा। ओन चिजियन क भण्डार गृहन मँ रख दीन्ह जात रहा।
13 मइँ एन मनइयन क भण्डार ग्रहन क देखरेख करइवाला नियुक्त किहेउँ: याजक सेलेम्याह, विद्वान सादोक अउ पादायाह नाउँ क एक लेवी साथ ही मइँ पत्तन्याह क पोतन अउर जक्कूर क पूत हानान क ओनकर सहायक नियुक्त कइ दिहेउँ। जक्कूर मत्तन्याह क पूत रहा। मइँ जानत रहेउँ कि ओन मनइयन पइ बिस्सास कीन्ह जाइ सकत रहा। ओन लोगन क कार्य आपन नातेदारन मँ खावइ अउर पीवइ क सामान बाँटइ क रहा।
14 हे परमेस्सर, मोरे कीन्ह गए कामन क तू मोका याद राखा अउर अपने परमेस्सर क मन्दिर अउर ओकरे सेवा कार्यन क बरे बिस्सास क संग जउन कछू मइँ किहेउँ ह, उ सब कछू क तू जिन बिसराया।
15 ओनही दिनन यहूदा मँ मइँ लखेउँ कि लोग सबित क दिन भी काम करत ही। मइँ लखेउँ कि लोग दाखरस बनावइ क बरे रस निकारत अहइँ। मइँ लोगन क अनाज लिआवत अउर ओका गदहन पइ लादत लखेउँ। मइँ लोगन क नगर मँ अंगूर, अंजीर अउ हर तरह क चिजियन लइके आवत भए लखेउँ। उ पचे एन सबहिं चिजियन क सबित क दिन यरूसलेम मँ लिआवत रहेन। तउ एकरे बरे मइँ ओनका चितउनी दिहेउँ। मइँ ओनसे कहि दिहेउँ कि ओनका सबित क दिन खाइ क चिजियन कबहुँ भी नाहीं बेचइ चाही।
16 यरूसलेम मँ कछू सीरी नगर क लोग भी रहा करत रहेन। उ सबइ लोग मछरी अउर दूसर तरह क दूसर चिजियन यरूसलेम मँ लिआवा करतेन अउर ओनका सबित क दिन बेचा करतेन अउर यहूदी ओन चिजियन क बेसहा करत रहेन। 17 मइँ यहूदा क महत्वपूर्ण लोगन स कहेउँ कि उ पचे ठीक नाहीं करत अहइँ। ओन महत्वपूर्ण लोगन स मइँ कहेउँ, “तू पचे इ बहोत बुरा काम करत अहा। तू पचे सबित क दिन भ्रस्ट करत अहा। तू पचे सबित क दिन क एक आम दिन जइसा बनाए डारत अहा। 18 तू पचन्क इ गियान अहइ कि तोहरे पचन्क पुरखन अइसे ही काम किहेन। एह बरे हमरे परमेस्सर हम पइ अउर हमरे नगर पइ बिपत्तियन पठए रहेन अउर बिनास ढाए रहेन। अब तू लोग वइसा ही काम अउर भी जियादा करत अहा, जेहसे इस्राएल पइ वइसी ही बुरी बातन अउर जियादा घटिही काहेकि तू सबित क दिन क बर्बाद करत अहा अउर एका अइसा बनाए डारत अहा जइसे इ कउनो महत्त्वपूर्ण दिन ही नाहीं अहइ।”
19 तउ हर सुक्रवार क साम क साँझ होइ स पहिले ही मइँ इ किहेउँ कि दुआरपालन क आग्या दइके यरूसलेम क दुआर बंद करवाइके ओन पइ ताले डरवाइ दिहेउँ। मइँ इ भी आग्या दइ दिहेउँ कि जब तलक सबित क दिन पूरा न होइ जाइ दुआर न खोले जाइँ। कछू अपने ही लोग मइँ दुआरन पइ नियुक्त कइ दिहेउँ। ओन लोगन क इ आदेस दइ दीन्ह गवा रहा कि सबित क दिन यरूसलेम मँ कउनो भी माल असबाब न आवइ पावइ एका उ पचे सुनिहचित कइ लेइँ।
20 एक आध दाई बइपारियन अउ सौदागरन क यरूसलेम स बाहेर ही रात गुजारइ पडी।
21 किन्तु मइँ ओन बइपारियन अउ सौदागरन क चितउनी दइ दिहेउँ। मइँ ओनसे कहेउँ, “देवार क देवार क आगे न ठहरा करा अउर जदि तू पचे फुन अइसा करब्या तउ मइँ तू पचन्क बंदी बनाइ लेब।” तउ उ दिन क पाछे स सबित क दिन अपना सामान बेचइ बरे उ पचे फुन कबहुँ नाहीं आएन।
22 फुन मइँ लेवीबंसियन क आदेस दिहेउँ कि उ पचे खुद क पवित्तर करइँ। अइसा कर चुकइ क पाछे ही ओनका दुआरन क पहरे पइ जाब रहा। इ एह बरे कीन्ह गवा कि सबित क दिन क एक पवित्तर दिन क रूप मँ रखा गवा ह, एका सुनिहचित कइ लीन्ह जाइ।
हे परमेस्सर! एन कामन क करइ क बरे तू मोका याद राखा। मोरे बरे दयालु हवा अउर मोह पइ अपना महान पिरेम परगट करा।
23 ओनही दिनन मइँ इ भी लखेउँ कि कछू यहूदी मनसेधूअन आसदोद, अम्मोन अउर मोआब पहँटन क मेहररूअन स बियाह किहे भएन ह, 24 अउर ओन बियाहन स पइदा भए आधे बच्चेन तउ यहूदी भाखा क बोलब तलक नाहीं जानत ही। उ पचे बच्चन अस्दौद, अम्मोन अउर मोआब क बोली बोलत रहेन। 25 तउ मइँ ओन लोगन स कहेउँ कि उ पचे गलती पइ अहइँ। ओन पइ परमेस्सर क कहर बरपा होइ। कछू लोगन पइ तउ मइँ चोट ही कर बइठेउँ अउर मइँ ओनके बार उखाड लिहेउँ। परमेस्सर क नाउँ पइ एक प्रतिग्या करइ क बरे मइँ ओन पइ दबाव डाएउँ। मइँ ओनसे कहेउँ, “ओन पराए लोगन क पूतन क संग तू पचन्क अपनी बिटियन क बियाह नाहीं करब अहइ अउर ओन पराए लोगन क बिटियन क भी अपने पूतन स बियाह नाहीं करइ देब अहइ। ओन लोगन क बिटियन क संग तू पचन्क बियाह नाहीं करब अहइ। 26 तू पचे जानत ह कि सुलैमान स इहइ तरह क बियाहन पाप करवाए रहेन। तू पचे जानत ह कि कउनो भी रास्ट्र मँ सुलैमान जइसा महान कउनो राजा नाहीं भवा। किन्तु परमेस्सर सुलैमान स पिरेम करत रहा अउर ओका सुलैमान क समूचे इस्राएल क राजा बनाए रहा। किन्तु ऍतना होइ पर भी बिजातीय मेहररूअन क कारण सुलैमान तलक क पाप करइ पड़ेन। 27 अउर अब का, हम तोहार पचन्क सुनी अउर वइसा ही भयानक पाप करी अउ बिजाति औरतन क संग बियाह कइके अपने परमेस्सर क बरे सच्चे नाहीं रही।”
28 योयादा क एक पूत होरोन क सम्बल्लत क दामाद रहा। योयादा महायाजक एल्यासीब क पूत रहा। तउ मइँ योयादा क उ पूत पइ दबाव डाएउँ कि उ मोरे पास स पराइ जाइ।
29 हे मोरे परमेस्सर! ओनका याद राखा काहेकि उ पचे याजकपन क भ्रस्ट किहे रहेन। उ पचे याजकपन क अइसा बनाइ दिहे रहेन जइसे ओनकर कउनो महत्त्व न होइ। तू याजकन अउ लेवियन क संग जउन वाचा किहे रह्या, उ पचे ओकर पालन नाहीं किहन। 30 तउ मइँ हर कउनो बाहरी चीज क याजकन अउर लेवियन क पवित्तर अउ स्वच्छ बनाइ दिहेउँ ह अउर मइँ हर एक मनसेधू क ओकरे अपने कर्त्तव्य अउ दायित्व भी सौपेउँ ह। 31 मइँ काठे क उपहारन अउर एक निहचित समइ पइ अपने फलन क लिआवइ सम्बन्धी जोजनन भी बनाइ दिहेउँ ह।
हे मोरे परमेस्सर! एन नीक करमन बरे तू मोका याद राखा।
23 भवा कहेस, “मोर भाइयो, मइँ परमेस्सर क समन्वा आजु तलक अन्त: मन स जिन्नगी बिताएउँ ह।” 2 एह पॅइ महायाजक हनन्याह पौलुस क निअरे खड़ा भए मनइयन क आदेस दिहेस कि उ पचे ओकरे मुँहे प थप्पड़ मारइँ। 3 तब पौलुस ओसे कहेस, “हे सफेदी स पोती भइ दीवार! परमेस्सर क मार तोह पइ पड़ी। तू हिआँ व्यवस्था क मुताबिक कइसा निआब करइ बइठा अहा कि तू व्यवस्था क खिलाफ मोका थप्पड़ मारइ आदेस देत अहा।”
4 पौलुस क लगे खड़ा भए मनइयन कहेन, “परमेस्सर क महायाजक क बेज्जत करइ क हिम्मत तोहका भवा कइसे!”
5 पौलुस जवाब दिहेस, “मोका तउ पता नाहीं कि इ महायाजक अहइ। काहेकि लिखा अहइ, ‘तोहका आपन प्रजा क राजा बरे कुभाख बोलइ नाहीं चाहीं।’(A)”
6 फिन जब पौलुस क पता चला कि ओहमाँ स आधा मनई सदूकी अहइँ अउर आधा फरीसी तउ महासभा क बीच उँच अवाज मँ कहेस, “भाइ लोगो, मइँ फरीसी हउँ एक फरीसी क बेटवा हउँ। मरइ क पाछे फिन स जी उठइ बरे मोरी मान्नता क कारण मोह प मुकदमा चलावा जात अहइ!”
7 ओकरे अइसा कहइ प फरीसियन अउर सदूकियन मँ एक तहत्तुक उठा अउर सभा क बीच फूटि पड़ गइ। 8 (सदूकियन क कहब अहइ कि पुनरूत्थान नाहीं होत न सरगदूत होत हीं अउर न ही आतिमा। मुला फरीसियन क ऍनके होइ मँ बिसवास करत हीं।) 9 हुवाँ बहोत सोरगुल भवा। फरीसियन क दल मँ स कछू धरम सास्तरी उठेन अउर खरी बहस करत भए कहइ लोगन, “इ मनई मँ हम पचे कउनो खोट नाहीं पावत अही। जदि कउनो आतिमा या कउनो सरगदूत ऍहसे बात किहेन ह तउ ऍहसे का?”
10 काहेकि इ तहत्तुक हिंसा क रूप लइ चुका रहा, ऍहसे उ सेनानायक डेराइ गवा कि कहूँ उ पचे पौलुस क बोटी बोटी न कइ डावइँ। तउ उ सिपहियन क आदेस दिहेस कि उ पचे खाले जाइके पौलुस क ओनसे अलगाइके छावनी मँ लइ जाइँ।
11 अगली राति पर्भू पौलुस क नगिचे खड़ा होइके, ओसे कहेस, “हिम्मत राखा काहेकि तू जइसे मजबूती क संग यरूसलेम मँ मोर साच्छी दिहा ह, वइसे ही रोम मँ तोहका मोर साच्छी देइ क अहइ!”
कछु यहूदियन क पौलुस क मारइ क जोजना
12 फिन दिन निकरा। यहूदी लोगन एक कुचाल चलेन। उ पचे किरिया खाएन कि जब तलक उ पचे पौलुस क मार नाहीं डइहीं, न कछू खइहीं, न पिइहीं। 13 ओनमाँ स चालीस स भी जियादा मनइयन इ कुचाल चलेन 14 उ पचे मुख्ययाजकन अउर बुजुर्गन क लगे गएन अउर बोलेन, “हम पचे किरिया खावा ह कि हम पचे जब तलक पौलुस क मारि नाहीं डाइत, तब तलक न हम कछू खाब न पिअब। 15 तउ अब तू अउर यहूदी महासभा, सेनानायक स बिनती करइ चाहत ह कि उ ओका तोहरे लगे लइ आवइ इ बहाना बनावत भए कि तू ओकरे बारे मँ अउर बारीकी स छानबीन करइ चाहत बाट्या। ऍहसे पहिले कि उ हिआँ पहुँचइ, हम पचे ओका मारि डावइ क तइयार अही।”
16 मुला पौलुस क भैने क इ कुचाल क भनक लग गइ तउ उ छावरी मँ जाइ पहोंचा अउर पौलुस क सब कछू बताइ दिहस। 17 ऍह पइ पौलुस कउनो एक फऊजीनायक क बोलाइके ओसे कहेस, “इ जवान क सेनानायक क लगे लइ आवा काहेकि ऍहसे कछू कहइ क अहइ।” 18 तउ उ ओका सेनानायक क लगे लइ गवा अउर बोला, “बंदी पौलुस मोका बोलाएस अउर मोसे उ जवान क तोहरे लगे पहोंचावइ क कहेस काहेकि इ तोहसे कछू कहइ चाहत ह।”
19 सेनानायक ओकर हथवा धरेस अउर ओका एक कइँती लइ जाइके पूछेस, “बतावा तू मोसे का चाहत बाट्या?”
20 जवान बोला, “यहूदी इ बात प एक अउट ग अहइँ कि उ पचे पौलुस स अउर बारीकी स पूछताछ करइ क बहाना महासभा मँ ओका लइ जाइ बरे तोहसे पराथना करइँ। 21 यह बरे ओनकइ जिन सुन्या। कहेकि चालिस स भी जियादा लोग घात लगाइके ओका जोहत अहइँ। उ पचे इ किरिया खाए अहइँ कि जब तलक उ पचे ओका मारि न डावइँ, ओनका न कछू खाब अहइ, न पिअब। बस अब तोहरे आदेस क जोहत उ पचे तइयार बइठा अहइँ।”
22 फिन सेनानायक जवान क इ आदेस दइके पठएस, “तू इ कउनो क जिन बतावा कि तू मोका एकर खबर दइ दिहे अहा।”
पौलुस क कैसरिया पठवा जाब
23 फिन सेनानायक आपन दुइ फऊजीनायकन क बोलवाइ क कहेस, “दुइ सौ सिपाही, सत्तर घुड़सवार दुइ सौ भालावालन क कैसरिया जाइके तइयार राखा। राति क नउ बजे चलइ बरे तइयार रहा। 24 पौलुस क सवारी बरे घोड़न क बन्दोबस्त राखा अउर ओका सुरच्छा स राज्यपाल फेलिक्स क लगे लइ जा।” 25 उ एक ठु चिट्ठि लिखेस जेकर विसय रहा:
26 महामहीम राज्यपाल फेलिक्स क,
क्लौदियुस लूसियास क
नमस्ते पहोंचइ।
27 इ मनई क यहूदी लोगन धइ लिहेन अउर उ पचे ऍकर कतल करइ क रहेन कि मइँ इ जानिके कि इ एक रोमी नागरिक अहइ, आपन सिपाहियन क संग जाइके एका बचाइ लिहेउँ। 28 मइँ काहेकि उ कारण क जानइ चाहत रहेउँ जेहॅस उ पचे ओह पइ दोख लगावत रहेन, ओका ओनकइ महा आराधनालय मँ लइ जावा गवा। 29 मोका पता लाग कि ओनकइ व्यवस्था स जुड़ा भए सवाल क कारण ओह पइ दोख लगावा ग रहा। मुला ओह प कउनो अइसा जुर्म नाहीं रहा जउन ओका मउत क सजा क जोग्ग या बंदी बनावइ जोग्ग साबित होइ। 30 फिन जब मोका इत्तला मिली कि हुवाँ इ मनई क खिलाफ कउनो षडयन्त्र रचा गवा अहइ तउ मइँ एका तुरंतहि तोहरे लगे पठइ दीन्ह ह। अउर ऍह प जुर्म लगावाइ वालन क इ आदेस दइ दीन्ह ग ह कि एकरे खिलाफ लगावा गवा जुर्म तोहरे अगवा धरइँ।
31 तउ सिपाहिन इ आग्या क पूरा किहेन अउर उ पचे राति मँ ही पौलुस क अन्तिपत्रिस क लगे लइ गएऩ। 32 फिन अगले दिना घुड़-सवारन क ओकरे संग अगवा जाइ बरे छोड़िके उ पचे छावनी लौटि आएन। 33 जब उ पचे कैसरिया पहुँचेन तउ उ पचे राज्यपाल क उ चिट्ठी देत भए पौलुस क ओका सौंपि दिहेन।
34 राज्यपाल चिट्ठी बाँचेस अउर पौलुस स पूछेस कि उ कउने पहँटा क रहवइया बा। जबहिं ओका पता लाग कि उ किलकिया क बसइया अहइ 35 तउ उ ओसे कहेस, “तोह पइ जुर्म लगावइ वालन जब आइ जइहीं, मइँ तबहिं तोर सुनवाइ करब।” उ आग्या दिहेस कि पौलुस क पहरा क भीतर हेरोदेस क महल मँ रख दीन्ह जाइ।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.