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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
उत्पत्ति 22

इसहाक क बलि क रूप मँ देन

22 इ बातन क पाछे परमेस्सर इब्राहीम क पतियाइ क परीच्छा लेब तय किहस। परमेस्सर ओसे कहेस, “इब्राहीम!”

अउ इब्राहीम कहेस, “हाँ!”

परमेस्सर कहेस, “आपन पूत ल्या, आप इकलौता पूत, इसहाक जेका तू पिरेम करत ह मोरिय्याह प जा। तू उ पहाड़े प जा जेका मइँ तोहका देखॅाउब। तू हुआँ आपन पूत क बलिदान देब्या अउ ओका होम बलि क सरुप मँ मोका अर्पण करिब्या।”

भिन्सारे इब्राहीम उठा अउ उ गदहा क तइयार किहस। इब्राहीम इसहाक अउ दुइ नउकरन क संग लिहस। इब्राहीम बलि बरे काठ काटिके तइयार किहस। तब उ पचे उ ठउरे प गएन जहा जाइ बरे परमेस्सर कहेस। उ पचे तीन दिना तलक जात्रा किहेन। ओकरे पाछे इब्राहीम ऊपर लखेस अउ दूरी प उ ठउरे क निहारेस जहा उ पचे जात रहेन। तब इब्राहीम आपन नउकरन स कहेस, “हिआँ गदहा क संग ठहरि जा। मइँ आपन पूत क उ ठउरे लइ जाब अउ आराधना करब। तब हम पाछे लौटि आउब।”

इब्राहीम बलि बरे लकड़ी क आपन पूत क काँधे प धरेस। इब्राहीम एक खास छुरी अउ आगी लिहस। तब इब्राहीम अउ ओकर पूत दुइनउँ आराधना बरे उ ठउरे प एक संग गएन।

इसहाक आपन बाप इब्राहीम स कहेस, “पिताजी!”

इब्राहीम जवाब दिहस, “हाँ, बेटवा।”

इसहाक कहेस, “मइँ ईंधन अउ आगी तउ लखत हउँ, मुला उ भेड़ा कहा बाटइ जेका हम बलि क रुप मँ बारब?”

इब्राहीम जवाब दिहस, “बेटवा, परमेस्सर बलि बरे भेड़ा आपने आप जुटावत बाटइ।”

इ तरह इब्राहीम अउ ओकर पूत उ ठउर संग संग गएन। उ पचे उ ठउरे प पहोंचेन जहाँ परमेस्सर पहोंचइ क कहे रहा। हुआँ इब्राहीम बलि क एक वेदी बनाएस। इब्राहीम वेदी प काठ धरेस। तब इब्राहीम आपन पूत क बाँधेस। इब्राहीम इसहाक क वेदी क काठे प धरेस। 10 तब इब्राहीम आपन छुरी निकारेस अउ आपन पूत क मारइ क तइयारी किहस।

11 तब यहोवा क सरगदूत इब्राहीम क रोक दिहस। दूत सरग स गोहराएस अउ कहेस, “इब्राहीम, इब्राहीम।”

इब्राहीम जवाब दिहेस, “हाँ।”

12 सरगदूत कहेस, “तू आपन पूत क जिन मारा या ओका कउनो तरह क चोट जिन पहोंचावा। मइँ अब लखि लिहउँ कि तू परमेस्सर क सम्मान करत ह अउ ओकर हुकुम मानत ह। मइँ लखत हउँ कि तू आपन इकलौता पूत क मोरे यहोवा क बरे मारइ क तइयार बाट्या।”

13 इब्राहीम ऊपर निगाह किहेस अउ एक भेड़ा क लखेस। भेड़ा क सींगन झाड़ी मँ उरझ गइ रहिन। ऍह बरे इब्राहीम हुआँ गवा अउर भेड़ा क धइ लिहस अउ ओका मारि डाएस। इब्राहीम भेड़ा क आपन पूत क जगह प बलि दिहस। 14 ऍह बरे इब्राहीम उ जगह क नाउँ “यहोवा यिरे” राखेस। आज भी लोग कहत हीं, “इ पहाड़े क चोटी प यहोवा क लखा जाइ सकत ह।”

15 यहोवा क सरगदूत सरग स इब्राहीम क दूसरी दाईं गोहराएस। 16 सरगदूत कहेस, “तू मोरे बरे आपन पूत क मारइ बरे तइयार रह्या। इ तोहार इकलौता पूत रहा। तू मोरे बरे अइसा किहा ह ऍह बरे मइँ, यहोवा तोहका वचन देत अहउँ कि 17 मइँ तोहका सचमुच ही असीसब। मइँ तोहका ओतना ही संतानन देब जेतना अकासे मँ तारा बाटइँ। इ सबइ ऍतना जियादा लोग होइहीं जेतना समुद्दर क किनारे बालू क कण अउ तोहार लोग आपन सबहि दुस्मनन क हरइहीं। 18 संसार क सबहि रास्ट्र तोहरे परिवार क जरिये आसीर्बाद पइही। मइँ इ ऍह बरे करब काहेकि तू मोर हुकुम क मान्या ह।”

19 तब इब्राहीम आपन नउकरन क लगे लउटा। उ पचे बेर्सेबा तलक वापसी जात्रा किहन अउ इब्राहीम हुअँइ रहइ लाग।

20 एकरे पाछे, इब्राहीम क इ समाचार मिला। समाचार इ रहा, “तोहार भाई नाहोर अउ ओकर मेहरारु मिल्का क अब गदेलन अहइँ। 21 पहिला पूत ऊस अहइ। दूसर पूत क नाउँ बूज अहइ। तीसर पूत अराम क बाप कमूएल अहइ। 22 एकरे अलावा, केसेद, हजो, पिल्दास, यिदलाप अउ बतूएल बाटइ।” 23 बतूएल रिबका क बाप रहा। मिल्का इ सबइ आठहु पूतन क महतारी रही अउ नाहोर पिता रहा। नाहोर इब्राहीम क भाई रहा। 24 नाहोर क दूसर चारि लरिकन ओकरी मेहरारु नउकर स रहेन। इ सबइ पूत तेबह, गहम, तहस अउर माका रहेन।

मत्ती 21

ईसू राजा क नाई यरूसलेम मँ घुसत ह

(मरकुस 11:1-11; लूका 19:28-38; यूहन्ना 12:12-19)

21 ईसू अउर ओकर चेलन जब यरूसलेम क लगे जैतून पहाड़े क नगिचे बैतफगे पहुँच गएन। तउ ईसू आपन दुइ चेलन क इ हुकुम दइके पठएस, “आपन सोझइ समन्वा क गाउँ मँ जा अउर हुवाँ जात भए ही तोहका एक गदही बाँधी मिली। ओकरे लगे ओकर बच्चा भी मिली। ओनका बाँधिके मोरे लगे लइ आवा। जदि कउनो तोहसे कछू कहइ तउ ओसे कह्या, ‘पर्भू क ऍकर जरूरत अहइ। उ फउरन ही लउटाइ देई।’”

अइसा यह बरे भवा कि नबी अइसा कहे रहा:

“सिय्योन क नगरी स कहि द्या,
    ‘देखा तोहार राजा तोहरे लगे आवत बा।
उ नमनसील अहइ, अउर गदहे प सवार अहइ हाँ
    गदहे क बच्चा प जउन एक लादइवाला पसु क बच्चा अहइ।’” (A)

तउ ओकर चेलन चला गएन अउ वइसा ही किहेन जइसा ओनका ईसू बताए रहा। उ पचे गदही अउर ओकरे बच्चा क लइ आएन। अउर ओन प आपन ओढ़ना डार दिहन काहेकि ईसू क बइठब रहा। बहोत मिला आपन ओढ़ना राहे मँ दसाइ दिहेन अउ दूसर मनइयन बृच्छ क टहनी काटेन अउर ओनका राहे प बिछाइ दिहन। जउन मनई ओकरे आगे चलत रहेन अउर जउन मनई पाछे चलत रहेन, सब पुकारि क कहत रहेन:

“दाऊद क पूत क होसन्ना![a]
    ‘धन्य अहइ जउन पर्भू क नाउँ प आवत बाटइ!’ (B)

सरगे मँ बिराजेस परमेस्सर क होसन्ना!”

10 तउ जब उ यरूसलेम मँ घुसा तब समूचा सहर मँ हड़बड़ाइ गवा। लोग पुछइ लागेन, “इ कउन अहइ?”

11 लोग ही जवाब देत रहेन, “इ गलील क नासरत क नबी ईसू अहइ।”

ईसू मन्दिर माँ

(मरकुस 11:15-19; लूका 19:45-48; यूहन्ना 2:13-22)

12 फिन ईसू मन्दिर क अहाते मँ आवा अउर उ मन्दिर क अहाते मँ जउन बेंचत बेसहत रहेन, ओन सबन क बाहेर खदेरेस। उ पइसा क लेवइया देवइया क चउकी उलटि दिहस अउ कबूतरे क दुकानदार क तखता पलटेस। 13 उ ओनसे कहेस, “पवित्तर सास्तरन मँ कहत बा, ‘मोर घर पराथना घर कहा जाई।’(C) मुला तू सबइ ऍका ‘डाकुअन क अड्डा’ बनावत अहा।’(D)

14 मन्दिर मँ कछू आँधर, लँगड़ा लूला ओकरे लगे आएन। जेनका उ नीक किहेस। 15 जब मुख्ययाजकन अउर धरम सास्तिरियन ओकर अचरज कारजन क लखेन जउन उ किहे रहा अउर मन्दिर मँ गदेलन क ऊँची आवाजे मँ कहत सुनेन: “दाऊद क पूत क होसन्ना।”

16 तउ उ पचे कोहाइ गएन अउ ओसे पूछेन, “तू सुनत अहा इ सबन का कहत अहइँ?”

ईसू ओनसे कहेस, “हाँ सुनत अही। का पवित्तर सास्तर मँ तू बचन नाहीं पढ़्या, ‘तू गदेलन अउर दूधमुँहन बचवन स स्तुति कराया ह।’(E)

17 फिन उ ओनका हुवँइ तजिके यरूसलेम सहर स बाहेर बैतनिय्याह चला गवा। जहाँ उ राति बिताएस।

बिसवास क सक्ती

(मरकुस 11:12-14,20-24)

18 दूसर दिन अलख भिन्सारे जब उ सहर लउटत रहा तउ ओका भूख लागि। 19 रस्ता क किनारे अंजीर क बिरवा क लखेस तउ उ ओकरे नगिचे गवा, मुला ओका ओह प पातन क छोड़िके कछू नाहीं मिल सका। तब उ बिरवा स कहेस, “तोह प आगे कछू फल न लागइ।” अउर अंजीरे क बृच्छ फउरन झुराइ गवा।

20 जइसेन चेलन इ निहारेन तउ अचरजे मँ आइके पूछेन, “इ अंजीरे क बिरवा ऍतनी हाली कइसे झुराइ गवा?”

21 ईसू जवाब देत भवा ओन पचेन स कहेस, “मइँ तोहसे सच कहत हउँ जदि तोहरे मँ बिसवास अहइ अउ तू संदेस नाहीं करत बाट्या तउ तू न सिरिफ उ कइ सकत ह जउन मइँ अंजीरे क बृच्छ कीन्ह, मुला जदि तू इ पहाड़े स कहि द्या, ‘उठा अउर आपन क सगरे मँ बोर द्या’ तउ उहइ होइ जाई। 22 अउर पराथना करत तू जउन कछू मंगब्या, जदि तोहका बिसवास बा तउ तू पउब्या।”

यहूदी नेता लोगन्क ईसू क हक प सक

(मरकुस 11:27-33; लूका 20:1-8)

23 ईसू जब जाइके मन्दिर मँ उपदेस देत रहा। मुख्ययाजकन अउर बुजुर्ग यहूदी नेतन ओसे पूछेन, “अइसी बातन क तू कउने हक स करत ह? अउर इ हक तोहका कउन दिहस?”

24 जवाबे मँ ईसू ओनसे कहेस, “मइँ तोहसे भी एक सवाल पूछत हउँ, जदि तू ओकर जवाब मोका दइ द्या तउ मइँ तोहका बताइ देब कि मइँ इन बातन क कउने हक स करत हउँ। 25 बतावा यूहन्ना क बपतिस्मा कहाँ ते मिला रहा? परमेस्सर स या मनई स?”

उ सबइ आपुस मँ सोच बिचारिके कहइ लागेन, “जदि हम पचेन कहत अही, ‘परमेस्सर स’ तउ इ हमसे पूछी, ‘फिन उ ओह प बिसवास काहे नाहीं करत्या?’ 26 किन्तु जदि हम कहित ह, ‘मनई स’ तउ हमका मनइयन क डर बाटइ काहेकि उ पचे यूहन्ना क एक नबी मानत हीं।”

27 तउ जबावे मँ उ सबइ ईसू स कहेन, “हमका पता नाहीं।”

ऍह प ईसू ओनसे बोला, “ठीक बा तउ फिन मइँ भी तोहका नाहीं बतावत हउँ कि इ बातन क मइँ कउने हक स करत हउँ।

यहूदियन बरे एक दिस्टान्त कथा

28 “अच्छा बतावा तू पचे ऍकरे बारे मँ का सोचत अहा? एक मनई क दुइ बेटवा रहेन। उ बड़के क लगे गवा अउर बोला, ‘बेटवा आज मोरे अंगूर क बगिया मँ जा अउर काम करा।’

29 “मुला बेटवा जवाब दिहस, ‘मोर मन नाहीं बा,’ मुला पाछे ओकर मन फिरि गवा अउर उ चला गवा।

30 “फिन उ बाप दुसरे बेटवा क लगे गवा अउर ओसे भी बइसे ही कहेस। जवाबे मँ बेटवा कहेस, ‘जी हाँ,’ मुला उ गवा नाहीं।

31 “बतावा इन दुइनउँ मँ स जउन बाप चाहत रहा, कउन किहेस?”

यहूदी नेतन कहेन, “बड़कवा।”

ईसू ओनसे कहेस, “मइँ तोहसे सच कहत हउँ। चुंगी उगहिया अउर वेस्यन परमेस्सर क राज्य मँ तोहसे पहिले जइहीं। 32 इ मइँ यह बरे कहत हउँ काहेकि बपतिस्मा देवइया यूहन्ना तोहका जिन्नगी क सही रस्ता देखॉवइ आइ अउर तू ओहमाँ बिसवास नाहीं किहा। मुला चुंगी उगहिया अउर वेस्यन ओहमाँ बिसवास किहेन। तू जब इ देख्या तउ पाछे न मन फिरावा किहा अउ न ओहे प बिसवास।

परमेस्सर क आपन पूत क पठउब

(मरकुस 12:1-12; लूका 20:9-19)

33 “एक ठु अउर दिस्टान्त कथा सुना: एक जमींदार रहा। उ अंगूरे क बगिया लगाएस। ओकरे चरिउँ कइँती बाड़ा लगाएस। फिन अंगूरे क रस निकारइ बरे कोल्हू बनवइ क एक गड़हा खोदेस अउर रखवारी बरे एक गुंबद बनवाएस। फिन ओका बटाई प दइके जात्रा प चला गवा। 34 जब अंगूरे क फसल क समइ आइ तउ बगिया क मालिक नउकरन क लगे आपन गुलामन क पठएस जेसे आपन हींसा क अंगूर लइ आवइँ।

35 “मुला किसानन ओकरे नउकरन क धइ लिहन। कउनो क पीटेन, कउने प पाथर उछारेन अउर कउनो क तउ मारि डाएन।

36 “एक दाईं फिन पहिले स अउ जिआदा नउकरन क पठएस। उ किसानन ओनके संग भी वइसा ही बर्ताव किहेन। 37 पाछे उ ओनके लगे आपन बेटवा क पठाएस। उ कहेस, ‘उ सबइ मोरे बेटवा क मान रखिहइँ जरूर।’

38 “मुला उ किसानन जब ओकरे बेटवा क देखेन तउ उ सबइ आपुस मँ कहइ लागेन, ‘इ तउ ओकर वारिस अहइ, आवा ऍका मारि डाई अउर ओकर वारिस क हक हथियाइ लेई।’ 39 ऍह प उ पचे ओका धइके बगिया क बाहेर ढकेलेन अउर मार डाएन।

40 “तू का सोचत बाट्या हुवाँ जब अंगूरे क बगिया क मालिक आई तउ किसानन क संग का करी?”

41 उ यहूदी याजकन अउ नेतन ओसे कहेन, “काहेकि उ सबइ निरदयी रहेन यह बरे उ ओनका निरदयी होइके मारि डाई अउर अंगूरे क बगिया क दूसर किसानन क बटाई प दइ देइ जउन फसल आवइ प ओका ओकर हींसा देइहीं।”

42 ईसू ओनसे कहेस, “का तू सबइ पवित्तर सास्तरन क बचन कभी नाहीं पढ्या:

‘जउने पाथर क मकान क बनवइयन बेकार समझेन, उहइ कोने क सबते जिआदा महिमा क पाथर बन गवा’
‘अइसा पर्भू क जारिये कीन्ह गवा, जउन हमरी निगाह मँ अजूबा बाटइ।’ (F)

43 “एह बरे मइँ तोहसे कहत हउँ परमेस्सर क राज्य तोहसे छीन लीन्ह जाई अउर उ ओन मनइयन क दइ दीन्ह जाई जउन ओकरे राज्य क रीति स बर्ताव करिहइँ। 44 जउन इ चट्टाने प गिरी, चूर चूर होइ जाई अउ इ चट्टान कउनो प गिरी तउ उ ओका रउँद डाई।”

45 जब मुख्ययाजकन अउर फरीसियन ईसू क दिस्टान्त कथन क सुनेन तउ उ पचे समुझ लिहन कि उ ओनके बारे मँ कहत रहा। 46 तउ उ सबइ ओका धरइ क जतन किहन मुला उ पचे मनइयन स डेरात रहेन काहेकि लोग ईसू क नबी मानत रहेन।

नहेमायाह 11

यरूसलेम मँ नवे लोगन क प्रवेस

11 लखा अब इस्राएल क लोगन क मुखिया यरूसलेम मँ बस गएन। इस्राएल क दूसरे लोगन क इ निहचित करब रहा कि नगर मँ अउर कउन लोग बसिहीं। एह बरे उ पचे पासे लोकाएन जेकरे मुताबिक हर दस मनइयन मँ स एक क यरूसलेम क पवित्तर नगर मँ रहब रहा अउर दुसर नौ मनइयन क अपने-अपने मूल नगरन मँ बसब रहा। यरूसलेम मँ रहइ क बरे कछू लोग खुद अपने आप क प्रस्तुत किहन। अपने आप क खुद प्रस्तुत करइ क बरे दूसर मनइयन ओनका धन्नवाद देत भए आसीर्बाद दिहन।

इ सबइ प्रांतन क उ सबइ मुखिया अहइँ जउन यरूसलेम मँ बस गएन। (कछू इस्राएल क निवासी कछू याजक लेवीबंसी मन्दिर क सेवक अउर सुलैमान क ओन सेवकन क संतान अलग-अलग नगरन मँ अपनी निजी धरती पइ यहूदा मँ रहा करत रहेन, अउर यहूदा अउर बिन्यामीन क परिवारन क दूसर लोग यरूसलेम मँ ही रहत रहे रहेन।)

यहूदा क उ सबइ संतानन जउन यरूसलेम मँ बस गए रहेन, उ सबइ इ सब अहइँ:

अतायाह। (अतायाह उज्जियाह क पूत रहा। उज्जिया जकर्याह क पूत रहा। जकर्याह अमर्याह क पूत रहा अउर अमर्याह सपत्याह क पूत रहा। सपत्याह महललेल क पूत रहा अउर महललेल पेरेस क संतान रहा।) मासेयाह बारूक क पूत रहा (अउर बारूक कोल-होजे क पूत रहा। कोल-होजे हजायाह क पूत रहा। हजायाह अदायाह क पूत रहा। अदायाह योयारीब क पूत रहा। योयारीब जकर्याह क पूत रहा। जकर्याह सिलोई क संतान रहा।) पेरेस क संतान यरूसलेम मँ रहत रहिन, ओनकर गनती रही चार सौ अडसठ। उ पचे सबहिं लोग सूरवीर रहेन।

बिन्यामीन क जउन संतान यरूसलेम मँ आइन उ सबइ इ सब रहिन:

सल्लू। (सल्लू मसुल्लाम क पूत रहा। मसूल्लाम योएद क पूत रहा। योएद पदायाह क पूत रहा अउर पदायाह कोलायाह क पूत रहा। कोलायाह मासेयाह क पूत रहा, मासेयाह इतीएह क पूत रहा अउर इतीएह यसायाह क पूत रहा।) जउन लोग यसायाह क अनुसरण किहन उ पचे रहेन गब्बै अउर सल्लै। एनके संग नौ सौ अटाईस मनसेधू रहेन। जिक्री क पूत योएल एनकर प्रधान रहा अउर हस्सनूआ क पूत यहूदा नगर क दूसर प्रधान रहा।

10 यरूसलेम मँ जउन याजक बस गएन, उ सबइ अहइँ;

योयारीब क पूत यदायाह अउ याकीन, 11 अउर सरायाह हिलकियाह क पूत रहा। (हिल्किय्याह मसुल्लाम क पूत रहा। मसुल्लाम सादोक क पूत रहा। सादोक मरायोत क पूत रहा। मरायोत अहीतूब क पूत रहा।) अहीतूब परमेस्सर क भवन क देखरेख करइ वाला रहा। 12 ओनके भाइयन क आठ सौ बाइस मनसेधू जउन मन्दिर क बरे काम किहे रहेन अउर यरोहाम क पूत अदायाह। (यरोहाम पलल्याह क पूत रहा। पलल्याह अम्सी क पूत रहा। अम्सी जकर्याह क पूत रहा। जकर्याह पसहूर क पूत रहा। पसहूर मल्किय्याह क पूत रहा।) 13 मलकियाह क भाइयन क संख्या दुई सौ बियालीस रही। इ सबइ लोग अपने-अपने परिवारन क मुखिया रहेन। अमसै अजरेल क पूत रहा। (अजरेल अहजै क पूत रहा। अहजै मसिल्लेमोत क पूत रहा। मसिल्लेमोत इम्मेर क पूत रहा), 14 अमसै अउर ओकर साथी वीर जोधा रहेन। (उ पचे गनती मँ एक सौ चौबीस रहेन। हग्गदोलीन क पूत जब्दिएल ओनकर अधिकारी हुआ करत रहा।)

15 इ सबइ उ सब लेवीबंसी अहइँ, जउन यरूसलेम मँ जाइ बसे रहेन:

समायाह हस्सूब क पूत रहा। (हस्सूब अज्रीकाम क पूत रहा। अज्रीकाम हुसब्याह क पूत रहा। हुसब्याह बुन्नी क पूत रहा।) 16 सब्बत अउर योजाबाद (इ सबइ दुइ मनई लेवीबंसियन क मुखिया रहेन। उ पचे परमेस्सर क मन्दिर क बाहरी कामन देखरेख करइवालन रहेन।) 17 मत्तन्याह, (मत्तन्याह मीका क पूत रहा, अउर मीका जब्दी क पूत रहा, अउ जब्दी आसाप क पूत रहा। आसाप स्तुति गीत अउर पराथनन क गायन मँ लोगन क धन्यवाद देइवालन क अगुवाई किया करत रहा।) बकबुकियाह अपने भाइयन क ऊपर (दूसरे दर्जे क अधीकारी रहा।) अउर अब्दा सम्मू क पूत रहा। (सम्मू गालाल क पूत रहा। गालाल यदूतून क पूत रहा।) 18 इ तरह दुइ सौ चौरासी लेवीबंसी यरूसलेम क पवित्तर नगर मँ जाइ बसे रहेन।

19 जउन दुआरपाल यरूसलेम चले गए रहेन, ओनकर नाउँ इ सबइ रहेन:

अक्कूब, तलमोन, अउर ओनकर साथी। इ सबइ लोग नगर दुआरन पइ नजर रखत भए ओनकर रखवारी किया करत रहेन। इ सबइ गनती मँ एक सौ बहत्तर रहेन।

20 इस्राएल क दूसर लोग, दूसर याजक अउर लेवीबंसी यहूदा क सबहिं नगरन मँ रहइ लागेन। हर कउनो मनई उ धरती पइ रहा करत रहा जउन ओनकर पुरखन क रही। 21 मन्दिर मँ सेवकन ओपेल क पहाड़ी पइ बस गएन। सीहा अउ गिस्पा मन्दिर क ओन सेवकन क निगराँ कार रहेन।

22 यरूसलेम मँ लेवीबंसियन क ऊपर उज्जी क अधिकारी बनावा गवा। उज्जी बानी क पूत रहा। (बानी, मीका क पड़पोता, मत्तन्याह क पोता, अउर हसब्याह क पूत रहा।) उज्जी आसाप क संतान रहा। आसाप क संतान उ सबइ गायक रहेन जउने पइ परमेस्सर क मन्दिर क सेवा क भार रहा। 23 इ सबइ गायक राजा क आग्यन क पालन किया करत रहेन। राजा क आग्यन एन गायकर क बतावत रहिन कि ओनका हर रोज का करब अहइ। 24 मसेजबेल क पूत पतहियाह, लोगन स सम्बन्धित मामलन क बिसय मँ राजा क प्रतिनिधि रहा। (मसेजबेल जेरह क पूत रहा। जेरह यहूदा क पूत रहा।)

25 यहूदा क लोग एन कस्बन मँ बस गएन: किर्यतर्बा अउर ओकरे आस-पास क नान्ह-नान्ह गाँव, दिबोन अउर ओकरे आस-पास क नान्ह-नान्ह गाँव यकब्सेल अउर ओकरे आस-पास क नान्ह-नान्ह गाँव 26 अउर येसू, मोलादा, बेतपेलेत, 27 हसर्यूयाल बेरसेबा अउर ओकरे आस-पास क नान्ह गाँव 28 अउर सिकलग, मकोना अउर ओकरे आस-पास क नान्ह गाँव। 29 एन्निम्मोन, सोरा, यर्मूत, 30 जानोह अउर यदुल्लाम अउ ओकरे आस-पास क नान्ह-नान्ह गाँव। लाकीस अउर ओकरे आस-पास क खेतन, अजेका अउर ओकरे आस-पास क नान्ह-नान्ह गाँव। इ तरह बरसेवा स लइके हिन्नौम क तराई तलक क इलाके मँ यहूदा क लोग रहइ लागेन।

31 जउने जगहन मँ बिन्यामीन क संतान रहइ लागे रहेन, उ सबइ इ सब रहिन: गेबा मिकमस, अय्या, बेतेल अउर ओकरे आस-पास क नान्ह-नान्ह गाँव, 32 अनातोत, नोब, अनन्याह 33 हासोर रामा, गित्तैम, 34 हादीद, सबोईम, नबल्लत, 35 लोद, ओनो अउर कारीगरन क तराई। 36 लेवीबंसियन क कछू समुदाय जउन यहूदा मँ रहा करत रहेन बिन्यामीन क धरती पइ बस गए रहेन।

प्रेरितन क काम 21

पौलुस क यरुसलेम जाब

21 फिन ओनसे बिदाइ लइके समुद्दर मँ हम पचे आपन नइया खेइ दीन्ह अउर सोझ राहे म कास पहोंच गएन अउर भियान रोदुस। फिन हुवाँ स हम पतरा चला गएन। हुवाँ हम एक ठु जहाज लीन्ह जउन फिनीके जात रहा।

जब साइप्रस लखइ क आइ गवा तउ हम पचे ओका बाई कइँती छोड़िके सीरिया कइँती मुड़ि गएऩ काहेकि जहाज क सूर मँ माल उतारइ क रहा तउ हम पचे भी हुवँई उतरि गएन। हुवाँ हम पचन क अनुयायी मिलेन जेनके संग हम सात दिनाँ ताई ठहरेन। उ पचे आतिमा क असर स पौलुस क यरुसलेम जाइ स रोक दिहेन। फिन हुवाँ ठहरइ क आपन समइ बिताइके हम पचे बिदा भएन आपन जात्रा पर निकरि गएन। आपन स्त्रियन अउर बचवन क संग उ पचे सहर क बाहेर तलक हमरे संग आएऩ। फिन हुवाँ समुद्दर क किनारे हम पचे घुटना क बल निहुरिके पराथना कीन्ह। अउर एक दूसर स बिदा होइके हम पचे जहाजे प चढ़ि गएऩ। अउर उ पचे आपन-आपन घरन क लौटि आएऩ।

सूर स पानी क रस्ता क जरिए जात्रा करत भए हम पतुलिमयिस मँ उतरेन। हुवाँ भाई लोगन क सुआगत सत्कार करत भए हम पचे ओनकइ संग एक दिन ठहरेन। दूसर दिन ओनका छोरिके हम कैसरिया आइ गएन। अउर सुसमाचार क प्रचारक फिलिप्पुस, जउन चुना भवा सात सेवकन मँ एक रहा, घर जाइके ओनके संग ठहरेन। ओकरे चार ठु कुँवारी बिटिया रहिन जउन भविस्सबाणी करत रहिन।

10 हुवाँ हमरे कछू दिनन ठहरे रहइ क पाछे यहूदिया स अगुबस नाउँ क एक नबी आवा। 11 हमरे निअरे आवत भवा उ पौलुस क करिहाउँ बाँधिके उठाइके ओसे अपऩइ ही गोड़ अउर हाथ बँधवाइ लिहेस अउर बोला, “इ अहइ जउन पवित्तर आतिमा कहत बा, ‘यानी यरूसलेम मँ यहूदियन, जेकर इ कमर बँध अहइ, ओका अइसे ही बॉधिके गैर यहूदियन क हाथे सौंपि देइही।’”

12 हम पचे जब इ सुनेन तउ हम हुवाँ क मनइयन ओसे यरूसलेम न आवइ क पराथना किहेन। 13 यह पइ पौलुस जवाब दिहेस, “इ तरह रोइ रोइके मोर हिरदय तोड़त भए इ तू पचे का करत बाट्या? मइँ तउ यरूसलेम मँ न सिरिफ बाँधा जाइ बरे बल्कि पर्भू मसीह क नाउँ प मरइ तलक सन्नध अही!”

14 काहेकि हम ओका मना नाहीं कइ पाएन। तउ बस ऍतना कहिके चुप्पी साधि गएन “जइसी पर्भू क इच्छा।”

15 इ दिनन क पाछे फिन हम तइयारी कइके यरुसलेम चला गएन। 16 कैसरिया स कछू चेलन भी हमरे संग होइ गएऩ। उ पचे हमका साइप्रस क मनासोन नाउँ क एक मनई क हियाँ लइ गएन जउन ईसू का पहिला चेला रहा। हमका उहइ क संग ठहरइ क रहा।

पौलुस क याकूब स भेंट

17 यरूसलेम पहुँचे प भाई लोगन बड़ा उछाइ स हमार सुआगत सत्कार किहेन। 18 दूसर दिन पौलुस हमरे संग याकूब स भेंटइ गवा। हुवाँ सबहिं कलीसिया क अगुआ हाजिर रहेन। 19 पौलुस ओनकइ सुआगत सत्कार किहेस अउर ओन सब कामे क बारे मँ जउन परमेस्सर ओकरे हीला स गैर यहूदियन क बीच करवाए रहा, एक एक कइके कहि सुनाएस।

20 तउ उ पचे परमेस्सर क स्तुति करत भए बोलेन, “बंधु तू पचे तउ लखत ही अहा हियाँ केतॅना ही हजार यहूदी अइसा अहइँ जउन बिसवास ग्रहण लिहे बाटेन। मुला उ पचे सोचत ही मूसा का व्यवस्था क मानब बहुत जरूरी अहइ। 21 तोहरे बारे मँ ओनसे कहा गवा बाटइ कि तू पचे गैर यहूदियन क बीच रहइवाला सबहिं यहूदी लोगन क मूसा क सिच्छा क तजइ क सीख देत बाट्या। अउर ओनसे कहत ह कि उ पचे न तउ आपन गदेलन क खतना करावइँ अउर न ही यहूदी रीति रिवाजे प चलइँ।

22 “तउ का कीन्ह जाइ? उ पचे इ तउ जरुरी ही सुनिहीं कि तू आवा अहा। 23 यह बरे तू उहइ करा जउन तोहसे हम कहत अही। हमरे संग चार ठु अइसे मनई बाटेन जउन कउनो मन्नत मानेन ह। 24 इ मनइयन क लइ जा अउर ओनकइ संग सुद्ध होइ क जलसा मँ सामिल होइ जा। ओऩकइ खर्जा दइ द्या उ पचे आपन मूड़ मुड़वाइ लइ लेइँ। ऍहसे सब लोग जान लेइहीं कि उ पचे तोहरे बारे मँ जउऩ सुने अहइँ, ओहमाँ स कउनो सच नाहीं बाटइ मुला तू तउ खुद ही हमरे व्यवस्था क मुताबिक जिन्नगी देत ह। 25 हियाँ तलक बिसवास ग्रहण करइवाले गैर यहूदियन क सवाल बा, हम पचे ओनका एक ठु चिट्ठि मँ लिखिके पठएऩ ह:

‘उ पचे मूरतियन प चढ़ावा प्रसाद, रकत क भोजन,

गटई घोंटि के मारे भएन गोरूअन

अउर व्यभिचार स आपने को खुद क दूर राखइँ।’”

पौलुस बन्दी बनवा गवा

26 इ तरह पौलुस ओन मनइयन क आपन संगे लिहस अउर ओन मनइयन क संग आपन खुद क अगले दिन सुद्ध कइ दिहस। फिन उ मंदिर मँ गवा जहाँ उ गोहराइके कहेस कि सुद्ध होइके दिन कब पूर होइहीं अउर हम पचन मँ स हर एक बरे चढ़ावा कब चढ़ाइ जाइ।

27 जब उ सात दिना पूर होइवाला रहा, एसिया स आए कछू यहूदी लोग ओका मंदिर मँ लखेन। उ पचे भीड़ मँ सबहिं मनइयन क हुस्काइ दिहेन अउर पौलुस क धइ लिहन। 28 फिन उ पचे नरियाइके बोलेन, “इस्राएल क मनइयो मदद करा। इ उहइ मनई अहइ जउन हर कहूँ हमार जनता क, मूसा क व्यवस्था क खिलाफ मनइयन क सिखावत बहकावत बा। अउर अब तउ इ गैर यहूदियन क मंदिर मँ लइ आवा अहइ। अउर इ इ तरह इ पवित्तर स्थान क भरभण्ड कइ दिहे अहइ।” 29 (उ पचे अइसा यह बरे कहे रहेन कि त्रुफिमुस नाउँ क एक इफिसी क सहर मँ उ पचे ओकर संग लखिके अइसा सोचेन कि पौलुस ओका मँदिर मँ लइ गवा अहइ।)

30 तउ सारा सहर खिलाफ उठि खड़ा भवा। मनई भागि भागिके चढ़ बइठेन अउर पौलुस क धइ लिहेन। फिन उ पचे ओका घिसीटते भए मंदिर स बाहेर लइ गएऩ अउर फउरन फाटक बन्द कइ दिहेन। 31 उ पचे ओका मारइ क जतन करत ही रहेन कि रोमी फऊज क टुकड़ी क नायक क लगे इ सूचना पहोंची कि समूचइ यरुसलेम मँ खलबली मची बा। 32 उ सेनानायक कछू सिपाहियन अउर फउज क अधिकारी क आपन संग लिहेस अउर पौलुस प हमला करइवाले यहूदियन कइँती बढ़ा। यहूदियन जब सेना नायक अउर सिपाही लोगन क लखेन तउ उ पचे पौलुस क पीटब बंद किहेन।

33 तब उ सेनानायक पौलुस क लगे गवा अउर ओका बंदी बनाइ लिहेस। उ ओका दुइ जंजीरे मँ बाँध लेइ क आदेस दिहेस। फिन उ पूछेस, “उ कउन अहइ अउर उ का किहेस ह?” 34 भिड़िया मँ स कछू मनइयन एक बात कहेन तउ दूसर लोग दूसर बात। इ हो-हल्लड़ मँ काहेकि उ इ नाहीं जान पाएस कु सच्चाई का अहइ, यह बरे उ हुकुम दिहेस कि ओका छावनी मँ लइ चला जाइ। 35-36 पौलुस जब सीढ़िन क लगे पहोंचा तउ भिड़िया मँ फइली हिंसा स सिपाहियन क ओका आपन सुरच्छा मँ लइ जाइ पड़ा। काहेकि ओकरे पाछे मनइयन क एक भारी भीड़ इ चिचियात भइ चलत रही, “ऍका मारि डावा!”

37 जब उ छावनी क भीतर लइ जावा जाइवाला रहा कि पौलुस सेनानायक स कहेस, “का मइँ तोहसे कछू कहि सकत हउँ?”

सेनानायक बोला, “का तू यूनानी बोलत अहा? 38 तउ तू उ मिस्र क मनई तउ नाहीं अहा न जउन पहिले दंगा सुरु कराए रहा अउर जउन हियाँ रेगिस्तान मँ चार हजार आंतकवादी लोगन क अगुअई करत रहा?”

39 पौलुस कहेस, “मइँ किलिकिया क तरसुस सहर क एक यहूदी मनई हउँ। अउर एक मसहूर सहर क नागरिक हउँ। मइँ तोहसे चाहत हउँ कि तू मोका इ मनइयन क बीच बोलाइ द्या।”

40 ओसे आग्या पाइके पौलुस सीढ़ी प खड़ा होइके मनइयन कइँती हाथ हिलावत भवा ओनका सांत होइ क कहेस। जब सब सांत होइ गवा तउ पौलुस इब्रानी भाखा मँ मनइयन स कहइ लाग।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.