M’Cheyne Bible Reading Plan
इब्राहीम गरार जात ह
20 इब्राहीम उ ठउरे क तजि दिहस और नेगेव क जात्रा किहेस। इब्राहीम कादेस अउ सूर क बीच गरार मँ बस गवा। 2 गरार मँ इब्राहीम मनइयन स कहेस कि सारा मोर बहिन अहइ। गरार क राजा अबीमेलक इ बात सुनेस। अबीमेलेक क सारा चाहत रहा ऍह बरे उ कछू नउकर ओका लावइ बरे पठएस। 3 मुला एक रात परमेस्सर अबीमेलेक स सपन मँ बात किहस। परमेस्सर कहेस, “देखा, तू मरि जाब्या जउने मेहरारु क तू लिहा ह उ सोहागिन अहइ।”
4 मुला अबीमेलेक अबहि सारा क संग नाही सोवा रहा। ऍह बरे अबीमेलेक कहेस, “हे यहोवा, मइँ दोखी नाही अहउँ। का तू बेदोखी मनई क मरब्या? 5 इब्राहीम मोसे खुद कहेस, ‘इ मेहरारु मोर बहिन अहइ’ अउ मेहरारु भी कहेस, ‘इ मनई मोर भाई अहइ’ मइँ बेदोखी अहउँ। मइँ नाही जानत रहेउँ कि मइँ का करत हउँ?”
6 तब परमेस्सर अबीमेलेक स सपन मँ कहेस, “हा, मइँ जानत हउँ कि तू निर्दोख अहा अउर मइँ इ भी जानत हउँ कि तू इ नाही जानत रह्या कि तू का करत रह्या? मइँ तोहका बचाएँउ। मइँ तोहका आपन खिलाफ पाप नाही करइ दिहेउँ। इ मइँ ही रहेउँ जउन तोहका ओकरे संग सोवइ नाही दिहेउँ। 7 ऍह बरे इब्राहीम क ओकर मेहरारु लौटाइ द्या। इब्राहीम एक ठु नबी बाटइ। उ तोहरे बरे पराथना करी अउर तू जिअत रहब्या मुला जदि तू सारा क नाही लौटउब्या तउ मइँ सरापत हउँ कि तू मरि जाब्या। तोहार सारा परिवार तोहरे संग मरि जाइ।”
8 ऍह बरे दूसर दिन बहोत भिंसारे अबीमेलेक आपन सबइ नउकरन क बोलाएस। अबीमेलेक सपने मँ भइ सारी बातन क ओनका बताएस। नउकर बहोतइ डेराइ गवा। 9 तब अबीमेलेक इब्राहीम क बोलाएस अउ ओसे कहेस, “तू हम पचन क संग अइसा काहे किहा? मइँ तोहार का बिगाड़ेउँ ह? तू इ झूठ काहे बोल्या कि उ तोहार बहिन अहइ। तू हमरे राज्ज प बहोत बड़ी बिपत्ति लइ आवा ह। इ बात तोहका मोरे संग नाही करइ चाही। 10 तू कउने बात स डेरात अहा? तू इ सबइ बातन मोरे संग काहे किहा ह?”
11 तब इब्राहीम कहेस, “मइँ ससान रहेउँ। काहेकि मइँ सोचेउँ कि हिआँ कउनो भी परमेस्सर क आदर नाही करत। मइँ बिचारेउँ कि सारा क पावइ बरे कउनो मोका मारि डाइ। 12 उ मोर मेहरारु अहइ, मुला उ मोर बहिन भी अहइ। उ मोरे पिता क बिटिया तउ अहइ मुला मोरी महतारी क बिटिया नाहीं अहइ, 13 परमेस्सर मोका मोरे पिता क घरे स दूर पहोंचाए अहइ। परमेस्सर कइयऊ अलग-अलग पहटा मँ मोका भटकाएस। जब अइसा भवा तउ मइँ सारा स कहेउँ, ‘मोरे बरे कछू करा। जहा कहु भी हम जाइ तू मनइयन स कहा कि तू मोर बहिन अहा।’”
14 अब अबीमेलेक जान लिहेस कि का होइ चुका बाटइ। ऍह बरे अबीमेलेक इब्राहीम क सारा लौटाइ दिहस। अबीमेलेक इब्राहीम क कछू भेड़िन, जनावर अउ दास भी दिहस। 15 अबीमेलेक कहेस, “तू चारिहु कइँती लखि ल्या। इ मोर देस अहइ। तू जउने ठउर चाहा, रहि सकत ह।”
16 अबीमेलेक सारा स कहेस, “लखा, मइँ तोहरे भाई क एख हजार चाँदी क टूक दिहेउँ ह। मइँ इ ऍह बरे किहेउँ ह कि जउन कछू भवा ओहसे मइँ दुःखी अहउँ। मइँ चाहत हउँ कि हर एक मनई इ लखड़ कि मइँ नीक काम किहेउँ ह।”
17-18 परमेस्सर अबीमेलेक क ओकर पत्नी क अउर ओकर मेहरारु नउकरन क लरिका जन्मइ क अयोग्ग बनाएस। परमेस्सर उ ऍह बरे किहस कि उ इब्राहीम क मेहरारु सारा क बइठाइ लिहे रहा। मुला इब्राहीम परमेस्सर स पराथना किहस अउ परमेस्सर अबीमेलेक, ओकर मेहररुअन अउ दास-कन्या क चंगा कइ दिहस।
तलाक
(मरकुस 10:1-12)
19 इ बातन बताइ के ईसू गलील स लउटिके यहूदिया क पहँटा मँ यरदन नदी क पार गवा। 2 हुवाँ एक ठु भारी भीड़ ओकरे पाछे होइ गइ। उ बेरमिया मनई क चंगा किहेस।
3 कछू फरीसियन ओका परखइ बरे ओकरे निअरे पहुँचेन अउर बोलेन, “का इ ठीक बाटइ कि कउनो आपन पत्नी क कउने भी कारण स तलाक दइ सकत ह?”
4 जवाब देत ईसू कहेस, “का तू पवित्तर सास्तरन मँ नाहीं बाँच्या कि जबहि संसार क रचइया ऍका रचेस, सुरुआत मँ, ‘उ एक पुरुस अउर एक स्त्री बनाएस?’(A) 5 अउर परमेस्सर कहे रहा, ‘इहइ कारण आपन महतारी बाप क तजिके पुरुस आपन पत्नी क संग होत भवा भी एक तन होइके रही।’(B) 6 तउ उ सबइ दुइ नाहीं रहतेन मुला एक रूप होइ जात हीं। एह बरे जेका परमेस्सर जोड़ेस ह ओका कउनो मनई क अलगावइ नाहीं चाही।”
7 उ फरीसियन बोलेन, “फिन मूसा इ काहे ठहराएन ह कि कउनो पुरुस आपन पत्नी क तलाक दइ सकत ह। सर्त इ अहइ कि उ ओका तलाकनामा लिखि के दइ देइ।”
8 ईसू ओनसे कहेस, “तोहरे मन की कठोरता क कारण मूसा पत्नी क तलाक देने की अनुमति तोहका दिहेस। मुला सुरुआत मँ अइसी रीति नाहीं रही। 9 तउ मइँ तोहसे कहत हउँ कि जउन व्यभिचार क तजिके आपन पत्नी क कउनो अउर कारण स तलाक देत ह अउर कउनो दूसर स्त्री क बीहत ह तउ उ व्यभिचार करत ह।”
10 ऍह प ओकर चेलन ओसे कहेन, “जदि एक स्त्री अउर एक पुरुस क बीच अइसी बात होइ तउ कउनो क बिआह नाहीं करइ क चाही।”
11 फिन ईसू ओनसे कहेस, “हर कउनो तउ इ उपदेस क नाहीं मानत। ऍका बस उहइ मान सकत ह जेका ऍकर छमता प्रदान की गइ अहइ। परमेस्सर स ताकत मिलि गइ अहइ। 12 कछू अइसेन बाटेन जउन महतारी क गर्भ स नपुंसक पइदा भएन। अउर कछू एसे अहइ जउन लोगोन द्वारा नपुंसक बना दिन्हा अहइँ। अउर आखिर मँ कछू अइसे भी बाटेन जउन सरगे क राज्य क कारण बिआह नाहीं करइ क फइसला कइ लिहन। इ उपदेस क जउन लइ सकत होइ, लइ ले।”
ईसू क आसीर्बाद-गदेलन बरे
(मरकुस 10:13-16; लूका 18:15-17)
13 फिन मनइयन कछू गदेलन क ईसू क लगे लइ आएन कि उ ओनके मुँड़वा प हथवा धइके ओनका आसीर्बाद देइ अउ ओनके बरे पराथना करइ। मुला ओकर चेलन ओका डाटेन। 14 ओह प ईसू कहेस, “गदेलन क रहइ द्या, ओनका जिन रोका, मोरे लगे आवइ द्या काहेकि सरगे क राज्य अइसेन क अहइ।” 15 फिन उ गदेलन प आपन हाथ रखेस अउर हुवाँ स चला गवा।
एक खास प्रस्न
(मरकुस 10:17-31; लूका 18:18-30)
16 हुवाँ एक मनई रहा। उ ईसू क लगे आवा अउर कहेस, “गुरु अनन्त जीवन पावइ बरे मोका का नीक काम करइ चाही?”(C)
17 ईसू ओसे कहेस, “नीक का अहइ, ऍकरे बारे मँ मोसे काहे पूछत अहा? काहेकि नीक तउ सिरिफ एक ही बाटइ। फिन भी तू अगर अनन्त जिन्नगी मँ घुसइ चाहत ह, तउ तू हुकुमन क मान ल्या।”
18 उ ईसू स पूछेस, “कउन स हुकुम?”
तब ईसू कहेस, “कतल जिन करा। व्यभिचार जिन करा। चोरी जिन करा। झूठी साच्छी जिन द्या। 19 आपन बाप अउर आपन महतारी क इज्जत करा(D) अउर ‘जइसे तू आपन खुद क पिआर करत ह, वइसे ही आपन पड़ोसी स पिआर करा।’”(E)
20 नउजवान ईसू स पूछेस, “मइँ एन सब बातन क पालन किहेउँ ह। अब मोहमाँ कउने बात क कमी अहइ?”
21 ईसू ओसे कहेस, “जदि तू सिद्ध बनइ चाहत अहा तउ जा अउर जउन कछू तोहरे लगे बा, ओका बेचिके धन गरीबन क दइ द्या जेहसे सरग मँ तोहका धन मिल सकइ। फिन आवा अउर मोरे पाछे होइ जा।”
22 मुला जब उ नउजवान मनई इ सुनेस तउ उ दुखी होइके चला गवा काहेकि उ बहोत धनी रहा।
23 ईसू आपन चेलन स कहेस, “मइँ तोहसे सच कहत हउँ कि धनी क सरगे क राज्य मँ घुसि पाउब मुस्किल बाटइ। 24 हाँ मइँ तोहसे कहत हउँ कि कउनो धनी मनई क सरग क राज्य मँ घुसि पाउब स एक ऊँटे क सुई क छेद स निकर जाब सहल बा।”
25 जब ओकर चेलन सुनेन तउ अचरज मँ आइके पूछेन, “फिन केकर उद्धार होइ सकत ह?”
26 ईसू ओनका देखत भवा कहेस, “मनइयन बरे इ असम्भव बाटइ मुला परमेस्सर बरे सब कछू होइ सकत ह।”
27 जबावे मँ पतरस ओसे कहेस, “देखा, हम पचे कछू तजिके तोहरे पाछे होई गएन ह। तउ हमका का मिली?”
28 ईसू ओनसे कहेस, “मइँ तू सबन स सच कहत हउँ कि नवा जुग मँ जब मनई क पूत आपन प्रतापी सिंहासने प बिराजी तउ तू भी, जउन मोरे पाछे अहा, बारह सिंहासन प बइठिके इस्राएल क बारह कबीले क निआव करब्या। 29 अउर मोरे बरे जेतना भी घर-बार या भाइयन या बहिनियन या बाप या महतारी या बचवन या खेतन क तजि दिहे अहा, उ सब सौ गुना जिआदा पाइ अउर अनन्त जीवन क हकदार होई। 30 मुला बहोत स जउन अब पहिले अहइँ, पिछला होइ जइहीं अउर जउन पिछला अहइँ उ पहिले होइ जइहीं।
इस्राएल क लोगन क जरिये अपने पापन क अंगीकार
9 फुन उहइ महीने क चौबीसवीं तारीख क एक दिन क उपवास क बरे इस्राएल क लोग आपुस मँ एकट्ठे भएन। उ पचे इ देखावइ क बरे कि उ पचे दुःखी अउर बेचैन अहइँ, उ पचे सोक वस्त्र धारण किहन, अपने अपने मूँडन पइ राखी डाएन। 2 उ सबइ लोग जउन इस्राएल मँ जनमा रहेन, उ पचे बाहेर क लोगन स अपने आप क अलग कइ दिहन। इस्राएली लोग खड़े होइके अपने अउर अपने पुरखन क पापन क कबूल किहन। 3 उ सबइ लोग हुवाँ लगभग तीन घण्टे खड़े रहेन अउर उ पचे अपने यहोवा परमेस्सर क व्यवस्था क विधान क किताब क पाठ किहन अउर फुन तीन घण्टे उ पचे यहोवा परमेस्सर क समन्वा आपन मुँड़े क खाले निहुरेन अउर ओकर आराधना किहेन अउर अपने पापन क कबूल किहन।
4 फुन लेवीबंसी येसू, बानी, कदमीएल, सबन्याह, बुन्नी, सेरेब्याह, बानी अउर कनानी मंच पइ खड़े होइ गएन अउर उ पचे अपने परमेस्सर यहोवा क ऊँच सुर मँ गोहराएन। 5 एकरे पाछे लेवीबंसी येसू, कदमीएल, बानी, हसबन्याह, सेरेब्याह, होदियाह, सबन्याह अउर पतहयाह फुन कहेस। उ पचे बोलेन: “खड़े होइ जा अउर अपने यहोवा परमेस्सर क स्तुति करा। परमेस्सर सदा स जिअत रहा। अउर सदा ही जिअत रही।
“लोगन क चाही कि स्तुति करइँ तोहरे बडकईवाले नाउँ क।
सबहिं आसीसन अउ सारे गुण गानन स नाउँ ऊपर उठइ तोहार।
6 तू तउ परमेस्सर अहा।
यहोवा, बस तू ही परमेस्सर अहा।
अकासे क तू बनाया ह।
सब स ऊँच अकासन क रचना किहा तू,
अउर जउन कछू अहइ ओनमाँ सब तोहार बनावा अहइ!
धरती क रचना किहा तू ही,
अउर जउन कछू धरती पइ अहइ।
सागर क, अउर जउन कछू अहइ सागर मँ।
तू बनाया ह हर कउनो वस्तु क जिन्नगी तू देत ह!
सितारे सारे अकास क, निहुरत हीं समन्वा तोहरे अउर उपासना करत हीं तोहार।
7 यहोवा तू ही परमेस्सर अहा।
तू मोका कसदियन क ऊर जगह स बाहेर निकालेस ह।
तू ओकर नाउँ बदलेस ह
अउर ओका नाउँ इब्राहीम दिहेस ह।
8 तू इ लखे रह्या कि उ सच्चा अउर निस्ठावान रहा तोहरे बरे।
कइ लिहा उ साथ ओकरे वाचा एक ओका देइ क धरती कनान क बचन दिहा तू धरती,
जउन हुवा करत रही हित्तियन क अउर एमोरियन क।
धरती, जउन हुवा करत रही परिज्जियन, यबूसियन अउर गिर्गासियन क।
मुला बचन दिहा तू उ धरती क देइ क इब्राहीम क संतानन क
अउर आपन बचन उ पूरा किहा तू काहे? काहेकि तू उत्तिम अहा।
9 यहोवा लखत रहा तड़पत भए तू हमरे पुरखन क मिस्र मँ।
गोहरावत मदद क लाल सागर क तट पइ तू ओनका सुने रह्या।
10 फिरौन क तू देखाए रह्या चमत्कार।
तू हाकिमन क ओकरे अउर ओकरे लोगन क देखाए रह्या अद्भुत करम।
तोहका इ गियान रहा कि सोचा करत रहे मिस्री कि
उ पचे उत्तिम अहइँ हमरे पुरखन स।
किन्तु साबित कइ दिहा तू कि तू केतना महान अहा।
अउर अहइ ओकर याद बनी भइ ओनका आजु तलक भी।
11 सामने ओकरे लाल सागर क बाटँ दिहा तू,
अउर उ पचे पार होइ ग रहेन झुरान धरती पइ चलत भए।
मिस्र क फउजी पाछा करत रहेन ओनका।
मुला बोर दिहा तू ही रह्या दुस्मन क सागर मँ।
अउर उ पचे बूड़ गएन सागर मँ जइसे बूड़ जात ह पानी मँ पाथर।
12 मीनार जइसे बादर स दिन मँ ओनका राह तू देखाँया
अउर आगी क खंभे क प्रयोग कइके राति मँ ओनका तू देखाँया रहा।
मार्ग क तू ओनके इ तरह कइ दिहा ज्योतिर्मय
अउर देखाइ दिहा ओनका कि कहाँ ओनका जाब अहइ।
13 फुन तू उतर्या सीनै पहाड़ पइ
अउर अकासे स तू रह्या ओनका सम्बोधित किहा।
उत्तिम विधान दइ दिहा तू ओनका सच्ची सिच्छा क रहा तू दिहा ओनका।
व्यवस्था क विधान ओनका तू दिहा
अउर तू दिहा आदेस ओनका बहोत उत्तिम।
14 तू बताया ओनका सबित यानी अपने विस्राम क बिसेस दिन क विसय मँ।
तू अपने सेवक मूसा क जरिये ओनका आदेस दिहा।
व्यवस्था क विधान दिहा अउर दिहा सिच्छन।
15 जब ओनका भूख लगी,
बरसाइ दिहे भोजन रह्या, तू अकासे स।
जब ओनका पियास लाग,
चटान स परगट किहे तू रह्या जल क
अउर कहे तू रह्या ओनसे
‘आवा, लइ ल्या इ प्रदेस क।’
तू बचन दिहा ओन क
उठाइके हाथ इ प्रदेस क ओनका।
16 मुला उ सबइ पुरखन हमारे होइ गएन अभिमानी; उ पचे होइ गए हठी रहेन।
कइ दिहन उ पचे मना आग्यन मानइ स तोहार।
17 कइ दिहन उ पचे मना सुनइ स।
उ पचे भूलेन ओन अचरज भरी बातन क जउन तू ओनके संग किहे रह्या।
उ पचे होइ गएन जिद्दी।
बिद्रोह उ पचे किहन, अउर बनाइ लिहन, आपन एक नेता जउन ओनका लउटाइके लइ जाइ, फुन ओनकर उहइ दासता मँ।
“मुला तू तउ अहा दयावान परमेस्सर।
तू अहा दयालु अउर करुणापूर्ण,
धीरजवान, अउ पिरेम स भरा अहा तू।
एह बरे तू रह्या त्यागा नाहीं ओनका।
18 चाहे उ पचे बनाइ लिहन सोने क बछवा अउर कहेन,
‘बछवा अब देव अहइ तोहार’ इहइ स निकारा रहा तू पचन्क मिस्र स बाहर मुला ओनका तू त्यागा नाहीं।
19 तू बहोत ही दयालु अहा।
एह बरे तू ओनका रेगिस्ताने मँ त्यागा नाहीं।
दूर ओनसे हटाया नाहीं दिन मँ तू
बादर क खम्भन क मारग
तू देखावत रहा ओनका।
अउर राति मँ तू रह्या दूर किहे नाहीं ओनसे
आगी क पुंज क।
प्रकासित तू करत रह्या रास्ते क ओनके।
अउर तू देखावत रह्या कहाँ ओनका जाब अहइ।
20 निज उत्तिम चेतना, तू दिहा ओनका ताकि तू बिवेकी बनाया ओनका।
खाइ क देत रह्या, तू ओनका ‘मन्ना’
अउर पियास क ओनका तू देत्या रहा पानी।
21 तू रख्या ओनकर धियान चालीस बरिसन तलक रेगिस्तान मँ।
ओनका मिली हर वस्तु जेकर ओनका दरकार रही।
ओढ़ना ओनकर फटे तलक नाहीं गोड़न मँ
ओनके कबहुँ नाहीं आई सूजन कबहुँ कउनो पीरा मँ।
22 यहोवा तू दिहा ओनका राज्ज, अउर ओनका दिहा जातियन
अउर दूर सुदूर क जगह रहिन ओनका दिहा जहाँ बसत रहेन कछू लोग
धरती ओनका मिल गइ सीहोन क, सीहोन जउन हसबोन क राजा रहा धरती ओनका मिल गइ
ओग क, ओग जउन बासान क राजा रहा।
23 तू ओनका अनन्त संतान
जेतने अंबर मँ तारे अहइँ दिहा ह।
ओनका तू उ धरती लइ आया
जेकरे बरे ओनके पुरखन क तू कहे रहा कि
उ पचे हुवाँ जाइँ अउर ओह पइ अधिकार करइँ।
24 धरती उ ओन संतानन लइ लिहन।
हुवाँ रह रहे कनानियन क उ पचे हराइ दिहन।
पराजित कराया तू ओनसे
ओन लोगन क साथ ओन प्रदेसन क
अउर ओन लोगन क उ पचे जइसा चाहइँ वइसा करइँ अइसा रहा तू कराइ दिहा।
25 सक्तीसाली नगरन क उ पचे हराइ दिहन।
कब्जा किहन उपजाउ धरती पइ उ पचे।
उत्तिम चिजियन स भरे भए लइ लिहन उ पचे घर; खोदे भए कुअन क लइ लिहन उ पचे।
लइ लिहन उ पचे रहेन बगीचे अंगूर क।
जइतून क बृच्छ अउ फलन क बृच्छ भर पेट खाया
उ पचे करत रहेन तउ उ पचे होइ गएन मोटे।
तोहार दीन्ह सबहि अद्भुत चिजियन क आनन्द उ पचे लेत रहेन।
26 अउर फुन उ पचे तोहार नाफ़रमानी किहेस अउर तोहार खिलाफ बिद्रोह किहेस।
उ तोहरी नेम आपन पीठ क पीछे लोकाइ दिहन
अउर तोहरे नबियन क मार डाएन।
अइसे नबियन क जउन लोगन क सचेत करत रहेन।
उ पेचे लोगन क तोहरी ओर वापिस लिआवइ क जतन किहेन।
मुला हमार पुरखन तोहरे खिलाफ भयानक पाप किहेन।
27 तउ तू ओनका ओनके दुस्मनन क हाथन मँ पकड़इ दिहा।
ओनका दुस्मन बहुतेरे कस्ट दिहन।
जब हमार पुरखन पइ बिपदा पड़ी तउ उ पचे तोहका गोहारत रहेन।
अउर सरग मँ तू रह्या ओनका सुन लिहा।
तू दयालु अउर रहम दिल अहइ ऍह
बरे तू ओन लोगन क बचावइ बरे लोगन क भेजेस।
अउर ओन लोग ओनके दुस्मनन स छुड़ाइके ओनका बचाइ लिहन।
28 मुला, जइसे ही चैन ओनका मिलत रहा,
वइसे ही उ पचे बुरे काम करइ लग जातेन बार बार।
तउ दुस्मनन क हाथन ओनका सौंप दिहा तू ताकि उ पचे करइँ ओन पइ राज।
फुन तोहार दोहाई उ पचे दिहन
अउर सरग मँ तू सुन्या ओनकर
अउर मदद ओनकर किहा।
तू केतना दयालु अहा!
होत रहा अइसा ही अनेकन बार।
29 तू चेताया ओनका!
फुन स लउटि आवइ क तोहरे विधान मँ
मुला उ पचे रहेन बहोत अभिमानी।
उ पचे नकार दिहन तोहरे आदेस क।
जदि चलत ह कउनो मनई नेमन पइ तोहरे तउ फुरइ जिएगा
उ किन्तु हमरे पुरखन तउ तोड़े रहेन
तोहरे नेमन क उ पचे रहेन हठीले।
मुँह फेर, पीठ दिहे रहेन उ पचे तोहका।
तोहार सुनइ स ही उ पचे रहेन मना किहे।
30 “तू रह्या बहोत सहनसील, संग हमरे पुरखन क,
तू ओनका करइ दिहा बर्त्ताव बुरा अपने संग बरिसन तलक।
सजग किहा तू ओनका अपनी आतिमा स।
ओनका देइ चितउनी पठए रह्या नबियन क तू।
मुला हमरे पुरखन तउ ओनकर सुनेन ही नाहीं।
एह बरे तू रह्या दूसरे देसन क लोगन क सौप दिहा ओनका।
31 “मुला तू केतना दयालु अहा।
तू किहे रह्या नाहीं पूरी तरह नस्ट ओनका।
तू तज्या नाहीं ओनका रह्या।
हे परमेस्सर! तू अइसा दयालु अउर करूणापूर्ण अइसा अहा।
32 हमार परमेस्सर महान परमेस्सर अहइ!
तू एक अचरजमय अउर सक्तीसाली सैनिक अहा
जउन बिस्सास करइ जोग्ग अहा।
तू निज वाचा क निभावत ह अउर तू हमेसा दयालु अहा।
हमार सबहिं परेसानियन क
जेका हम पचन्क झेलेस ह साधारण जिन समुझा।
साथ मँ हमरे राजा लोगन क
अउर मुखिया लोगन क साथ बहोत परेसानियन घटि रहेन।
याजकन क संग मँ हमरे अउर संग मँ नबियन क
अउर हमरे सबहिं लोगन क संग बातन बुरी घटी रहिन।
अस्सूर क राजा स लइके आजु तलक उ सबइ बातन भयानक घटी रहिन।
33 किन्तु हे परमेस्सर।
जउन कछू भी घटब अहइ साथ हमरे घटी ओनके बरे निआव पूर्ण तू रहा।
तू तउ अच्छा ही रहा, बुरे तउ हम ही रहे।
34 हमरे राजा लोगन मुखियन, याजकन अउर पुरखन नाहीं पालेन तोहरी सिच्छन क।
उ पचे नाहीं दिहन कान तोहरे आदेसन,
तोहार चिताउनियन उ पचे सुनेन ही नाहीं।
35 हिआँ तलक कि जब पुरखन हमरे अपने राज्ज मँ रहत रहेन, उ पचे नाहीं सेवा किहन तोहार।
तजेन उ पचे नाहीं बुरे करमन क करब।
जउन कछू भी उत्तिम वस्तु ओनका तू दिहे रह्या, ओनकर रस उ पचे रहेन लेत।
आनन्द उ धरती क लेत रहेन जउन रही सम्पन्न बहोत।
अर जगह बहोत स रही ओनके लगे।
किन्तु उ पचे नाहीं छोडेन निज बुरी राह।
36 अउर अब हम बने दास अही;
हम दास अही उ धरती पइ,
जेका तू दिहे रह्या हमरे पुरखन क।
तू इ धरती रह्या ओनका दिहे,
कि भोगइँ उ पचे ओकर फल
अउर आनन्द लेइँ ओन सबहि चिजियन क जउन हिआँ उगत ही।
37 इ धरती क फसल अहइ भरपूर
मुला पाप किहा हम तउ हमार उपज जात ह लगे ओन राजा लोगन क जेनका तू बइठाया ह मूँड़े पइ हमरे।
हम पइ अउर गोरुअन पइ हमरे उ सबइ राजा राज करत हीं
उ पचे चाहत हीं जइसा भी वइसा ही करत ही।
हम अही बहोत कस्ट मँ।
38 “तउ, सोचिके एन सबहि बातन क बारे मँ हम करित ह वाचा एक, जउन न बदला जाइ कबहुँ भी। अउर इ वाचा क लिखतम हम लिखत अही अउर इ वाचा पइ अंकित करित ह आपन नाउँ हाकिम हमरे, लेवी क संतान अउर उ पचे करत ही हस्ताच्छर लगाइके ओह पइ मुहर।”
पौलुस इफिसुस मँ
19 अइसा भवा कि जब अपुल्लोस कुरिन्थुस मँ रहा तबहि पौलुस भीतर क पहँटा स जात्रा करत भवा इफिसुस मँ आइ पहोंचा। हुवाँ ओका कछू चेलन मिलेन। 2 अउर उ ओनसे कहेस, “का जब तू पचे बिसवास धारण किहे रहा तब पवित्तर आतिमा क ग्रहण किहे रहा?”
उ सबइ जवाब दिहेन, “हम पचे तउ सुना तलक नाहीं कि कउनो पवित्तर आतिमा बाटइ भी!”
3 तउ उ कहेस, “तउ तू पचे कइसा बपतिस्मा लिहे अहा!”
उ सबइ कहेन, “य़ूहन्ना क बपतिस्मा।”
4 फिन पौलुस कहेस, “यूहन्ना क बपतिस्मा तउ मनफिरावइ क बपतिस्मा रहा। उ मनइयन स कहे रहा कि जउन मोरे पाछे आवत अहइ, ओह पइ अरथ अहइ ईसू प बिसवास धरा।”
5 इ सुनिके उ पचे पर्भू ईसू क नाउँ क बपतिस्मा लइ लिहेन। 6 फिन जब पौलुस ओन प हाथ धरेस तउ ओन पइ पवित्तर आतिमा उतरि आइ। अउर उ सबइ अलग अलग भाखा बोलइ अउर भविस्सबाणी करइ लागेन। 7 कुल जोरिके उ पचे कउनो बारह मनई रहेन।
8 फिन पौलुस यहूदी आराधनालय मँ चला गवा अउर तीन महीना निडर होइके बोलत रहा। उ यहूदी लोगन क साथ बहस करत भवा ओनका परमेस्सर क राज्य क बारे मँ समझावत रहत रहा। 9 मुला ओहमाँ स कछू लोग बहोत जिद्दी रहेन। उ पचे बिसवास ग्रहण करइ स इन्कार कइ दिहेन अउर मनइयन क समन्वा भला बुरा कहत रहेन। तउ उ आपन चेलन क संग लइके ओनका तजिके चला गवा। अउर तरन्नुस क पाठसाला मँ हर रोज बिचार करत रहा। 10 दुइ बरिस तलक अइसा ही होत रहा। एकर नतीजा इ भवा कि सबइ एसिया क बसइया अउर यहूदियन अउर गैर यहूदियन पर्भू क बचन सुनि लिहेन।
स्किबा क बेटवन
11 परमेस्सर पौलुस क हथवा चमत्कार करम करावत रहा। 12 हिआँ तलक की ओकर छुआ रुमाल अउर अँगरखा क बेरामियन क लगे लइ जावा जात तउ ओऩकइ बेरामी जरटुट होइ जातिन अउर दुस्ट आतिमा ओहमाँ म पराइ जातिन।
13-14 कछू यहूदी लोग, जउन दुस्ट आतिमा क उतारत भए एहर ओहर टहरत डोलत रहेन, जिन मनइयन मँ दुस्ट आतिमन क सवारी होतिन, ओन पइ पर्भू ईसू क नाउँ क बइपरइ क जतन करतेन अउर कहतेन, “मइँ तोहका उ ईसू क नाउँ प जेकर प्रचार पौलुस करत वा, आदेस देत हउँ?” एक स्किबा नाउँ क यहूदी महा याजक क सात ठु बेटवन जब अइसा करत रहेन।
15 तउ दुस्ट आतिमा (एक दाँई) ओनसे कहेस, “मइँ ईसू क पहिचानत हउँ अउर पौलुस क बारे मँ भी जानत हउँ, मुला तू पचे कउऩ अहा?”
16 फिन उ मनई जेह पइ दुस्ट आतिमा सवार रही, ओन प कूदि पड़ी। उ ओन पइ काबू पाइके अउर ओनकर कपरा फाड़ दिहेस। उ ओनका खूबइ पीटेस अउर ओनकइ ओढ़ना फाड़ि डाएस। एहसे उ पचे बेबस्तर होइके अउर चोटाइके परानेन।
17 इफिसुस मँ बसइया लोग सबहिं यहूदियन अउर यूनानी लोगन क इ बाते क पता लग गवा। उ सबइ लोग बहोतइ डेराइ गएऩ। इ तरह पर्भू ईसू क नाउँ क आदर अउर जिआदा बाढ़त गवा। 18 ओहमाँ स बहोत स जउऩ बिसवास ग्रहण किहे रहेन, आपन स कीन्ह गवा कुकरम क सबन क समन्वा कबूलत भए हुवाँ आएन। 19 जादूगर अउर टोनहन मँ स बहोतन आपन-आपन पोथी लइके हुवाँ बटोरि दिहेन अउर सब मनइयन क अगवा बारि दिहेन। ओऩ पोथिन क कीमत 50,000 चाँदी क सिक्का क बराबर कूता गवा। 20 इ तरइ पर्भू क बचन जिआदा असरदार होत भवा दूर दूर ताई फइल गवा।
पौलुस क जात्रा क जोजना
21 इ सब घटित होए क पाछे पौलुस आपन मने मँ मैसीडोनिया अउर अखाया होत भवा यरूसलेम जाइ क निहचय किहेस। उ कहेस, “हुवाँ जाए क पाछे मोका रोम भी लखइ चाही।” 22 तउ उ आपन तीमुथियुस अउर इरास्तुस नाउँ क दुइ सहायक लोगन क मैसीहोनिया पठएस अउर एसिया मँ तनिक समइ अउर बिताएस।
इफिसुस मँ उपद्रव
23 उ दिनन मँ परमेस्सर के रस्ता का लइके हुवाँ खुब उपद्रप भवा। 24 हुवाँ देमेत्रियुस नाउँ क एक ठु चाँदी क बनवइया सोनार रहा। उ चाँदी क मन्दिर मूरति देवी अरतिमिस[a] क बनवत रहा। जेहसे कारीगर लोगन क रोजी मिलत रही।
25 उ ओऩका इ धंधा मँ लगा भएन दूसर कारीगरन क बटोरेस अउर कहेस, “लखा मनइयो, तू पचे जानत ह कि काम स हमका एक बढ़िया आमदनी होत ह। 26 तू सब लखि सकत ह अउर सुनि सकत ह कि इ पौलुस न सिरिफ इफिसुस मँ मुला करीब करीब एसिया क समूचइ पहँटा मँ मनइयन क अपनी सिच्छा क जरिये बदल दिहे बा। उ कहत बा कि मनई क हथवा क बनावा सच देवता नाहीं अहइँ। 27 एहसे न सिरिफ इ बात क डर अहइ कि हमार बइपार क नामूसी होइ मुला महान देवी अरतिमिस क मंदिर क इज्जत खोइ जाइ क भी डर बाटइ। अउर जउन देवी क आराधना समूचइ एसिया अउर दुनिया स कीन्ह जात बाटइ, ओकर गरिमा छीन लइ जाइ डर अहइ।”
28 जब उ पचे इ सुनेन तउ उ पचे बहोत कोहाइ गएन अउर चिचिआइ चिचिआइ क कहइ लागेन, “इफिसियो क देवी अरतिमिस महान बा!” 29 ओहार सारे सहर मँ गड़बड़ी फैलि गइ। तउ मनइयन मैसीडोनिया स आएन अउर पौलुस क संग जात्रा करत भएन गयुस अउर अरिस्तरखुस क धइ दहबोचेन अउर रंग साला मँ लइ भागेन। 30 पौलुस मनइयन क समन्वा जाब चाहत रहा मुला चेलन ओका नाहीं जाइ दिहन। 31 कछू प्रांत क अधिकारी जउऩ ओकर मीत रहेन, ओसे कहवाइ पठइएन कि उ हुवाँ रंगसाला मँ आवइ क दुस्साहस जिन करइ।
32 लोगन मँ स कछू चिचियात बा, अउर कउनो कछू, काहेकि समूचइ सभा मँ हल्बुली फइली बाटइ। ओहमाँ मू जिआदा स जिआदा इ नाहीं जानत रहेन कि उ पचे हुवाँ बटुरा काहे बाटेन। 33 यहूदियन सिकन्दर क जेकज नाउँ भीड़ मँ स उ पचे सुझाए रहेन, अगवा ठाड़ कइ रखे रहेन। सिकन्दर आपन हथवा क हिलाइ हिलाइके मनइयन क समन्वा सफाई क बयान देत रहा। 34 मुला जब ओनका इ पता लाग कु उ एक यहूदी अहइ तउ उ सबइ एक अउटके कछू दुइ घण्टा तलक एक सुर मँ चिचियात भवा कहत रहेन, “इफिसियन क देवी अरतिमिस महान बा।”
35 फिन सहर क बाबू भीड़ क सान्त करत भवा कहेस, “हे इफिसुस क मनइयो, का दुनिया मँ अइसा कउनो मनई बा जउऩ इ नाहीं जानत कि इफिसियन सहर महान देवी अरतिमिस अउर सरग स गिरी भइ पवित्तर सिला क रखवारा अहइ? 36 काहेकि इ बातन स इन्कार नाहीं होइ सकता ऍह बरे तोहका सान्त रहइ चाही।
37 “तू पचे इ मनइयन क धइके हियाँ लाया ह जदि अपि उ सबइ न तउ कउनो मंदिर क लुटेन ह अउर न ही हमरी देवि क बेज्जत किहेन ह। 38 अगर देमेत्रियुस अउर संगी कारीगरन क कउनो क खिलाफ कउनो सिकाइत अहइ तउ अदालत खुली बाटइँ अउर हुवाँ निरनायकन अहइँ। हुवाँ आपुस मँ एक दूसर प नालिस करइँ।
39 “मुला जदि तू एहसे कछू जिआदा जानइ चाहत ह तउ ओकर फैसला नेम स चलइवाली सभा मँ कीन्ह जाइ। 40 जउन कछू अहइ ओकरे मुताबिक हमका इ बाते क डर हइ कि आज क दंगा क कारण हम प दोख न लगावा जाइ। इ दंगा बरे हमरे लगे कउनो भी कारण नाहीं बाटइ जेहसे हम सबइ ऍका ठीक ठहराइ सकी।” 41 ऍतना कहे क पाछे उ सभा क बिसर्जित कइ दिहेस।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.