M’Cheyne Bible Reading Plan
पानी क प्रलय खतम होत ह
8 मुला परमेस्सर नूह क नाही बिसरा। परमेस्सर नूह अउ जहाजे मँ ओकरे संग रहइवालन सब पसुअन अउ जनावरन क सुमिरे रहा। परमेस्सर धरती प हावा चलाएस अउ सारा पानी घटइ होइ लाग।
2 अकासे स बर्खा थमि गइ अउ धरती क नीचे स पानी बहब रुकि गवा। 3 धरती क बोरइवाला पानी लगातार घटत चला गवा। एक सौ पचास दिन पाछे पानी ऍतना उतरि गवा कि जहाज फुनि स धरती प उतरा। 4 जहाज अरारात क पहाड़न मँ स एक प आइके टिक गवा। इ सतएँ महीना क सत्रहवाँ दिन रहा। 5 पानी उतरत गवा अउ दसवें महीना क पहिला दिन पहाड़न क चोटी पानी क ऊपर देखॅाए देइ लाग।
6 जहाजे मँ बनी खिड़की क नूह चालीस दिन पाछे खोलेस। 7 नूह एक कौआ क बाहेर उड़ाएस। कौआ उड़िके तब तलक फिरतइ रहा जब तलक धरती पूरी तरह झुराइ न गइ। 8 नूह एक ठु फ़ाक्ता भी बाहेर पठएस। उ इ जानइ चाहत रहा कि पानी धरती प घटि गवा या नाही।
9 फ़ाक्ता क कहूँ बइठइ क ठउर नाही मिला काहेकि अबहु तलक पानी धरती प फइला रहा। ऍह बरे उ नूह क निअरे जहाजे प पुनि लौटि आवा। नूह आपन हाथ फइलाइके फ़ाक्ता क जहाजे प वापस भितरे लइ लिहेस।
10 सात दिन पाछे नूह फुनि फ़ाक्ता क पठएस। 11 उ दिन दुपहर क पाछे फ़ाक्ता नूह क लगे आवा। फ़ाक्ता क मुँह मँ एक ठु ताजी जइतून क पाती रही। इ चीन्हा नूह क इ बतावइ बरे रहा कि अब धरती प झुरान भुइँया अहइ। 12 नूह सात दिन पाछे फुन फ़ाक्ता क पठएस। मुला इ टेम फ़ाक्ता लौटा ही नाहीं।
13 ओकरे पाछे नूह जहाजे क दरवाजा खोलेस। नूह लखेस अउ पाएस कि भुइँया झुरान बा। इ नूह क छ: सौ एक बरिस क पहिले महीना क पहिला दिन रहा। 14 दूसर महीना क सत्ताइसवाँ दिन तलक भुइँया पूरी तरह झुराइ गइ।
15 तब परमेस्सर नूह स कहेस, 16 “जहाज क तजा। तू तोहार पत्नी तोहार पूत लोग अउ ओनकइ मेहररुअन सब अब बाहेर आवा। 17 हर एक जिअत प्राणी, सब पंछी जनावरन अउ भुइँया प रेगंवालन सबहि क जहाज स बाहेर लिआवा। इ सबइ जनावरन बहोत स जनावरन पइदा करिही अउ भुइँया क भरि देइही।”
18 ऍह बरे नूह आपन पूतन, आपन मेहरारु, आपन पूतन क मेहरारुअन क संग जहाज स बाहेर आवा। 19 सबहि जनावरन, सब रेगंइवाला जीउ अउ सब पंछी जहाज क तजि दिहेन। सब जनावर जहाज स नर अउ मादा क जोड़ा क संग बाहेर आएन।
20 तब नूह यहोवा बरे एक वेदी बनाएस। उ कछू सुध्द पंछियन अउ कछू सुध्द जनावरन क लिहेस अउ ओनका वेदी प परमेस्सर क भेंट क रुप मँ बारेस।
21 यहोवा इ सब बलिदानन क सुगन्धि पाइके खुस भवा। यहोवा मन-ही-मन कहेस, “मइँ फिन कबहु मनई क कारण भुइँया क न सरापब। मनई छोटी उम्र स ही बुरी बात सोचइ लागत ह। ऍह बरे जइसा मइँ अबहि किहेउँ ह। इ तरह अब मइँ कबहुँ सब प्राणियन क सजा न देब। 22 जब तलक इ भुइँया रही तब तलक यह पइ फसल पइदा करइ अउ फसल काटइ क समइ हमेसा रही। भुइँया प गरमी अउ जाड़ा अउ दिन अउ रात हमेसा होत रइही।”
ईसू क कोढ़ी क चंगा करब
(मरकुस 1:40-45; लूका 5:12-16)
8 ईसू जबहिं पर्वते स खाली उतरा तउ बहोत बड़ी मनइयन क भीड़ ओकरे पाछे होइ चली। 2 हुँवई एक कोढ़ी भी रहा। उ ईसू क लगे आइ अउर निहुरिके बोला, “पर्भू, जदि तू चाहा तउ मोका चंगा कइ सकत ह।”
3 ऍह प ईसू आपन हथवा बढ़ाइके कोढ़ी क छुएस अउर कहेस, “मइँ चाहत हउँ; चंगा होइ जा!” अउर फउरन कोढ़ी क कोढ़ पराइ गवा। 4 फिन ईसू ओसे कहेस, “देखा ऍकरे बारे मँ कउनो स कछू जिन कह्या। मुला याजक क लगे जाइके ओका आपन क देखावा। फिन मुसा क हुकुम क मुताबिक भेंट चढ़ावा जैसे लोगन्क तोहरे चंगा होइ क साच्छी मिलि जाइ।”
ईसू फऊजी नायक क नउकर क चंगा किहेस
(लूका 7:1-10; यूहन्ना 4:43-54)
5 फिन ईसू जब कफरनहूम गवा, तउ एक फऊजी नायक ओकरे नगिचे आवा अउर ओसे मदद बरे बिनती करत बोला, 6 “पर्भू, मोर एक सेवक मोरे घरवाँ मँ बिछउना प ओलरा बाटइ। ओका लकवा मारे बाटइ। ओका बहोत दर्द होत अहइ।”
7 तबहिं ईसू फऊजी नायक स कहेस, “मइँ आइके ओका चंगा करिहउँ।”
8 फऊजी नायक जवाब दिहेस, “पर्भू, मइँ इ जोग्ग नाहीं हउँ कि तू मोरे घर मँ आवा। यह बरे हुकुम दइ द्या। बस मोर नउकर चंगा होइ जाई। 9 इ मइँ जानत हउँ कि मइँ एक बड़का अधिकारी क नीचे काम करत अहउँ अउर मोरे नीचे दूसर सिपाही अहइँ। जबहि मइँ एक ठु सिपाही स कहत हउँ, ‘जा’ तउ उ चला जात ह अउर दूसर सिपाही स कहत हउँ, ‘आ’ तउ उ आइ जात ह। मइँ आपन सेवक स कहत हउँ, ‘इ करा’ तउ उ ओका करत ह।”
10 जब ईसू इ सुनेस तउ उ अचरजे मँ पड़ि गवा। जउन मनइयन ओकरे पाछे पाछे आवत रहेन ईसू ओनसे कहेस, “मइँ तोहसे सच कहत हउँ मइँ ऍतना गहरा बिसवास इस्राएल मँ भी कउनो मँ नाहीं पाएउँ। 11 मइँ तोहका इ अउ बतावत हउँ कि बहोत स पूरब अउर पच्छिम स अइहीं अउर उ सबइ भोजे मँ इब्राहीम, इसहाक अउर याकूब क संग सरगे क राज्य मँ आपन आपन ठउर प बैठ जइहीं। 12 मुला राज्य क आदिम प्रजा बाहेर आँधियारे मँ ढकेल दीन्ह जाई जहाँ उ पचे चिचियाइके नरियाइके दाँत पीसत रइहीं।”
13 तब ईसू उ फउजी नायक स कहेस, “जा वइसा ही तोहरे बरे होइ जइसा तोहार बिसवास अहइ।” अउर ओकर नउकर फउरन चंगा होइ गवा।
ईसू बहोतन क चंगा किहेस
(मरकुस 1:29-34; लूका 4:38-41)
14 जब ईसू पतरस क घरे पहुँच गवा, उ ओकरे सास क बुखार स दुःखी बिछउना प ओलरी देखेस। 15 तब ईसू ओका आपन हथवा स छुएस अउर ओकर बुखार उतर गवा। फिन उ उठी अउर ईसू क सेवा करय लाग।
16 जइसे साँझ होइ गइ तउ लोग ओकरे नगिचे बहोतन मनइयन क लइ आएन जेहमाँ दुस्ट आतिमन रहत रहीं। आपन एक ही हुकुम स उ दुस्ट आतिमन क निकारि दिहस। इ तरह स उ सबइ बेरमियन क नीक कइ दिहस। 17 इ यह बरे भवा कि परमेस्सर नबी यसायाह स जउन कछू कहेस, उ पूरा होइ जाइ:
“उ हमरे बेरमियन क लइ लिहस
अउर हमरे संतापे क ओढ़ लिहस।” (A)
ईसू क मनवइया बनइ क ललक
(लूका 9:57-62)
18 जब ईसू आपन चारिहुँ कइँती भीड़ देखेस तउ उ आपन चेलन क हुकुम दिहेस कि उ सबइ झिलिया क ओह पार किनारे चलइँ। 19 तब एक धरम सास्तरी ईसू क निअरे आवा अउर कहेस, “गुरु, जहँ तहँ तू जाब्या, मइँ तोहरे पाछे चलब।”
20 ऍह प ईसू ओसे कहेस, “लोखरी क बिल अउर अकास क पंछीयन क घोंसला होत हीं मुला मनई क पूत[a] क लगे मूँड़ टेकावइ क कउनो ठउर नाहीं।”
21 ओकर चेलन मँ स एक ठु ईसू स कहेस, “पर्भू, मोका पहिले जाइके आपन पिता क गाड़इ क हुकुम द्या।”
22 मुला ईसू ओसे कहेस, “मोरे पाछे चला आवा अउर मरा भवा मुर्दन क आपन खुद गाड़इ द्या।”
ईसू तूफान क सांत किहेस
(मरकुस 4:35-41; लूका 8:22-25)
23 तब ईसू एक नाउ प बइठि गवा। ओकर चेलन भी पाछे पाछे गएन। 24 उहइ समइया झील मँ ऍतना भयंकर तूफान उठि गवा कि नाउ लहरन स दबी जात रही पर ईसू सोवत रहा। 25 तबहिं ओकर चेलन ओकरे लगे पहुँचेन अउर ओका जगाइके कहेन, “पर्भू, हमार रच्छा करा। हम पचे मरि जाब।”
26 तबहिं ईसू ओनसे कहेस, “अरे कम बिसवास करइवालो। तू पचे काहे ऍतना भयभीत अहा?” तब उ खड़ा होइके तूफान अउर झिलिया क डाटेस अउर चारिहुँ कइँती सांति छाइ गइ।
27 मनइयन अचरजे मँ पड़ि गएन। उ सबइ कहेन, “इ कइसा मनई बाटइ? अँधड़ तूफान अउर झिलिया तक ऍकर बतिया मानत हीं!”
दुइ मनई क दुस्ट आतिमन स छूटि जाब
(मरकुस 5:1-20; लूका 8:26-39)
28 जब ईसू झील क उ पार, गदरेनियोन क देस पहुँच गवा, तउ ओका कब्रे स निकरि के दुइ मनई आवत भए मिलेन, जेहमाँ दुस्ट आतिमन रहिन। उ पचे ऍतना खोफनाक रहेन कि उ रस्ता स कउनो निकरि तक नाहीं सकत रहा। 29 उ पचे चिचियानेन, “हे परमेस्सर क पूत! तू मोसे का चाहत बाट्या? का तू हियाँ ठीक समइ स पहिले हमका दंड देइ आइ अहा?”
30 हुवाँ तनिक दूरी प बहोत स सुअरन क झुँड चरत रहा। 31 तउ उ दुस्ट आतिमन ओसे बिनती करत भए कहेन, “जदि तोहका हम पचन क बाहेर निकारब ही बाटइ, तउ हमका सुअरन क झुंडे मँ पठइ द्या।”
32 तउ ईसू ओनसे कहेस, “चला जा!” तब उ सबइ ओन मनइयन मँ स बाहेर निकरि आइन अउर सुअरन मँ घुसि गइन। फिन समूचा झुंड ढलाने स लुढ़कत पुढ़कत पराइके ढालू किनारे स झिलिया मँ गिरि गवा अउ सबहिं सुअरन पानी मँ बूड़िके मर गएन। 33 सुअरन क झुंड क रखवालन भागत भागत हुआँ स सहर आएन अउर सुअरन क साथ तथा दुस्ट आतिमन स ग्रस्त ओन मनइयन क साथ जउन कछू भवा, कहिके सुनाएन। 34 फिन तउ सहर क सबइ मनइयन ईसू स भेंटइ बरे निकर पड़ेन। जब उ पचे ईसू क देखेन तउ ओसे बिनती किहेन कि उ ओनके हियाँ स कहुँ अउर ठउर चला जाइ।
एज्रा क संग लउटइवाले परिवार प्रमुखन क सूची
8 इ बाबेल स यरूसलेम लउटइवाले परिवार प्रमुखन अउर दूसर लोगन क सूची अहइ जउन मोरे (एज्रा) क संग लउटेन। हम लोग राजा अर्तछत्र क सासनकाल मँ यरूसलेम लउटेन। इ नाउँन क सूची अहइ:
2 पीनहास क संतानन मँ स गेर्सोम रहा; ईतामार क सन्तानन मँ स दानिय्येल रहा; दाऊद क सन्तानन मँ स हत्तूस रहा,
3 सकन्याह क सन्तानन मँ स परोस, जकर्याह क सन्तान अउ डेढ़ सौ दूसर लोग;
4 पहत्मोआब क सन्तानन मँ स जरह्याह क पूत एल्यहोएनै अउर दूसर दूइ सौ लोग,
5 जत्तू क सन्तानन मँ स यहजीएल क पूत सकन्याह अउर तीन सौ दूसर लोग;
6 आदीन क सन्तानन मँ स योनातान क पूत एबेद अउर पचास दूसर लोग,
7 एलाम क सन्तानन मँ स अतल्याह क पूत यसायोह अउर सत्तर दूसर लोग,
8 सपत्याह क सन्तानन मँ स मीकाएल क पूत जबघाह अउर अस्सी दूसर लोग,
9 योआब क सन्तानन मँ स यहीएल क पूत ओबद्याह अउर दूइ सौ अट्ठारह दूसर मनई,
10 बानी, योसिप्याह क पूत सलोमति क सन्तानन मँ स अउर एक सौ साठ दूसर लोग,
11 बेबै क सन्तानन मंँ स बेबै क पूत जकर्याह अउर अट्ठाईस दूसर मनई,
12 अजगाद क सन्तानन मँ स हक्कातान क पूत योहानान अउर एक सौ दस दूसर लोग;
13 अदोनीकाम क अंतिम सन्तानन मँ स एलीपेलेत योएल, समायाह अउर साठ दूसर मनई रहेन,
14 बिगवै क सन्तानन मँ स उत्तै, जब्बूद अउर सत्तर दूसर लोग।
यरूसलेम क वापसी
15 मइँ ओन सबहिं लोगन क अहवा कइँती बहइवाली नदी क लगे एक संग एकट्ठा होइ क बोलाएउँ। हम लोग हुवाँ तीन दिन तलक डेरा डाए। मोका इ पता लगा कि उ समूह मँ याजक रहेन, मुला कउनो लेवीबंसी नाहीं रहा। 16 तउ मइँ एन प्रमुखन क बोलाएउँ: एलीएजेर, अरीएल, समायाह, एलनातान, यारीब, एलनातान, नातान, जकर्याह अउ मसुल्लाम अउ मइँ योयारीब अउर एलनातान (इ सबइ लोग सिच्छक रहेन) क बोलाएस। 17 मइँ ओन मनइयन क इद्दो क लगे पठएउँ। इद्दो कासिप्या नगर क प्रमुख रहा। मइँ उ मनई क बताएउँ कि उ पचे इद्दो अउर ओकर सम्बंधियन स का कहइँ। ओकर सम्बंधी कासिप्या मँ मन्दिर क सेवक अहइँ। मइँ ओन लोगन क इद्दो क लगे पठएउँ जेहसे इद्दो परमेस्सर क मन्दिर मँ सेवा करइ क बरे हमरे लगे सेवकन क पठएस। 18 काहेकि परमेस्सर क कृपालु हाथ हमरे ऊपर रहेन। इद्दो क सम्बंधियन एन मनइयन क हम लोगन क लगे पठएस: महली क सन्तानन मँ स सेरेब्याह नाउँ क बुद्धिमान मनई। (महली लेवी क पूतन मँ स एक रहा। लेवी इस्राएल क पूतन मँ स एक रहा।) उ पचे हमरे लगे सेरेहब्याह अउर ओकरे पूतन क पठएस। इ सबइ सब मिलाइके उ परिवार स इ सबइ अट्ठारहे मनई रहेन। 19 उ पचे मरारी क सन्तानन मँ स हसब्याह अउर यसायाह क भी ओनकर बन्धुअन अउर ओनके पूतन क संग पठएस। उ परिवार स कुल मिलाइके बीस मनई रहेन। 20 उ पचे मन्दिर क दुइ सौ बीस सेवक भी पठएन। ओनकर पुरखन उ सबइ लोग रहेन जेनका दाऊद अउ बड़के अधिकारियन लेवीबंसियन क मदद बरे चुने रहा। ओन सब क नाउँ सूची मँ लिखे भए रहेन।
21 हुवाँ अहवा नदी क लगे, मइँ घोसणा किहेउँ कि हमका उपवास रखइ चाही। हम क अपने क परमेस्सर क समन्वा बिनम्र बनावइ क बरे उपवास रखइ चाही। हम लोग परमेस्सर स अपने बरे, अपने बच्चन क बरे, अउर जउन चिजियन हमार रहिन, ओनके संग सुरच्छित जात्रा क बरे पराथना करइ चाहत रहे। 22 राजा अर्तछत्र अपनी जात्रा क समइ अपनी सुरच्छा बरे फउजी अउ घुड़सवारन क माँगइ मँ मइँ लजान रहेउँ। सड़किया पइ दुस्मन रहेन। मोरी लज्जा क कारण इ रहा कि हम राजा स कहि रखे रहे कि, “हमार परमेस्सर उ हर मनई स संग अहइ जउन ओह पइ बिस्सास करत ह अउर परमेस्सर उ हर मनई पइ किरोधित होत ह जउन ओहसे मुँह फेरि लेत ह।” 23 एह बरे हम लोग अपनी जात्रा क बारे मँ उपवास रखे अउर परमेस्सर स पराथना कीन्ह। उ हम लोगन क पराथना सुनेस।
24 तब मइँ याजकन मँ स बारह क नियुक्त किहेउँ जउन प्रमुख रहेन। मइँ सेरेब्याह, हसब्याह अउर ओनके दस भाइयन क चुनेउँ। 25 मइँ चाँदी, सोना अउर दूसर चिजियन क तउलेउँ जउन हमरे परमेस्सर क मन्दिर क बरे दीन्ह गइ रहिन। मइँ एन चिजियन क ओन बारह याजकन क दिहेउँ जेनका मइँ नियुक्त किहे रहेउँ। राजा अर्तछत्र, ओकर सलाहकार, ओकर बड़के अधिकारियन अउर बाबेल मँ रहइवाले सबहिं इस्राएलियन परमेस्सर क मन्दिर क बरे ओन चिजियन क दिहन। 26 मइँ एन सबहिं चिजियन क तउलेउँ। हुवाँ चाँदी पच्चीस टन रही। हुवाँ चाँदी क बर्तन व दूसर चिजियन रहिन। जेनकर वजन पौने चार किलोग्राम रहा। हुवाँ सोना पौने चार टन रहा। 27 अउर मइँ ओनका बीस सोना क खोरन दिहेउँ। खोरन क वजन लगभग साढ़े आठ किलो रहा अउर मइँ ताँबा क चमकदार दूई ठु बरतन दिहस जउन कि सोना क समान कीमती रहा। 28 तब मइँ ओन बारह याजकन स कहेउँ: “तू अउर इ सबइ चिजियन यहोवा क बरे पवित्र अहइँ। लोग इ चाँदी अउर सोना यहोवा तोहरे पचन्क पुरखन परमेस्सर क दिहन। 29 एह बरे एनकर रच्छा होसियारी स करा। तू पचे एकरे बरे तब तलक जिम्मेदार अहा जब तलक तू पचे एका यरूसलेम मँ मन्दिर क प्रमुखन क नाहीं दइ देत्या। तू पचे एनका प्रमुख लेवीबंसियन क अउर इस्राएल क परिवार प्रमुखन क देब्या। उ सबइ ओन चिजियन क तउलिहीं अउर यरूसलेम मँ यहोवा क मन्दिर क कोठरियन मँ धरिहीं।”
30 तउ ओन याजकन अउ लेवियन उ चाँदी, सोना अउर ओन बिसेस वस्तुअन क ग्रहण किहन जेनका एज्रा तउले रहा अउर ओनका यरूसलेम मँ परमेस्सर क मन्दिर मँ इ सबइ चिजियन लइ जाइ क बरे कहा गवा रहा।
31 पहिले महीने क बारहवें दिन हम लोग अहवा नदी क छोड़े अउर हम यरूसलेम कइँती चल पड़े। परमेस्सर हम लोगन क संग रहा अउर उ हमार रच्छा दुस्मनन अउ डाकूअन स पूरे रास्ते भर किहस। 32 तब हम यरूसलेम आइ पहोंचे। हम हुवाँ तीन दिन आरम कीन्ह। 33 चउथे दिन हम परमेस्सर क मन्दिर क गए अउर चाँदी, सोना अउर बिसेस चिजियन क तउले। हम याजक ऊरीयाह क पूत मरेमोत क उ सबइ चिजियन दिहेन। पीनहास क पूत एलीआजर मरेमोत क संग रहा। अउर लेवीबंसी येसू क पूत योजाबाद अउर बिन्तूई क पूत नोअद्याह भी ओनके संग रहा। 34 हम हर एक चीज गिने अउर ओनका तउले। तब हम उ समइ कुल वजन लिखे।
35 तब ओन यहूदी लोग जउन बंधुवाई स आए रहेन, इस्राएल क परमेस्सर क होमबलि दिहन। उ पचे बारह बर्धन पूरे इस्राएल क बरे छियानबे भेड़न, सतहत्तर मेमनन अउ बारह बोकरन पाप भेंट बरे चढ़ाएन। इ सब यहोवा क बरे होमबलि रही।
36 तब ओन लोग राजा अर्तछत्र क पत्र, राजकीय अधिपतियन अउ फरात क पच्छिम क छेत्र क प्रसासकन क दिहन। तब उ पचे इस्राएल क लोगन अउर मन्दिर क अपना समर्थन दिहन।
8 1-3 साऊल स्तिफनुस क कतल ठीक बताएस। उहइ दिना स यरुसलेम क कलीसिया प घोर अत्याचार होब सुरू भवा प्रेरितन क तजिके उ पते सबहिं मनइयन यहूदिया अउर सामरिया क गाउँ मँ तितराइ-बितराइके फैलि गएऩ।
बिसवासियन प अत्याचार
कछू भगत लोग स्तिफनुस क गाड़ दिहन अउर ओकरे बरे बहोत दुःख मनाएन। साऊल कलीसिया क बरबाद करब सुरू कइ दिहेस। उ घर-घर जाइके स्त्रियन अउर पुरूसन क घेर्रावत भवा जेल मँ धाँधइ लाग। 4 ओहर तितराए बितराए मनई हर ठउरे प जाइके नीक खबर क सुसामाचार देइ लागेन।
सामरिया मँ फिलिप्पुस क उपदेस
5 फिलिप्पुस सामरिया नगर क चला गवा अउर हुवाँ मनइयन मँ मसीह क बारे मँ प्रचार करइ लाग। 6 फिलिप्पुस क मनइयन जब सुनेन अउर जउन अद्भुत चीन्हन क उ परगट करत रहा, लखेस, तउ जउन बातन क उ बतावा करत रहा, ओन पइ उ पचे एक चित्त लाइके धियान दिहेन। 7 बहोत स मनइयन मँ स, जेनमाँ दुस्ट आतिमा समाई रहिन, उ सबई ऊँच अवाजे मँ चिल्लात भइ बाहेर निकरि आइन। बहोत स सुखाड़ी क बेरिमिया अउर अंग भंग नीक होत रहेन। 8 उ सहर मँ खुसी छाइ रही।
9 हुवँइ समौन नाउँ क मनई रहत रहा। फिलिप्पुस क अवाई स पहिले उ ढेर समइ स उ सहर मँ जादू टोटका करत रहा। अउर सामरिया क मनइयन क अचरज मँ डाइ देत रहा। उ महा पुरूख होइ क दावा करत रहा। 10 नान्ह स लइके बड़वारे तलक सबहिं मनइयन ओकरे बात प धियान देतेन अउर कहत रहतेन, “इ मिला परमेस्सर क उहइ सक्ती बा जउन ‘महान सक्ती’ कहवावत ह!” 11 काहेकि उ ढेर दिनन स ओन पचन्क आपन चमत्कारन क घनचक्कर मँ नाइ देत रहा, यह बरे उ पचे ओह पइ धियान देत रहेन। 12 मुला उ पचे जब फिलिप्पुस प पतिमानेन काहेकि उ ओनका परमेस्सर क राज्य क सुसामाचार अउर ईसू मसीह क नाउँ बाँचत रहा, तउ उ पचे स्त्रियन अउर पुरूसन दुइनउँ ही बपतिस्मा लेइ लागेन। 13 अउर खुद समौन ही ओन पइ पतियाइ लाग। अउर बपतिस्मा लेइ क पाछे फिलिप्पुस क संग उ बड़े निचके स बसइ लाग। उ अद्भुत कारजन अउर अद्भुत चीन्हन क जब उ लखेस, तब दंग रहि गवा।
14 जब यरूसलेम मँ प्रेरितन इ सुनेन कि सामरिया क मनइयन परमेस्सर क बचन क मान लिहे अहइँ तउ उ पचे पतरस अउर यूहन्ना क ओनके लगे पठएन। 15 जबहिं उ पचे आएऩ, तब उ दुइनउँ सामरियन बरे पराथना किहेन कि ओनका पवित्तर आतिमा मिलि जाइ। 16 काहेकि अबहुँ तलक पवित्तर आतिमा कउनो प नाहीं ओतरी, ओनका फिन पर्भू ईसू क नाउँ प बपतिस्मा हि दीन्ह गवा रहा। 17 तउ पतरस अउर यूहन्ना ओन पइ आपन हाथ धरेस अउर ओनका पवित्तर आतिमा मिलि गइ।
18 जब समौन लखेस कि प्रेरितन क हाथ धरे भइ स पवित्तर आतिमा मिलि गइ तउ ओनके समन्वा धन धरत भवा कहेस, 19 “इ सक्ती मोका दइ द्या काहेकि जेह पइ मइँ हाथ धरउँ, ओका पवित्तर आतिमा मिलि जाइ।”
20 पतरस ओसे कहेस, “तोहार अउर तोहरे धने क सतियानास होइ! काहेकि तू इ बिचार्या ह कि तू धने स परमेस्सर क बरदान क मोल लइ सकत ह। 21 इ बारे मँ तोहार हमार मेल नाहीं खात काहेकि परमेस्सर क समन्वा तोहार हिरदय सही नाहीं बा। 22 यह बरे आपन इ दुस्टता बरे मनफिराव अउर आपन कुकरम प पछतावा करा अउर पर्भू स पराथना करा। इ होइ सकत ह कि इ बिचार बरे तोहका छमा कइ दीन्ह जाइ जउन तोहरे मने मँ रहा। 23 मइँ लखत हउँ कि तू परिहँसे स भरा अहा अउर पाप क पंजा मँ फँसा बाट्या।”
24 यह पइ समौन जवाब दिहेस, “तू पर्भू स मोरे बरे पराथना करा काहेकि तू जउन कहया ह, ओहमाँ स कउनो भी बात मोह प न आइ जाइ!”
25 फिन प्रेरितन साच्छी दइके अउर पर्भू क बचन सुनाइके, राहे मँ टेर क सामरी गाँवन मँ सुसामाचार क उपदेस देत भएन यरूसलेम लौटि गएऩ।
इथियेपिया स आवा भएन मनइयन क फिलिप्पुस क उपदेस
26 पर्भू क एक सरगदूत फिलिप्पुस क कहत भवा बताएस, “तइयार होइ जा, अउर सरक प दक्खिन कइँती जा, जउन सरक यरूसलेम स गाजा क जात ह। इ एक निर्जन राह अहइ।”
27 तउ उ तइयार भवा अउर निकरि गवा। सरक पइ इथियोपिया क मनई क लखेस। उ हिजरा रहा। इथियोपियन क रानी कंदाके क एक अधिकारी रहा जउन ओकरे सारा खजाना क खजांची रहा। उ आराधना करइ यरूसलेम गवा रहा। 28 लउटत भवा उ आपन रथे मँ बैठिके नबी यसायाह क पोथी बाँचत रहा।
29 तबहिं उ आतिमा फिलिप्पुस स कहेस, “उ रथे क निचके जा अउर हुवँइ ठहर जा।” 30 फिलिप्पुस जब उ रथे क निचके दौड़िके गवा तउ उ ओका यसायाह क पढ़त भवा लखेस। तउ उ कहेस, “का तू जेका बाँचत अहा, ओका बूझत भी बाट्या?”
31 उ कहेस, “मइँ भला कहाँ तलक समुझ बूझ सकत हउँ? जब तलक कउनो मोका एकर अरथ न बतावइ?” फिन उ फिलिप्पुस क ऱथे प आपन संग बइठाएस। 32 पवित्तर सास्तर क जउन हींसा क उ बाँचत रहा, उ रहा:
“उ भेंड़ क नाई जप कइ दीन्ह बरे लइ जावा जात रहा
उ ओ मेम्ना क नाई चुप रहा जउन आपन उन क कतरइवाला क समन्वा चुप रहत ह।
ठीक वइसे ही उ आपन मुँह खोलेस नाहीं।
33 अब अइसी दीन दसा मँ ओका निआव स दुरिआवा गवा।
ओकरी पीढ़ी क कबहँ गाथा कउन गाई?
काहेकि धरती स तउओकर जिन्नगी लइ लीन्ह गइ।” (A)
34 उ अधिकारी फिलिप्पुस स कहेस, “अनुग्रह कइके बतावा कि इ नबी केकर बारे मँ कहत बाटइ? इ आपन बारे मँ या कउनो अउर क बारे मँ?” 35 फिन फिलिप्पुस कहब सुरू किहेस अउर इ सास्तर स लइके ईसू क सुसामाचार तलक सब कछू ओका कहिके सुनाएस।
36 रस्ता मँ आगे बढ़त भए उ सबइ पानी क निचके पहुँचेन। फिन उ अधिकारी कहेस, “लखा! हिआँ पानी बाटइ। अब मोका बपतिस्मा लेइ मँ का बियाधा अहइ?” 37 [a] 38 तब उ रथे क रोकइ बरे आग्या दिहेस। फिन फिलिप्पुस अउर उ अधिकारी दुइनउँ ही पानी मँ उतरि गएन अउर फिलिप्पुस ओका बपतिस्मा दिहेस। 39 अउर फिन जब उ पचे पानी स बाहेर निकसेन तउ फिलिप्पुस क पर्भू क आतिमा छीन लइ गवा। अउर उ अधिकारी फिन ओका कबहुँ नाहीं लखेस। ओहर उ अधिकारी खुसी मनावत आपन राहे प चला गवा। 40 ओह कइँती फिलिप्पुस खुद क असदोद मँ पाएस अउर कैसरिया पहोंच तलक उ सब नगरन मँ सुसमाचार प्रचार करत रहा।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.