M’Cheyne Bible Reading Plan
सुलैमान बुद्धि क याचना करत ह
1 सुलैमान एक बहोत सक्तीसाली राजा बन गवा काहेकि यहोवा ओकरे परमेस्सर, ओकर संग रहा। यहोवा सुलैमान क बहोत जियादा महान बनाएस।
2 सुलैमान इस्राएल क सबहिं लोगन स बातन किहस। उ सेना क सेनापतियन, सहस्रपतियन, निआवअधीसन, इस्राएल क सबहिं नेता लोगन अउर परिवारन क प्रमुखन स बातन किहस। 3 तब सुलैमान अउर सबहिं लोग ओकरे संग बटुरेन अउ उ ऊँच जगह क गएन जउन गिबोन नगर मँ रहा। परमेस्सर क मिलाप क तम्बू हुवाँ रहा। यहोवा क सेवक मूसा ओका तब बनाए रहा जब उ अउर इस्राएल क लोग रेगिस्ताने मँ रहेन। 4 दाऊद परमेस्सर क करार क सन्दूख क किर्यत्यारीम स यरूसलेम तलक लिआवा रहा। दाऊद यरूसलेम मँ एका रखइ बरे एक ठु जगह बनाए रहा। दाऊद यरूसलेम मँ करार क सन्दूख बरे एक तम्बू लगाइ दिहे रहा। 5 हूर क पूत ऊरी अउर ऊरी क पूत बसलेल एक काँसे क वेदी बनाए रहा। उ काँसे क वेदी गिबोन मँ पवित्तर तम्बू क समन्वा रही। एह बरे सुलैमान अउर उ सबइ लोग यहोवा स राय लेइ गिबोन गएन। 6 मिलाप क तम्बू मँ यहोवा क समन्वा काँसे क वेदी तलक सुलैमान गवा। सुलैमान एक हजार होमबलि वेदी पइ चढ़ाएस।
7 उ राति परमेस्सर सुलैमान क लगे आवा। परमेस्सर कहेस, “सुलैमान, मोहसे तू उ माँगा जउन कछू तू चाहत अहा कि मइँ तोहका देउँ।”
8 सुलैमान परमेस्सर स कहेस, “तू मोरे दाऊद क बरे बहोत कृपालु अहा। तू मोका, मोरे बाप क जगह पइ नवा राजा होइ बरे चुन्या ह। 9 यहोवा परमेस्सर, अब, तू जउन बचन मोरे पिता दाऊद क दिहा ह ओका बना रहइ द्या। तू मोका अइसी प्रजा क राजा बनाया, जउन पृथ्वी क रेत कणन क नाईं अनगिनत अहइँ। 10 तू मोका बुद्धि अउ गियान द्या। ताकि मइँ एन लोगन क सही रहा पइ लइ चल सकब। कउनो भी मनई तोहरी मदद क बिना तोहार ऍन महान लोगन पइ हुकूमत नाहीं कइ सकत ह।”
11 परमेस्सर सुलैमान स कहेस, “तोहार रूख बिल्कुल ठीक अहइँ। तू धन या सम्पत्ति या सम्मान नाहीं माँग्या ह। तू इ भी नाहीं माँग्या ह कि तोहार दुस्मन मरि जाइँ। तू लम्बी उमिर भी नाहीं माँग्या ह। किन्तु तू अपने बरे बुद्धि अउ गियान मँग्या ह जेहसे तू मोर प्रजा क सम्बन्ध मँ बुद्धिमानी स निर्णय लइ सका, जेकर मइँ तोहका राजा बनाएउँ ह। 12 एह बरे मइँ तोहका बुद्धि अउ गियान देब। मइँ तोहका धन, बैभव अउर सम्मान भी देब। तोहरे पहिले होइवाले राजा लोगन क लगे एतना धन अउर सम्मान कबहुँ नाहीं रहा अउर तोहरे पाछे होइवाले राजा लोगन क लगे भी ऍतना धन अउर सम्मान नाहीं होइ।”
13 तउ सुलैमान गिबोन क आराधना क जगह मँ गवा। जब सुलैमान उ मिलापवाले तम्बू क छोड़ेस अउ यरूसलेम लउट गवा अउ इस्राएल पइ राज्ज करइ लाग।
सुलैमान धन संग्रह अउर अपनी फउज खड़ी करत ह
14 सुलैमान घोड़न अउ रथ अपनी फउज क बरे एकट्ठा करब सुरू किहेस। सुलैमान क लगे एक हजार चार सौ रथ अउर बारह हजार घोड़सवार रहेन। सुलैमान ओनका रथ नगरन मँ रखेस। सुलैमान यरूसलेम मँ भी ओनमाँ स कछू क रखेस, अर्थात हुवाँ जहाँ राजा क निवास रहा। 15 सुलैमान यरूसलेम मँ बहोत सी चाँदी अउ सोना एकट्ठा किहस। उ ऍतना अधिक चाँदी अउ सोना एकट्ठा किहस कि उ चट्टानन स सामान्य होइ गवा। सुलैमान देवदारु क ऍतना लकड़ी बटोरेस कि उ पच्छिमी पहाड़ प्रदेस क गूलर क बृच्छ क नाई सामान्य होइ गइ। 16 सुलैमान, मिस्र अउर कुए स घोड़न मँगाएस। राजा क बइपारियन घोड़न कुए स बेसहेन। 17 सुलैमान क बइपारियन मिस्र स एक रथ चाँदी क छ: सौ सेकेल मँ अउर घोड़ा चाँदी क एक सौ पचास सेकेल मँ बेसहेन। तब बइपारियन घोड़न अउर रथन क हित्ती लोगन क राजा लोगन तथा अराम क राजा लोगन क हाथ बेच दिहस।
1 इ दुनिया क सुरुआत स रहा: हम एका सुने अही अपनी आंखन स देखे अही अउर बहुत धियान स निहारे, एका अपने हाथन स खुदइ छुए अही। हम उ बचन (मसीह) क बावत बतावत अही जउन जीवन अहइ। 2 उही जीवन क ज्ञान हमका करावा गवा। हम ओका देखे अही। हम ओकर साच्छी अही अउर अब हम तोहका पचे क उही अनन्त जीवन क घोसणा करत अही जउन परमपिता क साथे रहा अउर जेकर जानकारी हमका कराई गइ। 3 हम ओका देखे अउर सुने अही। अब तोहका उही क उपदेस देत अही जइसेन कि तू हमार साथी रहा। हमार इ साथ परमपिता अउर ओनकइ पूत ईसू मसीह क साथे अहइ। 4 हम इ सब बात तोहरे बरे इ कारण स लिखत अही जइसेन कि तोहार आनन्द पूरा होइ जाइ।
परमेस्सर हमरे पापन क छमा करत ह
5 हम ईसू मसीह स जउन सुसमाचार सुने अही, उही क हम तोहका सुनावत अही, परमेस्सर ज्योति अहइ अउर ओहमा तनिकउ अँधेरा नाहीं अहइ। 6 जदि हम कही कि ओके सहित हमार सहभागिता अहइ, अउर पाप क अँधियारे स भरा जीवन जिअत रही तउ हम झूठ बोलत अही अउर सच्चाई प आचरण नाहीं करत अही। 7 मुला जदि हम ज्योति मँ आगे बढ़ित अही काहेकि ज्याति मँ परमेस्सर अहइ, अउर एक दुसरे क सहभागी अही। अउर परमेस्सर क पूत ईसू क लहू स हमार सब पापन क सुद्ध कइ देत ह।
8 जदि हम कहित ह कि हमरे मँ कउनो पाप नाहीं अहइ तउ हम खुदइ अपने आपका ठगत अही अउर हमसे परमेस्सर क सत्य नाहीं अहइ। 9 जदि हम आपन पाप क मान लेइत ह तउ हमरे पापन क परमेस्सर छमा कइ देत ह, परमेस्सर बिसवासनीय अहइ, अउर उ जउन करत ह उ उचित अहइ। अउर उ हमरे गलत कामन स सुद्ध कर देत ह। 10 अगर हम कहित ह कि हम कउनो पाप नाहीं करे अही तउ हम परमेस्सर क झूठा बतावत अही अउर ओकर उपदेस हमरे मँ नाहीं अहइँ।
लोगन्क पाप आचरण पइ मीका क बियाकुल होब
7 मइँ बियाकुल अहइँ।
काहेकि मइँ गरमी क उ फले जइसा अहउँ जेका अबहुँ तलक बिन लीन्ह ग अहइ।
मइँ ओन अंगूरन जइसा अहउँ जेनका तोरि लीन्ह ग अहइ।
अब हुआँ कउनो अंगूर खाइ क नाहीं बचा अहइ।
सुरूआती क अंजीर जउन मोका भावत हीं, एक भी नाहीं बची अहइँ।
2 एकर इ अरथ अहइ सबहिं सच्चे लोग जात रहत अहइँ।
कउनो भी सज्जन मनई इ पहँटा मँ नाहीं बचा अहइ।
हर मनई कउनो दूसर क मारइ क घात मँ रहत ह।
हर मनई आपन ही भाई क फँदा मँ फँसावइ क जतन करत बाटइ।
3 लोग दुइनउ हाथन स बुरा करइ मँ होसियार अहइँ। अधिकारी लोग रिसवत माँगत हीं।
निआव क जज अदालतन मँ फइसला बदलइ बरे घूस लेत रहत हीं।
“महत्वपूर्ण मुखिया” खरा अउ निस्पच्छ निर्णय नाहीं लेतेन।
ओनका जइसा भावत ह उ पचे वइसा ही काम करत हीं।
4 हिआँ तलक कि ओनकर सर्वोच्च काँटन क झाड़ी जइसा होत ह।
हिआँ तलक कि ओनकर सबन त जियादा धर्मी मनई भी काँटन क झाड़ी स जियादा टेंढ़ होत ह।
सजा क दिन आवत बा
उ दिना जेका तू अपेच्छा किहे रहा
जउन तोहार सज़ा बरे होइ,
आवत हीं।
अब तू पचन उलझ जाब्या।
5 तू पचे आपन पड़ोसी क भरोसा जिन करा।
तू पचे मित्र क भरोसा जिन करा
आपन पत्नी तलक स
खुलिके बात जिन करा।
6 आपन ही घरे क लोग एक दूसरे क संग दुस्मन जइसा बेउहार करिहीं।
पूत आपन बाप क आदर नाहीं करी।
बिटिया आपन मताहरी क खिलाफ होइ जाइ।
पतोहू आपन सास क खिलाफ होइ जाइ।
यहोवा बचइया अहइ
7 मइँ मदद बरे यहोवा क निहारब।
मइँ परमेस्सर क इंतजार करब कि उ मोका बचाइ लेइ।
मोर परमेस्सर मोर सुनी।
8 मोर पतन भवा ह।
मुला हे मोरे दुस्मन, मोर हँसी जिन उड़ावा।
मइँ फुन स खड़ा होइ जाबउँ।
यदपि आजु मइँ अँधियारा मँ बइठा हउँ यहोवा मोरे बरे प्रकास होइ।
यहोवा छिमा करत ह
9 यहोवा क खिलाफ मइँ पाप किहे रहेउँ।
एँह बरे उ मोह पइ कोहान रहा।
मुला अदालत मँ उ मोरे अभियोग क वकालत करी।
उ, इ सबइ ही काम करी जउन मोरे बरे उचित अहइ।
फुन उ मोका बाहेर प्रकास मँ लइ आइ
अउर मइँ ओकरे छुटकारा का लखब।
10 फुन मोर बैरिन इ लखी अउर लजाइ जाइ।
मोर बैरिन इ मोसे कहे रही,
“तोहार परमेस्सर यहोवा कहाँ बा?”
उ समइ, मइँ ओह पइ हँसब।
लोग ओका अइसे कुचरि डइहीं
जइसे गलियन मँ कीचं कुचरि डाइ जात हीं।
यहूदी लउटइ क अहइँ
11 उ समइ आइ, जब तोहरे देवारन क फुन निर्माण होइ।
एक दिना तोहार देवार बहोत दूर तलक बढ़िहीं।
12 तोहार लोग तोहरी धरती पइ लउटि अइहीं।
उ सबइ लोग अस्सूर स अइहीं
अउर उ सबइ लोग मिस्र क सहरन स अइहीं।
तोहार लोग मिस्र स अउर परात नदी क दूसरी छोर स अइहीं।
उ सबइ पच्छिम क समुद्दर स
अउर पूरब क पहाड़ी स अइहीं।
13 धरती ओन लोगन क कारण जउन एकर बसइयन रहेन बर्बाद भइ रही,
ओन करमन क कारण जेनका उ पचे करत रहेन।
14 आपन लोगन ऊपर आपन साही राजदण्ड स हुकूमत करा।
आपन लोगन क रेवड़ पई हुकूमत करा।
लोगन क उ रेवड़ जंगलन मँ
अउर कर्मेल क पहाड़े पइ अकेल्ले रहत ह।
उ रेवड़ बासान मँ रहत ह
अउर गिलाद मँ बसत ह जइसे उ पहिले रहा करत रहा।
इस्राएल आपन दुस्मनन क हराइ
15 जब मइँ तू पचन्क मिस्र स निकारिके लइ आए रहेउँ, तउ मइँ बहोत स चमत्कार किहे रहेउँ।
वइसेन ही अउर चमत्कार मइँ तू पचन्क देखाँउब।
16 उ सबइ चमत्कारन क सबइ जाति लखिहीं
अउर लजाइ जइहीं
उ सबइ जातियन लखिहीं
कि ओनकर “सक्ति” मोरे समन्वा कछू नाहीं अहइ।
उ सबइ चकित रहि जइहीं
अउर उ सबइ आपन मुँहे पइ हाथ रखिहीं।
उ पचे कान क ढाँपि लेइहीं
अउर कछू नाहीं अनकिहीं।
17 उ पचे धूरि चाटत साँपन क नाईं
अउर रेंगत भए जीव क नाईं धरती पइ रहइँ।
उ पचे अइसे किरवन नाईं रेगंत रहइँ आपन बिलन स निकरत हीं।
उ पचे डेरात-काँपत भए
हमरे परमेस्सर यहोवा क लगे जइहीं।
परमेस्सर, उ पचे तोहरे समन्वा डेरइहीं।
यहोवा क स्तुति
18 तोहरी नाई कउनो परमेस्सर नाहीं अहइ।
तू पापी लोगन्क छिमा कइ देत अहा।
तू आपन बचे भए लोगन क पापन क छिमा करत अहा।
यहोवा सदा कोहान नाहीं रही,
काहेकि ओका तउ दयालु ही रहब भावत ह।
19 ओका हम पचन पई फुन दया करि द्या।
ओका हमरे पापन स छुटकारा पावइ द्या।
उ हमरे पापन क दूर गहिर सागरे मँ लोकाइ देब्या।
20 याकूब बरे तू फुरइ रहब्या।
इब्राहीम बरे तू दयालु रहब्या।
तू अइसी ही प्रतिग्या बहोत पहिले हमरे पुरखन क संग किहे रह्या।
साँच धन
16 फिन ईसू आपन चेलन स कहेस, “एक धनी मनई रहा। ओकर एक प्रबन्धक रहा। उ प्रबन्धक प लांछन लगाइ गवा कि उ ओकर धन दौलत क नासत रहा। 2 तउ उ ओका बोलाएस अउर कहेस, ‘तोहरे बारे मँ इ मइँ का सुनत रहत हउँ? आपन संरजाम क हिसाब किताब द्या काहेकि अब अगवा तू प्रबन्धक नाहीं रहि सकत्या।’
3 “ऍह पइ प्रबन्धक मन ही मन मँ कहेस, ‘मोर स्वामी मोसे मोर प्रबन्धक क नउकरी छीनत अहा, तउ अब मइँ का करउँ? मोहमाँ अब ऍतनी ताकत भी नाहीं बा कि मइँ खेते खोदाई अउर गोंड़ाई क काम तलक कइ सकउँ। अउर माँगइ मँ तउ मोका लाज आवति बाटइ। 4 ठीक, मोरी समझ मँ आइ गवा कि मोका का करइ चाही जेहॅसे जब मइँ प्रबन्धक क ओहदा स हटाइ दीन्ह जाउँ तउ मनई आपन घरे मँ मोर सुआगत करइँ।’
5 “तउ उ स्वामी क हर देनदार क बोलाएस। पहिले मनई स उ पूछेस, ‘तोहका मोरे स्वामी क केतॅना देब अहइ?’ 6 उ कहेस, ‘3,000 लीटर जौतून क तेल।’ ऍह पइ उ ओसे बोला, ‘इ ल्या आपन बही खाता अउर बैठिके हाली 1,500 लीटर कइ द्या।’
7 “फिन उ दूसर स कहेस, ‘अउर तोह प केतनी देनदारी अहइ?’ उ बताएस, ‘270 क्विंटल गोहूँ।’ उ ओसे बोला, ‘इ ल्या आपन बही अउर 225 क्विंटल कइ द्या।’
8 “ऍह प ओकर स्वामी उ बेइमान प्रबन्धक क सराहेस काहेकि उ होसियारी स काम लिहे रहा। संसारे मँ रहइवाला मनई आपन जइसे मनइयन स ब्यौहार करइ मँ परमेस्सर क जोतिवाला स जिआदा चालाक अहइ।
9 “मइँ तोहसे कहत हउँ संसारे क धन दौलत स आपन बरे मीत बनावा। काहेकि जब उ धन दौलत खतम होइ जाइ, उ पचे अनंत निवासे मँ तोहार सुआगत करिहीं। 10 उ सबइ जेनॅ पइ तनिक बरे बिसवास कीन्ह जाइ सकत ह, ओन पइ जिआदा बरे भी बिसवास कीन्ह जाइ अउर इहइ तरह जउन तनिक बरे बेइमान होइ सकत हीं उ जिआदा बरे बेइमान होइहीं। 11 इ तरह जदि तू संसारे क धन दौलत बरे तू बिसवासनीय नाहीं रह्या तउ साँच धने क बारे मँ तोह पइ कउन भरोसा करी? 12 जदि जउन कउनो दूसर क अहइ, तू ओकरे बरे बिसवास क जोग्ग नाहीं, बाट्या, तउ जउन तोहार अहइ, ओका तोहरा कउन देइ?
13 “कउनो भी नउकर दुइ मालिक क सेवा नाहीं कइ सकत। उ या तो एक स घिना करी अउर दूसर स पिरेम या उ एक क बरे न्यौछावर करी अउर दूसर क दुरियाई। तू धने अउर परमेस्सर दुइनउँ क सेवा एक संग नाहीं कई सकत्या।”
परमेस्सर क व्यवस्था अटल बा
(मत्ती 11:12-13)
14 अब फरीसियन जउन धन क लोभी रहेन, जब इ सब सुनेन तउ उ पचे ईसू क बहोत बुराई किहेन। 15 ऍह पइ उ ओनसे कहेस, “तू पचे उ सबइ अहा जउन मनइयन क इ जताइ देइ चाहत ह कि तू बहोत नीक अहा मुला परमेस्सर तोहरे मन क जानत ह। मनई जेका बहोत कीमती समझत हीं, परमेस्सर बरे उ तुच्छ अहइ।
16 “यूहन्ना तलक व्यवस्था अउर नबियन क समइ रहा। ओकरे पाछे परमेस्सर क राज्य क सुसमाचार क प्रचार होत रहा अउर हर कउनो बड़ी तेजी स ऍकर कइँती हींचा चला आवत रहा। 17 फिन सरग अउर धरती क डुग जाब तउ सहल बा मुला व्यवस्था क एक एक बिन्दु क अमान्य होब नाहीं।
तलाक अउर दुहेजा बियाह
18 “उ हर कउनो जउन आपन पत्नी क तजत ह अउर दूसर स्त्री क बियाहत ह, व्यभिचार करत ह। अइसे ही आपन पति स तलाकी गइ, कउनो मनई स बियाहत ह, उ भी व्यभिचार करत ह।”
धनी मनई अउर लाजत
19 “अब देखा एक मनई रहा जउन बहोत धनी रहा। उ बैंजनी रंग क ओढ़ना पहिरत रहा अउर हर रोज अमीरी ठाट बाट स रहत आनन्द लेत रहा। 20 हुँवई लाजर नाउँ क दीन दुखिया ओकरे दुआरे ओलरा रहत रहा। ओकर देह घाउन स भरि गइ रही। 21 उ धनी मनई क जूठे स ही उ आपन पेटवा भरइ क तरसत रहा। हिआँ तलक कि कूकुर भी अउतेन अउर ओकरे घाउ क चाट जातेन।
22 “अउर फिन अइसा भवा कि उ दीन हीन मनई मरि गवा। तउ सरगदूतन लइ जाइके ओका इब्राहीम क गोदी मँ बइठाइ दिहन। फिन उ धनी मनई भी मरि गवा अउर ओका दफनियावा गवा। 23 नरके मँ तड़पत भवा उ जब आँखी खोलिके लखेस तउ इब्राहीम ओका बहोत दूर देखाइ गवा मुला लाजर उ ओकरी गोदी मँ लखेस। 24 उ तब्बइ पुकारके कहेस, ‘बाप इब्राहीम, मोहे प दाया करा अउर लाजर क पठवा कि उ पानी मँ अगुँरि क नोक बोरिके मोर जीभ ठंढी कइ देइ, काहेकि मइँ इ आगी मँ तड़पत हउँ!’
25 “मुला इब्राहीम बोला, ‘मोर बेटहना, याद राखा, तू आपन जिन्नगी मँ आपन नीक चीजन्क पाइ गया मुला लाजर क बुरी चीज मिलि पाइँ। तउ अब हिआँ उ आनन्द भोगत बा अउर तू दारूण दुःख। 26 अउर इ सब क अलावा हमरे अउर तोहरे बीच एक बड़की खाई डाइ दीन्ह ग अहइ काहेकि हिआँ स जदि कउनो तोहरे लगे जाइ चाहइ, उ जाइ नाहीं सकत अउर हुवाँ स कउनो हिआँ आइ न सकइँ।’
27 “उ धनी मनई कहेस, ‘अइ बाप! मइँ तोहसे पराथना करत हउँ कि तू लाजर क मोरे बाप क घर पठइ द्या 28 काहेकि मोरे पाँच भाइयन अहइँ। उ ओनका चिताउनी देइ ताकि ओनका इ दारुण दुःख क ठउर मँ न आवइ क होइ।’
29 “मुला इब्राहीम कहेस, ‘ओनके लगे मूसा क व्यवस्था अहइ अउर नबियन क लिखा अहइँ। ओ पचेन क ओनका सुनइ द्या।’
30 “धनी मनई कहेस, ‘नाहीं बाप इब्राहीम, जदि कउनो मरे हुअन मँ स ओनके लगे जाइ तउ उ पचे मनफिराव करिहीं।’
31 “इब्राहीम ओसे कहेस, ‘जदि उ सबइ मूसा अउर नबियन क नाहीं अनकतेन तउ, जदि कउनो मरे हुअन मँ स उठिके ओनके लगे आवइ तउ भी कोउ काम क न होई, काहेकि उ ओनका भी न सुनिहीं।’”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.