M’Cheyne Bible Reading Plan
लोग नेम क सुनत हीं
23 राजा योसिय्याह यहूदा अउ इस्राएल क सबहिं प्रमुखन से आवइ अउर ओहसे मिलइ क बरे कहेस। 2 तब राजा यहोवा क मन्दिर गवा। सबहिं यहूदा क लोग अउर यरूसलेम मँ रहइवाले लोग ओकरे संग गएन। याजक, नबी, अउर सबहिं मनई, सब स जियादा महत्वपूर्ण स सब स कम महत्वपूर्ण सबहिं ओकरे संग गएन। तब उ साच्छीपत्र क पुस्तक बाँचेस। इ उहइ, नेम क पुस्तक रही जउन यहोवा क मन्दिर स मिली रही। योसिय्याह उ पुस्तक क इ तरह बाँचेस कि सबहिं लोग ओका सुनि सकइँ।
3 राजा स्तम्भ क लगे खड़ा भवा अउर उ यहोवा क संग वाचा किहस। उ यहोवा क अनुसरण करब, ओकर आग्या, वाचा अउर नेमन क पालन करब अंगीकार किहस। उ पूरी आतिमा अउर हिरदइ स इ करब अंगीकार किहस। उ किताबे मँ लिखी वाचा क मानब अंगीकार किहस। सबहिं लोग इ परगट करइ क बरे खड़े भएन कि उ पचे राजा क वाचा क समर्पन करत हीं।
4 तब राजा महायाजक हिलकिय्याह दूसर याजकन अउर द्वारपालन क बाल, असेरा अउर अकासे क नछयन क सम्मान बरे बनी सबहिं चिजियन क यहोवा क मन्दिर क बाहेर लिआवइ क आदेस किहस। तब योसिय्याह ओन सबहिं क यरूसलेम क बाहेर किद्रोन क खेतन मँ बार दिहस। तब राखी क उ पचे बेतेल लइ गएन।
5 यहूदा क राजा लोग कछू सामान्य मनइयन क याजकन क रूप मँ सेवा बरे चुने रहा। इ सबइ लोग हारून क परिवार स नाहीं रहेन। उ पचे झूठे याजक यहूदा क सबहिं नगरन अउर यरूसलेम क नजिक क नगरन मँ ऊँच जगहन पइ सुगन्धि बारत रहेन। उ पचे बाल, सूरज, चाँद, नछत्रन क समूह अउ अकासे क सबहिं नछत्रन क सम्मान मँ सुगन्धि बारत रहेन। किन्तु योसिय्याह ओन बनावटी याजकन क रोक दिहस।
6 योसिय्याह असेरा स्तम्भ क यहोवा क मन्दिर स हटाएस। उ असेरा स्तम्भ क नगर क बाहेर किद्रोन घाटी क लइ गवा अउर ओका हुवँइ बार दिहस। तब उ जरे खण्डन क कूटेस अउर उ राखी क साधारण लोगन क कब्रन पइ छितराएस।
7 तब राजा योसिय्याह यहोवा क मन्दिर मँ बने पुरुसगामियों क कोठान क गिरवाइ दिहस। ओन घरन मँ मेहररूअन झूठी देवी असीराह क सम्मान देइ बरे तम्बू क छोटे अवरण बिना करत रहिन।
8-9 उ समइ याजक बलि यरूसलेम क नाहीं लिआवत रहेन अउर ओका मन्दिर क वेदी पइ नाहीं चढ़ावत रहेन। याजक सारे यहूदा क नगरन मँ रहत रहेन अउर उ पचे ओन नगरन मँ ऊँच नगरियन पइ सुगन्धि बारत अउ बलि भेंट करत रहेन। उ पचे ऊँची जगह गेबा स लइके बेर्सबा तलक हर जगह रहेन। याजकन अखमिरी रोटी यरूसलेम मँ मन्दिर मँ याजकन बरे बनावा गवा स्थान मँ एका खावइ क बजाए ओन सहरन मँ साधारण लोगन क संग खाएस। परन्तु राजा योसिय्याह ओन ऊँची जगहन क नस्ट कइ डाएस अउर याजकन क यरूसलेम लइ गवा। योसिय्याह ओन ऊँची जगहन क भी नस्ट किहे रहा जउन यहोसू दुआर क लगे बाई ओर रहेन। (यहोसू नगर क प्रसासक रहा।)
10 तोपेत “हिन्नोम क पूत क घाटी” मँ एक जगह रही जहाँ लोग अपने बच्चन क मारत रहेन अउर लबार देवता मोलेक क सम्मान मँ ओनका वेदी पइ बारत रहेन। योसिय्याह उ जगहिया क ऍतना नस्ट कइ डाएस कि लोग उ जगहिया क प्रयोग न कइ सकइँ। 11 बीते समइ मँ यहूदा क राजा लोग यहोवा क मन्दिर क दुआर क लगे कछू घोड़न अउर रथन रख छोड़े रहेन। इ नतन्मेलेख नाउँ क महत्वपूर्ण अधिकारी क कमरे क लगे रहा। घोड़न अउ रथन सूर्य देव क सम्मान बरे रहेन। योसिय्याह घोड़न क हटाएस अउर रथे क बार दिहस।
12 बीते समइ मँ यहूदा क राजा लोग अहाब क इमारत क छते पइ बेदियन बनाइ रखे रहेन। राजा मनस्से भी यहोवा क मन्दिर क दुइ आँगनन मँ वेदियन बनाइ रखे रहा। योसिय्याह ओन वेदियन क तोरि डाएस अउर ओनकर टूटे टूकन क किद्रोन क घाटी मँ लोकाइ दिहस।
13 बीते समइ मँ राजा सुलेमान यरूसलेम क निअरे विध्वंसक पहाड़ी क दक्खिन मँ कछू ऊँच जगह बनाए रहा। राजा सुलेमान पूजा क ओन जगहन क, सीदोन क लोग जउन घिनौनी चीज अस्तोरेत क पूजा करत रहेन, ओकरे सम्मान बरे बनाए रहेन। सुलैमान मोआब लोगन क जरिये पूजित घिनौनी चीज कमोस क सम्मान बरे भी एक ठु वेदी बनाए रहा अउर राजा सुलैमान अम्मोन लोगन क जरिये पूजित घिनौनी चीज मिल्कोम क सम्मान बरे एक ऊँची जगह बनाए रहा। किन्तु राजा योसिय्याह ओन सबहिं पूजा ठउरन क नस्ट कइ दिहस। 14 राजा योसिय्याह सबहिं स्मृति पाथरन अउ असेरा स्तम्भन क तोड़ डाएस। तब उ ओन जगहन क ऊपर मृतकन क हाड़न क छितराएस।
15 योसिय्याह बेतेल क वेदी अउ ऊँच जगहन क भी तोरि डाएस। नबात क पूत यारोबाम इ वेदी क बनाए रहा। यारोबाम इस्राएल स पाप कराए रहा। योसिय्याह ऊँची जगहन अउ वेदी दुइनउँ इ तोरि डाएस। योसिय्याह वेदी क पाथर क टूकन कइ दिहस। तब उ ओनका कूटिके धुरि बनाइ दिहस अउर उ असेरा स्तम्भ क बार दिहस। 16 योसिय्याह चारिहुँ कइँती नजर दउड़ाएस अउर पहाड़े पइ कब्रन क लखेस। उ मनइयन क पठएस अउर पचे ओन कब्रन स हाड़न लइ आएन। तब उ वेदी पइ हाड़न क बारेस। इ तरह योसिय्याह वेदी क भ्रस्ट कइ दिहस। इ उहइ तरह भवा जइसा यहोवा क सँदेसा क परमेस्सर क जन घोसित किहे रहा। परमेस्सर क जन एकर घोसणा तब किहन जब यारोबाम वेदी क बगल मँ खड़ा रहा।
तब योसिय्याह चारिहूँ कइँती निगाह दउड़ाएस अउर परमेस्सर क जन क कब्र खोदेस।
17 योसिय्याह कहेस, “जउने स्मारक क मइँ लखत हउँ, उ का अहइ?”
नगर क लोग ओहसे कहेन, “इ परमेस्सर क उ जने क कब्र अहइ जउन यहूदा स आवा रहा। इ परमेस्सर क जन उ सब बाताए रहा जउन आप बेतेल मँ वेदी क संग किहन। उ इ सबइ बातन बहोत पहिले बाताए रहा।”
18 योसिय्याह कहेस, “परमेस्सर क जन क अकेला छोड़ द्या। ओकरी हाड़न क जिन हटावा।” एह बरे उ पचे हाड़न तजि दिहन, अउर साथ ही सोमरोन स आए परमेस्सर क जन क हाड़न भी छोड़ दिहन।
19 योसिय्याह सोमरोन नगर क सबहिं ऊँच नगरन क पूजागृह क भी नस्ट कइ दिहस। इस्राएल क राजा लोग पूजा गृहन क बानाए रहेन अउर उ यहोवा क बहोत कोहाइ दिहे रहेन। योसिय्याह ओन पूजा-गृहन क वइसे ही नस्ट किहेस जइसे उ बेतेल क पूजा क जगहन क नस्ट किहस।
20 योसिय्याह सोमरोन मँ रहइवाले ऊँची जगहन क सबहिं पुरोहितन क मार डाएस। उ ओनहीं वेदियन पइ पुरोहितन क बध किहस। उ मनइयन क हाड़न वेदियन पइ बारेस। इ तरह उ पूजा इ ओन जगहन क भ्रस्ट किहस। तब उ यरूसलेम मँ लउटि आवा।
यहूदा क लोग फसल पर्व मनावत हीं
21 तब राजा योसिय्याह सबहिं लोगन क हुकुम दिहस। उ कहेस, “यहोवा अपने परमेस्सर क फसह पर्व मनावा। एका उहइ तरह मनावा जइसा साच्छीपत्र क पुस्तक मँ लिखा अहइ।”
22 लोग इ तरह फसह पर्व क तब स नाहीं मनाए रहेन जब स इस्राएल पइ न्यायाधीस सासन करत रहेन। इस्राएल क कउनो राजा या यहूदा क कउनो भी राजा कबहुँ फसह पर्व क ऍतना बड़का उत्सव नाहीं मनाए रहा। 23 एह बरे ओन लोग यहोवा बरे फसह पर्व योसिय्याह क राज्जकाल क अट्ठारहवें बरिस मँ यरूसलेम मँ मनाएन।
24 योसिय्याह ओझा लोगन क, भूतसिच्छकन, गृह-देवतन, देवमूरतियन अउर यहूदा अउ इस्राएल मँ जउन घिनवनी चिजयन क पूजा होत रही, सब क नस्ट कइ दिहस। योसिय्याह इ यहोवा क मन्दिर मँ याजक हिलकिय्याह क मिली पुस्तक मँ लिखे गए परमेस्सर क नेमन क अनुसार किहस।
25 एकरे पहिले योसिय्याह क समान कबहुँ कउनो राजा नाहीं भवा रहा। योसिय्याह यहोवा कइँती, अपनी पूरी आतिमा अउर अपनी पूरी सक्ती स गवा। योसिय्याह क तरह कउनो राजा मूसा क सबहिं नेमन क अनुसरण नाहीं किहे रहा। उ समइ स योसिय्याह क तरह क कउनो दूसर राजा कबहुँ नाहीं भवा।
26 किन्तु यहोवा यहूदा क लोगन पइ किरोध करब तजेस नाहीं। यहोवा अबहुँ भी ओन पइ सारे कामन क बरे कोहान रहा जेनका मनस्से किहे रहा। 27 यहोवा कहेस, “मइँ इस्राएलियन क ओनकर देस तजइ क मजबूर किहेउँ। मइँ यहूदा क संग वइसा ही करब मइँ यहूदा क अपनी आँखिन स ओझल करब। बेसक मइँ यरूसलेम अउर एकर मन्दिर क चुना रहा जेकर बारे मँ मइँ कहे रहेउँ, ‘मोर नाउँ हुवाँ रहब मइँ यरूसलेम अउर मन्दिर क रद्द कइ देब।’”
28 योसिय्याह जउन दूसर काम किहस उ सबइ यहूदा क राजा लोगन क इतिहास क किताबे मँ लिखे अहइँ।
योसिय्याह क मउत
29 योसिय्याह क समइ मिस्र क राजा फिरौन नको अस्सूर क राजा क खिलाफ जुद्ध करत परात नदी क गवा। राजा योसिय्याह नको स भेंटइ मगिद्दो गवा। फिरौन नको योसिय्याह क लखि लिहस अउर तब ओका मार डाएस। 30 योसिय्याह क अधिकारियन ओकरे बदन क एक ठु रथे मँ धरेन अउर ओका मगिद्दो स यरूसलेम लइ गएन। उ पचे योसिय्याह क ओकरी अपनी कब्र मँ दफनाएन।
तब साधारण लोग योसिय्याह क पूत यहोआहाज क लिहन अउर ओकर राज्ज अभिसेक कइ दिहन। उ पचे यहोआहाज क नवा राजा बनाएस।
यहोआहाज यहूदा क नवा राजा बनत ह
31 यहोआहाज तेईस बरिस क रहा, जब उ राजा बना। उ यरूसलेम मँ तीन महीने तलक हुकूमत किहस। ओकर महतारी लिब्ना क यिर्मयाह क बिटिया हमूतल रही। 32 यहोआहाज उ सबइ काम किहस जेनका यहोवा बुरा बताए रहा। यहोआहाज उ सब ही काम किहेस जेनका ओकरे पुरखन किहे रहेन।
33 फिरौन नको यहोआहाज क हमात प्रदेस मँ रिबला मँ कैद रखेस। एह बरे यहोआहाज यरूसलेम मँ सासन नाहीं कइ सका। फिरौन नको यहूदा क सात हजार पाँच सौ पौण्ड चाँदी अउर पचहत्तर पौण्ड सोना देइ क मजबूर किहस।
34 फिरौन नको योसिय्याह क पूत एल्याकीम क नवा राजा बनाएस। एल्याकीम अपने बाप योसिय्याह क जगह लिहस। फिरौन-नको एल्याकीम क नाउँ बदलिके यहोयाकीम कइ दिहस अउर फिरौन-नको यहोआहाज क मिस्र लइ गवा। यहोआहाज मिस्र मँ मरा। 35 यहोयाकीम फिरौन क सोना अउ चाँदी दिहस। किन्तु यहोयाकीम साधारण जनता स बसूलेस अउर उ धने क उपयोग फिरौन नको क देइ मँ किहस। एह बरे हर मनई चाँदी अउ सोना क अपने हींसे क भुगतान किहस अउर राजा यहोयाकीम फिरौन क उ धन दिहस।
36 यहोयाकीम जब राजा भवा तउ उ पच्चीस बरिस क रहा। उ गियारह बरिस तलक यरूसलेम मँ राज्ज किहस। ओकर महतारी रूमा क अदायाह क बिटिया जबीदा रही। 37 यहोयाकीम उ सबइ काम किहेस जेनका यहोवा बुरा बताए रहा। यहोयाकीम उ सब ही काम किहेस जउन ओकरे पुरखन किहे रहेन।
5 हर एक महायाजक मनइयन स ही चुना जात ह। अउर परमात्मा सम्बन्धी बिसयन मँ लोगन क प्रतिनिधित्व करइ क बरे नियुक्त कइ जात ह ताकि उ पापन क बरे भेंट य बलिदान चढ़ावइ। 2 काहेकि उ खुद भी कमजोरन क अधीन अहइ, इही बरे उ न समझन अउर भटकन भएन क साथे कोमल व्यवहार कइ सकत ह। 3 इह बरे ओका अपने पापन क बरे अउर वइसेन लोगन क पापन क बरे बलिदान चढ़ावइ पड़त ह।
4 एह सम्मान क कउनो अपने प नाहीं लेत। जइसेन कि हारून क समान परमेस्सर कइँती स ठहरावा न जात। 5 इही तरह मसीह तउ महायाजक बनइ क महिमा क खुद ग्रहण नाहीं किहेस बल्कि परमेस्सर तउ ओसे कहेस,
“तू अहा मोर पूत बना हउँ
आजु, मइँ तोहार पिता।” (A)
6 अउर एक उ स्थान प उहउ कहत ह,
7 ईसू तउ एह धरती पे क जीवन काल मँ जउन ओका मउत स बचाइ सकत ह, ऊँचे सुर मँ पुकारत भए अउर रोबत भए ओसे सबइ पराथना अउर सब बिनती किहे रहा अउर आदरपूर्ण समर्पण क कारण ओकर सुनी गइ। 8 जद्यपि उ ओकर बेटवा रह फिन भी जातना झेलत हुए उ आज्ञा क पालन करइ सीखेस। 9 अउर एक दाई सम्पूर्ण बनि जाइ प उ सब क बरे जउन ओकरी आज्ञा क पालन करत हीं उ अनन्त छुटकारा क स्रोत बनि गवा। 10 अउर परमेस्सर क जरिये मलिकिसिदक क परम्परा मँ ओका महायाजक बनावा गवा।
पतन क बिरूद्ध चेतावनी
11 एकरे बारे मँ हमारे लगे कहइ क बहुत कछू बा, प ओकर ब्याख्या कठिन बा काहेकि तोहार समझ बहुत धीमी बाटइ। 12 सही मँ एह समइ तलक तउ तोहे सबन क सिच्छा देइ वाला बनि जाइ चाही रहा। परन्तु तोहे पचन क तउ अबहिं कउनउ अइसेन मनई क जरूरत बा जउन तोहे सबन क नवा सिरे स परमेस्सर क उपदेस क आरम्भिक बात ही सिखावइ। तोहे सबन क तउ बस अबहिं दूध ही चाही ठोस आहार नाहीं। 13 जउन अबहीं दुध-मुँहा बच्चा ही अहइँ ओका धरम क बचन क पहिचान नाहीं होत।
14 मुला ठोस आहार तउ ओन बड़न क बरे होत ह जे अपने आत्मिक दृस्टि क प्रसिच्छन स भला-बुरा मँ पहिचान करब सीख लिहे अहइँ।
यहोवा क दिन आइ
2 सिय्योन पइ नरसिंहा फूँका।
मोरे पवित्तर पर्वते पइ चिताउनी सुनावा।
ओन सबहिं लोगन क जउन इ धरती पइ रहत हीं, तू पचे डर स कँपाइ द्या।
यहोवा क बिसेस दिन आवत अहइ।
इ बहोत ही लगे अहइ।
2 उ दिन अँधियारा भरा होइ, उ दिन उदासी अउर सोक क होइ,
उ दिन करिया होइँ अउर उ दिन दूदिनर्न होइ।
भोरे क पहिली किरन क संग तू पचन्क पहाड़े पइ फउज फइलत भइ देखाँइ देइ।
उ फउज बिसाल अउर सक्ति होइ।
तू अइसा फउज पहिले तउ कबहुँ भी नाहीं लखा रहा
अउ अगवा भी कबहुँ भविस्स काल मँ अइसा नाहीं लखी।
3 उ फउज इ धरती क धधकत आगी जइसे तहस-नहस कइ देइ।
जब फउज उ धरती स होइ क आगे बढ़इ
तउ उ धरती जउन कि एदेन क बगीचा जइसा रहा उ एक उजड़ भवा रेगिस्तान मँ बदल जाइ।
ओनसे कछू भी नाहीं बचि पाइ।
4 टिडिय घोड़न क तरह देखइ जात अहइ
अउर अइसे दउड़त हीं जइसे सिपाही दोड़त हीं।
5 का तू इ आवाज क सुनत ह।
इ पहाड़े पइ चढ़त भए
रथन क खड़-खड़ क आवाज क नाई आवाज करत ह।
इ आवाज अइसा अहइ जइसे
जलत भइ भूसा क चटपट आवाज।
उ सबइ लोग सक्तिवाले अहइँ।
उ पचे जुद्ध बरे तइयार अहइँ।
6 इ फउज क अगवा लोग डर स काँपत हीं।
ओनकर मुँर डर स पिअर पड़ि जात हीं।
7 उ सबइ फउजी बहोत तेज दउड़न हीं।
उ सबइ फउजी देवारन पइ चढ़त हीं।
हर एक फउजी सोझइ ही अगवा बढ़ि जात ह।
उ पचे आपन रास्ता स तनिकउ भी नाहीं हटतेन।
8 उ पचे एक दूसर क आपुस मँ नाहीं धकियउतेन।
हर एक अपने राहे पइ चलत ह।
अगर कउनो फउजी जखमी हो अउर गिरि जात ह
तउ भी उ पचे आपन राहे स नाहीं मुरत ह।
9 उ पचे आचानक ही सहरे पइ चढ़इ जाब।
उपचे सहरे क देवार पाइ दोरब।
उ पचे खिड़कियन स होइके भवनन भितरे घुस जात हीं
जइसे कउनो चोर घुसि जाइ।
10 धरती अउ अकासे तलक ओनके समन्वा थर्रात हीं।
सूरज अउ चाँद भी करिया पड़ि जात हीं अउर तारा चमकब तजि देत हीं।
11 यहोवा जोर सँ अपनी फउज क बुलावत ह।
ओकर छावनी बिसाल अहइ
उ फउज ओकरे हुकुमन क मानब्या।
उ फउज बहोतइ सक्तीसाली अहइ।
यह बरे यहोवा क बिसेस दिन महान अउ खउफनाक अहइ।
कउनो भी मनई ओक आइ स रोक नाहीं सकत।
यहोवा आपन लोगन स आपनी जिन्नगी बदलइ क कहत ह
12 किन्तु अब भी यहोवा क सँदेसा इ अहइ:
“पुरे मन स मोरे लगे वापस आवा।
विलाप करा अउ चीख व पुकार करा
अउर उपवास करा।
13 अरे आपन ओढ़ना क बदले,
तू पचे आपन सोक व दुःख क देखाइ बरे आपन दिल क ही फारि डावा।”
तू पचे आपन परमेस्सर यहोवा क लगे लउटि आवा।
उ दयालु अउ करूणा स पूर्ण अहइ।
ओका हाली किरोध नाहीं आवत ह।
ओकर पिरेम महान अहइ।
होइ सकत ह जउन किरोध उ तू पचन्क बरे सोचे होइ,
ओकरे बरे उ आपन मन बदल लेइ।
14 कउन जानत ह, होइ सकत ह यहोवा आपन मन बदल लेइ
अउर इ भी होइ सकत ह कि उ तू पचन क बरे कउनो वरदान छोड़ जाइ।
फुन तू पचे आपन परमेस्सर यहोवा क
अन्नबलि अउ पेय भेंट अर्पण कइ पावा।
यहोवा स पराथना करा
15 सिय्योन पइ नरसिंहा फूँका।
उ बिसेस सभा बरे बोलावा द्या।
उ उपवास क खास समइ क बोलावा द्या।
16 तू पचे, लोगन क बटोरा।
बिसेस सभा बरे ओनका बोलावा।
तू पचे बुढ़वा मनइयन क बटोरा अउर लरिकन क भी संग मँ बटोरा।
उ सबइ नान्ह गदेलन भी लिआवा जउन अब भी महतारी क दूध पिअत अहइँ।
नई दुलहिन क अउर दुलहा लोगन क
ओनकर ओलरइ-कमरा स बोलावा।
17 हे यहोवा क सेवक,
याजक लोगो आँगन अउ वेदी क बीच विलाप करा।
ओन सबहिं लोगन क इ परथना करइ द्या: “हे यहोवा आपन लोगन पइ दया करा।
तू पचे आपन लोगन क लजाइ जिन द्या।
दूसर रास्ट्र क हम लोगन पइ हँसत
भए इ कहइ क मौका जिन द्या कि
‘ओनकर परमेस्सर कहाँ अहइ?’”
यहोवा तू सबन्क तोहरे पचन्क धरती वापस दियाई
18 तउ यहोवा क आपन देस क बारे जलन होइ गवा।
अउर आपन लोगन क बरे मँ अफसोस परकट किया।
19 ओनके परथना क उत्तर मँ यहोवा आपन लोगन स कहेस।,
“मइँ तोहरे पचन्क बरे भरपूर अन्न, दाखमधु अउर तेल पठउब।
मइँ अब दूसर रास्ट्रन क तू पचन्क
पइ हँसइ नाहीं देब।
20 मइँ उत्तर क हमलाआवर फउजन क तू पचन्क धरती स वापस भेज देब।
मइँ ओनका झुरान अउ उजड़ी भइ धरती पइ पठाउब।
ओनमाँ स कछू पूरब क समूद्दरे मँ
अउ ओनमाँ स कछू पच्छिम समूद्दरे मँ जइहीं।
उ पचे मरि भए होइ ओनके सड़त भइ दुर्गन्ध आकासे तलक जाइ
काहेकि उ पचे बहोत ही खउफनाक करम किहस।
परमेस्सर बहोत महान काम किहेउँ ह।”
धरती क फुन नवा बनावा जाइ
21 हे धरती, तू डर स जिन काँपा।
खुस होइ जा अउर आनन्द स भरि जा।
यहोवा बहोत महान काम किहेउँ ह।
22 ओ मैदान क पसुओ, तू पचे जिन डरा।
रेगिस्तान क चरागाहन मँ घास उगइहीं।
फल क बृच्छ फल देइ लागिही।
अंजीर क बृच्छ सबन्त नीक फल अउर अंगूरे क बेलन भरपूर फसल देइहीं।
23 तउ, हे सिय्योन क लोगो, खुस रहा।
आपन परमेस्सर यहोवा मँ आनन्द स भरि जा।
काहेकि उ तू पचन्क संग भला करी अउर तू पचन्क बर्खा देइ।
उ तू पचन्क अगवा क बर्खा देइ।
अउर उ तू पचन्क पाछे क भी बर्खा देइ जइसे पहिले देत रहा।
24 तोहार पचन्क इ सबइ खरिहान गोहूँ स भरि जइहीं
अउर तू पचन्क कुप्पे दाखमधु अउर जइतून क तेल स उफनाइ लागिहीं।
25 “उ सबइ भिनभिनात भइ टिड्डियन,
फुदकत भइ टिड्डियन, बिनास करइवाली टिड्डियन अउ कुतरत भइ टिड्डियन
जउन कि तोहार पचन्क चिजियन खाइ गएन मइँ ही पठए रहेउँ।
मुला मइँ यहोवा ओन मुसीबतन क बरिसन क बदला
तू पचन्क चुका देब।
26 तू पचे भरपूर खाइब्या
अउर खाइ क सन्तुट्ठ होइ जाब्या।
आपन परमेस्सर यहोवा क नाउँ क तू पचे गुणगान करब्या
काहेकि उ तू पचन्क बरे अद्भुत बातन किहेस ह।
अब मोर लोग फुन कबहुँ लज्जित न होइहीं।
27 तू पचन्क पता लग जाइ कि मइँ इस्राएली लोगन्क साथ हउँ
तू पचन्क पता लगि जाइ कि मइँ तोहार सबन्क परमेस्सर यहोवा हउँ।
अउर कउनो दूसर परमेस्सर नाहीं अहइ।
मोर लोग फुन कबहुँ लजइहीं नाहीं होइहीं।”
सबहिं लोगन पइ आपन आतिमा उड़ेरइ क यहोवा क प्रतिग्या
28 “एकरे पाछे
मइँ तू सबन्पइ आपन आतिमा उडेरबउँ।
तोहार पचन्क बेटवन-बिटियन भविस्सवाणी करिहीं।
तोहार पचन्क बूढ़े सपनन लखिहीं
अउर तोहार पचन्क नउजवान दर्सन लखिहीं।
29 उ समइ मइँ आपन आतिमा
तोहार दास-दासियन तलक पइ भी उडेरब।
30 धरती पइ अउ अकासे मँ जउन घटित होहीं ओकरे बरे मँ मइँ चेतावनी देब्या।
हुआँ खून, आगी अउ गहिर धुआँ क स्तम्भ होइ।
31 सूरज अँधियारे मँ बदल जाइ
अउर चाँद खून क रंग मँ बदली।
तउ फुन यहोवा क दिन जउन कि सचमुच मँ महान अउ भयानक दिन अहइ आइ।
32 तब कउनो भी मनई जउन यहोवा स ओकरे नाउ लइ क परथना करइ ओका बचा लइ जाइ।
काहेकि यहोवा वादा किहेस ह
कि सिय्योन क पर्वते पइ अउर यरूसलेम मँ उ सबइ लोग होइहीं जेका बचावा गवा अहइँ।
सिरिफ उहइ लोग बचिहीं
जेका यहोवा बुलावत ह।
दाऊद क एक कला गीत।
1 मइँ मदद बरे यहोवा क गोहराएउँ।
मइँ यहोवा क समन्वा पराथना किहेउँ ह।
2 मइँ यहोवा क समन्वा आपन दुःख रोउब।
मइँ यहोवा स आपन कठिनाइयन कहब।
3 मोर दुस्मनन मोरे बरे जाल बिछाएन ह।
मइँ आसा छोरइ बरे तइयार अहउँ।
मुला यहोवा जानत अहइ कि मोरे संग का घटत अहइ।
4 मोर चारिहुँ कइँती नज़र करा अउ लखा,
कउनो मीत कहूँ भी देखॉत नाहीं अहइ।
हिआँ बचइ क कउनो जगह नाहीं बा।
कउनो मनई मोका बचावइ क जतन नाहीं करत अहइ।
5 एह बरे मइँ यहोवा क मदद बरे गोहराएउँ ह।
मइँ कहेउँ, “हे यहोवा, तू मोर सरणस्थल अहा।
तू ही अकेल्ले मोर जिन्नगी मँ एक स्रोत अहइ।”
6 हे यहोवा, मोर पराथना क जवाब दया,
काहेकि मोर बहोत दुर्दसा होइ गवा ह।
तू मोका ओन लोगन स बचाइ ल्या जउन मोर पाछा करत ह
काहेकि उ पचे मोहे स जियादा मज़बूत अहइँ।
7 मोका सहारा द्या कि इ कैद स पराइ जाउँ
अउर तोहार नाउँ क स्तुति कइ सकेउँ।
सच्चे लोगन मोर चारिहुँ कइँती इकट्ठा होइहीं।
उ पचे आपस मँ मिलिहीं अउर तोहार गुणगान करिहीं काहेकि तू मोर रच्छा किहा ह।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.