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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
2 राजा 3

यहोराम इस्राएल क राजा बना

अहाब क पूत यहोराम सोमरोन मँ इस्राएल क राजा बना। यहोसापात क यहूदा पई राजकाल क अट्ठारहवें बरिस मँ यहोराम राज्ज करब सुरू किहेस। यहोराम बारह बरिस तलक इस्राएल पई राज किहेस। यहोराम उ सब किहेस जउन यहोवा क निगाह मँ बुरा अहइ। परन्तु यहोराम अपने महतारी बाप क तरह न रहा काहेकि उ उ स्तम्भ क दूर कइ दिहस जउन ओकर बाप बाल क पूजा बरे बनवाए रहा। परन्तु उ नबात क पूत यारोबाम क अइसे पापन क, जइसे उ इस्राएल स भी कराएस, करत रहा अउर ओनसे न फिरा।

मोआब इस्राएल स अलग होत ह

मेसा मोआब क राजा रहा। ओकरे लगे बहोत बोकरियन रहिन। मेसा एक लाख मेमनन अउर एक लाख भेड़ा क ऊन इस्राएल क राजा क भेटेंस। मुला अहाब क मउत क पाछे मोआब क राजा इस्राएल क राजा क बिरूद्ध बिद्रोह कई दिहेस।

तब राजा यहोराम सोमरोन क बाहेर निकरा अउ उ इस्राएल क सबहिं मनइयन क बटोरेस। यहोराम यहूदा क राजा यहोसापात क लगे संदेसवाहक पठएस। यहोराम कहेस, “मोआब क राजा मोर बिरूद्ध विद्रोह कई दिहा ह। का तू मोआब क खिलाफ जुद्ध करइ मोरे संग चलब्या?”

यहोसापात कहेस, “हाँ, मइँ तोहरे संग चलब। हम दुइनउँ एक फउज क तरह मिल जाब। मोर फउज तोहकरे फउजियन जइसे होइहीं। मोर घोड़न तोहरे घोड़न जइसे होइहीं।”

एलीसा स तीन राजा सलाह माँगत हीं

यहोसापात यहोराम स पूछेस, “हमका कउने राहे स चलइ चाही?”

यहोराम कहेस, “एदोम क मरूस्थल क रास्ता स।”

एह बरे इस्राएल क राजा यहूदा अउ एदोम क राजा लोगन क संग गवा। उ पचे सात दिना तलक चारिहुँ कइँती घूमत रहेन। सेना व ओनके गोरूअन बरे पर्याप्त पानी नाहीं रहा। 10 आपिर मँ इस्राएल क राजा यहोराम कहेस, “ओह, यहोवा फुरइ ही हम तीनहुँ राजा लोगन क एक संग एह बरे बोलाएस कि मोआबी हम लोगन क हरावइँ।”

11 मुला यहोसापात कहेस, “का हिआँ यहोवा क नबी नाहीं अहइ? हम लोग नबी स पूछी कि यहोवा हम क का करइ क बरे कहत ह।”

इस्राएल क राजा क सेवकन मँ स एक ठु कहेस, “सापात क पूत एलीसा हिआँ अहइ। एलीसा, एलिय्याह क सेवक रहा।”[a]

12 यहोसापात कहेस, “यहोवा क वाणी एलीसा क लगे अहइ।”

एह बरे इस्राएल क राजा (यहोराम), यहोसापात अउर एदोम क राजा एलीसा स मिलइ गएन।

13 एलीसा इस्राएल क राजा (यहोराम) स कहेस, “तू मोहसे का चाहत अहा? आपन बाप अउर महतारी क नबियन क लगे जा।”

इस्राएल क राजा एलीसा स कहेस, “नाहीं, हम लोग तोहसे मिलइ आए अही, काहेकि यहोवा हम तीन राजा लोगन क एह बरे एक संग हिआँ बोलवा ह कि मोआबी हम लोगन क हरावइ।”

14 एलीसा कहेस, “मइँ यहूदा क राजा यहोसापात क सम्मान करत हउँ अउर मइँ सर्वसक्तीमान यहोवा क सेवा करत हउँ। उ निहचइ ही जिअत अहइ, एह बरे मइँ फुरइ कहत हउँ: मइँ न तउ तोह पइ दृस्टि डावत अउर न ही तोह पइ धियान देत, जदि यहूदा क राजा यहोसापात हिआँ न होत। 15 किन्तु अब एक अइसे मनई क मोरे लगे लिआवा जउन वीणा बजावत होइ।”

जब उ मनई वीणा बजाई तउ यहोवा क सक्ती एलीसा पइ उतरी। 16 तब एलीसा कहेस, “यहोवा इ कहत ह, ‘घाटी मँ गड़हा खना।’ 17 यहोवा इहइ कहत ह: तू हवा क अनुभव नाहीं करब्या, तू बरखा भी नाहीं लखब्या। मुला उ घाटी जल स भरि जाइ। तू, तोहार गइयन अउ दूसर जनावरन क पानी पिअइ क मिली। 18 यहोवा क बरे इ करब सहल अहइ। उ तोहका मोआबियन क भी पराजित करइ देइ। 19 तू हर एक सुदृढ़ नगर अउर प्रमुख सहर पर आक्रमण करब्या। तू हर एक अच्छे बृच्छ क काट डउब्या। तू सबहिं पानी क सोतन क रोक देब्या। तू हरेक हरियर खेत क पाथरन स भरके नस्ट कइ देब्या।”

20 भिंसारे सुबह क बलि क समइ, एदोम क कइँती स पानी बहइ लाग अउर घाटी पानी स भर ग रहा।

21 मोआब क लोग सुनेन कि इस्राएल, यहूदा अउर एदोम क राजा लोग ओनके खिलाफ लड़इ बरे आए अहइँ। एह बरे मोआब क लोग कवच धारण करइवाला उमिर क सबहिं मनइयन क बटोरेन। ओन लोग जुद्ध बरे तइयार होइके चउहद्दी पइ प्रतीच्छा किहेन। 22 मोआब क लोग भी बहोत भिंसारे उठेन। उगत भवा सूरज घाटी क जल पइ चमकत रहा अउर मोआब क लोगन क उ खून क नाईं देखाइ देत रहा। 23 मोआब क लोग कहेन, “खून क धियान स लखा। राजा लोग जरूर ही एक दूसर क खिलाफ जुद्ध किहे होइहीं। उ पचे एक दूसर क जरूर नस्ट कइ दिहे होइहीं। हम चली अउर ओनके ल्हासन स कीमती चिजियन लइ लेइ।”

24 मोआबी लोग इस्राएली डेरे तलक आएन। किन्तु इस्राएली बाहेर निकरेन अउर उ पचे मोआबी फउज पइ आक्रमण कइ दिहन। मोआबी लोग इस्राएलियन क समन्वा स भाग खड़े भएन। इस्राएली मोआबियन स जुद्ध करइ ओनके पहँटा मँ घुस आएन। 25 उ नगरन क बर्बाद किहन। अउ उ पचे अच्छे खेत क हर एक फउजी दुआरा फेंकइ गवा पाथरन स भर दिहेस। उ पचे सबहिं पानी क सोतन क रोक दिहन अउर सबहिं नीक बृच्छन क काट डाएन। अउर र्कीहरेसेत मँ सिरिफ पाथर रहे गएन जउन ओनकर गुलेलन स फेंकइ गवा रहेन जउन नगर क घेर रखा रहेन।

26 मोआब क राजा लखेस कि जुद्ध ओकरे बरे बहोत जियादा प्रबल अहइ। एह बरे उ तरवार धारी सात सौ मनइयन क एदोम क राजा क बध करइ बरे सोझ फउज भेद क खातिर पठइ दिहेस। किन्तु उ पचे एदोम क राजा तलक फउज भेद नाहीं कइ पाएन। 27 तब मोआब क राजा अपने जेठ पूत क लिहस जउन ओकरे पाछे राजा होत। नगर क चारिहुँ कइँती क देवार पइ मोआब क राजा आपन पूत क भेंट होमबलि क रूप मँ दिहस। अउर हुआँ इस्राएल क विरुद्ध बहोत जियादा कोहान रहा। एह बरे इस्राएल क लोग मोआब क राजा क तजेन अउर अपने देस क लउट गएन।

2 थिस्सलुनीकियन 3

हमरे बरे पराथना करा

भाइयो तथा बहिनियो, तोहे पचन क कछू अउर बात हमका बतावइ क बाटइ। हमरे करे पराथना करा कि पर्भू क उपदेस तेजी स फइलइ अउर महिमा पावई। जइसेन कि तोहे लोगन क बीच मँ भवा बा। पराथना करा कि हम बुरे अउर दुस्ट मनइयन स दूर रही। (काहेकि सभन जने क तउ पर्भू मँ बिसवास नाहीं होत ह।)

मुला पर्भू तउ बिसवास स भरा अहइ। उ तोहार सक्ती बढ़ाई अउर तोहे सबन क ओह दुस्ट स बचाइ रखी। हमका पर्भू मँ तोहार स्थिति क बारे मँ टृढ़ बिसवास बा। अउर हमका पूरा निस्चय बा कि हम तोहे जउन कछू करई क कहे हई, तू वइसेन ही करत अहई अउर करत रहब्या। पर्भू तोहरे पचन क हिरदइ क परमेस्सर क पिरेम अउर मसीह क धैर्य भरा मजबूती कइँती आगे करइ।

करम क अनिवार्यता

भाइयो तथा बहिनियो, अब तोहे सबन क हमार पर्भू ईसू मसीह क नाउँ मँ इ हुकुम बा कि तू हर ओह भाइयन स दूर रहा जउन अइसेन जीवन जिअत ह जउन अनुचित चाल चलत अहइ। मइँ इ ऍह बरे कहत हउँ काहेकि तू तउ खुदइ इ जानत बाट्या कि तोहे पचन क हमार अनुकरण कइसे करइ चाही काहेकि तोहरे बीच रहात भए हम कभउँ आलसी नाहीं रही। हम बिना मूल चुकाए कीहीउँ स भोजन नाहीं ग्रहण कीन्ह, बल्कि जतन अउर मेरनत करत भए हम दिन रात काम मँ जुटा रहे ताकि तोहमाँ स कीहीउँ पर बोझ न पड़इ। अइसा नाहीं अहइ कि हमका तोहसे सहायता लेइ क कउनउ अधिकार नाहीं बाटइ, बल्कि हम एह बरे कड़ी मेहनत करत अही ताकि तू ओकर अनुसरण कइ सका। 10 इही बरे हम जब तोहरे साथे रहे, हम तोहे पचन क इ हुकुम दिहे रहे, “अगर केउ काम न करइ चाहइ तउ उ खाना भी न खाइ।”

11 हमका अइसा बतावा गवा ह कि तोहरे बीच कछू अइसेन भी बाटेन जउन अइसेन जीवन जिअत हीं जउन ओनके अनुकूल नाहीं अहइ। उ कउनउ काम नाहीं करतेन, दुसरेन क बातन मँ टाँग अड़ावत हीं एहर-ओहर घूमत फिरत हीं। 12 अइसेन लोगन क हम पर्भू ईसू मसीह क नाउँ प समझावत हुकुम देत अही कि उ सान्ति क साथे आपन काम करइ अउर अपने कमाई क ही खाना खाइँ। 13 मुला भाइयो अउ बहिनियो! जहाँ तक तोहार बात बा, भलाई करत कभउँ न थका।

14 इ चिट्ठी क माध्यम स दीन्ह गए हमरे हुकुमन पर अगर केउ न चलइ त ओह मनई पर नजर रखा कि उ कउन बाटइ अउर ओनकर संगत स दूर रहा ताकि ओका सरम आवइ। 15 मुला ओनके साथे सत्रुअन जइसा व्यवहार न करा बल्कि भाई क समान ओका चेतावा।

चिठ्ठी समापन

16 अब सान्ति क पर्भू खुद तोहे सब समइ, सब तरह स सान्ति देइ। पर्भू तू सबके साथे रहा।

17 मइँ पौलुस खुद आपन लिखाई मँ इ नमस्कार लिखत हउँ। मइँ एह तरह सब चिट्ठी पर दसखत करत हउँ। मोरी लिखाई क सैली इहइ अहइ।

18 हमार पर्भू ईसू मसीह क अनुग्रह तोहे सभन पर बना रहइ।

दानिय्येल 7

चार पसुअन क बारे मँ दानिय्येल क सपना

बेलसस्सर क बाबुल पइ सासन काल क पहिले बरिस दानिय्येल क एक ठु सपना आवा सपने मँ आपन पलंग पइ ओलरे भए दानिय्येल, इ सबइ दर्सन लखेन। दानिय्येल जउन सपना लखे रहा, ओका लिख लिहस। दानिय्येल बताएस, “राति मँ मइँ सपना मँ एक दर्सन पाएउँ। मइँ लखेउँ कि चारिहुँ दिसा स हवा बहत अहइ अउर ओन हवा स सागर उफनइ लाग। फुन मइँ तीन पसुअन क लखेउँ। हर पसु दूसर पसु स भिन्न रहा। उ पचे चारिहुँ पसु समुद्रर मँ स उभरिके बाहर निकरे रहेन।

“ओनमाँ स पहिला पसु सिहं क समान देखाइ देत रहा अउर उ सिहं क उकाब क जइसे पंख रहेन। मइँ उ पसु क लखेउँ। फुन मइँ लखेउँ कि ओकर पंख उखाड़ फेंका गवा अहइँ। धरती पइ स उ पसु क इ तरह उठावा गवा जेहसे उ कउनो मनई क समान आपन दुइ गोड़न पइ खड़ा होइ गवा। ऍका मनई क दिमाग दइ दीन्ह गवा रहा।

“अउर फुन मइँ लखेउँ कि मोरे समन्वा एक अउर दूसर पसु मौजूद अहइ। इ पसु एक भालू क नाईं रहा। उ आपन एक बगल पइ उठा भवा रहा। उ पसु क मुहँ स दाँतन की बीच तीन पसलियन रहिन। उ भालू स कहा गवा रहा, ‘उठा अउर तोहका जेतना चाही ओतना माँस खाइ ल्या।’

“एकरे पाछे, मइँ लखेउँ कि मोरे समन्वा एक अउर पसु खड़ा अहइ। इ पसु चीते जइसा लगत रहा अउर उ चीता क पिठिया पइ चार पंख रहेन। पंख अइसे लगत रहेन, जइसे उ पचे कउनो चिरइया क पंख होइँ। इ पसु क चार ठु सिर रहेन, अउर ओका हुकूमत क अधिकार दीन्ह गवा रहा।

“एकरे पाछे, सपना मँ रात क मइँ लखेउँ कि मोरे समन्वा एक अउर चौथा जनावर खड़ा अहइ। इ जनावर बहोतइ खूँखार अउर भयानक लगत रहा। उ बहोत मजबूत देखाई देत रहा। ओकरे लोहे क लम्बे-लम्बे दाँत रहेन। इ जनावर अपने सिकारन क कुचर कइके खाइ डावत रहा अउर सिकार क खाइ चुकइ क पाछे जड़न कछू बचि रहत, उ ओका आपन गोड़न क तरे कुचरि डावत रहा। इ पसु स पहिले मइँ सपना मँ जउन पसु लखे रहेउँ, उ चउथा पसु ओन स अलग रहा। इ पसु क दस ठु सींग रहेन।

“अबहिं मइँ ओन सींगन क बारे मँ सोच ही रहेउ कि ओन सींगन क बीच एक ठु अउर सींग जमि आवा। इ सींग बहोत छोट रहा। इ छोटे सींग पइ आँखिन रहिन, अउर उ सबइ आँखिन कउनो मनई क आँखिन जइसी रहिन। इ छोटके सींग मँ एक मुँह भी रहा अउर उ खुद क प्रसंसा करत रहा। इ छोटका सींग दूसर सींगन मँ स तीन ठु सींग उखाड़ फेकेस।

चउथे पसु क निआव

“मोर लखत ही लखत, ओनकी जगह पइ सिंहासन रखे गएन
    अउर उ सनातन राजा[a] सिंहासन पर बिराज गवा।
ओकर ओढ़ना बहोतइ उज्जर रहेन,
    उ सबइ ओढ़नन बर्फ जइसे सफेद रहेन।
ओकर सिंहासन आगी क बना रहा
    अउर ओकर पहियन लपटन स बना रहेन।
10 प्राचीन राजा क समन्वा
    एक आगी क नदी बहत रही।
लाखों करोड़ों लोग ओकर सेवा मँ रहेन।
    ओकरे समन्वा करोड़न दास खड़ा रहेन।
निआवधीस ओकर समन्वा बइठेस
    अउर पुस्तकन खोली गइ होइँ।

11 “मइँ लखत क लखत रहि गएउँ काहेकि उ छोटका सींग डीगंन मारत रहा। मइँ उ समइ तलक लखत रहेउँ जब अन्तिम रूप स चउथे पसु क हत्तिया कइ दीन्ह गइ। ओकरी देह क नस्ट कइ दीन्ह गवा अउर ओका धधकत आगी मँ डाइ दीन्ह गवा। 12 दूसर पसुअन क सक्ति अउर राजसत्ता ओहसे छीन लीन्ह गएन। किन्तु एक निहचित समइ तक ओनक जिअत रहइ दीन्ह गवा।

13 “राति क मइँ आपन दिव्व सपन मँ लखेउँ कि मोर समन्वा कउनो खड़ा अहइ, जउन मनई जइसा देखाई देत रहा। उ अकास मँ बादरन पइ सवार होइके आवत रहा। उ उ सनातन राजा क लगे आवा रहा। तउ ओका ओकरे समन्वा लइ आवा गवा।

14 “उ जउन मनई क समान देखाई देत रहा, ओका अधिकार, महिमा अउर सम्पूर्ण सासन सत्ता सौंप दीन्ह गइ। सबहिं लोग, सबहिं जातियन अउर प्रत्येक भासा-भासी लोग ओकर आराधना करिहीं। ओकर राज्ज अमर रही। ओकर राज्ज सदा बना रही। उ कबहुँ नस्ट नाहीं होइ।

चउथे पसु क सपन क फल

15 “मइँ, दानिय्येल बहुत विकल अउ चिंतित रहेउँ। उ सबइ दर्सन जउन मइँ लखे रहेउँ, उ सबइ मोका विकल बनाए भए रहेन। 16 मइँ जउन हुवाँ खड़ा रहेउँ, ओनमाँ स एक क लगे पहोंचेउँ। मइँ ओहसे पूछेउँ, “इ सब कछू क अरथ का अहइ? तउ उ बताएस, उ मोका समुझाएस कि एन बातन क मतलब का अहइ। 17 उ कहेस, ‘उ पचे इ चार बड़के पसु, चार राज्ज अहइँ। उ सबइ चारिहुँ राज्ज धरती स उ मरिहीं। 18 किन्तु परमेस्सर क पवित्तर लोग उ राज्ज क प्राप्त करिहीं जउन एक अमर राज्ज होइ।’

19 “फुन मइँ इ जानइ चाहेउँ कि उ चउथा पसु का रहा अउर ओकर का अभिप्राय रहा? उ चउथा पसु सबहिं दूसर पसुअन स भिन्न रहा। उ बहोत भयानक रहा। ओकर दाँत लोहे क रहेन, अउर पंजे काँसे क रहेन। उ पसु रहा, जउन आपन सिकार क चकनाचूर कइके पूरी तरह खाइ लिहे रहा, अउर आपन सिकार क खाइ क पाछे जउन कछू बचा रहा, ओका आपन गोड़वन क तले रौंद डाए रहा। 20 उ चउथे पसु क सिर पइ जउन दस सींग रहेन, मइँ ओनके बारे मँ जानइ चाहेउँ अउर मइँ उ सींग क बारे मँ जानइ चाहेउँ जउन हुवाँ सींगन मँ स तीन ठु सींग उखाड़ि फेंके रहेन। उ सींग दूसर सींगन स जियादा बड़का देखाई देत रहा। ओकर आँखिन रहिन अउर उ आपन डींग हाँके चला जात रहा। 21 मइँ लखत ही रहेउँ कि उ सींग परमेस्सर क पवित्तर लोग क विरुद्ध युद्ध अउर ओन पइ हमला करब सुरू कइ दिहेस ह अउर उ सींग ओनका मारि डावत अहइ। 22 परमेस्सर क पवित्तर लोग क उ सींग उ समइ तलक मारत रहा जब तलक सनातन राजा आइके उ सींग क निर्णय नाहीं किहस। उ निर्णय परमेस्सर क पवित्तर लोग क पच्छ मँ रहा। अउर ओनका ओनके आपन राज्ज क प्राप्ति होइ गइ।

23 “अउर फुन उ सपना क मोका इ तरह समुझाएस कि उ चउथा पसु, ‘उ चउथा राज्ज अहइ जउन धरती पइ आई। उ राज्ज दूसर सबहिं राज्जन स अलग होइ। उ चउथा राज्ज ससांर मँ सब कहूँ लोगन क बिनास करी। संसार क सबहिं देसन क उ आपन गोड़न तले रौदी अउर ओनकर टूका-टूका कइ देइ। 24 उ सबइ दस सींग उ सब दस राजा अहइँ, जउन इ चउथे राज्ज मँ अइहीं। एन दसन राजा लोगन क चले जाइ क पाछे एक ठु अउर राजा आई। उ राजा अपने स पहिले क राजा लोगन स अलग होइ। उ ओनमाँ स तीन दूसर राजा लोगन क पराजित करी। 25 इ बिसेस राजा सर्वोच्च परमेस्सर क विरुद्ध बातन करी तथा उ राजा परमेस्सर क पवित्तर लोगन क नोस्कान पहोंचाइ अउर ओनकर बध करी। जउन पवित्तर उत्सव अउर जउन नेम इ समइ प्रचलन मँ अहइँ उ राजा ओनका बदलइ क जतन करी। परमेस्सर क पवित्तर लोग साढ़े तीन बरिस तलक उ राजा क सक्ति क अधीन रहिहीं।

26 “‘किन्तु जउन कछू होब अहइ, ओकर निर्णय निआवालय करी अउर उ राजा स ओकर सक्ति छोरि लीन्ह जाइ। ओकरे राज्ज क पूरी तरह अन्त होइ। 27 फिन परनेस्सर क पवित्तर लोग उ राज्ज क हुकूमत चलइहीं। धरती क सबहिं राज्जन क सबहिं लोगन पइ सासन होइ। इ राज्ज सदा सदा अटल रही, अउर दूसर सबहिं राज्जन क लोग ओनका आदर देइहीं अउर ओनकर सेवा करिहीं।’

28 “इ तरह उ सपना क अंत भवा। मइँ, दानिय्येल तो बहोत डेराइ गवा रहेउँ। डर स मोर मुँह पीला पड़ गवा रहा। मइँ जउन बातन लखे रहेउँ अउर सुने रहेउँ, मइँ ओनके बारे मँ दूसर लोगन क नाहीं बताएउँ।”

भजन संहिता 114-115

जब याकूब क घराना
    बिदेसियन क रास्ट्र मिस्र क तजेस।
उ समइ यहूदा परमेस्सर क खास मनई बना,
    इस्राएल ओकर राज्ज बन गवा।
लाल सागर ऍका लखेस, उ पराइ गवा।
    यरदन नदी उलटिके बह चली।
पर्वत मेमनन क नाई नाच गएन।
    पहाड़ी भ़ेड़न क नाई नाचि गइन।

हे लाल सागर, तू काहे पराइ गया?
    हे यरदन नदी, तू काहे उलटी बहिउ?
हे पहाड़ो, काहे तू पचे भ़ेडन क नाई नाच्या?
    हे पहाड़ियो, तू पचे काहे मेमनन जइसी नाचिउ?

हे धरती, यहोवा याकूब क परमेस्सर,
    सुआमी क समन्वा काँप।
परमेस्सर ही चट्टानन क चीरिके जल क बाहेर बहाएस।
    परमेस्सर पक्की चट्टान स जल क झरना बहाए रहा।

यहोवा, हमका कउनो गैारव ग्रहण नाहीं करइ चाही।
    गौरव तउ तोहार अहइ।
    तोहार पिरेम अउ निस्ठा क कारण गौरव तोहार अहइ।
रास्ट्रन काहे कहिइ,
    “ओकर परमेस्सर कहाँ अहइ?”
मोर परमेस्सर सरगे मँ अहइ।
    उ उहइ करत ह जउन कछू उ चाहत ह।
ओन जातियन क “देवता” बस सिरिफ पुतला अहइँ जउन सोना चाँदी क बना अहइँ।
    उ सबइ बस सिरिफ पुतलन अहइँ जेनका कउनो मनई बनाएस ह।
ओन पुतलन क मुँह अहइँ, मुला उ सबइ बोल नाहीं पउतेन।
    ओनकर आँखिन अहइँ, पर उ सबइ लखि नाहीं पउतेन।
ओनके कान अहइँ, मुला उ सबइ सुन नाहीं सकतेन।
    ओनके लगे नाक अहइँ, मुला उ सबइ सूँघ नाहीं पउतेन।
ओनके हाथ अहइँ, मुला उ पचे कउनो चीज क छुइ नाहीं सकतेन।
    ओनके गोड़ अहइँ, मुला उ पचे चल नाहीं सकतेन।
    उ पचे आपन गटइ स कउनो आवाज़ नाहीं निकारइ सकतेन।
जउन मनई इ सबइ पुतलन बनावत हीं, अउर ओनमाँ बिस्सास धरत हीं
    बिल्कुल इ सबइ मूरतियन जइसे बन जइहीं।

ओ इस्राएल क लोगो, यहोवा मँ भरोसा रखा।
    यहोवा इस्राएल क मदद देत ह अउर ओकर रच्छा करत ह।
10 ओ हारून क घराने, यहोवा मँ भरोसा रखा।
    हारून क घराने क यहोवा सहारा देत ह, अउ ओकर रच्छा करत ह।
11 हे यहोवा क सबइ मनवइयो, ओनमाँ भरोसा रखा।
    उ सहारा देत ह अउर आपन लोगन क रच्छा करत ह।

12 यहोवा हमका याद राखत ह।
    यहोवा हमका वरदान देइ,
यहोवा इस्राएल क आसीसित करी।
    यहोवा हारून क परिवार क आसीसित करी।
13 उ ओन लोगन क आसीसित करी जउन ओहसे डेरात ह,
    छोटा स लइके बरा तलक।

14 मोका आसा अहइ यहोवा तोहार बढ़ोतरी करी अउर मोका आसा अहइ,
    उ तोहार संतानन क भी जियादा स जियादा देइ।
15 यहोवा जउन सरग अउ धरती क बनाएस ह,
    तोहका आसीस देइ।
16 सरग यहोवा क अहइ।
    मुला उ धरती क मानव जाति क दिहेस ह।
17 मरे भए लोग यहोवा क गुण नाहीं गउतेन।
    कब्र मँ पड़े भए लोग यहोवा क गुणगान नाहीं करतेन।
18 मुला हम अबहुँ यहोवा क स्तुति करति ह,
    अउर हम ओकर स्तुति सदा-सदा करब!

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.