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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
2 समूएल 19

योआब दाऊद क फटकारत ह

19 लोग योआब क खबर दिहन। उ पचे योआब स कहेन, “लखा, राजा अबसालोम बरे रोवत अहइ अउर बहोत दुखी अहइ।” दाऊद क फउज उ दिन जीत पाए रही। मुला उ दिन सबहिं लोगन बरे बहोत सोक क दिन होइ गवा। इ सोक क दिन रहा, काहेकि लोग सुनेन, “राजा अपने पूत बरे बहोत दुखी अहइ।”

लोग नगर मँ चुपचाप आएन। उ पचे ओन लोगन क तरह रहेन जउन जुद्ध मँ पराजित होइ गए होइँ अउ पराइ आए होइँ। राजा आपन मुँहना ढाँपि लिहस। उ जोर-जोर स अउ फूट-फूटि के रोवत रहा, “मोर पूत अबसालोम! मोर पूत, मोर बेटवा।”

योआब राजा क महल मँ आवा। योआब राजा स कहेस, “आजु तू आपन सबहिं अधिकारियन क समन्वा अपमानित भवा ह। आजु तोहार सेवकन तोहार जिन्नगी बचाएन। उ पचे तोहरे पूतन, बिटियन, पत्नियन अउ उप-पत्नियन क जिन्नगी क बचाएन। तोहार अधिकारियन अपमानित महसूह करत ह कि तू ओनसे पिरेम करत ह जउन तोहसे घिना करत हीं अउर तू ओनसे घिना करत ह जउन तोहसे पिरेम करत हीं। आजु तू इ स्पस्ट कइ दिहा ह कि तोहार अधिकारी अउ तोहार लोग तोहरे बरे कछू नाहीं अहइँ। आजु मइँ समुझत हउँ कि जदि अबसालोम जिअत रहत अउ हम सबहिं मार दिए गए होत तउ तोहका बड़ी खुसी होत। अब खड़ा ह्वा अउ आपन सेवकन स बात करा अउर ओनका प्रोत्साहित करा। मइँ यहोवा क किरिया खाइके कहत हउँ कि जदि तू इ करइ बाहेर नाहीं निकरत्या तउ आजु क रात तोहार कउनो मनई नाहीं बची। बचपन स आजु तलक तोह पइ जेतनी बिपत्तियन आई अहइँ, ओन सब स इ बिपत्ति अउर बदतर होइ।”

तब राजा नगर दुआर पइ गवा। खबर फइली कि राजा नगर दुआरे पइ अहइ। एह बरे सबहिं लोग राजा क लखइ आएन। सबहिं अबसालोम क समर्थक इस्राएली अपने घरन क पराइ गए रहेन।

दाऊद फुन राजा बनत ह सबहिं अबसालोम क समर्थक इस्राएली अपने घरन क पराइ गए रहेन।

इस्राएल क सबहिं परिवार समूहन क लोग आपुस मँ तर्क-वितर्क करइ लागेन। उ पचे कहेन, “राजा दाऊद हम क पलिस्तियन अउ हमार दूसर दुस्मनन स बचाएस। मुला अब उ अबसालोम क समन्वा स पराइ गवा। 10 हम लोग अबसालोम क अपने ऊपर सासन करइ बरे चुने रहेउँ। किन्तु अब उ जुद्ध मँ मर चुका ह। हम लोगन क दाऊद क फुन राजा बनावइ चाही।”

11 राजा दाऊद याजकन सादोक अउ एब्यातार क सँदेसा पठएस। दाऊद कहेस, “यहूदा क प्रमुखन स बात करा। कहा, ‘तू लोग अन्तिम परिवार समूह काहे अहा जउन राजा दाऊद क अपने राजमहल मँ वापस लिआवइ चाहत अहा? समूचइ इस्राएल मँ राजा क ओकर महल मँ वापिस लिआवइ बरे जउन कछू भी कहा गवा, इ राजा तलक पहोंच गवा ह। 12 तू मोर भाइयन अहा, तू मोरे परिवार अहा। फुन भी तोहार परिवार समूह राजा क महल मँ वापस लिआवइ मँ अन्तिम काहे रहा?’ 13 अउर अमासा स कहा, ‘तू मोरे परिवारे क अंग अहा। जदि तोहका अभी हीं स योआब क जगह पइ सेना क नायक न बनावउँ, तउ परमेस्सर मोका सजा देइ।’”

14 दाऊद यहूदा क लोगन क दिल क जीत लिहेस। एह बरे उ पचे एक ठु मनई क तरह एकमत होइ गएन। यहूदा क लोग राजा क सँदेसा पठएन। उ पचे कहेन, “अपने सबहिं सेवकन क संग वापस आवा।”

15 तब राजा दाऊद यरदन नदी तलक आवा। यहूदा क लोग राजा स भेंटइ गिलगाल आएन। उ पचे एह बरे आएन कि उ पचे राजा क यरदन नदी क पार लइ जाइँ।

सिमी दाऊद स छमा-याचना करत ह

16 गेरा क पूत सिमी बिन्यामीन परिवार समूह क रहा। उ बहूरीम मँ रहत रहा। सिमी राजा दाऊद स भेंटइ क हाली किहस। सिमी यहूदा क लोगन क संग आवा। 17 सिमी क संग बिन्यामीन परिवार क एक हजार लोग भी आएन। साऊल क परिवार क सेवक सीबा भी आवा। सीबा अपने संग अपने पन्द्रह पूतन अउ बीस सेवकन क लिआवा। इ पचे सबहिं लोग राजा दाऊद स भेंटइ बरे यरदन नदी पइ जल्दी स पहोंचेन।

18 इ सबइ लोग यरदन नदी पार कइके राजा क परिवार क यहूदा मँ वापस लिआवइ मँ मदद करइ बरे, अउर उ सबइ कछू करइ बरे गएन जउन राजा चाहेस, गएन। जब राजा नदी पार करत रहा, गेरा क पूत सिमी ओहसे मिलन आवा। सिमी राजा क समन्वा भुइँया तलक प्रणाम करइ निहुरा। 19 सिमी राजा स कहेस, “मोर सुआमी, जउन मइँ अपराध किहेउँ ओन पइ धियान न देइँ। मोर सुआमी राजा, ओन बुरे करमन क याद न करइँ जेनका मइँ तब किहेउँ जब आप यरूसलेम क तजेन। 20 मइँ जानत हउँ कि मइँ पाप किहेउँ ह। मोर सुआमी राजा, इहइ कारण अहइ कि आजु मइँ यूसुफ क परिवार क पहिला मनई हउँ जउन आप स मिलइ आवा ह।”

21 किन्तु सरूयाह क पूत अबीसै कहेस, “सिम्मी क जरूर मरइ चाही काहेकि इ यहोवा दुआरा अभिसिक्त भवा राजा क सरापेस।”

22 दाऊद कहेस, “सरूयाह क पूतो, मइँ तोहरे संग का करउँ? आजु तू मोरे खिलाफ अहा। आजु इस्राएल मँ कउनो मनई मारा नाहीं जाइ चाही। आजु मइँ जानत हउँ कि मइँ इस्राएल क राजा हउँ।”

23 तब राजा सिम्मी स कहेस, “तू मरब्या नाहीं।” राजा सिम्मी क बचन दिहस कि उ सिमी क खुद नाहीं मारी।

मपीबोसेत दाऊद स मिलइ जात ह

24 साऊल क पोता मपीबोसेत राजा दाऊद स भेंटइ आवा। मपीबोसेत उ सारे समइ तलक अपने गोड़न क फिकर नाहीं किहेस, अपनी मूँछन क कतरेस नाहीं या अपने ओढ़नन क नाहीं धोएस जब तलक राजा यरूसलेम तजइ क पाछे फुन: सान्ति क साथ वापस नाहीं आइ गवा। 25 जब मपीबोसेत यरूसलेम मँ राजा क लगे मिलइ आवा, राजा ओहसे प्रस्न पूछेस: “मपीबोसेत तू मोरे संग उ समइ काहे नाहीं आया जब मइँ यरूसलेम स भाग गवा रहेउँ?”

26 मपीबोसेत जवाब दिहस, “हे राजा, मोर सुआमी। मोर सेवक सीबा मोका मूरख बनाएस। मइँ सीबा स कहेउँ, ‘मइँ विकलांग हउँ। एह बरे गदहे पइ काठी लगावा। तब मइँ गदहे पइ बइठव, अउर राजा क संग जाब।’ 27 किन्तु मोर सेवक मोका धोखा दिहस। मोरे बारे मँ आप स बुरी बातन कहेस। किन्तु हे, मोर सुआमी अउ राजा, परमेस्सर क एक सरगदूत क समान अहइ। आप उहइ करइँ जउन आप उचित समुझत हीं। 28 आप मोरे पितामह क सारे परिवार क मार दिहे होतेन। किन्तु आप इ नाहीं किहन। आप मोका ओन लोगन क संग रखेन जउन आप क मेज पइ खात हीं। एह बरे मइँ राजा स कउनो बात बरे सिकाइत करइ क अधिकार नाहीं राखत।”

29 राजा मपीबोसेत स कहेस, “अपनी समस्यन क बारे मँ जियादा कछू जिन कहा। मइँ इ निर्णय करत हउँ। तू अउ सीबा भुइयाँ क बँटवारा कइ सकत ह।”

30 मपीबोसेत राजा स कहेस, “सीबा क सारी भुइँया लइ लेइ द्या। काहे? काहेकि मोर सुआमी राजा अपने महल मँ सान्तिपूर्वक लउट आएन ह।”

दाऊद बर्जिल्लै स अपने संग यरूसलेम चलइ क कहत ह

31 गिलाद क बर्जिल्लै रोगलीम स आवा। उ राजा दाऊद क संग नदी तलक आवा। उ राजा क संग, यरदन नदी पार करावइ बरे गवा। 32 बर्जिल्लै बहोत बूढ़ा मनई रहा। उ अस्सी बरिस क रहा। जब दाऊद महनैम मँ ठहरा रहा तब उ ओका भोजन अउ दूसर चिजियन दिहे रहा। बर्जिल्लै इ सब कइ सकत रहा काहेकि उ बहोत धनी मनई रहा। 33 दाऊद बर्जिल्लै स कहेस, “नदी क पार मोरे संग चला। जदि तू मोरे संग यरूसलेम मँ रहब्या तउ हुवाँ मइँ तोहार देखभाल करब।”

34 किन्तु बर्जिल्लै राजा स कहेस, “का आप जानत हीं कि मइँ केतना बूढ़ा हउँ? का आप सोचत हीं कि मइँ आप क संग यरूसलेम का जाइ सकत हउँ? 35 मइँ अस्सी बरिस क हउँ। मइँ ऍतना जियादा बुढ़वा अहउँ कि मइँ इ नाहीं बताइ सकत कि नीक का अहइ अउर बुरा का अहइ। मइँ ऍतना जियादा बुढ़वा हउँ कि मइँ जउन खात पिअत हउँ ओकर सुआद नाहीं लइ सकत हउँ। मइँ ऍतना बुढ़वा हउँ कि मनसेधुअन अउ मेहरारूअन क गावइ क अवाज भी नाहीं सुन सकत। एह बरे मोका काहे आपन सुआमी राजा बरे एक बोझा बन के जोर जाइ चाही? 36 मइँ आप क ओर स पुरस्कार नाहीं चाहत। मइँ आप क संग यरदन नदी क पार करब। 37 मुला, कृपा कइके मोका वापस लउट जाइ द्या। तब मइँ अपने नगर मँ मरब अउर अपने महतारी-बाप क कब्र मँ दफनावा जाब। मुला इ किम्हाम आप क सेवक होइ सकत ह। मोर सुआमी राजा ओका अपने संग लउटइ देइँ। जउन आप चाहइँ, ओकरे संग करइँ।”

38 राजा जवाब दिहस, “किम्हाम मोरे संग लउटी। मइँ तोहरे कारण ओह पइ दयालु रहब। मइँ तोहरे बरे कछू भी कइ सकत हउँ।”

दाऊद घरे लउटत ह

39 राजा बर्जिल्लै क चूमेस अउर ओका आसीर्बाद दिहस। बर्जिल्लै घरे लउट गवा अउर राजा सबहिं लोग क साथ नदी क पार वापस गएन।

40 यरदन नदी क पार होइके पाछे, राजा गिलगाल गवा। किम्हाम ओकरे संग गवा, यहूदा क सबहिं लोग अउ आधे इस्राएल क लोग दाऊद क नदी क पार पहोंचाएन।

इस्राएली यहूदा क लोगन स तर्क-बितर्क करत हीं

41 सबहिं इस्राएली राजा क लगे आएन। उ पचे राजा स कहेन, “हमार भाई यहूदा क लोग, आप क चुराइ लइ गएन अउर आप क अउर आप क परिवार क, आप क लोगन क संग यरदन नदी क पार लइ आएन। काहे?”

42 यहूदा क सबहिं लोग इस्राएलियन क जवाब दिहन, “काहेकि राजा हमारा निचके क रिस्तेदार अहइ। इ बात क बरे आप लोग हम लोगन स कोहान काहे अहइँ? हम लोग राजा क कीमत पइ खइया क नाहीं खावा ह। राजा हम लोगन क कउनो भेंट नाहीं दिहस।”

43 इस्राएलियन जवाब दिहन, “हम लोग दाऊद मँ दस भाग[a] पावत अही। एह बरे हम लोगन क अधिकार दाऊद पइ तोहसे जियादा अहइ। किन्तु तू लोग हम लोगन उपेच्छा किहा। काहे? कउन हमार राजा क सब स पहिले वापस लिआवइ क बात किहस।”

यह बरे यहूदा क लोग इस्राएल क लोगन क बड़ा गन्दा जवाब दिहन।

2 कुरिन्थियन 12

पौलुस पर पर्भू क विसेस अनुग्रह

12 यदि घमण्ड करइ क होइ तउ मोरे बरे ठीक ना होइ, तो भी करइ पड़त ह, तउ मइँ पर्भू क दीन्ह भए दर्सन अउर पर्भू क प्रकासित चरचा करत अहउँ।

मइँ मसीह मँ स्थित क अइसेन मनई क जानत हउँ जेका चौदह साल पहिले (ओकरे सरीर मँ या सरीर क बाहर मइँ नाहीं जानित ह परमेस्सर ही जानत ह।) देह सहित या देह रहित तीसरे सरग मँ उठाई लीन्ह गवा रहा। 3-4 अउर मइँ जानित ह कि ऐह मनई क (मइँ बिना सरीर क या सरीर सहित नाहीं जानित हउँ बस परमेस्सर ही जानत ह) सरगलोक[a] मँ उठाई लीन्ह गवा रहा अउर ओ अकथनीय सब्द सुनेस जेका बोलइक अनुमति मनइयन क नाहीं बा। हाँ, अइसेन मनइयन पर गरब करबइ, मुला खुद अपने घरे पर अपने दुर्बलतन क छोड़ क गरब न करबइ।

काहेकि इ मइँ सरम करइ क सोची तउ मइँ मूरख न बनबइ काहेकि तब मइँ सच कहबइ। होबइ! मुला तोहका मइँ अइसेन बचाउब ताकि कउनो मोका जइसेन करत देखत ह या कहत सुनत ह, ओसे भी जियादा स्रेय न देइ।

असाधारण प्रकासित क कारण मोका कउनउ गरब न होइ जाइ, इही बरे मोका सालत रहइ वाला काँटउ दइ दिहे अहइ। जउन सइतान क दूत अहइ, मोका मारत रहत ह ताकि मोका बहुत जियादा घमण्ड न होइ जाइ। काँटा क अहइ समसिया क बारे मँ मइँ पर्भू स तीन बार बिनती किहेउँ काहेकि उ इहइ काँटा क मोसे निकाल लेइ। मुला उ मोसे कहि दिहे अहइ, “तोहरे बरे मोरे अनुग्रह परियाप्त बा। काहेकि निर्बलता मँ मोर सक्ती सबसे जियादा होत ह।” इही बरे मइँ अपने कमजोरी पे खुसी क साथे गरब करत हउँ। ताकि मसीह क सक्ती मोहमाँ रहइ। 10 इही तहर मसीह बरे मइँ अपने कमजोरी, अपमानन, कठिनाइयन, जातनन, अउ बाधा मँ आनन्द लेत हउँ काहेकि जब मइँ कमजोर होत हउँ तबइ बलवान होत हउँ।

कुरिन्थियन क प्रति पौलुस क पिरेम

11 मइँ मूरखन की तरह बतियात अहउँ मुला अइसा करइ क बरे मोका मजबूर तू किहे अहा। तोहका तउ मोर प्रसंसा करइ चाही, जद्यपि वइसे तउ मइँ कछू नाहीं हउँ, पर तोहरे ओऩ्हन “बड़ेन प्रेरितन” स मइँ कीहीउ तरह छोट नाही हउँ। 12 कीहीउँ क प्रेरित सिद्ध करइवाला अद्भुत चीन्हा, अचरज कारज, अद्भुत कारज, अउर तोहरे बीच धीरज क साथे परगट कीन्ह गवा अहइँ। 13 तू दूसरे कलीसियन स कउँने दीस्टी स कम अहा? सिवाय एकरे कि मइँ तोहपे कउनउ तरह क कवहॅ भार नाहीं बना हउँ? मोका एकरे बरे छमा करा।

14 देखा तोहरे लगे आवई क अब मइँ तीसरी बार तइयार हउँ। पर मइँ तोहपे कउनउ तरह क बोझ न बनब। मोका तोहरे सम्पन्तिन क नाहीं तोहार चाहत अहइ। काहे कि बच्चन क अपने मांई बाप क बरे कउनउ बचत करइ क जरूरत नाहीं होत बल्कि अपने बच्चन क बरे माई बाप क खुद बचत करइ क होत ह। 15 जहाँ तक मोर बात अहइ, मोर लगे जउन कछू बा तोहरे बरे खुसी क साथे खर्चा करबइ, इहाँ तक कि अपने आपऊ क तोहरे बरे खर्च कई देबई। जदि मइँ तोहसे जियादा पिरेम रखित ह तउ भला तू मोका कम पिरेम कइसे करब्या।

16 होइ सकत ह कि मइँ तोहपे कउनउ बड़ा बोझ न डावा होइ। मुला तोहर कहब बा मइँ कपटी रहेउँ मइँ तोहका अपने चालाकी स फंसाइ लिहेउँ। 17 का जउने लोगन क मइँ तोहरे लगे भेजे रहेउँ ओनके जरिये तोहे छला ग रहा? नाहीं! 18 तीतुस अउर ओनके साथे हमरे भाई क मइँ तोहरे लगे भेजे रहेउँ। का तीतुस तोहे फँसाइ दिहेस? नाहीं का हम उहीं निस्कपट आतिमा स नाहीं चलत रहेन? का हम उही चरनचिन्हन पर नाहीं चलत रहेन?

19 अब तू का सोचत अहा कि एक लम्बा समइ स हम तोहरे समन्वा आपन पछ रक्खत अही। मुला हम त परमेस्सर क समन्वा मसीह क अनुयायी क रूप मँ बोलत अही। मोर पियारे दोस्तो! हम जउन कछू करत अही उ तोहे आत्मिक रूप स सक्तिसाली बनवइ क बरे बा। 20 काहेकि मोका भय बाटई कि कहूँ जब मइँ तोहरे लगे आवउँ तउ तोहे वइसेन न पावउँ, जइसेन पावई चाहित ह अउर तू भी मोका वइसेन न पावा जइसेन पावई चाहत ह। मोका भय बा कि तोहरे बीच मोका कहूँ आपसइ मँ झगड़ा, इरसा, गुस्सापूर्वक कहासुनी व्यक्तिगत, षड़यन्त्र, अपमान, कानाफूसी हेकड़पन अउर अव्यवस्था न मिलइ। 21 मोका डर बा कि जब मइँ फिन तोहसे मिलइ आवउँ तउ तोहरे सामने मोर परमेस्सर कहूँ मोका लज्जित न कइ देइ, अउर मोका ओन्हन बहुतन बरे बिलाप न करइ क पड़इ। जे पहिले पाप किहे बाटेन अउर अपवित्तरन, व्यभिचरियन अउर भोग विलास मँ डूबा रहइ क बरे मनफिराव नाहीं किहे बाटेन।

यहेजकेल 26

सोर क बारे मँ दु:खद खबर

26 देस-निकारे क गियारहवें बरिस मँ, महीना क पहिला दिन, यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, “मनई क पूत, सोर यरूसलेम क खिलाफ बुरी बातन कहेस: ‘आहा! लोगन क रच्छा करइवाला नगर-दुआर नस्ट होइ गवा ह। नगर-दुआर मोरे बरे खुला ह। नगर नस्ट होइ गवा ह, एह बरे मइँ एहसे बहोत स बहुमूल्य चिजियन लइ सकत हउँ।’”

एह बरे मोर सुआमी यहोवा कहत ह: “सोर, मइँ तोहरे खिलाफ हउँ। मइँ तोहरे खिलाफ लड़इ बरे कइउ रास्ट्रन क लिआउब। उ सबइ समुद्रर तट क लहरन क तरह बार-बार अइहीं।”

परमेस्सर कहेस, “दुस्मन क उ सबइ फउजी सोर क देवारन क नस्ट करिहीं अउर ओनके खम्भन क गिराइ देइहीं। मइँ भी ओकर भुइँया स ऊपर क माटी क खुरच देब। मइँ सोर क चट्टान मात्र बनाइ डाउब। सोर समुद्रर क किनारे मछरियन क जालन क फइलावइ क ठउर मात्र रहि जाइ। मइँ इ कहि दिहे हउँ।” मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “सोर ओन बहुमूल्य वस्तुअन क तरह होइ जेनका फउजी जुद्ध मँ पावत हीं। मुख्य भूइँया पइ सोर क चारिहुँ कइँती क गाँव जुद्ध मँ तबाह कीन्ह जाइहीं। तब उ पचे जनिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।”

नबूकदनेस्सर सोर पइ हमला करी

मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “मइँ सोर क खिलाफ उत्तर स एक दुस्मन लिआउब। बाबुल क महान राजा नबूकदनेस्सर दुस्मन अहइ। उ एक बिसाल फउज लिआइ। ओहमाँ घोड़न, रथ, घोड़सवार फउजी, अउर बहोत जियादा गिनती मँ दूसर फउजी होइहीं। उ सबइ फउजी विभिन्न रास्ट्रन स होइहीं। नबूकदनेस्सर मूल-प्रदेस मँ तोहार बिटियन (छोटे नगरन) क मारि डाइ। उ तोहरे नगरन पइ हमला करइ बरे मीनारन बनाई। उ तोहरे नगर क चारिहुँ कइँती कच्ची सड़क बनाई। उ एक कच्ची सड़क देवार तलक पहोंचावइ वाली बनाइ। उ तोहार देवारन क तोड़इ बरे लट्ठन लिआइ। उ कुदारियन क उपयोग करी अउर तोहार मीनारन क तोड़ गिराइ। 10 ओकर घोड़न एतनी बड़ी गिनती मँ होइहीं कि ओकर टापन स उठी धूरि तोहका ढक लेइ। तोहार देवारन घोड़सवार फउजियन, बन्द गाड़ियन अउ रथन क आवाज स काँप उठी। जब बाबुल क राजा नगर-दुआर स नगर मँ प्रवेस करी। हाँ, उ पचे तोहरे नगर मँ अइहीं काहेकि एकर देवारन गिराई जइहीं। 11 बाबुल क राजा तोहरे नगर स घोड़ा पइ सवार होइके निकरी। ओकर घोड़न क टाप तोहार सड़कन क कुचरत भइ आइ। उ तोहरे लोगन क तरवार स मारि डाइ। तोहरे नगर क मजबूत खम्भे क कतारन धरासाई होइहीं। 12 नबूकदनेस्सर क फउजी तोहार सम्पत्ति लइ जइहीं। उ पचे ओन चिजियन क लइ जइहीं जेनका तू बेचइ चाहत अहा। उ पचे तोहार देवारन क ध्वस्त करिहीं अउर तोहार सुन्नर भवनन क नस्ट करिहीं। उ पचे तोहार पाथरन अउ लकड़ियन क घरन क कूड़े क तरह समुद्र मँ लोकाइ देइहीं। 13 इ तरह मइँ तोहार आनन्द गीतन क स्वर क बन्द कइ देब। लोग तोहार वीणा क भविस्स मँ नाहीं सुनिहीं। 14 मइँ तोहका नंगी चट्टान मात्र कइ देब। तू समुद्दर क किनारे मछरियन क जालिन क फइलावइ क ठउर रहि जाब्या। तोहार निर्माण फुन नाहीं होइ। काहेकि मइँ यहोवा इ कहेउँ ह।” मोर सुआमी यहोवा उ सबइ बातन कहेस।

दूसर रास्ट्र सोर क बरे रोइहीं

15 मोर सुआमी यहोवा सोर स इ कहत ह: “भूमध्य सागर क तट स लगे देस तोहरे पतन क आवाज स काँपि उठिहीं। इ तब होइ जब तोहार लोग चोट खइहीं अउर मारा जइहीं। 16 तब समुद्रर तट क देसन क सबहिं प्रमुख आपन सिहांसने स उतरिहीं अउर आपन दुख परगट करिहीं। उ पचे आपन खास पोसाक उतरिहीं। उ पचे आपन सुन्नर वस्त्रन क उतरिहीं। तब उ पचे आपन काँपइ क ओढ़ना पहिरिहीं। उ पचे भुइँया पइ बइठिहीं अउर भय स काँपिहीं। उ पचे एह पइ ‘सोकग्रस्त’ होइहीं कि तू एतना जल्दी कइसे नस्ट होइ गया। 17 उ पचे तोहरे बारे मँ इ करूण गीत गइहीं:

“‘हे सोर, तू मसहूर नगर रह्या
    समुद्र पार स लोग तोह पइ बसइ आएन।
तू मसहूर रह्या,
    किन्तु अब तू कछू नाहीं अहा।
तू सागर पइ सक्तीसाली रह्या,
    अउर वइसे ही तोहमाँ निवास करइवाले मनई रह्या।
तू मुख्य भुइँया पइ रहइवाले सबहिं लोगन क
    भयभीत किहा।
18 अब जउने दिन तोहार पतन होत ह,
    समुद्रर तट स लगे देस भय स काँपित होइहीं।
तू समुद्रर तट क सहारे कइउ उपनिवेस बनाया,
    अब उ सबइ लोग भयभीत होइहीं, जब तू नाहीं रहब्या।’”

19 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “सोर, मइँ तोहका नस्ट करब अउर तू एक पुराना नगर होइ जाब्या। हुवाँ कउनो नाहीं रही। मइँ समुद्रर क तोहरे ऊपर बहाउब। बिसाल समुद्रर तोहका ढकि लेइ। 20 मइँ तोहका खाले उ गहिर अधोगर्त मँ पठउब, जउने जगह पइ मरे भए लोग अहइँ। तू ओन लोगन स मिलब्या जउन बहोत पहिले मर चुकेन। मइँ तोहका ओन सबहिं प्राचीन अउर खाली नगरन क तरह पाताल लोक मँ पठउब। तू ओन सबहिं दूसर लोगन क संग होब्या जउन कब्र मँ जात हीं। तोहरे संग तब कउनो नाहीं रही। तू फुन कबहुँ जीवितन क पहँटा मँ नाहीं रहब्या। 21 दूसर लोग ओहसे डेरइहीं जउन तोहरे संग भवा। तू खतम होइ जाब्या। लोग तोहका हेरिहीं, किन्तु तोहका कबहुँ नाहीं पइहीं।” मोर सुआमी यहोवा इहइ कहत ह।

भजन संहिता 74

आसाफ क कलात्मक।

हे परमेस्सर, तू हमका सदा बरे काहे बिसराइ दिहा ह?
    तू अबहिं तलक आपन निज लोगन स काहे कोहान अहा?
ओन लोगन क सुमिरा जेनका तू बहोत पहिले मोल लिहे रह्या।
    तू हम लोगन क आपन लोग बनाइ बरे बचाइ लिहा ह।
सिय्योन क पहाड़े क सुमिरा जहाँ तू रहत रहा।
हे परमेस्सर, आवा अउ ऍन बहोत पुरान खण्डहरन स होइके चला।
    तू उ पवित्तर ठउर पइ लउटिके आवा जेका दुस्मन बरबाद कइ दिहे अहइँ।

दुस्मनन मन्दिर मँ सेरन क नाई दहाड़ेन।
    उ खुद क बिसेस चिन्ह[a] क एक प्रमाण क रूप मँ, कि उ पचे जुद्ध जीत गएन, स्थापित किहेन।
दुस्मनन क फउजियन एक अइसे कुलहारी क नाई परगट भवा रहेन
    जेका प्रयोग जलावन क लकड़ी क काटइ बरे कीन्ह गवा रहा।
हे परमेस्सर, ऍन दुस्मन फउजियन निज कुल्हाड़न अउ फर्सन क प्रयोग किहन,
    अउर तोहरे मन्दिर क नक्कासी फाड़िके लोकाएन।
सबइ फउजियन तोहार पवित्तर ठउर बार दिहन।
    उ पचे तोहरे मन्दिर क धूरि मँ मिलइ दिहन
    जेका तोहरे नाउँ क मान देइ बरे बनावा ग रहा।
उ दुस्मन हमका पूरी तरह बरबाद करइ क ठान लिहन।
    तउ उ पचे देस क हर पवित्तर ठउर क फूँक दिहन।
हम लोग कउनो बिसेस चिन्ह नाहीं लखे।
    हुआँ अउर कउनो नबी जिअत नाहीं अहइ।
    एह बरे कउनो भी नाहीं जानत ह कि इ परिस्थिति कब तलक जारी रही।
10 हे परमेस्सर, इ सबइ दुस्मन कब तलक हमार हँसी उड़इहीं?
    का तू ऍन दुस्मनन क तोहरे नाउँ क अपमान सदा सदा ही करइ देब्या?
11 हे परमेस्सर, तू आपन सक्ति क काहे रोके रखा ह अउर तू हस्तछेप काहे नाहीं करत ह।
    ओन लोगन क नास करइ बरे कारवाई करा।
12 हे परमेस्सर, बहोत दिनन स तू ही हमार सासक रह्या।
    इ देस मँ तू हम लोगन क अनेक जुद्‌ध मँ विजय दिहा।
13 हे परमेस्सर, तू आपन महासक्ति स लाल सागर क दुइ हींसा कइ दिहा।
    तू विसाल काय क दानवन क मूड़न समुद्दर मँ चूर-चूर कइ दिहा।
14 तू लिव्यातान क मूँड़न कुचर दिहा,
    अउर ओकरे बदन क जंगली जनावरन क खाइ बरे लोकाइ दिहा।
15 तू नदी, झरनन रच्या, चटान फोड़िके पानी बहाया।
    तू सदा बहइ वाली नदियन क झुराइ दिहा।
16 हे परमेस्सर, तू दिन क सासक अहा, अउ राति क भी सासक तू ही अहा।
    तू ही चाँद अउ सूरज क बनाया।
17 तू समुचइ धरती पइ सब बरे चउहद्दी बाँधत अहा।
    तू ही गर्मी अउ सर्दी क बनाया।
18 हे यहोवा, इ बातन क सुमिर ल्या।
    अउर याद करा कि दुस्मन तोहार मजाक उड़ाएस ह।
    उ सबइ मूर्ख लोग तोहरे नाउँ क अपमान किहेन ह।
19 ओनॅ जंगली जनावरन क आपन फारवता क जिन लेइ द्या।
    आपन दीन जनन क तू हमेसा जिन बिसरा।
20 हम आपुस मँ जउन करार कीन्ह ह ओका याद करा,
    इ देस मँ हर कउनो अँधियारे ठउरे पइ हिंसा अहइ।
21 हे परमेस्सर, तोहरे लोगन क संग अत्याचार झेलइ क रहा,
    ओनका अउर अधिक सतावा अउ दुःख दीन्ह जाइ जिन द्या।
    तोहार असहाय जन, तोहार गुण गावइँ।
22 हे परमेस्सर, उठा अउर बदला ल्या।
    याद करा कि ओन मूरख लोग सदा ही तोहार अपमान किहेन ह।
23 उ सबइ बुरी बातन जिन बिसरा जेनका तोहार दुस्मनन हर रोज तोहरे बरे कहेन।
    जिन बिसरा कि उ पचे तोहार खिलाफ लगातार चिचियाएन जब उ पचे तोहार खिलाफ जुद्ध करत रहेन।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.