M’Cheyne Bible Reading Plan
निआवाधीस तोला
10 अबीमेलेक क मरइ क पाछे इस्राएल क लोगन क बचावइ बरे परमेस्सर क जरिये दूसर निआवाधीस पठवा गवा। उ मनई क नाउँ तोला रहा। तोला पुआ नाउँ क मनई क पूत रहा। पुआ दोदो नाउँ क मनई क पूत रहा। तोला इस्साकार क परिवार समूह क रहा। तोला सामीर नगर मँ रहत रहा। सामीर नगर एप्रैम क पहाड़ी पहँटा मँ रहा। 2 तोला इस्राएल क लोगन बरे तेईस बरिस तलक निआवाधीस रहा। तब तोला मर गवा अउ सामीर नगर मँ दफनावा गवा।
निआवाधीस याईर
3 तोला क मरइ क पाछे, परमेस्सर क जरिये एक ठु अउर निआवाधीस पठवा गवा। उ मनई क नाउँ याईर रहा। याईर गिलाद क पहँटा मँ रहत रहा। याईर इस्राएल क लोगन क बरे बाईस बरिस तलक निआवाधीस रहा। 4 याईर क तीस पूत रहेन। उ सबह तीस पूत तीस गधन पइ सवार होत रहेन। उ सबइ तीस पूत गिलाद छेत्र क तीस नगरन क इन्तजाम करत रहेन। उ सबइ नगर “याईर क सहर” आजु तलक कहा जात हीं। 5 याईर मरा अउ कामोन नगर मँ दफनावा गवा।
अम्मोनी लोग इस्राएल क लोगन क खिलाफ लड़त ही
6 तब इस्राएल क लोग फुन उहइ किहेन जउन यहोवा क नज़र मँ बुरा रहा। उ सबइ बाल देवतन, अउर अस्तारोत, अउर अरामीय सीदोन, मोआब, अम्मोनियन अउर पलिस्तियन क देवतन क पूजा किहेस। इस्राएल क लोगन यहोवा क तजि दिहेन अउर ओकर उपासना अउर सेवा बन्द कइ दिहन।
7 एह बरे यहोवा इस्राएल क लोगन पइ कोहान। यहोवा पलिस्तियन अउ अम्मोनियन क ओनका पराजित करइ दिहस। 8 उहइ बरिस ओन लोग इस्राएल क ओन लोगन क बर्बाद किहेस जउन गिलाद पहँटा मँ यरदन नदी क पूरब मँ रहत रहेन। इ उहइ भुइँया अहइ जहाँ अमोरियन लोग रह चुका रहेन। इस्राएल क उ सबइ लोग अट्ठारह बरिस तलक कस्ट भोगत रहेन। 9 तब अम्मोनी लोग यरदन नदी क पार गएन। उ सबइ लोग यहूदा, बिन्यामीन अउ एप्रैम क लोगन क खिलाफ लड़इ गएन। अम्मोनी लोग इस्राएल क लोगन पइ अनेक बिपत्तियन ढाएन।
10 एह बरे इस्राएल क लोग यहोवा क रोइके गोहराएन, “हम लोग, परमेस्सर, तोहरे खिलाफ पाप किहा ह। हम लोग अपने परमेस्सर क तजा अउ बाल क मूरतियन क पूजा कीन्ह।”
11 यहोवा इस्राएल क लोगन क जवाब दिहस, “तू लोग मोका तबइ रोइके गोहराया जब मिस्री, एमोरी, अम्मोनी तथा पलिस्ती लोग तोहरे सबन पइ अत्याचार किहन। मइँ तू पचन्क एन लोगन स रच्छा करवा। 12 तू लोग तबइ चिचियाया जब सीदोन क लोग, अमालेकियन अउ मिद्यानियन तू पचन पइ प्रहार किहन। मइँ ओन लोगन स भी तू पचन्क बचाएउँ ह। 13 किन्तु तू पचे मोका तजा ह। तू पचे दूसर देवतन क उपासना किहा ह। एह बरे मइँ तू पचन्क फुन बचावइ स इन्कार करत हउँ। 14 तू पचे ओन देवतन क पूजा करब पसन्द करत अहा। एह बरे ओनके निचके मदद खातिर गोहरावइ जा। जब तू पचे विपत्ति मँ पड़इ तउ उहइ समय ओन देवतन क तू लोगन क रच्छा करइ द्या।”
15 किन्तु इस्राएल क लोग यहोवा स कहेन, “हम लोग पाप कीन्ह ह। तू, हम पचन्क संग जउन चाहत ह, करा। किन्तु कृपा करके आजु हम लोगन क बचा।” 16 तब इस्राएल क लोग अपने लगे क विदेसी देवतन क लोकाइ दिहा। उ पचे फुन स यहोवा क उपासना सुरू किहन। एह बरे जब यहोवा ओनका कस्ट उठावत लखेस, तब उ ओनके बरे दुःखी भवा।
यिप्तह प्रमुख चुना गवा
17 अम्मोनी लोग जुद्ध करइ बरे एक संग बटुरेन, ओनकर डेरा गिलाद पहँटा मँ रहा। इस्राएल क लोग एक संग बटुरेन, ओनकर डेरा मिस्सा नगर मँ रहा। 18 गिलाद छेत्र मँ रहइवाले लोगन क प्रमुखन कहेन, “अम्मोन क लोगन पइ हमला करइ मँ जउन मनई हमार अगुआई करी, उहइ मनई, ओन सबहिं लोगन क प्रमुख होई जाई जउन गिलाद पहँटा मँ रहत हीं।”
11 यिप्तह गिलाद क परिवार समूह स रहा। उ एक ताकतवर जोधा रहा। किन्तु यिप्तह एक ठु रण्डी क पूत रहा। ओकर बाप गिलाद नाउँ क मनई रहा। 2 गिलाद क मेहरारू क अनेक पूत रहेन। जब उ पचे बड़े भएन तउ उ पचे यिप्तह क पसन्द नाहीं किहन। ओन पूतन यिप्तह क आपन जनम क नगर क तजइ बरे मजबूर किहन। उ पचे ओहसे कहेन, “तू हमरे बाप क दौलत मँ कछू नाहीं पाइ सकत अहा। तू दूसर मेहरारू क पूत अहा।” 3 एह बरे यिप्तह आपन भाइयन क कारण दूर चला गवा। उ तोब प्रदेस मँ रहत रहा। तोब प्रदेस मँ कछू मुल्यहीन लोग यिप्तह क अनुसरण करइ लागेन।
4 कछू समइ पाछे अम्मोनी लोग इस्राएल क लोगन स लड़ेन। 5 अम्मोनी लोग इस्राएल क लोगन क खिलाफ लड़त रहेन। एह बरे गिलाद प्रदेस क अग्रज (प्रमुख) यिप्तह क लगे आएन। उ पचे चाहत रहेन कि यिप्तह तोब प्रदेस क तजि देइ अउर गिलाद प्रदेस मँ लउटि आवइ।
6 प्रमुखन यिप्तह स कहेन, “आवा, हमार प्रमुख बना, जेहसे हम लोग अम्मोनियन क संग लड़ सकी।”
7 मुला यिप्तह गिलाद प्रदेस क अग्रजन स कहेस, “का इ फुरइ नाहीं कि तू लोग मोहसे घिना करत अहा? तू लोग मोका आपन पिता क घर तजइ बरे मजबूर किहा। एह बरे जब तू पचे विपत्ति मँ ह्वा तउ मोरे लगे काहे आवत रह्या?”
8 गिलाद प्रदेस क अग्रजन यिप्तह स कहेन, “इहइ कारण अहइ जेहसे हम अब तोहरे लगे आवा अही। कृपा कइके हम लोगन क संग आवा अउर अम्मोनी लोगन क खिलाफ लड़ा। तू ओन सबहिं लोगन क सेनापति होब्या जउन गिलाद प्रदेस मँ रहत हीं।”
9 तब यिप्तह गिलाद प्रदेस क अग्रजन स कहेस, “जदि तू लोग चाहत अहा कि मइँ गिलाद क लउटउँ अउर अम्मोनी लोगन क खिलाफ लड़उँ तउ इ बहोत नीक बात अहइ। किन्तु जदि यहोवा मोका विजय पावइ मँ मदद करइ तउ मइँ तोहार पचन्क नवा प्रमुख बनब।”
10 गिलाद प्रदेस क अग्रजन यिप्तह स कहेन, “हम लोग जउन बातन करत अही, यहोवा उ सबइ सुनत अहइ। हम लोग इ सबइ करइ क प्रतिग्या करत अही जउन तू पचे हमका करइ क कहत रह्या।”
11 एह बरे यिप्तह गिलाद क अग्रजन क संग गवा। ओन लोग यिप्तह क आपन प्रमुख तथा आपन फउज क सेनापति बनाएन। यिप्तह मिस्पा नगर मँ यहोवा क समन्वा आपन सबहिं बातन दोहराएस।
इकुनियुम मँ पौलुस अउर बरनाबास
14 इहइ तरह पौलुस अउर बरनाबास इकुनियुम मँ यहूदी आराधनालय मँ गएऩ। हुवाँ उ पचे इ तरीका स बियाख्यान दिहेन कि यहूदियन क एक बड़का मनइयन क मजमा बिसवास कइ लिहेस। 2 मुला उ यहूदियन जउन नाहीं पातियानेन, गैर यहूदियन क उसकाएऩ अउर भाई बहनन क खिलाफ दुस्मनी पइदा कइ दिहेन।
3 तउ पौलुस अउर बरनाबास हुवाँ बहोत दिनॉ तलक ठहरा रहेन अउर पर्भू क बारे मँ बेडर होइके प्रबचन देत रहेन। ओनकइ हीला स पर्भू अद्भुत कारजन अउर अचरज कारजन करवावत भव आपन द्या क संदेसा क मान करावत रहा। 4 ओहर सहर क मनइयन मँ फूट पड़ि गइ। कछू मिला प्रेरितन कइँती अउर कछू मिला यहूदियन कइँती होइ गएन।
5 फिन जब गैर यहूदी लोग अउर यहूदी लोग आपन आपन नेता स मिलिके ओनके संग बुरा बेवहार करइ लागेन (गरियाव) अउर ओन प पाथर लोकावइ क बात चली, 6 तउ पौलुस अउर बरनाबास क ऍकर पता लग गवा अउर पचे लुकाउनिया अउर लुस्त्रा अउर दिरबे जइसे सहरन अउर सासपास क पहँटा मँ परानेन। 7 उ पचे हुवाँ भी सुसमाचार क प्रचार करत रहेन।
लुस्त्रा अउर दिरबे मँ पौलुस
8 लुस्त्रा मँ एक मनई बइठा भवा रहा। उ आपन गोड़वा स अंपग रहा। उ जन्मत ही लँगड़ा रहा, चल फिन तउ कबहुँ नाहीं पाएस। 9 इ मनई पौलुस क बोलत भए सुने रहा। पौलुस ओह पइ निगाह गड़ाएस अउर लखेस कि चंगा होइ क बिसवास ओहमाँ बा। 10 तउ पौलुस ऊँची अवाज मँ कहेस, “अपने गोड़वा प सोझ खड़ा ह्वा।” तउ उ ऊपर उछरा अउर चलइ-फिरइ लाग।
11 पौलुस जउन कछू किहे रहा, जब भिड़िया ओका लखेस तउ मनइयन लुकाउनिया क भाखा मँ गोहार लगाइके कहइ लागेन, “हमरे बीच मनई क रूप धइके, देवता उतरि आवा अहइँ।” 12 उ पचे बरनाबास क “जेअस”[a] अउर पौलुस क “हिरमेस”[b] कहइ लागेन। (पौलुस क हिरमेस यह बरे कहा गवा काहेकि उ प्रमुख बोलवइया रहा।) 13 सहर क सोझइ बाहेर बना जेअस क यहूदियन क मंदिर क पूजारी सहर क दुआरे सॉड़ अउर माल लइके आइ पहोंचा। उ भीड़ क संग पौलुस अउर बरनाबास बरे बलि चढ़ावइ चाहत रहा।
14 मुला जब प्रेरितन बरनाबास अउर पौलुस इ सुनेन तउ उ पचे आपन ओढ़ना फाड़ि डाएन अउर उ पचे ऊँची अवाज मँ इ कहत भए भीड़ मँ घुसि गएऩ, 15 “अरे मनइयन, तू पचे इ काहे करत बाट्या? हम पचे भी वइसे मनई अही, जइसे तू पचे अहा। हिआँ हम सबइ तू सबन्क सुसमाचार सुनावइ आइ अही ताकि तू पचे बेकार क बातन स मुँह मोड़िके उ सजीव परमेस्सर कइँती लउटा जउन अकास धरती, समुद्दर अउर एऩमाँ स जउन कछू अहइ, ओकर रचना किहेस ह।
16 “बीत गए काल मँ उ सबहिं जातियन क आपन आपन राहे प चलइ दिहेस। 17 मुला तोहका उ खुद आपन साच्छी दिए बगैर नाहीं तजेस। काहेकि उ तोहरे संग भलाई किहेस। उ तू पचन्क अकास स बर्खा दिहेस अउर रितु क मुताबिक फसल दिहेस। उहइ तोहका खइया क देत ह अउर तोहरे मन क आनंद स भरि देत ह।”
18 इ बचन क पाछे भी उ पचे भिड़िया क ओनकइ बरे बलि चढ़ावइ स अक्सर नाहीं रोक सकेन।
19 फिन अन्ताकिया अउर इकुनियुस स आए भए यहूदी लोग भीड़ क अपने पच्छ मँ कइके पौलुस प पाथेर लोकाएन अउर ओका मरा जानिके सहर क बाहेर घेर्राइ लइ गएन। 20 फिन जब ओकर चेलन ओकरे चारिहुँ कइँती बटुरेन, तउ उ उठा अउर सहर मँ चला आवा अउर फिन अगले दिन बरनाबास क संग उ दिरबे बरे चल पड़ा।
सीरिया क अन्ताकिया क लउटब
21 उ सहर मँ उ पचे सुसमाचार क प्रचार कइके बहोत स चेलन बनएन। उ सबइ लुस्त्रा, इकुनियुम अउर अनताकिया लउटि आएऩ। 22 अउर मनवइयन क आतिमन क स्थिर कइके बिसवास मँ रहइ बरे ओनका कहि क हिम्मत बढ़ाएऩ, “हमका बड़ा घोर दुख झेलिके परमेस्सर क राज्य मँ घुसइ क अहइ।” 23 हर कलीसिया मँ उ पचे ओनका नुयुक्त किहेन उ पर्भू क सौप दिहेन जेहमाँ उ पचे बिसवास करत रहेन।
24 एकरे पाछे पिसिदिया स होत भए उ पचे पंफूलिया आइ गएऩ। 25 अउर पिरगा मँ जब सुसमाचार सुनाइ चुकेन तउ इटली मँ आइ गएऩ। 26 हुवाँ स उ पचे अन्ताकिया क जहाज स गएन जहाँ जउने काम क अबहिं उ पचे पूरा किहेन। उ काम बरे उ सबइ परमेस्सर क अनुग्रह प न्यौछावर होइ गएऩ।
27 अइसे जब उ पचे पहोंचेन तउ उ पचे कलीसिया क मनइयन क बटोरेन अउर परमेस्सर ओनके द्वारा जउन कछू किहेस, ओकर वृत्तांत कहिके सुनाएऩ। अउर उ पचे एलान किहेन कि परमेस्सर दूसरे देसन क मनइयन बरे बिसवास क दुआर खोले अहइ। 28 फिन चेलन क संग हुवा बहोत दिनाँ तलक ठहरेन।
23 “यहूदा क गड़रियो क बरे इ बहोत बुरा होइ। उ सबइ गड़रियन भेड़िन क नस्ट करत अहइँ। उ पचे भेड़िन क मोर चरागाह स चारिहुँ कइँती भगावत अहइँ।” इ यहोवा क सँदेसा अहइ।
2 उ सबइ गड़रियन मोरे लोगन बरे उत्तरदायी अहइँ अउर इस्राएल क परमेस्सर यहोवा ओन गड़रियन स इ कहत ह, “गड़रियो, तू मोर भेड़िन क चारिहुँ कइँती भगाया ह। तू ओनका चला जाइ क मजबूर किहा ह। तू ओनकर देखरेख नाहीं रख्या ह। किन्तु मइँ तू लोगन क लखब, मइँ तू पचन्क बुरे करमन बरे सजा देब जउन तू किहा ह।” इ सँदेसा यहोवा क हिआँ स अहइ। 3 “मइँ आपन भेड़िन (लोगन) क अलग-अलग देसन मँ पठउब। किन्तु मइँ आपन ओन भेड़िन क एक संग बटोरब जउन बची रहि ग अहइँ अउर मइँ ओनका ओनकर चरागाह (देस) मँ लिआउब। जब मोर भेड़िन अपनी चरागाह मँ वापस अइहीं तउन ओनकर बहोत बच्चन होइहीं अउर ओनकर संख्या बढ़ि जाइ। 4 मइँ आपन भेड़िन बरे नवे गड़रियन राखब उ सबइ गड़रियन मोरे भेड़िन क देखरेख करिहीं अउर मोर भेड़िन भयभीत या डेरइहीं नाहीं। मोर भेड़िन मँ स कउनो हेरइहीं नाहीं।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
सच्चा अकुंर
5 यहोवा कहत ह:
“समइ आवत अहइ
जब मइँ दाऊद क कुल मँ एक ठु सच्चा ‘अंकुर’ उगाउब।
उ अइसा राजा होइ जउन बुद्धिमानी स सासन करी
अउर उ उहइ करी जउन देस मँ उचित अउर निआउपूर्ण होइ।
6 उ सच्चे अंकुर क समइ मँ यहूदा क लोग सुरच्छित रहिहीं
अउर इस्राएल सुरच्छित रही।
ओकर नाउँ इ होइ
यहोवा हमार सच्चाई अहइ।”
7 यहोवा कहत ह: “एह बरे समइ आवत अहइ जब लोग पुरान प्रतिग्या नाहीं करिहीं। जउन उ पहिले किया करत रहेन उ कहत रहे: ‘यहोवा क किरिया, जउन इस्राएल क लोगन क मिस्र देस स बाहेर लिआए रहा।’ 8 किन्तु अब लोग कछू नवा कहिहीं, ‘यहोवा जिअत अहइ, यहोवा ही उ अहइ जउन इस्राएल क लोगन क उत्तर क देस स बाहेर लिआवा। उ ओनका ओन सबहिं देसन स बाहेर लिआवा जेनमाँ उ ओनका पठए रहा।’ तब इस्राएल क लोग आपन देस मँ ही रहिहीं।”
झूठे नबियन क विरूद्ध निआव
9 नबियन बरे सँदेस अहइ:
“मइँ बहोत दुःखी हउँ, मोर हिरदय विदीर्ण होइ ग अहइ।
मोर सारी हड्डियन काँपत अहइँ।
मइँ (यिर्मयाह) मतवाला क तरह अहउँ।
काहे? यहोवा अउर ओकर पवित्तर सँदेसा क कारण।
10 यहूदा अइसे लोगन स भरा अहइ
जउन परमेस्सर बरे बिस्सासघाती अहइँ।
यहोवा भुइँया क अभिसाप दिहस
अउर इ बहोत झुराइ गइ।
पौधन चरागाहन मँ झुरात अहइँ
अउर मरत अहइँ।
खेत रेगिस्ताने जइसा होइ ग अहइँ।
नबियन बुरा करम करत ह अउर ओनकर सक्ति नकली अहइ।
11 नबी अउर याजक तलक भी पापी अहइँ।
मइँ ओनका आपन मँन्दिर मँ पाप करत लखेउँ ह।
इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
12 एह बरे मइँ ओनका आपन सँदेस देब बन्द करब।
इ अइसा होइ माना उ पचे अंधकार मँ चलइ क मजबूर कीन्ह ग होइँ।
इ अइसा होइ माना नबियन अउर याजकन बरे फिसलइवाली सड़किया होइ।
उ अँधियारी जगह मँ उ सबइ नबी अउ याजक गिरिहीं।
मइँ ओन पइ बिपत्तियन ढाउब।
उ समइ मइँ ओन नबियन अउर याजकन क सजा देब।”
इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
13 “मइँ सोमरोन क नबियन क कछू बुरा करत लखेउँ।
मइँ ओन नबियन क लबार बाल देवता क नाउँ भविस्सवाणी करत लखेउँ।
ओन नबियन इस्राएल क लोगन स दूर भटकाएन।
14 मइँ यहूदा क नबियन क यरूसलेम मँ बहोत भयानक करम करत लखेउँ।
एन नबियन बिभिचार करइ क पाप किहन।
उ पचे झूठी सिच्छन पइ बिस्सास किहन,
अउर ओन लबार उपदेसन क कबूल किहन।
उ पचे दुट्ठ लोगन क पाप करत रहइ क बरे उत्साहित किहन।
एह बरे लोग पाप करब नाहीं तजेन।
उ पचे सबहिं लोग एदोप नगर क तरह अहइँ।
यरूसलेम क लोग मोरे बरे अमोरा नगर क तरह अहइ।”
15 एह बरे सर्वसक्तिमान यहोवा नबियन क बारे मँ इ बातन कहत ह,
“मइँ आव नबियन क दण्ड देब।
उ सजा बिख स भरा भोजन पानी खाइ पिअइ जइसा होइ।
नबियन आध्यात्मिक बीमारी पइदा किहन अउर उ बीमारी पूरे देस मँ फइल गइ।
एह बरे मइँ ओन नबियन क सजा देब।
उ बीमारी यरूसलेम मँ नबियन स आइ।”
16 सर्वसक्तिमान इ सब कहत ह:
“उ पचे नबी तू पचन स जउन कहइँ ओकर अनसुनी करा।
उ पचे तू पचन्क मूरख बनावइ क जतन करत अहइँ।
उ पचे नबी अन्तदर्सन करइ क बात करत हीं।
किन्तु उ पचे आपन अन्त दर्सन मोहसे नाहीं पाउतेन।
ओनकर अन्तदर्सन ओनकर मन क उपज अहइ।
17 कछू लोग यहोवा क सच्चे सँदेसा स घिना करत हीं।
एह बरे उ सबइ नबी ओन लोगन स अलग-अलग कहत हीं।
उ पचे कहत हीं, ‘तू सान्ति स रहब्या।’
कछू लोग बहोत हठी अहइँ।
उ पचे उहइ करत हीं जउन उ पचे करइ चाहत हीं।
एह बरे उ सबइ नबी कहत हीं,
‘तोहार पचन्क कछू भी बुरा नाहीं होइ।’
18 किन्तु एन नबियन मँ स कउनो भी स्वर्गीय परिषद मँ सामिल नाहीं भवा ह।
ओनमाँ स कउनो भी यहोवा क सँदेसा क न लखेस ह न ही सुनेस ह।
ओनका स कउनो भी यहोवा क सँदेसा पइ गंभीरता स धियान नाहीं दिहेस ह।
19 अब यहोवा क हिआँ स सजा आँधी क तरह आइ।
यहोवा क किरोध बौंड़र क तरह होइ।
इ ओन दुट्ठ लोगन क मूँड़न क कुचरत भवा आइ।
20 यहोवा क किरोध तब तलक नाहीं रूकी
जब तलक उ पचे जउन करइ चाहत हीं, पूरा न कइ लेइँ।
जब उ दिन चला जाइ
तब तू पचे एका ठीक ठीक समुझब्या।
21 मइँ ओन नबियन क नाहीं पठएउँ।
किन्तु उ पचे आपन सँदेसा देइ दउड़ पड़ेन।
मइँ ओनसे बातन नाहीं किहेउँ।
किन्तु उ पचे मोर नाउँ क उपदेस दिहन।
22 जदि उ पचे मोर स्वर्गीय परिषद मँ सामिल भए होतेन
तउ उ पचे यहूदा क लोगन क मोर सँदेसा दिए होतेन।
उ पचे लोगन क बुरे करम करइ स रोक दिए होतेन।
उ पचे लोगन क पाप करम करइ स रोक दिए होतेन।”
23 इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
“मइँ परमेस्सर हउँ, हिआँ हुआ अउर सर्वत्र।
मइँ बहोत दूर नाहीं हउँ।
24 कउनो मनई कउनो छिपइ क ठउरे मँ आपन क मोहसे छिपावइ जतन कइ सकत ह।
किन्तु ओका लखि लेब मोरे लिए सहल अहइ।
काहेकि मइँ सरग अउ धरती दुइनउँ पइ सर्वत्र हउँ।”
यहोवा इ सबइ बातन कहेस। 25 “अइसे नबी अहइँ जउन मोरे नाउँ पइ लबार उपदेस देत हीं। उ पचे कहत हीं, ‘मइँ एक सपन लखेउँ ह! मइँ एक सपन लखेउँ ह।’ मइँ ओनका उ सबइ बातन करत सुनेउँ ह। 26 इ कब तलक चलत रही? उ सबइ नबी झूठ ही क चिन्तन करत हीं अउर तब उ पचे उ झूठ क उपदेस लोगन क देत हीं। 27 इ सबइ नबी जतन करत हीं कि यहूदा क लोग मोर नाउँ बिसरि जाइँ। उ पचे इ काम क, आपुस मँ एक दूसर स कल्पित सपन कहिके करत अहइँ। इ सबइ लोग मोरे लोगन स मोर नाउँ वइसे ही बिसराइ देइ क जतन करत अहइँ जइसे ओनकर पुरखन मोका बिसरि गए रहेन। ओनकर पुरखन मोका बिसरि गएन अउर उ पचे लबार देवता बाल क पूजा किहन। 28 भूसा उ नाहीं अहइ जउन गोहूँ अहइ। ठीक उहइ तरह ओन नबियन क सपन मोर सँदेसा नाहीं अहइँ। जदि कउनो मनई आपन सपनन क कहइ चाहत ह तउ ओका कहइ द्या। किन्तु उ मनई क मोरे सँदेसा क सच्चाई क कहइ द्या जउन मोरे सँदेसा क सुनत ह। 29 मोर सँदेसा ज्वाला क तरह अहइ। इ उ हथौड़े क तरह अहइ जउन चट्टान क चूर्ण करत ह।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
30 “एह बरे मइँ लबार नबियन क खिलाफ हउँ। काहेकि उ पचे मोरे सँदेसा क एक दूसर स चोरावइ मँ लगा रहत हीं।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 31 “उ पचे आपन बात कहत हीं अउर देखावा इ करत हीं कि उ यहोवा सँदेसा अहइ। 32 मइँ ओन लबार नबियन क खिलाफ हउँ जउन सपन क उपदेस देत हीं।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “उ पचे आपन झूठ अउ झूठे उपदेसन स मोरे लोगन क भटकावत हीं। मइँ ओन नबियन क लोगन क उपदेस देइ बरे नाहीं पठएउँ। मइँ ओनका आपन बरे कछू करइ क आदेस कबहुँ नाहीं दिहेउँ। उ पचे यहूदा क लोगन क सहायता बिल्कुल नाहीं कइ सकतेन।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
यहोवा स दुःखपूर्ण संदेसा
33 “यहूदा क लोग, नबी अथवा याजक तू पचन्स पूछ सकत हीं, ‘यहोवा क बोझ का अहइ?’ तू पचे ओनका जवाब द्या, ‘तू पचे बोझ अहइ अउर मइँ तोहसे छुटकारा पाउब।’ यहोवा कहत ह।
34 “कउनो नबी या याजक अथवा सायद लोगन मँ स कउनो कह सकत ह, ‘इ यहोवा स बोझ अहइ।’ उ मनई इ झूठ कहेस, एह बरे मइँ उ मनई अउर ओकरे पूरे परिवार क सजा देब। 35 जउन तू आपुस मँ एक दूसर स कहब्या उ इ अहइ: ‘यहोवा का जबाव दिहस?’ या ‘यहोवा का कहेस?’ 36 किन्तु तू पचे फुन इ भाव क कबहुँ नाहीं दुहरउब्या। यहोवा क ‘बोझ’ काहेकि ‘बोझ’ लोगन क खुद क सब्द अहइ। ऍह बरे तू पचे मोरे परमेस्सर, सजीव परमेस्सर, सर्वसक्तिमान यहोवा क सब्द क ‘बोझ’ बदल ह।
37 “जदि तू परमेस्सर क सँदेसा क बारे मँ जानइ चाहत अहा तब कउनो नबी स पूछा, ‘यहोवा तोहका का जवाब दिहस?’ या ‘यहोवा का कहेस?’ 38 किन्तु इ न कहा, ‘यहोवा क हिआँ स बोझ का अहइ?’ जदि तू एन सब्दन क उपयोग करब्या तउ यहोवा तोहसे इ सब कही, ‘तोहका मोरे सँदेसा क यहोवा क हिआँ स बोझ नाहीं कहइ चाही रहा।’ मइँ तोहसे ओन सब्दन क उपयोग न करइ क कहे रहेउँ। 39 किन्तु तू मोरे सँदेसा क बोझइ कहा, ‘एह बरे मइँ तोहका एक बोझ क तरह उठाउब अउर आपन स दूर पटक देब। मइँ तोहरे पुरखन क यरूसलेम नगर दिहे रहेउँ। किन्तु अब मइँ तोहका अउर उ नगर क आपन स दूर लोकाइ देब। 40 मइँ सदा ही तोहका कलंकित बनाइ देब। तू कबहुँ आपन लज्जा क नाहीं बिसरब्या।’”
9 अउर ईसू ओनसे कहेस, “मइँ सबन क सच सच बताउब, जउन हियाँ खड़ा अहइँ, ओहमाँ स कछू परमेस्सर क राज्य सक्ति क संग आवइ स पहिले देखिहीं अउर मरइ क अंजाद न करिहीं।”
मूसा अउर एलिय्याह क संग ईसू क दरसन देब
(मत्ती 17:1-13; लूका 9:28-36)
2 छः दिना पाछे ईसू सिरिफ पतरस, याकूब अउर यूहन्ना सबक संग लइके एक ऊँच पर्वत प खुद गवा। हुवाँ उ ओनके समन्वा आपन भेस बदल लिहस। 3 ओकर ओढ़ना चमचमाइ लागेन एकदम्मइ उजिअर। धरती प कउनो धोबी ओतना उजिअर ओसे जिआदा नाहीं धोइ सकत रहा। 4 एलिय्याह अउर मूसा भी ओनके संग परगट भएन। अउर उ सबइ ईसू स बतियात रहेन।
5 तब पतरस बोल उठा अउर ईसू स कहेस, “गुरु, इ भल भवा कि हम हियाँ अही। हमका तीन तम्बू लगावइ द्या, एक तोहरे बरे, एक ठु मूसा बरे अउर एक ठु एलिय्याह बरे।” 6 पतरस इ एह बरे कहेस जइसे उ जानत नाहीं रहा कि उ का बोली। इ तरह उ पचे डेराइ गएन।
7 एक बादर आवा अउर ओनका आपन छाया स ढाँकि लिहस। बदरा स एक आवाज कहत भइ होइ गइ, “इ मोर पियारा पूत अहइ। ओका सुना!”
8 अउर फउरन उ पचे चारिहुँ कइँती निहारेन। सिरिफ ईसू क छाँड़िके उ पचे कउनो क देखेन नाहीं।
9 जइसे उ सब पहाड़ स तरखाले उतरत रहेन, ईसू ओनका हुकुम दिहस कि कउनो क न बतावइँ जउन उ सब निहारेन ह, जब तलक मनई क पूत मरि गए लोगन्स जी न जाइ।
10 अउर उ सबइ इ बतिया क आपन जिअरा मँ छिपाइ रहेन मुला उ सबइ आपुस मँ सोचत बिचारत रहेन कि “मरिके जी उठब” क अरथ का बाटइ। 11 फिन उ पचे ईसू स पूछेन, “धरम सास्तिरियन काहे कहत हीं कि एलिय्याह सबस पहिले आई?”[a]
12 ईसू ओनसे कहेस, “हाँ! सब बातन क ठीक करइ बरे एलिय्याह सबन्स पहिले आवत ह। मुला इ काहे मनई क पूत क बारे मँ पवित्तर सास्तर अहइ कि उ बहोत स दुःख भुगुती अउर उ घिना स दुत्कार जाई। 13 मुला मइँ तू सबन क बतावत अही, एलिय्याह आइ चुका अहइ। जउन जउन उ पचे चाहेन, ओकरे साथ उ पचे वइसे किहन; जइसा ओकरे बारे मँ पवित्तर सास्तरन मँ बाटइ।”
ईसू बेरमिया लरिका क चंगा किहेस
(मत्ती 17:14-20; लूका 9:37-43a)
14 अउर जबहिं उ सबइ दूसर चेलन क लगे आएन तउ उ पचे एक भारी भीर क जमघट ओनके चारिहुँ कइँती देखेन कि धरम सास्तियिन ओनसे तहत्तुक करत रहेन। 15 जइसे ही सब मनइयन ओका निहारेन, उ पचे विस्मय मँ पड़ि गएन अउर ओका भेंटइ बरे ओकरे कइँती उ सबइ भागेन।
16 उ ओनसे पूछेस, “तू सबइ ओनसे काहे क बारे मँ विवाद करत ह?”
17 एह पइ एक मनई भिरिया स जबाव दिहस, “गुरु, मइँ आपन बेटवा तोहरे लगे लिआइ अही। ओह पइ एक ठु दुस्ट आतिमा सवारि अहइ, जउन ओका बोलावइ देत नाहीं। 18 जब कबहुँ दुस्ट आतिमा ऍका पकरि लेत ह, उ ऍका फेंकि देत ह अउर ऍकरे मुँहना स झागि निकारइ लगत ह। ओकरे बाद उ दँतवन क पीसत ह अउर उ अकड़ि जात ह। मइँ तोहरे चेलन स कह्यों कि ओका भगावा, मुला उ सबइ करि सकेन नाहीं।”
19 तबहिं ईसू जवाबे मँ ओनसे कहेस, “अरे! बिसवास न करइवाले मनइयो! कब तलक मइँ तोहरे लगे रइहउँ? कब ताई तोहरे लगे सहब? लरिकवा क मोरे लगे लिआवा।”
20 फिन उ सबइ लरिकवा क ओकरे लगे लेवाइ लिआएन। जबहिं दुस्ट आतिमा ईसू क देखेस। फउरन उ लोरिकवा क अइँठ दिहस। लरिकवा भुइँया प गिरि गवा अउर मुँहे स झाग निकारत चारिहुँ ओर लोटइ पोटइ लाग।
21 तब्बइ ईसू लरिका क बाप स पूछेस, “इ अइसा कब स लरिकवा क होत अहइ?”
तब बाप कहेस, “अइसा बचपन स होत आवत अहइ। 22 दुस्ट आतिमा ऍका कइउ दाई आगी मँ अउर कबहुँ पानी मँ मारइ खातिर नाइ देत ही। लेकिन का तू कछू कइ सकत ह? हम पइ दया करा अउर हमार मदद करा।”
23 ईसू ओसे कहेस, “तू कह्या जदि तू कछू कइ सका? जउन बिसवास करी, ओका बरे सब कछू होइ जाई।”
24 तुरंतहीं लरिका क बाप चिचिआन अउर कहेस, “मइँ जरूर बिसवास करत हउँ। तू हमार अबिसवास हटावा।”
25 जब ईसू देखेस कि भारी भीर ओकरे लगे निचकात अहइ, उ दुस्ट आतिमा क ललकारेस अउर ऍका कहेस, “ओ दुस्ट आतिमा! तू इ बचवा क गूँगा बहिरा करइवाली मइँ तोका हुकुम देत अही। ओसे बाहेर आव, ओहमाँ फिन स घुस जिन।”
26 तब उ दुस्ट आतिमा चिचिआन अउर लरिकवा क झपटिके अँइठेसि अउर ओसे बाहेर गइ। अइसन लगा कि लरिकवा मर गवा अहइ। बहुत स लोग कहेन, “उ मर गवा!” 27 फिन ईसू ओकर हाथ पकरि क उठाएस अउर ओका गोड़वन प खड़ा करेस अउ लरिका खड़ा होइ ग।
28 ओकरे पाछे उ घर मँ गवा अउर ओकर चेलन अकेल्ले मँ पूछेन, “काहे क हम दुस्ट आतिमा क भगाइ नाहीं सकेन?”
29 ऍह पइ ईसू जबाव दिहेस, “इ तरह दुस्ट आतिमा बगैर पराथना क बाहेर नाहीं आवत।”
आपन मउत क बारे मँ ईसू क कहब
(मत्ती 17:22-23; लूका 9:43b-45)
30 उ सबइ हुवाँ छोड़ि चलेन अउर गलील होइ क जात रहेन अउ ईसू नाहीं चाहत रहा कि कउनो एका जानइ कि उ सब कहाँ बाटन? 31 एह बरे उ आपन चेलन क सिच्छा देत रहा। उ ओनसे कहेस, “मनई क पूत मनइयन क हाथन स पकड़वाइ जाई अउर उ सबइ ओका मारि डइहीं। मारि डाए क तीन दिना क पाछे उ जिन्दा होइ जाइ।” 32 मुला चेलन इ न समझेन कि ईसू का मतलब अहइ अउर उ ओसे ऍकरे बारे मँ पूछइ क डेरात रहेन।
ईसू कहत ह कि सबते बड़कवा कउन अहइ
(मत्ती 18:1-5; लूका 9:46-48)
33 ईसू चेलन क साथ कफरनहूम आएन। उ सबइ एक घरे मँ गएन। उ ओनसे पूछेस, “राहे मँ तू सबइ का बतियात रह्या?” 34 मुला उ सबइ खमोस होइ गएन। एह बरे उ सबइ राहे मँ एक दुसरे स सोचेन बिचारेन कि कउन सबस बड़कवा अहइ।
35 तउ उ बैठि गवा। उ बारहु प्रेरितन आपन नगिचे बोलाएस अउर ओनसे कहेस, “जदि कउनो सब स बड़का होइ चाहत ह, तउ ओका सब स छोट होइ क परी अउर उ सबन क नउकर होइ।”
36 अउर एक बचवा क लइके सब क समन्वा खड़ा किहेस। ओका आपन कोरा मँ लेत भवा ईसू ओनसे कहेस, 37 “जउन एकउ इन बचवन मँ एकउ क मोरे नाउँ स आपनावत ह, उ हमार सुआगत करत अहइ, उ न सिरिफ मोका अपनावत ह, मुला उहउ क अपनावत ह, जउन मोका पठएस ह।”
जउन हमार बिरोधी नाहीं, उ हमार आटइ
(लूका 9:49-50)
38 यूहन्ना ईसू स कहेस, “गुरु हम तोहरे नाउँ स कउनो क दुस्ट आतिमन क बाहेर निकारत देखेन ह। हम ओका रोकब चाहा, मुला उ हम पचन मँ नाहीं रहा।”
39 फिन ईसू कहेस, “ओका रोका जिन। इ नाते जउनहुँ मोरे नाउँ स अद्भुत कारजन चाहत बाटइ, उ फउनर मोरे बरे भद्दी बात न कहि पाई। 40 जउन मोरे खिलाफ नाहीं, उ हमरे कइँती अहइ। 41 जउनहुँ तोहका एक लोटा पानी भरि के देइ कि तू मसीह क बाट्या, मइँ तोहका सच सच बतावत हउँ, उ जरूर सुफल होइ जाए बिना न रही।
पापन क परिणामे क बरे ईसू क चेतौउनी
(मत्ती 18:6-9; लूका 17:1-2)
42 “जउन इन नान्ह अबोध बचवन मँ स कउनो क जउन मोरे मँ बिसवास करत हीं, ओनसे पाप करावत हीं, तउ ओकरे बरे इ नीक होइ कि ओकरे गटइया मँ चकिया क पाट बाँधिके ओका समुद्दर मँ झोंकि देई। 43 जदि तोहार हाथ तोसे पाप करवावत ह, तू ऍका काट द्या। हथ कटा होइ क अनन्त जीवन मँ प्रवेस करना नीक अहइ। बजाऍ ऍहके कि दुइ हाथ धरइ अउर नरक मँ नाइ दीन्ह जाइ, जहाँ अगिया कबहुँ न बुझत। 44 [b] 45 जदि तोहार गोड़ तोसे पाप करावत ह, ओका काट द्या। लँगड़ा होइ क अनन्त जीवन मँ प्रवेस करना जिआदा नीक होइ, बजाय ऍकरे कि दुइनइँ गोड़वा धइ क नरके मँ नाइ दीन्ह जाइ। 46 [c] 47 जदि तोहार आँख तोसे पाप करावत ह, ओका निकारि डावा। काना होइके परमेस्सर क राज्य मँ घुसब जिआदा नीक अहइ, बजाय कि दुइ आँखिन वाला होइके नरक मँ नाइ दीन्ह जाइ। 48 जहाँ कि किरवा मरतेन नाहीं। हुवाँ आगी कबहुँ बुझत नाहीं।
49 “हर मनई क आगी प नोनखार कीन्ह जाई।
50 “नोन नीक होत ह जदि नोन आपन सोवाद तजि देइ, तउ ऍका नोनखार फिन कइसे बनउब्या? आपन मँ नोन राखा। एक दूसर क संग सांति स रहा।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.