M’Cheyne Bible Reading Plan
यहोवा परमान देत हीं कि हारून महा याजक अहइ
17 यहोवा मूसा स कहेस, 2 “इस्राएल क मनइयन स कहा। आपन लोगन स बारह लकड़ी क कुबरी लइ लेइँ। बारहु परिवार समूहन मँ स हर एक नेता स एक कुबरी ल्या। हर एक मनई क कुबरी प नाउँ लिखि द्या। 3 अउ लेवी क कुबरी प हारून क नाउँ लिखि द्या। बारह परिवार समूहन क हर एक मुखिया क कुबरी होइ चाही। 4 इ टहरइ वाली कुबरियन क मिलापवाला तम्बू मँ करार क सन्दूख क अगवा धइ द्या। इ उहइ ठउर अहइ जहाँ मइ तोहसे भेंटत अहउँ। 5 मइँ एक मनई क सच्चा होइवाला याजक चुनब। तू जानि लेब्या कि कउने मनई क मइँ चुनेउँ ह। काहे की उ कुबरी मँ नई पाती निकरब सुरु होइ। इ तरह मइँ मनइयन क आपन अउ तोहरे खिलाफ सदा ओराहना देइ स रोकब।”
6 तउ मूसा इस्राएली मनइयन स बात किहस। प्रधान मँ स हर एक ओका एक ठु कुबरी दिहस। सब कुबरियन क गनती बारह रही। हर ए परिवार दल क नेता क एक कुबरी ओहमाँ रही। हारून क कुबरी ओहमाँ रही। 7 मूसा करार क मिलापवाला तम्बू मँ यहोवा क समन्वा कुबरियन क धइ दिहस।
8 अगला दिन मूसा तम्बू मँ घुसा। उ लखेस कि हारून क उ कुबरी, जउन लेवी बंस क रही, सिरिफ एक अइसी रही कि जेहसे नई पाती निकरब सुरु भई रहिन। उ कुबरी मँ डारि फूटि आइन अउ ओहमा बदाम लग गए रहेन। 9 एह बरे मूसा यहोवा क ठउर स सबहिं कुबरियन क लइ आवा। मूसा इस्राएल क मनइयन क कुबरियन देखँएस अउ हर एक मनई आपन कुबरी वापिस लइ लिहस।
10 तब यहोवा मूसा स कहेस, “हारून क कुबरी क करार वाला सन्दूखे क समन्वा रख द्या। इ ओनँ मनइयन क चिताउनी होइ जउन हमेसा मोरे खिलाफ जात हीं। इ ओनकइ मोरे खिलाफ सिकाइत क रोकी। इ तरह उ पचे मरिहीं नाहीं।” 11 तउ मूसा ओन हुकुमन क मानेस जउन यहोवा दिहे रहा।
12 इस्राएल क मनइयन मूसा स कहेस, “हम पचे जानित ह कि हम सबइ मरि जाब। हम विनास होइ गए। हम सबहिं विनास होइ गवा। 13 कउनो मनई जउन यहोवा क पवित्तर ठउर क निअरे आवत ह मरि जाइ। का इ फुरइ बा कि हम सबइ मरि गएन?”
याजकन अउ लेवी बंसी लोगन क कारज
18 यहोवा हारून स कहेस, “तू, तोहार पूतन, अउ तोहरे पिता क परिवारे क सब मनई कउनो पाप जउन पवित्तर ठउरे क सम्बंधित कीन्ह ग अहइ क जिम्मेदार अहइँ। तू अउ तोहार पूत याजकिये स सम्बन्धि कउनो भी बरे जिम्मेदार होइहीं।[a] 2 दूसर लेवी मनइयन क आपन साथ देइ बरे आपन परिवार समूह स लइ आवा। उ सबइ तोहार अउ तोहरे पूतन क मदद साच्छी क तम्बू क काम करइ मँ करिहीं। 3 लेवी परिवार क उ सबइ मनई तोहरे मातहत अहइँ। उ पचे उ सबहिं कामे क करिहीं जेनका तम्बू मँ किया जाब अहइ। मुला उ पचेन क वेदी या पवित्तर ठउर क बर्तनन क लगे न जाइ चाही। जदि उ पचे अइसा करिहीं तउ उ सबइ मरि जइहीं अउ तू भी मरि जाब्या। 4 उ पचे तोहरे संग होइहीं अउ तोहरे संग काम करिहीं। उ पचे मिलापवाला तम्बू क देखइ रेखइ क जिम्मेदार होइहीं। सब कारज, जेका तम्बू मँ कीन्ह जाइ चाही, उ पचे करिहीं। दूसर कउनो भी उ ठउर क नगिचे न आइ जहाँ तू अहा।
5 “पवित्तर ठउर अउ वेदी क देख-रेख करइ क जिम्मेदार तू अहा। मइँ इस्राएल क मनइयन प फुन कोहाइ नाहीं चाहत हउँ। 6 मइँ खुद तोहरे मनइयन यानी लेवी बंस क लोगन क खुद इस्राएल क सबहिं मनइयन मँ स चुनेउँ ह। उ पचे यहोवा क दीन्ह गवा उपहार अहइ अउर उ पचन्क परमेस्सर क सेवा करइ अउर मिलापवाला तम्बू क काम करइ बरे आपिर्त कीन्ह गवा अहइ। 7 मुला सिरिफ तू अउ तोहार पूत याजकन क रूप मँ सेवा कइ सकत हीं। अकेले तू ही वेदी क लगे जाइ सकत ह। तू अकेले महापवित्तर ठउर क पर्दा क भितरे जाइ सकत ह। याजक क रूप मँ तोहार सेवा एक ठु उपहार जेका मइँ तोहका देत हउँ। कउनो भी दूसर, जउन पवित्तर ठउर क लगे आइ, मारि डावा जाइ।”
8 तब यहोवा हारून स कहेस, “मइँ खुद तोहका मनइयन जउन खास भेंट चढ़ाएन ह जिम्मेदारी दिहेउँ ह। इस्राएल क लोग जउन सारी भेंट मोका देइहीं उ मइँ तोहका देत अहउँ। तू अउ तोहार पूत इ पवित्तर भेंटन क आपुस मँ बाटि सकत ह। इ हमेसा तोहार होइ। 9 इ ओन सबहिं पवित्तर भेंटन मँ इ तोहार आपन हींसा होइ जेका जलावा नाहीं गवा ह। हरेक भेंटन, हरेक अन्नबलि, हरेक पापबलि अउ हरेक दोखबलि जउन उ मोरे लगे लइ आवत हीं, इ सबइ तोहर अउ तोहरे पूतन बरे बहोत पवित्तर भेंटन होइ हीं। 10 उ सबन चीजन क महापवित्तर ठउरे मँ खा। तोहरे परिवार क हर मरद मनसेधू ऍका खाइ सकत ह मुला तोहका सुमिरइ चाही कि उ सबइ भेंट पवित्तर अहइँ।
11 “अउर उ सबहिं चीजिन जेका इस्राएली उत्तोलन बलि क रूप मँ देइहीं, तोहरइ होइहीं। मइँ ऍका तोहका, तोहार पूतन अउ तोहार बिटियन क देत हउँ। इ तोहार हींसा अहइ। तोहरे परिवार क हर एक मनई जउन सुद्ध होई, ऍका खाइ सकी।
12 “अउर मइँ सारा बढ़िया जइतून क तेल अउ सबन त बढ़िया नीक नई दाखरस अउ अनाज तोहका देत अहउँ। इ सबइ उहइ चीजन बाटिन जेका इस्राएल क लोग मोका यानी आपन यहोवा क देत हीं। इ सबइ उ चीजियन बाटिन जेका उ पचे आपन फसिल पाक जाए प बटोरत हीं। 13 सबइ चीज जउन तोहार भूइँया स आवत ही क पहिला फल परमेस्सर क अहइ। एह बरे इ चीजन क मइँ तोहका देब। अउर हर एक मनई जउन परिवार मँ सुद्ध होई ऍका खाइ सकी।
14 “अउर हर एक इस्राएल मँ जउन यहोवा क दीन्ह जात हीं, तोहार बा।
15 “कउनो भी परिवारे मँ पहिलौटी क पूत या गोरु परमेस्सर क भेंट होइ। उ तोहार होइ। मुला तोहका हर एक पहिलौटी लरिका अउ पहिला पइदा भवा असुद्ध गोरु क फुन स वापिस लइ लेइ चाही। तब पहिला पइदा बच्चा फुन उ परिवार क होइ जाइ। 16 जब लरिका बच्चा एक महीना क होइ जाइँ तब्बइ तोहका ओकर बरे दाम लइ लेइ चाही। ओका मुक्त करावइ क मूल्य पाँच सेकेल चाँदी पवित्तर स्थान क अधिकारिक माप अनुसार होइ चाहीं। एक सेकेल बीस गेरा क बराबर होत ह।
17 “मुला तोहका पहिलौटी क गइया या भेड़ी या बोकरा क दाम नाहीं लेइ चाही। उ सबइ गोरु तउ पवित्तर बाटेन। ओनकइ रकत वेदी प छिछकारा अउर ओनकइ चर्बी बारा। इ भेंट आगी क जरिए दीन्ह जात ह। इ भेंट क महकब मोरे बरे यानी यहोवा बरे सोहइवाली गंध होइ। 18 मुला इ गोरुअन क गोस तोहार होइ जइसे कि उत्तोलन बलि क छाती तोहार होइ अउर भेंटन क दहिनी जाँघन तोहार होइ। 19 कउनो भी चीज, जेका लोग पवित्तर भेंट क रूप मँ मोका चढ़ावत ही, मइँ यहोवा ओका तोहका देत हउँ। इ तोहार हींसा अहइ। मइँ ऍका तोहका, तोहार बेटहनन अउ तोहार बिटिहिनियन क देत अहउँ। इ यहोवा क संग किया गवा करार अहइ जउन हमेसा बना रही। मइँ इ बचन तोहका अउ तोहरे सन्तानन क देत अहउँ।”
20 यहोवा हारून स इ भी कहेस, “तू कउनो भी भुइयाँ न पउब्या। अउर अइसी कउनो भी चीज नाहीं रखब्या जइसी दूसर लोग राखत हीं। मइँ तोहार अंस अउ मइँ इस्राएल क लोगन क बीच तोहार उत्तरधिकार अहइ।
21 “इस्राएल क लोग जउन कछू ओनके लगे होइ ओकर दसवाँ हींसा देइहीं। इ तरह मइँ लेवी बंस क सन्तानन क दसवाँ हींसा देत अहउँ। इ ओनके उ काम क मजूरी अहइ जउन उ पचे मिलापवाला तम्बू मँ सेवा करत भए करत रहत हीं। 22 मूला इस्राएल क दूसर लोगन क मिलापवाला तम्बू क निअरे कबहुँ नाहीं जाइ चाही। जदि उ पचे अइसा करत हीं तउ ओनका अपने आप मरइ क होइ। 23 जउन लेवी बंसी मिलापवाला तम्बू मँ काम करत अहइँ उ पचे ऍकरे खिलाफ पाप क जिम्मेदार होइहीं। इ कनून हमेसा बरे होइ। लेवीबंसी उ भुइँया क न लेइहीं जेका मइँ इस्राएल क दूसर लोगन क बचन दिहेउँ ह। 24 मुला इस्राएल क लोगन क लगे जउन कछू होइ ओकर दसवाँ हींसा मोका देइहीं। इ तरह मइँ लेवी बंसी मनइयन क दसवाँ हींसा देब। इहइ कारण अहइ कि मइँ लेवीबंसी मनइयन बरे कहेउँ ह: उ पचे उ भुइँया क न पइहीं जेका मइँ इस्राएल क मनइयन क देइ क वचन दिहेउँ ह।”
25 यहोवा मूसा स कहेस, 26 “लेवी बंसी मनइयन स बात करा अउ ओनसे कहा, ‘इस्राएल क लोग हर एक चीज क दसवाँ हीसां यहोवा क देइहीं। उ दसवाँ हींसा लेवी बंसी मनइयन क होइ। मुला ओकर दसवाँ हींसा यहोवा क ओनकी भेंट क रूप मँ देइ चाही। 27 अउर उ दसवाँ हींसा क इ समुझा जाब कि तू खरिहान स अनाज या दाखरस क कोलहू स दाखरस भेंट किहे रहा। 28 इ तरह तू यहोवा क वइसेन ही भेंट देब्या जइसे इस्राएल क दूसर लोग देत हीं। तू इस्राएल क मनइयन क दीन्ह गवा दसवाँ हीसां पउब्या। अउर तू ओकर दसवाँ हीसां याजक हारून क देब्या। 29 जब इस्राएल क लोग आपन हर एक चीज क दसवाँ हींसा देइँ तउ तोहका ओहमाँ स सबन त जियादा पवित्तर हींसा चुनइ चाही। उहइ दसवाँ हींसा अहइ जेका तोहका यहोवा क देइ चाही।’
30 “मूसा, लेवी लोगन स इ कहा, ‘लोग जउन कछू तोहका देत ह ओका सबन त अच्छा हींसा जब तू भेंट करब। तउ इ अइसा होइ जइसा तू एका खरिहान स आनाज या दाखरस क कोलहू स दाखरस भेंट किहे रहा। 31 जउन बाकी बची ओका तू अउ तोहार परिवार ऍका कउनो जगह खाइ सकत ह। इ तू मनइयन क उ काम बरे मजूरी अहइ जउन तू पचे मिलापवाला तम्बू मँ करत बाट्या। 32 अउर अगर तू ऍकर सब स बढ़िया हीसां यहोवा क देत रहब्या तउ तू कबहुँ दोखी न होब्या। तू इस्राएल क मनइयन क पवित्तर भेंट क बरे दूसित न करब्या अउर तू मरब्या नाहीं।’”
संगीत निर्देसक बरे। तार वाले बाजन क संग। दाऊद क एक ठु मस्किल।
1 हे मोर परमेस्सर, मोर पराथना सुना।
कृपा कइके तू मोहसे दूर जिन ह्वा।
2 हे परमेस्सर, कृपा कइके मोर सुना अउर मोका जवाब द्या।
तू मोका आपन दुःख तोहसे कहइ द्या।
3 मोर दुस्मन मोहसे दुर्बचन बोलेन ह।
दुट्ठ लोग मोह पइ चीखेन ह।
मोर दुस्मन किरोध कइके मोह पइ टूट पड़ा अहइँ।
उ पचे मोका नास करइ बिपत्ति ढावत अहइँ।
4 मोर मनवा भितरे स चूर-चूर होत बा,
अउर मोका मउत स बहोत डर लागत अहइ।
5 मइँ बहोत डेरान अहउँ।
मइँ थरथर काँपत अहउँ।
मइँ डेरान अहउँ।
6 ओह, अगर कबूतरे क नाई मोरे पखना होतेन,
अउर मइँ पखना पवतेउँ तउ दूर कउनो चैन पावइ क जगह उड़ि जातेउँ।
7 मइँ उड़िके दूर निर्जन जगह मँ जातेउँ।
8 मइँ दूर चला जाब
अउर इ बिपत्ति क आँधी स बचिके दूर भाग जाब।
9 हे मोर सुआमी, हवाँ सहर मँ मतभेद अउर हिंसा अहइ।
ओनके झूठन क रोका जउन मतभेद का कारण अहइँ।
10 बाहेर दिन अउर रात इ सहर ओन स घेरे अहइ,
अउर अन्दर मँ हुवाँ परेसानियन अउर अपराधन अहइँ।
11 गलियन मँ बहोत जियादा अपराध फइलत अहइ।
हर कहूँ लोग झूठ बोलिके छलत अहइँ।
12 जदि इ मोर दुस्मन होत
अउर मोका नीचा देखाँवत तउ मइँ ऍका सहि लेतेउँ।
अगर इ सबइ मोर दुस्मन होतेन,
अउर मोह पइ वार करतेन तउ मइँ छिप सकत रहेउँ।
13 ओ। मोरे संगी, मोरे हमजोली, मोरे मीत, इ मगर तू अहा
अउर तू ही मोका कस्ट पहोंचावत अहा।
14 हम आपुस मँ गुप्त बातन बाँटे रहेन।
हम परमेस्सर क मन्दिर मँ साथ-साथ उपासना कीन्ह।
15 कास कउनो दुस्मन आपन समइ स पहिले ही मरि जाइँ।
कास ओनका जिअत ही गाड़ दीन्ह जाइ,
काहेकि उ पचे आपन घरन मँ अइसे भयानक कुचक्र रचा करत हीं।
16 मइँ तउ मदद बरे परमेस्सर क पुकारब।
यहोवा ओकर जवाब मोका देइ।
17 मइँ तउ आपन दुःख क परमेस्सर स भिन्सारे दुपहरिया अउ राति मँ कहब।
उ मोर सुनी।
18 मइँ केतनी जुद्धन मँ लड़ाई लड़ेउँ ह।
मुला परमेस्सर मोरे संग अहइ, अउर हर जुद्ध स मोका सुरच्छित लउटाइ।
19 परमेस्सर मोर सुना अउर ओनका हराइ देब।
उ अनन्त राजा बाटइ।
मोर दुस्मन कबहुँ नाहीं बदलिहीं।
उ पचे परमेस्सर स नाहीं डरतेन, अउर न ही ओकर आदर करतेन।
20 मोर दुस्मन आपन ही मीतन पइ वार करतेन।
उ सबइ ओन बातन क नाहीं करतेन, जेनका करइ क उ पचे सहमत होइ ग रहेन।
21 मोर दुस्मन फुरइ मीठा बोलत हीं, अउर सुसान्ति क बातन करत रहत हीं।
मुला असलियत मँ, उ पचे जुद्ध क कुचक्र रचत हीं।
ओनकर सब्द काट करत हीं छुरी क तरह अउ फिसलन भरा अहइँ जइसे तेल होत ह।
22 आपन सबइ चिन्ता क तू यहोवा क सौंप द्या।
फुन उ तोहार रखवारी करी।
यहोवा सज्जन क कबहुँ हारइ न देइ।
23 एहसे पहिले कि ओनकर आधी उमर बीत जाइ।
हे परमेस्सर, ओन हत्यारन क अउर ओन झूठन क कब्र मँ पठवा।
जहाँ तलक मोर अहइ, मइँ तउ तोह पइ भरोसा रखब।
आराम पइ बिपत्ति
7 आहाज, योताम क पूत रहा। योताम उज्जिय्याह क पूत रहा। ओनहीं दिनन मँ रसीन आराम क राजा भवा रहा अउर इस्राएल पइ रमल्याह क पूत पेकह राजा रहा। जउने दिनन यहूदा पइ आहाज सासन करता रहा, रसीन अउ पेकह जुद्ध बरे यरूसलेम पइ चढ़ बइठेन। किन्तु उ पचे इ सहर क हराइ नाहीं सकेन।
2 दाऊद क साही घराना क इ सँदेसा मिला, “आराम अउ इस्राएल क फउजन आपुस मँ मिली गए रहेन अउर एक संग सिबिर लगाएस ह।”
राजा आहाज जब इ खबर सुनेस तउ उ अउर ओकर प्रजा बहोत डेराइ गएन। उ पचे आँधी मँ हिलत भए जंगल क बृच्छन क नाई डर स काँपइ लागेन।
3 तबहिं यसायाह स यहोवा कहेस, “तोहका अउर तोहार पूत सार्यासूब क आहाज क लगे जाइके बतियाइ चाही। तू उ ठउरे पइ आवा, जहाँ ऊपर क तलाव मँ पानी गिरा करत ह। इ उ गली मँ अहइ जउन धोबी-घाट कइँती जात ह।
4 “आहाज स जाइके कह्या, ‘होसियार रहा, किन्तु साथ ही सान्त भी रहा। डेराअ जिन। ओन दुइनउँ मनइयन रसीन अउ रमल्याह क पूतन स जिन डेराअ। उ पचे दुइ मनई तउ बरी भइ काठन क नाई अहइँ। पहिले उ पचे दहका करत रहेन किन्तु अब उ पचे, बस धुआँ मात्र रहि ग अहइँ। रसीन, आराम अउ रमल्याह क पूत कोहान अहइँ। 5 आराम, एप्रैम क प्रदेसन अउ रमल्याह क पूत तोहरे खिलाफ सबइ योजना बनाइ रखे अहइँ। उ पचे कहेन, 6 “हमका यहूदा पइ चढ़ाई करइ चाही। हम अपने बरे ओका बाँटि लेब। हम ताबेल क पूत क यहूदा क नवा राजा बनाउब।”’”
7 मोर सुआमी यहोवा क कहब बाटइ, “ओकर योजना सफल नाहीं होइ। उ कबहुँ पूरी नाहीं होइ। 8 जब तलक दमिस्क क राजा रसीन अहइ, तब तलक इ नाहीं घटी। इस्राएल अब एक ठु रास्ट्र अहइ किन्तु पैसंठ बरिस क भीतर इ एक रास्ट्र नाहीं रही। 9 जब तलक इस्राएल क राजधानी सोमरीन अहइ अउर जब तलक सोमरोन क राजा रमल्याह क पूत बाटइ तब तलक ओनकर सबइ योजना सफल नाहीं होइहीं। जदि इ संदेस पइ तू बिस्सास नाहीं करब्या तउ लोग तोह पइ बिस्सास नाहीं करिहीं।”
इम्मानुएल – परमेस्सर हमरे संग अहइ
10 यहोवा आहाज स आपन बात जारी राखत भए कहेस, 11 यहोवा बोला, “इ सबइ बातन फुरइ अहइँ, एका खुद साबित करइ बरे कउनो संकेत माँग ल्या। तू जइसा भी चाहा वइसा संकेत माँग सकत ह। उ संकेत चाहे गहिरे मउत क पहँटा स होइ अउर चाहे आकासन स भी ऊँच कउनो ठउरे स।”
12 किन्तु आहाज कहेस, “सबूत क रूप मँ मइँ कउनो संकेत नाहीं माँगब। मइँ यहोवा क परीच्छा नाहीं लेब।”
13 तब यसायाह कहेस, “हे दाऊद क साही परिवार, होसियार होइके सुना। तू लोगन क धीरज क परीच्छा लेत अहा। का इ तोहरे बरे काफी नाहीं अहइ, अब तू मोर परमेस्सर क परीच्छा लेत अहा? 14 ऍह बरे, मोर सुआमी परमेस्सर तू पचन्क इ संदेसा देब:
लखा जवान लड़की क! उ गर्भवती अहइ।
उ एक ठु पूत क जनम देइ।
उ इ पूत क नाउँ इम्मानुएल[a] राखी।
15 इम्मानुएल दहिउ अउ सहद खाइ।
उ इहइ तरह रही जब तलक उ इ नाहीं सीख जात उत्तिम क चुनब अउर बुरे क नकारब।
16 किन्तु जब तलक उ भला क चुनब अउर बुरे क तजब जानी
एप्रैम अउ आराम क धरती उजाड़ होइ जाइ।
“आजु तू ओन दुइ राजा लोगन स डेरात अहा। 17 किन्तु तोहका यहोवा स डेराइ चाही। काहेकि यहोवा तोह पइ बिपत्ति क समय लिआवइवाला अहइ। उ सबइ विपत्तियन तोहरे लोगन पइ अउर तोहरे पचन्क पिता क परिवारे क लोगन पइ अइहीं। विपत्ति क इ समय ओन सबहिं विपत्तियन मँ जियादा बुरा होइ जउन समइ एप्रैम यहूदा स अलग भवा ह, तब स अबइ तलक घटी बाटइ। एकरे बरे परमेस्सर का करी? परमेस्सर अस्सूर क राजा क तोहसे लड़ावइ बरे लिआइ।
18 “उ समय, यहोवा ‘माखियन’ क बुलाइ। (फिलहाल उ सबइ माखियन मिस्र क जलधारन क निअरे अहइँ।) अउर यहोवा ‘मधुमाखियन’ क बुलाइ। (फिलहाल उ सबइ मधुमाखियन अस्सूर देस मँ रहत हीं।) इ सबइ दुस्मन तोहरे देस मँ अइहीं। 19 इ सबइ दुस्मन चट्टानी छेत्रन मँ, रेगिस्ताने मँ जल धारन क निअरे झाड़ियन क आस-पास अउर पानी पिअइ क जगहन क इर्द-गिर्द आपन डेरन डइहीं। 20 यहोवा यहूदा क दण्ड देइ बरे अस्सूर क प्रयोग करी। अस्सूर उस्तरा क नाई प्रयोग करी बरे भाड़े पइ लेइ जाइ। इ अइसा होइ जइसे यहोवा यहूदा क मूँड़ अउ गोड़े क बाल क मूड़न करत होइ। इ अइसा होइ जइसे यहोवा यहूदा क दाढ़ी मूँड़त होइ।
21 “उ समय, एक मनई बस एक जवान गाय अउ दुइ भेड़न ही बस जिअत रखि पाइ। 22 उ सबइ सब ऍतना दूध देइहीं जउन उ मनई क देहिउ खाइ बरे काफी होइ। उ देस मँ बाकी बचा भवा हर मनई देहिउ अउर सहद ही खावा करी। 23 आजु इ धरती पइ हर खेते मँ एक हजार अंगूरे क बेलन अहइँ। अंगूरे क हर बगिया क कीमत एक हजार चाँदी क सिक्का क बराबर अहइँ। किन्तु एन खेतन मँ खरपतवार अउर काँटन भरि जइहीं। 24 इ धरती जंगली होइ जाइ अउर ओकर प्रयोग एक सिकारघर क रूप मँ ही होइ सकी। 25 एक समय रहा जब एन पहाड़ियन पइ लोग काम किया करत रहेन अनाज पइदा करत रहेन। किन्तु उ समय लोग हुआँ नाहीं जावा करिहीं। उ धरती खरपतवारन अउर काँटन स भरि जाइ। ओन ठउरन पइ बस भेड़िन अउर मवेसी ही घूमा करिहीं।”
1 याकूब क जउन परमेस्सर अउर पर्भू ईसू मसीह क दास अहइ,
संतन क बारह कुलन क नमस्कार पहुँचइ जइन समूचे संसार मँ फइला भवा अहइँ।
बिसवास अउर विवेक
2 मोर भाइयो तथा बहिनियो, जब कबहुँ तू तरह तरह क परीच्छा मँ पड़ा तउ एका बड़ा आनन्द क बात समझा। 3 काहेकि तू इ जानत अहा कि तोहार बिसवास जब परीच्छा मँ सफल होत ह तउ ओसे धीरजपूर्ण सहन सक्ती पैदा होत ह। 4 अउर उ धीरजपूर्ण सहन सक्ती एक अइसेन पूर्णता क जनम देत ह जेहसे तू अइसेन सिद्ध अउर पूर्ण बन सकत ह जेहमाँ कउनउ कबहुँ नाहीं रहि जात।
5 तउन अगर तोहमाँ कछू विवेक क कमी अहइ तउ ओका परमेस्सर स मांग सकत ह। उ सबहिं क उदारता क साथे देत ह। उ सबहिं क उदार होइ क देइ मँ खुस होत ह। 6 बस बिसवास क साथे माँगा जाइ। तनिकउ भी संदेह न होइ चाही काहेकि जेका संदेह होत ह, उ सागर क ओह लहर क समान बा जउन हवा स उठत ह अउर थरथरात ह। 7-8 अइसेन मनई क इ नाहीं सोचइ चाही कि ओका पर्भू स कछू भी मिल पाई। अइसेन मनई क मन तउ दुविधा स ग्रस्त बा। उ अपने सभन करमन मँ अस्थिर रहत ह।
सच्चा धन
9 साधारण परिस्थितियन वाला भाइयन क गरब करइ चाही कि परमेस्सर तउ ओका आतिमा क धन दिहे अहइ। 10 अउर धनी भाइ क गरब करइ चाही कि परमेस्सर ओका आत्मिक गरीबी देखाए अहइ। काहेकि ओका त घास खिलइवाला फूल क नाई झर जाइ क बा। 11 सूरज कड़कड़ात धूप लइके उगत ह अउर पउधा क झुराइ डावत ह। ओनकर फूल पत्तियन झर जात हीं अउर सुन्दरता समाप्त होइ जात ह। इही तरह धनी मनई धन बरे योजना बनाने मँ ही समाप्त होइ जात ह।
परमेस्सर परीच्छा नाहीं लेत
12 उ मनई धन्य अहइ जउन परीच्छ मँ अटल रहत ह काहेकि परिच्छा मँ खरा उतरइ क बाद उ जीवन क ओह बिजय मुकुट क धारण करी जेका परमेस्सर अपने पिरेम करइवालन क देइ क बचन दिहे अहइ। 13 परीच्छा क घड़ी मँ कीहीउ क इ नाहीं कहइ चाही, “परमेस्सर मोर परीच्छा लेत अहइ,” काहेकि खराब बातन स परमेस्सर क कउनउ लेब-देब नाहीं होत। उ कउनो क परीच्छा नाहीं लेत। 14 हर कउनो आपन ही खराब इच्छन स भ्रम मँ फंसिके परीच्छा मँ पड़त ह। 15 फिन जब उ इच्छा गर्भवती होत ह तउ पाप पूरा बढ़ जात ह अउर उ मउत क जनम देत ह।
16 तऊन मोर पिआर भाइयो तथा बहिनियो, धोखा न खा। 17 हर एक उत्तिम दान अउर परिपूर्ण उपहार उप्पर स मिलत ह। अउर उ सबइ ओह परमपिता क जरिये जे सरगीय प्रकास (सूरज चाँद अउर तारन) क जनम दिहे अहइ, नीचे लइ आवत ह। उ जउन सभन प्रकासन का पिता अहइ। जो न कभउ बदलत ह अउर न छाया स प्रभावित होत ह। 18 परमेस्सर अपने इच्छा स सत्य क बचन दुआरा हमे जनम दिहेस जेहसे हम ओकरे द्वारा रचे गएन प्रानियन मँ सबसे महत्वपूर्ण सिद्ध होइ सकी।
सुनब अउर ओह पर चलब
19 मोर पिआरे भाइयो तथा बाहिनियो, खियाल रखा, हर कीहीउ क तत्परता क साथे सुनइ चाही, बोलइ मँ जल्दी न करा, अउर जल्दी सा किरोध न करा कर। 20 काहेकि मनई जब किरोध करत ह तब उ परमेस्सर क द्वारा बनाए भए रस्ता का पालन नाहीं कइ पावत। 21 सब घिनौना आचरण अउर चारहुँ ओर फइलत दुस्टताई स दूर रहा। अउर नरमी क साथे तोहरे हिरदइ मँ रोपा भवा परमेस्सर क बचन क पालन करा जउन तोहार आतिमन क उद्धार देवाई सकत ह।
22 परमेस्सर क उपदेस पे चलइ वाला बना, न कि केवल ओका सुनइवाला। अगर तू केवल ओका सुनबइ भर रहत ह तउ अपने आप क छलत अहा। 23 काहेकि अगर केउॅ परमेस्सर क उपदेस क सुनत तउ बाटइ मुला ओह प चलत नाहीं, तउ उ ओह मनई क समान बाटइ जउन अपने भौतिक मुँहे क दरपन मँ देखतेइ भर बाटइ। 24 उ खुद क अच्छी तरह देखतइ बा, पर जब उहाँ स चला जात ह तउ तुरन्त भूल जात ह कि उ कइसेन देखॉत रहा। 25 किन्तु जो परमेस्सर क उहइ सम्पूर्ण व्यवस्था क नजदीक स देखत ह, जेससे स्वतन्त्रता प्राप्त होत ह, अउर उही प आचरण भी करत ह अउर सुनिके ओहका भूले बिना आपन आचरण मँ उतार लेत ह, उही अपने करमन क बरे धन्य होइ।
आराधना क सच्चा रस्ता
26 अगर केऊ सोचत ह कि उ भक्त अहइ अउर अपने जीभ प कसिके लगाम नाहीं लगावत त उ धोखा मँ बा। ओकर भक्ति बेकार बा। 27 परमेस्सर क सामने सच्चे अउर सुद्ध आराधना ऊहई अहइ: जेहमाँ अनाथ अउर विधवन क ओनके दुख दर्द मँ सुधि लीन्हि जाइ अउर खुद क कउनउ सांसारीक कलंक न लागइ दीन्ह जाइ।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.