Print Page Options
Previous Prev Day Next DayNext

M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
गनती 15

बलि क नेमॅ

15 यहोवा मूसा स कहेस, “इस्राएल क मनइयन स बात करा अउ ओनसे कहा: मइँ तू पचन क इ धरती घर क रूप मँ देत अहउँ। जब तू उ देस मँ घुसब्या, जब तू परमेस्सर क होमबलि चाहे उ गइयन, भेड़िन अउ बोकरियन होइ क होमबलि क रूप मँ बलि क रूप मँ, मनौती भेंट क रूप मँ, बचनबलि क रूप मँ, मेलबलि क रूप मँ या खास पवित्तर क रूप मँ चढ़ाउब्या तउ इ परमेस्सर बरे एक सुहावना सुगन्धित अहइ।

“अउर उ टेमॅ जउन आपन भेंट लइ आइ ओका यहोवा क अन्नबलि देइ क होइ। इ अन्नबलि एक चौथाई हीन जइतून क तेले मँ सनी भइ एपा क दसवाँ हींसा बढ़िया आटा क होइ। हर दाई जब तू एक ठु मेमना होमबलि क रूप मँ या बलिदान क रूप मँ द्या तउ तोहका एक चौथाई हीन दाखरस पयेबलि क रूप मँ तइयार करइ चाही।

“हर समइ जब तू भेड़ा क भेंट करइहीं तउ तोहका अन्नबलि क रूप मँ एक तिहाई हीन जइतून क तेले मँ सनी भइ एपा क दुइ दसवाँ हींसा बढ़िया आटा क जरूर भेंट करइ चाही। अउर तोहका एक तिहाई हीन पेयबलि जरूर चढ़ावइ चाही। एनका परमेस्सर क भेंट करा। इ परमेस्सर बरे सुहावना सुगन्ध अहइ।

“होमबलि, मेलबलि या कउनो मन्नत बरे यहोवा क एक भेंट क रूप मँ एक बछवा तइयार कइ सकत ह। एह बरे तोहका बर्धा क संग अन्नबलि भी लइ आवइ चाही। अन्नबलि आधा हीन जइतून क तेले स सनी भइ एपा क तीन दसवाँ हींसा बढ़िया आटा क होइ चाही। 10 आधा हीन दाखरस भी पयेबलि क रूप मँ लइ आवा। आगी मँ बारी गइ इ भेंट परमेस्सर बरे महकउआ सुगन्ध अहइ। 11 हर एक बछवा या भेड़ा या मेमना या बोकरी क बच्चा, जेका तू यहोवा क भेंट करा, उहइ तरह तइयार करइ चाही। 12 जनावरन क गनती क अनुसार तू परमेस्सर क भेंट करा, हर एक एकहीं तरीका स तइयार करा।

13 “एह बरे इ तरीका स हर एक इस्राएली क होमबलि देइ चाही जेकर गंध परमेस्सर क प्रसन्न करी। 14 तोहरे बीच बिदेसी रहब। अगर उ पचे होमबलि देइ चाहत हीं तउ ओनका वइसे ही देइ चाही जइसे तू करत ह। ताकि इ परमेस्सर बरे सुहावना सुगन्ध होइ। 15 उहइ नेमॅ हर एक इस्राएली बरे होइ चाही अउ तोहरे बीच बसइया बिदेसी बरे भी होइ। इ नेमॅ हमेसा लागू रही। तू अउ तोहरे बीच बसइया मनइयन यहोवा क समन्वा बराबर होइहीं। 16 ऍकर अरथ अहइ कि तू सबन क एक ही कनून अउ नेमॅ क मानइ चाही। उ सबइ कनून अउ नेमॅ इस्राएल क परिवार मँ पइदा भए तोहरे अउ जउन तोहरे बीच रहत ही, ओनके बरे अहइ।”

17 यहोवा मूसा स कहेस, 18 “इस्राएल क लोगन स इ कहा: मइँ तोहका दूसर देस मँ लइ जात हउँ। 19 जब तू उ भोजन करब्या जउन उ पहँटा मँ पइदा होइ तउ भोजन क कछू हींसा यहोवा क भेंट क रूप मँ द्या। 20 तू अनाजे क बटोरब्या अउ ऍका आटा क रूप मँ पिसब्या। तू आटा क रोटी बनवइ बरे गुँधब्या। तू पहिला गुँधा भाव आटा स बना रोटी परमेस्सर क अर्पित करब्या। उ अइसा अन्नबलि होइ जउन खरिहान स आवत ह। 21 इ नेमॅ सदा बरे बा। एकर अरथ अहइ कि जउन अन्न क तू आटा क रूप मँ गूँधत ह ओकर पहिली रोटी यहोवा क देइ चाही।

22 “अगर तू यहोवा क जरिये मूसा की दीन्ह गवा आदेस मँ स कउनो क मानव भूलि जा तउ तू का करब्या? मूसा क जरिये दीन्ह गए यहोवा क इ हुकुम अहइँ। 23 इ आदेस उहइ दिन स सुरु होइ ग रहेन जउने दिन यहोवा ऍनका तोहका दिहेस ह। अउर इ आदेस भविस्स मँ भी लागू रइहीं। 24 जदि समूदाय अनजाने मँ कि उ पचे पाप करत हीं तउ सब जने मिलिके एक होमबलि बर्धा क परमेस्सर क चढ़ावइँ। इ परमेस्सर बरे सुहावना सुगन्धि अहइ। बर्धा क बलि क संग परमेस्सर क हिदायत क अनुसार अन्नबलि अउर पयेबलि चढ़ा। तोहका एक ठु बोकरा भी पापबलि क रूप मँ देइ चाही।

25 “याजक क लोगन क पाप स सुद्धि बरे ओकर प्रायस्चित करइ चाही। उ इस्राएल क सब लोगन बरे अइसा करी। लोगन इ नाहीं जाने रहेन कि उ सबइ पाप करत बाटेन। मुला जब उ पचे इ जानेन तब उ पचे होमबलि अउ पापबलि लेइ बरे आएन। इ तरह मनइयन ओकर गलती बरे छिमा पाइ हीं। 26 इस्राएल क सब मनइयन अउ ओनके बीच रहइवाला सब लोग छिमा कइ दीन्ह जइहीं। उ पचे एह बरे छिमा कइ दीन्ह जइहीं कि उ सबइ नाहीं जानतेन कि उ पचे बुरा करत बाटेन।

27 “मुला एक ठू मनई बिना इरादे स पाप करत ह तउ ओका एक बरिस एक ठु मादा बोकरी पापबलि क रूप मँ आपन पाप बरे लावइ चाही। 28 याजक यहोवा क समन्वा पाप बरे जउन उ मनइ गलती स किहेस ह प्रायस्चित करी अउ उ मनई छिमा पाइँ। 29 इ हर मनई बरे कनून अहइ जउन पाप करत ह, मुला जानत नाहीं कि बुरा किहेस ह। इहइ कनून इस्राएल क परिवार मँ पइदा भए मनइयन बरे अहइ या दूसर मनइयन बरे जउन तोहरे बीच रहत हीं।

30 “मुला कउनो मनई जउन पाप करत ह अउ जानत ह कि उ बुरा करत ह। उ मनई क आपन लोगन स अलग पठइ देइ चाही। इ इस्राएल क परिवार मँ जन्मा मनई अउ कउनो भी दूसर मनई बरे, जउन तोहरे बीच रहत ह, एक समान बाटइ। 31 उ मनई यहोवा क हुकुम क खिलाफ गवा अहइ। उ यहोवा क हुकुम क तिस्सकार करइ। उ मनई क तोहरे दले स अलगाइ दीन्ह जाइ चाही। उ मनई अपराधी ही रही अउ सजा भोगी।”

एक ठु मनई अराम क दिन काम करत ह।

32 इ टेमॅ इस्राएल क मनई अबहिं रेगिस्तान मँ रहेन। अइसा भवा कि एक मनई क बारइ बरे कछू काठ मिला। एह बरे उ मनई लकड़ी बटोरत रहा मुला उ सबित क दिन रहा। कछू दूसर मनई ओका इ करत लखेन। 33 जउन मनई ओका लकड़ी बटोरत करत देखेन। उ पचे ओका मूसा अउ हारून क लगे लइ आएन। अउर सबहिं लोग चारिहुँ कइँती बठुर गएन। 34 उ पचे उ मनई क हुवाँ राखेन काहे की उ पचे नाहीं जानत रहेन कि ओकर संग का करइ चाहीं।

35 तब यहोवा मूसा स कहेस, “इ मनई क मरि जाइ चाही। पूरा धामिर्क सभा क ओका सिबिर स बाहेर लइ जाइ चाही अउर ओका पाथर स मार डावइ चाही।” 36 एह बरे सबइ लोगन ओका सिबिर स बाहेर लइ गएन। उ ओका तब तलक पाथर मारेन जब तलक उ मरि नाहीं गवा। उ पचे इ वइसा ही किहेन जइसा मूसा क यहोवा हुकुम दिहे रहा।

परमेस्सर नेमॅ क सुमिरइ मँ मनइयन क मदद करत ह

37 यहोवा मूसा स कहेस, 38 “इस्राएल क लोगन स बतियाअ अउ ओनसे इ कहा, ‘मइँ तू सबन क आपन हुकुम क सुमिरइ क देब। धागा क कइउ खण्ड क एक साथ बाँधा अउ ओनका आपन बस्तर क कोना प धइ द्या। एक ठु नीला रंग क डोरा हर एक अइसे गुच्छा मँ नावा। अब ऍका तू पहिरब्या अउ भविस्स क सबहिं दिनन मँ पहिरब्या। 39 तू पचे इ गुच्छन क लखत रहब्या अउ यहोवा जउन हुकुम तोहका दिहे अहइ ओका सुमरत रहब्या। तब तू हुकुम क मनब्या। तू पचे हुकुम क न बिसरब्या। अउर आपन आँखिन अउ जरुरत स बस मँ आइके कउनो पाप न करब्या। 40 तू हमरे सब हुकुम मानइ क सुमिरब्या। अउर तोहका तोहार परमेस्सर क अपर्ण कीन्ह जाइहीं।’ 41 मइँ तोहार परमेस्सर यहोवा अहउँ। उ मइँ अहउँ जउन तोहका मिस्र स बाहेर लइ आएउँ ह। मइँ इ किहेउँ ह। एह बरे मइँ तोहार परमेस्सर रहब। मइँ तोहार परमेस्सर यहोवा अहउँ।”

भजन संहिता 51

संगीत निर्देसक बरे दाऊद क एक ठु पद। इ पद उ समइ क अहइ जब दाऊद क बतसेबा क संग पाप करइ क पाछे नातान नबी दाऊद क लगे गवा रहा।

हे परमेस्सर, आपन बिसाल पिरेम स भरी
    आपन करुणा स मोह पइ दाया करा।
आपन बड़ी दयालुता स
    मोरे सबहिं पापन क तू मेट द्या।
मोर सबइ पापन क धोइ डावा,
    अउर फुन स मोका स्वच्छ बनाइ द्या।
मइँ जानत हउँ, जउन पाप मइँ किहे अहउँ।
    मइँ आपन पापन क सदा आपन समन्वा लखत हउँ।
हे परमेस्सर, मइँ उहइ काम किहेउँ जेनका तू बुरा कह्या।
    तू उहइ अहा, जेकरे खिलाफ मइँ पाप किहेउँ।
मइँ स्वीकार करत हउँ इ सबइ बातन क,
    ताकि लोग जानि जाइँ कि मइँ पापी हउँ अउर तू निआउ स पूर्ण अहा,
    अउ तोहार निर्णय निस्पच्छ होत हीं।
मोर महतारी मोका दोखी मँ जनमेस,
    अउर पाप मँ मोर महतारी मोका गर्भ मँ धारण किहस।
हे परमेस्सर, तू चाहत अहा, हम बिस्सासी बनी।
    अउर निर्भय बन जाउँ।
    एह बरे तू मोका सच्चा विवेक स रहस्यन क सिच्छा द्या।
मोह पइ जूफा क पौंधा क प्रयोग करा अउर मोका पापे स स्वच्छ करा।
    मोका तब तलक धोआ, जब तलक मइँ बर्फ स जियादा उज्जवर न होइ जाउँ।
मोका खुस बनाइ द्या।
    बताइ द्या मोका कि कइसे खुस बनउँ? मोर उ सबइ हड्डियन जउन तू तोड़्या, फिन आनन्द स भरि जाइँ।
मोरे पापन्क जिन लखा।
    ओन सबन्क धोइ डावा।
10 हे परमेस्सर, मोहेमाँ एक ठु नवा, सुद्ध हिरदइ बनावा।
    मोरी आतिमा क फुन सुदृढ़ कइ द्या।
11 मोका आपन समन्वा स जिन दूर हटावा,
    तोहार पवित्तर आतिमा क मोहसे जिन छोर ल्या।
12 उ उल्लास जउन तोहसे आव्त ह, मोहमाँ भरि जाइ।
    मोरे चित्त क अडिग अउ तइयार करा
    सुरच्छित होइ बरे अउर तोहार हुकूम मानइ बरे।
13 मइँ पापियन क तोहार जिन्नगी विधि सिखाउब,
    जेहसे उ सबइ लउटिके तोहरे लगे आवइँ।
14 हे परमेस्सर, धरती पइ क हर कउनो दोख स मोर रच्छा करा,
    मोर परमेस्सर, परमेस्सर जउन मोका बचाएस,
मोका तोहार सदाचारी क बारे मँ गावइ क अनुमति द्या?
15     हे मोर सुआमी, मोका मोर मुँह खोलइ द्या कि मइँ तोहार बड़कई क गीत गावउँ।
16 जउन बलियन तोहका नाहीं नीक लगतिन तउ मोका चढ़ाउब नाहीं अहइँ।
    उ सबइ बलियन तोहका बांछित तलक नाहीं अहइँ।
17 हे परमेस्सर, मोर टुटही आतिमा ही तोहरे बरे मोर बलि अहइ।
    हे परमेस्सर, तू एक कुचरा अउ टुटहा हिरदइ स मुँह नाहीं फेरब्या।

18 हे परमेस्सर, सिय्योन बरे दयालु होइके, उत्तिम बना।
    तू यरूसलेम क सहर क चहरदीवारी क बनावा।
19 तू उत्तिमा बलियन क
    अउ सम्पूर्ण होमबलियन क आनन्द ल्या।
    लोग फुन स तोहरी वेदी पइ बर्धन क बलियन द्या।

यसायाह 5

इस्राएल परमेस्सर क खास उपवन

अब मइँ आपन मीत बरे एक ठु गीत गाउब। इ गीत मोरे मीत क अंगूर क बागीचा क बारे मँ अहइ।

ओकरे लगे अंगूर क इ बागीचा
    बहोत उपजाऊ पहाड़ी पइ अहइ।
मोर मीत धरती खोदेस
    अउ काँकड़ पाथर हटाइके ओका साफ किहेस
अउर हुवाँ पइ अंगूरे क उत्तिम बेलन रोपि दिहस।
    फुन खेत क बीच मँ उ अंगूर क रस निकारइ क कुण्ड बनाएस।
मीत क आसा रही कि हुवाँ उत्तिम अंगूर होइहीं।
    किन्तु हुवाँ जउन अंगूर लाग रहेन उ सबइ बुरा रहेन।

तउ परमेस्सर कहेस: “हे यरूसलेम क लोगो, अउर यहूदा क बसइयो,
    मोर अउ मोरे अंगूर क बाग क बारे मँ निर्णय करा।
मइँ अउर क आपन अंगूर क बाग क बरे कइ सकत रहेउँ?
    मइँ उ सब किहेउँ जउन कछू भी मइँ कइ सकत रहेउँ।
मोका उत्तिम अंगूरन क लगइ क आसा रही,
    किन्तु हुवाँ अंगूर बुरे ही लागेन।
    इ अइसा काहे भवा?

“अब मइँ तोहका बताउब कि आपन अंगूर क बगीचा बरे मइँ का कछू करउँ:
    उ कँटेहरी झाड़ी जउन खेते क रच्छा करत ह
मइँ उखाड़ि देब,
    अउर ओन झाड़ियन क आगी मँ बारि देबउँ।
पाथर क परकोटा तोड़िके भहराइ देब।
    बगिया क रौंदि दीन्ह जाइ।
मइँ अंगूरे क बगीचे क खाली खेते मँ बदली देबउँ।
    कउनो पउधन क काटा-छाँटा नाहीं जाइ
अउर नाहीं कुदाल स मिटी क खोदी जाइ।
    ऍह बरे हुवाँ सिरिफ काँटा
अउर खरपतवार उगीहीं।
    मइँ बादरन क आदेस देब कि उ सबइ हुवाँ न बरिसइँ।”

सर्वसक्तीसाली यहोवा क अंगूरे क बगीचा इस्राएल क रास्ट्र अहइ, अउर अंगूरन क बेलन यहूदा क राजा अहइँ।

यहोवा निआव क आसा किहे रहा,
    किन्तु हुवाँ हत्तिरा दबदबा रही।
यहोवा निस्पच्छता क आसा किहस,
    किन्तु हुवाँ बस मदद माँगइवालन क रोना रहा जेनके संग जुल्म कीन्ह गवा रहा।

सराप ओनका जउन मकान दर मकान लेत ही चला जात हीं अउर एक खेत क पाछे दूसर खेत अउर दूसर क पाछे तीसर खेत तब तलक घेरत ही चला जात हीं जब तलक कउनो अउर बरे कछू भी जगह नाहीं बची रहत। अइसे लोगन क इ भूइँया मँ अकेले ही रहइ पड़ी। सर्वसक्तीसाली यहोवा क मइँ मोहसे इ कहत भए सुना ह, “अब लखा हुवाँ बहोत सारे भवन अहइँ किन्तु मइँ तोहसे कसम लइके कहत हउँ कि उ सब सबहिं भवन नस्ट कइ दीन्ह जइहीं। अबहिं हुवाँ बड़के बड़के भव्य भवन अहइँ किन्तु उ सबइ भवन उजड़ जइहीं। 10 उ समय दस एकड़ भुइँया क अंगूरन स एक ही बेरल दाखरस तइयार होइ, अउर दस बोरी बिअन स एक बोरी अनाज पइदा होइ।”

11 तू पचन्क धिक्कार अहइ, तू लोग अलख भिन्सारे उठत ह अउर अब सराब पिअइ क ताक मँ रहत ह। राति क देर तलक जागत भए दाखरस पिअके धुत होत अहा। 12 तू आपन प्रतिभोज मँ दाखरस पीअत ह अउर वीणा, ढोल, बाँसुरी अउर अइसे ही दूसर बाजन यत्रं स संगीत सुनत ह तू पचे ओन बातन पइ दृस्टि नाहीं डउत्या जेनका यहोवा किहस ह! तू उ चिजियन क भी नाहीं लखेस ह जेका यहोवा आपन हाथन स बनाएस ह। ऍह बरे तू लोगन बरे इ बहोत बुरा होइ।

13 यहोवा कहत ह, “मोरे लोगन क बंदी बनाइके कैदी क रूप मँ लइ जावा जाइ, काहेकि उ पचे मोका नाहीं जानतेन। अउ महत्वपूर्ण लोग भूख स झूझत रही। अउर आम लोग बहोत पियासा होइ जइहीं। 14 फुन ओनकर मउत होइ जाइ अउर सियोल, जियादा स जियादा लोगन क निगलि जाइ। मउत क उ प्रदेस आपन असीम मुँह पसारी अउर उ पचे सबहिं महत्वपूर्ण अउर साधारण लोग अउर हुल्लड़ मचावत उ पचे सबहिं खुसियन मनावत अउर सियोल मँ धँसि जइहीं।”

15 ओन लोगन क नीच देखाँवा जाइ। उ सबइ बड़के लोग आपन मूँड़ नीचे लटकाए धरती कइँती लखिहीं। 16 सर्वसक्तीसाली यहोवा निआव क संग निर्णय देइ, अउर लोग जान लेइहीं कि उ महान अहइ। पवित्तर परमेस्सर ओन बातन क करी जउन उचित अहइँ, अउर लोग ओका आदर देइहीं। 17 इस्राएल क लोगन स परमेस्सर ओनका आपन देस छोड़वाइ देइ। धरती वीरान होइ जाइ। भेड़िन जहाँ चइहीं, चली जइहीं। उ धरती जउन कबहुँ धनवान लोगन क रही, ओह पइ भेड़िन घूमा करिहीं।

18 ओन लोगन क बुरा होइ, उ पचे आपन अपराध अउर आपन पापन क आपन पाछे अइसे ढोवत अहइँ जइसे लोग रस्सन स छकड़न हींचत हीं। 19 ओह, तू कहत हीं, “ओका उ हाली करी द्या जे उ करइ बरे जात अहा, ताकि हम एकॉ लख सकत हीं! यहोवा जउन चाहत ह ओका होइ द्या ताकि हम जान सकि कि असल मँ इ का अहइ!”

20 ओन लोगन क बुरा होइ जउन कहा करतेन कि अच्छी बातन बुरी अहइँ, अउर बुरी बातन अच्छी अहइँ। उ सबइ लोग सोचा करत हीं कि प्रकास अँधेरा बाटइ, अउर अँधेरा प्रकास अहइ। ओन लोगन क विचार अहइ कि कड़ुवा, मीठ अहइ अउर मीठ कड़ुवा अहइ। 21 बुरा होइ ओन अभिमानियन क जउन खुद क बहोत चतुर मानत हीं। वे पचे सोचा करत हीं कि उ पचे बहोत बुद्धिमान अहइ। 22 बुरा होइ ओनकर जउन दाखरस पिअइ बरे जाना माना जात हीं। दाखरस क मिस्रन मँ जेनका कुसलता हासिल अहइ। 23 अउर यदि तू पचे ओन लोगन क रिस्वत दइ द्या तउ उ पचे एक अपराधी क भी छोड़ देइहीं। किन्तु उ पचे अच्छे मनई क भी निस्पच्छता स निआव नाहीं होइ देतेन। 24 अइसे लोगन क साथ बुरी बातन घटिहीं। ओनकर सन्तान पूरी तरह वइसे ही बर्बाद होइ जइहीं जइसे घास फूस आगी मँ बारि दीन्ह जात हीं। ओनकर सन्तान उ कंद मूल क तरह नस्ट होइ जइहीं जउन मरिके धूरि बन जात ह। ओनकर सन्तान अइसे बर्बाद कइ दीन्ह जइहीं जइसे आगी फूलन क बारि डावत ह अउर ओकर राखी हवा मँ उड़ि जात ह।

अइसे लोग सर्वसक्तीसाली यहोवा क उपदेसन क पालन करइ स इन्कार कइ दिहन ह। ओ लोग इस्राएल क पवित्तर परमेस्सर क कथन स बइर किहन ह। 25 एह बरे यहोवा आपन लोगन स बहोत जियादा कोहाइ गवा ह। यहोवा आपन हाथ उठाएस अउर ओनका दण्ड दिहस। हिआँ तक कि पर्वत भी डेराइ ग रहेन। गलियन मँ कूड़न क तरह ल्हासन बिछी पड़ी रहिन। किन्तु यहोवा अबहिं भी कोहान अहइ। ओकर हाथ लोगन क दण्ड देइ बरे अबहिं भी उठा भवा बाटइ।

इस्राएल क सजा देइ बरे परमेस्सर फउजन लिआइ

26 लखा! परमेस्सर दूर देसन क लोगन क संकेत देत अहइ। परमेस्सर एक ठु झण्डा उठावत अहइ, अउर ओन लोगन क बोलावइ बरे सीटी बजावत अहइ।

कउनो दूर देस स दुस्मन आवत अहइ। उ दुस्मन हाली ही देस मँ घुसि आइ। उ पचे बड़ी तेजी स अगवा बढ़त अहइँ। 27 दुस्मन कबहुँ थका नाहीं करत या कबहुँ नीचे नाहीं गिरत। दुस्मन कबहुँ न तउ ओंघात ह अउर न ही सोवत ह। ओनकर हथियारन क कमर बंद सदा कसा रहत हीं। ओनकर जूतन क तस्मन कबहुँ टूटतेन नाहीं ह। 28 दुस्मन क बाण पैना अहइँ। ओनकर सबहिं धनुस बाण छोड़इ बरे तइयार अहइँ। ओनकर घोड़न क खुर चट्टानन जइसे कठोर अहइँ। ओनकर रथन क पाछे धूरि क बादर उठा करत हीं।

29 दुस्मन गरजत ह, अउर ओनकर गरजब सेर क दहाड़ क जइसा अहइ। उ ऍतना तीव्र अहइ जेतना जवान सेर क गरजब। दुस्मन जेनके खिलाफ जुद्ध करत अहइ ओनके ऊपर गुर्गत ह अउर ओन पइ झपट पड़त ह। उ ओनका हुवाँ स घसीट लइ आवत ह अउर हुवाँ बचावइवाला कउनो नाहीं होत। किन्तु ओनके बच पावइ क कउनो वजह नाहीं। 30 तउ, उ दिन उ “सिंह” समुद्दर क तरगन क नाई दहाड़न मारी अउर बंदी बनाए गए लोग धरती ताकत रहि जइहीं, अउर फुन हुवाँ अँधेरा अउर दुःख ही रहि जाइ। इ घने बादर मँ समूचइ प्रकास अँधेरा मँ बदलि जाइ।

इब्रनियन 12

परमेस्सर अपने बेटवन क सिधावत ह

12 काहेकि हम साच्छियन क अइसेन एतॅनी बड़ी भीड़ स घिरी भइ अहइ, जउन हमका बिसवास क मतलब का अहइ एकर साच्छी देत ह इही बरे आवा बाधा पहुँचावइवाली हर एक चीज क अउर ओह पाप क जउन सहज इ मँ हमका उलझाइ लेत ह झटकिके फेंका अउर उ दउड़ जउन हमका दउड़इ क बा, आवअ धीरज क साथे ओका दउड़ी। हमार बिसवास क अगुआ अउर ओका पूरा सिद्ध करइवाला। इसू पे आवा हमका दिस्टी हटवाइ न चाही। जे अपने सामने उपस्थित आनन्द क बरे क्रूस क जातना झेलेन, ओकरी लज्जा क कउनउ चिंता नाहीं किहेस अउर परमेस्सर क सिंहासन क दहिने हाथ विराजमान होइ गवा। ओकर धियान करा जे पापियन क अइसेन विरोध एह बरे सहन किहेस ताकि थकिके तोहार मन हार न मानि बइठइ।

परमेस्सर पिता जइसा

पाप क बिरुद्ध आपन संघर्स मँ तोहे सबन क एतॅना नाहीं अड़इ पड़ा रहा कि आपन लहू बहावइ पड़ा होइ। तू उ साहसपूर्ण बचन क भूलि गवा अहा। जउन तोहरे बेटवा नाते सम्बोधित अहइः

“मोर बेटवा, पर्भू क अनुसासन क महत्व को समझइ मँ असफल न ह्वा।
    तिरस्कार जिन करा, ओकरे फटकार क बुरा कबहुँ जिन माना
काहेकि पर्भू ओनका अनुसासन करत ह।
    उ जेनसे पिरेम करत ह।
    अउर जइसेन बेटवा बनाइ लेत अहइ, ओनका दंड भी देत ह।” (A)

कठिनाइ क अनुसासन क रूप मँ सहन करा। परमेस्सर तोहरे साथे अपने बेटवा क समान व्यवहार करत ह। अइसा बेटवा के होइ जउन अपने बाप क द्वारा अऩुसासित न भवा होइ? अगर तोहे अइसेन नाहीं दण्डित कीन्ह गवा होइ जइसेन सबन क दण्ड दीन्ह जात ह तउ तू अपने बाप स पैदा भवा बेटवा नाहीं अहा। तउ सच्चा सन्तान नाहीं अहा। अउर फिन इहउ कि एन सबन क उ बापउ जे हमरे सरीर क जन्म दिहे अहइ, हमका सिधावत अहइ। अउर एकरे बरे हम ओन्हे मान देइ ह तउ फिन हमका आपन आतिमन क बाप क अनुसासन क तउ केतना जियादा अधीन रहत भए जिअत चाही। 10 हमार बाप तउ तनिक समइ मँ जइसा उ नीक समझेस, हमका दंडित किहेस। हमका दण्ड, मुला परमेस्सर हमका हमार भलाइ क बरे दण्डित करत ह, जइसेन हम ओकर पवित्रता क सहभागी होइ सकी। 11 लोगन क जउने समइ सिधावा जात ह, ओह समइ सिधाउब अच्छा नाहीं लागत, बल्कि उ दुखद लागत ह मुला कछू भी होइ, उ जउन एकरे द्वारा सिधावा जाइ चुका बाटेन, ओनके बरे इ आगे चलिके नेकी अउर सान्ति क सुफल प्रदान करत ह।

चेतावनी: कइसे रहा

12 इही बरे आपन कमजोर भुजा अउर कमजोर घुटनन क सबल बनावा। 13 अपने गोड़न क बरे रस्ता बनावा तू समतल। तकि जउन लँगड़ा हयेन, उ अपंग नाहीं, वरन चंगा होइ जाइँ।

14 सभन क साथे सान्ति क साथे रहइ क कोसिस करा अउर पवित्तर होइ क बरे हर तरह स प्रयत्नसील रहा, बिना पवित्तरता क कउनउ पर्भू क दर्सन न कइ पाई। 15 इ बात क धियान रखा कि परमेस्सर क अऩुग्रह स कउनो बिमुख न होइ जाइ अउर तोहे कस्ट पहुँचावइ अउर बहुत जने क बिकृत करइ क बरे कड़वी जड़ न फूटि पड़इ। 16 देखा कि कउनउ व्यभिचार न करइ अउर उ एसाव क समान परमेस्सर बिहीन न होइ जाइँ जइसेन सबसे बड़ा बेटवा होइ क नाते उत्तराधिकार पाबइ क अधिकारी रहा मुला जे ओन्हे बस एक जून क खाइ भर क बरे बेचि दिहेस। 17 जइसेन कि तू जनतइ अहा बाद मँ जब उ इ आसीर्बाद क पावई चाहेस तउ ओका अयोग्य ठहरावा गवा। जद्यपि उ रोइ-रोइके बरदान पावइ चाहेस मुला उ अपने किहे क अनकिहे नाहीं कइ पाएस।

18 तू आगी स जलत हुआ एह पर्वत क लगे नाहीं आया जेका छुवा जाइ सकत रहा अउर न तउ अंधकार, बिसाद अउर बवंडर क लगे आया होइ। 19 अउर न तउ तुरही क तेज आवाज अउर कउनउ अइसेन सुर क करीब मँ आया, अउर न बोलत बचन का सुन्या, उ आवाज जेकरे सुने क बाद केउ क सुनइ क जरूरत नाहीं रहत। 20 काहेकि जउन आदेस दीन्ह गवा रहा, उ पचे ओका झेली नाहीं पाएनः “अगर कउनउ पसु तलक उ पर्वत क छुवइ तउ ओहे पे पथराऊ कीन्ह जाई।”(B) 21 उ दृस्य एतना भयभीत कइ डावइवाला रहा कि मूसा तउ कहेस, “मइँ भय स थर-थर काँपत हउँ।”(C)

22 बल्कि तू सिय्योन पर्वत, सजीव परमेस्सर क नगरी, सरगे क यरूसलेम क लगे आइ पहुँचा अहा। तू तउ हजारन-हजार सरगदूतन क आनन्दपूर्ण सभा, 23 परमेस्सर क पहिलौटी क संतानन, जेनके नाउँ सरग मँ लिखा बाटेन, ओनके सभा क लगे पहुँच चुका अहा। तू सबके निआव कर्ता परमेस्सर अउर ओन्हन धर्मात्मा, पूर्ण मनइयन क सबइ आतिमन, 24 अउर एक नवा करार क बीचवा मँ ईसू अउर छिड़का भवा उ लहू स लगे आइ चुका अहा जउ न हाबील क लहू क अपेच्छा अच्छा बचन बोलत ह।

25 धियान रहइ, कि यदि जब परमेस्सर बलत ह ओका सुनइ स जिन करा। जदि उ पचे ओका नकारिके नाहीं बच पाएस जउन ओनकर धरती पे चेतावनी दिहे रहा अगर हम ओनसे मुँह मोड़बइ जउन हमका सरग स चेताउनी देत बा, तउ हम त दण्ड स बिकूलही न बची पउबइ। 26 ओकर बानी ओह समइ धरती क झकझोर दिहे रही मुला अब उ प्रतिज्ञा किहे अहइ, “एक बार फिन न केवल धरती क ही बल्कि आकासे क भी मइँ झकझोर देबइ।”(D) 27 “एक बार फिन” इ सब्द उ हर चीज क ओर इंगित करत भवा जउन हिल गवा बा, जब स उ रचा गवा बा। उ सबइ क नास कइ दीन्ह जाई। केवल उहइ चीजन बचिहीं जउन हिलाई न जाइ सकइँ।

28 अतः काहेकि जब हमका एक अइसेन राज्य मिलत बा, जेका झकझोरा नाहीं जाइ सकत, तउ आवा हम धन्यवादी बनी अउर आदर मिले भए क साथे परमेस्सर क आराधना करी। 29 काहेकि हमार परमेस्सर भस्म कइ डावइवाली एक आग अहइ।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.