M’Cheyne Bible Reading Plan
आतमामन ला परखव
4 हे संगवारीमन हो, हर एक आतमा ऊपर बिसवास झन करव, पर आतमामन ला परखव कि ओमन परमेसर कोति ले अंय कि नइं, काबरकि कतको लबरा अगमजानीमन संसार म निकर आय हवंय। 2 परमेसर के आतमा ला तुमन ए किसम ले पहिचान सकत हव: हर ओ मनखे जऊन ह मान लेथे कि यीसू मसीह ह देहें धारन करके आईस, ओम परमेसर के आतमा हवय; 3 पर हर ओ मनखे जऊन ह यीसू ला नइं मानय, ओम परमेसर के आतमा नइं ए। एह ओ मनखे ए, जऊन म मसीह के बिरोधी के आतमा हवय, जेकर बारे म तुमन सुने हवव कि ओह अवइया हवय, अऊ अब ओह संसार म आ चुके हवय।
4 हे मोर लइकामन हो, तुमन परमेसर के अव अऊ तुमन ए लबरा अगमजानीमन ऊपर जय पाय हवव, काबरकि जऊन ह तुमन म हवय, ओह ओकर ले बड़े अय, जऊन ह संसार म हवय। 5 ओमन संसार के अंय, अऊ एकरसेति ओमन संसार के गोठ गोठियाथें, अऊ संसार ह ओमन के सुनथे। 6 हमन परमेसर के अन। जऊन ह परमेसर ला जानथे, ओह हमर सुनथे, अऊ जऊन ह परमेसर के नो हय, ओह हमर बात ला नइं सुनय। ए किसम ले हमन मनखेमन के पहिचान करथन कि काकर करा सत के आतमा हवय अऊ काकर करा लबारी आतमा हवय।
परमेसर के मया अऊ हमर मया
7 हे संगवारीमन हो, हमन एक-दूसर ले मया करन, काबरकि मया ह परमेसर करा ले आथे। जऊन ह मया करथे, ओह परमेसर ले जनमे हवय, अऊ ओह परमेसर ला जानथे। 8 जऊन ह मया नइं करय, ओह परमेसर ला नइं जानय, काबरकि परमेसर ह मया अय। 9 परमेसर ह ए किसम ले अपन मया ला हमर बीच म परगट करिस: ओह अपन एकलऊता बेटा ला ए संसार म पठोईस, ताकि हमन ला ओकर दुवारा सदाकाल के जिनगी मिलय। 10 मया एम नइं अय कि हमन परमेसर ले मया करेन, पर मया एम हवय कि परमेसर ह हमर ले मया करिस, अऊ अपन बेटा ला पठोईस कि ओह कुरुस म मरे के दुवारा हमर पाप के सजा ला अपन ऊपर ले लेवय। 11 हे संगवारीमन हो, जब परमेसर ह हमर ले अइसने मया करिस, त हमन ला घलो एक-दूसर ले मया करना चाही। 12 परमेसर ला कभू कोनो नइं देखे हवंय; पर यदि हमन एक-दूसर ले मया करन, त परमेसर ह हमन म रहिथे अऊ ओकर मया ह हमन म पूरा हो जाथे।
13 हमन जानथन कि हमन परमेसर म रहिथन अऊ ओह हमन म, काबरकि ओह अपन आतमा हमन ला दे हवय। 14 अऊ हमन देख घलो डारेन अऊ गवाही देवत हन कि परमेसर ददा ह अपन बेटा ला संसार के उद्धार करइया के रूप म पठोय हवय। 15 कहूं कोनो ए मान लेथे कि यीसू ह परमेसर के बेटा अय, त परमेसर ह ओम रहिथे अऊ ओह परमेसर म। 16 अऊ हमन जानथन अऊ बिसवास करथन कि परमेसर ह हमन ला मया करथे।
परमेसर ह मया अय। जऊन ह मया करते रहिथे, ओह परमेसर म बने रहिथे अऊ परमेसर ह ओम। 17 मया ला हमर बीच म पूरा करे गीस, ताकि हमन ला नियाय के दिन भरोसा होवय कि ए संसार म हमन वइसने जिनगी जीये हवन, जइसने यीसू ह जीये रिहिस। 18 मया म डर नइं होवय। पर सही के मया ह डर ला निकार देथे, काबरकि डर के संबंध, सजा के संग होथे। जऊन ह डरथे, ओम सही के मया नइं ए।
19 हमन एकरसेति मया करथन, काबरकि पहिली परमेसर ह हमर ले मया करिस। 20 कहूं कोनो ए कहिथे, “मेंह परमेसर ले मया करथंव,” अऊ ओह अपन भाई ले बईरता रखथे, त ओह लबरा अय। काबरकि जऊन ह अपन ओ भाई ले मया नइं करय, जऊन ला ओह देखे हवय, त ओह परमेसर ले मया नइं कर सकय, जऊन ला ओह देखे नइं हवय। 21 अऊ परमेसर ह हमन ला, ए हुकूम दे हवय: जऊन ह परमेसर ले मया करथे, ओला अपन भाई ले घलो मया करना जरूरी अय।
लगान लेवइया – जक्कई
19 यीसू ह यरीहो सहर म ले होके जावत रिहिस। 2 उहां जक्कई नांव के एक मनखे रहय। ओह लगान लेवइयामन के मुखिया रहय अऊ धनी मनखे रहय। 3 ओह ए देखे चाहत रहय कि यीसू ह कोन ए, पर बुटरा होय के कारन भीड़ के मारे ओह यीसू ला नइं देखे सकत रिहिस। 4 एकरसेति ओह भीड़ के आघू दऊड़िस अऊ यीसू ला देखे बर एक ठन डूमर के रूख म चघ गीस, काबरकि यीसू ह ओही डहार म आवत रहय।
5 जब यीसू ह ओ जगह म हबरिस, त ओह ऊपर देखिस अऊ जक्कई ला कहिस, “हे जक्कई, तुरते खाल्हे उतर आ काबरकि आज मोला तोर घर म रूकना जरूरी ए।” 6 ओह तुरते खाल्हे उतरिस अऊ खुस होके यीसू ला अपन घर ले गीस।
7 एला देखके जम्मो मनखेमन कुड़कुड़ाय लगिन अऊ कहिन, “यीसू ह एक पापी मनखे के घर म पहुना होय बर गे हवय।”
8 पर जक्कई ह ठाढ़ होईस अऊ परभू ला कहिस, “हे परभू, अब मेंह अपन आधा संपत्ति गरीबमन ला देवत हवंव, अऊ यदि मेंह काकरो ले कुछू ठगके ले हवंव, त मेंह ओकर चार गुना लहुंटाहूं।”
9 यीसू ह ओला कहिस, “आज परमेसर ह ए मनखे अऊ एकर परिवार ला उद्धार दे हवय, काबरकि ए मनखे ह घलो अब्राहम के एक संतान ए। 10 मनखे के बेटा ह एकर सहीं गंवायमन ला खोजे बर अऊ ओमन के उद्धार करे बर आय हवय।”
दस ठन सोन के सिक्का के पटंतर
(मत्ती 25:14-30)
11 जब मनखेमन ए बात ला सुनत रहंय, तब यीसू ह ओमन ला एक पटंतर कहिस, काबरकि ओह यरूसलेम सहर के लकठा म हबर गे रिहिस अऊ मनखेमन सोचत रहंय कि परमेसर के राज ह तुरते सुरू होवइया हवय। 12 एकरसेति ओह कहिस, “एक ऊंच कुल के मनखे ह एक बहुंत दूरिहा देस ला गीस कि ओह उहां राजपद पावय अऊ फेर लहुंटके आवय। 13 जाय के पहिली, ओह अपन दस झन सेवक ला बलाईस अऊ ओमन ला दस ठन सोन के सिक्का देके कहिस, ‘मोर वापिस लहुंटत तक ए पईसा ले लेन-देन करत रहव।’
14 पर ओ देस के मनखेमन ओला बिलकुल ही पसंद नइं करत रिहिन, एकरसेति ओमन कुछू झन ला ओकर पाछू ए कहे बर पठोईन, ‘हमन नइं चाहत हवन कि ए मनखे ह हमर राजा बनय।’
15 तभो ले, ओह राजा बनाय गीस अऊ फेर घर लहुंटिस। तब ओह जऊन सेवकमन ला पईसा दे रिहिस, ओमन ला बलाईस अऊ ए जाने चाहिस कि ओमन कतेक कमाय हवंय।
16 पहिली सेवक ह आईस अऊ कहिस, ‘मालिक, तोर दिये सोन के सिक्का ले मेंह दस ठन अऊ सोन के सिक्का कमाय हवंव।’
17 ओकर मालिक ह कहिस, ‘बहुंत बने करय। तेंह बने सेवक अस, काबरकि तेंह थोरकन चीज म ईमानदार रहय, मेंह तोला दस ठन सहर के अधिकारी बनावत हंव।’
18 दूसरा सेवक ह आईस अऊ कहिस, ‘मालिक, तोर दिये सिक्का ले मेंह पांच ठन अऊ सोन के सिक्का कमाय हवंव।’
19 ओकर मालिक ह कहिस, ‘मेंह तोला पांच ठन सहर के अधिकारी बनावत हंव।’
20 तब एक दूसर सेवक आईस अऊ कहिस, ‘मालिक, ए हवय तोर सोन के सिक्का, मेंह एला एक ठन कपड़ा के टुकड़ा म छुपा के रखे रहेंव। 21 मेंह तोर ले डरत रहेंव, काबरकि तेंह एक कठोर मनखे अस। तेंह ओला ले लेथस, जऊन ह तोर नो हय, अऊ जऊन ला तेंह नइं बोय रहस, ओला लूथस।’
22 ओकर मालिक ह कहिस, ‘हे दुस्ट सेवक! मेंह तोर नियाय तोर कहे बचन के मुताबिक करहूं। तेंह जानत रहय कि मेंह एक कठोर मनखे अंव; मेंह ओला ले लेथंव, जऊन ह मोर नो हय, अऊ ओला लू लेथंव, जऊन ला मेंह नइं बोय रहंव। 23 तब तेंह मोर पईसा ला बैंक म काबर जमा नइं कर देवय, ताकि वापिस आके मेंह एला बियाज सहित ले लेतेंव?’
24 तब जऊन मन उहां ठाढ़े रिहिन, ओमन ला ओह कहिस, ‘एकर ले सोन के सिक्का ला ले लेवव अऊ एला ओ सेवक ला दे देवव, जेकर करा दस ठन सिक्का हवय।’ 25 ओमन कहिन, ‘हे मालिक, ओकर करा तो आघू ले दस ठन सिक्का हवय।’
26 ओह जबाब देवत कहिस, ‘मेंह तुमन ले कहत हंव कि हर एक झन जेकर करा हवय, ओला अऊ दिये जाही, पर जेकर करा नइं ए, ओकर ले ओ चीज घलो ले लिये जाही, जऊन ह ओकर करा बांचे हवय। 27 पर मोर ओ बईरीमन ला इहां लानव, जऊन मन नइं चाहत रिहिन कि मेंह ओमन के राजा बनंव अऊ ओमन ला मोर आघू म मार डारव।’ ”
बिजय उल्लास के संग यीसू के यरूसलेम म परवेस
(मत्ती 21:1-11; मरकुस 11:1-11; यूहन्ना 12:12-19)
28 जब यीसू ह ए कह चुकिस, त ओह यरूसलेम कोति ओमन के आघू-आघू गीस। 29 जब यीसू ह जैतून पहाड़ करा बैतफगे अऊ बैतनियाह गांव के लकठा म आईस, त ओह अपन चेलामन ले दू झन ला ए कहिके पठोईस, 30 “अपन आघू के गांव म जावव, अऊ जइसने तुमन गांव म हबरहू, तुमन ला उहां एक ठन गदही के बछरू मिलही, जेकर ऊपर कभू कोनो सवारी नइं करे हवंय। ओला ढीलके इहां ले आवव। 31 कहूं कोनो तुम्हर ले पुछय, ‘एला काबर ढीलत हवव?’ त ओला कहव, ‘परभू ला एकर जरूरत हवय।’ ”
32 जऊन चेलामन यीसू के दुवारा पठोय गे रिहिन, ओमन उहां जाके वइसनेच पाईन, जइसने यीसू ह ओमन ला कहे रिहिस। 33 जब ओमन गदही के बछरू ला ढीलत रिहिन, त ओकर मालिकमन ओमन ले पुछिन, “तुमन ए गदही के बछरू ला काबर ढीलत हवव?”
34 ओमन कहिन, “परभू ला एकर जरूरत हवय।”
35 ओमन गदही के बछरू ला यीसू करा लानिन। तब ओमन अपन ओन्ढामन ला गदही के बछरू ऊपर डालिन अऊ यीसू ला ओकर ऊपर बईठा दीन। 36 जब यीसू ह गदही के बछरू म बईठके जावत रिहिस, त मनखेमन अपन ओन्ढा ला सड़क म दसावत जावत रहंय।
37 जब यीसू ह ओ जगह के लकठा म आईस, जिहां सड़क ह खाल्हे जैतून पहाड़ कोति जावत रिहिस, त ओकर चेलामन के जम्मो भीड़ ह आनंद मनाय लगिस अऊ ओमन जऊन चमतकार के काम देखे रिहिन, ओकर सेति चिचिया-चिचियाके परमेसर के महिमा करके कहिन:
38 “धइन ए ओ राजा, जऊन ह परभू के नांव म आथे![a] स्वरग म सांति अऊ परमेसर के महिमा होवय।”
39 भीड़ म के कुछू फरीसीमन यीसू ला कहिन, “हे गुरू! अपन चेलामन ला दबकार।”
40 यीसू ह कहिस, “मेंह तुमन ला कहत हंव कि यदि एमन चुप रहिहीं, त पथरामन चिचिया उठहीं।”
41 जब यीसू ह यरूसलेम सहर के लकठा म आईस, त ओह सहर ला देखके रोईस, 42 अऊ कहिस, “बने होतिस कि कहूं तेंह आज के दिन सिरिप ए जान गे रहितय कि का बात म तोला सांति मिलही। पर अब ओ चीजमन तोर आंखी ले छिपाय गे हवंय।
43 ओ समय ह तोर ऊपर आही, जब तोर बईरीमन तोर चारों अंग घेरा बनाहीं अऊ तोला घेरहीं अऊ तोला जम्मो कोति ले बंद कर दिहीं। 44 ओमन तोला अऊ तोर घेरा के भीतर रहइया मनखेमन ला पूरापूरी नास कर दिहीं; ओमन एको ठन पथरा ला अपन जगह म नइं छोड़हीं, काबरकि तेंह ओ समय ला नइं चिनहय, जब परमेसर ह तोर करा आईस।”
यीसू ह मंदिर म
(मत्ती 21:12-17; मरकुस 11:15-19; यूहन्ना 2:13-22)
45 तब यीसू ह मंदिर म गीस अऊ ओमन ला निकारे के सुरू करिस, जऊन मन उहां सामान बेचत रिहिन, 46 अऊ ओह ओमन ला कहिस, “परमेसर के बचन म ए लिखे हवय, ‘मोर घर ह पराथना के घर होही।’ पर तुमन एला डाकूमन के अड्डा बना ले हवव।”[b]
47 यीसू ह हर दिन मंदिर म उपदेस करत रिहिस। अऊ मुखिया पुरोहित, कानून के गुरू अऊ मनखे मन के अगुवामन ओला मार डारे के कोसिस करत रिहिन। 48 पर ओमन ला अइसने करे बर कोनो उपाय नइं मिलिस, काबरकि जम्मो मनखेमन बड़े लगन से यीसू के बात ला सुनंय।
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