M’Cheyne Bible Reading Plan
धनवानमन ला चेतउनी
5 हे धनवान मनखेमन, मोर बात ला सुनव; तुमन अपन ऊपर अवइया बिपत के कारन गोहार पारके रोवव। 2 तुम्हर धन-दौलत ह सड़ गे हवय अऊ तुम्हर कपड़ामन ला कीरा खा गे हवय। 3 तुम्हर सोना-चांदी म जंक लग गे हवय, अऊ ए जंक ह तुम्हर बिरोध म गवाही दिही कि तुमन कतेक लालची अव अऊ एमन तुम्हर कठोर सजा के कारन बनहीं। तुमन संसार के आखिरी समय म धन बटोरे हवव। 4 देखव, जऊन बनिहारमन तुम्हर खेत के फसल ला लुईन, ओमन के बनी ला तुमन धोखा देके रख ले हवव, एकरसेति ओमन रोवत हवंय; अऊ ओमन के रोवई ह सर्वसक्तिमान परभू के कान तक पहुंच गे हवय। 5 तुमन धरती म भोग-बिलास अऊ सुख के जिनगी बिताय हवव। तुमन बध होय के दिन खातिर अपन-आप ला मोटा-ताजा कर ले हवव। 6 तुमन धरमी मनखेमन ऊपर दोस लगाके ओमन ला मार डारेव। ओमन तुम्हर बिरोध नइं करत रिहिन।
धीरज अऊ पराथना
7 एकरसेति, हे भाईमन, परभू यीसू के लहुंटके आवत तक ले धीरज धरे रहव। देखव, किसान ह कइसने खेत के कीमती फसल के बाट जोहथे अऊ कइसने पहिली अऊ आखिरी बरसा होवत तक धीरज धरे रहिथे। 8 तुमन घलो धीरज धरव, अऊ अपन हिरदय ला मजबूत करव, काबरकि परभू के अवई लकठा म हवय। 9 हे भाईमन, एक दूसर ऊपर दोस झन लगावव ताकि परमेसर तुमन ला दोसी झन ठहिरावय। देखव, मसीह ह नियाय करे बर बहुंत जल्दी अवइया हवय। ओह दुवारी म ठाढ़े हे सहीं समझव।
10 हे भाईमन, ओ अगमजानीमन ला सुरता करव, जऊन मन परभू परमेसर के नांव म तुम्हर ले गोठियाईन। दुःख के बेरा म ओमन जऊन धीरज धरिन, ओला एक उदाहरन के रूप म लेवव। 11 जइसने कि तुमन जानत हव कि धीरज धरइयामन ला हमन आसिसित मनखे समझथन। तुमन अय्यूब के धीरज के बारे म तो सुने हवव अऊ परभू परमेसर ह कइसने ओकर धीरज के परतिफल दीस, ओला घलो जानत हव। परभू परमेसर ह अब्बड़ दयालु अऊ किरपालू अय।
12 हे मोर भाईमन, जम्मो ले बड़े बात ए अय कि कोनो बात म, तुमन कसम झन खावव – न स्वरग के, न धरती के, अऊ न कोनो आने चीज के। पर तुम्हर गोठ ह “हां” के “हां”, अऊ “नइं” के “नइं” होवय, ताकि तुमन दंड के भागीदार झन होवव।
बिसवास के पराथना
13 कहूं तुमन म कोनो दुःखी हवय, त ओह पराथना करय, अऊ कहूं कोनो खुस हवय, त ओह परभू के भजन गावय। 14 कहूं तुमन म कोनो बेमार हवय, त ओह कलीसिया के अगुवामन ला बलावय कि ओमन परभू के नांव म ओकर ऊपर तेल लगाके ओकर बर पराथना करंय। 15 अऊ बिसवास के पराथना ले बेमरहा ह बने हो जाही, अऊ परभू ह ओला ठाढ़ कर दिही। अऊ कहूं ओह पाप घलो करे होही, त ओकर छेमा हो जाही। 16 एकरसेति, तुमन एक-दूसर के आघू म अपन-अपन पाप ला मान लेवव; अऊ एक-दूसर बर पराथना करव, ताकि तुम्हर बेमारी ह ठीक हो जावय। धरमी मनखे के पराथना ह सक्तिसाली अऊ परभावी होथे।
17 एलियाह घलो हमरेच सहीं दुःख-सुख भोगी मनखे रिहिस। ओह गिड़गिड़ाके पराथना करिस कि पानी झन बरसय, अऊ साढ़े तीन बछर तक ले धरती म पानी नइं गिरिस। 18 तब ओह फेर पराथना करिस कि बरसा होवय, त अकास ले बरसा होईस, अऊ भुइयां म फेर फसल होईस। 19 हे मोर भाईमन, कहूं तुमन ले कोनो सत के रसता ले भटक जावय, अऊ कोनो ओला सही रसता म वापिस ले आवय, 20 त एला जान लेवव कि जऊन कोनो भटके पापी ला सही रसता म लानही, ओह ओकर परान ला मिरतू ले बचाही, अऊ बहुंते पाप के छेमा के कारन बनही।
सेना के अधिकारी के बिसवास
(मत्ती 8:5-13)
7 जब यीसू ह मनखेमन ला ए जम्मो बात कह चुकिस, तब ओह कफरनहूम सहर म गीस। 2 उहां सेना के अधिकारी के एक सेवक ह बेमारी ले मरइयाच रहय। ओ सेवक ला सेना के अधिकारी ह बहुंत मया करय। 3 सेना के अधिकारी ह यीसू के बारे म सुनिस अऊ यहूदीमन के कुछू अगुवामन ला ओकर करा ए बिनती के संग पठोईस कि ओह आके ओकर सेवक ला बेमारी ले चंगा करय। 4 जब ओमन यीसू करा आईन, त बहुंत बिनती करके ओकर ले कहिन, “ओ अधिकारी ह एकर काबिल अय कि तेंह ओकर बर एला कर, 5 काबरकि ओह हमर यहूदी मनखेमन ले मया करथे अऊ हमर सभा घर ला बनवाय हवय।”
6 एकरसेति यीसू ह ओमन के संग गीस। पर जब यीसू ह ओकर घर के लकठा म हबरेच रिहिस, तभे सेना के अधिकारी ह अपन संगवारीमन के हांथ म ओकर करा ए खबर पठोईस, “हे परभू, अपन-आप ला तकलीफ झन दे, काबरकि मेंह एकर काबिल नो हंव कि तेंह मोर घर म आ। 7 एकरे कारन मेंह अपन-आप ला ए काबिल नइं समझेंव कि तोर करा आवंव। पर सिरिप अपन मुहूं ले कहि दे, त मोर सेवक ह चंगा हो जाही। 8 काबरकि मेंह खुद हाकिम के अधीन म हवंव अऊ सैनिकमन मोर अधीन म हवंय। मेंह एक झन ला कहिथंव, ‘जा’, त ओह जाथे अऊ दूसर ला कहिथंव, ‘आ’, त ओह आथे। मेंह अपन सेवक ला कहिथंव, ‘एला कर, त ओला करथे।’ ”
9 जब यीसू ह ए बात ला सुनिस, त ओह अचम्भो करिस, अऊ अपन पाछू-पाछू आवत भीड़ कोति मुहूं करके कहिस, “मेंह तुमन ला कहत हंव, इसरायल म घलो मेंह अइसने बड़े बिसवास नइं पाएंव।” 10 तब जऊन मनखेमन ला पठोय गे रिहिस, ओमन घर लहुंटिन अऊ देखिन कि सेवक ह बने हो गे रहय।
यीसू ह बिधवा के मरे बेटा ला जियाथे
11 एकर बाद, यीसू ह नाइन नांव के एक सहर म गीस, अऊ ओकर संग ओकर चेलामन अऊ एक बड़े भीड़ घलो गीस। 12 जब यीसू ह सहर म जाय के दुवारी करा हबरिस, त देखिस कि मनखेमन एक मुरदा ला बाहिर ले जावत रहंय। ओह अपन दाई के एके झन बेटा रिहिस, अऊ ओकर दाई ह बिधवा रिहिस। सहर के मनखेमन के एक बड़े भीड़ ओ बिधवा के संग रिहिस। 13 जब परभू ह ओला देखिस, त ओला ओकर ऊपर अब्बड़ दया आईस अऊ ओह ओला कहिस, “झन रो।”
14 तब यीसू ह आके अरथी ला छुईस, अऊ अरथी ला कंधा देवइयामन ठाढ़ हो गीन। यीसू ह कहिस, “हे जवान! मेंह तोला कहत हंव, उठ।” 15 मरे मनखे ह उठ बईठिस अऊ गोठियाय लगिस, अऊ यीसू ह ओला ओकर दाई ला दे दीस।
16 ओ जम्मो झन ऊपर डर छा गे, अऊ ओमन परमेसर के महिमा करके कहिन, “हमर बीच म एक महान अगमजानी ह परगट होय हवय। परमेसर ह अपन मनखेमन के मदद करे बर आय हवय।” 17 यीसू के बारे म ए समाचार जम्मो यहूदिया प्रदेस अऊ आस-पास के इलाका म फइल गीस।
यीसू अऊ यूहन्ना बतिसमा देवइया
(मत्ती 11:2-19)
18 यूहन्ना बतिसमा देवइया के चेलामन ओला ए जम्मो बात बताईन। 19 तब यूहन्ना बतिसमा देवइया अपन चेलामन के दू झन ला बलाईस अऊ ओमन ला परभू करा ए पुछे बर पठोईस, “का तेंह ओही अस, जऊन ह अवइया रिहिस या फेर हमन कोनो आने के बाट जोहन?”
20 जब ओ मनखेमन यीसू करा आईन, त ओमन कहिन, “यूहन्ना बतिसमा देवइया ह हमन ला तोर करा ए पुछे बर पठोय हवय, ‘का तेंह ओही अस, जऊन ह अवइया रिहिस या फेर हमन कोनो आने के बाट जोहन?’ ”
21 ओही बेरा यीसू ह बहुंत मनखेमन ला बेमारी, पीरा अऊ परेत आतमामन ले बने करिस अऊ कतको अंधरामन ला आंखी दीस। 22 तब यीसू ह यूहन्ना के मनखेमन ला कहिस, “जऊन कुछू तुमन देखे अऊ सुने हवव, जाके यूहन्ना ला बतावव। अंधरामन देखथें, खोरवामन चलथें, कोढ़ीमन ठीक हो जाथें, भैंरामन सुनथें, मुरदामन जीयाय जाथें, अऊ गरीब मनखेमन ला सुघर संदेस के परचार करे जाथे। 23 धइन ए ओ, जेकर बिसवास ह मोर ऊपर बने रहिथे।”
24 यूहन्ना के संदेसियामन के जाय के बाद, यीसू ह मनखेमन ला यूहन्ना के बारे म बताय लगिस, “जब तुमन निरजन प्रदेस म यूहन्ना करा गे रहेव, त का देखे बर गे रहेव? का हवा म डोलत एक बड़े घांस के पौधा ला? 25 यदि नइं, त फेर तुमन का देखे बर गे रहेव? का सुघर कपड़ा पहिरे एक मनखे ला? देखव, जऊन मन महंगा कपड़ा पहिरथें अऊ भोग-बिलास म जिनगी बिताथें, ओमन महल म रहिथें। 26 पर तुमन का देखे बर गे रहेव? एक अगमजानी ला? हव! मेंह तुमन ला कहत हंव – तुमन एक अगमजानी ले घलो बड़े मनखे ला देखेव। 27 एह ओ अय, जेकर बारे म परमेसर के बचन म लिखे हवय:
‘देख, मेंह अपन संदेसिया ला तोर आघू पठोवत हंव,
जऊन ह तोर आघू तोर रसता तियार करही।’[a]
28 मेंह तुमन ला बतावत हंव, जऊन मन माईलोगनमन ले जनमे हवंय, ओमन म यूहन्ना ले बड़े कोनो नो हंय; पर जऊन ह परमेसर के राज म सबले छोटे अय, ओह यूहन्ना ले घलो बड़े अय।”
29 (जम्मो मनखेमन, इहां तक कि लगान लेवइयामन घलो जब यीसू के बात ला सुनिन, त ओमन यूहन्ना ले बतिसमा लेके परमेसर के रसता ला सही मान लीन। 30 पर फरीसी अऊ कानून के जानकारमन परमेसर के मनसा ला अपन बर स्वीकार नइं करिन, काबरकि ओमन यूहन्ना के बतिसमा नइं लीन।)
31 यीसू ह फेर कहिस, “तब मेंह ए पीढ़ी के मनखेमन के तुलना काकर ले करंव? एमन काकर सहीं अंय? 32 एमन ओ लइकामन सहीं अंय, जऊन मन हाट-बजार म बईठके एक-दूसर ला कहिथें,
‘हमन तुम्हर बर बांसुरी बजाएन,
अऊ तुमन नइं नाचेव;
हमन बिलाप करेन,
अऊ तुमन नइं रोएव।’
33 यूहन्ना बतिसमा देवइया ह आईस, जऊन ह न रोटी खाथे अऊ न ही मंद पीथे, अऊ तुमन कहिथव, ‘ओम परेत आतमा हवय।’ 34 मनखे के बेटा ह आईस, जऊन ह खाथे अऊ पीथे, अऊ तुमन कहिथव, ‘देखव, ओह पेटहा अऊ पियक्कड़ अय, अऊ लगान लेवइया अऊ पापी मन के संगवारी अय।’ 35 पर परमेसर के बुद्धि ह ओकर जम्मो लइकामन के दुवारा सही ठहराय गे हवय।”
एक पापिन माईलोगन के दुवारा यीसू के अभिसेक
36 एक फरीसी मनखे यीसू ला अपन संग खाना खाय बर बलाईस। यीसू ह ओ फरीसी के घर म गीस अऊ खाना खाय बर बईठिस। 37 ओ सहर के एक माईलोगन ला, जऊन ह पापमय जिनगी बिताय रिहिस, ए पता चलिस कि यीसू ह ओ फरीसी के घर म खाना खावत हे, त ओह एक संगमरमर के बरतन म इतर तेल लेके आईस, 38 अऊ ओह यीसू के पाछू ओकर गोड़ करा रोवत ठाढ़ हो गीस अऊ अपन आंसू ले ओकर गोड़मन ला भिगोय लगिस अऊ ओह अपन मुड़ के चुंदी ले ओमन ला पोंछिस अऊ ओकर गोड़मन ला चूमिस अऊ ओम इतर तेल ला ढारिस।
39 एला देखके, ओ फरीसी जऊन ह यीसू ला खाय बर बलाय रिहिस, अपन मन म कहिस, “कहूं ए मनखे ह अगमजानी होतिस, त जान लेतिस कि ओला कोन छुवत हवय अऊ ओह का किसम के माईलोगन ए। ओह तो एक पापिन अय।”
40 तब यीसू ह ओला जबाब देवत कहिस, “हे सिमोन, मोला तोर ले कुछू कहना हे।”
ओह कहिस, “हे गुरू, कह।”
41 यीसू ह कहिस, “दू झन मनखे एक महाजन के कर्जा लगत रिहिन। एक झन ओकर पांच सौ दीनार लगत रिहिस अऊ दूसर झन पचास दीनार[b]। 42 ओ दूनों म के काकरो करा कर्जा पटाय बर पईसा नइं रिहिस, त महाजन ह ओ दूनों के कर्जा ला माफ कर दीस। तब ओ दूनों म ले कोन ह महाजन ले जादा मया करही?”
43 सिमोन ह जबाब दीस, “मोर समझ म ओह, जेकर जादा कर्जा माफ करे गीस।”
यीसू ह कहिस, “तेंह सही कहय।”
44 तब यीसू ह ओ माईलोगन कोति अपन मुहूं ला करके सिमोन ला कहिस, “का तेंह ए माईलोगन ला देखत हस? मेंह तोर घर म आएंव, अऊ तेंह मोर गोड़ धोय बर पानी नइं देय, पर ए माईलोगन ह अपन आंसू ले मोर गोड़मन ला भिगोईस अऊ अपन चुंदी ले ओमन ला पोंछिस। 45 तेंह मोला नइं चूमे, पर जब ले मेंह इहां आय हवंव, तब ले एह मोर गोड़ ला चूमत हवय। 46 तेंह मोर मुड़ म चुपरे बर कोनो तेल नइं देय, पर एह मोर गोड़मन म इतर तेल चुपरे हवय। 47 एकरसेति मेंह तोला कहत हंव, ओकर बहुंत पाप छेमा करे गे हवय; ए बात ह ओकर बहुंत मया ले साबित होवत हे। पर जेकर थोरकन छेमा करे गीस, ओह थोरकन मया करथे।”
48 तब यीसू ह ओ माईलोगन ले कहिस, “तोर पाप छेमा हो गीस।”
49 तब जऊन मन यीसू के संग खाय बर बईठे रिहिन, ओमन अपन बीच म कहे लगिन, “एह कोन ए, जऊन ह पाप ला घलो छेमा करथे।”
50 यीसू ह ओ माईलोगन ले कहिस, “तोर बिसवास ह तोर उद्धार करे हवय, सांति म जा।”
Copyright: New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी) Copyright © 2012, 2016 by Biblica, Inc.® All rights reserved worldwide.