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सबसे पिरेम कर
7 पिआरे बन्धुअन, मइँ तोहका कउनो नई हुकुमन नाहीं लिखत अहउँ, इ तउ एक सनातनी हुकुम अहइ, जउन तोहका सुरूआतइ मँ दइ दीन्ह गइ रही। इ पुरानी हुकुम उ उपदेस अहइ जेका तू सुन चुका अहा। 8 मइँ तोहका अउर दुसर नया हुकुम लिखत अहउँ। इ बात की सच्चाई ईसू क जीवन मँ अउर तोहरे जिन्दगी मँ उजागर भइ अहइ, काहेकि अँधियारा खतम होत अहइ अउर ज्योति चमकत अहइ।
9 जउन मनई कहत ह, “उ ज्योति मँ स्थित अहउँ।” अउर तबहूँ अपने भाई स नफरत करत ह, तउ उ अबहिं भी उ अंधेर मँ बना अहइ। 10 जउन अपने भाई स पिरेम करत ह, ज्योति मँ बना रहत ह। ओकरे जिन्दगी मँ अइसी कउनो चीज नाहीं अहइ, जउने स उ ठोकर खाइ। 11 मुला जउन मनई अपने भाई स नफरत करत ह, उ अंधेरे मँ अहइ। उ अंधेरे स भरा जीवन जिअत अहइ। ओका पता नाहीं अहइ कि उ कहाँ जात अहइ, काहेकि अंधेरा ओका आंधर बनाइ दिहे अहइ।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.