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Chronological

Read the Bible in the chronological order in which its stories and events occurred.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
नहेमायाह 8-10

एज्रा क जरिये व्यवस्था विधान क बाँचा जाब

फुन इस्राएल क सबहिं लोग आपस मँ एकट्ठे भएन। उ पचे सबहिं एक रहेन अउर इ तरह एकमत रहेन जइसे माना उ पचे एक मनई होइँ। जल दुआर क समन्वा क खुले चौक मँ उ पचे आपुस मँ मिलेन। उ पचे लिपिक एज्रा स मूसा क व्यवस्था क किताब क लिआवइ बरे कहेन। इ उहइ व्यवस्था क विधान अहइ जेका इस्राएल क लोग यहोवा क दिहे रहेन। तउ याजक एज्रा आपस मँ एकट्ठे भएन। ओन लोगन क समन्वा व्यवस्था क विधान क किताब क लइ आवा। उ दिन महीने क पहिली तारीख रही अउर उ महीना बरिस क सातवाँ महीना रहा। उ सभा मँ मनसेधू रहेन, मेहररूअन रहिन, अउर उ पचे सबहिं रहेन जउन बातन क सुन अउर समुझ सकत रहेन। एज्रा भिंसारे क तड़के स लइके दोपहर तलक इ व्यवस्था क विधान क किताबे स पाठ किहा। उ समइ एज्रा क मुँह उ खुले चौक क तरफ रहा जउन जल दुआर क समन्वा पड़त रहा। उ सबहिं मनसेधुअन, मेहररूअन अउ ओन सबहिं लोगन क बरे ओका बाँचेस जउन सुन समुझ सकत रहेन। सबहि लोग व्यवस्था क विधान क सावधानी स सुनेन।

एज्रा काठे क उ ऊँच मंच पइ खड़ा रहा जेका इ बिसेस अवसर क बरे ही बनावा गवा रहा। एज्रा क दाहिन कइँती मत्तित्याह, सेमा, अनायाह, उरिय्याह, हिल्कियाह अउर मासेयाह खड़े रहेन अउर एज्रा क बाई कइँती पदायाह, मीसाएल, मल्कियाह, हासूम, हस्बद्दाना, जकर्याह अउर मसुल्लाम खड़े भए रहेन।

फुन एज्रा उ किताबे क खोलेस। एज्रा सबहि लोगन क देखाई देत रहा काहेकि उ सब लोगन स ऊपर एक ऊँचे मंच पइ खड़ा रहा। एज्रा व्यवस्था क विधान क किताब क जइसे ही खोलेस, सबहि लोग खड़े होइ गएन। एज्रा महान परमेस्सर यहोवा क प्रसंसा किहस अउर सबहि लोग अपने हाथ ऊपर उठावत भए एक सुर मँ कहेन, “आमीन! आमीन!” अउर फुन सबहि लोग आपन मूँडि खाले निहुराइ दिहन अउर धरती पइ दण्डवत करत भए यहोवा क अराधना किहन।

लेवीबंस परिवार समूह क एन मनइयन व्यवस्था क विधान क व्याख्या तब किहेन सबहिं हुवाँ खड़े रहेन। लेवीबंस क ओन लोगन क नाउँ रहेन: येसू, बानी, सेरेब्याह, यामीन, अक्कूब, सब्बतै, होदियाह, मासेयाह, कलिता, अजर्याह, योजबाद, हानान अउ पलायाह। लेवीबंस क एन लोग परमेस्सर क व्यवस्था क विधान क किताब क पाठ किहन। उ पचे ओनकर अइसी स्पस्ट किहेन कि लोग ओका समुझ सकइँ।

एकरे पाछे राज्जपाल नहेमायाह याजक अउ सिच्छक एज्रा अउ लेवीबंस क लोग जउन लोगन क सिच्छा देत रहेन, बोलेन। उ पचे कहेन, “आजु क दिन तोहरे परमेस्सर यहोवा क बिसेस दिन अहइ दुःखी जिन ह्वा, बिलाप जिन करा।” उ पचे अइसा एह बरे कहे रहेन कि लोग व्यवस्था क विधान मँ परमेस्सर क संदेसा सुनत भए रोवइ लगे रहेन।

10 नहेमायाह कहेस, “जा, अउर जाइके उत्तिम भोजन अउ सर्बत क आनन्द ल्या। अउर तनिक खाना अउर सर्बत ओन लोगन क भी द्या जउन कउनो खाना नाहीं बनावत ही। आजु यहोवा क खास दिन अहइँ। दुःखी जिन रहा। काहेकि यहोवा क आनन्द तोहका मज़बूत बनाइ देब।”

11 लेवीबंस परिवार क लोग लोगन क सांत होइ मँ मदद किहन। उ पचे कहेन, “चुप होइ जा, सांत रहा, इ एक बिसेस दिन अहइ। दुखी जिन ह्वा।”

12 एकरे पाछे सबहि लोग खावइ अउर पीवइ बरे चले गएन। उ पचे खइया क ओका दिहेन जेका ओकर जरूरत अहइ। उ पचे बहोत खुस रहेन अउर इ तरह उ पचे उ बिसेस दिन क मनाएन काहेकि उ पचे यहोवा क ओन सिच्छन क समुझ लिहन जेनका ओनका समुझावइ क सिच्छक जतन किया करत रहेन।

13 फुन महीने क दूसरी तारीख क सबहि परिवारन क मुखिया, एज्रा, याजकन अउ लेवीबंसियन, स भेटइ गएन अउर ब्यवस्था क विधान क बचनन क समुझइ क बरे सबहिं लोग सिच्छक एज्रा क घेरिके खड़े होइ गएन।

14 उ पचे समुझिके इ पाएन कि व्यवस्था क विधान मँ इ आदेस दीन्ह गवा ह कि साल क सतएँ महीने मँ इस्राएल क लोगन क एक बिसेस पवित्तर पर्व मनावइ क बरे यरूसलेम जाइ चाही। ओनका चाही कि उ पचे अस्थायी झोपड़ियन बनाइके हुवाँ रहइँ। लोगन क इ आदेस यहोवा मूसा क जरिये दीन्ह रहा। 15 लोगन क चाही रहा कि उ पचे अपने नगरन अउ यरूसलेम स गुजरत भए एन बातन क घोसणा करइँ: “पहाड़ी प्रदेस मँ जा अउर हुवाँ स तरह-तरह क जइतून क बृच्छन क टहनियन लइके आवा। मेंहदी, खजूर अउर छायादार सघन बृच्छन क डारन लिआवा, फुन ओन टहनियन स अस्थायी आवास बनावा। वइसा ही करा जइसा व्यवस्था क विधान बनावत ह।”

16 तउ लोग बाहेर गएन अउर ओन-ओन बृच्छन क टहनियन लइ आएन अउर फुन ओन टहनियन स उ पचे अपने बरे अस्थायी झोपड़ियन बनाइ लिहन। अपने घरे क छतन पइ अउर अपने-अपने अँगनन मँ उ पचे झोपड़ियन डाइ लिहन। उ पचे मन्दिर क आँगन जल-दुआर क निअरे क खुले चौक अउर एप्रैम दुआरे क निअरे झोपडियन बनाइ लिहन। 17 इस्राएल क लोनग क उ समूची टोली जउन बँधुआपन स छूटिके आई रही, आवास बनाइ लिहस अउर उ पचे अपनी बनाई झोपड़ियन मँ रहइ लागेन। नून क पूत यहोसू क समइ स लइके उ दिन तलक इस्राएल क लोग झोपडियन क त्यौहार क कबहुँ इ तरह नाहीं मनाए रहेन। हर मनई आनन्द स मगन रहा।

18 उ पर्व क हर रोज एज्रा ओन लोगन बरे व्यवस्था क बिधान क किताब मँ स पाठ करत रहा। उ पर्व क पहिले दिन स अन्तिम दिन तलक एज्रा ओन लोगन क व्यवस्था क बिधान बाँचिके सुनावत रहा। इस्राएल क लोग सात दिन तलक उ पर्व क मनाएन। फुन व्यवस्था क विधान क मुताबिक अठएँ दिन लोग एक बिसेस सभा क बरे आपुस मँ एकट्ठा भएन।

इस्राएल क लोगन क जरिये अपने पापन क अंगीकार

फुन उहइ महीने क चौबीसवीं तारीख क एक दिन क उपवास क बरे इस्राएल क लोग आपुस मँ एकट्ठे भएन। उ पचे इ देखावइ क बरे कि उ पचे दुःखी अउर बेचैन अहइँ, उ पचे सोक वस्त्र धारण किहन, अपने अपने मूँडन पइ राखी डाएन। उ सबइ लोग जउन इस्राएल मँ जनमा रहेन, उ पचे बाहेर क लोगन स अपने आप क अलग कइ दिहन। इस्राएली लोग खड़े होइके अपने अउर अपने पुरखन क पापन क कबूल किहन। उ सबइ लोग हुवाँ लगभग तीन घण्टे खड़े रहेन अउर उ पचे अपने यहोवा परमेस्सर क व्यवस्था क विधान क किताब क पाठ किहन अउर फुन तीन घण्टे उ पचे यहोवा परमेस्सर क समन्वा आपन मुँड़े क खाले निहुरेन अउर ओकर आराधना किहेन अउर अपने पापन क कबूल किहन।

फुन लेवीबंसी येसू, बानी, कदमीएल, सबन्याह, बुन्नी, सेरेब्याह, बानी अउर कनानी मंच पइ खड़े होइ गएन अउर उ पचे अपने परमेस्सर यहोवा क ऊँच सुर मँ गोहराएन। एकरे पाछे लेवीबंसी येसू, कदमीएल, बानी, हसबन्याह, सेरेब्याह, होदियाह, सबन्याह अउर पतहयाह फुन कहेस। उ पचे बोलेन: “खड़े होइ जा अउर अपने यहोवा परमेस्सर क स्तुति करा। परमेस्सर सदा स जिअत रहा। अउर सदा ही जिअत रही।

“लोगन क चाही कि स्तुति करइँ तोहरे बडकईवाले नाउँ क।
    सबहिं आसीसन अउ सारे गुण गानन स नाउँ ऊपर उठइ तोहार।
तू तउ परमेस्सर अहा।
    यहोवा, बस तू ही परमेस्सर अहा।
अकासे क तू बनाया ह।
    सब स ऊँच अकासन क रचना किहा तू,
अउर जउन कछू अहइ ओनमाँ सब तोहार बनावा अहइ!
    धरती क रचना किहा तू ही,
अउर जउन कछू धरती पइ अहइ।
    सागर क, अउर जउन कछू अहइ सागर मँ।
तू बनाया ह हर कउनो वस्तु क जिन्नगी तू देत ह!
    सितारे सारे अकास क, निहुरत हीं समन्वा तोहरे अउर उपासना करत हीं तोहार।
यहोवा तू ही परमेस्सर अहा।
    तू मोका कसदियन क ऊर जगह स बाहेर निकालेस ह।
तू ओकर नाउँ बदलेस ह
    अउर ओका नाउँ इब्राहीम दिहेस ह।
तू इ लखे रह्या कि उ सच्चा अउर निस्ठावान रहा तोहरे बरे।
    कइ लिहा उ साथ ओकरे वाचा एक ओका देइ क धरती कनान क बचन दिहा तू धरती,
जउन हुवा करत रही हित्तियन क अउर एमोरियन क।
    धरती, जउन हुवा करत रही परिज्जियन, यबूसियन अउर गिर्गासियन क।
मुला बचन दिहा तू उ धरती क देइ क इब्राहीम क संतानन क
    अउर आपन बचन उ पूरा किहा तू काहे? काहेकि तू उत्तिम अहा।
यहोवा लखत रहा तड़पत भए तू हमरे पुरखन क मिस्र मँ।
    गोहरावत मदद क लाल सागर क तट पइ तू ओनका सुने रह्या।
10 फिरौन क तू देखाए रह्या चमत्कार।
    तू हाकिमन क ओकरे अउर ओकरे लोगन क देखाए रह्या अद्भुत करम।
तोहका इ गियान रहा कि सोचा करत रहे मिस्री कि
    उ पचे उत्तिम अहइँ हमरे पुरखन स।
किन्तु साबित कइ दिहा तू कि तू केतना महान अहा।
    अउर अहइ ओकर याद बनी भइ ओनका आजु तलक भी।
11 सामने ओकरे लाल सागर क बाटँ दिहा तू,
    अउर उ पचे पार होइ ग रहेन झुरान धरती पइ चलत भए।
मिस्र क फउजी पाछा करत रहेन ओनका।
    मुला बोर दिहा तू ही रह्या दुस्मन क सागर मँ।
    अउर उ पचे बूड़ गएन सागर मँ जइसे बूड़ जात ह पानी मँ पाथर।
12 मीनार जइसे बादर स दिन मँ ओनका राह तू देखाँया
    अउर आगी क खंभे क प्रयोग कइके राति मँ ओनका तू देखाँया रहा।
मार्ग क तू ओनके इ तरह कइ दिहा ज्योतिर्मय
    अउर देखाइ दिहा ओनका कि कहाँ ओनका जाब अहइ।
13 फुन तू उतर्या सीनै पहाड़ पइ
    अउर अकासे स तू रह्या ओनका सम्बोधित किहा।
उत्तिम विधान दइ दिहा तू ओनका सच्ची सिच्छा क रहा तू दिहा ओनका।
    व्यवस्था क विधान ओनका तू दिहा
    अउर तू दिहा आदेस ओनका बहोत उत्तिम।
14 तू बताया ओनका सबित यानी अपने विस्राम क बिसेस दिन क विसय मँ।
    तू अपने सेवक मूसा क जरिये ओनका आदेस दिहा।
    व्यवस्था क विधान दिहा अउर दिहा सिच्छन।
15 जब ओनका भूख लगी,
    बरसाइ दिहे भोजन रह्या, तू अकासे स।
जब ओनका पियास लाग,
    चटान स परगट किहे तू रह्या जल क
अउर कहे तू रह्या ओनसे
    ‘आवा, लइ ल्या इ प्रदेस क।’
तू बचन दिहा ओन क
    उठाइके हाथ इ प्रदेस क ओनका।
16 मुला उ सबइ पुरखन हमारे होइ गएन अभिमानी; उ पचे होइ गए हठी रहेन।
    कइ दिहन उ पचे मना आग्यन मानइ स तोहार।
17 कइ दिहन उ पचे मना सुनइ स।
    उ पचे भूलेन ओन अचरज भरी बातन क जउन तू ओनके संग किहे रह्या।
उ पचे होइ गएन जिद्दी।
    बिद्रोह उ पचे किहन, अउर बनाइ लिहन, आपन एक नेता जउन ओनका लउटाइके लइ जाइ, फुन ओनकर उहइ दासता मँ।

“मुला तू तउ अहा दयावान परमेस्सर।
    तू अहा दयालु अउर करुणापूर्ण,
धीरजवान, अउ पिरेम स भरा अहा तू।
एह बरे तू रह्या त्यागा नाहीं ओनका।
18 चाहे उ पचे बनाइ लिहन सोने क बछवा अउर कहेन,
    ‘बछवा अब देव अहइ तोहार’ इहइ स निकारा रहा तू पचन्क मिस्र स बाहर मुला ओनका तू त्यागा नाहीं।
19 तू बहोत ही दयालु अहा।
    एह बरे तू ओनका रेगिस्ताने मँ त्यागा नाहीं।
दूर ओनसे हटाया नाहीं दिन मँ तू
    बादर क खम्भन क मारग
तू देखावत रहा ओनका।
अउर राति मँ तू रह्या दूर किहे नाहीं ओनसे
    आगी क पुंज क।
प्रकासित तू करत रह्या रास्ते क ओनके।
    अउर तू देखावत रह्या कहाँ ओनका जाब अहइ।
20 निज उत्तिम चेतना, तू दिहा ओनका ताकि तू बिवेकी बनाया ओनका।
    खाइ क देत रह्या, तू ओनका ‘मन्ना’
    अउर पियास क ओनका तू देत्या रहा पानी।
21 तू रख्या ओनकर धियान चालीस बरिसन तलक रेगिस्तान मँ।
    ओनका मिली हर वस्तु जेकर ओनका दरकार रही।
ओढ़ना ओनकर फटे तलक नाहीं गोड़न मँ
    ओनके कबहुँ नाहीं आई सूजन कबहुँ कउनो पीरा मँ।
22 यहोवा तू दिहा ओनका राज्ज, अउर ओनका दिहा जातियन
    अउर दूर सुदूर क जगह रहिन ओनका दिहा जहाँ बसत रहेन कछू लोग
धरती ओनका मिल गइ सीहोन क, सीहोन जउन हसबोन क राजा रहा धरती ओनका मिल गइ
    ओग क, ओग जउन बासान क राजा रहा।
23 तू ओनका अनन्त संतान
    जेतने अंबर मँ तारे अहइँ दिहा ह।
ओनका तू उ धरती लइ आया
    जेकरे बरे ओनके पुरखन क तू कहे रहा कि
    उ पचे हुवाँ जाइँ अउर ओह पइ अधिकार करइँ।
24 धरती उ ओन संतानन लइ लिहन।
हुवाँ रह रहे कनानियन क उ पचे हराइ दिहन।
    पराजित कराया तू ओनसे
ओन लोगन क साथ ओन प्रदेसन क
    अउर ओन लोगन क उ पचे जइसा चाहइँ वइसा करइँ अइसा रहा तू कराइ दिहा।
25 सक्तीसाली नगरन क उ पचे हराइ दिहन।
    कब्जा किहन उपजाउ धरती पइ उ पचे।
उत्तिम चिजियन स भरे भए लइ लिहन उ पचे घर; खोदे भए कुअन क लइ लिहन उ पचे।
    लइ लिहन उ पचे रहेन बगीचे अंगूर क।
जइतून क बृच्छ अउ फलन क बृच्छ भर पेट खाया
    उ पचे करत रहेन तउ उ पचे होइ गएन मोटे।
तोहार दीन्ह सबहि अद्भुत चिजियन क आनन्द उ पचे लेत रहेन।
26 अउर फुन उ पचे तोहार नाफ़रमानी किहेस अउर तोहार खिलाफ बिद्रोह किहेस।
    उ तोहरी नेम आपन पीठ क पीछे लोकाइ दिहन
    अउर तोहरे नबियन क मार डाएन।
अइसे नबियन क जउन लोगन क सचेत करत रहेन।
    उ पेचे लोगन क तोहरी ओर वापिस लिआवइ क जतन किहेन।
    मुला हमार पुरखन तोहरे खिलाफ भयानक पाप किहेन।
27 तउ तू ओनका ओनके दुस्मनन क हाथन मँ पकड़इ दिहा।
    ओनका दुस्मन बहुतेरे कस्ट दिहन।
जब हमार पुरखन पइ बिपदा पड़ी तउ उ पचे तोहका गोहारत रहेन।
    अउर सरग मँ तू रह्या ओनका सुन लिहा।
तू दयालु अउर रहम दिल अहइ ऍह
    बरे तू ओन लोगन क बचावइ बरे लोगन क भेजेस।
    अउर ओन लोग ओनके दुस्मनन स छुड़ाइके ओनका बचाइ लिहन।
28 मुला, जइसे ही चैन ओनका मिलत रहा,
    वइसे ही उ पचे बुरे काम करइ लग जातेन बार बार।
तउ दुस्मनन क हाथन ओनका सौंप दिहा तू ताकि उ पचे करइँ ओन पइ राज।
    फुन तोहार दोहाई उ पचे दिहन
अउर सरग मँ तू सुन्या ओनकर
    अउर मदद ओनकर किहा।
तू केतना दयालु अहा!
    होत रहा अइसा ही अनेकन बार।
29 तू चेताया ओनका!
फुन स लउटि आवइ क तोहरे विधान मँ
    मुला उ पचे रहेन बहोत अभिमानी।
    उ पचे नकार दिहन तोहरे आदेस क।
जदि चलत ह कउनो मनई नेमन पइ तोहरे तउ फुरइ जिएगा
    उ किन्तु हमरे पुरखन तउ तोड़े रहेन
तोहरे नेमन क उ पचे रहेन हठीले।
    मुँह फेर, पीठ दिहे रहेन उ पचे तोहका।
    तोहार सुनइ स ही उ पचे रहेन मना किहे।

30 “तू रह्या बहोत सहनसील, संग हमरे पुरखन क,
    तू ओनका करइ दिहा बर्त्ताव बुरा अपने संग बरिसन तलक।
सजग किहा तू ओनका अपनी आतिमा स।
    ओनका देइ चितउनी पठए रह्या नबियन क तू।
मुला हमरे पुरखन तउ ओनकर सुनेन ही नाहीं।
    एह बरे तू रह्या दूसरे देसन क लोगन क सौप दिहा ओनका।

31 “मुला तू केतना दयालु अहा।
    तू किहे रह्या नाहीं पूरी तरह नस्ट ओनका।
तू तज्या नाहीं ओनका रह्या।
    हे परमेस्सर! तू अइसा दयालु अउर करूणापूर्ण अइसा अहा।
32 हमार परमेस्सर महान परमेस्सर अहइ!
    तू एक अचरजमय अउर सक्तीसाली सैनिक अहा
जउन बिस्सास करइ जोग्ग अहा।
    तू निज वाचा क निभावत ह अउर तू हमेसा दयालु अहा।
हमार सबहिं परेसानियन क
    जेका हम पचन्क झेलेस ह साधारण जिन समुझा।
साथ मँ हमरे राजा लोगन क
    अउर मुखिया लोगन क साथ बहोत परेसानियन घटि रहेन।
    याजकन क संग मँ हमरे अउर संग मँ नबियन क
अउर हमरे सबहिं लोगन क संग बातन बुरी घटी रहिन।
    अस्सूर क राजा स लइके आजु तलक उ सबइ बातन भयानक घटी रहिन।
33 किन्तु हे परमेस्सर।
जउन कछू भी घटब अहइ साथ हमरे घटी ओनके बरे निआव पूर्ण तू रहा।
    तू तउ अच्छा ही रहा, बुरे तउ हम ही रहे।
34 हमरे राजा लोगन मुखियन, याजकन अउर पुरखन नाहीं पालेन तोहरी सिच्छन क।
    उ पचे नाहीं दिहन कान तोहरे आदेसन,
    तोहार चिताउनियन उ पचे सुनेन ही नाहीं।
35 हिआँ तलक कि जब पुरखन हमरे अपने राज्ज मँ रहत रहेन, उ पचे नाहीं सेवा किहन तोहार।
    तजेन उ पचे नाहीं बुरे करमन क करब।
    जउन कछू भी उत्तिम वस्तु ओनका तू दिहे रह्या, ओनकर रस उ पचे रहेन लेत।
आनन्द उ धरती क लेत रहेन जउन रही सम्पन्न बहोत।
    अर जगह बहोत स रही ओनके लगे।
    किन्तु उ पचे नाहीं छोडेन निज बुरी राह।
36 अउर अब हम बने दास अही;
हम दास अही उ धरती पइ,
    जेका तू दिहे रह्या हमरे पुरखन क।
    तू इ धरती रह्या ओनका दिहे,
    कि भोगइँ उ पचे ओकर फल
    अउर आनन्द लेइँ ओन सबहि चिजियन क जउन हिआँ उगत ही।
37 इ धरती क फसल अहइ भरपूर
    मुला पाप किहा हम तउ हमार उपज जात ह लगे ओन राजा लोगन क जेनका तू बइठाया ह मूँड़े पइ हमरे।
हम पइ अउर गोरुअन पइ हमरे उ सबइ राजा राज करत हीं
    उ पचे चाहत हीं जइसा भी वइसा ही करत ही।
    हम अही बहोत कस्ट मँ।

38 “तउ, सोचिके एन सबहि बातन क बारे मँ हम करित ह वाचा एक, जउन न बदला जाइ कबहुँ भी। अउर इ वाचा क लिखतम हम लिखत अही अउर इ वाचा पइ अंकित करित ह आपन नाउँ हाकिम हमरे, लेवी क संतान अउर उ पचे करत ही हस्ताच्छर लगाइके ओह पइ मुहर।”

10 मुहर लगी वाचा पइ निम्नलिखित नाउँ लिखे रहेन:

हकल्याह क पूत राज्जपाल नहेमायाह। सिदकिय्याह, सरायाह, अजर्याह, यिर्मयाह, पसहूर, अमर्याह, मल्किय्याह, हत्तूस, सबन्याह, मल्लूक, हारीम, मरेमोत, ओबद्याह, दानिय्येल, गिन्नतोन, बारूक, मसूल्लाम, अबिय्याह, मिय्यामीन, माज्याह, बिलगै अउर समायाह। इ सबइ ओन याजक क नाउँ अहइँ जउन मुहर लगी वाचा पइ आपन नाउँ अंकित किहेन।

इ सबइ ओन लेवीबंसियन क नाउँ अहइँ जउन मुहर लगी वाचा पइ आपन नाउँ अंकित किहन:

आजन्याह क पूत येसू, हेनानाद क संतान बिन्नई अउर कदमिएल 10 अउर ओनके भाइयन क नाउँ इ सबइ रहेन: सबन्याह, होदियाह, कलीता, पलायाह, हानान, 11 मीका, रहोब, हसब्याह 12 जक्कूर, सेरेब्याह, सकन्याह, 13 होदियाह, बानी अउर बनीन।

14 इ सबइ नाउँ ओन मुखिया लोगन क अहइँ जउन उ मुहर लगी वाचा पइ अपने नाउँ अंकित किहन:

परोस, पहत-मोआब, एलाम, जत्तू, बानी, 15 बुन्नी, अजगाद, बेबै, 16 अदोनिय्याह, बिग्वै, आदीन, 17 आतेर, हिजकिय्याह, अज्जूर, 18 होदियाह, हासूम, बेसै, 19 हारीफ अनातोत, नोबै, 20 मगपिआस, मसूल्लाम, हेजीर 21 मेसजबेल, सादोक, यद्दू, 22 पलत्याह, हानान, अनायाह, 23 होसै, हनन्याह, हस्सूब, 24 हल्लोहेस, पिलहा, सोबेक, 25 रहूम, हसब्ना, मासेयाह, 26 अहियाह, हानान, आनान, 27 मल्लूक, हारीम अउर बाना।

28 तउ अब इ सबइ सबहिं लोग जेनकर नाउँ ऊपर दीन्ह गए अहइँ परमेस्सर क समन्वा इ बिसेस प्रतिग्या लेत हीं। इ बचा भवा लोग भी प्रतिग्या किहेस ह: याजकन, लेवीबंसी, दुआरपाल, गायक, यहोवा क भवन क सेवक, अउर उ सबइ सबहिं लोग जउन आस-पास रहइवाले लोगन स परमेस्सर क नेमन क पालन करइ बरे, अपने आप क अलग कइ लिहे रहा। ओन लोगन क मेहररुअन, पूतन, बिटियन अउर हर उ मनई जउन जान अउर समझ सकत ह कि उ पचे का करत अहा। 29 इ सबइ लोग जउन अपने भाई बंधुअन अउ अपने मुखियन क संग इ प्रतिग्या क अपनावइ मँ सम्मिलित भएन कि उ पचे परमेस्सर क सेवक मूसा क जरिये दीन्ह गए बिधान क पालन करिही। उ पचे सहमत भएन कि जदि आपन प्रतिग्या मँ असफल होइ तउ सराप पाइहीं। परमेस्सर हमका आपन बिधान ओकर सेवक मूसा जरिये दिहेन। इ सबइ लोग प्रतिग्या किहेन कि उ पचे सावधानी क संग अपने यहोवा आपन परमेस्सर क आदेसन, नेमन अउर अध्यादेसन क पालन करिही। उ पचे सुआमी ओकर परमेस्सर क हुकूमन आदेसन अउर फइसलन क अनुसरण करिहीं।

30 “हम प्रतिग्या करित ह कि अपने आस-पास रहइवाले लोगन क संग अपनी बिटियन क बियाह नाहीं करिहीं अउर हम इ प्रतिग्या भी करित ह कि ओनकी बिटियन क संग अपने बेटवन क नाहीं बियाहब।

31 “हम इ प्रतिग्या करित ह कि सबित क दिन काम नाहीं करब अउर जदि हमरे आस-पास रहइवाले लोग सबित क दिन बेचइ क अनाज या दूसर चिजियन लिआउब तउ बिस्राम क उ बिसेस दिन या कउनो भी दूसर बिसेस क दिन, ओन चिजियन क नाहीं बेसहिही। हर सतएँ बरिस हम न तउ आपन धरती क जोतब अउर न बोउब, अउ हर सतएँ बरिस मँ हम दूसरे लोगन क कर्ज क माफ कइ देब।

32 “परमेस्सर क भवन क धियान रखइ क बरे ओकरे आदेसन पइ चलइ क जिम्मेदारी क हम ग्रहण करब। हम हर बरिस एक तिहाई सेकेल हमरे परमेस्सर क सम्मान मँ भवन क सेवा, उपासना क बढ़ावा देइ क बरे दिया करब। 33 इ धन क उपयोग उ बिसेस रोटी बरे कीन्ह जाइ जेका याजक मन्दिर क वेदी पइ अर्पित करत ह। इ धने क उपयोग हर दिन क अन्नबलि अउ होमबलि बरे कीन्ह जाइ। सबित नवे चाँद क त्यौहार अउर दूसरी सभन पइ इहइ धने स खरचा होइ। ओन पवित्तर चढ़ावन अउ पाप बलियन बरे भी इ धन क ही उपयोग कीन्ह जाई जेनसे इस्राएल क लोग अभिसेक होइ। इ धन स ही हर उ काम क खरच चली जउन हमरे परमेस्सर क मन्दिर क बरे जरूरी अहइ।

34 “हम, यानी याजक, लेवीबंसी अउर लोग मिलिके इ निहचित करइ बरे पासे लोकाएन कि हमरे हर परिवार क हर बरिस एक निहचित समइ हमरे परमेस्सर क मन्दिर मँ काठे क उपहार कब लिआउब अहइ। उ काठ जेका हमरे परमेस्सर यहोवा क वेदी पइ बारा जात ह। हम क इ काम क जरूर करइ चाही काहेकि इ हमार व्यवस्था क बिधान मँ लिखा अहइ।

35 “हम क अपने फलन क हर बृच्छ अउर अपनी फसल क पहिले फलन क लिआवइ क जिम्मेदारी भी ग्रहण करित ह। हर बरिस यहोवा क मन्दिर मँ हम उ फसल क लिआइके अर्पित किया करब।

36 “काहेकि ब्यवस्था क विधान मँ इ भी लिखा अहइ एह बरे हम एका भी किया करब: हम अपने पहिलौटे पूत, पहिलौटी गइया क बच्चन, भेड़िन अउर बोकरियन क पहिले छौनन क लइके परमेस्सर क मन्दिर मँ आवा करब। ओन याजकन क लगे हम एन सब क लइ जावा करब जउन हुवाँ मन्दिर मँ सेवा आराधना करत हीं।

37 “हम परमेस्सर क मन्दिर क भण्डार मँ याजकन क लगे इ सबइ चिजियन भी लिआवा करब: पहिला गूंधा भवा आटा, पहली अन्न बलियन, हमरे सबहिं बृच्छन क फल, हमरी नई दाखरस अउर तेल क पहिला भाग। हम लेवीबंसियन बरे अपनी उपज क दसवाँ हींसा भी दिया करब काहेकि हर एक नगर मँ जहाँ हम काम करित ह, लेवीबंसी हम स इ सबइ चिजियन लिया करत हीं।

38 “लेवीबंसी जब उपज क इ भाग एकट्ठा करइँ तउ हारून क परिवार क एक याजक ओनके संग जरुर होइ चाही, अउर फुन एन सबइ चिजियन क दसवे हीसे क हुवाँ स लइके लेवीबंसियन क चाही कि उ पचे ओनका हमरे परमेस्सर क मन्दिर मँ लइ आवइँ अउर ओनका मन्दिर क खजाने क कोठियारन मँ धइ देइँ। 39 इस्राएल क लोग अउर लेवीबंसियन क चाही कि उ पचे अपने उपहारन क कोठियारन मँ लइ आवइँ। उपहार क अन्न, नई दाखरस अउर तेल क ओनका हुवाँ लइ आवइ चाही। मन्दिर मँ काम आवइवाली सबहिं चिजियन ओन कोठियारन मँ रखी जात ही अउर अपने कार्य पइ नियुक्त याजक, गायक अउर दुआरपालन क कमरन भी उहइ रहेन।

“हम सबहिं प्रतिग्या करित ह कि हम अपने परमेस्सर क मन्दिर क देख रेख किया करब।”

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.