Chronological
नहेमायाह क बिनती
1 इ सबइ हकल्याह क पूत नहेमायाह क बचन अहइँ: मइँ, नहेमायाह, किसलवे नाउँ क महीने मँ सूसन नाउँ क राजधानी नगरी मँ रहेउँ। इ उ समई रहा जब अर्तछत्र नाउँ क राजा क राज क बीसवाँ बरिस चलत रहा। 2 मइँ जब अबहिं सूसन मँ रहेउँ तउ हनानी नाउँ क मोर एक भाई अउर कछू दूसर लोग यहूदा स हुवाँ आएन। मइँ ओनसे हुवाँ रह रहे यहूदियन क बारे मँ पूछेउँ। इ सबइ उ सब लोग रहेन जउन बन्धुआई स बच निकरे रहेन अउर अबहिं तलक यहूदा मँ रहत रहेन। मइँ ओनसे यरूसलेम नगरी क बारे मँ भी पूछे रहेउँ।
3 हनानी अउ ओकरे संग क लोग बताएन, “हे नहेमायाह, उ सबइ यहूदी जउन बंधुआई स बच निकरे रहेन अउर जउन यहूदा मँ रहत अहइँ, गहन बिपत्ति मँ प़ड़ा अहइँ। ओन लोगन क समन्वा बहोत स समस्या अहइँ अउर उ पचे बड़े लज्जित होत अहइँ। काहेकि यरूसलेम क नगर परकोटा ढह गवा अहइ अउर ओकर प्रवेस दुआर आगी स जरिके राखी होइ गए अहइँ।”
4 मइँ जब यरूसलेम क लोगन अउर नगर परकोटन क बारे मँ उ सबइ बातन सुनेउँ तउ मइँ बहोत बियाकुल होइ उठेउँ। मइँ बइठ गएउँ अउर रोइ उठेउँ। मइँ बहुत दिना तलक विलाप करत रहउँ। बहोत दिना तलक मइँ सरग क परमेस्सर स पराथना करत भए उपवास करत रहेउँ। 5 एकरे पाछे मइँ इ पराथना किहेउँ:
“हे यहोवा, हे सरग क परमेस्सर, तू महान अहा अउर तू सक्तीसाली परमेस्सर अहा जउन ओन लोगन क संग अपने पिरेम क वाचा क पालन करत ह जउन तोहसे पिरेम करत हीं अउर तोहरे आदेसन पइ चलत ही।
6 “आपन आँखिन अउ अपने कान खोला। कृपा कइके तोहरे समन्वा तोहार सेवक राति दिन जउन पराथना करत रहत ह, ओह पइ कान द्या। मइँ तोहार सेवक, इस्राएल क लोगन क बरे बिनती करत हउँ। मइँ ओन पापन क स्वीकार करत हउँ जेनका हम इस्राएल क लोग तोहरे खिलाफ किहन ह। अउर मइँ इ भी स्वीकार करत हउँ कि मइँ तोहरे खिलाफ पाप किहेउँ ह, अउर इ भी कि मोरे बाप क परिवार क दूसरे लोग तोहरे खिलाफ पाप किहेन ह। 7 हम इस्राएल क लोग तोहरे बरे बहोत बुरे रहेन ह। हम तोहरे ओन आदेसन अउ नेमन क पालन नाहीं किहे अही जेनका तू अपने सेवक मूसा क दिहे रह्या।
8 “तू अपने सेवक मूसा क जउन सिच्छा दिहे रह्या, कृपा कइके ओका याद करा। तू ओहसे कहे रह्या, ‘जदि इस्राएल क लोग आपन बिस्सास नाहीं बनाए रख्या तउ मइँ तोहका तितर-बितर कइके दूसर देसन मँ फइलाइ देब। 9 मुला जदि इस्राएल क लोग मोरी कइँती लउटइँ अउर मोरे आदेसन पइ चलइँ, तउ मइँ अइसा करब: मइँ तोहरे ओन लोगन क, जेनका अपने घरन क छोड़इ बरे अउर धरती क दूसरे छोरन तलक निर्वासन होइ बरे मज़बूर कीन्ह ग रहेन बटोरब अउर ओन जगह स उ जगह पइ वापस लइ आउब मइँ जउने जगह क आपन नाउँ स्थापित करइ बरे चुनेउँ ह।’
10 “इस्राएल क लोग तोहार सेवक अहइँ अउर उ पचे तोहरे ही लोग अहइँ। तू अपनी महासक्ती दुआरा ओन लोगन क बचाएस ह अउर ओका सुरच्छित जगह पइ लइ आवा ह। 11 एह बरे हे यहोवा, कृपा कइके अब मोर बिनती सुना। मइँ तोहार सेवक अहउँ अउर कृपा कइके अपने सेवकन क बिनती पइ कान द्या जउन तोहरे नाउँ क मान देइ चाहत ही। जब मइँ राजा स सहारा माँगब तब तू मोर सहायता करा। मोका सफल बनावा। मोका सहायता द्या ताकि मइँ राजा क बरे प्रसन्नतादायक बना रहउँ।”
तब मइँ राजा क दाखरस सेवक रहा।
राजा अर्तछत्र क नहेमायाह क यरूसलेम पठउब
2 राजा अर्तछत्र क बीसवें बरिस क नीसान नाउँ क महीने मँ, रात्री-भोज क समइ मँ दाखरस राजा क परोसइ बरे रखा भवा रहा। मइँ उ दाखरस क लिहेस अउर राजा क दइ दिहेस। मइँ जब पहिले राजा क संग रहा तउ मइँ कभी भी दुःखी नाहीं भवा रहा किन्तु अब मइँ उदास रहेउँ। 2 एह पइ राजा मोहसे पूछेस, “का तू बीमार अहा? तू उदास काहे देखाई देत अहा? मोर विचार अहइ तोहार मन दुख स भरा अहइ।”
एहसे मइँ बहोत जियादा डर गएउँ। 3 मुला जदपि मइँ डर गवा रहेउँ किन्तु फुन भी मइँ राजा स कहेउँ, “राजा जिअत रहइँ। मइँ एह बरे उदास हउँ कि उ नगर जेहमाँ मोर पुरखन दफनाए गए रहेन उजा़ड़ प़ड़ा ह अउ उ नगर क प्रवेस दुआर आगी स भसम होइ गएन ह।”
4 फुन राजा मोहसे कहेस, “एकरे बरे तू मोहसे का करवावइ चाहत ह?”
एहसे पहिले कि मइँ जवाब देतेउँ, मइँ सरग क परमेस्सर स बिनती किहेउँ। 5 फुन मइँ राजा क जवाब देत भए कहेउँ, “जदि इ राजा क भावइ अउर जदि मइँ राजा क बरे सच्चा रहउँ तउ यहूदा क नगर यरूसलेम मँ मोका पठइ दीन्ह जाइ जहाँ पुरखन दफनाए भए अहइँ। मइँ हुवाँ जाइके उ नगर क फुन स बसावइ चाहत हउँ।”
6 रानी राजा क बराबर बइठी भइ रही, तउ राजा अउर रानी मोहसे पूछेस, “तोहार इ जात्रा मँ केतने दिन लगिही? हिआँ तू कब तलक लउट अउब्या?”
राजा मोका पठवइ बरे रानी होइ गवा। तउ मइँ ओका एक निहचित समइ दइ दिहेउँ। 7 मइँ इ राजा स इ भी कहेउँ, “जदि राजा क मोरे बरे कछू करइ मँ खुसी होइ तउ मोका इ माँगइ क अनुमति दीन्ह जाइ। कृपा कइके परात नदी क पच्छिम छेत्र क राज्जपालन क देखावइ क बरे कछू पत्र दीन्ह जाइँ। इ सबइ पत्र मोका एह बरे चाही ताकि उ पचे राज्जपाल यहूदा जात भए मोका अपने-अपने इलाकन स सुरच्छापूर्वक निकरइ देइँ। 8 मोका दुआरन, देवारन, मन्दिरन क चारिहुँ कइँती क प्राचीरन अउ अपने घरे क बरे काठे क भी जरूरत अहइ। एह बरे मोका आप स आसाप क नाउँ भी एक पत्र चाही। आसाप आपके जंगलात क हाकिम अहइ।”
तउ राजा मोका पत्र अउर उ हर चीज दइ दिहस जउन मइँ माँगे रहेउँ। काहेकि परमेस्सर मोरे बरे दयालु रहा एह बरे राजा इ सब कइ दिहे रहा।
9 इ तरह मइँ परात नदी क पच्छिमी पहँटा क राज्जपालन क लगे गएउँ अउर ओनका राजा क जरिये दीन्ह गए पत्र देखाएउँ। राजा फउज क अधिकारी अउ घु़ड़सवार फउजी मोरे संग कइ दीन्ह रहेन। 10 सम्बल्लत अउर तोबियाह नाउँ क दुइ मनइयन मोरे कामन क बारे मँ सुनेन। उ पचे इ सुनिके बहोत बेचैन अउर किरोधित भएन कि कउनो इस्राएल क लोगन क मदद बरे आवा ह। सम्बल्लत होरोन क निवासी रहा अउर तोबियाह अम्मोनी क अधिकारी रहा।
नहेमायाह क जरिये यरूसलेम क देवार क निरीच्छण
11 मइँ यरूसलेम पहोंचेउँ अउर हुवाँ तीन दिन तलक ठहरेउँ 12 अउर कछू लोगन क संग लइके मइँ राति मँ बाहेर निकरि पड़ेउँ। परमेस्सर यरूसलेम क बरे करइ क जउन बात मोरे मने मँ बसाइ दिहे रहा ओकरे बारे मँ मइँ कउनो क कछू भी नाहीं बताए रहेउँ। उ घो़ड़ा क सिवा, जेह पइ मइँ सवार रहेउँ, मोरे संग अउर कउनो घो़ड़न नाहीं रहेन। 13 अबहि जब अँधेरा ही रहा तउ मइँ तराई दुआर स होइके गुजरेउँ। अजगर क कुएँ क तरफ मइँ आपन घो़ड़ा मो़ड़ दिहेउँ अउर मइँ उ दुआर पइ भी घो़ड़े क लइ गएउँ, जउन कूड़ा फाटक कइँती खुलत रहा। मइँ यरूसलेम क उ देवार क निरीच्छण करत रहेउँ जउन टूटिके ढह चुका रहा अउर ओकर फाटकन जउन कि आगि दुआरा तबाह कीन्ह गए रहेन। 14 एकरे पाछे मइँ सोते क फाटक कइँती अपने घो़ड़े क लइ गएउँ अउर फुन राजसरोवर क लगे जाइ निकरेउँ। किन्तु जब मइँ निअरे पहोंचेउँ तउ मइँ लखेउँ कि हुवाँ मोरे घो़ड़े क निकरइ बरे काफी जगह नाहीं अहइ। 15 एह बरे अँधियारा मँ ही मइँ देवार क निरीच्छण करत भए घाटी कइँती ऊपर निकरि गवा अउर आखीर मँ मइँ लउट पड़ा अउर तराई क फाटक स होत भवा भीतर आइ गवा। 16 ओन अधिकारियन अउर इस्राएल क महत्वपूर्ण लोगन क इ पता नाहीं चला कि मइँ कहाँ गवा रहेउँ। उ पचे इ नाहीं जान पाएन कि मइँ का करत रहेउँ। मइँ यहूदी लोग, याजकन, राजा क परिवार, अधिकारियन अउर ओन लोगन क जउन हुवाँ काम करब रहा, अबहि कछू भी नाहीं बताए रहा।
17 एकरे पाछे मइँ ओन सबहिं लोगन स कहेउँ, “हिआँ हम जउने विपत्तियन मँ पड़े अहइँ, तू ओनका लखि सकत ह। यरूसलेम खण्डहरन क ढेर बना भवा ह अउर एकर दुआर आगी स जरि चुके अहइँ। आवा, हम यरूसलेम क देवार क फुन स निर्माण करी। एहसे हम क भविस्स मँ फुन कबहुँ लज्जित नाहीं रहइ पड़ी।”
18 मइँ ओन लोगन क इ भी कहेउँ कि मोह पइ परमेस्सर क कृपा अहइ। राजा मोहसे जउन कछू कहे रहा, ओका मइँ उ सबइ बातन बताएउँ। एह पइ ओन लोग जवाब देत भए कहेन, “आवा, अब हम काम करब सुरू करी।” तउ उ पचे उत्तिम कार्य क करब सुरू कइ दिहन। 19 मुला होरोन क सम्बल्लत अम्मोनी क अधिकारी तोबियाह अउर अरब क गेसेम जब इ सुनेन कि फुन स निर्माण करत अहइँ तउ उ पचे बहोत भद्दे ढंग स हमार मजाक उड़ाएन अउर हमार अपमान किहन। उ पचे बोलेन, “इ तू का करत अहा? का तू राजा क विरोध मँ होत रहे अहा?”
20 मुला मइँ तउ ओन लोगन स बस एतना ही कहेउँ, “हम क सफल होइ मँ सरग क परमेस्सर हमार मदद करी। हम परमेस्सर क सेवक अही अउर हम इ नगर क फुन स निर्माण करब। इ काम मँ तू हमार मदद नाहीं कइ सकत्या। हिआँ यरूसलेम मँ तोहार कउनो भी पुरखा पहिले कबहुँ भी नाहीं रहा। इ धरती क कउनो भी भाग तोहार नाहीं अहइ। इ जगह मँ बने रहइ क तोहका कउनो अधिकार नाहीं अहइ।”
परकोटा बनावइ वाले
3 हुवाँ क महायाजक क नाउँ रहा एल्यासीब। एल्यासीब अउ ओकर याजक भाईयन निर्माण क काम करइ बरे गएन अउर उ पचे भे़ड़ दुआर क निर्माण किहन। उ पचे दुआर क यहोवा क समर्पित किहेस। उ पचे दुआर क दरवाजन क देवारे मँ लगाएन। ओन याजकन यरूसलेम क देवार पइ काम करत भए हम्मेआ क गुम्बद अउ हननेल क गुम्बद तलक ओकर निर्माण किहन। उ पचे आपन काम क यहोवा बरे समर्पित किहेन।
2 याजकन क जरिये बनाए गए परकोटन स आगे क देवार क यरीहो क लोगन बनाएन अउर फुन यरीहो क लोगन क जरिये बनाए गए परकोटन क आगे क देवार क निर्माण इम्री क पूत जक्कूर किहस।
3 तउ हस्सना क पूतन मछरी दरवाजे क निर्माण किहन। उ पचे एकर सहतीर रखेन अउर एकर दरवाजे, चिठकनियन अउर छड़न लगाएन।
4 उरियाह क पूत मरेमोत देवार क अगवा क हींसा क मरम्मत किहस। उरियाह हक्कोस क पूत रहा।
बरेक्याह क पूत मसूल्लाम देवार क ओहसे आगे क हींसा क मरम्मत किहस। (बरेक्याह मसेजबेल क पूत रहा।)
बाना क पूत सादोक एहसे आगे क देवार क मरम्मत किहस।
5 देवार क आगे क हीसा तकोई लोगन क जरिये सुद़ृढ कीन्ह गवा किन्तु तकोई क मुखिया लोगन अपने सुआमी नहेमायाह क देखरेख मँ काम करइ स मना कइ दिहस।
6 पासेह क पूत योयादा, अउर बसोदायाह क पूत मसुल्लाम पुराने दरवाजे क मरम्मत किहस। उ पचे सहतीरन क बइठाएन। उ पचे कब्जन पइ जो़ड़ियन चढ़ाएन अउर फुन दरवाजे पइ तालन लगाएन अउर चिठकनियन जड़ेन।
7 गीबोन स मलत्याह, मेरनोत स यादोन, गिबोनी लोगन, अउर मिस्पा मँ रहइवालन लोगन एकरे आगे क देवार क मरम्मत किहेन। इ सबइ लोग इफ्रात नदी क पच्छिमी पहँटा छेत्र क राज्जपालन दुआरा सासन कीन्ह जात रहा।
8 देवार क अगले हीसा क मरम्मत हर्हयाह क पूत उजीएल किहस। हर्हयाह क पूत उजीएल एक सोनार रहा। एहसे आगे क देवार क मरम्मत हनन्याह सुगन्ध बनावइवालन किहेन। एन लोग यरूसलेम क देवार क चउड़ी देवार तलक मरम्मत कइके ओकर बनाएस।
9 एहसे आगे क देवार क मरम्मत हूर क पूत रपायाह किहस। रपायाह आधे यरूसलेम क प्रसासक रहा।
10 देवार क दूसर हीसा हरूपम क पूत यदायाह बनाएस। यदायाह अपने घर क ठीक पाछे क देवार क मरम्मत किहस। एकरे पाछे क हीसे क मरम्मत क काम हसब्नयाह क पूत हत्तूस किहस। 11 हारीम क पूत मल्कियाह अउर पहत्मोआब क पूत हस्सूब देवार क अगले एक दूसरे हीसे क मरम्मत किहस। एन ही लोग भट्टन क मीनारन क मरम्मत भी किहन।
12 सल्लूम जउन हल्लोहेस क पूत रहा, उ देवार क अगले हीसे क बनाएस। इ काम मँ ओकर बिटियन भी ओकर मदद किहन। सल्लूम यरूसलेम क दूसर आधे हीसे क राज्जपाल रहा।
13 हानून नाउँ क एक मनई अउर जानोह नगर क निवासियन तराई फाटक क मरम्मत किहन। ओन ही लोग तराई फाटक क निर्माण किहन। उ पचे कब्जन पइ जो़ड़ियन चढ़ाएन अउर फुन दरवाजन पइ तालन लगाएन अउर मेखन जड़ेन। उ पचे पाँच सौ गज लम्बी देवार क मरम्मत किहन। उ पचे वुरड़ी दरवाजन तलक इ देवार क निर्माण किहन।
14 रेकाब क पूत मल्कियाह वुरड़ी दरवाजे क मरम्मत किहस। मल्कियाह बेथक्केरेम जिले क हाकिम रहा। उ दरवाजन क मरम्मत किहस, कब्जन पइ जो़ड़ियन चढ़ाएन अउर फुन दरवाजन पइ तालन लगवाइके मेखन जड़ेन।
15 कोल्होजे क पूत सल्लूम स्रोत दुआर क मरम्मत किहस। सल्लूम मिस्पा कस्बे क राज्जपाल रहा उ उ दरवाजन क लगवाएस अउर ओकरे ऊपर एक ठु छत डरवाएस। कब्जन पइ जोड़ियन चढ़ाएस अउर फुन दरवाजन पइ तालन लगवाइके मेखन जड़ेस। सल्लूम सेलह क तलाव क देवार क मरम्मत भी करवाएस। इ तलाब राजा क बगीचे क लगे ही रहा। दाऊद क नगरी क उतरइवाली सीढ़ियन तलक समूची देवार क भी उ मरम्मत करवाएस।
16 अजबूक क पूत नहेमायाह अगले हीसे क मरम्मत करवाएस। इ नहेमायाह बेतसूर नाउँ क जिले क आधे हीसे क राज्जपाल रहा। उ जगह तलक भी मरम्मत करवाएस जउन दाऊद क कब्रिस्तान क समन्वा पडत रहा। आदमियन क बनाए भए तलाव तलक, अउर बीरन क निवास नाउँ क जगह तलक भी उ मरम्मत क इ कार्य करवाएस।
17 लेवीबंसी परिवार समूह क लोग देवार क अगले हीसे क मरम्मत किहस। लेवीबंस क एन लोग बानी क पूत रहूम क देखरेख मँ काम किहस। अगले हीसे क मरम्मत हसब्याह किसह। हसब्याह कीला नाउँ क कस्बे क आधे हीसा क प्रसासक रहा। उ अपने जिले क कइँती स मरम्मत क इ काम करवाएस।
18 अगले हीसे क मरम्मत ओनके भाइयन किहन। उ पचे हेनादाद क पूत बव्वै क अधीनता मँ काम किहस। बव्वै कीला कस्बे क आधे हीसे क प्रसासक रहा।
19 एहसे अगले हीसे क मरम्मत क काम येसु क पूत एज़ेर किहस। एज़ेर मिस्पा क राज्जपाल रहा। उ सस्त्रागार स लइके परकोट क देवार क कोने तलक मरम्मत क काम किहस। 20 एकरे पाछे बारूक क पूत जब्बै ओहसे अगले हीसे क मरम्मत किहस। उ उ कोने स लइके एल्यासीब क घरे क दुआर तलक देवार क इ हीसे क बड़ी मेहनत स मरम्मत किहस। एल्यासीब महायाजक रहा। 21 उरियाह क पूत मरेमोत एहसे आगे क देवार क एल्यासीब क घरे क दरवाजे स लइके ओकरे घर क आखीर तलक मरम्मत किहेन। उरियाह हक्कोस क पूत रहा। 22 एकरे पाछे क देवार क हींसे क मरम्मत क काम ओन याजकन क जरिये कीन्ह गवा जउन उ इलाके मँ रहत रहेन।
23 फुन बिन्यामीन अउ हस्सूब अपने घरन क आगे क नगर देवार क हीसंन क मरम्मत किहन। ओकरे घर क बाद क देवार मासेयाह क पूत अजर्याह किहेन। मासेयाह अन्नयाह क पूत रहा।
24 फुन हेनादाद क पूत बिन्नूई अजर्याह क घरे स लइके देवार क मोड अउ फुन कोने तलक क हींसे क मरम्मत किहेस।
25 एकरे पाछे ऊजै क पूत पालाल देवार क उ मोड स लइके बुर्ज तलक क देवार क मरम्मत क बरे काम किहस। इ मीनार राजा क ऊपरी भवन पइ रही। इ राजा क पहरेदारन क आँगन क लगे ही रहा। पालाल क पाछे परोस क पूत पदायाह इ काम क अपने हाथन मँ लिहस।
26 मन्दिर क जउन सेवक ओपेल पहाड़ी पइ रहा करत रहेन उ पचे देवार क अगले हींसे क जल दुआर क पूर्ब कइँती अउर ओकरे निअरे क गुम्बद तलक क मरम्मत क काम किहन।
27 बिसाल गुम्बद स लइके ओपेल क पहाड़ी स लगी देवार तलक क समूचे हीसे क मरम्मत क काम तकोई क लोगन पूरा किहन।
28 अस्व दुआर क ऊपरी हींसे क मरम्मत क काम याजकन किहस। हर याजक अपने घर क आगे क देवार क मरम्मत किहस। 29 इम्मेर क पूत सादोक अपने घरे क समन्वा क हीसे क मरम्मत किहस। ओहसे आगे क हींसा क देवार क मरम्मत सकन्याह क पूत समयाह किहस। समयाह पूर्बी फाटक क दुआरपाल रहा।
30 देवार क बचे भए हीसे क मरम्मत क काम सेलेम्याह क पूत हनन्याह अउर सालाप क पूत हानून पूरा किहस। (हानून सालाप क छठवाँ पूत रहा।)
बेरेक्याह क पूत मसुल्लाम अपने कार्यालय क आगे क देवार क मरम्मत किहस। 31 फुन सोनार मल्कियाह मन्दिर क सेवकन क घरन अउर बइपारियन क घरन तलक क देवार क मरम्मत किहस। यानी निरीच्छण दुआर क सामने स देवार क कोने क ऊपरी कच्छ तलक क हीसे क मरम्मत मल्कियाह किहस। 32 कोने क ऊपरी कमरे स भेड़ दुआर तलक क बीच क देवार क समूचा हींसा सोनारन अउ बइपारियन ठीक किहन।
सम्बल्लत अउर तोबियाह
4 जब सम्बल्लत सुनेस कि हम लोग यरूसलेम क नगर देवार क पुनःनिर्माण करत अही, तउ उ बहोत किरोधित अउ बियाकुल होइ उठा। उ यहूदियन क हँसी उड़ावइ लाग। 2 सम्बल्लत अपने मीतन अउर फउज स सोमरोन मँ इ बिसय क लइके बातचीत किहस। उ कहेस, “इ सबइ सक्तिहीन यहूदी का करत अहइँ? ओनकर बिचार का अहइ? का उ पचे आपन बलियन चढ़ाइ पइही? साइद उ पचे अइसा सोचत ही कि उ पचे एक दिन मँ ही इ निर्माण कार्य क पूरा कइ लेइही। धूर माटी क इ ढेर मँ स उ पचे पाथरन क उठाइके फुन स नवी जिन्नगी नाहीं दइ पइही। इ सबइ तउ अब राखी अउ माटी क ढेर बन चुका अहइँ।”
3 अम्मोन क निवासी तोबियाह सम्बल्लत क संग रहा। तोबियाह बोला, “इ सबइ यहूदी जउन निर्माण करत रहे ओकरे बारे मँ इ सबइ का सोचत ही? जदि कउनो नान्ह स लोखरी भी उ देवार पइ चढ जाइ तउ ओनकर उ पाथरन क देवार ढह जाइ।”
4 तब नहेमायाह परमेस्सर स पराथना किहस अउर उ बोला, “हे हमरे परमेस्सर, हमरी बिनती सुना। उ सबइ लोग हम स घिना करत ही। सम्बल्लत अउ तोबियाह हमार अपमान करत हीं। एन बुरी बातन क तू ओन ही क संग घटाइ द्या। ओनका ओन मनइयन क नाई लज्जित कइके जेनका बन्दी क रूप मँ लइ जावा जात रहा होइ। 5 ओनकर उ अपराध क दूर जिन करा अथवा ओनके ओन पापन क छिमा जिन करा जेनका उ पचे तोहरे लखत किहन ह। उ पचे देवार क बनावइ बालन क अपमान किहन ह अउर ओनकर हिम्मत तोड़ेन ह।”
6 हम यरूसलेम क देवार क पुन: निर्माण किहा ह। हम नगर क चारिहुँ कइँती देवार बनावा ह। मुला ओका जेतना ऊँच होइ चाही, उ ओहसे आधी ही रहि गइ ह। हम इ एह बरे कइ पाए कि हमार लोग अपने समूचे मन स इ कार्य क किहा।
7 किन्तु सम्बल्लत, तोबियाह, अरब क लोगो, अम्मोन क निवासियो अउर असदोद क रहइवाले लोगन क उ समइ बहोत किरोध आवा। जब उ पचे इ सुनेन कि यरूसलेम क देवार पइ लोग निरंतर काम करत अहइँ। उ पचे सुने रहेन कि लोग देवार क टूटा भवा भाग क भरत अहइँ। 8 तउ उ पचे सबहिं लोग आपुस मँ बटुरेन अउर उ पचे यरूसलेम क खिलाफ जोजनन बनाएन। उ पचे यरूसलेम क खिलाफ गड़बड़ी पइदा करइ क सडयन्त्र रचेस। उ पचे इ जोजना भी बनाएन कि नगर क ऊपर चढाई कइके जुद्ध कीन्ह जाइ। 9 मुला हम अपने परमेस्सर स बिनती किहस अउर नगर देवार क देवारन पइ हम पहरेदार बइठाए दिहन ताकि उ पचे हीआँ दिन-रात रखवारी करइँ जेहसे हम ओन लोगन क मुकाबला करइ क बरे तुरन्त तइयार रहइँ।
10 उधर उहइ समइ यहूदा क लोग कहेन, “कारीगर लोग थकत जात अहइँ। हुवाँ बहोत स कचरा पड़ा अहइ। तउ हम अब देवार पइ निर्माण कार्य करत नाहीं रहि सकित। 11 अउर हमार दुस्मन कहत अहइँ, ‘एहसे पहिले कि यहूदियन क एकर पता चलइ या उ पचे हम क लखि लेइँ, हम ठीक ओनके बीच पहोंच जाब। हम ओनका मार डाउब जेहसे ओनकर काम रुक जाइ।’”
12 एकरे पाछे हमरे दुस्मनन क बीच रह रहे यहूदी हमरे लगे आवइँ अउर उ पचे हम स दस दाईँ इ कहेन, “हमरे चारिहुँ कइँती हमार दुस्मन अहइँ, हम जिधर भी मुड़ी, हर कहूँ हमार दुस्मन फइले अहइँ।”
13 तउ मइँ देवार क देवार क संग-संग जउन जगह सब स खाले पड़त रहिन, ओनके पाछे कछू लोगन क नियुक्त कइ दिहेउँ अउर मइँ देवार मँ जउन नाके पडत रहेन, ओन पइ भी लोगन क लगाइ दिहेउँ। मइँ समूची देवारन क ओनकर तरवारन, भालन अउर धनुस बागन क संग हुवाँ लगाइ दिहेउँ। 14 मइँ सारी स्थिति क अंजाद लिहेउँ अउर फुन खड़े होइके महत्त्वपूर्ण परिवारन, हाकिमन अउ दूसरे लोगन स कहेउँ, “हमरे दुस्मनन स डेराअ जिन। हमरे सुआमी क याद राखा। यहोवा महान अहइ अउ सक्तीसाली अहइ। तू पचन्क अपने भाइयन, अपने पूतन अउ अपनी बिटियन क बरे इ लडाई लडब ही अहइ। तू पचन्क अपनी मेहररूअन अउ अपने घरन क बरे जुद्ध करब ही होइ।”
15 एकरे पाछे हमरे दुस्मनन क कान मँ इ भनक पड गइ कि हम क ओनकी जोजनन क पता चल चुका ह। उ पचे जान गएन कि परमेस्सर ओनकी जोजनन पइ पानी फेर दिहस। एह बरे हम सबहिं नगर देवार क देवार पइ काम करइ क वापस लउटि गए। हर मनई फुन अपने जगह पइ वापस चला गवा अउर अपने हींसे क काम करइ लाग। 16 उ दिन क पाछे स मोरे आधे लोग देवार पइ काम करइ लागेन अउर मोर आधे लोग भालन, ढारन, तीरन अउर कवचन स सुसज्जित होइके पहरा देत रहे। यहूदा क ओन लोगन क पाछे जउन नगर देवार क देवार क निर्माण करत रहेन, फउज क अधिकारी खड़े रहत रहेन। 17 सामान ढोवइवाले मजदूर एक हाथ स काम करतेन तउ ओनके दूसर हाथे मँ हथियार रखत रहेन। 18 हर कारीगर क बगल मँ जब उ काम करत भवा होत, तरवार बँधी रहत रही। लोगन क सावधान करइ बरे तुरही बजावइवाला मनई मोरे लगे ही रहत। 19 फुन प्रमुख हथियारन, हाकिमन अउर बाकी दूसरे लोगन क सम्बोधित करत भए मइँ कहेउँ, “इ बहोत बड़ा काम अहइ। हम देवार क सहारे सहारे फइले भए अही। हर एक दूसरे स दूर पड गए अही। 20 तउ जदि तू तुरही क अवाज सुना, तउ उ निर्धारित जगह पइ भाग आवा हुँवइ हम सब बटुरब अउर हमरे बरे परमेस्सर जुद्ध करी।”
21 इ तरह हम यरूसलेम क उ देवार पइ काम करत रहे अउर हमरे आधे लोग भाले थामे रहे। हम भिंसारे क पहली किरण स लइके रात मँ तारे छिटकइ तलक काम किया करत रहे।
22 उ अवसर पइ लोगन स मइँ इ भी कहे रहेउँ: “रात क समइ हर मनई अउर ओकर सेवक यरूसलेम क भीतर ही ठहरइ ताकि राति क समइ मँ उ पचे पहरेदार रहइँ अउर दिन क समइ कारीगर।” 23 इ प्रकार हम मँ स कउनो भी कबहुँ अपने ओढ़ने नाहीं उतारत रहा न मइँ, न मेरे साथी, न मेरे लोग अउर न पहरेदार। हर समइ हम मँ स हर एक मनई अपने दाहिने हाथ मँ हथियार तइयार रखा करत रहा।
नहेमायाह क जरिये गरीबन क मदद
5 बहोत स गरीब लोग अपने यहूदी भाइयन क खिलाफ सिकाइत करइ लगे रहेन। 2 ओनमाँ स कछू कहा करत रहेन, “हमरे बहोत स बच्चन अहइँ। जदि हम क खइया क खाब अहइ अउर जिअत रहब अहइ तउ हम क थोड़ा अनाज तउ मिलइ ही चाही।”
3 दूसर लोगन क कहब अहइ, “इ समइ अकाल पड़त अहइ। हम क अपने खेत अउ घर गिरवी रखइ पड़त अहइँ ताकि हम क थोड़ा अनाज मिलि सकइ।”
4 कछू लोग इ भी कहत रहेन, “हम क अपने खेतन अउर अँगूर क बगीचन पइ राजा क कर चुकावइ पड़त ह मुला हम कर चुकाइ नाहीं पाइत एह बरे हम क चुकावइ क बरे धन उधार लेइ पड़त ह। 5 ओन धनवान लोगन क तरफ लखा। हम भी वइसे ही अच्छे अही जइसे उ पचे हमरे पूत भी वइसे ही अच्छे अहइँ, जइसे उनके पूत। किन्तु हम क अपने पूत बिटिया दासन रूप मँ बेचइ पडत अहइ। हम मँ स कछू क तउ दासन क रूप मँ अपनी बिटियन क वेचइ भी पडा हे। अइसा कछू भी तउ नाहीं अहइ जेका हम कइ सकइँ। हम अपने खेतन अउ अँगूर क बगीचन क खोइ चुके अहइँ। अब दूसर लोग ओनके मालिक अहइँ।”
6 जब मइँ ओनकर इ सबइ सिकाइतन सुनेउँ तउ मोका बहोत किरोध आवा। 7 मइँ खुद क सांत किहेउँ अउर फुन धनी परिवारन अउ हाकिमन क लगे जाइ पहोचेउँ। मइँ ओनसे कहेउँ, “तू पचे अपने ही लोगन क उ धने पइ बियाज चुकावइ क बरे मजबूर करत अहा जेका तू ओनका उधार देत अहा। निहचइ ही तू पचन्क अइसा बन्द कइ देइ चाही।” फुन मइँ लोगन क एक ठु सभा बोलाएउँ 8 अउर फुन मइँ ओन लोगन स कहेउँ दूसरे देसन मँ हमरे यहूदी भाइयन क दासन क रूप मँ बेचा जात रहा। ओनका वापस बेसहइ अउ अजाद करावइ क बरे हम स जउन बन पडा, हम कीन्ह अउर अब तू पचे ओनका फुन दासन क रूप मँ बेचत अहा अउर हम क फुन ओनका वापस लेइ पड़ी।
इ तरह उ सबइ धनी लोग अउर उ सबइ हाकिम चुप्पी साधे रहेन। कहइ क ओनके लगे कछू नाहीं रहा। 9 तउ मइँ बोलत चला गवा। मइँ कहेउँ, “तू लोग जउन कछू करत अहा, उ उचित नाहीं अहइ। तू पचे इ जानत अहा कि तू पचन्क परमेस्सर स डेराइ चाही अउर ओकर सम्मान करइ चाही। तू पचन्क अइसे लज्जापूर्ण कार्य नाहीं करइ चाही जइसे दूसर लोग करत हीं। 10 मोर लोग, मोरे भाई अउर खुद मइँ भी लोगन क धन अउर अनाज उधार पइ देत ही। मुला आवा हम ओन कर्जन पइ बियाज चुकावइ क बरे ओनका मजबूर करब बन्द कइ देइ। 11 इहइ दिना तू पचन्क ओनके खेतन, अंगूरे क बगीचन, जैतून क बाग अउर ओनकर घर ओनका जरूर वापस लउटाइ देइ चाही अउर उ बियाज भी तू पचन्क ओनका लउटाइ देइ चाही जउन तू पचे ओनसे वसूल किहा ह।”
12 एह पइ धनी लोगन अउ हाकिमन कहेन, “हम इ ओनका लउटाइ देब अउर ओनसे हम कछू भी नाहीं माँगब। हे नहेमायाह, तू जइसा कहत ह, हम वइसा ही करब।”
एकरे पाछे मइँ याजकन क बोलाएउँ। मइँ धनी लोगन अउ हाकिमन स इ प्रतिग्या करवाएउँ कि जइसा उ पचे कहेन ह, उ पचे वइसा ही करिहीं। 13 एकरे पाछे मइँ अपने ओढ़नन क सलवटन क फाड़त भए कहेउँ, “हर उ मनई क साथ, जउन अपने बचन क नाहीं निभाई, परमेस्सर तदनुकूल करी। परमेस्सर ओनका ओनके घरन स उखाड़ देइ अउर उ पचे जउन भी चिजियन क बरे काम किहन ह उ पचे सबहिं ओनके हाथ स जाती रही। उ मनई आपन सबहिं कछू खोइ बइठी।”
मइँ जब एन बातन क कहब समाप्त किहेउँ तउ सबहिं लोग एनसे सहमत होइ गएन। उ पचे सबहिं बोलेन, “आमीन।” अउर फुन उ पचे यहोवा क बडकई किहन अउर इ तरह जइसा उ पचे बचन दिहे रहेन, वइसा ही किहन।
14 अउर फुन यहूदा क धरती पइ अपने राज्जपाल काल क दौरान ज तउ मइँ अउर न मोरे भाइयन उ भोजन क ग्रहण किहेन जउन राज्जपाल क बरे निआव पूर्ण नाहीं रहा। मइँ अपने भोजन क बेसहइ क वास्ते कर चुकावइ बरे कबहुँ कउनो पइ दबाव नाहीं डाएउँ। राजा अर्तछत्र क सासन काल क बीसवे साल स बत्तीसवे बरिस तलक मइँ हुवाँ क राज्जपाल रहा। मइँ बारह बरिस तलक यहूदा क राज्जपाल रहा। 15 मुला मोहसे क पहिले क राज्जपालन लोगन क जिन्नगी क दूभर बनाइ दिहे रहेन। उ सबइ राज्जपाल लोगन पइ लगभग एक पौण्ड चाँदी चालीस सकेल देइ क बरे दबाव डावा करत रहेन। ओन लोगन पइ उ पचे खाना अउ दाखरस देइ क बरे भी दबाव डावत रहेन। ओन राज्जपालन क नीचे क हाकिम भी लोगन पइ हुकूमत चलावत रहेन अउर जिन्नगी क अउर जियादा दूभर बनावत रहेन। किन्तु मइँ काहेकि परमेस्सर क आदर करत रहेउँ, अउर ओहसे डेरात रहेउँ, एह बरे मइँ कबहुँ वइसे काम नाहीं किहेउँ। 16 यरूसलेम क देवार क बनावइ मँ मइँ कड़ी मेहनत किहे रहेउँ। मोर सबहिं सेवकन देवार पइ काम करत रहेन। हम पचे कउनो भी ज़मीन नाही लिहेन।
17 मइँ, अपने भोजन क चउकी पइ नियमित रूप स हाकिमन क संग एक सौ पचास यहूदियन क खाइ पइ बोलाया करत रहेउँ। मइँ चारिहुँ ओर क देसन क लोगन क भी भोजन देत रहेउँ जउन मोरे लगे आवा करत रहेन। 18 मोरे संग मेरी मेज पइ खाइवाले लोगन क बरे ऍतना खाना सुनिहचित कीन्ह गवा रहा: एक ठु बर्धा, छ तगड़ी भेड़िन अउर अलग-अलग तरीके क पंछी। एकरे अलावा हर दसन दिन मोरी मेज पइ हर तरह क दाखरस लावा जात रहा। फुन भी मइँ कबहुँ अइसे भोजन क माँग नाहीं किहेउँ, जउन राज्जपाल क बरे अनुमोदित नाहीं रहा। मइँ अपने भोजन क दाम चुकावइ क वास्ते, ओन लोगन पइ कबहुँ दबाव नाहीं डाएउँ। मइँ इ जानत रहेउँ कि उ सबइ लोग जउने काम क करत अहइँ उ बहोत कठिन अहइ। 19 परमेस्सर, ओन लोगन क बरे मइँ जउन अच्छा किहेउँ ह, तू ओका याद राखा।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.