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Chronological

Read the Bible in the chronological order in which its stories and events occurred.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
नहेमायाह 1-5

नहेमायाह क बिनती

इ सबइ हकल्याह क पूत नहेमायाह क बचन अहइँ: मइँ, नहेमायाह, किसलवे नाउँ क महीने मँ सूसन नाउँ क राजधानी नगरी मँ रहेउँ। इ उ समई रहा जब अर्तछत्र नाउँ क राजा क राज क बीसवाँ बरिस चलत रहा। मइँ जब अबहिं सूसन मँ रहेउँ तउ हनानी नाउँ क मोर एक भाई अउर कछू दूसर लोग यहूदा स हुवाँ आएन। मइँ ओनसे हुवाँ रह रहे यहूदियन क बारे मँ पूछेउँ। इ सबइ उ सब लोग रहेन जउन बन्धुआई स बच निकरे रहेन अउर अबहिं तलक यहूदा मँ रहत रहेन। मइँ ओनसे यरूसलेम नगरी क बारे मँ भी पूछे रहेउँ।

हनानी अउ ओकरे संग क लोग बताएन, “हे नहेमायाह, उ सबइ यहूदी जउन बंधुआई स बच निकरे रहेन अउर जउन यहूदा मँ रहत अहइँ, गहन बिपत्ति मँ प़ड़ा अहइँ। ओन लोगन क समन्वा बहोत स समस्या अहइँ अउर उ पचे बड़े लज्जित होत अहइँ। काहेकि यरूसलेम क नगर परकोटा ढह गवा अहइ अउर ओकर प्रवेस दुआर आगी स जरिके राखी होइ गए अहइँ।”

मइँ जब यरूसलेम क लोगन अउर नगर परकोटन क बारे मँ उ सबइ बातन सुनेउँ तउ मइँ बहोत बियाकुल होइ उठेउँ। मइँ बइठ गएउँ अउर रोइ उठेउँ। मइँ बहुत दिना तलक विलाप करत रहउँ। बहोत दिना तलक मइँ सरग क परमेस्सर स पराथना करत भए उपवास करत रहेउँ। एकरे पाछे मइँ इ पराथना किहेउँ:

“हे यहोवा, हे सरग क परमेस्सर, तू महान अहा अउर तू सक्तीसाली परमेस्सर अहा जउन ओन लोगन क संग अपने पिरेम क वाचा क पालन करत ह जउन तोहसे पिरेम करत हीं अउर तोहरे आदेसन पइ चलत ही।

“आपन आँखिन अउ अपने कान खोला। कृपा कइके तोहरे समन्वा तोहार सेवक राति दिन जउन पराथना करत रहत ह, ओह पइ कान द्या। मइँ तोहार सेवक, इस्राएल क लोगन क बरे बिनती करत हउँ। मइँ ओन पापन क स्वीकार करत हउँ जेनका हम इस्राएल क लोग तोहरे खिलाफ किहन ह। अउर मइँ इ भी स्वीकार करत हउँ कि मइँ तोहरे खिलाफ पाप किहेउँ ह, अउर इ भी कि मोरे बाप क परिवार क दूसरे लोग तोहरे खिलाफ पाप किहेन ह। हम इस्राएल क लोग तोहरे बरे बहोत बुरे रहेन ह। हम तोहरे ओन आदेसन अउ नेमन क पालन नाहीं किहे अही जेनका तू अपने सेवक मूसा क दिहे रह्या।

“तू अपने सेवक मूसा क जउन सिच्छा दिहे रह्या, कृपा कइके ओका याद करा। तू ओहसे कहे रह्या, ‘जदि इस्राएल क लोग आपन बिस्सास नाहीं बनाए रख्या तउ मइँ तोहका तितर-बितर कइके दूसर देसन मँ फइलाइ देब। मुला जदि इस्राएल क लोग मोरी कइँती लउटइँ अउर मोरे आदेसन पइ चलइँ, तउ मइँ अइसा करब: मइँ तोहरे ओन लोगन क, जेनका अपने घरन क छोड़इ बरे अउर धरती क दूसरे छोरन तलक निर्वासन होइ बरे मज़बूर कीन्ह ग रहेन बटोरब अउर ओन जगह स उ जगह पइ वापस लइ आउब मइँ जउने जगह क आपन नाउँ स्थापित करइ बरे चुनेउँ ह।’

10 “इस्राएल क लोग तोहार सेवक अहइँ अउर उ पचे तोहरे ही लोग अहइँ। तू अपनी महासक्ती दुआरा ओन लोगन क बचाएस ह अउर ओका सुरच्छित जगह पइ लइ आवा ह। 11 एह बरे हे यहोवा, कृपा कइके अब मोर बिनती सुना। मइँ तोहार सेवक अहउँ अउर कृपा कइके अपने सेवकन क बिनती पइ कान द्या जउन तोहरे नाउँ क मान देइ चाहत ही। जब मइँ राजा स सहारा माँगब तब तू मोर सहायता करा। मोका सफल बनावा। मोका सहायता द्या ताकि मइँ राजा क बरे प्रसन्नतादायक बना रहउँ।”

तब मइँ राजा क दाखरस सेवक रहा।

राजा अर्तछत्र क नहेमायाह क यरूसलेम पठउब

राजा अर्तछत्र क बीसवें बरिस क नीसान नाउँ क महीने मँ, रात्री-भोज क समइ मँ दाखरस राजा क परोसइ बरे रखा भवा रहा। मइँ उ दाखरस क लिहेस अउर राजा क दइ दिहेस। मइँ जब पहिले राजा क संग रहा तउ मइँ कभी भी दुःखी नाहीं भवा रहा किन्तु अब मइँ उदास रहेउँ। एह पइ राजा मोहसे पूछेस, “का तू बीमार अहा? तू उदास काहे देखाई देत अहा? मोर विचार अहइ तोहार मन दुख स भरा अहइ।”

एहसे मइँ बहोत जियादा डर गएउँ। मुला जदपि मइँ डर गवा रहेउँ किन्तु फुन भी मइँ राजा स कहेउँ, “राजा जिअत रहइँ। मइँ एह बरे उदास हउँ कि उ नगर जेहमाँ मोर पुरखन दफनाए गए रहेन उजा़ड़ प़ड़ा ह अउ उ नगर क प्रवेस दुआर आगी स भसम होइ गएन ह।”

फुन राजा मोहसे कहेस, “एकरे बरे तू मोहसे का करवावइ चाहत ह?”

एहसे पहिले कि मइँ जवाब देतेउँ, मइँ सरग क परमेस्सर स बिनती किहेउँ। फुन मइँ राजा क जवाब देत भए कहेउँ, “जदि इ राजा क भावइ अउर जदि मइँ राजा क बरे सच्चा रहउँ तउ यहूदा क नगर यरूसलेम मँ मोका पठइ दीन्ह जाइ जहाँ पुरखन दफनाए भए अहइँ। मइँ हुवाँ जाइके उ नगर क फुन स बसावइ चाहत हउँ।”

रानी राजा क बराबर बइठी भइ रही, तउ राजा अउर रानी मोहसे पूछेस, “तोहार इ जात्रा मँ केतने दिन लगिही? हिआँ तू कब तलक लउट अउब्या?”

राजा मोका पठवइ बरे रानी होइ गवा। तउ मइँ ओका एक निहचित समइ दइ दिहेउँ। मइँ इ राजा स इ भी कहेउँ, “जदि राजा क मोरे बरे कछू करइ मँ खुसी होइ तउ मोका इ माँगइ क अनुमति दीन्ह जाइ। कृपा कइके परात नदी क पच्छिम छेत्र क राज्जपालन क देखावइ क बरे कछू पत्र दीन्ह जाइँ। इ सबइ पत्र मोका एह बरे चाही ताकि उ पचे राज्जपाल यहूदा जात भए मोका अपने-अपने इलाकन स सुरच्छापूर्वक निकरइ देइँ। मोका दुआरन, देवारन, मन्दिरन क चारिहुँ कइँती क प्राचीरन अउ अपने घरे क बरे काठे क भी जरूरत अहइ। एह बरे मोका आप स आसाप क नाउँ भी एक पत्र चाही। आसाप आपके जंगलात क हाकिम अहइ।”

तउ राजा मोका पत्र अउर उ हर चीज दइ दिहस जउन मइँ माँगे रहेउँ। काहेकि परमेस्सर मोरे बरे दयालु रहा एह बरे राजा इ सब कइ दिहे रहा।

इ तरह मइँ परात नदी क पच्छिमी पहँटा क राज्जपालन क लगे गएउँ अउर ओनका राजा क जरिये दीन्ह गए पत्र देखाएउँ। राजा फउज क अधिकारी अउ घु़ड़सवार फउजी मोरे संग कइ दीन्ह रहेन। 10 सम्बल्लत अउर तोबियाह नाउँ क दुइ मनइयन मोरे कामन क बारे मँ सुनेन। उ पचे इ सुनिके बहोत बेचैन अउर किरोधित भएन कि कउनो इस्राएल क लोगन क मदद बरे आवा ह। सम्बल्लत होरोन क निवासी रहा अउर तोबियाह अम्मोनी क अधिकारी रहा।

नहेमायाह क जरिये यरूसलेम क देवार क निरीच्छण

11 मइँ यरूसलेम पहोंचेउँ अउर हुवाँ तीन दिन तलक ठहरेउँ 12 अउर कछू लोगन क संग लइके मइँ राति मँ बाहेर निकरि पड़ेउँ। परमेस्सर यरूसलेम क बरे करइ क जउन बात मोरे मने मँ बसाइ दिहे रहा ओकरे बारे मँ मइँ कउनो क कछू भी नाहीं बताए रहेउँ। उ घो़ड़ा क सिवा, जेह पइ मइँ सवार रहेउँ, मोरे संग अउर कउनो घो़ड़न नाहीं रहेन। 13 अबहि जब अँधेरा ही रहा तउ मइँ तराई दुआर स होइके गुजरेउँ। अजगर क कुएँ क तरफ मइँ आपन घो़ड़ा मो़ड़ दिहेउँ अउर मइँ उ दुआर पइ भी घो़ड़े क लइ गएउँ, जउन कूड़ा फाटक कइँती खुलत रहा। मइँ यरूसलेम क उ देवार क निरीच्छण करत रहेउँ जउन टूटिके ढह चुका रहा अउर ओकर फाटकन जउन कि आगि दुआरा तबाह कीन्ह गए रहेन। 14 एकरे पाछे मइँ सोते क फाटक कइँती अपने घो़ड़े क लइ गएउँ अउर फुन राजसरोवर क लगे जाइ निकरेउँ। किन्तु जब मइँ निअरे पहोंचेउँ तउ मइँ लखेउँ कि हुवाँ मोरे घो़ड़े क निकरइ बरे काफी जगह नाहीं अहइ। 15 एह बरे अँधियारा मँ ही मइँ देवार क निरीच्छण करत भए घाटी कइँती ऊपर निकरि गवा अउर आखीर मँ मइँ लउट पड़ा अउर तराई क फाटक स होत भवा भीतर आइ गवा। 16 ओन अधिकारियन अउर इस्राएल क महत्वपूर्ण लोगन क इ पता नाहीं चला कि मइँ कहाँ गवा रहेउँ। उ पचे इ नाहीं जान पाएन कि मइँ का करत रहेउँ। मइँ यहूदी लोग, याजकन, राजा क परिवार, अधिकारियन अउर ओन लोगन क जउन हुवाँ काम करब रहा, अबहि कछू भी नाहीं बताए रहा।

17 एकरे पाछे मइँ ओन सबहिं लोगन स कहेउँ, “हिआँ हम जउने विपत्तियन मँ पड़े अहइँ, तू ओनका लखि सकत ह। यरूसलेम खण्डहरन क ढेर बना भवा ह अउर एकर दुआर आगी स जरि चुके अहइँ। आवा, हम यरूसलेम क देवार क फुन स निर्माण करी। एहसे हम क भविस्स मँ फुन कबहुँ लज्जित नाहीं रहइ पड़ी।”

18 मइँ ओन लोगन क इ भी कहेउँ कि मोह पइ परमेस्सर क कृपा अहइ। राजा मोहसे जउन कछू कहे रहा, ओका मइँ उ सबइ बातन बताएउँ। एह पइ ओन लोग जवाब देत भए कहेन, “आवा, अब हम काम करब सुरू करी।” तउ उ पचे उत्तिम कार्य क करब सुरू कइ दिहन। 19 मुला होरोन क सम्बल्लत अम्मोनी क अधिकारी तोबियाह अउर अरब क गेसेम जब इ सुनेन कि फुन स निर्माण करत अहइँ तउ उ पचे बहोत भद्दे ढंग स हमार मजाक उड़ाएन अउर हमार अपमान किहन। उ पचे बोलेन, “इ तू का करत अहा? का तू राजा क विरोध मँ होत रहे अहा?”

20 मुला मइँ तउ ओन लोगन स बस एतना ही कहेउँ, “हम क सफल होइ मँ सरग क परमेस्सर हमार मदद करी। हम परमेस्सर क सेवक अही अउर हम इ नगर क फुन स निर्माण करब। इ काम मँ तू हमार मदद नाहीं कइ सकत्या। हिआँ यरूसलेम मँ तोहार कउनो भी पुरखा पहिले कबहुँ भी नाहीं रहा। इ धरती क कउनो भी भाग तोहार नाहीं अहइ। इ जगह मँ बने रहइ क तोहका कउनो अधिकार नाहीं अहइ।”

परकोटा बनावइ वाले

हुवाँ क महायाजक क नाउँ रहा एल्यासीब। एल्यासीब अउ ओकर याजक भाईयन निर्माण क काम करइ बरे गएन अउर उ पचे भे़ड़ दुआर क निर्माण किहन। उ पचे दुआर क यहोवा क समर्पित किहेस। उ पचे दुआर क दरवाजन क देवारे मँ लगाएन। ओन याजकन यरूसलेम क देवार पइ काम करत भए हम्मेआ क गुम्बद अउ हननेल क गुम्बद तलक ओकर निर्माण किहन। उ पचे आपन काम क यहोवा बरे समर्पित किहेन।

याजकन क जरिये बनाए गए परकोटन स आगे क देवार क यरीहो क लोगन बनाएन अउर फुन यरीहो क लोगन क जरिये बनाए गए परकोटन क आगे क देवार क निर्माण इम्री क पूत जक्कूर किहस।

तउ हस्सना क पूतन मछरी दरवाजे क निर्माण किहन। उ पचे एकर सहतीर रखेन अउर एकर दरवाजे, चिठकनियन अउर छड़न लगाएन।

उरियाह क पूत मरेमोत देवार क अगवा क हींसा क मरम्मत किहस। उरियाह हक्कोस क पूत रहा।

बरेक्याह क पूत मसूल्लाम देवार क ओहसे आगे क हींसा क मरम्मत किहस। (बरेक्याह मसेजबेल क पूत रहा।)

बाना क पूत सादोक एहसे आगे क देवार क मरम्मत किहस।

देवार क आगे क हीसा तकोई लोगन क जरिये सुद़ृढ कीन्ह गवा किन्तु तकोई क मुखिया लोगन अपने सुआमी नहेमायाह क देखरेख मँ काम करइ स मना कइ दिहस।

पासेह क पूत योयादा, अउर बसोदायाह क पूत मसुल्लाम पुराने दरवाजे क मरम्मत किहस। उ पचे सहतीरन क बइठाएन। उ पचे कब्जन पइ जो़ड़ियन चढ़ाएन अउर फुन दरवाजे पइ तालन लगाएन अउर चिठकनियन जड़ेन।

गीबोन स मलत्याह, मेरनोत स यादोन, गिबोनी लोगन, अउर मिस्पा मँ रहइवालन लोगन एकरे आगे क देवार क मरम्मत किहेन। इ सबइ लोग इफ्रात नदी क पच्छिमी पहँटा छेत्र क राज्जपालन दुआरा सासन कीन्ह जात रहा।

देवार क अगले हीसा क मरम्मत हर्हयाह क पूत उजीएल किहस। हर्हयाह क पूत उजीएल एक सोनार रहा। एहसे आगे क देवार क मरम्मत हनन्याह सुगन्ध बनावइवालन किहेन। एन लोग यरूसलेम क देवार क चउड़ी देवार तलक मरम्मत कइके ओकर बनाएस।

एहसे आगे क देवार क मरम्मत हूर क पूत रपायाह किहस। रपायाह आधे यरूसलेम क प्रसासक रहा।

10 देवार क दूसर हीसा हरूपम क पूत यदायाह बनाएस। यदायाह अपने घर क ठीक पाछे क देवार क मरम्मत किहस। एकरे पाछे क हीसे क मरम्मत क काम हसब्नयाह क पूत हत्तूस किहस। 11 हारीम क पूत मल्कियाह अउर पहत्मोआब क पूत हस्सूब देवार क अगले एक दूसरे हीसे क मरम्मत किहस। एन ही लोग भट्टन क मीनारन क मरम्मत भी किहन।

12 सल्लूम जउन हल्लोहेस क पूत रहा, उ देवार क अगले हीसे क बनाएस। इ काम मँ ओकर बिटियन भी ओकर मदद किहन। सल्लूम यरूसलेम क दूसर आधे हीसे क राज्जपाल रहा।

13 हानून नाउँ क एक मनई अउर जानोह नगर क निवासियन तराई फाटक क मरम्मत किहन। ओन ही लोग तराई फाटक क निर्माण किहन। उ पचे कब्जन पइ जो़ड़ियन चढ़ाएन अउर फुन दरवाजन पइ तालन लगाएन अउर मेखन जड़ेन। उ पचे पाँच सौ गज लम्बी देवार क मरम्मत किहन। उ पचे वुरड़ी दरवाजन तलक इ देवार क निर्माण किहन।

14 रेकाब क पूत मल्कियाह वुरड़ी दरवाजे क मरम्मत किहस। मल्कियाह बेथक्केरेम जिले क हाकिम रहा। उ दरवाजन क मरम्मत किहस, कब्जन पइ जो़ड़ियन चढ़ाएन अउर फुन दरवाजन पइ तालन लगवाइके मेखन जड़ेन।

15 कोल्होजे क पूत सल्लूम स्रोत दुआर क मरम्मत किहस। सल्लूम मिस्पा कस्बे क राज्जपाल रहा उ उ दरवाजन क लगवाएस अउर ओकरे ऊपर एक ठु छत डरवाएस। कब्जन पइ जोड़ियन चढ़ाएस अउर फुन दरवाजन पइ तालन लगवाइके मेखन जड़ेस। सल्लूम सेलह क तलाव क देवार क मरम्मत भी करवाएस। इ तलाब राजा क बगीचे क लगे ही रहा। दाऊद क नगरी क उतरइवाली सीढ़ियन तलक समूची देवार क भी उ मरम्मत करवाएस।

16 अजबूक क पूत नहेमायाह अगले हीसे क मरम्मत करवाएस। इ नहेमायाह बेतसूर नाउँ क जिले क आधे हीसे क राज्जपाल रहा। उ जगह तलक भी मरम्मत करवाएस जउन दाऊद क कब्रिस्तान क समन्वा पडत रहा। आदमियन क बनाए भए तलाव तलक, अउर बीरन क निवास नाउँ क जगह तलक भी उ मरम्मत क इ कार्य करवाएस।

17 लेवीबंसी परिवार समूह क लोग देवार क अगले हीसे क मरम्मत किहस। लेवीबंस क एन लोग बानी क पूत रहूम क देखरेख मँ काम किहस। अगले हीसे क मरम्मत हसब्याह किसह। हसब्याह कीला नाउँ क कस्बे क आधे हीसा क प्रसासक रहा। उ अपने जिले क कइँती स मरम्मत क इ काम करवाएस।

18 अगले हीसे क मरम्मत ओनके भाइयन किहन। उ पचे हेनादाद क पूत बव्वै क अधीनता मँ काम किहस। बव्वै कीला कस्बे क आधे हीसे क प्रसासक रहा।

19 एहसे अगले हीसे क मरम्मत क काम येसु क पूत एज़ेर किहस। एज़ेर मिस्पा क राज्जपाल रहा। उ सस्त्रागार स लइके परकोट क देवार क कोने तलक मरम्मत क काम किहस। 20 एकरे पाछे बारूक क पूत जब्बै ओहसे अगले हीसे क मरम्मत किहस। उ उ कोने स लइके एल्यासीब क घरे क दुआर तलक देवार क इ हीसे क बड़ी मेहनत स मरम्मत किहस। एल्यासीब महायाजक रहा। 21 उरियाह क पूत मरेमोत एहसे आगे क देवार क एल्यासीब क घरे क दरवाजे स लइके ओकरे घर क आखीर तलक मरम्मत किहेन। उरियाह हक्कोस क पूत रहा। 22 एकरे पाछे क देवार क हींसे क मरम्मत क काम ओन याजकन क जरिये कीन्ह गवा जउन उ इलाके मँ रहत रहेन।

23 फुन बिन्यामीन अउ हस्सूब अपने घरन क आगे क नगर देवार क हीसंन क मरम्मत किहन। ओकरे घर क बाद क देवार मासेयाह क पूत अजर्याह किहेन। मासेयाह अन्नयाह क पूत रहा।

24 फुन हेनादाद क पूत बिन्नूई अजर्याह क घरे स लइके देवार क मोड अउ फुन कोने तलक क हींसे क मरम्मत किहेस।

25 एकरे पाछे ऊजै क पूत पालाल देवार क उ मोड स लइके बुर्ज तलक क देवार क मरम्मत क बरे काम किहस। इ मीनार राजा क ऊपरी भवन पइ रही। इ राजा क पहरेदारन क आँगन क लगे ही रहा। पालाल क पाछे परोस क पूत पदायाह इ काम क अपने हाथन मँ लिहस।

26 मन्दिर क जउन सेवक ओपेल पहाड़ी पइ रहा करत रहेन उ पचे देवार क अगले हींसे क जल दुआर क पूर्ब कइँती अउर ओकरे निअरे क गुम्बद तलक क मरम्मत क काम किहन।

27 बिसाल गुम्बद स लइके ओपेल क पहाड़ी स लगी देवार तलक क समूचे हीसे क मरम्मत क काम तकोई क लोगन पूरा किहन।

28 अस्व दुआर क ऊपरी हींसे क मरम्मत क काम याजकन किहस। हर याजक अपने घर क आगे क देवार क मरम्मत किहस। 29 इम्मेर क पूत सादोक अपने घरे क समन्वा क हीसे क मरम्मत किहस। ओहसे आगे क हींसा क देवार क मरम्मत सकन्याह क पूत समयाह किहस। समयाह पूर्बी फाटक क दुआरपाल रहा।

30 देवार क बचे भए हीसे क मरम्मत क काम सेलेम्याह क पूत हनन्याह अउर सालाप क पूत हानून पूरा किहस। (हानून सालाप क छठवाँ पूत रहा।)

बेरेक्याह क पूत मसुल्लाम अपने कार्यालय क आगे क देवार क मरम्मत किहस। 31 फुन सोनार मल्कियाह मन्दिर क सेवकन क घरन अउर बइपारियन क घरन तलक क देवार क मरम्मत किहस। यानी निरीच्छण दुआर क सामने स देवार क कोने क ऊपरी कच्छ तलक क हीसे क मरम्मत मल्कियाह किहस। 32 कोने क ऊपरी कमरे स भेड़ दुआर तलक क बीच क देवार क समूचा हींसा सोनारन अउ बइपारियन ठीक किहन।

सम्बल्लत अउर तोबियाह

जब सम्बल्लत सुनेस कि हम लोग यरूसलेम क नगर देवार क पुनःनिर्माण करत अही, तउ उ बहोत किरोधित अउ बियाकुल होइ उठा। उ यहूदियन क हँसी उड़ावइ लाग। सम्बल्लत अपने मीतन अउर फउज स सोमरोन मँ इ बिसय क लइके बातचीत किहस। उ कहेस, “इ सबइ सक्तिहीन यहूदी का करत अहइँ? ओनकर बिचार का अहइ? का उ पचे आपन बलियन चढ़ाइ पइही? साइद उ पचे अइसा सोचत ही कि उ पचे एक दिन मँ ही इ निर्माण कार्य क पूरा कइ लेइही। धूर माटी क इ ढेर मँ स उ पचे पाथरन क उठाइके फुन स नवी जिन्नगी नाहीं दइ पइही। इ सबइ तउ अब राखी अउ माटी क ढेर बन चुका अहइँ।”

अम्मोन क निवासी तोबियाह सम्बल्लत क संग रहा। तोबियाह बोला, “इ सबइ यहूदी जउन निर्माण करत रहे ओकरे बारे मँ इ सबइ का सोचत ही? जदि कउनो नान्ह स लोखरी भी उ देवार पइ चढ जाइ तउ ओनकर उ पाथरन क देवार ढह जाइ।”

तब नहेमायाह परमेस्सर स पराथना किहस अउर उ बोला, “हे हमरे परमेस्सर, हमरी बिनती सुना। उ सबइ लोग हम स घिना करत ही। सम्बल्लत अउ तोबियाह हमार अपमान करत हीं। एन बुरी बातन क तू ओन ही क संग घटाइ द्या। ओनका ओन मनइयन क नाई लज्जित कइके जेनका बन्दी क रूप मँ लइ जावा जात रहा होइ। ओनकर उ अपराध क दूर जिन करा अथवा ओनके ओन पापन क छिमा जिन करा जेनका उ पचे तोहरे लखत किहन ह। उ पचे देवार क बनावइ बालन क अपमान किहन ह अउर ओनकर हिम्मत तोड़ेन ह।”

हम यरूसलेम क देवार क पुन: निर्माण किहा ह। हम नगर क चारिहुँ कइँती देवार बनावा ह। मुला ओका जेतना ऊँच होइ चाही, उ ओहसे आधी ही रहि गइ ह। हम इ एह बरे कइ पाए कि हमार लोग अपने समूचे मन स इ कार्य क किहा।

किन्तु सम्बल्लत, तोबियाह, अरब क लोगो, अम्मोन क निवासियो अउर असदोद क रहइवाले लोगन क उ समइ बहोत किरोध आवा। जब उ पचे इ सुनेन कि यरूसलेम क देवार पइ लोग निरंतर काम करत अहइँ। उ पचे सुने रहेन कि लोग देवार क टूटा भवा भाग क भरत अहइँ। तउ उ पचे सबहिं लोग आपुस मँ बटुरेन अउर उ पचे यरूसलेम क खिलाफ जोजनन बनाएन। उ पचे यरूसलेम क खिलाफ गड़बड़ी पइदा करइ क सडयन्त्र रचेस। उ पचे इ जोजना भी बनाएन कि नगर क ऊपर चढाई कइके जुद्ध कीन्ह जाइ। मुला हम अपने परमेस्सर स बिनती किहस अउर नगर देवार क देवारन पइ हम पहरेदार बइठाए दिहन ताकि उ पचे हीआँ दिन-रात रखवारी करइँ जेहसे हम ओन लोगन क मुकाबला करइ क बरे तुरन्त तइयार रहइँ।

10 उधर उहइ समइ यहूदा क लोग कहेन, “कारीगर लोग थकत जात अहइँ। हुवाँ बहोत स कचरा पड़ा अहइ। तउ हम अब देवार पइ निर्माण कार्य करत नाहीं रहि सकित। 11 अउर हमार दुस्मन कहत अहइँ, ‘एहसे पहिले कि यहूदियन क एकर पता चलइ या उ पचे हम क लखि लेइँ, हम ठीक ओनके बीच पहोंच जाब। हम ओनका मार डाउब जेहसे ओनकर काम रुक जाइ।’”

12 एकरे पाछे हमरे दुस्मनन क बीच रह रहे यहूदी हमरे लगे आवइँ अउर उ पचे हम स दस दाईँ इ कहेन, “हमरे चारिहुँ कइँती हमार दुस्मन अहइँ, हम जिधर भी मुड़ी, हर कहूँ हमार दुस्मन फइले अहइँ।”

13 तउ मइँ देवार क देवार क संग-संग जउन जगह सब स खाले पड़त रहिन, ओनके पाछे कछू लोगन क नियुक्त कइ दिहेउँ अउर मइँ देवार मँ जउन नाके पडत रहेन, ओन पइ भी लोगन क लगाइ दिहेउँ। मइँ समूची देवारन क ओनकर तरवारन, भालन अउर धनुस बागन क संग हुवाँ लगाइ दिहेउँ। 14 मइँ सारी स्थिति क अंजाद लिहेउँ अउर फुन खड़े होइके महत्त्वपूर्ण परिवारन, हाकिमन अउ दूसरे लोगन स कहेउँ, “हमरे दुस्मनन स डेराअ जिन। हमरे सुआमी क याद राखा। यहोवा महान अहइ अउ सक्तीसाली अहइ। तू पचन्क अपने भाइयन, अपने पूतन अउ अपनी बिटियन क बरे इ लडाई लडब ही अहइ। तू पचन्क अपनी मेहररूअन अउ अपने घरन क बरे जुद्ध करब ही होइ।”

15 एकरे पाछे हमरे दुस्मनन क कान मँ इ भनक पड गइ कि हम क ओनकी जोजनन क पता चल चुका ह। उ पचे जान गएन कि परमेस्सर ओनकी जोजनन पइ पानी फेर दिहस। एह बरे हम सबहिं नगर देवार क देवार पइ काम करइ क वापस लउटि गए। हर मनई फुन अपने जगह पइ वापस चला गवा अउर अपने हींसे क काम करइ लाग। 16 उ दिन क पाछे स मोरे आधे लोग देवार पइ काम करइ लागेन अउर मोर आधे लोग भालन, ढारन, तीरन अउर कवचन स सुसज्जित होइके पहरा देत रहे। यहूदा क ओन लोगन क पाछे जउन नगर देवार क देवार क निर्माण करत रहेन, फउज क अधिकारी खड़े रहत रहेन। 17 सामान ढोवइवाले मजदूर एक हाथ स काम करतेन तउ ओनके दूसर हाथे मँ हथियार रखत रहेन। 18 हर कारीगर क बगल मँ जब उ काम करत भवा होत, तरवार बँधी रहत रही। लोगन क सावधान करइ बरे तुरही बजावइवाला मनई मोरे लगे ही रहत। 19 फुन प्रमुख हथियारन, हाकिमन अउर बाकी दूसरे लोगन क सम्बोधित करत भए मइँ कहेउँ, “इ बहोत बड़ा काम अहइ। हम देवार क सहारे सहारे फइले भए अही। हर एक दूसरे स दूर पड गए अही। 20 तउ जदि तू तुरही क अवाज सुना, तउ उ निर्धारित जगह पइ भाग आवा हुँवइ हम सब बटुरब अउर हमरे बरे परमेस्सर जुद्ध करी।”

21 इ तरह हम यरूसलेम क उ देवार पइ काम करत रहे अउर हमरे आधे लोग भाले थामे रहे। हम भिंसारे क पहली किरण स लइके रात मँ तारे छिटकइ तलक काम किया करत रहे।

22 उ अवसर पइ लोगन स मइँ इ भी कहे रहेउँ: “रात क समइ हर मनई अउर ओकर सेवक यरूसलेम क भीतर ही ठहरइ ताकि राति क समइ मँ उ पचे पहरेदार रहइँ अउर दिन क समइ कारीगर।” 23 इ प्रकार हम मँ स कउनो भी कबहुँ अपने ओढ़ने नाहीं उतारत रहा न मइँ, न मेरे साथी, न मेरे लोग अउर न पहरेदार। हर समइ हम मँ स हर एक मनई अपने दाहिने हाथ मँ हथियार तइयार रखा करत रहा।

नहेमायाह क जरिये गरीबन क मदद

बहोत स गरीब लोग अपने यहूदी भाइयन क खिलाफ सिकाइत करइ लगे रहेन। ओनमाँ स कछू कहा करत रहेन, “हमरे बहोत स बच्चन अहइँ। जदि हम क खइया क खाब अहइ अउर जिअत रहब अहइ तउ हम क थोड़ा अनाज तउ मिलइ ही चाही।”

दूसर लोगन क कहब अहइ, “इ समइ अकाल पड़त अहइ। हम क अपने खेत अउ घर गिरवी रखइ पड़त अहइँ ताकि हम क थोड़ा अनाज मिलि सकइ।”

कछू लोग इ भी कहत रहेन, “हम क अपने खेतन अउर अँगूर क बगीचन पइ राजा क कर चुकावइ पड़त ह मुला हम कर चुकाइ नाहीं पाइत एह बरे हम क चुकावइ क बरे धन उधार लेइ पड़त ह। ओन धनवान लोगन क तरफ लखा। हम भी वइसे ही अच्छे अही जइसे उ पचे हमरे पूत भी वइसे ही अच्छे अहइँ, जइसे उनके पूत। किन्तु हम क अपने पूत बिटिया दासन रूप मँ बेचइ पडत अहइ। हम मँ स कछू क तउ दासन क रूप मँ अपनी बिटियन क वेचइ भी पडा हे। अइसा कछू भी तउ नाहीं अहइ जेका हम कइ सकइँ। हम अपने खेतन अउ अँगूर क बगीचन क खोइ चुके अहइँ। अब दूसर लोग ओनके मालिक अहइँ।”

जब मइँ ओनकर इ सबइ सिकाइतन सुनेउँ तउ मोका बहोत किरोध आवा। मइँ खुद क सांत किहेउँ अउर फुन धनी परिवारन अउ हाकिमन क लगे जाइ पहोचेउँ। मइँ ओनसे कहेउँ, “तू पचे अपने ही लोगन क उ धने पइ बियाज चुकावइ क बरे मजबूर करत अहा जेका तू ओनका उधार देत अहा। निहचइ ही तू पचन्क अइसा बन्द कइ देइ चाही।” फुन मइँ लोगन क एक ठु सभा बोलाएउँ अउर फुन मइँ ओन लोगन स कहेउँ दूसरे देसन मँ हमरे यहूदी भाइयन क दासन क रूप मँ बेचा जात रहा। ओनका वापस बेसहइ अउ अजाद करावइ क बरे हम स जउन बन पडा, हम कीन्ह अउर अब तू पचे ओनका फुन दासन क रूप मँ बेचत अहा अउर हम क फुन ओनका वापस लेइ पड़ी।

इ तरह उ सबइ धनी लोग अउर उ सबइ हाकिम चुप्पी साधे रहेन। कहइ क ओनके लगे कछू नाहीं रहा। तउ मइँ बोलत चला गवा। मइँ कहेउँ, “तू लोग जउन कछू करत अहा, उ उचित नाहीं अहइ। तू पचे इ जानत अहा कि तू पचन्क परमेस्सर स डेराइ चाही अउर ओकर सम्मान करइ चाही। तू पचन्क अइसे लज्जापूर्ण कार्य नाहीं करइ चाही जइसे दूसर लोग करत हीं। 10 मोर लोग, मोरे भाई अउर खुद मइँ भी लोगन क धन अउर अनाज उधार पइ देत ही। मुला आवा हम ओन कर्जन पइ बियाज चुकावइ क बरे ओनका मजबूर करब बन्द कइ देइ। 11 इहइ दिना तू पचन्क ओनके खेतन, अंगूरे क बगीचन, जैतून क बाग अउर ओनकर घर ओनका जरूर वापस लउटाइ देइ चाही अउर उ बियाज भी तू पचन्क ओनका लउटाइ देइ चाही जउन तू पचे ओनसे वसूल किहा ह।”

12 एह पइ धनी लोगन अउ हाकिमन कहेन, “हम इ ओनका लउटाइ देब अउर ओनसे हम कछू भी नाहीं माँगब। हे नहेमायाह, तू जइसा कहत ह, हम वइसा ही करब।”

एकरे पाछे मइँ याजकन क बोलाएउँ। मइँ धनी लोगन अउ हाकिमन स इ प्रतिग्या करवाएउँ कि जइसा उ पचे कहेन ह, उ पचे वइसा ही करिहीं। 13 एकरे पाछे मइँ अपने ओढ़नन क सलवटन क फाड़त भए कहेउँ, “हर उ मनई क साथ, जउन अपने बचन क नाहीं निभाई, परमेस्सर तदनुकूल करी। परमेस्सर ओनका ओनके घरन स उखाड़ देइ अउर उ पचे जउन भी चिजियन क बरे काम किहन ह उ पचे सबहिं ओनके हाथ स जाती रही। उ मनई आपन सबहिं कछू खोइ बइठी।”

मइँ जब एन बातन क कहब समाप्त किहेउँ तउ सबहिं लोग एनसे सहमत होइ गएन। उ पचे सबहिं बोलेन, “आमीन।” अउर फुन उ पचे यहोवा क बडकई किहन अउर इ तरह जइसा उ पचे बचन दिहे रहेन, वइसा ही किहन।

14 अउर फुन यहूदा क धरती पइ अपने राज्जपाल काल क दौरान ज तउ मइँ अउर न मोरे भाइयन उ भोजन क ग्रहण किहेन जउन राज्जपाल क बरे निआव पूर्ण नाहीं रहा। मइँ अपने भोजन क बेसहइ क वास्ते कर चुकावइ बरे कबहुँ कउनो पइ दबाव नाहीं डाएउँ। राजा अर्तछत्र क सासन काल क बीसवे साल स बत्तीसवे बरिस तलक मइँ हुवाँ क राज्जपाल रहा। मइँ बारह बरिस तलक यहूदा क राज्जपाल रहा। 15 मुला मोहसे क पहिले क राज्जपालन लोगन क जिन्नगी क दूभर बनाइ दिहे रहेन। उ सबइ राज्जपाल लोगन पइ लगभग एक पौण्ड चाँदी चालीस सकेल देइ क बरे दबाव डावा करत रहेन। ओन लोगन पइ उ पचे खाना अउ दाखरस देइ क बरे भी दबाव डावत रहेन। ओन राज्जपालन क नीचे क हाकिम भी लोगन पइ हुकूमत चलावत रहेन अउर जिन्नगी क अउर जियादा दूभर बनावत रहेन। किन्तु मइँ काहेकि परमेस्सर क आदर करत रहेउँ, अउर ओहसे डेरात रहेउँ, एह बरे मइँ कबहुँ वइसे काम नाहीं किहेउँ। 16 यरूसलेम क देवार क बनावइ मँ मइँ कड़ी मेहनत किहे रहेउँ। मोर सबहिं सेवकन देवार पइ काम करत रहेन। हम पचे कउनो भी ज़मीन नाही लिहेन।

17 मइँ, अपने भोजन क चउकी पइ नियमित रूप स हाकिमन क संग एक सौ पचास यहूदियन क खाइ पइ बोलाया करत रहेउँ। मइँ चारिहुँ ओर क देसन क लोगन क भी भोजन देत रहेउँ जउन मोरे लगे आवा करत रहेन। 18 मोरे संग मेरी मेज पइ खाइवाले लोगन क बरे ऍतना खाना सुनिहचित कीन्ह गवा रहा: एक ठु बर्धा, छ तगड़ी भेड़िन अउर अलग-अलग तरीके क पंछी। एकरे अलावा हर दसन दिन मोरी मेज पइ हर तरह क दाखरस लावा जात रहा। फुन भी मइँ कबहुँ अइसे भोजन क माँग नाहीं किहेउँ, जउन राज्जपाल क बरे अनुमोदित नाहीं रहा। मइँ अपने भोजन क दाम चुकावइ क वास्ते, ओन लोगन पइ कबहुँ दबाव नाहीं डाएउँ। मइँ इ जानत रहेउँ कि उ सबइ लोग जउने काम क करत अहइँ उ बहोत कठिन अहइ। 19 परमेस्सर, ओन लोगन क बरे मइँ जउन अच्छा किहेउँ ह, तू ओका याद राखा।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.