Print Page Options
Previous Prev Day Next DayNext

Chronological

Read the Bible in the chronological order in which its stories and events occurred.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
यहेजकेल 35-37

एदोम क खिलाफ सँदेस

35 मोका यहोवा क बचन मिला। उ कहेस, “मनई क पूत, सेईर पर्वत कइँती धियान द्या अउर मोरे बरे एक खिलाफ कछू कहा। एहसे कहा, ‘मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह:

“‘सेईर पर्वत, मइँ तोहरे खिलाफ हउँ।
    मइँ तोहका दण्ड देब।
    मइँ तोहका खाली बरबाद छेत्र कइ देब।
मइँ तोहरे नगरन क नस्ट करब,
    अउर तू खाली होइ जाब्या।
तब तू समुझब्या कि मइँ यहोवा हउँ।

“‘काहेकि तू सदा मोरे लोगन क बिरूद्ध रह्या। तू इस्राएल क बिरूद्ध आपन तरवारन क उपयोग ओकर बिपत्ति क समइ मँ किहा, ओनकर आखिर दण्ड क समइ मँ।’” एह बरे मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खाइके प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ तोहरे बरे रक्तपात लिआउब। रक्त तोहार पिछा करिहीं। तोहका लोगन क रक्त बहावइ मँ घिना नाहीं भएस। एह बरे रक्त तोहार पाछा करी। मइँ सेईर पर्वत क खाली बरबाद कइ देब। मइँ उ हर एक मनई क मार डाउब जउन उ नगर स आई अउर मइँ उ हर मनई क मार डाउब जउन उ नगर मँ जाइ क जतन करी। मइँ ओकर पर्वतन क ल्हासन स ढक देब। उ सबइ ल्हास तोहार सारी पहाड़िन, तोहार घाटी अउर तोहार सारे नालन मँ फइले होइहीं। मइँ तोहका सदा बरे नस्ट कइ देब। तोहरे पचन्क नगरन मँ कउनो जिअत नाहीं रही। तब तू समुझब्या कि मइँ यहोवा हउँ।”

10 तू कहया, “इ दुइनउँ रास्ट्र अउर देस (इस्राएल अउ यहूदा) मोर होइहीं। हम ओनका आपन बनाइ लेब।”

किन्तु यहोवा हुवाँ अहइ। 11 मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “तू मोरे लोगन बरे ईर्स्यालु रह्या। तू ओन पइ कोहान रह्या अउर तू मोहसे घिना करत रह्या। एह बरे आपन जिन्नगी क किरिया खाइके मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ तोहका वइसे ही दण्डित करब जइसे तू ओनका चोट पहोंचाया। मइँ तोहका सजा देब अउर आपन लोगन क समुझइ देब कि मइँ ओनके संग हउँ। 12 तब तू भी समुझब्या कि मइँ तोहरे सबहिं अपमानन क सुनेउँ ह। तू इस्राएल पर्वत क खिलाफ बहोत स बुरी बातन किहा ह। तू कहया, ‘इस्राएल नस्ट कइ दीन्ह गवा ह। हम लोग ओनका भोजन क तरह चबाइ जाब।’ 13 तू पचे गर्वीला रह्या अउर मोरे खिलाफ बातन किहा। तू अनेक दाइँउ कह्या अउर जउन तू कहया, ओकर हर एक सब्द मइँ सुनेउँ। हाँ, मइँ तू पचन्क सुनेउँ।”

14 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “उ समइ सारी धरती खुस होइ जब मइँ तोहका नस्ट करब। 15 तू तब खुस रह्या जब इस्राएल देस नस्ट भवा। मइँ तोहरे संग वइसा ही बेउहार करब। सेइर पर्वत अउर एदोम क पूरा देस नस्ट कइ दीन्ह जाइ। तब तू समुझब्या कि मइँ यहोवा हउँ।”

इस्राएल देस क फुन निर्माण कीन्ह जाइ

36 “मनई क पूत, मोरे बरे इस्राएल क पर्वतन स कहा। इस्राएल क पर्वतन क यहोवा क बचन सुनइ क कहा। ओनसे कहा कि सुआमी यहोवा इ कहत ह, ‘दुस्मन तोहार बिरुद्ध बोलेस ह। उ लोग कहेस, वाह! अब प्राचीन पर्वत हमार होइ।’

“एह बरे मोरे बरे इस्राएल क पर्वतन स कहा। कहा कि सुआमी यहोवा इ कहत ह, ‘दुस्मन तोहका खाली किहस। उ पचे तोहका चारिहुँ ओर स कुचल डाएन ह। उ पचे अइसा किहेन। एह बरे तू दूसर रास्ट्रन क अधिकार मँ गया। तब तोहरे बारे मँ लोग बातन अउ कानाफूसी किहन।’”

एह बरे इस्राएल क पर्वतो, मोर सुआमी यहोवा क बचन सुना। मोर सुआमी यहोवा पर्वतन, पहाड़ियन, धारन, घाटियन, खाली खण्डहरन अउ छोड़े गए नगरन स, जउन चारिहुँ कइँती क दूसर रास्ट्रन क जरिये लूटेन अउ मजाक उडाए गएन कहत ह मोर सुआमी यहोवा कहत ह: “मइँ किरिया खात हउँ कि मइँ आपन जलजलाहट क अपने बरे बोलइ देब। मइँ एदोम अउर दूसर रास्ट्रन क आपन किरोध क अनुभवा कराउब। ओन रास्ट्रन मोर भुइँया पइ कबजा कइ लिहेन। उ पचे उ देस क लइके बड़े खुस भएन। उ पचे उ भुइँया क लूटिके बहोत खुस भएन।”

“एह बेरे इस्राएल देस क बारे मँ इ सबइ कहा। पर्वतन, पहाड़ियन, धारन अउ घाटियन स कहा। इ कहा कि मोर सुआमी यहोवा कहत ह, ‘मइँ आपन जलन अउ किरोध क आपन बरे बोलइ देब। काहेकि एन रास्ट्रन स तोहका अपमान क पीरा मिली ह।’”

एह बरे मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ आपन हाथ उठाउब तोहरे चारिहुँ कइँती क रास्ट्र अपमान क कस्ट भोगिहीं।”

“किन्तु इस्राएल क पर्वतो, तू मोरे इस्राएल क लोगन बरे नए बृच्छ उगउब्या अउर फल पइदा करब्या। मोर लोग हाली लउटिहीं। मइँ तोहरे संग हउँ। मइँ तोहार मदद करब अउर तोहार देख-रेख करब। लोग तोहार भुइँया जोतिहीं। लोग बिआ बोइहीं। 10 तोहरे ऊपर अनगिनत लोग लहिहीं। इस्राएल क सारा परिवार अउर सबहिं लोग हुआँ रहिहीं। नगरन मँ, लोग रहइ लगिहीं। नस्ट ठउर नवे जगहन क तरह बनिहीं। 11 मइँ तोहका बहोत स लोग अउर जनावरन देब। उ पचे बढ़िहीं अउर ओनके बहोत गदेलन होइहीं। मइँ तोहारे ऊपर रहइवाले लोगन क वइसे ही प्राप्त कराउब, जइसे तू पहिले किहे रह्या। मइँ एका तोहरे बरे सुरूआत क बनिस्बत नीक बनाउब। तू फुन कबहुँ ओनका, ओनकर सन्तान स बंचित नाहीं करब्या। तब तू जनब्या कि मइँ यहोवा हउँ। 12 हाँ, मइँ आपन लोग, इस्राएल क तोहरी भुइँया पइ चलाउब। उ पचे तोह पइ अधिकार करिहीं अउर तू ओनकर होब्या। तू ओनका बगैर बच्चन क फुन कबहुँ नाहीं बनउब्या।”

13 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “हे इस्राएल देस लोग तोहसे बुरी बातन कहत हीं। उ पचे कहत हीं कि तू आपन लोगन क नस्ट किहा ह। उ पचे कहत हीं कि तू बच्चन क दूर लइ गया। 14 अब भविस्स मँ तू लोगन क नस्ट नाहीं करब्या। तू भविस्स मँ बच्चन क दूर नाहीं लइ जाब्या।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहे रहा। 15 “मइँ ओन रास्ट्रन क तोहका, अउर जियादा अपमानित नाहीं होइ देब। तू ओन लोगन स अउर जियादा चोट नाहीं खाब्या। तू ओनका गदेलन स रहित फुन कबहुँ नाहीं करब्या।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस। यहोवा आपन अच्छे नाउँ क रच्छा करी

16 तब यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 17 “मनई क पूत, इस्राएल क परिवार आपन देस मँ रहत रहा। किन्तु उ पचे उ देस क आपन कामन स दुसित बनाइ दिहन जउन उ पचे किहन। मोरे बरे उ पचे अइसी मेहरारू क समान रहेन जउन आपन मासिक धरम स असुद्ध होइ गइ होइ। 18 उ पचे जब उ देस मँ लोगन क हत्या किहन तउ उ पचे धरती पइ खून फइलाएन। उ पचे आपन देवमूरतियन स देस क गन्दा किहन। एह बरे मइँ ओनका देखाएउँ कि मइँ केतना कोहान रहेउँ। 19 मइँ ओनका रास्ट्रन मँ बिखेरेउँ अउर सबहिं देसन मँ फइलाएउँ। मइँ ओनका दण्ड उ बुरे काम बरे दिहेउँ जउन उ पचे किहन। 20 उ पचे ओन दूसर रास्ट्रन क गएन अउर ओन देसन मँ भी उ पचे मोर अच्छे नाउँ क बदनाम किहेन। कइसे? हुवाँ रास्ट्रन ओनके बारे मँ बातन किहन। उ पचे कहेन, ‘इ सबइ यहोवा क लोग अहइँ किन्तु इ पचे ओकर देस तजि दिहन तउ जरूर यहोवा मँ कछू खराबी होइ।’

21 “इस्राएल क लोग मोरे पवित्तर नाउँ क जहाँ कहीं उ पचे गएन, बदनाम किहन। मइँ आपन नाउँ बरे दुःख अनुभव किहेउँ। 22 एह बरे इस्राएल क परिवार स कहा कि सुआमी यहोवा इ कहत ह, ‘इस्राएल क परिवार, तू जहाँ गया हुआँ तू मोरे पवित्तर नाउँ क बदनाम किहा। एका रोकइ बरे मइँ कछू करइ जात हउँ। मइँ इ तोहरे बरे नाहीं करब। इस्राएल, मइँ एका आपन पवित्तर बरे करब। 23 मइँ ओन रास्ट्रन क देखाउब कि मोर महान नाउँ सच मँ पवित्तर अहइ। तब उ सबइ रास्ट्र जनिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।’” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ कहे रहा।

24 परमेस्सर कहेस, “मइँ तोहका ओन रास्ट्रन स बाहेर निकारब, एक संग बटोरब अउर तोहका तोहरे देस मँ लिआउब। 25 तब मइँ तोहरे उपर सुद्ध जल छिछकारब अउर तोहका सुद्ध करब। मइँ तोहार सारी गन्दगियन क धोइ डाउब अउर ओन घृणित देवमूरतियन स पइदा भइ गन्दगी क धोइ डाउब।” 26 परमेस्सर कहेस, “मइँ तोहमें नई आतिमा भी भरब अउर तोहरे सोचइ क ढंग क बदलब। मइँ तोहरे तने स कठोर हिरदय क बाहेर करेब अउर तोहका एक कोमल मानवी हिरदइ देब। 27 मइँ तोहरे भीतर आपन आतिमा प्रतिस्ठित करब। मइँ तोहका बदलब जेहसे तू मोरे नेमन क पालन करब्या। तू सावधानी स मोरे आदेसन क पालन करब्या। 28 तब तू उ देस मँ रहब्या जेका मइँ तोहरे पुरखन क दिहे रहेउँ। तू पचे मोरे लोग रहब्या अउर मइँ तोहार परमेस्सर रहब।” 29 परमेस्सर कहेस, “मइँ तोहका पचन्क बचाउब भी अउर तोहका पचन्क असुद्ध होइ स रोकब। मइँ अन्न क उगइ बरे आदेस देब। मइँ तोहरे पचन्क भुखमरी समइ नाहीं लिआउब। 30 मइँ तोहरे बृच्छन स फलन क बड़की फसलन अउर खेतन स अन्न क फसलन देब। तब तू दूसर देसन मँ भूखे रहइ क लज्जा फुन कबहुँ महसूस नाहीं करब्या। 31 तू पचे ओन बुरे कामन क याद करब्या जउन तू पचे स किहा। तू पचे याद करब्या कि उ सबइ काम नीक नाहीं रहेन। तब तू पचे आपन पापन अउर जउन भयंकर करम किहा ओनके बरे तू खुद अपने स घिन करब्या।”

32 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “मइँ चाहत हउँ कि तू इ याद राखा: मइँ तोहरी भलाई बरे इ सबइ कामन नाहीं करत हउँ। मइँ ओनका आपन नीक नाउँ करत हउँ। इस्राएल क परिवार, तोहका आपन रहइ क ढंग पइ लज्जित अउ बियाकुल होइ चाही।”

33 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “जउने दिन मइँ तोहरे पापन्क धोउब, मइँ लोगन्क वापस तोहरे नगरन मँ लिआउब। उ सबइ नगर फुन बनावा जइहीं। 34 खाली पड़ी भुइँया फुन जोती जाइ। हिआँ स गुजरइवाले हर एक क इ बरबादियन क ढेर क रूप मँ नाहीं देखाइ। 35 उ पचे कहिहीं, ‘पुराने समइ मँ इ देस नस्ट होइ ग रहेन। लेकिन इ सबइ अदन क बगीचे जइसे अहइँ। नगर नस्ट होइ गए रहेन। उ पचे बर्बाद अउर खाली रहेन। किन्तु अब उ सबइ सुरच्छित अहइँ ओनमाँ लोग रहत हीं।’”

36 परमेस्सर कहेस, “तब तोहरे चारिहुँ ओर क रास्ट्र समझिहीं कि मइँ यहोवा हउँ अउर मइँ ओन नस्ट ठउरन क फुन बसाएउँ। मइँ इ पहँटा मँ जउन खाली पड़ा रहा पेड़न क रोपेस। मइँ यहोवा हउँ। मइँ इ कहेउँ अउर मइँ एका घटित कराउब।”

37 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “जब इस्राएल क मनई मोहसे इ चिजियन करइ बरे कहब तउ मइँ सकारात्मक उत्तर देउब। मइँ ओनका असंख्य लोग बनाउब। उ पचे भेड़िन क झुण्डन क तरह होइहीं। 38 यरूसलेम मँ बिसेस त्यौहार क अवसर क समइ (बोकरियन, भेड़िन क खरकन क तरह, लोग होइहीं।) नगर अउर बरबाद ठउर, लोगन क झुण्ड स भरि जइहीं। तब उ पचे समुझिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।”

झुरान हाड़न क दर्सन

37 यहोवा क सक्ति मोह पइ आयी। यहोवा क आतिमा मोका नगर क बाहेर लइ गई अउर खाले एक घाटी क बीच मँ राखेस। घाटी मरे लोगन क हाड़न क भरी रही। घाटी मँ अनगिनत हाड़न भुइँया पइ पड़े रहेन। यहोवा मोका हाड़न क चारिहुँ कइँती घुमाएस। मइँ लखेउँ कि हाड़न बहोत झुरान अहइँ।

तब मोर सुआमी यहोवा मोहसे कहेस, “मनई क पूत, का इ हाड़न जीवित होइ सकत ही?”

मइँ जवाब दिहेउँ, “मोर सुआमी यहोवा, उ सवाल क जवाब सिरिफ तू जानत अहा।”

मोर सुआमी यहोवा मोहसे कहेस, “ओन हाड़न स मोरे बरे बातन करा। ओन हाड़न स कहा, ‘झुरान हाड़ो यहोवा क वचन सुना! मोर सुआमी यहोवा तू झुरान हाड़न स कहत ह: मइँ तू सबइ क अन्दर साँस दाखिल करब। अउर तू पचे जीवित होइ जाब्या। मइँ तोहरे पचन्क ऊपर नसन अउर माँस पेसियन चढ़ाउब अउर मइँ तोहका पचन्क चमड़ी स ढक देब। तब मइँ तोहार अन्दर साँस फूँकब। अउर तू पचे फुन जीवित होइ उठब्या। तब तू पचे समुझब्या कि मइँ यहोवा हउँ।’”

अत: मइँ यहोवा बरे ओन हाड़न स वइसे ही बातन किहेउँ कि जइसा उ कहेस। जब मइँ अभी बात करत ही रहेउँ तबहिं मइँ प्रचण्ड ध्वनि सुनेउँ। हाड़न खड़खड़ाइ लागिन अउर हाड़न हाड़न स एक संग जुड़िन। हुवाँ मोर आँखिन क समन्वा नसन, माँस पेसियन अउर चमड़ी हाड़न क ढकब सुरू किहस। किन्तु ओनमाँ साँस नाहीं रहा।

तब मोर सुआमी यहोवा मोहसे कहेस, “साँस स मोरे बरे कहा। मनई क पूत, मोरे बरे साँस स बातन करा। साँस स कहा कि सुआमी यहोवा इ कहत अहइ: ‘हे साँस, हर दिसा स आवा अउर एन ल्हासन मँ साँस भरा। ओनमा साँस भरा अउर उ पचे फुन जीवित होइ जाइहीं।’”

10 इ तरह मइँ यहोवा बरे साँस स बातन किहेउँ जइसा उ कहेस अउर ल्हासन मँ साँस आइन। उ पचे जी उठेन अउर खड़े होइ गएन। हुआँ बहोत स मनसेधू रहेन, उ पचे एक ठु बड़की फउज रहेन।

11 तब मोर सुआमी यहोवा मोहसे कहेस, “मनई क पूत, इ सबइ हाड़न इस्राएल क पूरे परिवार क दर्सावत अहइँ। इस्राएल क लोग कहत हीं, ‘हमार हाड़न झुराइ गइ अहइँ, हमार आसा समाप्त अहइ। हम पूरी तरह नस्ट कीन्ह जाइ चुकी अहइँ।’ 12 एह बरे ओनसे मोरे बरे बातन करा। ओनसे कहा सुआमी यहोवा इ कहत ह, ‘मोर लोगो, मइँ तोहार पचन्क कब्रन खोलब अउर तू सबइ पचन्क कब्रन क स बाहेर लिआउब। तब मइँ तू पचन्क इस्राएल क भुइँया पइ लिआउब। 13 मोरे लोगो, मइँ तोहार पचन्क कब्रन खोलब अउर तोहार पचन्क कब्रन स तू पचन्क बाहेर लिआउब। तब तू पचे समुझब्या कि मइँ यहोवा हउँ। 14 मइँ आपन साँस तू पचन्मँ डाउब अउर तू पचे फुन स जीवित होइ जाब्या। तब तू पचन्क मइँ तोहरे पचन्क देस मँ वापस लिआउब। तब तू पचे जनब्या कि मइँ यहोवा हउँ। तू पचे जनब्या कि मइँ इ सबइ बातन कहेउँ अउर ओनका घटित कराया।’” यहोवा इ कहे रहा।

यहूदा अउ इस्राएल क फिर एक होब

15 मोका यहोवा क बचन फुन मिला। उ कहेस, 16 “हे मनई क पूत, एक कुबरी ल्या अउर ओह पइ इ सँदेसा लिखा: ‘इ कुबरी यहूदा अउर ओकर मीतन, इस्राएल क लोगन क अहइ।’ तब दूसर कुबरी ल्या अउर एह पइ लिखा, ‘एप्रैम क इ कुबरी यूसुफ अउर ओकर मीत, इस्राएल क लोगन क अहइ।’ 17 तब दुइनउँ कुबरियन क एक संग जोर द्या। तोहरे हाथे मँ उ सबइ एक कुबरी होइ।

18 “तोहार लोग इ स्पस्ट करइ क कहिहीं, कि एकर अरथ का अहइ। 19 ओनसे कहा कि सुआमी यहोवा कहत ह, ‘मइँ यूसुफ क कुबरी लेब जउन कि एप्रैम अउर ओकर मीत इस्राएल क काबिल क हाथन मँ अहइ। तब मइँ उ कुबरी क यहूदा क कुबरी क संग रखब अउर एनकर एक ठु कुबरी बनाउब। उ पचे मोरे हाथे मँ एक ठु कुबरी होइ।’

20 “ओनकर आँखिन क समन्वा ओन कुबरियन क आपन हाथन मँ धरा। तू उ सबइ नाउँ पइ ओन कुबरियन पइ लिखे रह्या। 21 लोग स कहा कि सुआमी यहोवा इ कहत ह: ‘मइँ इस्राएल क लोगन क ओन रास्ट्रन स लिआउब, जहाँ उ पचे गवा अहइँ। मइँ ओनका चारिहुँ कइँती स बटोरब अउर ओनके अपने देस मँ लिआउब। 22 मइँ ओनका इस्राएल क पर्वतन क प्रदेस मँ एक रास्ट्र बनाउब। ओन सबहिं क सिरिफ एक राजा होइ। उ पचे दुइ रास्ट्र नाहीं बना रहिहीं। उ पचे भविस्स मँ राज्जन मँ नाहीं बाँटा जाइ सकतेन। 23 उ पचे आपन देवमूरतियन अउ भयंकर मूरतियन या आपन दूसर कउनो पापन स आपन आपका अउर दूसित नाहीं करिहीं। किन्तु मइँ ओन लोगन क ओनकर सबहिं पापन स जउन उ पचे किहे रहा बचाउब, अउर मइँ ओनका सबहिं ठउरन जहाँ उ पाप किहे रहेन एक संग बटोरब। मइँ ओनका पवित्तर बनाउब। उ सबइ मोर लोग होइहीं। अउर मइँ ओनकर परमेस्सर रहब।

24 “‘मोर सेवक दाऊद ओनके ऊपर राजा होइ। ओन सबहिं क सिरिफ एक गड़रिया होइ। उ पचे मोर नेमन क सहारे होइहीं अउर मोरे विधियन क पालन करिहीं। उ पचे उ काम करिहीं जउन मइँ कहब। 25 उ पचे उ भुइँया पइ रहिहीं जउन मइँ आपन सेवक याकूब क दिहेउँ। तोहार पुरखन उ ठउर पइ रहत रहेन अउर मोर लोग हुवाँ रहिहीं। उ पचे, ओनकर गदेलन अउर ओनकर पोतन-पोतियन हुवाँ हमेसा रहिहीं अउर मोर सेवक दाऊद ओनकर प्रमुख सदा रही। 26 मइँ ओनके संग एक सान्ति सन्धि करब। इ सन्धि सदा बनी रही। मइँ ओनका ओनकर देस देब मंजूर करब। मइँ ओनका बहुसंख्यक लोग बनाउब मंजूर करब। मइँ आपन पवित्तर ठउर हुवाँ ओनक संग सदा बरे रखब मजूंर करत हउँ। 27 मोर पवित्तर तम्बू हुवाँ ओनके बीच रही। हाँ, ओनकर परमेस्सर अउर उ पचे मोर लोग होइहीं। 28 तब दूसर रास्ट्र समुझिहीं कि मइँ यहोवा हउँ अउर उ पचे जानिहीं कि मइँ इस्राएल क, ओनके बीच सदा बरे आपन पवित्तर ठउर रखिके, आपन खास लोग बनावत हउँ।’”

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.