Chronological
अम्मोन क बारे मँ सँदेसा
49 इ सँदेसा अम्मोनी लोगन क बारे मँ अहइ। यहोवा कहत ह,
“अम्मोनी लोगो, का तू पचे सोचत अहा कि
इस्राएली लोगन क बच्चन नाहीं अहइँ?
का तू पचे समुझत अहा कि हुवाँ महतारी-बाप क मरइ क पाछे
ओनकर भूइँया लेइवाला कउनो नाहीं?
फिर भी तू पचे मल्कोम देवता क नाउँ पइ इस्राएल स गाद क भुइँया लेइ क निहचय किहेन।”
2 यहोवा कहत ह, “उ समइ आइ जब रब्बा अम्मोन क लोग
हमला स बचइ बरे तुरही बजाइहीं।
रब्बा अम्मोन नस्ट कीन्ह जाइ।
इ नस्ट इमारतन स ढकी पहाड़ी बनी
अउर एका चारिहुँ कइँती क नगर बारि दीन्ह जइहीं।
ओन लोग इस्राएल क लोगन क उ भूमि तजइ क बिवस करी।
अब इस्राएल क लोग ओनका अम्मोन देस तजइ बरे बिवस करिहीं,”
यहोवा कहत ह।
3 “हेसबोन क लोगो, रोवा।
काहेकि इ सबइ नगर नस्ट कइ दीन्ह ग अहइ।
रब्बा अम्मोन क मेहररूओ, रोवा।
आपन सोक ओढ़ना क पहिरा अउर रोवा।
सुरच्छा बरे नगर क पराअ।
काहेकि दुस्मन आवत अहइ।
उ पचे मल्कान देवता क लइ जइहीं
अउर उ पचे मल्कान क याजकन अउ अधिकारियन क लइ जइहीं।
4 तू आपन सक्ति क डींग मारत अहा।
किन्तु आपन ताकत क खोवत अहा?
तोहका बिस्सास अहइ कि तोहार धन तोहका बचाइ।
तू समुझत अहा कि तोह पइ कउनो हमला करइ क सोच भी नाहीं सकत।”
5 किन्तु सर्वसक्तिमान यहोवा इ कहत ह,
“मइँ हर कइँती स तोह पइ बिपत्ति ढाउब।
तू सब पराइ खड़ा होब्या,
फुन कउनो भी तू पचन्क एक संग लिआवइ मँ समर्थ नाहीं होइ।”
6 “अम्मोनी लोग कैदी बनाइके दूर पहोंचावा जइहीं। किन्तु समइ आइ जब मइँ अम्मोनी लोगन क वापस लिआउब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
एबोम क बारे मँ सँदेसा
7 इ सँदेसा एदोम क बारे मँ अहइ: सर्वसक्तीमान यहोवा कहत ह,
“का तोमान नगर मँ बुद्धि बची नाहीं रह गई अहइ?
का एदोम क बुद्धिमान लोग अच्छी सलाह देइ क जोग्य नाहीं रहेन?
का उ पचे आपन बुद्धिमानी खोइ चुका अहइँ?
8 ददान क निवासियो, भागा छुपा।
काहेकि मइँ एसाव क ओकर कामन बरे सजा देब।
9 “जदि अंगूर तोड़इवाले आवत हीं अउर आपन अंगूर क बगियन स अंगूर तोड़त हीं
अउर बेलन पइ कछू अंगूर छोड़ ही देत हीं।
जदि चोर रात क आवत हीं
तउ उ पचे ओतना ही लइ जात हीं जेतना ओनका चाही सब नाहीं।
10 किन्तु मइँ एसाव स हर चीज लइ लेब।
मइँ ओकर सबहिं छुपइ क जगह ढूँढ़ि डाउब।
उ मोहसे छुपा नाहीं रह सकत।
ओकर, बच्चन, रिस्तेदार अउर पड़ोसी मरिहीं।
11 कउनो भी मनई मनई ओनकर बच्चन क देख-रेख बरे नाहीं बची।
ओनकर मेहररूअन कउनो भी बिस्सासपात्र क नाहीं पइहीं।”
12 इ उ अहइ जउन यहोवा कहत ह, “कछू मनई सजा क पात्र नाहीं होतेन, किन्तु ओनका कस्ट होत ह। किन्तु एदोम तू सजा पावइ क जोग्ग अहा, एह बरे फुरइ तोहका सजा मिली। जउन सजा तोहका मिलइ चाही, ओहसे तू बचिके नाहीं निकर सकत्या। तोहका सजा मिली।” 13 यहोवा कहत ह, “मइँ आपन सक्ति स इ प्रतिग्या करत हउँ, मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि बोस्रा नगर नस्ट कीन्ह जाइ। उ नगर बर्बाद चट्टानन क ढेर बन जाइ। जब लोग दूसर नगरन क बुरा होइ चहिहीं तउ उ पचे इ नगर क उदारहण क रूप मँ याद करिहीं। लोग उ नगर क अपमान करिहीं अउर बोस्रा क चारिहुँ ओर क नगर सदा ही बर्बाद होइ जइहीं।”
14 मइँ एक सँदेसा यहोवा स सुनेउँ।
यहोवा रास्ट्रन क सँदेसा पठएस।
सँदेसा इ अहइ:
“आपन फउजन क एक संग बटोरा।
जुद्ध बरे तइयार होइ जा।
एदोम रास्ट्र क खिलाफ कूच करा।
15 एदोम, मइँ तोहका महत्वहीन बनाउब।
हर एक मनई तोहसे घिना करी।
16 एदोम, तू दूसर रास्ट्रन क आतंकित किहा ह।
एह बरे तू समझा कि तू महत्वपूर्ण अहा।
किन्तु तू मूरख बनावा गवा रह्या।
तोहार घमण्ड तोहका धोखा दिहस ह।
एदोम, तू ऊँच पहाड़ियन पइ बसा अहा,
तू बड़की चट्टानन अउर पहाड़ियन क जगहन पइ सुरच्छित अहा।
किन्तु जदि तू आपन निवास उकाब क झोंझ क ऊँचाई पइ ही काहे न बनावा,
तउ भी मइँ तोहका पाइ लेब अउर मइँ हुआँ स खाले लइ आउब।”
यहोवा इ सबइ कहेस।
17 “एदोम नस्ट कीन्ह जाइ।
लोगन क नस्ट नगरन क लखिके दुःख होइ।
लोग नस्ट नगरन पइ अचरज स सीटी बजइहीं।
18 सदोम अउर अमोरा मँ तब स कउनो नाहीं रहत ह बहोत पहिले जब स उ नस्ट कीन्ह गए रहेन,
उहइ तरह एदोम क सहर मँ कउनो नाहीं रहब्या जब मइँ ओका तबाह करब,”
यहोवा कहत ह।
19 “कबहुँ यरदन नदी क निचके क घनी झाड़ियन स एक ठु सेर निकरी अउ उ सेर ओन खेतन मँ जाइ जहाँ लोग आपन भेड़िन अउर आपन पसु रखत हीं। मइँ उ सेर क समान हउँ। मइँ एदोम जाब अउर मइँ ओन लोगन क आतंकित करब। मइँ ओनका भगाउब। कउनो भी मोरे समान नाहीं अहइ। कउनो भी मोका चुनौती नाहीं देइ। ओनकर गड़रियन (प्रमुखन) मँ स कउनो भी हमरे बिरुद्ध खड़ा नाहीं होइ।”
20 एह बरे यहोवा एदोम क खिलाफ जउन जोजना बनाएस ह ओका सुना।
तेमान मँ लोगन क संग जउन करइ क निहचइ यहोवा किहस ह ओका सुना।
उ पचे जउन कछू किहन
ओहसे एदोम क चरागाह खाली होइ जइहीं।
21 एदोम क पतन क धमाका स पृथ्वी काँप उठी।
ओनकर रूदन लगातार लाल सागर तलक सुनाई पड़ी।
22 यहोवा उ उकाब क तरह मँडराइ जउन आपन सिकार पइ टूटत ह।
यहोवा बोस्रा नगर पइ आपन पखना फइलाइके उकाब क नाई अहइ।
उ समइ एदोम क फउजी बहोत आतंकित होइहीं।
उ पचे बच्चा पइदा करत मेहरारू क तरह डर स रोइहीं।
दमिस्क क बारे मँ सँदेसा
23 इ सँदेसा दमिस्क नगर क बरे अहइ:
“हमात अउ अर्पद नगर भयभीत अहइँ।
उ पचे डेरान अहइँ काहेकि उ पचे बुरी खबर सुनेन ह।
उ पचे साहसहीन होइ गएन ह।
उ पचे परेसान अउ आतंकित अहइँ।
24 दमिस्क नगर दुर्बल होइ ग अहइ।
लोग पराइ जाइ चाहत अहइँ।
लोग भय स तैयार बइठा अहइँ।
बच्चा पइदा करत मेहरारू क तरह
पीरा अउ कस्ट महसूस करत अहइँ।
25 “दमिस्क नगर प्रसिद्ध अउ बहोत खुस अहइ।
अब इ केतॅना अलग अहइ।
26 एह बरे दमिस्क क जवान लोगन इ नगर क सार्वजनिक चउराहे मँ मरिहीं।
उ समइ ओकर सबहिं फउजी मार डावा जइहीं,”
सर्वसक्तिमान यहोवा कहत ह।
27 “मइँ दमिस्क क देवारन मँ आगी लगाइ देब।
उ आगी बेन्नहदद क मजबूत दुर्गन पूरी तरह बारिके खाक कइ देइ।”
केदार अउर हासोर क बारे मँ सँदेसा
28 इ सँदेसा केदार क परिवार समूह अउ हासोर क सासकन क बारे मँ अहइ। बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर ओनका पराजित किहे रहा। यहोवा कहत ह,
“जा अउर केदार क परिवार समूह पइ हमला करा।
पहिले क लोगन क नस्ट कइ द्या।
29 ओनकर डेरन अउ भेड़िन क खरकन लइ लिहा।
ओनकर डेरन अउर सबहिं चिजियन क आपन समझकर लेइ जा।
ओनकर ऊँटन क आपन जगह पइ लेइ जा।
लोग ओनके समन्वा चिल्लइहीं:
‘हमार चारिहुँ ओर भयंकर घटनन घटति अहइँ।’
30 हाली ही पराइ निकरा।
हासोर क लोगो, छुपइ क ठउर हेरा।”
इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
“नबूकदनेस्सर तोहरे खिलाफ जोजना बनाएस ह।
उ तू पचन्क पराजित करइ क चुस्त जोजना बनाएस ह।
31 “एक रास्ट्र अहइ, जउन खुसहाल अहइ।
उ रास्ट्र क बिस्सास अहइ कि उ कउनो क नाहीं हराइ।
उ रास्ट्र क लगे सुरच्छा बरे दुआर अउ रच्छा प्राचीर नाहीं अहइ।
उ सबइ लोग अकेल्ले रहत हीं।
यहोवा कहत ह, ‘उ रास्ट्र पइ हमला करा।’
32 दुस्मन ओनकर ऊँटन अउर पसुअन क बड़के झुण्डन क चोराइ लेइ।
मइँ ओन लोगन क पृथ्वी क हर हींसा मँ पराइ जाइ पइ मजबूर करब
जउन आपन बालन क कोनन क कटाइ राखे अहइँ।
अउर मइँ ओनके बरे चारिहुँ ओर भयंकर बिपत्तियन लिआउब,”
यहोवा कहत ह।
33 “हासोर क प्रदेस जंगली कुकुरन क रहइ क ठउर बनी।
इ सदा ही क बरे सूना रेगिस्तान बनी।
कउनो मनई हुआँ नाहीं रही कउनो मनई उ ठउरे पइ नाहीं रही।”
एलाम क बारे मँ सँदेसा
34 जब सिदकिय्याह यहूदा क राजा रहा तब ओकरे राज्जकाल क सुरूआत मँ यिर्मयाह नबी यहोवा क एक सँदेसा प्राप्त किहस। इ सँदेसा एलाम रास्ट्र क बारे मँ अहइ।
35 सर्वसक्तीमान यहोवा कहत ह,
“मइँ एलाम क धनुस बहोत हाली तोड़ देब।
धनुस एलाम क सब स सक्तीसाली अस्त्र अहइ।
36 मइँ एलाम पइ चतुर्दिक तूफान लिआउब।
मइँ ओनका अकासे क चारिहुँ दिसा स लिआउब।
मइँ एलाम क लोगन क पृथ्वी पइ सर्वत्र पठउब जहाँ चतुर्दिक आँधियन चलत हीं
अउर एलाम क कैदी हर रास्ट्र मँ जइही।
37 मइँ एलाम क ओनके समन्वा तोड़ब गाजो ओनका मारि डावइ चाहत हीं।
मइँ ओनपइ भयंकर बिपत्तियन लिआउब।
मइँ ओनका देखाउब कि
मइँ ओन पइ केतना कोहान हउँ,” यहोवा कहत ह।
“मइँ एलाम क पाछा करइ बरे तरवार पठउब।
तरवार ओनकर पाछा तब तलक करी
जब तलक मइँ ओन सब क मारि नाहीं डाउब।
38 मइँ एलाम क देखाउब कि मइँ व्यवस्थापक हउँ
अउर मइँ ओकर राजा लोग तथा पदाधिकारियन क नस्ट कइ देब।”
उ सँदेसा यहोवा क अहइ।
39 “किन्तु भविस्स मँ मइँ एलाम बरे सब नीक घटित होइ देबउँ।”
इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
बाबुल क बारे मँ सँदेसा
50 इ सँदेसा यहोवा क अहइ जेका उ बाबुल रास्ट्र अउ बाबुल क लोगन बरे दिहस। यहोवा इ सँदेसा यिर्मयाह क जरिये दिहस।
2 “हर एक रास्ट्र क इ घोसित कइ द्या।
झण्डा उठावा अउर सँदेसा सुनावा।
पूरा सँदेसा सुनावा अउर कहा,
‘बाबुल रास्ट्र पइ अधिकार कीन्ह जाइ।
बेल देवता लज्जा क पात्र बनी।
मरोदेक देवता बहोत डेराइ जाइ।
बाबुल क देवमूरतियन लज्जा क पात्र बनहीं
ओकर मूर्ति देवता भयभीत होइ जइहीं।’
3 उत्तर स एक रास्ट्र बाबुल पइ हमला करी।
उ रास्ट्र बाबुल क सूना रेगिस्तान स बनाइ देइ।
कउनो मनई हुआँ नाहीं रही।
मनई अउ पसु दुइनउँ हुआँ स पराइ जइहीं।”
4 यहोवा कहत ह, “उ समइ,
इस्राएल क अउर यहूदा क लोग एक संग होइहीं।
उ पचे एक संग बराबर रोवत रहिहीं
अउर एक संग ही उ पचे आपन यहोवा परमेस्सर क खोजइ जइहीं।
5 उ सबइ लोग पूछिहीं सिय्योन कइसे जाइँ
उ पचे उ दिसा मँ चलब सुरू करिहीं।
लोग कहिहीं, ‘आवा, हम यहोवा स जाइ मिलइँ,
हम एक अइसी करार करी जउन सदा ही रहइ।
हम लोग एक ठु अइसी करार करी जेका हम कबहुँ न बिसरी।’
6 “मोर लोग हेरान भेड़िन क तरह होइ ग अहइँ।
ओनकर गड़रियन ओनका गलत राहे पइ लइ गवा अहइँ।
ओनकर मार्गदर्सकन ओनका पहाड़न अउर पहाड़ियन मँ चारिहुँ कइँती भटकाएन ह।
उ पचे बिसरि गएन कि ओनकर बिस्राम क ठउर कहाँ अहइ।
7 जउन भी मोरे लोगन क पाएस,
चोट पहोंचाएस अउर ओन कहेन,
‘हम कछू गलत नाहीं कीन्ह।
वे लोग ही यहोवा क खिलाफ पाप किहेन।
यहोवा ओनकर बिस्राम क ठउर अहइ।
अउर परमेस्सर जेह पइ ओकर पुरखन पतियानेन।’
8 “बाबुल स पराइ निकरा।
कसदी लोगन क देस क तजि द्या।
ओन बोकरन क तरह बना जउन झूण्ड क राह देखावत हीं।
9 मइँ बहोत स रास्ट्रन क उत्तर स एक संग लिआउब।
रास्ट्रन क इ समूह बाबुल क बिरुद्ध जुद्ध बरे तइयार होइ।
बाबुल उत्तर क लोगन क जरिये अधिकार मँ लिआवा जाइ।
उ सबइ रास्ट्र बाबुल पइ अनेक बाण चलइहीं
अउर उ सबइ बाण ओन फउजियन क समान होइहीं
जउन जुद्ध भूइँया स खाली हाथ नाहीं लउटेन।
10 दुस्मन कसदी लोगन स सारा धन लेइ।
उ सबइ दुस्मन फउजी जउन चहिहीं, लेइहीं।”
इ सबइ यहोवा कहत ह।
11 “बाबुल, तू उत्तेजित अउ खुस ह्वा।
तू मोर देस लिहा।
तू अनाज क चारिहुँ कइँती
गइया क तरह नाचत अहा।
तोहार हँसी घोड़न क
हिनहिनाहट जइसी अहइ।
12 अब तोहार महतारी बहित लजाइ
तोहका जन्म देइवाली महतारी क ग्लानि होइ
बाबुल सबहिं रास्ट्रन क तुलना मँ सब स कम महत्व क होइ।
उ एक सूना रेगिस्तान होइ।
13 यहोवा आपन किरोध परगट करी।
एह बरे कउनो मनई हुआँ नाहीं रही।
बाबुल नगर पूरी तरह खाली रही।
बाबुल स गुजरइवाला हर एक मनई डेराइ।
उ पचे आपन मूँड़ हिलइहीं जब उ पचे लखिहीं कि इ कउने बुरी तरह नस्ट भवा ह।
14 “बाबुल क खिलाफ जुद्ध क तइयारी करा।
सबहिं फउजियन आपन धनुस स बाबुल पइ बाण चलावा।
आपन बाणन क न बचावा।
बाबुल यहोवा क खिलाफ पाप किहस ह।
15 बाबुल क चारिहुँ ओर क फउजियो, जुद्ध क उद्घोस करा।
अब बाबुल आत्म समर्पण किहेस ह।
ओकर दीवारन अउर गुम्बदन क गिराइ दीन्ह ग अहइ।
यहोवा ओन लोगन क उ सजा देत अहइ जउन ओनका मिलइ चाही।
रास्ट्रो तू बाबुल क उ सजा द्या जउन मिलइ चाही।
ओकर संग उ करा जउन उ दूसर रास्ट्रन क संग किहस ह।
16 बाबुल क लोगन क ओनकर फसलन न उगावइ द्या।
ओनका फसलन न काटइ द्या।
बाबुल क फउजी आपन नगर मँ अनेकन कैदी लियाएन ह।
अब दुस्मन क फउजी आइ गवा अहइँ,
एह बरे उ पचे कैदी आपन घर लउटत अहइँ।
उ सबइ कैदी आपन देसन क वापस परात अहइँ।
17 “इस्राएल भेड़ी क तरह अहइ जेका
सेरन पाछा कइके भगाइ दिहन ह।
ओका खाइवाला पहिला सेर अस्सूर क राजा रहा।
ओकर हाड़न क चूर करइवाला आखिरी सेर बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर रहा।
18 एह बरे सर्वसक्तीमान यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर कहत ह:
‘मइँ हाली ही बाबुल क राजा अउर ओकर देस क सजा देब।
मइँ ओका वइसे ही सजा देब जइसे मइँ अस्सूर क राजा क सजा दिहेउँ।
19 “‘मुला इस्राएल क मइँ ओकरे खेतन मँ वापस लिआउब।
उ उहइ भोजन करी जउन कर्मेल पर्वत अउर बासान क भुइँया क उपज अहइ।
उ भोजन करी अउर भरा पूरा होइ।
उ एप्रैम अउर गिलाद भुइँया मँ पहाड़ियन पइ खाइ।’”
20 यहोवा कहत ह, “उ समइ लोग इस्राएल क अपराध क जानइ चहिहीं।
किन्तु कउनो अपराध नाहीं होइ।
लोग यहूदा क पापन क जानइ चहिहीं
किन्तु कउनो पाप नाहीं मिली।
काहेकि मइँ इस्राएल अउ यहूदा क कछू बचे भएन क बचावत अहउँ
अउर मइँ ओनकर सबहिं पापन बरे ओनका छिमा करत हउँ।”
21 यहोवा कहत ह, “मरातैम देस पइ हमला करा।
पकोद क पहँटा क निवासियन पइ हमला करा।
ओन पइ हमला करा,
ओनका मार डावा अउर ओनका पूरी तरह नस्ट कइ द्या।
उ सब करा जेकरे बरे मइँ आदेस देत हउँ।
22 “जुद्ध क घोस समूचइ देस मँ सुना जाइ सकत ह।
इ बहोत जियादा बिध्वंस क सोर अहइ।
23 बाबुल ‘पूरी भुइँया क हथौड़ा’ रहा।
किन्तु अब हथौड़ा टूट गवा बिखराइ गवा अहइ।
बाबुल सबन मँ सब स जियादा
बर्बाद रास्ट्रन मँ स एक अहइ।
24 बाबुल, तू एक जाल बिछाएउँ,
किन्तु खुद ही तू एहमाँ आइ फँसा अउर तू लख भी नाहीं पाएस कि उ आवत रहा।
तू यहोवा क खिलाफ लड़्या,
एह बरे तू मिल गया अउर धरा गया।
25 यहोवा आपन भण्डार खोल दिहस ह।
अउर आपन किरोध क अस्त्र-सस्त्र निकारेस ह।
सर्वसक्तीमान परमेस्सर यहोवा ओन अस्त्र-सस्त्र क निकारेस ह
काहेकि ओका कसदी लोगन क देस मँ काम करब अहइ।
26 “बहोत दूर स बाबुल क खिलाफ आवा,
ओकर अन्न भण्डार घरन क तोड़िके खोला।
बाबुल क पूरी तरह नस्ट करा
अउर कउनो क जिअत न छोड़ा।
ओनकर ल्हासन क अनाजे क बड़के ढेर क तरह एक ढेर मँ लगावा।
27 बाबुल क सबहिं नउ जवानन क मार डावा।
ओनकर नरसंहार होइ द्या।
ओनकर पराजय क समय आइ गवा अहइ।
एह बरे ओनके बरे बहोत बुरा होइ।
इ ओनके बरे दण्डित होइ क समइ अहइ।
28 लोग बाबुल देस स परात अहइँ,
उ पचे उ देस स बच निकरत अहइँ।
उ सबइ लोग सिय्योन क आवत अहइँ अउर उ पचे सबहिं स उ सब कहत अहइँ जउन यहोवा करत अहइ।
उ सबइ कहत अहइँ कि बाबुल क, जउन सजा मिलइ चाही यहोवा ओका देत अहइ।
बाबुल यहोवा क मन्दिर क नस्ट किहस, एह बरे अब यहोवा बाबुल क नस्ट करत अहइ।
29 “धनुर्धारियन क बाबुल क खिलाफ बोलावा।
ओन लोगन स नगर पइ हमला करइ क कहा।
कउनो क बच निकरइ जिन द्या।
जउन उ किहस ह ओकर उल्टा भुगतान करा।
ओकरे संग उहइ करा
जउन उ दूसर रास्ट्रन क संग किहेस ह।
बाबुल यहोवा क सम्मान नाहीं किहेस।
बाबुल इस्राएल क पवित्तरतम क बरे बड़ा घमण्डी रहा।
एह बरे बाबुल क सजा द्या।
30 बाबुल क नउ जवान सड़कन पइ मारा जइहीं,
ओह दिन सबहिं फउजी मर जइहीं।”
इ सबइ यहोवा कहत ह।
31 “बाबुल, तू बहोत गर्वीला अहा,
अउर मइँ तोहरे खिलाफ हउँ।”
हमार सुआमी सर्वसक्तीमान यहोवा इ सब कहत ह।
“मइँ तोहरे खिलाफ हउँ
अउर तोहरे दण्डित होइ क समइ आइ गवा ह।
32 गर्वीला बाबुल ठोकर खाइ अउ गिरी
अउर कउनो मनई ओका उठावइ मँ मदद नाहीं करी।
मइँ ओकरे नगरन मँ आगी लगाउब,
उ आगी ओकरे चारिहुँ कइँती क सबहिं क पुरी तरह बारि देइ।”
33 सर्वसक्तीमान यहोवा कहत ह,
“इस्राएल अउ यहूदा क लोग दास अहइँ।
दुस्मन ओनका लइ गवा अउर दुस्मन इस्राएल क निकरि जाइ नाहीं देइ।
34 मुला परमेस्सर ओन लोगन क वापस लिआइ।
ओकर नाउँ सर्वसक्तिमान परमेस्सर यहोवा अहइ।
उ दृढ़ सक्ति स ओन लोगन क रच्छा करी।
उ ओनकर रच्छा करी जेहसे उ पृथ्वी क बिस्राम दइ सकइ।
किन्तु उ बाबुल क लोगन क बिस्राम नाहीं देइ।”
35 यहोवा कहत ह,
“बाबुल क लोगन क तरवार स मार द्या।
बाबुल क राजकीय अधिकारियन
अउ ग्यानियन क भी तरवार स मर जाइ द्या।
36 बाबुल क याजकन क तरवार स मार द्या।
उ सबइ याजक मूरख लोगन क तरह होइहीं।
बाबुल क फउजियन क तरवार स मर जाइ द्या,
उ सबइ फउजी त्रास स भरि जइहीं।
37 बाबुल क घोड़न अउर रथन क तरवार क घाट उतरइ द्या।
दूसर देसन क भाड़े क फउजियन क तरवार स कट जाइ द्या।
उ सबइ फउजी भयभीत अबला होइहीं।
बाबुल क खजाने क खिलाफ तरवार उठइ द्या,
उ सबइ खजानन लइ लीन्ह जइहीं।
38 बाबुल क नदियन सूख जाइँ।
उ सबइ नदियन सूख जइहीं।
बाबुल देस मँ असंख्य देवमूरतियन अहइँ।
उ सबइ मूरतियन परगट करत हीं कि बाबुल क लोग मूरख अहइँ।
एह बरे ओन लोगन क संग बुरी घटनन घटिहीं।
39 बाबुल फुन लोगन स नाहीं भरी
जंगली कुकुरन, सुतुरमुर्ग अउर दूसर रेगिस्तान क जनावर हुआँ रहिहीं।
किन्तु हुआँ कबहुँ कउनो मनई नाहीं रही।
40 परमेस्सर सदोम, अमोरा अउ ओनके चारिहुँ कइँती क नगरन
क पूरी तरह स नस्ट किहे रहा
अउर जब ओन नगरन मँ कउनो नाहीं रहत।
इहइ तरह बाबुल मँ कउनों नाहीं रही
अउर कउनो मनई हुआँ रहइ कबहुँ नाहीं जाइ।
41 “लखा, उत्तर स लोग आवत अहइँ,
उ पचे एक सक्तीसाली रास्ट्र स आवत अहइँ।
पूरे संसार क चारिहुँ ओर स एक संग बहोत स राजा आवत अहइँ।
42 ओनकी फउज क लगे धनुस अउर भालन अहइँ,
फउजी कूर अहइँ,
ओनमाँ दाया नाहीं अहइ।
फउजी आपन घोड़न पइ सवार आवत अहइँ,
ओकर दोड़इ क आवाज समुद्दर क गरजन क तरह अहइ।
उ पचे आपन जगहियन पइ जुद्ध बरे तइयार अहइँ।
बाबुल नगर उ पचे तोह पइ हमला करइ क तत्पर अहइँ।
43 बाबुल क राजा ओन फउजन क बारे मँ सुनेस,
अउर उ आतंकित होइ गवा।
उ एतना डर गवा ह कि ओकर हाथ हल नाहीं सकतेन।
ओकरे डर स ओकरे पेट मँ अइसी पीरा होत अहइ, जइसे उ बच्चा पइदा करइवाली मेहरारू होइ।”
44 यहोवा कहत ह, “कबहुँ यरदन नदी क निचके क
घनी झाड़ियन स एक ठु सेर निकरी।
उ सेर ओन खेतन मँ आइ
जहाँ लोग आपन जनावरन रखत हीं
अउर सब जनावर पराइ जइहीं।
मइँ उ सेर क तरह होब।
मइँ बाबुल, स ओकर देस छोड़ाउब।
इ करइ बरे मइँ केका चुनब?
मइँ जेका चाहब चुनब।
काहेकि अइसा कउनो मनई नाहीं जउन मोका चुनौती दइ सकइ।
कउनो गड़रिया मोर समन्वा खड़ा नाहीं होइ सकत।”
45 बाबुल क संग यहोवा जउन कछू करइ क
जोजना बनाएस ह, ओका सुना।
“बाबुल लोगन बरे यहोवा जउन करइ क निर्णय लिहस ह ओका सुना।
दुस्मन बाबुल क लोगन क खींच लेइ जाब्या
जइसा एक बछड़ा क झुण्ड स खींच लइ जाइ जात ह।
उ बाबुल क एक खाली खेत मँ बदल देब।
46 बाबुल क पतन होइ,
अउर उ पतन पृथ्वी क कँपकँपाइ देइ।
सबहिं रास्ट्रन क लोग
बाबुल क बिध्वंस होइ क बारे मँ सुनिहीं।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.