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Chronological

Read the Bible in the chronological order in which its stories and events occurred.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
यिर्मयाह 23-25

23 “यहूदा क गड़रियो क बरे इ बहोत बुरा होइ। उ सबइ गड़रियन भेड़िन क नस्ट करत अहइँ। उ पचे भेड़िन क मोर चरागाह स चारिहुँ कइँती भगावत अहइँ।” इ यहोवा क सँदेसा अहइ।

उ सबइ गड़रियन मोरे लोगन बरे उत्तरदायी अहइँ अउर इस्राएल क परमेस्सर यहोवा ओन गड़रियन स इ कहत ह, “गड़रियो, तू मोर भेड़िन क चारिहुँ कइँती भगाया ह। तू ओनका चला जाइ क मजबूर किहा ह। तू ओनकर देखरेख नाहीं रख्या ह। किन्तु मइँ तू लोगन क लखब, मइँ तू पचन्क बुरे करमन बरे सजा देब जउन तू किहा ह।” इ सँदेसा यहोवा क हिआँ स अहइ। “मइँ आपन भेड़िन (लोगन) क अलग-अलग देसन मँ पठउब। किन्तु मइँ आपन ओन भेड़िन क एक संग बटोरब जउन बची रहि ग अहइँ अउर मइँ ओनका ओनकर चरागाह (देस) मँ लिआउब। जब मोर भेड़िन अपनी चरागाह मँ वापस अइहीं तउन ओनकर बहोत बच्चन होइहीं अउर ओनकर संख्या बढ़ि जाइ। मइँ आपन भेड़िन बरे नवे गड़रियन राखब उ सबइ गड़रियन मोरे भेड़िन क देखरेख करिहीं अउर मोर भेड़िन भयभीत या डेरइहीं नाहीं। मोर भेड़िन मँ स कउनो हेरइहीं नाहीं।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।

सच्चा अकुंर

यहोवा कहत ह:
“समइ आवत अहइ
    जब मइँ दाऊद क कुल मँ एक ठु सच्चा ‘अंकुर’ उगाउब।
उ अइसा राजा होइ जउन बुद्धिमानी स सासन करी
    अउर उ उहइ करी जउन देस मँ उचित अउर निआउपूर्ण होइ।
उ सच्चे अंकुर क समइ मँ यहूदा क लोग सुरच्छित रहिहीं
    अउर इस्राएल सुरच्छित रही।
ओकर नाउँ इ होइ
    यहोवा हमार सच्चाई अहइ।”

यहोवा कहत ह: “एह बरे समइ आवत अहइ जब लोग पुरान प्रतिग्या नाहीं करिहीं। जउन उ पहिले किया करत रहेन उ कहत रहे: ‘यहोवा क किरिया, जउन इस्राएल क लोगन क मिस्र देस स बाहेर लिआए रहा।’ किन्तु अब लोग कछू नवा कहिहीं, ‘यहोवा जिअत अहइ, यहोवा ही उ अहइ जउन इस्राएल क लोगन क उत्तर क देस स बाहेर लिआवा। उ ओनका ओन सबहिं देसन स बाहेर लिआवा जेनमाँ उ ओनका पठए रहा।’ तब इस्राएल क लोग आपन देस मँ ही रहिहीं।”

झूठे नबियन क विरूद्ध निआव

नबियन बरे सँदेस अहइ:
“मइँ बहोत दुःखी हउँ, मोर हिरदय विदीर्ण होइ ग अहइ।
    मोर सारी हड्डियन काँपत अहइँ।
मइँ (यिर्मयाह) मतवाला क तरह अहउँ।
    काहे? यहोवा अउर ओकर पवित्तर सँदेसा क कारण।
10 यहूदा अइसे लोगन स भरा अहइ
    जउन परमेस्सर बरे बिस्सासघाती अहइँ।
यहोवा भुइँया क अभिसाप दिहस
    अउर इ बहोत झुराइ गइ।
पौधन चरागाहन मँ झुरात अहइँ
    अउर मरत अहइँ।
खेत रेगिस्ताने जइसा होइ ग अहइँ।
    नबियन बुरा करम करत ह अउर ओनकर सक्ति नकली अहइ।
11 नबी अउर याजक तलक भी पापी अहइँ।
मइँ ओनका आपन मँन्दिर मँ पाप करत लखेउँ ह।
    इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
12 एह बरे मइँ ओनका आपन सँदेस देब बन्द करब।
    इ अइसा होइ माना उ पचे अंधकार मँ चलइ क मजबूर कीन्ह ग होइँ।
इ अइसा होइ माना नबियन अउर याजकन बरे फिसलइवाली सड़किया होइ।
    उ अँधियारी जगह मँ उ सबइ नबी अउ याजक गिरिहीं।
मइँ ओन पइ बिपत्तियन ढाउब।
    उ समइ मइँ ओन नबियन अउर याजकन क सजा देब।”
    इ सँदेसा यहोवा क अहइ।

13 “मइँ सोमरोन क नबियन क कछू बुरा करत लखेउँ।
    मइँ ओन नबियन क लबार बाल देवता क नाउँ भविस्सवाणी करत लखेउँ।
    ओन नबियन इस्राएल क लोगन स दूर भटकाएन।
14 मइँ यहूदा क नबियन क यरूसलेम मँ बहोत भयानक करम करत लखेउँ।
    एन नबियन बिभिचार करइ क पाप किहन।
उ पचे झूठी सिच्छन पइ बिस्सास किहन,
    अउर ओन लबार उपदेसन क कबूल किहन।
उ पचे दुट्ठ लोगन क पाप करत रहइ क बरे उत्साहित किहन।
    एह बरे लोग पाप करब नाहीं तजेन।
उ पचे सबहिं लोग एदोप नगर क तरह अहइँ।
    यरूसलेम क लोग मोरे बरे अमोरा नगर क तरह अहइ।”

15 एह बरे सर्वसक्तिमान यहोवा नबियन क बारे मँ इ बातन कहत ह,
“मइँ आव नबियन क दण्ड देब।
    उ सजा बिख स भरा भोजन पानी खाइ पिअइ जइसा होइ।
नबियन आध्यात्मिक बीमारी पइदा किहन अउर उ बीमारी पूरे देस मँ फइल गइ।
    एह बरे मइँ ओन नबियन क सजा देब।
    उ बीमारी यरूसलेम मँ नबियन स आइ।”

16 सर्वसक्तिमान इ सब कहत ह:
“उ पचे नबी तू पचन स जउन कहइँ ओकर अनसुनी करा।
    उ पचे तू पचन्क मूरख बनावइ क जतन करत अहइँ।
उ पचे नबी अन्तदर्सन करइ क बात करत हीं।
    किन्तु उ पचे आपन अन्त दर्सन मोहसे नाहीं पाउतेन।
    ओनकर अन्तदर्सन ओनकर मन क उपज अहइ।
17 कछू लोग यहोवा क सच्चे सँदेसा स घिना करत हीं।
    एह बरे उ सबइ नबी ओन लोगन स अलग-अलग कहत हीं।
    उ पचे कहत हीं, ‘तू सान्ति स रहब्या।’
कछू लोग बहोत हठी अहइँ।
    उ पचे उहइ करत हीं जउन उ पचे करइ चाहत हीं।
एह बरे उ सबइ नबी कहत हीं,
    ‘तोहार पचन्क कछू भी बुरा नाहीं होइ।’
18 किन्तु एन नबियन मँ स कउनो भी स्वर्गीय परिषद मँ सामिल नाहीं भवा ह।
    ओनमाँ स कउनो भी यहोवा क सँदेसा क न लखेस ह न ही सुनेस ह।
    ओनका स कउनो भी यहोवा क सँदेसा पइ गंभीरता स धियान नाहीं दिहेस ह।
19 अब यहोवा क हिआँ स सजा आँधी क तरह आइ।
    यहोवा क किरोध बौंड़र क तरह होइ।
    इ ओन दुट्ठ लोगन क मूँड़न क कुचरत भवा आइ।
20 यहोवा क किरोध तब तलक नाहीं रूकी
    जब तलक उ पचे जउन करइ चाहत हीं, पूरा न कइ लेइँ।
जब उ दिन चला जाइ
    तब तू पचे एका ठीक ठीक समुझब्या।
21 मइँ ओन नबियन क नाहीं पठएउँ।
    किन्तु उ पचे आपन सँदेसा देइ दउड़ पड़ेन।
मइँ ओनसे बातन नाहीं किहेउँ।
    किन्तु उ पचे मोर नाउँ क उपदेस दिहन।
22 जदि उ पचे मोर स्वर्गीय परिषद मँ सामिल भए होतेन
    तउ उ पचे यहूदा क लोगन क मोर सँदेसा दिए होतेन।
उ पचे लोगन क बुरे करम करइ स रोक दिए होतेन।
    उ पचे लोगन क पाप करम करइ स रोक दिए होतेन।”

23 इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
“मइँ परमेस्सर हउँ, हिआँ हुआ अउर सर्वत्र।
    मइँ बहोत दूर नाहीं हउँ।
24 कउनो मनई कउनो छिपइ क ठउरे मँ आपन क मोहसे छिपावइ जतन कइ सकत ह।
    किन्तु ओका लखि लेब मोरे लिए सहल अहइ।
    काहेकि मइँ सरग अउ धरती दुइनउँ पइ सर्वत्र हउँ।”

यहोवा इ सबइ बातन कहेस। 25 “अइसे नबी अहइँ जउन मोरे नाउँ पइ लबार उपदेस देत हीं। उ पचे कहत हीं, ‘मइँ एक सपन लखेउँ ह! मइँ एक सपन लखेउँ ह।’ मइँ ओनका उ सबइ बातन करत सुनेउँ ह। 26 इ कब तलक चलत रही? उ सबइ नबी झूठ ही क चिन्तन करत हीं अउर तब उ पचे उ झूठ क उपदेस लोगन क देत हीं। 27 इ सबइ नबी जतन करत हीं कि यहूदा क लोग मोर नाउँ बिसरि जाइँ। उ पचे इ काम क, आपुस मँ एक दूसर स कल्पित सपन कहिके करत अहइँ। इ सबइ लोग मोरे लोगन स मोर नाउँ वइसे ही बिसराइ देइ क जतन करत अहइँ जइसे ओनकर पुरखन मोका बिसरि गए रहेन। ओनकर पुरखन मोका बिसरि गएन अउर उ पचे लबार देवता बाल क पूजा किहन। 28 भूसा उ नाहीं अहइ जउन गोहूँ अहइ। ठीक उहइ तरह ओन नबियन क सपन मोर सँदेसा नाहीं अहइँ। जदि कउनो मनई आपन सपनन क कहइ चाहत ह तउ ओका कहइ द्या। किन्तु उ मनई क मोरे सँदेसा क सच्चाई क कहइ द्या जउन मोरे सँदेसा क सुनत ह। 29 मोर सँदेसा ज्वाला क तरह अहइ। इ उ हथौड़े क तरह अहइ जउन चट्टान क चूर्ण करत ह।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।

30 “एह बरे मइँ लबार नबियन क खिलाफ हउँ। काहेकि उ पचे मोरे सँदेसा क एक दूसर स चोरावइ मँ लगा रहत हीं।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 31 “उ पचे आपन बात कहत हीं अउर देखावा इ करत हीं कि उ यहोवा सँदेसा अहइ। 32 मइँ ओन लबार नबियन क खिलाफ हउँ जउन सपन क उपदेस देत हीं।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “उ पचे आपन झूठ अउ झूठे उपदेसन स मोरे लोगन क भटकावत हीं। मइँ ओन नबियन क लोगन क उपदेस देइ बरे नाहीं पठएउँ। मइँ ओनका आपन बरे कछू करइ क आदेस कबहुँ नाहीं दिहेउँ। उ पचे यहूदा क लोगन क सहायता बिल्कुल नाहीं कइ सकतेन।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।

यहोवा स दुःखपूर्ण संदेसा

33 “यहूदा क लोग, नबी अथवा याजक तू पचन्स पूछ सकत हीं, ‘यहोवा क बोझ का अहइ?’ तू पचे ओनका जवाब द्या, ‘तू पचे बोझ अहइ अउर मइँ तोहसे छुटकारा पाउब।’ यहोवा कहत ह।

34 “कउनो नबी या याजक अथवा सायद लोगन मँ स कउनो कह सकत ह, ‘इ यहोवा स बोझ अहइ।’ उ मनई इ झूठ कहेस, एह बरे मइँ उ मनई अउर ओकरे पूरे परिवार क सजा देब। 35 जउन तू आपुस मँ एक दूसर स कहब्या उ इ अहइ: ‘यहोवा का जबाव दिहस?’ या ‘यहोवा का कहेस?’ 36 किन्तु तू पचे फुन इ भाव क कबहुँ नाहीं दुहरउब्या। यहोवा क ‘बोझ’ काहेकि ‘बोझ’ लोगन क खुद क सब्द अहइ। ऍह बरे तू पचे मोरे परमेस्सर, सजीव परमेस्सर, सर्वसक्तिमान यहोवा क सब्द क ‘बोझ’ बदल ह।

37 “जदि तू परमेस्सर क सँदेसा क बारे मँ जानइ चाहत अहा तब कउनो नबी स पूछा, ‘यहोवा तोहका का जवाब दिहस?’ या ‘यहोवा का कहेस?’ 38 किन्तु इ न कहा, ‘यहोवा क हिआँ स बोझ का अहइ?’ जदि तू एन सब्दन क उपयोग करब्या तउ यहोवा तोहसे इ सब कही, ‘तोहका मोरे सँदेसा क यहोवा क हिआँ स बोझ नाहीं कहइ चाही रहा।’ मइँ तोहसे ओन सब्दन क उपयोग न करइ क कहे रहेउँ। 39 किन्तु तू मोरे सँदेसा क बोझइ कहा, ‘एह बरे मइँ तोहका एक बोझ क तरह उठाउब अउर आपन स दूर पटक देब। मइँ तोहरे पुरखन क यरूसलेम नगर दिहे रहेउँ। किन्तु अब मइँ तोहका अउर उ नगर क आपन स दूर लोकाइ देब। 40 मइँ सदा ही तोहका कलंकित बनाइ देब। तू कबहुँ आपन लज्जा क नाहीं बिसरब्या।’”

नीक अंजीर अउर बुरे अंजीर

24 यहोवा मोका इ सबइ चिजियन देखाइस: यहोवा क मन्दिर क समन्वा मइँ सजी भइ दुइ ठु अंजीर क टोकरियन लखेउँ। (मइँ इ अन्तदर्सन क बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क जरिये यकोन्याह क बन्दी बनाइ लीन्ह जाइ क पाछे लखेउँ। यकोन्याह राजा यहोयाकीम क पूत रहा। यकोन्याह अउ ओकर बड़के अधिकारी यरूसलेम स दूर पहोंचाइ दीन्ह ग रहेन। उ पचे बाबुल पहोंचावा ग रहेन। नबूकदनेस्सर यहूदा क सबहिं बढ़इयन अउ धातुकारन क लइ गवा रहा।) एक ठु टोकरी मँ बहोत नीक अंजीर रहेन। उ सबइ ओन अंजीरन क तरह रहेन जउन मौसम क सुरूआत मँ पकत हीं। किन्तु दूसर टोकरी मँ सड़े गले अंजीर रहेन। उ सबइ एतने सड़े गले रहेन कि ओनका खावा नाहीं जाइ सकत रहा।

यहोवा मोहसे कहेस, “यिर्मयाह, तू का लखत अहा?” मइँ जवाब दिहेउँ, “मइँ अंजीर लखत हउँ। नीक अंजीर बहोत नीक अहइँ। अउर सड़े गले अंजीर बहोत ही सड़े गले अहइँ। उ सबइ एतने सड़े गले अहइँ कि खावा नाहीं जाइ सकतेन।”

तब यहोवा क सँदेसा मोका मिला। इस्राएल क परमेस्सर यहोवा कहेस, “यहूदा क लोग आपन देस स लइ जावा गएन। ओनकर दुस्मन ओनका बाबुल लइ गवा। उ सबइ लोग एन नीक अंजीरन क तरह होइहीं। मइँ ओन लोगन पइ दाया करब। मइँ ओनकर रच्छा करब। मइँ ओनका यहूदा देस मँ वापस लिआउब। मइँ ओनका चरिके लोकाउब नाहीं, मइँ फुन ओनकर निर्णय करब। मइँ ओनका उखाड़ब नाहीं अपितु रोपब जेहसे उ सबइ बाढ़इँ। मइँ ओनका आपन क समुझइ क इच्छा रखइवाला बनाउब। उ पचे समझिहीं कि मइँ यहोवा हउँ। उ सबइ मोर लोग होइहीं अउर मइँ ओनकर परमेस्सर। मइँ इ करब काहेकि उ पचे बाबुल क बन्दी पूरे हिरदय स मोर सरण मँ अइहीं।

“किन्तु यहूदा क राजा सिदकिय्याह ओन अंजीरन क तरह अहइ जउने ऍतने सड़े गले अहइँ कि खावा नाहीं जाइ सकतेन। अउर ओकर बड़के अधिकारी, जउन यरूसलेम अउ मिस्र मँ रहत अहइँ ओन सड़े गले अंजीरन क तरह होइहीं। मइँ ओन लोगन क सजा देब। उ सजा पृथ्वी क सबहिं लोगन क हिरदय दहताइ देइ। लोग यहूदा क लोगन क मजाक उड़इहीं। लोग ओनके बारे मँ हसी उड़इहीं। लोग ओनका ओन सबहिं ठउरन पइ सराप देइहीं जहाँ ओनका मइँ बिखेरब। 10 मइँ ओनके विरूद्ध तरवारन, भुखमरी अउर बीमारियन पठउब। मइँ ओन पइ तब तलक हमला करब जब तलक कि उ पचे सबहिं मर नाहीं जातिन। तब उ पचे भविस्स मँ उ भुइँया पइ नाहीं रहिहीं जेका मइँ एनका तथा एनकर पुरखन क दिहे रहेउँ।”

यिर्मयाह क उपदेस क सार

25 इ उ सँदेसा अहइ, जउन यहूदा क सबहिं लोगन स सम्बन्धित, यिर्मयाह क मिला। इ सँदेसा यहोयाकीम क यहूदा मँ राज्जकाल क चउथे बरिस मँ आवा। यहोयाकीम योसिय्याह क पूत रहा। राजा क रूप मँ ओकरे राज्जकाल क चउथा बरिस उहइ रहा जउन बाबुल मँ नबूकदनेस्सर क पहिला बरिस रहा। इ उहइ सँदेसा अहइ जेका यिर्मयाह नबी यहूदा क लोगन अउर यरूसलेम क लोगन क दिहस।

मइँ एन बीते तेईस बरिसन मँ यहोवा क सँदेसन क तोहका बार-बार दिहेउँ ह। मइँ यहूदा क राजा आमोन क पूत योसिय्याह क राज्जकाल मँ तेरहवाँ बरिस स नबी अहउँ। मइँ सुबह होत ही यहोवा क सँदेसन क तोहका दिहेउँ ह। किन्तु तू पचे ओका अनसुना किहा ह। यहोवा आपन सेवक नबियन क तोहरे पास बार-बार पठएस ह। किन्तु तू ओनका अनसुना किहा ह। तू ओनकी कइँती तनिक भी धियान नाहीं दिहा ह।

ओन नबियन कहेन, “आपन जिन्नगी क बदला। ओन बुरे कामन क करब तजा। जदि तू बदल जाब्या, तउ तू उ भुइँया पइ वापस लउट अउर रह सकब्या जेका यहोवा तोहका अउर तोहरे पुरखन क बहोत पहिले दिहे रहा। उ इ भुइँया तोहका सदैव रहइ क दिहस। दूसर देवतन क अनुसरण न करा। ओनकर सेवा या ओनकर पूजा न करा। इ सबइ कइके मोका किरोधित न करा, मोका तोहका सज़ा मत देइ द्या।”

“किन्तु तू मोर अनसुनी किहा।” यहोवा कहत ह। “आपन करम स तू मोका आपन ही चोट बरे किरोधित किहा ह।”

एह बरे सर्वसक्तिमान यहोवा इ कहत ह, “तू मोरे सँदेसा क अनसुना किहा ह। एह बरे मइँ उत्तर क सबहिं परिवार समूहन क हाली बोलाउब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “मइँ हाली ही बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क पठउब। उ मोर सेवक अहइ। मइँ ओन लोगन क यहूदा देस अउर यहूदा क लोगन क खिलाफ बोलाउब। मइँ ओनका तोहरे चारिहुँ कइँती क पड़ोसी रास्ट्रन क खिलाफ भी लिआउब। मइँ ओन सबहिं देसन क नस्ट करब। मइँ ओन देसन क सदैव बरे सूना रेगिस्तान बनाइ देब। लोग ओन देसन क लखिहीं अउर जउन बुरी तरह उ सबइ बर्बाद भएन ह ओह पइ सीटी बजइहीं। 10 मइँ ओन ठउरन पइ सुख अउर आनन्द क किलोलन क बन्द कइ देब। हुआँ भविस्स मँ दुलहा-दुलहिनन क उमंग भरी हँसी ठिठोली न होइ। मइँ चक्की चलावइ लोगन क गीतन क दूर कइ देब। मइँ दीयकन क उजाला खतम करब। 11 उ समूचा पहँटा ही सूना रेगिस्तान बन जाइ। उ पचे सारे लोग बाबुल क राजा क सत्तर बरिस तलक दास होइहीं।

12 “किन्तु जब सत्तर बरिस बीत जइहीं तउ मइँ बाबुल क राजा क सजा देब। मइँ बाबुल रास्ट्र क सजा देब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “मइँ कसदियन क देस क ओनके पाप बरे दण्ड देब। मइँ उ देस क सदेव बरे रेगिस्तान बनाउब। 13 मइँ कहेउँ ह कि बाबुल पइ अनेक विपत्तियन अइहीं। उ सबइ बातन घटित होइहीं। यिर्मयाह ओन बिदेसी रास्ट्रन क बारे मँ उपदेस दिहे रहा अउर उ सबइ चितउनियन इ पुस्तक मँ लिखी अहइँ। 14 हाँ बाबुल क लोगन क कइउ रास्ट्रन अउर कइउ बड़के राजा लोगन क सेवा करइ पड़ी। मइँ ओनका ओकरे बरे ओनके उचित दण्ड देब जउन सब उ पचे करिहीं।”

बिस्व क रास्ट्रन क संग निआव

15 इस्राएल क परमेस्सर यहोवा इ सब कहेस, “यिर्मयाह, इ दाखरस क पियाला मोरे हाथन स ल्या। इ मोर किरोध क दाखरस अहइ। मइँ तोहका अलग-अलग रास्ट्रन मँ पठवत अहउँ। ओन सबहिं रास्ट्रन क इ पियाला स पिआवा। 16 उ पचे इ दाखरस क पीइहीं। तब उ पचे उलटी करिहीं अउर पागलन सा बेउहार करिहीं। उ पचे इ ओन तरवारन क कारण अइसा करिहीं जेनका मइँ ओनके खिलाफ हाली पठउब।”

17 एह बरे मइँ यहोवा क हाथ स पियाला लिहेउँ। मइँ ओन रास्ट्रन मँ गएउँ अउर ओन लोगन क उ पियाले स पिलाएउँ। 18 मइँ दाखरस क यरूसलेम अउ यहूदा क लोगन क बरे ढालेउँ। मइँ यहूदा क राजा लोगन अउर प्रमुखन क इ पियाले स पियाएउँ। मइँ इ एह बरे किहेउँ कि इ ठउर ऍतनी बुरी तरह स बर्बाद होइ जाइ कि लोग एकरे बारे मँ सीटी बजावइँ अउर इ ठउर क सराप देइँ अउर इ भवा, यहूदा अब उहइ तरह क अहइ।

19 मइँ मिस्र क राजा फिरौन क भी पियाले स पियाएउँ। मइँ ओनकर अधिकारियन, ओकर बड़के प्रमुखन अउर ओकर सबहिं लोगन क यहोवा क किरोध क पियाले स पियाएउँ।

20 मइँ सबहिं मिस्रित रास्ट्रन अउर अज़ देस क सबहिं राजा लोगन क उ पियाले स पियाएउँ।

मइँ पलिस्ती देस क सबहिं राजा लोगन क उ पियाले स पियाएउँ। इ सबइ अस्कलोन, अज्जा, एक्रोन अउर असदोद नगर क बचे भाग क राजा रहेन।

21 तब मइँ एदोम, मोआब अउर अम्मोन क लोगन क उ पियाले स पियाएउँ।

22 मइँ सोर अउ सीदोन क राजा लोगन क उ पियाले स पियाएउँ।

मइँ बहोत दूर क देसन क राजा लोगन क भी उ पियाले स पियाएउँ। 23 मइँ ददान, तेमा अउर बूज क लोगन क उ पियाले स पियाएउँ। मइँ ओन सब क उ पियाले स पियाएउँ जउन आपन गाल क बारन क काटत हीं। 24 मइँ अरब क सबहिं राजा लोगन क उ पियाले स पियाएउँ। इ सबइ राजा रेगिस्ताने मँ रहत हीं। 25 मइँ जिम्री, एलाम अउर मादै क सबहिं राजा लोगन क उ पियाले स पियाएउँ। 26 मइँ उत्तर क सबहिं निचके अउ दूर क राजा लोगन क उ पियाले स पियाएउँ। मइँ एक क पाछे एक दूसर क पियाएउँ। मइँ पृथ्वी पइ क सबहिं राज्जन क यहोवा क किरोध उ पियाले स पियाएउँ। किन्तु बाबुल क राजा एन सबहिं दूसर रास्ट्रन क पाछे इ पियाले स पीइ।

27 “यिर्मयाह, ओन रास्ट्रन स कहा कि इस्राएल क लोगन क परमेस्सर सर्वसक्तिमान यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: ‘मोर किरोध क इ पियाला क पिआ। ओकी पीइके मत्त होइ जा अउर उलटियन करा। भहराइ पड़ा अउ उठा नाहीं, काहेकि तोहका मार डावइ क मइँ तरवार पठवत हउँ।’

28 “उ सबइ लोग तोहरे हाथे स पियाला लेइ स इन्कार करिहीं। उ पचे ऍका पिअइ स इन्कार करिहीं। किन्तु तू ओनसे इ कहब्या, ‘सर्वसक्तिमान यहोवा इ बातन बतावत ह: तू निहचय हीं इ पियाला स पीब्या। 29 मइँ आपन नाउँ पइ गोहरावा जाइवाले यरूसलेम नगर पइ पहिले ही बुरी विपत्तियन ढावइ जात हउँ। होइ सकत ह कि तू लोग सोचा कि तू पचन्क सजा नाहीं मिली। किन्तु तू पचे गलत सोचत अहा। तू पचन्क सजा मिली। मइँ पृथ्वी पइ सबहिं लोगन पइ हमला करइ बरे तरवार मँगावइ जात हउँ।’” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।

30 “यिर्मयाह, तू ओनका इ सँदेसा देब्या:

‘यहोवा ऊँच अउ पवित्तर मन्दिर स गरजत बाटइ।
    यहोवा आपन चरागाह क खिलाफ चिचियाइके कहत अहइ।
ओकर चिल्लाहट वइसी ही ऊँच अहइ, जइसे ओन लोगन क,
    जउन अगूंरन क दाखरस बनावइ बरे गोड़न स कुचरत हीं।
31 उ चिल्लाहट पृथ्वी क सबहिं लोगन तलक जात ह।
    यहोवा क रास्ट्र क खिलाफ सिकायत अहइ।
उ सबहिं लोगन क खिलाफ कानूनी दोख दर्ज करत ह।
    उ कसूरवार क तरवार स मउत क सज़ा देब।’”
यहोवा कहत ह।

32 सर्वसक्तिमान यहोवा इ कहत ह:
“एक देस स दूसर देस तलक
    हाली ह बरबादी आइ।
उ सक्तिसाली आँधी क तरह पृथ्वी क सबहिं
    बहोत दूर क देसन मँ आइ।”

33 ओन लोगन क ल्हासन एक देस क सिरे स दूसर सिरे क पहोंचहीं। कउनो भी ओन मरन बरे नाहीं रोइ। कउनो भी यहोवा क जरिये मारे गए ओनकर ल्हासन क बटोरी नाहीं अउर बटोरी नाहीं। उ पचे गोबरे क नाई भुइँया पइ पड़े तजि दीन्ह जइहीं।

34 गड़रियो, जोर स चिल्लाब सुरू करा।
    भेड़िन क प्रमुखो, पीरा स तड़पत भए जमीन पइ लोटा।
काहेकि अब तोहरे सबन्क मउत क घाट उतारा जाइ क समइ आवत अहइ।
    मइँ तू सबइ क टूट घड़न क ठीकरन क तरह चारिहुँ कइँती बिखरिहीं।
35 गड़रियो क छुपइ बरे कउनो ठउर नाहीं होइ।
    उ सबइ प्रमुख बचिके नाहीं निकरि पइहीं।
36 मइँ गड़रियन क सोर मचाउब सुनत हउँ।
    मइँ भेड़िन क प्रमुखन क रोउब सुनत हउँ।
    यहोवा ओनकर चरागाह (देस) क नस्ट करत अहइ।
37 उ सबइ सान्त चरागाहन सूना रेगिस्तान जइसा अहइँ।
    इ भवा, काहेकि यहोवा बहोत कोहान अहइ।
38 यहोवा आपन माँद तजत भए सेर क तरह खतरनाक अहइ।
    यहोवा कोहान अहइ।
यहोवा क किरोध ओन लोगन क चोट पहोंचाइ।
    ओनकर देस सूना रेगिस्तान बन जाइ।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.