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Chronological

Read the Bible in the chronological order in which its stories and events occurred.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
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दूसर इतिहास 32-33

अस्सूर क राजा यहूदा पइ कब्जा करत ह

32 इ सबइ चिजियन क पाछे हिजकिय्याह बहोत बिस्सास पूर्वक कार्य किहस। अस्सूर क राजा सन्हेरीब यहूदा देस पइ हमला करइ आवा। सन्हेरीब अउर ओकर फउज किला क बाहेर डेरा डाएस। उ इ एह बरे किहस कि उ नगरन क जीतइ चाहत रहा। हिजकिय्याह जानत रहा कि उ यरूसलेम, एह पइ हमला करइ आवा ह। तब हिजकिय्याह आपन अधिकारियन अउर फउज क अधिकारियन स सलाह लिहस। उ पचे एकमत होइ गएन कि यरूसलेम क बाहेर क सोतन क पानी रोक दीन्ह जाइ। ओन अधिकारियन अउर फउज क अधिकारियन हिजकिय्याह क मदद किहन। बहोत स लोग एक संग आएन अउर झरनन अउर सोतन क जउन नगर क बीच स होइके बहत रहेन, रोक दिहन। उ पचे कहेन, “अस्सूर क राजा क हिआँ आए पइ बहोत जियादा पानी नाहीं मिली।” हिजकिय्याह यरूसलेम क पहिले स जियादा मजबूत बनाएस। इ उ इ तरह किहस: उ देवार क टूटे हींसन क फुन बनवाएस। उ देवारन पइ मीनारन बनाएस, उ पहली देवार क बाहेर दूसर देवार बनवाएस। उ फुन पुरान यरूसलेम क पूरब कइँती दूसर देवार बनवाएस। उ अनेक हथियार अउर ढारन बनवाएस। हिजकिय्याह फउज क अधिकारियन क लोगन क अधीच्छक होइ बरे चुनेस। उ एन अधिकारियन स नगर दुआर क बाहेर खुली जगह मँ मिला। हिजकिय्याह ओन अधिकारियन स सलाह किहस अउर ओनका उत्साहित किहस। उ कहेस, “मजबूत अउर साहसी बना। अस्सूर क राजा या ओकरे संग क बिसाल फउज स जिन डेरावा, न ही ओहसे चिन्ता ह्वा। अस्सूर क राजा क लगे जउन सक्ती अहइ ओहसे भी बड़की सक्ती हम लोगन क संग अहइ! अस्सूर क राजा क लगे सिरिफ मनई अहइँ। किन्तु हम लोगन क संग यहोवा, आपन परमेस्सर अहइ। हमार परमेस्सर हमार मदद करी। उ हमार जुद्ध खुद लड़ी।” इ तरह यहूदा क राजा हिजकिय्याह लोगन क उत्साहित किहस अउर ओनका पहिले स जियादा सक्तीसाली होइ क अनुभव कराएस।

अस्सूर क राजा सन्हेरीब अउर ओकर सारी फउज लाकीस नगर क लगे डेरा डाए पड़ी रही ताकि उ पचे एका हराइ सकइँ। तउ उ यरूसलेम मँ यहूदा क राजा हिजकिय्याह क लगे अउर यहूदा क सबहिं लोगन क लगे आपन अधिकारियन पठएस। सन्हेरीब क अधिकारियन हिजकिय्याह अउर यरूसलेम क सबहिं लोगन क बरे एकठु सँदेसा लइ आएन।

10 उ पचे कहेन, “अस्सूर क राजा सन्हेरीब इ कहत ह: ‘तू केहमाँ बिस्सास करत अहा जउन तोहमाँ यरूसलेम मँ जुद्ध क स्थिति मँ ठहरब सिखावत ह 11 हिजकिय्याह तू पचन्क मूरख बनावत ह। तू पचन्क यरूसलेम मँ ठहरे रखइ क बरे धोखा दीन्ह जात अहइ। इ तरह तू पसे भूख पियास स मार जाब्या। हिजकिय्याह तू पचन्स करत ह, “यहोवा, हमार परमेस्सर हम क अस्सूर क राजा स बचाई।” 12 हिजकिय्याह खुद यहोवा क ऊँच जगहियन अउर वेदियन क हटाएस ह। उ यहूदा अउ यरूसलेम क तू लोगन स कहेस कि तू लोगन क सिरिफ एक वेदी पइ उपासना करइ अउर सुगन्धि बारइ चाही। 13 निहचइ ही, तू पचे जानत अहा कि मोर पुरखन अउर मइँ दूसर देसन क लोगन क संग का किहेउँ ह दूसर देसन क देवता अपने लोगन क नाहीं बचाइ सकेन। उ सबइ देवता मोका ओनके लोगन अउ ओकर देसन क नस्ट करइ स नाहीं रोक सकतेन। 14 मोर पुरखन ओन देसन क नस्ट किहन। कउनो भी अइसा देवता नाहीं जउन मोहसे अपने लोगन क नस्ट होइ स बचाइ लेई। एह बरे का तू सोचत ह कि तोहार देवता तोहका मोसे बचाइ लेई? 15 हिजकिय्याह क तू पचन्क मूरख बनावइ अउर गुमराह करइ जिन द्या। ओह पइ बिस्सास न करा काहेकि कउनो रास्ट्र या राज्ज क कउनो देवता कबहुँ हम स या हमरे पुरखन स अपने लोगन क बचावइ मँ समर्थ नाहीं भवा ह। एह बरे इ जिन सोचा कि तोहार देवता मोका तू पचन्क नस्ट करइ स रोक लेइ।’”

16 अस्सूर क राजा क सेवक लोग एहसे भी बुरी बातन यहोवा परमेस्सर अउ परमेस्सर क सेवक हिजकिय्याह क खिलाफ कहेन। 17 अस्सूर क राजा अइसे पत्र भी लिखेस जउन इस्राएल क यहोवा परमेस्सर क अपमान करत रहेन। अस्सूर क राजा ओन पत्रन मँ स जउन कछू लिखा रहा उ इ अहइ: “दूसर राज्जन क देवता मोहसे नस्ट होइ स अपने लोगन क न बचाइ सकेन। उहइ तरह हिजकिय्याह क परमेस्सर अपने लोगन क मोरे जरिये नस्ट कीन्ह जाइ स नाहीं रोक सकत।” 18 तब अस्सूर क राजा क सेवक यरूसलेम क ओन लोगन पइ जोर स नरियानेन जउन नगर क देवार पइ रहेन। ओन सेवकन उ समइ हिब्रू भासा क प्रयोग किहन जब उ पचे देवार पइ क लोगन क बरे नरियानेन। अस्सूर क राजा क ओन सेवकन इ सब एह बरे किहन कि यरूसलेम क लोग डरि जाइँ। उ पचे उ सबइ बातन एह बरे कहेन कि यरूसलेम नगर पइ अधिकार कइ सकइँ। 19 उ अधिकारियन ओन देवतन क बिरूद्ध बुरी बातन कहेन जउन संसार क लोगन दुआरा पूजा जात रहेन। उ सबइ देवता सिरिफ अइसी चिजियन अहइँ जेनका मनइयन अपने हाथे स बनाएन ह। इहइ तरह ओन अधिकारियन भी यरूसलेम क परमेस्सर क खिलाफ बुरी बातन कहेन।

20 राजा हिजकिय्याह अउ आमोस क पूत यसायाह नबी इ समस्या क बारे मँ पराथना किहन। उ पचे जोर स सरग क गोहराएन। 21 तब यहोवा अस्सूर क राजा क खेमे मँ एक ठु सरगदूत क पठएस। उ सरगदूत अस्सूर क फउज क सब अधिकारियन, प्रमुखन अउर फउजियन क मार डाएन। एह बरे अस्सूर क राजा अपने देस मँ अपने घर लउट गवा अउर ओकर लोग ओहसे बहोत लजानेन। उ अपने देवता क मन्दिर मँ गवा अउर उहइ क पूतन मँ स कउनो ओका हुवाँ तरवार स मार डाएस। 22 इ तरह यहोवा हिजकिय्याह अउर यरूसलेम क लोगन क राजा सन्हेरीब अस्सूर क राजा अउर सबहिं दूसर लोगन स बचाएस। यहोवा हिजकिय्याह अउर यरूसलेम क लोगन क देखभाल किहस। 23 बहोत स लोग यरूसलेम मँ यहोवा क बरे भेट लिआएन। उ पचे यहूदा क राजा हिजकिय्याह क लगे कीमती चिजियन लइ आएन। उ समइ क पाछे सबहिं रास्ट्र हिजाकिय्याह क सम्मान दिहन।

24 ओन दिन हिजकिय्याह बहोत बेराम पड़ा अउर मउत क निचके रहा। उ यहोवा स पराथना किहस। यहोवा हिजकिय्याह स बोला अउर ओका एकठु चीन्हा दिहस। 25 मुला हिजकिय्याह क हिरदइ घमण्ड स भरि गवा एह बरे उ परमेस्सर क कृपा बरे परमेस्सर क धन्नवाद नाहीं किहस। इहइ कारण अहइ कि परमेस्सर हिजकिय्याह अउ यरूसलेम अउ यहूदा क लोगन पइ कोहाइ गवा। 26 मुला हिजकिय्याह अउ यरूसलेम मँ रहइवाले लोग आपन हिरदइ अउ जिन्नगी क बदल दिहेन। उ पचे बिनम्र होइ गएन अउर घमण्ड करब तजि दिहन। एह बरे जब तलक हिजकिय्याह जिअत रहा यहोवा क किरोध ओह पइ नाहीं उतरा।

27 हिजकिय्याह क बहोत धन अउ सम्मान प्राप्त रहा। उ चँदी, सोना, कीमती रतन, मसालन, ढारन अउर दूसरी कीमती चिजियन क रखइ बरे महल बनाए रहेन। 28 हिजकिय्याह लोगन क जरिये पठए गए अनाज, नवा दाखरस अउ तेल क बरे भण्डारण भवन बनाएन। ओकरे लगे गोरुअन क बरे पसु-सालन अउर भेड़िन क बरे भेड़-सालन रहिन। 29 हिजकिय्याह बहोत स नगर भी बनाएस अउर ओका अनेक गोरुअन क झुण्ड अउ भेड़िन क रवेड़न मिलिन। परमेस्सर हिजकिय्याह क बहोत जियादा धन दिहस। 30 इ हिजकिय्याह ही रहा जउन यरूसलेम मँ गिहोन सोते क ऊपरी जलधारन क उद्गमन क रोकेस अउर ऍकर जलधारन क नगर क भीतर स दाऊद नगर क पच्छिम क कइँती मोड़ दिहेस। अउर हिजकिय्याह ओन सब मँ सफल रहा जउन कछू उ किहस।

31 कउनो समइ बाबुल क प्रमुखन हिजकिय्याह क लगे दूत पठएन। ओन दूतन एक चमत्कारिक चिन्ह क बारे मँ पूछेन जउन रास्ट्रन मँ परगट भवा रहा।[a] जब उ पचे आएन तउ परमेस्सर हिजकिय्याह क अकेले छोड़ दिहस जेहसे कि उ अपनी जाँच कइ सकइ अउर उ सब कछू जान सकइ जउन हिजकिय्याह क हिरदइ मँ रहा।

32 हिजकिय्याह क बाकी कामन अउर कइसे उ यहोवा क पिरेम किहस क विवरण आमोस क पूत यसायाह नबी क दर्सन ग्रन्थ अउर यहूदा अउ इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास क किताब मँ लिखा भावा ह। 33 हिजकिय्याह मरा अउ अपने पुरखन क संग दफनावा गवा। लोग हिजकिय्याह क उ पहाड़ी पइ दफनाएन जहाँ दाऊद क पूतन क कब्रन अहइँ। जब उ मरा तउ यहूदा क सबहिं लोग अउ यरूसलेम क रहइवालन हिजकिय्याह क सम्मान दिहन। हिजकिय्याह क जगह पइ पनस्से नवा राजा भवा। मनस्से हिजकिय्याह क पूत रहा।

यहूदा क राजा मनस्से

33 मनस्से जब यहूदा क नवा राजा भवा उ बारह बरिस क राहा। उ यरूसलेम मँ पचपन बरिस तलक राजा रहा। मनस्से उ सबइ सब कार्य किहस जेनका यहोवा गलत कहे रहा। उ दूसर रास्ट्रन क भयंकर अउर पापपूर्ण रीतियन क अनुसरण किहस। यहोवा ओन रास्ट्रन क बाहेर निकर जाइ क बरे मजबूर किहे रहा जब उ इस्राएल क लोगन क उ भुइँया पइ लिआए रहा। मनस्से फुन ओन ऊँच जगहन क बनाएस जेनका ओकर बाप हिजकिय्याह तोर गिराये रहा। मनस्से बाल देवतन बरे वेदियन बनाएस अउ असेरा खम्भन खड़े किहस। उ नछत्र-समूह क प्रणाम करत रहा अउ ओनका पूजत रहा। मनस्से यहोवा क मन्दिर मँ लबार देवतन क बरे वेदियन बनाएस। यहोवा मन्दिर क बारे मँ कहे रहा, “मोर नाउँ यरूसलेम मँ सदा ही रही।” मनस्से सबहिं नछत्र-समूहन क बरे यहोवा क मन्दिर क दुइनउँ अंगनन मँ वेदियन बनाएस। मनस्से अपने बेटवन क भी बलि बरे हिन्नोम क घाटी मँ बारेस। मनस्से सान्तिपाठ, दैवीकरण अउ भविस्स कथन क रूप मँ जादू-टोना क उपयोग किहस। उ ओझन अउ भूतसिद्धि करइवालन क संग बातन किहस अउर उ यहोवा क दृस्टि मँ बहोत पाप किहस। मनस्से क पापन यहोवा क किरोधित किहन। उ एक ठु देवता क मूरति बनाएस अउर ओका परमेस्सर क मन्दिर मँ धरेस। परमेस्सर दाऊद अउ ओकर पूत सुलैमान स मन्दिर क बारे मँ कहे रहा, “मइँ इ मन्दिर मँ अउर यरूसलेम मँ आपन नाउँ क स्थापित करब जेका मइँ इस्राएल क सबहिं परिवार समूहन क नगरन क बीच स चुनेउँ ह, अउर हुवाँ मोर नाउँ हमेसा रहब। मइँ फुन इस्राएलियन क उ भुइँया स बाहेर नाहीं करब जेका मइँ ओनके पुरखन क देइ क बरे चुनेउँ। किन्तु ओनका ओन नेमन क बिधियन अउर आदेसन क पालन जरूर करइ चाही जेनका मइँ मूसा क ओनका देइ क हुकुम दिहेउँ।”

मनस्से यहूदा क लोगन अउर यरूसलेम मँ रहइवाले लोगन क पाप करइ बरे उ उत्साहित किहेउँ। उ ओन रास्ट्रन स भी जियादा पाप किहस जेनका यहोवा नस्ट किहे रहा अउर जउन इस्राएलियन स पहिले उ पहँटा मँ रहेन।

10 यहोवा मनस्से अउर ओकरे लोगन स बातचीत किहस। किन्तु उ पचे सुनइ स इन्कार कइ दिहन। 11 एह बरे यहोवा यहूदा पइ हमला करइ क बरे अस्सूर क राजा क सेनापतियन क हुवाँ पहोंचाएस। एन सेनापतियन मनस्से क धइ लिहन अउर ओका बन्दी बनाइ लिहन। उ पचे ओका बेड़ियन पहिराइ दिहन अउर ओकरे हाथन मँ पीतर क जंजीरन डाएन। उ पचे मनस्से क बन्दी बनाएन अउर ओका बाबुल देस लइ गएन।

12 मनस्से क कस्ट भवा। उ समइ उ यहोवा अपने परमेस्सर स याचना किहस। मनस्से खुद क अपने पुरखन क परमेस्सर क समन्वा बहोत विनम्र किहेस। 13 मनस्से परमेस्सर स पराथना किहस अउर परमेस्सर स मदद माँगेस। यहोवा मनस्से क याचना सुनेस अउ ओका ओह पइ दया आइ। यहोवा ओका यरूसलेम अपने सिंहासन पइ लउटइ क आदेस दिहस। तब मनस्से समुझेस कि यहोवा फुरइ परमेस्सर अहइ।

14 इ घटइ क पाछे, मनस्से दाऊद नगर क बरे बाहरी देवार बनाएस। इ गिहोन क पस्चिमी सोते तलक मछरी-फाटक क प्रवेस दुआर अउर ओपेल पहाड़ी क चारिहुँ कइँती तलक गएन। उ देवार क बहोत ऊँच बनाएस। तब उ अधिकारियन क यहूदा क सबहिं किलन मँ रखेस। 15 मनस्से यहोवा क मन्दिर स दूसर रास्ट्रन क देवतन अउ मूरतियन क हटाइ दिहेस। उ ओन सबहिं वेदियन क लोकाएस जेनका उ मन्दिर क पहाड़ी पइ अउ यरूसलेम मँ बनाएस। मनस्से ओन सबहिं वेदियन क यरूसलेम नगर स बाहेर लोकाएस। 16 तब उ यहोवा क वेदी पुन: एकत्र किहस अउ मेलबलि अउ धन्यवाद भेंट एह पइ चढ़ाएस। मनस्से यहूदा क सबहिं लोगन क इस्राएल क यहोवा परमेस्सर क सेवा करइ क आदेस दिहस। 17 लोग ऊँच जगहियन पइ बलि देब जारी रखेस, मुला ओनकर भेटन केवल यहोवा ओनके परमेस्सर बरे रहिन।

18 मनस्से जउन कछू दूसर किहस अउर ओकर परमेस्सर स पराथनन अउ ओन द्रस्टा लोगन क कथन जउन इस्राएल क यहोवा परमेस्सर क नाउँ पइ ओहसे बातन किहे रहा, उ सबइ सबहिं इस्राएल क राजा नाउँ क किताबे मँ लिखी अहइँ। 19 मनस्से कइसे पराथना किहस अउर परमेस्सर कइसे सुनेस अउर ओह पइ दाया किहस, इ द्रस्टा लोगन क पुस्तक मँ लिखा अहइ। मनस्से क सबहिं पाप अउ बुराइयन जउन उ खुद क बिनम्र करइ स पहिले किहस अउर उ सबइ जगह जहाँ उ ऊँच जगह बनाएस अउर असेरा-खम्भा खड़ा किहेस भी दर्सी लोगन क पुस्तक मँ दर्ज अहइँ। 20 मनस्से मरि गवा, अउर उ जगह पइ दफनावा गवा जहाँ पइ ओकर पूरखन क दफनावा गवा रहा। लोग मनस्से क ओकर महल मँ दफनाएन। मनस्से क जगह पइ ओकर पूत आमोन नवा राजा भवा।

यहूदा क राजा आमोन

21 आमोन जब यहूदा क राजा भवा, बाईस बरिस क रहा। उ दुइ बरिस तलक यरूसलेम मँ हुकूमत किहेस। 22 ओमोन ठीक वइसा ही किहेस जइसा ओकर बाप किहे रहा, उ उ काम किहेस जेका यहोवा बुरा समुझत ह। आमोन सबहिं खुदी मूरतियन अउ अपने बाप मनस्से क बनाई मूरतियन क बलि चढ़ाएस। आमोन ओन मूरतियन क लगे निहुरेस अउर ओनकर पूजा किहस। 23 आमोन खुद क अपने बाप मनस्से क तरह यहोवा क समन्वा विनम्र नाहीं बनाएस। आमोन जियादा स जियादा पाप करत गवा। 24 आमोन क सेवकन ओकरे बिरुद्ध जोजना बनाएन उ पचे आमोन क ओकरे घरे मँ मार डाएन। 25 मुला यहूदा क लोग ओन सबहिं सेवकन क मार डाएन जउन राजा आमोन क बिरुद्ध जोजना बनाए रहेन। तब लोग योसिय्याह क नवा राजा चुनेन। योसिय्याह आमोन क पूत रहा।

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Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.