Chronological
दाऊद अपनी फउज क गनइ चाहत ह
24 यहोवा फुन इस्राएल क बिरुद्ध कोहाइ गवा। उ दाऊद क इस्राएलियन क बिरुद्ध इ कहत भवा भड़काएस, “जा, इस्राएल अउर यहूदा क लोगन क गना।”
2 राजा दाऊद फउज क सेनापति योआब स कहेस, “इस्राएल क सबहिं परिवार समूहन मँ दान स बेर्सेबा तलक जा, अउर लोगन क गना। तब मइँ जान सकब कि हुवाँ केतने मनइयन अहइँ।”
3 किन्तु योआब राजा स कहेस, “यहोवा तोहार परमेस्सर आप क सौ गुना लोग स आसिस देइ अउर आप क आँखिन इ घटित भवा लखि सकइँ। किन्तु आप इ काहे करइ चाहत हीं?”
4 राजा दाऊद मजबूती स योआब अउ फउज क सैनापितयन क लोगन क गणना करइ क आदेस दिहस। एह बरे योआब अउ फउज क सैनापितयन दाऊद क हिआँ स इस्राएल क लोगन क गनइ गएन। 5 उ पचे यरदन नदी क पार किहेन। उ पचे आपन डेरा अरोएर मँ डाएन। ओनकर डेरा नगर क दाहिनी ओर रहा। (इ नगर गाद क घाटी क बीच मँ याजेर जाइ क रस्ता मँ रहा)
6 तब उ पचे तहतीम्होदसी क भूइँया क सारे रास्ता स होइके गिलाद क गएन। उ पचे दान्यान अउ सीदोन क चारिहुँ ओर गएन। 7 उ पचे सोर क किला क गएन। उ पचे हिब्बियन अउ कनानियन क सबहिं नगरन क गएन। उ पचे दकिखनी यहूदा मँ बेर्सेबा क गएन। 8 उ पचे समूचे भुइँया क भ्रमण कइ चुके रहेन। उ पचे नौ महीने बीस दिन बाद यरूसलेम आएन।
9 योआब लोगन क सूची राजा क दिहस। इस्राएल मँ आठ लाख मनई रहेन जउन तरवार भाँज सकत रहेन अउर यहूदा मँ पाच लाख मनई रहेन।
यहोवा दाऊद क दण्ड देत ह
10 तब दाऊद क अन्तरात्मा गनती करइ क पाछे ओका परीसान कइ सुरू किहेस। दाऊद यहोवा स कहेस, “मइँ इ कार्य कइके बहोत घोर अपराध किहेउँ। यहोवा, मइँ पराथना करत हउँ कि तू मोरे पाप क छिमा करा। मइँ बड़की बेवकूफी किहेउँ ह।”
11 जब दाऊद भिंसारे उठा, यहोवा क सँदेसा गाद नवी क मिला जउन दाऊद क द्रस्टा रहा। 12 यहोवा गाद स कहेस, “जा, अउर दाऊद स कहा, ‘यहोवा जउन कहत ह उ इ अहइ। मइँ तोहका तीन बिकल्प देत हउँ। ओनमाँ स एक क चुना जेका मइँ तोहरे बरे करउँ।’”
13 गाद दाऊद क लगे गवा अउर उ बातन किहस। गाद दाऊद स कहेस, “तीन मँ स एक क चुना: तोहरे बरे अउर तोहरे देस क बरे सात बरिस क भुखमरी। तोहार दुस्मन तोहार पाछा तीन महीने तलक करइँ। तोहरे देस मँ तीन दिन तलक बीमारी फइलइ। एकरे बारे मँ सोचा अउर निर्णय करा कि मइँ एन मँ स यहोवा जउन मोका पठएस ह, क कउन स चीज बतावउँ।”
14 दाऊद गाद स कहेस, “मइँ फुरइ परेसानी मँ हउँ। किन्तु एह बरे यहोवा क मोका सज़ा देइ द्या उ बहोत दयालु अहइ। मोका मनइयन स दण्डित जिन होइ द्या।”
15 एह बरे यहोवा इस्राएल मँ महामारी पठएस। इ भिंसारे सुरू भइ अउर इ तब तलक रहा जब तलक उ चाहेस। दान स बेर्सेबा तलक सत्तर हजार लोग मर गएन। 16 सरगदूत आपन बाँह यरूसलेम कइँती ओका नस्ट करइ बरे उठाएन। किन्तु जउन बुरी बातन भइन ओनके बरे यहोवा बहोत उदास भवा। यहोवा उ सरगदूत स कहेस कउन लोगन क नस्ट करत ह, “बहोत होइ चुका। अपनी बाँह नीचे करा।” यहोवा क सरगदूत यबूसी यरौना क खरिहाने स किनारे रहा।
दाऊद अरौना क खरिहाने क बेसहत ह
17 दाऊद उ सरगदूत क लखेस जउन लोगन क मारेस। दाऊद यहोवा स बातन किहस। दाऊद कहेस, “मइँ पाप किहेउँ ह। मइँ गलत किहेउँ ह। किन्तु इ लोग मोर अनुसरण भेड़ी क नाई किहन। उ पचे कउनो गलती नाहीं किहन। कृपा कइके सजा मोका अउर मोरे बाप क परिवार क द्या।”
18 उ दिन गाद दाऊद क लगे आवा। गाद दाऊद स कहेस, “जा अउर एक वेदी यबूसी अरौना क खरिहान मँ यहोवा बरे बनावा।” 19 तब दाऊद उ सबइ काम किहेस जउन गाद करइ क कहेस। दाऊद यहोवा क आदेसन क पालन किहस। दाऊद अरौना स भेंटइ गवा। 20 जब अरौना निगाह उठाएस, उ राजा दाऊद अउर ओकरे सेवकन क अपने लगे आवत लखेस। अरौना बाहेर निकरा अउ आपन माथा धरती पइ टेकत भए प्रणाम किहेस। 21 अरौना कहेस, “मोर सुआमी, राजा, तू आपन सेवक क लगे काहे आया ह?”
दाऊद जवाब दिहस, “तोहसे खरिहान बेसहइ बरे। तब मइँ यहोवा बरे वेदी बनाइ सकत हउँ। तब बेमारी रुक जाइ।”
22 अरौना दाऊद स कहेस, “मोर सुआमी राजा, आप कछू भी बलि-भेंट क बरे लइ सकत हीं। हिवाँ कछू गइयन सबइ होमबलि बरे अहइँ। आगी क काठ बरे दँवरी क औजार अउ बर्धन क जुआ भी अहइ। 23 हे राजा! मइँ आप क हर एक चीज देत हउँ।” अरौना राजा स इ भी कहेस, “यहोवा तोहार परमेस्सर तोह पइ खुस होइ।”
24 मुला राजा अरौना स कहेस, “नाहीं। मइँ तोहसे फुरइ कहत हउँ, मइँ तोहसे भुइँया क ओकरी कीमत पइ बेसहब। मइँ यहोवा अपने परमेस्सर क कछू भी अइसी होमबलि नाहीं चढ़ाउब जेकर कउनो मूल्य मइँ नाहीं दिहे होउँ।”
एह बरे दाऊद खरिहान अउ गइयन क चाँदी क पचास सेकेल स बेसहेस। 25 तब दाऊद हुवाँ यहोवा क बरे एक ठु वेदी बनाएस। दाऊद होमबलि अउ मेलबलि चढ़ाएस।
यहोवा देस बरे ओकर पराथना अंगीकार किहस। यहोवा इस्राएल मँ बेरामी रोक दिहस।
इस्राएलियन क गनके दाऊद पाप करत ह
21 सइतान इस्राएल क लोगन क खिलाफ रहा। उ दाऊद क इस्राएल क लोगन क गनइ क प्रोत्साहन दिहस। 2 एह बरे दाऊद योआब अउर लोगन क प्रमुखन स कहेस, “जा अउर इस्राएल क सबहिं लोगन क गणना करा। बर्सेबा नगर स लइके लगातार दान नगर तलक देस क हर मनई क गना। तब मोका बतान, एहसे मइँ जान सकब कि हिआँ केतेन लोग अहइँ।”
3 एह बरे योआब जवाब दिहेस, “यहोवा अपने लोगन क सौ गुना बिसाल बनावइ! महामाहिम, इस्राएल क सबहिं लोगन तोहार सेवक अहइँ। मोरे सुआमी, अउर राजा, आप इ कार्य काहे करइ चाहत हीं? आप इस्राएल क सबहिं लोगन क पाप करइ क अपराधी बनइहीं।”
4 मुला राजा दाऊद हठ धरे रहा। योआब क उ करइ पड़ा जउन राजा कहेस। एह बरे योआब गवा अउर पूरे इस्राएल देस मँ गणना करत घूमत रहा। तब योआब यरूसलेम लउटा 5 अउर दाऊद क बताएस कि केतने मनई रहेन। इस्राएल मँ गियारह लाख मनई रहेन अउर तरवार क उपयोग कइ सकत रहेन अउर तरवार क उपयोग करइवाले चार लाख सत्तर हजार मनई यहूदा मँ रहेन। 6 योआब लेवि अउर बिन्यामीन क परिवार समूह क गणना नाहीं किहेस। योआब ओन परिवार समूहन क गणना नाहीं किहेस काहेकि उ राजा दाऊद क आदेसन क पसन्द नाहीं करत रहा। 7 इ हुकुम देइ के, परमेस्सर क दृस्टि मँ दाऊद एक बुरा काम किहे रहा, एह बरे परमेस्सर इस्राएल क दण्ड दिहस।
परमेस्सर इस्राएल क दण्ड देत ह
8 तब दाऊद परमेस्सर स कहेस, “मइँ एक बहोत बेववूफी क काम किहेउँ ह। मइँ इस्राएल क लोगन क गणना कइके भयंकर पाप किहेउँ ह। अब, मइँ पराथना करत हउँ कि तू इ सेवक क पापन क छिमा कइ द्या।”
9-10 गाद दाऊद क दर्सी रहा। यहोवा गाद स कहेस, “जा अउर दाऊद क कहा: ‘यहोवा जउन कहत ह उ इ अहइ: मइँ तोहका तीन विकल्प देत हउँ। तोहका ओहमाँ स एक चुनब अहइ अउर तब मइँ तोहका उ तरह दण्डित करब जेका तू चुने लेब्या।’”
11-12 तब गाद दाऊद क लगे गवा। गाद दाऊद स कहेस, “यहोवा कहत ह, ‘दाऊद, तू जउन दण्ड चाहत अहा ओका चुना: पर्याप्त अन्न क बगैर तीन बरिस, या तोहार पाछा करइवाले तरवार क उपयोग करत भए दुस्मनन स तीन महीने तलक भागब, या परमेस्सर स तीन दिना क दण्ड। पूरे देस मँ भयंकर महामारी फइली अउर यहोवा क दूत लोगन क नस्ट करत भवा पूरे देस मँ आइ।’ परमेस्सर मोका पठएस ह। अब, तोहका निर्णय करब अहइ कि ओका कउन सा जवाब देउँ।”
13 दाऊद गाद स कहेस, “मइँ विपत्ति मँ हुउँ। मइँ नाहीं चाहत कि कउनो मनई मोरे दण्ड क निहचइ करइ। यहोवा बहोत दयालु अहइ, एह बरे यहोवा क ही निर्णय करइ द्या कि मोका कइसे दण्ड देइ।”
14 एह बरे यहोवा इस्राएल मँ भयंकर महामारी पठएस अउर सत्तर हजार लोग मर गएन। 15 परमेस्सर एक सरगदूत क यरूसलेम क नस्ट करइ क पठएस। किन्तु जब सरगदूत यरूसलेम क नस्ट करब सुरू किहस तउ यहोवा लखेस अउ ओका दुःख भवा। एह बरे यहोवा यरूसलेम क नस्ट न करइ क निर्णय किहस। यहोवा उ सरगदूत स, जउन नस्ट करत रहा कहेस, “रूक जा, इहइ पर्याप्त अहइ।” यहोवा क सरगदूत उ समइ यबूसी ओर्नान क खरिहान क लगे खड़ा रहा।
16 दाऊद नज़र उठाएस अउर यहोवा क दूत क अकासे मँ लखेस। सरगदूत यरूसलेम पइ आपन तरवार हींच रखे रहा। तब दाऊद अउर प्रमुखन अपने मूँड़ क धरती पइ टेक के प्रणाम किहन। दाऊद अउ प्रमुखन अपने सोक बरे टाट पहिरे रहे। 17 दाऊद अपने परमेस्सर स कहेस, “मइँ लोगन क गणना करइ क आदेस दिहे रहेउँ। मइँ हुउँ जुन इ बहोत बुरा काम किहेउँ। इस्राएल क लोगन कछू भी गलत नाहीं किहन। यहोवा मोरे परमेस्सर, मोका अउर मोरे परिवार क दण्ड द्या किन्तु उ भयंकर महामारी क रोक द्या जउन तोहार आपन लोगन क मारत अहइ।”
18 तब यहोवा क दूत गाद स बात किहस। उ कहेस, “दाऊद स कहा कि उ यहोवा क उपासना बरे एक ठु वेदी बनाएस। दाऊद क एका यबूसी ओर्नान क खरिहान क लगे बनावइ चाही।” 19 गाद इ सबइ बातन दाऊद क बताएस अउर दाऊद ओर्नान क खरिहान क लगे गवा।
20 ओर्नान गोहुँ दाँवत रहा। ओर्नान मुड़ा अउर उ सरगदूत क लखेस। ओर्नान क चारिहुँ पूत छुपइ बरे पराइ गएन। 21 दाऊद ओर्नान क लगे पहोंचा। ओर्नान ओका लखेस अउर उ खरिहान क छोड़ि दिहस। उ दाऊद तलक पहोंचा अउर ओकरे समन्वा आपन माथा भुईयाँ पइ टेकिके प्रणाम किहेस।
22 दाऊद ओर्नान स कहेस, “तू आपन खारिहान मोका बेच द्या। मइँ तोहका पूरी कीमत देबउँ। तब मइँ यहोवा क उपासना बरे एक वेदी बनावइ बरे एकर उपयोग कइ सकत हुउँ। तब लोगन प स भयंकर महामारी रूक जाई।”
23 ओर्नान दाऊद स कहेस, “इ खारिहाने क लइ ल्या। तू मोरे सुआमी अउर राजा अहइँ। उहइ करा जउन आप उपयुक्त समुझत हीं। लखा, मइँ भी होमबलि बरे जनावरन देब। मइँ आप क काहे क तख्तन देब जेका आप वेदी पइ आगी बरे बार सकत हीं अउर मइँ अन्नबलि बरे गोहूँ देब। मइँ इ सबइ आप क देब।”
24 किन्तु राजा दाऊद ओर्नान क जवाब दिहस, “नाहीं, मइँ तोहका पूरी कीमत देब। मइँ कउनो तोहार उ चीज नाहीं लेब जेका मइँ यहोवा क देब। मइँ उ कउनो भेंट नाहीं चढ़ाउब जेकर मोका कउनो मूल्य न देइ पड़इ।”
25 एह बरे दाऊद उ जगह क बरे ओर्नान क पन्द्रह पौण्ड सोना दिहस। 26 दाऊद हुँवा यहोवा क उपासना बरे एक वेदी बनाएस। दाऊद होमबलि अउर मेलबलि चढ़ाएस। दाऊद यहोवा स पराथना किहस। यहोवा सरग स आगी पठइके दाऊद क जवाब दिहस। आगी होमबलि क वेदी पइ उतरी। 27 तब यहोवा सरगदूत क आदेस दिहस कि उ अपनी तरवार क वापस म्यान मँ धइ लेइ।
28 दाऊद लखेस कि यहोवा ओका ओर्नान क खरिहान पइ उत्तर दइ दिहस ह, एह बरे यहोवा क बलि भेंट किहस। 29 (पवित्तर तम्बू अउ होमबलि क वेदी ऊँच जगह पइ गिबोन नगर मँ रही। मूसा पवित्तर तम्बू क तब बनाए रहा जब इस्राएल क लोग रेगिस्ताने मँ रहेन। 30 दाऊद पवित्तर तम्बू मँ परमेस्सर स बातन करइ नाहीं जाइ सकत रहा, काहेकि उ भयभीत रहा। दाऊद यहोवा क दूत अउ ओकरी तरवार स भयभीत रहा।)
22 दाऊद कहेस, “यहोवा परमेस्सर क मन्दिर अउर इस्राएल क लोगन बरे भेंटन क बारइ क वेदी हिआँ बनी।”
दाऊद मन्दिर बरे जोजना बनावत ह
2 दाऊद आदेस दिहस कि इस्राएल मँ रहइवाले सबहिं तोहार बीच रहइवाला बिदेसी एक संग बटुरइँ। तोहार बीच रहइवाला बिदेसियन क उ समूह मँ स दाऊद सगंतरासन क चुनेस। ओनकर काम परमेस्सर क मन्दिर बरे पाथरन क काटिके तइयार करइ क रहा। 3 दाऊद दुआर क पालन बरे कीलन अउर चुलन बनावइ बरे बहोत सारा लोहा प्राप्त किहस। दाऊद ओतना काँसा भी प्राप्त किहस जउन तउला न जाइ सकइ। 4 अउर दाऊद ऍतने जियादा देवदारु क पेड़न बटोरेस जउन न गना जाइ सकेन। सीदोन अउ सोर क लोग बहोत स देवदारु क पेड़न लिआएन।
5 दाऊद कहेस, “हम क यहोवा बरे एक बिसाल मन्दिर बनावइ चाही। किन्तु मोरे पूत सुलैमान अबहुँ तलक बालक अउर अनुभवहीन अहइ। यहोवा क मन्दिर बहोत बिसाल होइहीं। एका अपनी बिसालता अउ सुन्दरता क बरे सबहिं रास्ट्रन मँ प्रसिद्ध होइ चाही। इहइ कारण अहइ कि मइँ यहोवा क मन्दिर बनावइ क जोजना बनाउब।” एह बरे दाऊद मरइ स पहिले मन्दिर बनावइ बरे बहोत स जोजना बनाएस।
6 तब दाऊद अपने पूत सुलैमान क बोलाएस। दाऊद सुलैमान स इस्राएल क यहोवा परमेस्सर बरे मन्दिर क बनावइ क कहेस। 7 दाऊद सुलैमान स कहेस, “मोर पूत, मइँ अपने परमेस्सर यहोवा क नाउँ बरे एक ठू मन्दिर बनावइ चाहत रहेउँ। 8 मुला यहोवा मोहसे कहेस, ‘दाऊद तू बहोत स जुद्ध किहा ह अउर बहोतस लोगन क मर्या ह एह बरे तू मोरे नाउँ क बरे मन्दिर नाहीं बनाइ सकत्या। 9 किन्तु तोहार एक पूत अहइ जउन सान्ति प्रिय अहइ। मइँ तोहरे पूत क सान्ति क समइ प्रदान करब। ओकरे चारिहुँ कइँती क दुस्मन ओका परेसान नाहीं करिहीं। ओकर नाउँ सुलैमान अहइ अउर मइँ इस्राएल क उ समइ सुख सान्ति देब जउने समइ सुलैमान राजा होइ। 10 सुलैमान मोरे नाउँ क एक मन्दिर बनाई सुलैमान मोरे पूत अउर मइँ ओकर बाप रहब अउर मइँ सुलैमान, क राज्ज क सक्तीसाली बनाउब अउर ओकरे परिवार क कउनो निअँबर सदा इस्राएल पर ही हुकूमत करी।’”
11 दाऊद इ भी केहस, “पूत, अब यहोवा तोहरे संग रहइ। तू सफल बना अउर जइसा यहोवा कहेस ह, अपने यहोवा क मन्दिर बनावा। 12 यहोवा तोहका इस्राएल क राजा बनाई। होइ सकत ह यहोवा तोहका बुद्धि अउ समुझ देइ जेहसे तू लोगन क मार्गदर्सन कइ सका अउर अपने यहोवा परमेस्सर क व्यवस्था क पालन कइ सका। 13 अउर तोहका कामयाबी तब मिली जब तू ओन नेमन अउर व्यवस्था क पालन मँ सावधान रहब्या जउन यहोवा मूसा क इस्राएल बरे दिहे रहा। सक्तीसाली अउर वीर रहा। जिन डेरावा अउ जिन निरास भवा।
14 “सुलैमान, मइँ यहोवा क मन्दिर क जोजना बनावइ मँ करी मेहनत किहेउँ ह। मइँ तीन हजार सात सौ पचास टन सोना दिहेउँ ह अउर मइँ लगभग सैंतीस हजार पाँच सौ टन चाँदी दिहउँ ह। मइँ कासाँ अउ लोहा ऍतना जियादा दिहेउँ ह कि तउला नाहीं जाइ सकत अउर मइँ लकड़ी अउ पाथर दिहेउँ ह। सुलैमान, तू एहमँ अउर जियादा जोर सकत ह। 15 तोहरे लगे बहोत स संगतरास अउ बढ़ई अहइँ। तोहरे लगे हर एक प्रकार क काम करइ वाले कुसल मनई अहइँ। 16 उ पचे सोना, चाँदी, काँसा, अउर लोहे क काम करइ मँ कुसल अहइँ। तोहरे लगे एतने जियादा कुसल मनई अहइँ कि उ पचे गने नाहीं जाइ सकतेन। अब काम सुरू करा अउर यहोवा तोहरे संग होइ।”
17 तब दाऊद इस्राएल क सबहिं प्रमुखन क आपने पूत सुलैमान क सहायता करइ क आदेस दिहेस। 18 दाऊद ओन प्रमुखन स कहेस, “यहोवा तोहर परमेस्सर तोहार संग अहइ। उ तोहका सान्ति क समइ दिहेस ह। उ हम लोगन क उ भुइँया मँ रहइवाले लोगन क पराजित करइ मँ मदद किहेस ह। अब यहोवा अउर ओकर लोग इ भुइँया पइ पूरा अधिकार किहेन ह। 19 अब तू अपने हिरदइ अउर आतिमा क अपने यहोवा परमेस्सर क समर्पित कइ द्या अउर उ जउन कहइ, करा। यहोवा परमेस्सर बरे पवित्तर जगह बनावा। यहोवा क नाउँ बरे मन्दिर बनावा। तब करार क सन्दूख अउ दूसर सबहिं पवित्तर चिजियन मन्दिर क अन्दर लिआवा।”
मन्दिर क समर्पण बरे दाऊद क एक ठु पद।
1 हे यहोवा, तू मोरी बिपत्तियन स मोर उद्धार किहा ह।
तू मोरे दुस्मनन क मोका हरावइ अउर मोर खिल्ली उड़ावइ नाहीं दिहा।
तउ मइँ तोहरे बरे आदर परगट करब।
2 हे मोर परमेस्सर यहोवा, मइँ तोहसे पराथना किहेउँ।
तू मोका चँगा कइ दिहा।
3 कब्र स तू मोर उद्धार किहा, अउर मोका जिअइ दिहा।
मोका मुर्दन क संग मुर्दन क गड़हा मँ पड़े भए नाहीं रहइ पड़ा।
4 परमेस्सर क भगतन, यहोवा क स्तुति करा!
ओकरे सुभ नाउँ क प्रसंसा करा।
5 यहोवा कोहाइ गवा, तउ निर्णय भवा “मउत!”
मुला उ आपन पिरेम परगट किहस अउर मोका “जिन्नगी” दिहस।
मइँ राति क रोवत विलापत सोएउँ।
दूसर भिन्सारे मइँ गावत भवा खुस रहेउँ।
6 मइँ अब इ कहि सकत हउँ, अउर मइँ जानत हउँ इ निहचय फुरइ अहइ,
“मइँ कबहुँ नाहीं हारब!”
7 हे यहोवा, जब तू मोहे पइ दयालु भया
अउ तउ मइँ महसूस किहेउँ कि मइँ अइसा सुरच्छित अहउँ जइसा पहाड़े पइ एक किला।
मुला मइँ डर स काँपि गएउँ
जब तू मोका अस्वीकार कइ दिहा।
8 हे परमेस्सर, मइँ तोहरी कइँती लउटेउँ अउर बिनती किहेउँ।
मइँ आपन पइ दाया देखावइ क विनती किहेउँ।
9 मइँ कहेउँ, “परमेस्सर का इ नीक अहइ कि मइँ मरि जाउँ
अउर कब्र क भीतर खाले चला जाऊँ?
मरे भए मनई तउ माटी मँ ओलरा रहत हीं,
उ पचे तोहरे नेक क स्तुति
जउन सदा सदा बनी रहत ह नाहीं करतेन।
10 हे यहोवा, मोर पराथना सुना अउर मोह पइ करुणा करा!
हे यहोवा, मोर मदद करा!”
11 मइँ पराथना किहेउँ अउर तू मोर मदद किहा!
तू मोरे रोवइ क नाच मँ बदल दिहा मोरे सोक वस्त्र क तू उतारिके बहाइ दिहा,
अउर मोका आनन्द मँ सराबोर कइ दिहा।
12 हे यहोवा, मइँ तोर सदा जसगान करब।
मइँ अइसा करब जेहसे कबहुँ नीरवता न बियापइ।
तोहार प्रसंसा मँ हमेसा कउनो न कउनो गावत रही।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.