Chronological
सीबा दाऊद स भेटंत ह
16 दाऊद जैतून पर्वत क चोटी पइ तनिक दूर चला। हुवाँ मपीबोसेत क सेवक सीबा, दाऊद स मिला। सीबा क लगे काठी क संग दुइ ठु खच्चर रहेन। खच्चरन पइ दुइ सौ रोटियन, सौ किसमिस क गुच्छन, सौ गर्मी क फल अउ दाखमधु स भरी एक ठु मसक रही। 2 राजा दाऊद सीबा स कहेस, “इ सबइ चिजियन काहे बरे अहइँ?”
सीबा जवाब दिहेस, “गदहन राजा क परिवार क सवारी बरे अहइ। रोटी अउ गर्मी क फल सेवकन क खाइ बरे अहइ अउर जदि कउनो मनई रेगिस्ताने मँ कमजोरी महसूस करइ, उ दाखमधु पी सकी।”
3 राजा पूछेस, “मपीबोसेत कहाँ अहइ?”
सीबा राजा क जवाब दिहेस, “मपीबोसेत यरूसलेम मँ ठहरा अहइ काहेकि उ सोचत ह, ‘आजु इस्राएली मोरे पितामह क राज्ज मोका वापस दइ देइहीं।’”
4 तब राजा सीबा स कहेस, “ओकरे कारण, जउन कछू मपीबोसेत क अहइ ओका अब मइँ तोहका देत हउँ।”
सीबा कहेस, “मइँ आप क प्रणाम करत हउँ। मइँ आसा करत हउँ कि मइँ आप क सदा खुस कइ सकउँ।”
सिमी दाऊद क साप देत ह
5 दाऊद बहूरीम पहोंचा। साउल क परिवारे क एक ठु मनई बहूरीम स बाहेर निकरा। इ मनई क नाउँ सिमी रहा जउन गेरा क पूत रहा। सिमी दाऊद क बुरा कहत भवा बाहेर आवा अउर उ बुरी-बुरी बातन बार-बार करत रहा।
6 सिमी दाऊद अउ ओकरे सेवकन पइ पाथर लोकाउब सुरू किहस। किन्तु लोग अउर फउजी दाऊद क चारिहुँ कइँती बटुर गएन उ पचे ओकरे चारिहुँ ओर रहेन। 7 सिमी दाऊद क सरापेस। उ कहेस, “निकरि जा, निकरि जा! तू हत्यारा अहा, तू दुस्ट अहा! 8 यहोवा तोहका दण्ड देत अहइ। काहे? काहेकि तू साऊल क परिवारे क मनइयन क मार डाया। तू साऊल क जगह एक राजा क रूप मँ चोराया। किन्तु अब, यहोवा राज्ज तोहरे पूत अबसालोम क दिहस ह। अब उ पचे ही बुरी घटनन तोहरे बरे घटित होत अहइँ। काहे? काहेकि तू हत्यारा अहा।”
9 सरूयाह क पूत अबीसै राजा स कहेस, “मोर पर्भू, राजा! इ मरा कूकुर आप क सरापत काहे अहइ? मोका आगे जाइ द्या अउ सिमी क मूँड़ काट लेइ द्या।”
10 किन्तु राजा जवाब दिहस, “सरूयाह क पूतो! तू इ चिजियन क चिन्ता काहे करत ह जउन मोर संग होत? निहचइ ही सिमी मोका सरापत अहइ। अगर यहोवा ओका कहेस कि उ मोका सरापि, अउर कउन अहइ जउन यहोवा स इ बातन बरे प्रस्न पूछ सकत्या?” 11 दाऊद अबीसै अउर आपन सबहिं सेवकन स इ भी कहेस, “लखा मोर आपन पूत ही (अबसालोम) मोका मारइ क जतन करत अहइ। इ मनई (सिमी) जउन बिन्यामीन परिवार समूह क अहइ, मोका मार डावइ क जियादा अधिकार रखत ह। ओका अकेला तजा। ओका मोका बुरा भला कहइ द्या। यहोवा ओका अइसा करइ क कहेस ह। 12 इ होइ सकत ह कि ओन बुराइयन क जउन मोरे संग होत अहइँ, यहोवा लखइ। तब होइ सकत ह कि यहोवा मोका हर बुरा सब्द क बदले मँ कछू अच्छा देइ जउन कि सिमी आजु मोहसे कहेस ह।”
13 एह बरे दाऊद अउ ओकर मनइयन अपने राहे पइ खाले सरक स उतर आवइँ। किन्तु सिमी दाऊद क पाछे लगा रहा। सिमी सरक क दूसर कइँती पहाड़ी क बगल होइ के चलइ लाग। सिमी अपने राहे पइ दाऊद क बुरा-भला कहत रहा। सिमी दाऊद पइ पाथर अउ धूरि भी लोकाएस।
14 राजा दाऊद अउर ओकर सबहिं लोग यरदन नदी पइ पहोंचेन। राजा अउ ओकर लोग थक गए रहेन। एह बरे उ पचे हुवाँ आराम किहन अउर आपन क ताज़ा किहेन।
15 अबसालोम, अहीतोपेल अउ इस्राएल क सबहिं लोग यरूसलेम आएन। 16 दाऊद क एरेकी मीत हूसै अबसालोम क लगे आवा। हूसै अबसालोम स कहेस, “राजा दीर्घायु होइँ।। राजा दीर्घायु होइँ।”
17 अबसालोम पूछेस, “तू आपन मीत दाऊद क बिस्सास पात्र काहे नाहीं अहा? तू आपन मीत क संग यरूसलेम क काहे नाहीं तज्या?”
18 हूसै कहेन, “मइँ उ मनई क अहउँ, जेका यहोवा चुनत ह। एन लोग अउ इस्राएल क लोग आप क चुनेन। मइँ आपक संग रहब। 19 बीते समइ मँ मइँ आप क बाप क सेवा किहेउँ। एह बरे, अब मइँ दाऊद क पूत क सेवा करब। मइँ आप क सेवा करब।”
अबसालोम अहीतोपेल स सलाह लेत ह
20 अबसालोम अहीतोपेल स कहेस, “कृपा कइके मोका बतावा कि का करइ चाही।”
21 अहीतोपेल अबसालोम स कहेस, “तोहार बाप आपन कछू उप-पत्नियन क घर क देख-भाल क बरे तजेस ह। जा अउर ओनके संग सारीरिक सम्बंध करा। तब सबहिं इस्राएली इ जनिहीं कि तोहार बाप तोहसे घिना करत ह। अउर तोहार सबहिं लोग तोहका जियादा समर्थन देइ बरे उत्साहित होइहीं।”
22 तब ओन लोग अबसालोम बरे महले क छते पइ एक तम्बू डाएन अउ अबसालोम अपने बाप क रखैलन क संग सारीरिक सम्बन्ध किहस। सबहिं इस्राएलियन एका लखेन। 23 उ समइ, दाऊद अउ अबसालोम अहीतोपेल क सलाह क बहोत महत्वपूर्ण समुझेस। इ ओतनी ही महत्वपूर्ण रही जेतनी मनई बरे परमेस्सर क बात।
अहीतोपेल दाऊद क बारे मँ सलाह देत ह
17 अहीतोपेल अबसालोम स इ भी कहेस, “मोका अब बारह हजार फउजी चुनइ द्या। तब मइँ आजु क रात दाऊद क पाछा करब। 2 मइँ ओका तब धरब जब उ थका अउ कमजोर होइ। मइँ ओका ससाउब अउ ओकर सबहिं मनई ओका तजिके परइहीं। किन्तु मइँ सिरिफ राजा दाऊद क मारब। 3 तब मइँ सबहिं लोगन क तोहरे लगे वापस लिआउब। जदि दाऊद मरि गवा, तउ सबइ लोगन क सान्ति प्राप्त होइ।”
4 इ जोजना अबसालोम अउ इस्राएल क सबहिं प्रमुखन क पसन्द आइ। 5 किन्तु अबसालोम कहेस, “एरेकी हूसै क अब बोलावा। मइँ ओहसे भी सुनइ चाहत अहउँ कि उ का कहत ह।”
हूसै अहीतोपेल क सलाह नस्ट करत ह
6 हूसै अबसालोम क लगे आवा। अबसालोम हूसै स कहेस, “अहीतोपेल इ जोजना बताएस ह। का हम लोग यह पइ अमल करी? जदि नाहीं तउ हमका, अपनी बतावा।”
7 हूसै अबसालोम स कहेस, “इ समइ अहीतोपेल क सलाह ठीक नाहीं अहइ।” 8 उ आगे कहेस, “तू जानत ह कि तोहार बाप अउ ओकर आदमी ताकतवार अहइँ। उ पचे उ रीछनी क तरह खूँखार अहइँ जेकत बच्चन छोर लीन्ह गवा होइँ। तोहार बाप कुसल जोधा अहइ। उ सारी रात लोगन क संग नाहीं ठहरी। 9 सायद उ पहिले स ही कउनो गुफा या दूसर ठउरे पइ छुपा अहइ। जदि तोहार बाप तोहरे मनइयन पइ पहिले हमला करत ह, तउ लोग एकर खबर पइहीं, अउर उ पचे सोचिहीं, ‘अबसालोम क समर्थक हारत अहइँ।’ 10 तब उ पचे लोग भी जउन सेर क तरह वीर अहइँ, ससाइ जइहीं। काहे? काहेकि सबहिं इस्राएली जानत हीं कि तोहार बाप ताकतवर जोधा अहइ अउ ओकर मनई वीर अहइँ।
11 “मोर सुझाव इ अहइ: तोहका दान स लइके बेर्सेबा तलक सबहिं इस्राएलियन क बटोरइ चाही। तब बड़ी तादाद मँ लोग समुद्दर क रेती क कणन क नाई होइहीं। तब तोहका खुद ओनकर जुद्ध मँ अगुवाइ करइ चाही। 12 हम पचे दाऊद क उ ठउरे स जहाँ उ लुकान अहइ, धइ लेब। हम पचे दाऊद पइ बहोत सारा फउज स हमला करब, हम लोग ओस क बहोत सारा बूँद क नाईं होब्या जउन कि धरती पइ पड़त अहा। हम लोग दाऊद अउर ओकर सबहिं मनइयन क मार डाउब। कउनो मनई क जिअत नाहीं बक्सा जाइ। 13 जदि दाऊद कउनो नगर मँ परात ह, तउ सबहिं इस्राएली उ नगर मँ रस्सियन लिअइहीं अउर हम लोग उ नगर क देवारन क तोड़ब अउर एका घाटी मँ बदल देब। उ नगर मँ एक पाथर भी नाहीं बचब्या।”
14 अबसालोम अउ सबइ इस्राएलियन कहेन, “एरैकी हूसै क सलाह अहीतोपेल क सलाह स बेहतर अहइ।” उ पचे अइसा कहेन काहेकि इ यहोवा क जोजना रही। यहोवा अहीतोपेल क सलाह क ब्यर्थ करइ क नीक जोजना बनाए रहा। इ तरह यहोवा अबसालोम क सजा दइ सकत रहा।
हूसै दाऊद क लगे चितउनी पठवत ह
15 हूसै उ सबइ बातन याजकन, सदोक अउ एब्यातार स कहेस। हुसै उ जोजना क बारे मँ ओनका बताएस जेका अहीतोपेल अबसालोम अउ इस्राएल क प्रमुखन क सुझाए रहा। हूसै सादोक अउ एब्यातार क उ जोजना भी बताएस जेका उ सुझाए रहा। हूसै कहेस, 16 “हाली। दाऊद क खबर पठवा। ओहसे कहा कि आज क रात उ ओन ठउरन पइ न रहइ जहाँ स लोग रेगिस्तान क पार करत हीं। अपितु यरदन नदी क तुरन्त पार कइ ल्या। जदि उ नदी क पार कइ लेत ह तउ राजा अउ ओकर लोग नाहीं धरा जइहीं।”
17 याजकन क पूत योनातन अउ अहीमास, एनरोगेल पइ प्रतीच्छा करत रहेन। उ पचे नगर मँ जात भए देखॉइ नाहीं पड़इ चाहत रहेन। एह बरे एक ठु गुलाम लड़की ओनके लगे आइ। उ ओनका सँदेसा दिहस। तब योनातन अउ अहीमास गएन अउर उ पचे इ सँदेसा राजा दाऊद क दिहेन।
18 किन्तु एक लरिका योनातन अउ अहीमास क लखेस। लरिका अबसालोम स कहइ बरे दउड़ा। योनातन अउ अहीमास तेजी स पराइ निकरेन। उ पचे बहारीम मँ एक ठु मनई क घरे पहोंचेन। उ मनई क आँगन मँ एक कुआँ रहा। योनातन अउ अहीमास इ कुआँ मँ उतर गएन। 19 उ मनई क पत्नी देवार पइ एक ठु चादर डाइ दिहस। तब उ पूरे कुआँ क अन्न स ढॉक दिहस। कुआँ अन्न क ढेर जइसा देखॉत रहा, एह बरे कउनो मनई इ नाहीं जान सकत रहा कि योनातन अउ अहीमास हुवाँ छुपा रहेन। 20 अबसालोम क सेवकन उ घरे क मेहरारू क लगे गएन। उ पचे पूछेन, “योनातन अउ अहीमास कहाँ अहइँ?”
उ मेहरारू अबसालोम क सेवकन स कहेस, “उ पचे पहिले ही नाला क पार कइ गएन ह।”
अबसालोम क सेवकन तब योनातन अउ अहीमास क खोज मँ चले गएन। किन्तु उ पचे ओनका न पाइ सकेन। एह बरे अबसालोम क सेवकन यरूसालेम लउट गएन।
21 जब अबसालोम क सेवक चले गएन, योनातन अउ अहीमास कुआँ स बाहेर आएन। उ पचे गएन अउ उ पचे दाऊद स कहेन, “हाली करा, नदी क पार जा। अहीतोपेल इ सबइ बातन क तोहार खिलाफ करइ बरे जोजना बनावत ह।”
22 तब दाऊद अउ ओकर सबहिं लोग यरदन नदी क पार चले गएन। सूरज निकरइ स पहिले दाऊद क सबहिं लोग यरदन नदी क पार कइ चुके रहेन।
अहीतोपेल आत्महत्या करत ह
23 अहीतोपेल लखेस कि इस्राएली ओकर सलाह नाहीं मानतेन। अहीतोपेल अपने गदहे पइ काठी धरेस अउर आपन ग्रह-नगर क वापिस हाँकेस। उ अपने परिवार क पच्छ मँ एक वसीयत लिखेस। तब उ अपने क फाँसी लगाइ लिहस। तब अहीतोपेल मर गवा, लोगन ओका ओकरे बाप क कब्र मँ दफनाइ दिहन।
अबसालोम यरदन नदी क पार करत ह
24 दाऊद महनैम पहोंचा। अबसालोम अउ सबहिं इस्राएली जउन ओकरे संग रहेन, यरदन नदी क पार कइ गएन। 25-26 अबसालोम अमासा क फउज क सेनापति बनाएस। अमासा योआब क जगह लिहस। अमासा इस्राएली यित्रन क पूत-रहा। अमासा क महतारी, सरूयाह क बहिन अउ नाहास क बिटिया, अबीगैल रही (सरूयाह योआब क महतारी रही।) अबसालोम अउ इस्राएलियन आपन डेरा गिलाद प्रदेस मँ डाएन।
सोबी, माकीर, बर्जिल्लै
27 दाऊद महनैम पहोंचा। सोबी, माकीर अउ बर्जिल्लै उ ठउरे पइ रहेन। (नाहास क पूत सोबी अम्मोनी नगर रब्बा क रहा। अम्मीएल क पूत माकीर लोदबर क रहा अउर बजिर्ल्लै, गिलाद क रेगलीम स रहा।) 28-29 उ पचे कहेन, “रेगिस्ताने मँ लोग थके, भुखान अउ पिआसे अहइँ।” एह बरे उ पचे दाऊद अउ ओकरे लोगन क खाइ क बरे इ सबइ चिजियन लिआएन: गोहूँ, जौ, आटा, भूँजी अन्न क फलियन, तिल, झुरान बिआ, सहद, माखन, भेड़िन अउ गइया क दूध क पनीर भी लइ आएन। उ पचे दाऊद अउ ओकर लोगन क खाना परोसेन। उ पचे बिछौना, खोरा अउ माटी क भांडी भी लइ आएन।
दाऊद जुद्ध क तइयारी करत ह
18 दाऊद अपने लोगन क गनेस। उ हजार फउजियन अउर सौ फउजियन क ऊपर सेनापतियन नियुक्त किहेस। 2 दाऊद लोगन क तीन टुकड़ियन मँ बाँटेस, अउर तब दाऊद लोगन क आगे पठएस। योआब क भाई, सरूयाह क पूत अबीसै दूसर एक तिहाई फउज क अगुवाइ किहेस। अउर इत्तै जउन गात स रहा उ बचा भवा एक तिहाइ फउज क अगुवाई किहेस।
राजा दाऊद लोगन स कहेस, “मइँ भी तू लोगन क संग चलब।”
3 किन्तु लोग कहेन, “नाहीं। आप क हमरे संग नाहीं जाइ चाही। काहे? काहेकि हम लोग जुद्ध स परानेन तउ अबसालोम क फउजी परवाह नाहीं करिहीं। जदि हम आधा मार दीन्ह जाइ तउ भी अबसालोम क फउजी पखाह नाहीं करिहीं। किन्तु आप हम लोगन क दस हजार क बराबर अहइँ। आप क बरे अच्छा अहइ कि आप नगर मँ रहइँ। तब, जदि हम क मदद क जरूरत पड़इ तउ आप मदद कइ सकइँ।”
4 राजा अपने लोगन स कहेस, “मइँ उहइ करब जेका आप लोग सर्वोत्तम समुझत हीं।”
तब राजा दुआर क बगल मँ खड़ा रहा। फउज आगे बढ़ गइ। उ पचे एक सौ अउ एक हजार क टुकड़ियन मँ गएन। “जुवक अबसालोम क संग कोमल रहा।”
5 राजा योआब, अबीसै अउ इत्तै क आदेस दिहस: “मोरे बरे इ करा: जुवक अबसालोम क बरे कोमल रहा।” सबहिं लोग अबसालोम क बारे मँ नायकन को राजा क आदेस सुनेन।
दाऊद क फउज अबसालोम क फउज क हरावत ह
6 दाऊद क फउज अबसालोम क इस्राएलियन क खिलाफ रणभूमि मँ गइ। उ पचे एप्रैम क जँगल मँ जुद्ध किहन। 7 दाऊद क फउज इस्राएलियन क हराइ दिहस। उ दिन बीस हजार मनई मारे गएन। 8 जुद्ध पूरे देस मँ फइल गवा। किन्तु उ दिन तरवार स मरइ क अपेच्छा जँगल मँ मनई जियादा मरेन।
9 अइसा भवा कि अबसालोम दाऊद क सेवकन स मिला। अबसालोम बच पराइ बरे अपने खच्चर पइ चढ़ा। खच्चर बिसाल बाँज क बृच्छ क डारन क नीचे गवा। डारन मोटी रहिन अउ अबसालोम क मूँड़ बृच्छ मँ फँस गवा। ओकर खच्चर ओकरे नीचे स पराइ निकरा एह बरे अबसालोम भुइँया क ऊपर लटका रहा।
10 एक ठु मनई इ होत लखेस। उ योआब स कहेस, “मइँ अबसालोम क एक बाँज बृच्छ मँ लटकत लखेउँ ह।”
11 योआब उ मनई स कहेस, “तू ओका मार काहे नाहीं डाया, अउर ओका जमीन पइ काहे नाहीं गिर जाइ दिहा? मइँ तोहका एक जोद्धन-कमरबंध अउ चाँदी क दस सिक्कन देतेउँ।”
12 उ मनई योआब स कहेस, “मइँ राजा क पूत क तब भी चोट पहोंचावइ क कोसिस नाहीं करतेउँ, जहाँ तू मोका हजार चाँदी क सिक्कन देत्या। काहेकि हम लोग, तोहका अबीसै अउ इत्तै क दीन्ह गए राजा क आदेस क सुना। राजा कहेस, ‘होसियार रहा, जुवक अबसालोम क चोट नाहीं पहोंचे।’ 13 जदि मइँ अबसालोम क मार दिहे होतेउँ, तउ राजा खुद एकर पता लगाइ लेतइ अउर तू मोर बचाव बरे नाहीं आत्या।”
14 योआब कहेस, “मइँ तोहरे संग समइ नस्ट नाहीं करब।”
अबसालोम अबहुँ बाँज बृच्छ मँ लटका भवा, जिअत रहा। योआब तीन ठु भाला लिहस। उ भालन क अबसालोम पइ लोकाएस। भालन अबसालोम क हिरदइ क बेधत भए निकरि गएन। 15 हुवाँ दस ठु जुवक रहेन जउन योआब क हथियार लेइ जाइवाल रहेन। उ सबइ दस मनई अबसालोम क चारिहुँ कइँती आएन अउर ओका मार डाएन।
16 योआब तुरही बजाएस अउर अबसालोम क सैनिकन क टोलियन क इस्राएली लोगन क पाछा करब बंद करइ क संकेत देत रहेन। इ तरह उ दूसर जुद्ध स लोगन क बचाइ लिहेस। 17 तब योआब क मनइयन अबसालोम क ल्हास उठाएन अउर ओका जँगल क एक बड़के गड़हे मँ फेंक दिहन। उ पचे गड़हे क बहोत स पाथरन स भर दिहन।
सबइ इस्राएलियन आपन-आपन घरे क पराइ गएन।
18 जब अबसालोम जिअत रहा, उ राजा क घाटी मँ एक ठु खंभा खड़ा किहे रहा। अबसालोम कहे रहा, “मोर कउनो पूत मोरे नाउँ क चलावइ वाला नाहीं अहइ।” एह बरे उ खम्भा क आपन नाउँ दिहस। एह बरे एका आपन बाद नाउँ दिहेस। इ खम्भा आजु भी “अबसालोम स्मारक” क रूप जाना जात ह।
योआब दाऊद क खबर देत ह
19 सादोक क पूत अहीमास योआब स कहेस, “मोका अब दउड़ जाइ द्या अउर राजा दाऊद क खबर पहोंचावइ द्या। मइँ ओहसे कहब कि यहोवा ओनका ओनके दुस्मनन क हाथे स अजाद कइ दिहस ह।”
20 योआब अहीमास क जवाब दिहस, “नाहीं, आजु तू दाऊद क खबर नाहीं देब्या। तू खबर कउनो दूसरे समइ पहोंचाइ सकत ह, किन्तु आजु नाहीं काहे? काहेकि राजा क पूत मरि गवा ह।”
21 तब योआब एक कूसी मनई स कहेस, “जा राजा स उ सब कहा जउन तू लख्या ह।”
कूसी योआब क प्रणाम किहेस। तब कूसी दाऊद क खबर देइ दउड़ पड़ा।
22 किन्तु सादोक क पूत अहीमास योआब स फुन पराथना किहेस, “जउन कछू भी होइ, ओकर चिन्ता नाहीं, कृपा कइके मोका भी कूसी क पाछे दउड़ जाइ द्या।”
योआब कहेस, “बेटे, तू समाचार काहे लइ जाइ चाहत अहा? तू जउन समाचार लइ जाब्या ओकर कउनो पुरस्कार नाहीं मिली।”
23 अहीमास जवाब दिहस, “चाहे जउन होइ, चिन्ता नाहीं, मइँ दाऊद क लगे दउड़ जाब।”
योआब अहीमास स कहेस, “दउड़!”
तब अहीमास यरदन क घाटी स होइके दउड़ा उ कूसी क पाछे छोड़ गवा!
दाऊद खबर पावत ह
24 दाऊद नगर क दुइनउँ फाटकन क बीच बइठा रहा। पहरेदार फाटकन क देवारन क ऊपर छते पइ गवा। पहरेदार धियान स लखेस अउ एक ठु मनई क अकेले दउड़त लखेस। 25 पहरेदार दाऊद स कहइ बरे जोर स गोहराएस।
राजा दाऊद कहेस, “जदि मनई अकेला अहइ तउ उ खबर लावत ह।”
मनई नगर क निअरे स निअरे आवत जात रहा। 26 पहरेदार दूसर मनई क दउड़त लखेन। पहरेदार दुआर रच्छक क बोलाएस, “लखा! दूसर मनई अकेले दउड़त बा।”
राजा कहेस, “उ भी समाचार लिआवत अहइ।”
27 पहरेदार कहेस, “मोका लागत ह कि पहिला मनई सादोक क पूत अहीमास क तरह दउड़त अहइ।”
राजा कहेस, “अहीमास अच्छा मनई अहइ। उ अच्छी समाचार लावत रहा होइ।”
28 अहीमास राजा क गोहराइ क कहेस। “सब कछू बहोत नीक अहइ।” अहीमास राजा क समन्वा प्रणाम करइ निहुरा। ओकर माथा भुइँया क करीब रहा। अहीमास कहेस, “अपने यहोवा परमेस्सर क स्तुति करा। मोर सुआमी राजा, यहोवा ओन मनइयन क हराइ दिहेस ह जउन आप क खिलाफ रहेन।”
29 राजा पूछेस, “का जुवक अबसालोम कुसल स अहइ?”
अहीमास जवाब दिहेस, “जब योआब मोका पठएस मइँ बड़ी उत्तेजना भीड़ लखेउँ, किन्तु मइँ नाहीं जानत हउँ कि उ का रहा?”
30 तब राजा कहेस, “हिआँ आ अउर प्रतीच्छा करा।” अहीमास हटके खड़ा होइ गवा अउ प्रतीच्छा करइ लाग।
31 कूसी आवा। उ कहेस, “मोर सुआमी अउर राजा, मोर लगे तोहार बरे अच्छा समाचार अहइ। आजु यहोवा ओन सबइ लोगन क सजा दिहस ह जउन आप क खिलाफ रहेन।”
32 राजा कूसी स पूछेस, “का जुवक अबसालोम कुसल स अहइ?”
कूसी जवाब दिहस, “मोका आसा अहइ कि आप क दुस्मन अउर सबहिं लोग जउन आप क खिलाफ चोट करत अइहीं, उ पचे इ जुवक (अबसालोम) क तरह सजा पइहीं।”
33 तब राजा समुझ लिहस कि अबसालोम मर गवा ह। राजा बहोत काँपत रहा ह। उ नगर दुआर क ऊपर क कमरा मँ चला गवा अउर रोएस। जइसे ही उ गवा उ रोवा अउर कहेस, “ऐ मोर पूत अबसालोम, मइँ चाहत हउँ कि मइँ तोहरे बरे मर गवा होत। ऐ अबसालोम, मोर पूत, मोर पूत।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.